मंगलवार, 27 अगस्त 2024

सबकुछ सीखा हमने, न सीखी होशियारी...

हिंदुस्तान के महान गायक मुकेश की 48 वीं पुण्यतिथि
पितरकुंडा में मछलियों को चारा डालते मुकेश के फैंस 
Varanasi (dil India live)। डर्बीशायर क्लब के तत्वावधान में मंगलवार को पूर्वान्ह 11:00 बजे फिल्मी दुनिया के महान गायक मुकेश की 48 वीं पुण्यतिथि क्लब अध्यक्ष शकील अहमद जादूगर के नेतृत्व में मनाई गई।इस दौरान क्लब मेम्बर्स ने पितरकुण्डा कुण्ड पर मछलियों को चारा खिलाते हुए मुकेश साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की। शकील अहमद जादूगर ने इस अवसर पर मीडिया से बातचीत में कहा कि मुकेश साहब मुम्बई में नायक बनने आए थे मगर वे एक गायक बनकर न सिर्फ उभरें बल्कि फिल्मी दुनिया में इतने नायाब गीत गाये की कुछ ही वर्षों में वो महान गायकों की फेहरिस्त में खड़े कर नज़र आए। शकील ने कहा कि वैसे तो मुकेश साहब ने हजारों गीत गाये हैं मगर कुछ उनके यादगार गीत, हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा..., जिस गली में तेरा घर न हो बालमा उस गली से हमे तो गुजरना नहीं..., जो तुमको हो पसन्द वहीं बात करेंगे तुम दिन को अगर रात कहो रात कहेंगे..., चल री सजनी अब क्या सोचे कजरा न बह जाय रोते रोते तेरी बिंदिया..., किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, सबकुछ सीखा हमने न सीखी होशियारी सच है दुनियावालो हम हैं अनाड़ी...। जैसे गीत आज भी लोगों की जुबां पर है। शकील ने कहा कि मुकेश साहव राजकपूर के अलावा राजेन्द्र कुमार, राजेश खन्ना, धर्मेन्द्र, फिरोज खान, मनोज कुमार, अमिताभ बच्चन की आवाज बन चुके थे। उनके गाये सारे गीत आज भी लोग चाव से सुनते हैं। शकील ने कहा कि 27 अगस्त 1976 को अमेरिका के एक कार्यकम में गाना गाते हुए मुकेश साहब को दिल का दौरा पड़ा और वे वहीं इस फानी दुनिया से रूख्सत हो गए। 

इस मौके पर मुकेश साहेब के चित्र पर माला फूल चढ़ाया गया तथा कुण्ड की मछलियों को चारा खिलाते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से हाजी असलम, हैदर मौलाई, आफाक हैदर, बाले शर्मा, विक्की यादव, पारस जायसवाल, मोहम्मद शाहिद, शाहिद आलम, चुना खान, बबलू गुप्ता, प्रदीप कुमार गुप्ता, अच्छे हुसैन, आकाश सिंह, इश्तियाक खान, मोहम्मद अली आदि मौजूद थे।

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