रोज़ा सिर्फ भूखे प्यासे रहने का नाम नहीं है: मौलाना आखिर नोमानी
Varanasi (dil india live)। सामाजिक संस्था" सुल्तान क्लब"की जानिब से रसूलपुरा बड़ीबाजर स्थित कार्यालय में मंगलवार को इस वर्ष भी रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन संस्था अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशमुल हक की अध्यक्षता व सचिव जावेद अख्तर के संचालन में किया गया।
इफ्तार पार्टी में मुल्क व मिल्लत और अमन भाई चारे के लिए दुआ का एहतमाम किया गया। मगरिब की अज़ान की सदा ज्योंही गूंजी सभी सदस्यों ने खजूर से रोज़ा खोला,दस्तरख्वान पर तरह तरह के व्यंजन परोसे गए थे,और काशी की गंगा जमुनी तहजीब जैसा नजारा दिख रहा था।इस अवसर पर मुख्य अतिथि मौलाना अब्दुल आखिर नोमानी इमाम ईदैन शाही जामा मस्जिद ज्ञानबापी ने मगरिब की नमाज़ पढ़ाने के बाद कहा कि रोज़ा सिर्फ भूखे प्यासे रहने का नाम नहीं है बल्कि तमाम बुराई से बचने का नाम रोज़ा है,जिस प्रकार हम बहुत सारे बुराई से इस माह में बचते हैं इसी प्रकार वर्ष के ग्यारह महीने भी हमें तमाम बुराइयों से बचना है,यह माह ट्रेनिंग लेकर आता है। रोज से कई बीमारी दूर भागती है,चिकित्सकों का भी कहना है कि स्वास्थ्य रहने के लिए मनुष्य को प्रत्येक माह कुछ रोज़ा (व्रत्त) जरूर रहना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि मौलाना अब्दुल आखिर नोमानी इमाम ईदैन शाही जामा मस्जिद ज्ञानवाप,सुल्तान क्लब के अध्यक्ष डॉ एहतेशामुल हक, उपाध्यक्ष महबूब आलम व अजय कुमार वर्मा, महासचिव एच हसन नन्हें, कोषाध्यक्ष शमीम रियाज़, सचिव जावेद अख्तर, मौलाना अब्दुल्ला, अबुल वफ़ा अंसारी, मुख्तार अहमद, नसीमुल हक, मुहम्मद इकराम, हाफिज मुनीर, गुलाम मुनीर, हाजी नज़ीर, सुलेमान अख्तर, हाजी मोईउद्दीन, हाजी इकबाल, शमीम रज़ा, इम्तियाज इत्यादि थे।
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