मंगलवार, 22 जुलाई 2025

Bijli Bihar Main Free यहां जानिए क्या हुआ ऐलान

सभी को 125 यूनिट मुफ्त बिजली, जुलाई से ही मिलेगा लाभ 

Patna (dil India live). बिहार सरकार ने सभी बिजली उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा की है। इसका लाभ जुलाई महीने के बिल से ही मिलेगा। 1 अगस्त को बिजली का बिल आएगा, उसमें जुलाई महीने के दौरान हुई कुल खपत में 125 यूनिट बिजली को माफ करते हुए शेष यूनिट पर ही बिजली बिल लगेगा।

इसका लाभ सभी प्री-पेड मीटर धारकों को भी पूरी तरह से मिलेगा। राज्य में प्री-पेड मीटर धारकों की संख्या 60 लाख से अधिक है। प्री-पेड मीटर उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक कोई शुल्क नहीं देना होगा। इसके ऊपर जो भी यूनिट उठेगा, उस पर ही रिचार्ज कराना पड़ेगा। अगर कोई व्यक्ति महीने में अपने प्री-पेड मीटर को रिचार्ज करते हैं, तो उन्हें 125 यूनिट तक कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। रिचार्ज की हुई राशि पर 125 यूनिट की खपत के बाद पहले की तय राशि के आधार पर ही शुल्क देना होगा। मुफ्त बिजली की इस निर्धारित यूनिट के बाद ही रोजाना के हिसाब से पूर्व की तरह ही कटौती होगी।

यह है छूट की व्यवस्था

अगर पोस्ट-पेड या प्री-पेड मीटर वाले किसी उपभोक्ता महीने में 200 यूनिट बिजली की खपत करते हैं, तो उन्हें सिर्फ 75 यूनिट पर ही बिजली का बिल देना होगा। शेष 125 यूनिट बिजली मुफ्त होगी।

इसके बाद 100 यूनिट तक बिजली की खपत पर 4.12 रुपये प्रति यूनिट और 100 यूनिट से अधिक खपत होने पर 5.52 रुपये प्रति यूनिट की दर से शुल्क लगेगा। वर्तमान में भी यही शुल्क लगता है और इसमें किसी तरह की बढ़ोतरी नहीं की गई है।

गौरतलब है कि 18 जुलाई को हुई कैबिनेट की विशेष बैठक में 125 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा की गई थी। इससे 1 करोड़ 86 लाख उपभोक्ताओं को फायदा होने का अनुमान लगाया गया था। इसमें 1 करोड़ 67 लाख विद्युत उभोक्ता ऐसे हैं, जिनकी प्रति महीने औसतन बिजली की खपत 125 यूनिट की है। इससे इन उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली मिलेगी।

सीएम भेज रहे मुफ्त बिजली का मोबाइल पर संदेश

मुफ्त बिजली के इस मुद्दे को लेकर उपभोक्ताओं को एसएमएस के जरिए सूचना भी दी जा रही है। यह संदेश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से सीधे उपभोक्ताओं को उनके मोबाइल पर भेजा जा रहा है। इस मामले में ऊर्जा विभाग के सचिव सह बिहार राज्य पॉवर होल्डिंग कंपनी के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार सिंह के अनुसार, इस सुविधा से सभी उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री विद्युत उपभोक्ता सहायता योजना के तहत 125 यूनिट बिजली पर सौ फीसदी सब्सिडी दी जा रही है।

सोमवार, 21 जुलाई 2025

UP : Varanasi K जगतगंज में Puja स्थल पर 40 साल पुराना विवाद खत्म

गुरुद्वारा गुरु तेग बहादुर साहिब का ताला खुला, सिख समुदाय में उत्सव का माहौल


Varanasi (dil India live). श्री बड़े हनुमान मंदिर प्रबंध समिति जगतगंज, वाराणसी के व्यवस्थापक व अधिकृत प्रतिनिधि, श्री श्याम नारायण पाण्डेय एवं गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी वाराणसी के अध्यक्ष सरदार करन सिंह सब्बरवाल व वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरदार परमजीत सिंह अहलुवालिया ने संयुक्त रूप से आयोजित पत्रकारवार्ता में बताया कि तकरीबन चालीस साल से रामकटोरा के पूजा स्थल पर विवाद चला आ रहा था। उक्त पूजा स्थल पर विवाद खत्म हो गया है और अब दोनों पक्षों के मध्य समझौता हो गया है।


प्रेस कॉन्फ्रेंस में जगतगंज के प्रतिष्ठित नागरिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद बाबू जगत सिंह के वंशज प्रदीप नारायण सिंह की मध्यस्थता में उभय पक्ष के धार्मिक आस्था के समस्त बिन्दुओं का संज्ञान लिया गया। दोनो पक्षों के मध्य समझौता उ०प्र० के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वजह से संभव हो पाया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सदैव  ऋणी रहेगा। यह भी विदित है कि जनपद वाराणसी के प्रशासनिक विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों का भी इस दौरान भरपूर सहयोग मिला। अंततः दोनो पक्षों के मध्य आपसी सौहार्द कायम रखने हेतु कराये गये इस सन्धि-पत्र / सुलहनामा पर जगतगंज कोठी वाराणसी में विस्तार से चर्चा हुई। बताया गया कि आज का दिन एक ऐतिहासिक दिन है। प्रथम पक्ष श्री हनुमान मंदिर व द्वितीय पक्ष गुरुद्वारा के बीच स्वामित्व, कब्जे व अपने अधिकारों को लेकर 40 वर्षों से चला आ रहा विवाद सन्धि-पत्र / सुलहनामा पर हुये हस्ताक्षर उपरान्त समस्त विवाद समाप्त हो गया है। आपके द्वारा यह किया गया कार्य एक महान कार्य है। जिसको काशी की जनता हमेशा याद करेगी। पूर्व में स्व० अजीत सिंह सभरवाल का अथक प्रयास जो आज सफल हुआ। ये सारे कार्य उनके आर्शीवचन से संभव हो पाया।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष संपूर्ण भारत वर्ष में साहिब श्री गुरू तेग बहादुर जी महाराज जी का 350 वां शहीदी दिवस बडी श्रद्वा एवं भावना से मनाया जा रहा है। 350 वें शहीदी पर्व पर बनारस के गुरू तेग बहादुर जी के गुरुद्वारे का विवाद खत्म होने से पूरे सिख परिवार में खुशी का माहौल है। इस समझौते से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में हर्ष एवं उल्लास का माहौल है। यह जगतगंज स्थित गुरुद्वारा, गुरु तेग बहादुर जी महाराज की चरण स्पर्श भूमि है और साथ ही श्री बड़े हनुमान मंदिर भी वहीं स्थित है। दोनों पक्षो के सुलहनामा को लोग युगो-युगो तक याद करते रहेंगे। गुरू साहब की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता। इनकी शहादत पूरे विश्व में एक मिसाल कायम करती है। यही पर श्री बडे हनुमान जी का मंदिर भी स्थित है। ये भी अपने आप में एक मिसाल है कि दोनों पक्ष एक साथ भजन गायन करेंगे। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी वाराणसी ने मंदिर समिति और श्री प्रदीप नारायण सिंह जी का धन्यवाद दिया और कहा कि ये ऐतिहासिक फैसला पूरे विश्व में एक मिसाल कायम करेगा व शांति और अमन के प्रतीक के रूप में देखा जायेगा।

इस मौके पर दोनों प्रबंध समिति के अधिकारीगण, प्रतिनिधि, (सरदार करन सिंह सभरवाल, सरदार परमजीत सिंह अहलुवालिया, श्री श्याम नारायण पाण्डेय), समाजिक कार्यकर्तागण व स्थानीय लोग व मान्य नागरिक उपस्थित रहे। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी वाराणसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परमजीत सिंह अहलूवालिया ने कॉन्फ्रेंस में उपस्थित सभी सम्मानित व्यक्तियों का आभार प्रकट किया। 

Politics : SP MP Priya Saroj ने किया धान की रोपाई

सांसद प्रिया को धान की रोपाई करते देख लड़कियां चहकीं महिलाओं ने किया तारीफ
Varanasi (dil India live). सपा सांसद प्रिया सरोज सदैव खबरों में बनी रहती हैं। एक बार फिर वो सुर्खियों में हैं। इस बार सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो खेती करते हुए वायरल हो रहा है। इस वीडियो में प्रिया सरोज धान की रोपाई करती नजर आ रही हैं। वीडियो को खुद उन्होंने शेयर किया है, जिसके कैप्शन में लिखा है- 'हमारा गांव...' इस पोस्ट पर यूजर्स जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। 

प्रिया सरोज वाराणसी स्थित अपने गांव करखियांव पहुंचीं। उन्होंने अपनी सहेलियों के साथ धान की रोपाई की। इसका वीडियो उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है। प्रिया सरोज जौनपुर में मछली शहर सीट से सांसद हैं। जबकि उनका गांव वाराणसी में है। सांसद प्रिया सरोज अपने गांव में थीं। उनके खेत में धान की रोपाई चल रही है। जिसे देखने के लिए सांसद खुद खेत में पहुंच गईं। धान की रोपाई कर रही महिलाओं को देखकर वह खेत में उतर गईं। उन्होंने अपने एक हाथ में धान का पौध थामा और दूसरे हाथ से रोपाई शुरू कर दी। एक सांसद को धान की रोपाई करते देख महिलाएं अचंभित हो गईं। इस दौरान प्रिया सरोज ने लगभग 5 बिस्वा खेत में धान की रोपाई की। सोशल मीडिया पर लोग उनके वीडियो को काफी शेयर कर रहे हैं। लोग उन्हें जमीनी नेता बता रहे हैं।

बिजली कटौती पर ऊर्जा मंत्री को पत्र 

प्रिया सरोज ने जौनपुर जिले में बिजली आपूर्ति की खराब स्थिति को लेकर ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखा है। जिसमें कहा, पिछले कुछ महीनों से क्षेत्र में बिजली की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अनियोजित बिजली कटौती हो रही है। ट्रांसफॉर्मर जलने और वोल्टेज की अनियमितता से लोग परेशान हैं। कई दिनों तक बिजली न मिलने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
मड़ियाहूं तहसील के रिकेवीपुर, कोहड़ा और नयेपुर गांव में धान की रोपाई प्रभावित हो रही है। छात्रों की पढ़ाई बाधित है। छोटे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हैं। विभागीय अधिकारियों को कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। विद्युत विभाग की स्थानीय इकाइयां जनता की शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रही हैं।
सांसद ने UPPCL की कार्यप्रणाली की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। उन्होंने खराब बिजली लाइनों की मरम्मत और कटौती पर रोक लगाने की मांग की है। साथ ही नए ग्रिड या सबस्टेशन स्थापित करने की योजना बनाने को कहा है। लेटर की एक कॉपी जिलाधिकारी जौनपुर और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक को भी भेजी गई है।





UP: Varanasi Main उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान द्वारा हुई उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद पर एक दिवसीय संगोष्ठी

शोषित वंचितों की आवाज को प्रेमचंद ने अपनी लेखनी का हथियार बनाया

Madan yadav 

Varanasi (dil India live). उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान द्वारा  उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद पर एक दिवसीय संगोष्ठी भोजूबीर में आयोजित की गई। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रोफेसर नरेंद्र नारायण राय (अध्यक्ष हिंदी विभाग राम मनोहर लोहिया पीजी कॉलेज भैरव तालब वाराणसी) ने अपने वक्तव्य में कहा प्रेमचंद को पढ़ना है तो ग्रामीण परिवेश के लम्ही के उन सभी किरदारों को मौके पर जाकर वहां का वर्तमान परिवेश को देखना होगा। वहां जाकर यदि देखेंगे तो उनकी कहानियों और उपन्यासों के पात्र जैसे लगेगा की जीवंतता प्रदान कर रहे हैं। शोषित वंचित की आवाज को प्रेमचंद ने अपनी लेखनी का हथियार बनाया। 

उसी क्रम में डॉक्टर अशोक राय ने कहा कि वंचितों और शोषितों की आवाज को हम प्रेमचंद की आवाज मानते हैं जिन्होंने गबन उपन्यास और कहानी कफन के माध्यम से घीसू माधव के गरीबी को रेखांकित किया। पंडित छतीश द्विवेदी ने कहा कि प्रेमचंद जैसा कालजई कथाकार आज वर्तमान परिवेश में बहुत कम ही दिखाई देता है जिन्होंने हाशिए पर पड़े लोगों को समाज के सर्वहारा वर्ग से जोड़ने का प्रयास किया।

कार्यक्रम में बुद्धदेव तिवारी, सुनील सेठ आदि ने भी अपने विचारों के माध्यम से कथाकार मुंशी प्रेमचंद द्वारा किए गए कार्यों की बखूबी प्रशंसा की। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डॉक्टर अशोक राय अज्ञान हास्य कवि ने किया एवं सभागार में उपस्थित सभी के प्रति  आभार व्यक्त किया।

UP: Varanasi K Dargah-e-Fatmaan में उठा 18 बनी हाशिम का ताबूत

इमाम हुसैन के दुलदुल और तुर्बत की जियारत को उमड़े अकीदतमंद, मांगी मन्नतें

Sarfaraz Ahmad 

Varanasi (dil India live). वाराणसी के लल्लापुरा स्थित दरगाह फातमान में शहीदाने कर्बला इमाम हुसैन और उनके घर के 17 लोगों की याद में (18 बनी हाशिम) इतवार को ताबूत उठाया गया। इस मौके पर हज़रत इमाम हुसैन का दुलदुल और उनके भाई हज़रत अब्बास का अलम की भी जियारत के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। जायरीन ने ताबूत, अलम व दुलदुल की जियारत कर मन्नतें व मुराद मांगी। जुलूस का आयोजन अंजुमन हैदरी, चौक बनारस ने किया था।

इससे पहले मौलाना अकील हुसैनी ने जुलूस की मजलिस को खिताब करते हुए 18 बनी हाशिम की शहादत की दास्तां सुनाई जिसे सुनकर तमाम लोग जार-जार रो पड़े। इस मौके पर इमाम हुसैन, उनके बहादुर भाई अब्बास, 18 साल के जवान बेटे अली अकबर, 13 साल के भतीजे कासिम और सबसे छोटे बेटे 6 महीने के अली असगर की शहादत पढ़ी गई। इन सभी को इराक के कर्बला शहर में सन् 61 हिजरी में भूखा और प्यासा उस वक्त के सबसे बड़े आतंकवादी यजीद की फौज ने शहीद किया था।

मौलाना अकील हुसैनी ने इमाम हुसैन के बहादुर भाई अब्बास की शहादत पढ़ते हुए कहा कि 'इमाम हुसैन के खेमों (टेंट) में बच्चे तीन दिन के प्यासे थे। पानी के लिए सभी परेशान थे। ऐसे में इमाम हुसैन की चार साल की बच्ची ने अपने चचा अब्बास से नहर ए फोरात से पानी लाने को कहा। 

मौला अब्बास अपने आका और बड़े भाई इमाम हुसैन से इजाजत लेकर अब्बास नहर पर पहुंचे और पानी भरकर वापस निकले तो उन्हें यजीदी फौजों ने घर लिया और पहले उनके दोनों हाथ काट दिए और सिर पर ऐसा वार किया कि वो शहीद हो गए। ये सुनकर वहां मौजूद लोग जारो कतार रोने लगे। बाद मजलिस मौलाना इंतजार आब्दी ने 18 ताबूतों का तारूफ कराया।

60 साल के बुजुर्ग और 6 महीने के मासूम को भी नहीं छोड़ा* लगभग 1400 साल पहले बादशाह यज़ीद ने इमाम हुसैन को उनके 72 साथियों समेत मौत के घाट उतार दिया था। इनमें 60 साल के बुजुर्ग और 6 माह के मासूम अली असगर के भी जान को नहीं बख्शा गया। तीन दिन का भूखा-प्यासा करबला के मैदान में शहीद कर दिया गया था। मौलाना अकील हुसैनी के अनुसार, इन 72 शहीदों में पैगंबर मुहम्मद साहब के खानदान के 18 असहाब थे। ये ताबूत उन्हीं 18 बनी हाशिम की याद में उठाए गए हैं।

जानिए कर्बला में शहीद 18 बनी हाशिम को

1. इमाम हुसैन बिन अली

2. अल-अब्बास बिन अली

3. उथमान बिन अली

 4 जाफर बिन अली

 5 अब्दुल्लाह बिन अली

6. मुहम्मद बिन अली

7. अल-कासिम बिन अल-हसन

8. अब्दुल्ला बिन अल-हसन

9 अबू बक्र बिन अल-हसन

10. अली अल-अकबर बिन अल-हुसैन

11. अली अल-असगर बिन अल-हुसैन

12. औन बिन अब्दुल्लाह बिन जाफर

13. मुहम्मद बिन अब्दुल्लाह बिन जाफर

14. अब्दुर्रहमान बिन अकील

15. जाफर बिन अकील

16. अब्दुल्लाह बिन अकील

17. अबू अब्दुल्ला अमीर बिन मुस्लिम

18. अब्दुल्लाह बिन मुस्लिम

रविवार, 20 जुलाई 2025

UP: Varanasi Main Sawan Main मांस की दुकानों पर चला निगम का हंटर

मीट, मुर्गा, मछली की खुली दुकानों पर कार्रवाई, 75 किलों मांस किया जब्त

Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live). नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के निर्देश पर डॉ संतोष पाल (पशु कल्याण अधिकारी) के नेतृत्व में चलाए गए अभियान में आज रविवार को सावन माह में मीट मुर्गा मछली की दुकान खोलने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए लगभग 75 किलो से अधिक मीट जब्त कर नष्ट किया गया। यह कार्रवाई शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चलाई गई। यह कार्यवाही रेवड़ी तालाब, लल्लापुरा, कचहरी के सामने खुली मीट की दुकान, भोजूबीर इत्यादि क्षेत्रों में की गई। इस दौरान लगभग 75 किलो मांस जब्त किया गया।


इन दुकानों को संचालित करने वाले मोहम्मद शकील पुत्र शमीम अहमद, लाला मोहम्मद, शिराज पुत्र सेराज, पोल्ट्री फार्म, रेवडी तालाब, मोहम्मद हनीफ कुरैशी, रेवडी तालाब, मोहम्मद इम्तियाज पुत्र अब्दुल सत्तार, मौलवी बैग सिगरा, पापू कुरेशी, पुत्र मोहम्मद अलीम कुरैशी मौलवी बैग, मोहम्मद नईम कुरैशी (नेशनल मीट) शोप, आंध्रापुल, मोहम्मद फखरुद्दीन कुरेशी पुत्र निज़ामुद्दीन, गोलघर कचेहरी, गुड्डु पुत्र कादिर अहमद, गोलघर कचहरी शामिल है। बताया जा रहा है कि मांस की दुकान के विरुद्ध संबंधित थाने में आवश्यक कार्यवाही शुरू कर दी गई है। 


गौरतलब हो कि नगर निगम वाराणसी द्वारा पिछले दिनों के निर्णय लिया गया था कि सावन माह में नगर निगम सीमा क्षेत्र की सभी मांस, मछली की दुकान बंद रहेंगे, उसी क्रम में यह कार्यवाही की गई है और आगे भी नियमित रूप से जारी रहेगी।

Bihar: JDU office के बाहर लगे पोस्टर ने मचाया सियासी गर्दा

बिहार में नीतीश की विरासत संभालेंगे बेटे निशांत!

Patna (dil India live). बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विरासत संभालने के लिए उनके बेटे निशांत कुमार का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा हैं। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) कार्यालय के बाहर निशांत के जन्मदिन पर पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में उन्हें भावी नेता बताया गया है। अटकल यह भी है कि निशांत, नालंदा जिले से ताल ठोंक सकते हैं।

पटना में जेडीयू कार्यालय के बाहर लगे पोस्टरों से इस बात की चर्चा तेज हो गई है। निशांत कुमार के जन्मदिन पर लगे इन पोस्टरों में उन्हें बिहार की जरूरत बताया गया है। राजनीतिक विश्लेषक अनुमान लगा रहे हैं कि निशांत न सिर्फ अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे बल्कि वो नीतीश कुमार की विरासत भी संभालेंगे ठीक वैसे ही जैसे लालू यादव की राजनीति विरासत तेजस्वी और मुलायम सिंह यादव की राजनीति विरासत अखिलेश यादव ने संभाला। हालांकि जेडीयू ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।

पोस्टर ने मचाया गर्दा 

जेडीयू ऑफिस के बाहर उनके जन्मदिन पर लगे पोस्टरों ने गर्दा मचा दिया हैं, उससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। बड़े-बड़े पोस्टरों पर लिखा है- 'बिहार की मांग सुन लिए निशांत, बहुत-बहुत धन्यवाद।' माना जा रहा कि जेडीयू में निशांत कुमार के आने की कार्यकर्ताओं की मांग पूरी हो गई है।

जेडीयू ऑफिस के बाहर जो पोस्टर लगे हैं, उनमें निशांत कुमार की बड़ी-बड़ी तस्वीरें हैं। उन्हें पार्टी के भविष्य के नेता के तौर पर दिखाया गया है। इन पोस्टरों को देखकर लगता है कि निशांत कुमार अब राजनीति में आने के लिए तैयार हैं।

यह भी लग रहा है कि वे अगला बिहार विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि निशांत कुमार ने अभी तक राजनीति से दूरी बनाए रखी है। वे हमेशा राजनीति में आने से मना करते रहे हैं। लेकिन उन्होंने लोगों से अपने पिता को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की अपील जरूर की है।


निशांत ने गिनाई नीतीश के काम 

इस बीच, पटना के महावीर मंदिर में आज निशांत कुमार पहुंचे। यहां निशांत कुमार के जन्मदिन पर रुद्राभिषेक पूजा करवाई गई। पूजा में शामिल होने के बाद निशांत कुमार ने मीडिया से बात करते हुए जनता से एनडीए और पिता नीतीश कुमार को जिताने की अपील की। निशांत कुमार ने कहा कि उनके पिता ने बिहार के लिए बहुत काम किया है। महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण दिया, अभी एक करोड़ रोजगार और जॉब की बात हुई है, जो अगले पांच साल में पूरी हो जाएगा। बिहार में बिजली सड़क के क्षेत्र में भी सुधार के कई काम किए हैं।