सोमवार, 22 फ़रवरी 2021

मौलाना अबुल कलाम एक दूरंदेशी नेता थे




आज़ाद की पुण्यतिथि पर 25 शिक्षकों का सम्मान

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। जिला कांग्रेस कमेटी (अल्पसंख्यक विभाग) की जानिब से काजी सादुल्लाहपुरा वाराणसी स्थित पार्षद रमज़ान अली के आवास पर देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की पुण्यतिथि मनाई गयी। इस अवसर पर समाज को शिक्षा प्रदान करने वाले 25 शिक्षकों को सम्मानित किया गया तथा एक संगोष्ठि का भी आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने मरहूम आज़ाद के जीवन का चरित्र-चित्रण करते हुए कहा कि आज समाज को ऐसे लीडर की आवश्यकता है जो समाज को आइना दिखा सके। मरहूम कलाम साहब एक दूरंदेशी नेता थे। जिन्होने अपने जीवन मे टू-नेशन थिवरी का विरोध करते हुए कहा था कि पाकिस्तान टुकड़े-टुकड़े मे बंट जायेगा। उनकी भविष्यवाणी तब सही साबित हुयी जब बंग्लादेश, पाकिस्तान से अलग हो गया। उनका कहना था कि हमे आज़ादी भले ही देर से मिले लेकिन हिन्दु-मुस्लिम एकता नही टूटनी चाहिये। शिक्षकों में शाहिद अंसारी, अज़ीज़ अंसारी, पूनम विश्वकर्मा, सोमय्या रिफत आदि शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र व अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। संगोष्ठी का संचालन वसीम अंसारी ने किया तथा संगोष्ठी के मुख्य अतिथि उ०प्र० कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव विश्व विजय सिंह थे। संगोष्ठी मे सर्वश्री शाकिर हुसैन, सीताराम केशरी, फसाहत हुसैन बाबू,शाहिद तौसीफ, हसन मेंहदी कब्बन सबीहुल हसन, शफक रिज़वी, जूल्फेकार अंसारी,  जिला कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष पार्षद रमजान अली महानगर अध्यक्ष(अ०का०) पार्षद अफजाल अंसारी,सैय्यद हसन, मनीष मोरोलिया आदि लोग मौजूद थे।

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