बुनकरों के करघों में घुसा पानी
प्रमुख बाज़ारों व दुकानों में भरा पानी, दूध-सब्जी के लिए भी लागों को हुई दुश्वारी
वाराणसी (सरफराज अहमद/हिमांशु राय/दिल इंडिया लाइव)। समय से पहले पूर्वांचल में मानसून की ज़ोरदार दस्तक के चलते शुरु हुई बारिश के कारण जगह-जगह लोगों को दुश्वारी उठानी पड़ी। लोगों को भीषण उमस से भले ही राहत मिल गई हो मगर बरसात के रूप में आयी दुश्वारी से लोग काफी परेशान हुए। बुनकरो के करघों में जहां पानी घुस गया वहीं बनारस में दालमंडी, नई सड़क, दशाश्वमेघ, गुरुबाग, हड़हासराय आदि की दुकानों में पानी भर जाने से भारी नुकसान का अंदेशा हैं। बनारस व्यापार मंडल के अध्यक्ष जियाउदीन खां ने कहां पहले ही कोरोना से कारोबार बर्बाद हो गया उस पर से यह बरसात भी कहर बन कर आयी है। इससे करोड़ों का नुकसान का अनुमान है। जहां बरसात के चलते लोगों को दूध, सब्जी व अखबार मयस्सर नहीं हुआ वहीं जल भराव ने नगर निगम की साफ सफाई के दावों की पोल खोल दी। आलम यह था कि ज्यादातर लोग दोपहर तक घर में ही कैद होने को मजबूर दिखे वहीं जिन्हें ज़रूरी काम से बाहर जाना भी था वो लोग पानी के बीच से होकर गुजरने को विवश दिखे। बुनकर बस्ती, गरीब कुनबों में बरसात किसी कहर से कम नहीं थी, लोग घरों से गंदगी, पानी जहां साफ करते दिखे वही रोज़ी रोटी की चिंता भी उनकी पेशानी पर लकीर बन कर दिखाई दे रही थी।
झमाझम बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया। सड़क के किनारे और सड़कों में बने गड्ढ़ों में पानी भर गया। नगर निगम द्वारा शहर क्षेत्र में बेहतर साफ सफाई का दावा किया जाता है। हालांकि नगर निगम ने लाक डाउन के चलते शहर के विभिन्न नालों की साफ-सफाई का कार्य बड़ी तत्परता से कराने का दावा किया लेकिन जल भराव होने से उसके दावों की पोल स्वतः खुल गई। नगर में सनातन धर्म इंटर कालेज के सामने सड़क पर जमे पानी के बीच से लोग वाहन लेकर गुजरने को विवश हुए। वहीं कुछ ऐसा ही हाल अर्दली बाज़ार, दूध सट्टी, पाण्डेयपुर, अंधरापुल, तेलियाबग, नई सड़क, चेतगंज, गौदोलिया में भी दिखा।
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