शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2025

आठवीं तक के स्कूल अब सोमवार से खुलने के संकेत

डीएम का निर्देश शनिवार को भी आनलाइन होगी पढ़ाई 

मोहम्मद रिजवान 

वाराणसी। आठवीं तक के स्कूल अब  सोमवार से खुलने के संकेत जिला प्रशासन ने दिया है। हालांकि शनिवार को भी विद्यालय बंद रहेंगे पढ़ाई आनलाइन ही होगी। बीएसए ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जिलाधिकारी वाराणसी द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में जनपद वाराणसी के नगर क्षेत्र के कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालयों में (परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त, सीबीएसई बोर्ड, आईसीएसई बोर्ड स्कूलों में) कल दिनांक 15 फरवरी 2025 को पठन-पाठन  ऑनलाइन माध्यम से रहेगा। खंड शिक्षा अधिकारी एवं सभी निजी एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/ प्रबंधक सुनिश्चित कराएं। सोमवार 17 फरवरी से सभी कक्षाएं भौतिक रूप से प्रारंभ की जाएगी।

School's के बच्चों को पढ़ाने के लिए दी गई Tips

सारनाथ डायट में टीचर्स को अंग्रेजी का दिया प्रशिक्षण

Varanasi (dil India live)। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सारनाथ में अंग्रेजी विषय का 3 दिवसीय प्रशिक्षण डायट प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ला के निर्देशन में संपन्न हुआ । 

शिक्षक-शिक्षिकाओं को अंग्रेजी भाषा शिक्षण में आने वाली कठिनाइयों एवं चुनौतियों, अंग्रेजी भाषा में खेल और गतिविधियां की विस्तार से जानकारी दी गई। परिषदीय स्कूलों के बच्चों को पढ़ाने के विभिन्न टिप्स भी दिए गए। मास्टर ट्रेनर ने लिसनिंग, स्पीकिंग, रीडिंग और राइटिंग स्किल को कैसे विकसित किया जाए, पर विस्तृत चर्चा की।अंग्रेजी प्रशिक्षण में संदर्भ दाता के रूप में डायट प्रवक्ता अमित दुबे, आलोक कुमार मौर्य एआरपी चिरईगांव, परमा विश्वास, एआरपी आराजी लाइन एवं दीप्ति मिश्रा ने स्थानीय योगदान दिया।

गुरुवार, 13 फ़रवरी 2025

shab-e-barat news 2025: लो शुरू हो गई इबादत की रात

रब को राज़ी करने के लिए इबादतगाहों में जुटा हुजूम 

रोशनी से जगमगा उठें मुस्लिम इलाके


 

Mohd Rizwan 

Varanasi (dil india live). रब को राज़ी करने के लिए देश दुनिया में शबे बरात पर लोगों का हुजूम इबादतगाहों में उमड़ा नज़र आया। इस दौरान मुस्लिम बहुल इलाके रोशनी से जगमगा उठें। मगरिब कि नमाज़ के बाद से ही लोग इबादत में जुटे नज़र आएं। अपने शहर बनारस में शबे बरात पर रौशनी के बीच इबादतगाह और कब्रिस्तान जहां जायरीन से गुलजार हो उठें वहीं लोगों का हुजूम फातेहा पढ़ने व दुआएं मगफिरत के लिए बुजुर्गों के दर पर उमड़ा हुआ है। यह सिलसिला पूरी रात चलेगा। चले भी क्यों नहीं इबादत कि शब जो आ गई है। 


इस मौके पर कोई बुजुर्गो के दर पर फातेहा पढ़ता नज़र आ रहा है तो कोई नफिल नमाज की कसरत करता। यह नज़ारा दालमंडी, नयी सड़क, फाटक शेख़ सलीम, मदनपुरा, रेवड़ीतालाब, गौरीगंज, शिवाला, बजरडीहा, ककरमत्ता, मंडुवाडीह, लोहता, कोयला बाजार, चौहट्टा लाल खां, जलालीपुरा, सरैया, नक्खीघाट, बड़ी बाजार, हुकुलगंज, मकबूल आलम रोड, नूरी कालोनी, अर्दली बाजार, नदेसर, लल्लापुरा, पितरकुंडा सहित अन्य मुस्लिम इलाकों में आम था।

दरअसल इस्लाम में शब-ए-बरात की खास अहमियत है। इस्लामिक कैलेंडर के आठवां महीना शाबान का महीना है। इस महीने की 14 तारीख का दिन गुजार कर जो शब आती है उस 15 वीं शब की रात में शब-ए-बरात मनाया जाता है। आज रात गुरुवार को देश भर में शबे बरात मनाई जा रही है। शब-ए-बरात इबादत, फजीलत, रहमत और मगफिरत की रात मानी गई है। इसीलिए तमाम मुस्लिम रात भर इबादत कर रहे हैं और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांग रहे हैं।

गुरुवार की शाम को मगरिब की अजान होने के साथ शब-ए-बरात मनाना शुरू हो गया यह सिलसिला शुक्रवार को फजर की नमाज तक चलेगा। इस दौरान काफी लोग शाबान का नफिल रोजा भी रखते हैं। जो लोग रोज़ा रहेंगे वो जुमे को अल सहर सहरी करके रोज़ा रहेंगे। शाबान का दो रोज़ा नफिल काफी लोग रहते हैं। समाचार लिखे जाने तक इबादत अपने शबाब पर थी। मजारों, मस्जिदों और कब्रिस्तानों के आसपास मेले जैसा माहौल था। वहां लगी अस्थाई दुकानों से इबादतगुजार और तमाम लोग खरीदारी करते हुए दिखाई दिए।

VKM Varanasi में प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने आर्थिक इतिहास की महत्ता पर डाली रोशनी

इतिहास विभाग कि सात दिवसीय कार्यशाला का हुआ आगाज़ 

Varanasi (dil India live). वसन्त कन्या महाविद्यालय, कमच्छा, वाराणसी में 11 से 19 फरवरी तक इतिहास विभाग द्वारा सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन प्रारंभ किया गया। कार्यशाला वसन्त महिला महाविद्यालय, राजघाट, आर्य महिला पी जी कॉलेज एवं डी ए वी पी जी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। कार्यशाला के उद्घाटन पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने इतिहास से जुड़े सभी आयामों को बताया। उन्होंने विशेषकर आर्थिक इतिहास की महत्ता को सभी के सम्मुख प्रस्तुत किया। कार्यशाला के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता डॉ. श्रेया पाठक, सहायक आचार्य, इतिहास विभाग, वसंत महिला महाविद्यालय  द्वारा 'ऐतिहासिक स्रोतों' पर एक गूढ़ व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। आगामी सत्र में कार्यशाला में शोध विधियों के सभी बिंदुओं जैसे अनुसंधान पद्धतियों, तथ्यों की पहचान, गुणात्मक एवं मात्रात्मक विधियों, मानचित्रण, विश्लेषणात्मक एवं संश्लेषनणात्मक संचालन और संसाधन के नए स्रोतों पर चर्चा की जाएगी। 

कार्यशाला में डॉ. शशिकांत यादव, डॉ. कविता मिश्रा, डॉ. कल्पना आनंद , डॉ .आरती चौधरी,डॉ .सिमरन सेठ,डॉ. आरती कुमारी अपने व्याख्यानों को छात्र - छात्राओं के समक्ष प्रस्तुत करेंगी। कार्यक्रम का संयोजन प्रो .पूनम पांडेय द्वारा किया गया। कार्यशाला में प्रो. विनोद चौधरी, डॉ. शशिकेश कुमार गोंड, डॉ अनुजा त्रिपाठी, रणनीति राय आदि प्राध्यापकों सहित डी ए वी पी जी कालेज, बसन्त  महिला महाविद्यालय, वसंत कन्या महाविद्यालय, आर्य महिला पी जी कॉलेज एवं इतिहास विभाग, सामाजिक विज्ञान संकाय, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुल 80 शोध छात्र -छात्राओं ने प्रतिभाग किया।

बुधवार, 12 फ़रवरी 2025

श्रद्धालुओं के लिए Asha trust ने खोला अपना परिसर



Varanasi (dil India live)। महाकुंभ के चलते वाराणसी जिले में उमड़े हुए जन ज्वार के चलते देश के विभिन्न प्रान्तों से आये श्रद्धालुओं को काफी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। नगर में बाहरी नम्बरों की गाड़ियों का प्रवेश प्रतिबंधित होने से हजारों की संख्या में गाड़ियां नगर की सीमा के बाहर खडी हैं जिनमें आये हुए श्रद्धालुओं को न तो प्रसाधन की सुविधा मिल पा रही है न ही रात्रि विश्राम के लिए सुरक्षित स्थान। सड़क के किनारे रात्रि काटने को मजबूर श्रद्धालुओं से आपदा में अवसर बनाते हुए पार्किंग के नाम पर मनमाना धन वसूली की भी खबरें मिल रही है।
ऐसे में सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट ने अपने भंदहा कला (कैथी) परिसर को श्रद्धालुओं को रात्रि विश्राम हेतु निःशुल्क उपलब्ध कराने की पेशकश की है। संस्था के समन्वयक एवं ट्रस्टी वल्लभाचार्य पाण्डेय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख कर और जिलाधिकारी एवं मंडलायुक्त वाराणसी को मेल लिख कर संस्था के इस प्रस्ताव से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि देश भर से आये श्रद्धालुओं की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उनसे मनमाना धन उगाही किये जाने से काशी की छवि धूमिल हो रही है। आशा ट्रस्ट परिसर में 50-60 लोगों के रात्रि विश्राम के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हैं जिनका निःशुल्क प्रयोग बाहर से आये श्रद्धालु अगले 10 दिनों तक कर सकते हैं । संस्था के कार्यकर्ता प्रदीप सिंह एवं दीन दयाल सिंह आशा केंद्र पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उपलब्ध रहेंगे।

जानिए हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम ने शाबान के लिए क्या कहा था रब से

शब-ए-बरात पर कल होगी बेहिसाब इबादत तैयारियों में जुटे मोमिनीन 

Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live). शब-ए-बरात गुरुवार को मनाई जाएगी। शाबान की 15 वीं रात को इबादत करने की बहुत अहमियत है इसके चलते इस रात के इस्तकबाल की तैयारियां तेज हो गई हैं। मस्जिदों और घरों को सजाया जा रहा है। ऐसी इस्लामिक मान्यता है कि शाबान की 14 तारीख को दिन गुजार कर जो रात आती है उस रात घरों में दुनिया से रब के पास जा चुके लोगों की रुह (आत्मा) लौटती है। इसलिए घरों, मुहल्लों, मस्जिदों व कब्रिस्तान में साफ-सफाई के साथ ही रौशनी की व्यवस्था की जाती है। घरों में शब-ए- बरात पर हलुआ तैयार किया जाता है जिसकी मगरिब की अज़ान के बाद फातेहा करायी जाती है। 

आज सुबह से ही हलुवे के लिए जगह-जगह दाल, सूजी और मेवा आदि की खरीदारी शुरू हो गई। कोयला बाजार, चौहट्टा लाल खां, जलालीपुरा, सरैया, नक्खीघाट, बड़ी बाजार, हुकुलगंज, मकबूल आलम रोड, नूरी कालोनी, अर्दली बाजार, नदेसर, लल्लापुरा, पितरकुंडा, दालमंडी, नयी सड़क, फाटक शेख़ सलीम, मदनपुरा, रेवड़ीतालाब, गौरीगंज, शिवाला, बजरडीहा, ककरमत्ता, मंडुवाडीह, लोहता सहित अन्य मुस्लिम इलाके में लोग तैयारी में जुटे हुए हैं। मस्जिदों में रात की इबादत की तैयारियां की जा रही है। 


माहे शाबान की 15 वीं रात की फजीलत 

दरगाह हज़रत शाह तैय्यब बनारसी के मौलाना इरशाद रब्बानी बताते हैं कि शाबान महीने और इस महीने कि 15 वीं रात के क्या कहने। रमजान अगर अल्लाह का महीना है तो शाबान मोहम्मद रसूल अल्लाह का महीना है। शाबान की 15 वीं शब बंदों के आमाल अल्लाह रब्बुल इज्जत की बारगाह में पेश किए जाते हैं। कौन दुनिया से रुखसत होने वाला है? किसकी जिंदगी में क्या होगा? वगैरह इसी रात लिखे जाते हैं। मुगलिया मस्जिद बादशाह बाग के इमामे जुमा मौलाना हसीन अहमद हबीबी कहते हैं कि यूं तो हिजरी कैलेंडर का शाबान आठवां महीना है मगर रुहानी साल का आगाज़ इसी रात से होता है। इस रात की इबादत का यह सिला है कि हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम ने रब से कहा कि मुझे या रब तू हुजूर मोहम्मद मुस्तफा (स.) की उम्मत में पैदा फ़रमा ताकि मैं इस रात इबादत कर सकूं। अल्लाह हो अकबर। इस रात की फजिलत इतनी और हम इसे बेहुदा कामों में जाया कर देते हैं। उन्होंने लोगों से अपील किया कि इस रात  खूब इबादत करें।

मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025

shab-e-barat में केवल इबादत करें, फुजूल कामों से बचेंः मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली

पूरे देश के लिए शबे बरात पर इस्लामिक सेन्टर ने जारी किया एडवाइज़री 


Mohd Rizwan 

Lucknow (dil India live). इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली (इमाम ईदगाह लखनऊ) की अध्यक्षता में इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया में एक अहम् मीटिंग शबे बरात के सम्बन्ध में आयोजित की गई। इस अवसर पर मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि शबे बरात एक नूरानी और बरकत वाली रात है। इस अवसर पर खूब इबादत की जाती हैं, नफली नमाजें पढ़ी जाती हैं, कुरान पाक की तिलावत की जाती है। विर्द और वजीफे पढ़े जाते हैं, अपने लिए और दूसरों के लिए दुआयें मॉगी जाती हैं, स‌दका और खैरात का एहतिमाम होता है। कब्रस्तिानों में जाकर अपने रिश्तेदारों और अन्य मरहूम के लिए मगफिरत की दुआ की जाती हैं और नफली रोजा रखा जाता है। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि शबे बरात बहुत फजीलत वाली रात है। इस रात में बन्दों की उम्र, रोजी, सेहत और जिन्दगी का निर्धारित किया जाता है। इस में खुदा पाक के वह बन्दे जो उससे अपने गुनाहों की मॉफी माँगते हैं, गलत कामों से तौबा करते है, अपने लिए खैर व बरकत, मगफिरत व रहमत की दुआयें मॉगते हैं उनका रहीम व करीम आका व मालिक उनकी दुआओं को कुबूल करता है। मौलाना ने कहा कि पन्द्रहवीं शब को नमाज पढ़ना और दिन को रोजा रखना मसनून है। हदीस में आया है कि खुदा पाक इस शब में आसमान दुनिया पर गुरूबे आफताब से सुबह सादिक तक तजल्ली फरमाता है और इरशाद होता है कि जो शख्स अपने गुनाहों को बखशवाना चाहता हो वह आये में उसके गुनाहों को बख्श दूँगा। जो शख्स रिज्क हासिल करना चाहे मैं उसको रोजी दूँगा जो किसी मुसीबत में हो उसकी मुसीबत को दूर करूँगा। मीटिंग को मौलाना नईमुर्रहमान सिद्दीकी प्रधानाचार्य दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल, ऑल इण्डिया सुन्नी बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मो० मुश्ताक, मौलाना मो० जफरुद्दीन नदवी और मौलाना मो० सुफयान निजामी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर दारूल उलूम के तमाम अध्यापक शरीक थे। शबे बरात के सिलसिले में इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने निम्नलिखित बिन्दुओं पर आधारित एडवायजरी जारी की है। 1- शबे बरात जो कि इस साल 13 फरवरी 2025 को है इस अवसर पर मुसलमान अपने मरहूम रिश्तेदारों के ईसाले सवाब के लिए कब्रिस्तान जाते हैं, इस लिए इस बात का विशेष ख्याल रखें कि पार्किंग के लिए जो स्थान निर्धारित हैं वहीं पर अपनी गाड़ी पार्किंग करें ताकि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। 2- शाबान का पूरा महीना फजीलतों का है। इस लिए सदके और खैरात का अधिक से अधिक एहतिमाम करें। 3- शबे बरात इबादत की रात है इसमें सिर्फ इबादत ही करें और किसी भी प्रकार की आतिशबाजी ने करें। 4- इस मुबारक रात में मोटर साइकिल स्टंट बिलकुल न करें और दूसरे फुजूल कामों से बचें। 5- इस रात में अपने घर वालों के साथ साथ पूरे देश की हिफाजत उन्नति शान्ति अमन व अमान के लिए दुआ करें। 6- इस अवसर पर भी जरूरतमंदों, गरीबों और बीमारों की सहायता करके अपने मरहूमों को सवाब पहुंचायें। रोजे का विशेष एहतिमाम करें।