शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024
BHU के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र सभागार में दी जाएगी डीएवी के स्टूडेंट्स को उपाधि
16 दिसंबर को होगा डीएवी के विद्यार्थियों का उपाधि वितरण समारोह
Nagar Nigam की अनुमति के बिना यहां कार्यक्रम किया तो खैर नहीं
निगम की अनुमति न लेने वाले से वसूला गया 1.75 लाख जुर्माना
Varanasi (dil India live)। अब गंगा घाटों पर बिना नगर निगम की अनुमति के कोई संस्था या व्यक्ति कोई आयोजन या कार्यक्रम नहीं कर सकेगा। नगर निगम ने इस पर सख्ती से रोक लगा दी है। निगम ने कहा है कि यह देखा जाता है कि कई संस्थाओं या व्यक्तियों द्वारा आये दिन गंगा घाटों पर विभिन्न आयोजन किए जाते हैं तथा उनके द्वारा जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन या अन्य विभागों से अनुमति तो ले ली जाती है, परन्तु नगर निगम से अनुमति प्राप्त नहीं करते हैं। जबकि नगर निगम ही घाटों की साफ सफाई, मरम्मत एवं अन्य सौन्दर्यीकरण का कार्य करता है, जिससे कार्यक्रम के समापन के पश्चात वहॉ पर काफी गन्दगी एवं कहीं कहीं पर सड़क टूट फूट भी जाती है, जिसे नगर निगम द्वारा ठीक कराया जाता है। उसी को देखते हुये नगर निगम प्रशासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि अब कोई भी संस्था या व्यक्ति अपने कार्यक्रम की अनापत्ति नगर निगम से भी प्राप्त करेगा। आज उसी क्रम में शिवाला घाट, गुलेरिया घाट तथा भोसले घाट पर गौरव कपूर नाम का व्यक्ति पंडाल लगाकर प्रचार-प्रसार का कार्य कर रहे थे। सूचना मिलने पर राजस्व विभाग के विभागाध्यक्ष सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव तत्काल मौके पर पहुॅच कर जब पता किया गया तो गौरव कपूर के द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा प्रति वर्ष यह कार्यक्रम किया जाता है, परन्तु नगर निगम से अनुमति प्राप्त नहीं की जाती है। नगर निगम से अनुमति प्राप्त न करने की दशा में सहायक नगर आयुक्त के द्वारा 1.75 लाख जुर्माना लगाया गया, तथा आयोजक द्वारा तत्काल जुर्माने की धनराशि जमा की गयी। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कहा कि आम जनमास से द्वारा किसी भी प्रकार का आयोजन गंगा के घाटों पर किया जाना है तो उसके पूर्व उने द्वारा नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा। अन्यथा कि स्थिति में उनके विरूद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
गुरुवार, 12 दिसंबर 2024
बेनियाबाग में मुशायरा 15 को, शबीना अदीब संग कई नामचीन शायर करेंगे शायरी
मशहूर शायरों संग बनारस के शायरों को भी मिलेगा मंच
बुधवार, 11 दिसंबर 2024
Hazrat Rahim Shah बाबा के दर पर उमड़े अकीदतमंद
रहीम शाह बाबा के तीन दिनी उर्स में चढ़ी अकीदत की चादरें Varanasi (dil India live). हजरत रहीम शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह का तीन दिनी सालाना उर्स अकीदत और एहतराम बाबा के बेनिया स्थित आस्ताने पर मनाया जा रहा है। उर्स के मौके पर दूसरे दिन हज़रत रहीम शाह बाबा के दर पर अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ा हुआ था। उर्स में अकीदतमंदों ने मन्नती चादरें जहां पेश की वहीं बाबा के आस्ताने पर फातिहा पढ़ने दूर-दराज़ से अकीदतमंद पहुंचे हुए थे। इससे पहले तीन दिनी उर्स की शुरुआत मंगलवार को हजरत रहीम शाह बाबा के दर पर पाक कुरान की तेलावत से हुई। जोहर की नमाज के बाद महफिल-ए-समां का आयोजन किया गया। शाम को चादरपोशी और मगरिब की नमाज के बाद मीलाद शरीफ हुआ। मीलाद शरीफ में बड़ी तादाद में अकीदतमंद शामिल हुए थे। उर्स के मौके पर तकरीर और लंगर का भी दौर चला। सुबह से शाम तक बाबा के दर पर फातिहा पढ़ने जायरीन पहुंचे। आने वालों का खैरमखदम सज्जादानशीन मोहम्मद सैफ रहीमी कर रहे थे। उर्स को देखते हुए दरगाह को सजाया गया है, तथा आसपास भी सजावट की गई।
आज दूसरे दिन फज्र के बाद कुरआनख्वानी, बाद नमाज असर ग़ुस्ल मजार शरीफ, बाद नमाज मगरिब सरकारी चादर पोशी हुई व मिलाद शरी में लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। बाद नमाज इशा लंगर व महफिले समा का आयोजन किया गया। कल तीसरे दिन फज्र में कुरआन ख्वानी के बाद 10:30 बजे कुल शरीफ व बादहु रंग महफ़िल, लंगर फिर बाद नमाज मगरिब महफिले समां होगा। आखिर में अमन और मिल्लत की दुआएं मांगी जाएगी।
MG Kashi Vidyapeeth के छात्रनेता रघुकुल यथार्थ बने प्रदेश उपाध्यक्ष
- Mohd Rizwan
रघुकुल यथार्थ ने कहा कि मुझे यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देनें के लिए संगठन के शीर्ष नेताओं का बहुत-बहुत आभार। मैं पूरी ईमानदारी से इस दायित्व का निर्वहन करूंगा और ये उपलब्धी केवल मेरी नहीं है ये उपलब्धी मुझसे जुड़े हर व्यक्ति की है जो हमेशा मेरे हर संघर्ष मे कंधे से कंधा मिलाकर चलते है और मुझे मजबूती प्रदान करते है। उक्त जानकारी प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह ने दी है।
मंगलवार, 10 दिसंबर 2024
Khwaja Garib Nawaz की दरगाह के समर्थन में निकला जुलूस, याचिका वापस लेने की मांग
देश दुनिया के लाखों करोड़ों लोगों की आस्था का केन्द्र है अजमेर
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को भेजा पत्रक
Bilaspur (dil India live)। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह सरकार गरीब नवाज की दरगाह के खिलाफ दी गई याचिका के विरोध में एक शांतिपूर्ण मौन जुलूस निकाला गया। जुलूस में ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ में आस्था रखने वाले सभी धर्म के लोग शामिल हुए। जुलूस में शामिल लोगों ने जुलूस के बाद एक पत्रक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि को भेजकर याचिका वापस लेने की पुरजोर मांग की।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह भारतीय उपमहाद्वीप में सूफी संस्कृति और धार्मिक सौहार्द का प्रतीक है। लगभग 813 वर्षों से यह दरगाह लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है, जहां न केवल भारत से, बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु अपनी श्रद्धा व्यक्त करने आते हैं। दरगाह पर सभी धर्मों के लोग आते हैं और यहां की संस्कृति विविधता और एकता को प्रकट करती है। यह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन बिलासपुर में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा से प्रारंभ हुआ, जो संविधान के आदर्शों का पालन करते हुए सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक था। मौन जुलूस के माध्यम से, समुदाय ने यह संदेश दिया कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के खिलाफ याचिका दायर करना न केवल धार्मिक आस्थाओं का अपमान है, बल्कि राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सौहार्द के खिलाफ भी है। आशिकाने गरीब नवाज कमेटी द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से अपील की गई कि याचिका को तुरंत वापस लिया जाए, जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने से बचाया जा सके।
महिला हिंसा, यौन उत्पीड़न के खिलाफ बेटियों ने बुलंद की आवाज
बोले वक्ता समाज में मिलना चाहिए सभी को बराबर का अधिकार
Mirzapur (dil India live). कन्या भ्रूण हत्या, यौन उत्पीड़न, दहेज और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अहरौरा के अधवार गाँव स्थित सर्वोदय इंटर कॉलेज की छात्राओं ने आवाज़ बुलंद की। मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में शामिल छात्राओं ने घरेलू महिला हिंसा बंद करो, भ्रूण हत्या पर रोक लगाओ, बाल विवाह बंद करो, भीख नहीं अधिकार चाहिए, जीने का सम्मान चाहिए, यौन हिंसा पर रोक लगाओ आदि नारे लगाये। हस्ताक्षर करके इसे जड़ से मिटाने का संकल्प लिया है। घरेलू महिला हिंसा विरोधी पखवाड़ा 25 नवंबर से 10 दिसंबर अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस तक के तहत सहयोग लखनऊ और उम्मीद फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान किया गया।
उम्मीद फाउंडेशन के प्रमुख महेंद्र राठौर ने कहा कि आज भी समाज में लड़कियों और महिलाओं के साथ भेदभाव किया जा रहा है। जबकि संवैधानिक व्यवस्था ने सबको समान अधिकार दिये हैं। सामाजिक व्यवस्था के कारण महिलाओं और लड़कियों को बराबरी का अधिकार नहीं प्राप्त हो पा रहा है। इसलिए समाजिक व्यवस्था में बदलाव लाना जरूरी है। सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने कहा कि भारत में हिंसा कई रूप में होती है। 70 प्रतिशत महिलाएं अपने जीवन में किसी न किसी रूप में हिंसा का सामना करती हैं। कोरोना महामारी के बाद लैंगिक हिंसा का दर बढ़ कर पहले से अधिक हो गया हैं। सभी लोग एकजुट होकर हिंसा मुक्त जीवन के लिए संघर्ष करें। कालेज के प्रवक्ता आनंद किशोर सिंह ने ग्रामीणों से लड़कियों को ज्यादा से ज्यादा पढा़ने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की अपील की है।
अतिथियों का स्वागत प्रधानाचार्य शैलेन्द्र पाठक और संचालन नंदनी धन्यवाद ज्ञापन सीमा देवी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप महेंद्र राठौर, राजकुमार गुप्ता, नंदनी, सीमा, शैलेंद्र पाठक, आनंद किशोर सिंह कालेज के समस्त स्टाफ़ शामिल थे।
देश दुनिया में एक ही गूंज Happy Christmas, Merry Christmas
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