सोमवार, 3 जनवरी 2022
कोहरे की चादर में लिपटा जन जीवन
शनिवार, 1 जनवरी 2022
अंग्रेजों के बंगले में रणभेरी फेंकने वाले नहीं रहे
105 वर्षीय पत्रकार शम्भू नाथ भट अब नहीं रहे
Ghazipur 01 जनवरी (dil india live)। गाजीपुर जनपद के 105 वर्षीय पत्रकार शम्भू नाथ भट कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे, आज वो दुनिया को अलविदा कह गए।
नये वर्ष 2022 का पहला ही दिन शनिवार उनके व परिवार वालो के साथ ही गाजीपुर की पत्रकारिता के लिए भी तब अशुभ साबित हुआ, जब 01 जनवरी को उनके पैत्रिक निवास ताजपुर डेहमा में 11 बजे दिन में उन्होंने अंतिम सांस ली। पता कि स्व. भट्ट पराड़कर परम्परा के अंतिम पत्रकार थे। बताया जाता है कि 35 वर्षो तक उन्होंने रेलवे की सेवा की। सेवा के दौरान ही गुलाम भारत के समय वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार बाबू विष्णु राव पराड़कर जी के संपर्क में आये और परड़कर जी द्वारा अग्रेजो के खिलाफ साइक्लोस्टाइल समाचार पत्र रणभेरी को रात्रि में अंग्रेज अधिकारियो के बगलों पर स्व. भट्ट फेंका करते थे। यही नही रेलवे निवृत होने के बाद दैनिक जागरण में समाचार लिखते रहे। विगत 10 वर्षो से राष्ट्रीय सहारा के ताजपुर डेहमा में पत्रकार रहे और जिला पत्रकार समिति के सरक्षक थ। जीवन भर स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर सरकारी कर्मी एवं पत्रकरिता के क्षेत्र में काम करते हुए आज संसार को छोड़ के चले गये। इनके दो पुत्रो एवं पौत्रों से भरा पूरा परिवार है इनके निधन की सुचना मिलते ही जिला पत्रकार समिति की एक आवश्यक बैठक जिला कार्यलय तुलसी सागर लंका में अध्यक्ष सूर्य कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई जिसमें भट जी के व्यक्तिव एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए शोक सभा की गई। इस मौके पर महामंत्री डॉ विजय नारायण तिवारी अच्छन मिया, ब्रिजेश राय अनिल राय और ओमप्रकाश जायसवाल, ब्रहमानंद पाण्डेय, के के राय के अलवा दर्जनों पत्रकारों ने शोक जताया।
Happy new year की गूंज संग हुई आतिशबाजी
नववर्ष 2022 का हुआ देश-दुनिया में ज़ोरदार स्वागत
गिरजाघरो में हुई प्रार्थना सभा, गूंजे गीत
Varanasi 01 जनवरी (dil india live )। जैसे ही घड़ी की सुई ने रात 12 बजे का निशान बनाया चर्चेज़ के घंटे एक साथ गूंज उठे, फिज़ा में चारो हैप्पी न्यू ईयर...की गूंज बुलंदी पर थी। नववर्ष की आगवानी व पुराने साल को अलविदा कहने के लिए वर्ष 2021 की अंतिम रात्रि सेंट मेरीज़ महागिरजा समेत तमाम चर्चो में प्रार्थना सभा का आयेजन किया गया। घड़ी की सुई ने जैसे ही 12 बजे का निशान बनाया फिज़ा में ... हैप्पी न्यू ईयर, 2022 गूंज उठा। शहर के गिरजाघर व चर्च सजधज कर पहले से ही तैयार थे। इस दौरान केक काटे गये और कैरोल सिंगिंग की गूंज फ़िजा में बुलंद हो उठी। केवल गिरजाघर ही नहीं समूचा देश नये साल के स्वागत में जुटा हुआ था। देश-दुनिया भर में घरों व कालोनियों में लोगों ने खूब धमाल किया। खास कर बनारस में जगह जगह नये साल की होण्डिग लगाई गई थी लोगों ने कई जगह सड़को पर हैप्पी न्यू ईयर लिख दिया था। शाम से देर रात्रि तक बुके, फूल और चाकलेट व गिफ्ट की खूब धूम थी।
शहर के गिरजाघरो में शाम से ही आराधना शुरु हो गई। वहीं गंगा घाटो पर आरती हुई'। नव वर्ष की पूर्व संध्या पर बुराईयों का प्रतीक पुतला भी जलाया गया। सेंट मेरीज़ महागिरजा में बिशप यूज़ीन जोसेफ ने फादर विजय शांतिराज के संचालान में आराधना करायी तो सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, यीशु माता चर्च शिवपुर में फादर रोज़लीन राजा ने नववर्ष पर आराधना करायी और लोगों की भलाई व पेरोपकार के लिए प्रभु यीशु से प्रार्थना की। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया, सेंट फ्रांसिस आफ असीसी चर्च में भी नववर्ष का ज़ोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर डेयर संस्था के बच्चो ने भी खूब धमाल किया। कोविड प्रोटोकाल के चलते जैसे जैसे शाम ढलती गई और रात होती गई, रात में सभी आयोजन घरों में सिमट गए, मगर लोगों के जोश में कोइ कमी नहीं दिखी। देर रात से सुबह तक फिज़ा में हैप्पी न्यू ईयर की जहाँ गूंज सुनाई दे रही थी वहीं दूसरी ओर मैसेज का आदान प्रदान सोशल मीडिया पर अपने शबाब पर था।
शुक्रवार, 31 दिसंबर 2021
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी योगीराज डॉ ब्रजमोहन सिंह निडर की मनाई पुण्यतिथि
वाराणसी 31 दिसंबर (dil india live)। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी योगीराज डॉक्टर ब्रजमोहन सिंह की 18वीं पुण्यतिथि हीरापुरा वाराणसी स्थित उनके द्वारा संस्थापितआदर्श विद्या केंद्र ए . वी.के." चिल्ड्रेन एकेडमी" के सभागार में मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ अधिवक्ता विजय बहादुर सिंह एडवोकेट द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पूर्व अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. रविंद्र नाथ श्रीवास्तव द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में श्री श्री "निडर"द्वारा आजादी के लिए किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि स्वर्गीय निडर रणभेरी की तर्ज पर ख़ौलता हुआ खून पत्र का संपादन भी करते रहे ख़ौलता हुआ खून में उल्लिखित कथानक ब्रिटिश शासन में उनके खिलाफ जनमानस की भुजाओं को भड़काने का काम करती रही। ब्रिटिश हुकूमत ने इनकी क्रांतिकारी गतिविधियों से तंग आकर इनकी जिंदा या मुर्दा गिरफ्तारी पर ₹1000 रु0का इनाम भी रखा था। कार्यक्रम का संचालन उनके पुत्र महेंद्र बहादुर सिंह द्वारा करते हुए अपने संस्मरण के आधार पर ख़ौलताहुआ खून पत्र में उल्लिखित कविताओं का संस्मरण सुनाते हुए कहा कि 1- जब तक भुजाओं में है बल, और जब तक है इस तन में दम। बिना सुराज लिए हरगिज़ खामोश नहीं बैठेंगे हम।।2- हम शेर भी कसे गुलामी की जंजीर में झटके खाते हैं, अफसोस न भारत माता की खातिर कुछ कर न दिखाते हैं।।
कार्यक्रम में उपस्थित जनों द्वारा उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया कार्यक्रम में सर्व श्री एच. एम. सिंह ,डॉक्टर अजीत कुमार सिंह, मन्नन जी सिंह पूनम श्रीवास्तव एडवोकेट मोतीलाल सिंह एडवोकेट मोहम्मद आजम खान मोहम्मद अखलाक अहमद मोहम्मद बहाउद्दीन श्री आशुतोष पाण्डेय सौरभ सिंह विभांशु सिंह व अन्य सम्मानित लोगों ने शिरकत किया और उनके उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
स्मार्ट फोन पाकर हाईटेक हुईं आशा
75 आशा कार्यकर्ताओं को मिला एण्ड्रोइड फोन
• आशा कार्यकर्ताओं के काम में पारदर्शिता आने के साथ होगी सहूलियत
• स्वास्थ्य सुविधाएं समुदाय तक पहुंचाना हुआ आसान, बनेगी अलग पहचान
वाराणसी 31 दिसंबर(dil india live) शासन ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ताओं को डिजिटल हेल्थ से जोड़ने की शुरुआत कर दी है | इसी क्रम में शुक्रवार को आईएमए सभागार में आयोजित समारोह में जिले की 75 आशा को एण्ड्रोइड मोबाइल फोन प्रदान किया गया ।
समारोह की मुख्य अतिथि महापौर मृदुला जयसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत आशा कार्यकर्ताओं को डिजिटल हेल्थ से जोड़ना महिला सशकतिकरण की ओर एक बड़ा कदम है | आशा कार्यकर्ता अपने परिवार को छोड़कर दिनभर बाहर हर किसी के स्वास्थ्य का ख्याल रखती हैं, उनके कार्यों की जितनी सराहना की जाए वह कम है. उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल फ़ोन मिलने से आम नागरिकों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना अब और आसान हो जायेगा. इसके साथ ही जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में डिजिटलीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय बढ़ाने को लेकर बधाई दी।
सीएम ने दिया 12 आशाओ को मोबाइल
प्रदेश की आशा कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन प्रदान करने का मुख्य कार्यक्रम मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित किया गया। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने31दिसंबर वाराणसी की 12 आशा कार्यकर्ताओं समेत अन्य जिलों से आई आशा कार्यकर्ताओं को एण्ड्रोइड मोबाइल फोन प्रदान किया. इसमें चिरईगांव की सुशीला मौर्या, ममता देवी, मीरा पाण्डेय, ममता मौर्या, संतरा देवी एवं सरिता देवी तथा शहर की गीता तिवारी, पिंकी देवी, नीलिमा मिश्रा, रेनू वर्मा, अनीता गुप्ता एवं चन्द्रकला शामिल रहीं। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखने के लिए आईएमए भवन के सभागार में बड़ी स्क्रीन लगायी गई थी। मुख्यमंत्री के वर्चुअल कार्यक्रम के समापन के बाद आईएमए सभागार में महापौर मृदुला जायसवाल ने शहर की 75 आशा कार्यकर्ताओं को प्रतीकात्मक रूप से एण्ड्रोइड मोबाइल फोन प्रदान किया।
समारोह में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एनएचएम) डॉ एके मौर्या ने कहा कि एण्ड्रोइड फोन मिल जाने से अब आशा कार्यकर्ता डिजिटलीकरण से जुड़ गयी हैं । डिजिटल हेल्थ से उनके जुड़ने से रजिस्टरों की संख्या भी कम हो जाएगी। उनके द्वारा दी जाने वाली समस्त जानकारियां, रिपोर्ट व डाटा अब आनलाइन पोर्टल व एप्लीकेशन पर संकलित की जा सकेंगी। इससे नियमित टीकाकरण, गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल, मातृ व शिशु स्वास्थ्य देखभाल, संचारी व गैर संचारी रोगों के मरीज एवं अन्य रिपोर्टिंग में आसानी हो जाएगी। इसके साथ ही आशा कार्यकर्ताओं द्वारा दी जा रही जानकारी में भी पारदर्शिता आएगी। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश स्तरीय बजट से सभी आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय 750 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया है। वहीँ पूर्व से ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश से 2000 रुपये प्रति माह निर्धारित हैं। यदि आशा कार्यकर्ता अपने कार्य को बेहतर तरीके से करें तो वह प्रति माह कुल 5000 से 6000 रुपये प्राप्त कर सकती हैं। इसके लिए सभी आशा कार्यकर्ता बधाई की पात्र हैं। आईएमए अध्यक्ष डॉ कार्तिकेय सिंह ने कहा कि सरकार का यह एक सराहनीय कदम है। आशा कार्यकर्ताओं ने पहले भी विपरीत परिस्थितियों में बेहतर कार्य कर के दिखाया है। उन्होंने समस्त आशा कार्यकर्ताओं धन्यवाद दिया।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी (डीएचईआईओ) हरिवंश यादव ने सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के बाद ब्लाक स्तर पर समरोह आयोजित कर जिले की अन्य आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल फोन प्रदान किया जायेगा। जनपद में कुल 2241 आशा कार्यकर्ताओं को मोबाइल फ़ोन वितरित किया जाना है. इसमें ग्रामीण क्षेत्र की 1956 और शहरी क्षेत्र की 285 आशा कार्यकर्ता शामिल हैं।
आशा कार्यकर्ताओं ने भी सराहा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहड़िया में तैनात आशा कार्यकर्ता पिंकी देवी ने एण्ड्रोइड मोबाइल पाने के बाद कहा कि अब उनका काम और आसान हो जायेगा। इसके पहले उन्हें फील्ड ड्यूटी के बाद घर लौटने पर रजिस्टरों में आंकड़े भरने होते थे। अब यह सब काम फील्ड ड्यूटी के दौरान भी कर सकेंगी। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बजरडीहा की आशा कार्यकर्ता विनीता गुप्ता ने कहा कि टीकाकरण व स्वास्थ से जुड़ी अन्य योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना इस मोबाइल के जरिए अब और आसान हो जायेगा।
इस मौके पर मनरेगा के उपायुक्त करुणाकर अदीब, सिफ्सा के मंडलीय कार्यक्रम प्रबन्धक अरविन्द श्रीवास्तव, जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) रमेश कुमार वर्मा, नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक आशीष सिंह, सीसीपीएम कौशल, प्रमोद एवं अन्य लोग मौजूद रहे.
आशाओं को लगे पंख
मानदेय बढ़ने व स्मार्टफोन पाकर झूम उठीं आशा कार्यकत्री
गाज़ीपुर 31 दिसम्बर (Himanshu Rai/dil india live) | स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर व गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राजधानी लखनऊ से प्रदेश की आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने की घोषणा करने के साथ ही उन्हें स्मार्ट फोन प्रदान किए जाने की शुरुआत की | - इसी क्रम में शुक्रवार को ही जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभाकक्ष में सहकारिता राज्यमंत्री डॉ संगीता बलवंत के हाथों 14 आशा कार्यकर्ता को स्मार्टफोन देकर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की गयी। मोबाइल फोन मिलने और मानदेय बढ़ाए जाने की खुशी आशा कार्यकर्ताओं के चेहरे पर साफ देखी जा सकती थी |
सीएमओ ने बताया कि डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के क्रम में आशा कार्यकर्ता द्वारा किए जाने वाले काम जैसे- टीकाकरण, प्रसव, वीएचएनडी सहित तमाम कार्यक्रमों का लेखा-जोखा अपने मोबाइल से करेगी, जिससे तय समय में पूरा डाटा जिला मुख्यालय और प्रदेश मुख्यालय को मिलेगा। उन्होंने बताया कि आज सांकेतिक तौर पर मोबाइल फोन वितरण कार्यक्रम किया गया है। सभी ब्लाकों पर शेष मोबाइल को भेज दिया गया है, जिन्हें अगले एक से दो दिन में सभी आशाओं में वितरित कर दिया जाएगा।
आशा कार्यकर्ताओं ने सराहा
सदर ब्लाक के प्रसादपुर गांव की आशा कार्यकर्ता गीता शर्मा ने बताया कि पहले उन्हें योजनाओं का रिकॉर्ड रखने में काफी दिक्कतें आती थी, लेकिन अब स्मार्टफोन मिल जाने से उनकी समस्या खत्म हो जाएगी। वहीं पंडितपुरा की रजनी कला ने बताया कि कई बार रिकॉर्ड दिये जाने के बाद भी दोबारा मांगा जाता था जिसके वजह से उन्हें अधिक श्रम करना पड़ता था। अब इस स्मार्टफोन से एक बार डाटा अपलोड हो जाने पर विभाग के द्वारा दोबारा रिकॉर्ड नहीं मांगा जाएगा।
इस मौके पर एसीएमओ डॉ उमेश कुमार, डॉ डीपी सिन्हा, डॉ मनोज सिंह, डीपीएम प्रभुनाथ, डीसीपीएम अनिल वर्मा, वरिष्ठ लिपिक अमित राय, राघवेंद्र सिंह के साथ ही आशा कार्यकर्ता और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी शामिल रहे।
Happy new year: न्यू ईयर का वेलकम, चर्चेज़ में होगी आराधना
नववर्ष का अभिनंदन करने को शहर तैयार
वाराणसी 31 दिसंबर (dil india live)। नववर्ष की आगवानी व पुराने साल को अलविदा कहने के लिए 31 दिसम्बर की रात्रि महागिरजा समेत तमाम चर्चो में प्रार्थना सभा का आयेजन किया जाएगा। यूं तो प्रार्थना सभा कोविड प्रोटोकाल के चलते शाम में ही हो जायेगी मगर उल्लास व बधाईयों का दौर, मैसेज का आदान प्रदान पहले ही शुरु हो गया। गिरजाघरों में प्रार्थना सभा सम्पन्न होते ही फिज़ा में गूंजेगा... हैप्पी न्यू ईयर। शहर के गिरजाघर व चर्च सजधज कर पहले से ही तैयार हैं। इस दौरान केक काटे जायेंगे और कैरोल सिंगिंग की गूंज फ़िजा में बुलंद हो उठेगी।
नववर्ष के पहले दिन हुआ था यीशु का नामकरण
पादरी आदित्य कुमार ने बताया कि क्रिसमस के दिन जग के राजा ईसा मसीह धरती पर जन्मे थे और नया साल का पहला दिन प्रभु यीशु मसीह के नामकरण का दिन है। प्रभु यीशु बाल रूप में धरती पर आये थे। इसलिए भी नव वर्ष का बड़ा महत्व है।
शाम से ही शुरु होगी आराधना
नव वर्ष की पूर्व संध्या से ही नववर्ष की आराधना शुरु हो जयेगी। बुराईयों का प्रतीक पुतला भी जलाया जायेगा। सेंट मेरीज़ महागिरजा में बिशप यूज़ीन जोसेफ जहां आराधना करायेंगे तो सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार नववर्ष के स्वागत में आराधना करेंगे। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, यीशु माता चर्च शिवपुर में फादर रोज़लीन राजा आराधना करायेंगे। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया में भी नववर्ष की तैयारियां पूरी हो गयी हैं। प्रार्थना पूरी होते ही चर्चेज़ व मसीही घरो व कालोनियों में एक साथ फिज़ा में गूंजेगा हैप्पी न्यू ईयर...।
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