काशी विद्यापीठ के अंग्रेजी विभाग में रोमांटिक पोयट्री ग्लोरिफिकेशन ऑफ नेचर एंड ब्यूटी विषयक व्याख्यान
Varanasi (dil India live). महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के अंग्रेजी एवं अन्य विदेशी भाषा विभाग के तत्वावधान में रोमांटिक पोयट्री ग्लोरिफिकेशन ऑफ नेचर एंड ब्यूटी विषय पर शुक्रवार को व्याख्यान हुआ। बतौर मुख्य वक्ता प्रसिद्ध उपन्यासकार एवं कवि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के प्रो. विकास शर्मा ने कहा कि जर्मनी, अंग्रेजी, अमेरिका व भारत के सभी रोमांटिक कवि प्रकृति के सौंदर्य में ही अपने तनाव का समाधान तलाशते हैं। वर्ड्सवर्थ, शैली, कीट्स, सुमित्रानंदन पंत, इमर्सन व हेनरी डेविड थौरो की कविताएं भौतिकता की अंधाधुंध दौड़ से दूरी पर बल देती हैं। प्रो. शर्मा ने अंग्रेजी साहित्य के अतिरिक्त हिंदी व संस्कृत साहित्य के उदाहरण देकर साहित्य में प्रकृति व मानवीय सौंदर्य पर प्रकाश डाला। अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. निशा सिंह ने अंग्रेजी साहित्य में प्रकृति वर्णन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर डॉ. नवरत्न सिंह, डॉ. नीरज सोनकर, डॉ. कविता आर्य, डॉ. नीरज धनकड़, डॉ. रीना चटर्जी, डॉ. आरती विश्वकर्मा, डॉ. किरन सिंह सहित स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।
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