Varanasi (dil india live). कहा जाता है कि रब अपने नेक बंदो का इम्तेहान लेता है और जो उसमें पास हो जाता है उसकी ज़िंद्गी में अल्लाह खुशियां ही खुशियां भर देता है। यही वजह है कि शिद्द्त की गर्मी के बावजूद ज़ुनेहरा फातेमा ने अपनी ज़िंदगी का पहला रोज़ा रखा। जामिया रहमानिया गर्ल्स स्कूल में क्लास 1 की तालीम ले रही ज़ुनेहरा फातेमा के वालिद कमालुद्दीन कहते हैं कि मेरी बेटी ने इतनी कम उम्र में रोज़ा रख लेगी हम सबने कभी सोचा भी नही था मगर जब दोपहर तक शिद्द्त की गर्मी के बावजूद ज़ुनेहरा फातेमा ने अपनी ज़िंदगी का पहला रोज़ा रख लिया तो हम लोगो को यकीन हो गया कि वो रोज़ा रख लेगी। माशा अल्लाह उसने रोज़ा मुकम्म्ल भी कर लिया।
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