बुधवार, 20 नवंबर 2024

Birju Maharaj की याद में हुआ कथक महोत्सव, कलाकारों ने दिखाया हुनर

...वो क्या गये चमन से नज़ारे चले गये


Varanasi (dil India live)। पंडित बिरजू महाराज की स्मृति में कथक महोत्सव का आयोजन परम्परागत रूप में बुधवार को किया गया। उद्घाटन मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र वाराणसी के निदेशक डॉ अभिजीत दीक्षित, सनबीम शिक्षण समूह के अध्यक्ष दीपक मधोक, उद्यमी किशन कुमार जालान एवं कार्यक्रम संयोजिका संगीता सिन्हा ने संयुक्त रूप से शमां रौशन कर किया। आयोजन में पंडित बिरजू महाराज की सुपुत्री एवं प्रख्यात कलाकार ममता महाराज, पंडित बिरजू महाराज की सुपौत्री यशस्विनी महाराज एवं संगीता सिन्हा की सुपुत्री एवं पंडित बिरजू महाराज की शिष्या उर्वशी श्रीवास्तव एवं संगीता सिन्हा की शिष्या ऋचा जालान ने अपने कथक नृत्य से लोगों को बांधे रखा। 

इससे पहले सबसे पहले नटराज संगीत अकादमी के शिष्यों ने महाराज ही की रचना, थूँगा थूँगा पर नृत्य प्रस्तुति किया, इसके बाद ऋचा जालान ने महाराज जी द्वारा रचित, कस्तूरी तिलकम (कृष्ण वंदना) से शुरुआत कर तीन ताल की प्रस्तुति दी। इसके बाद उर्वशी ने जय किशन महाराज जी द्वारा रचित गणेश वंदना से शुरुआत की और अंत में महाराज जी द्वारा रचित ग़ज़ल-वो क्या गये चमन से नज़ारे चले गये...से समापन किया।

इसके बाद यशस्विनी महाराज और ममता महाराज ने पारंपरिक कथक नृत्य की प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जहां कलाकारों का स्वागत संयोजिका संगीता सिन्हा ने किया वहीं संचालन सौरभ चक्रवर्ती कर रहे थे।

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