शब भर गूंजी नौहाख्वानी व मातम की सदाएं
Varanasi (dil India live).09.12.2023. शनिवार को भदऊ चुंगी स्थित आले हसन मददन दरोगा के इमामबाड़े पर मौलाना नसीरुल मेंहदी के संयोजन में शब्बेदारी का आयोजन किया गया। शहर भर के मोमेनीन ने इसमें शिरकत की। लियाकत अली ने अपनी सोजख्वानी से मजलिस का आगाज किया। इसके बाद शायरों ने कलाम पेश किए। इसमें प्रो.अजीज हैदर, रेहान बनारसी, मायल, रिजवान, अतश, अतहर बनारसी व मेंहदी बनारसी आदि शामिल रहे। मौलाना गुलाम हुसैन जैदी ने मजलिस को खिताब करते हुए जनाबे फातिमा की जिन्दगी पर प्रकाश डाली। उनकी शहादत का बयान सुनकर लोगों के आंखों से आंसू छलक पड़े। इसके बाद नौहाख्वानी और मातम शुरू हुआ। शहर की नामचीन अंजुमनो ने अपने अपने अंदाज से नोहखवानी और मातम किया। जिसमे मुख्य रूप से अंजुमन हैदरी, अंजुमन हुसैनिया, अंजुमन आबिदिया, अंजुमन आजादर, अंजुमन जफरिया, अंजुमन जववाड़िया, गुलजारिया, कासीमिया, सदाएं अब्बास, अंजुमन सज्जादिया, अंजुमन हाशीमिया, अंजुमन अवामी, अंजुमन कारवाने कर्बला आदि ने नौहाख्वानी व मातम किया। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी फरमान हैदर ने बताया की बीबी फातिमा की शहादत पर मजलिसों का सिलसिला रविवार १७ दिसंबर तक जारी रहेगा। १६ दिसंबर को दरगाहे फ़ातमान में खवातीन जनाबे फातिमा का ताबूत उठाएंगी।
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