बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी
Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरानी की 266 वी बरसी पूरी अकीदत के साथ गुरुवार को मनाई गई। इस अवसर पर मौलाना ज़मीरूल हसन, मौलाना सैयद मोहम्मद अकील हुसैनी, डॉ. शफीक हैदर तथा मौलाना इब्ने हसन ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनकी दीनी और दुनियावी ख़िदमात पर रौशनी डाली। उलेमा ने कहा कि इल्म की रौशनी बिखेरने वाले शेख अली हजी बनारस से बेहद प्यार करते थे। उन्होंने कहा कि मैं बनारस छोड़कर नहीं जाऊंगा। ये इबादत की आम जगह है। यहां के ब्राह्मणों का बच्चा बच्चा मुझे राम और लक्ष्मण दिखाई देता है।
वह दौर महाराजा बनारस चेतसिंह का था। महाराजा ने उन्हें जमीन दी जिस पर उन्होंने दरगाहे फातमान की स्थापना की। संयोजक सैयद फरमान हैदर ने मेहमानों का इस्तेकबाल किया । मुतवल्ली अब्बास रिज़वी शफक ने धन्यवाद दिया। इस अवसर पर हाजी आलीम हुसैन, साहब, समर बनारसी, तफसीर जौनपुरी, शब्बू, सैयद फिरोज हुसैन के अलावा बड़ी संख्या में मर्दो खवातीन और अकीदतमंद बच्चे मौजूद थे।
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