मंगलवार, 27 अगस्त 2024

Hindustan आना चाहते थे इमाम हुसैन: फरमान हैदर

कर्बला के 72 शहीदों की याद में शिवाला से निकला दुलदुल का जुलूस
शिवाला की मस्जिद खाकी शाह चौराहे पर तकरीर करते सैय्यद फरमान हैदर 
Varanasi (dil India live)। सैय्यद आलिम हुसैन रिज़वी के शिवाला स्थित अजाखाने से दुलदुल और अलम का कदीमी (प्राचीन) जुलूस निकला। जुलूस अपने क़दीमि रास्तों से होता हुआ शिवाला घाट जाकर सम्पन्न हुआ। जुलूस उठने से पहले मजलिस को ख़िताब करते हुए मौलाना गुलज़ार मौलाई कर्बला के शहीदे आज़म इमाम हुसैन और उनके घर वालों के साथ जो ज़ुल्म हुआ उसे बयान किया। बयान सुन कर वहां मौजूद लोगों की आँखों से आँसू निकल पड़े। गलियों से होकर जुलूस सड़क पर जैसे ही आया शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सयैद फरमान हैदर ने तक़रीर करते हुए कहा की हिन्दुस्तान ही एक ऐसा मुल्क है जहाँ इमाम हुसैन आना चाहते थे लेकिन अफ़सोस की यज़ीद नामी ज़ालिम बादशाह ने इमाम हुसैन को कर्बला के मैदान में तीन दिन का भूखा प्यासा शहीद कर दिया, वही जुलूस में जवानों ने ज़ंजीर का मातम किया, जिसे देख कर लोगों की आँखे अश्क़बार हो गई। अतहर बनारसी, समर बनारसी, नासिर हुसैन ने पेशख़्वानी किया। अंजुमन हैदरी चौक बनारस ने ताज़िये और अलम का जुलूस मस्जिद डिप्टी ज़फर बख़्त से निकाला नौहा पढ़ते हुए शिवाला घाट जाकर समाप्त हुआ।

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