मंगलवार, 26 सितंबर 2023

Eid-a-Zehra की खुशियों में डूबे मुस्लिम

सजाई महफिलें, मनाई खुशियां 


Varanasi (dil India live). 25.09.2023. नौ रबीउल अव्वल को शिया मुसलमानों ने पूरी दुनिया की तरह बनारस में भी ईद ए ज़ेहरा की खुशियां मनाई. शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी फरमान हैदर ने बताया कि दुनिया के सभी मुसलमान मुहम्मद साहब और उनके परिवार वालो की खुशी में ख़ुशी और ग़म में ग़म मनाते है. 9 रबीउल अव्वल को मुख्तार ए सकाफी ने इमाम हुसैन के कातिलों का सर इमाम सज्जाद को भेजा था. अपने पिता और परिवार वालों के कातिलों का सर देख कर इमाम सज्जाद और जनाब ए ज़ैनब दोनों ही मुस्कुराये थे. इसी दिन को ईद ए ज़हरा के रूप में मनाया जाता है. इसी  दिन इमाम ए ज़माना की ताजपोशी पर दुआख्वानी भी हुई. शिया बहुल इलाकों में खुशियों का माहौल रहा. गौरीगंज, शिवाला, बजरडीहा, दोषीपुरा, पितरकुण्डा, दालमण्डी, कालीमहाल व अरदली बाजार आदि क्षेत्रों में लोगों ने नज़्र दिलाई और गरीबों को खाना खिलाया. सदर इमामबाड़ा दरगाहे फ़ातमान पहुंच कर लोगों ने रौज़ों को सजाया। शहर में कई तरफ महफ़िल आयोजित हुई रेहान, दिलकश ग़ाज़ीपुरी, बाकिर बलियावी, शाद सिवानी, अतश, अतहर, मेहदी, कम्बर, रौशन आदि शायरों ने कलाम पेश किया. आज के दिन शायरों के साथ श्रोताओं के भी  स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया.

EID MILADUNNABI 2023 : मरकजी यौमुन्नबी कमेटी निकालेगी जुलूस

नबी की आमद की खुशी में होगा आमीना के लाल जिक्र


Varanasi (dil India live). 25.09.2023. ईद मिलादुन्नबी पर पूरी रात नबी की आमद की खुशी में आमीना के लाल जिक्र होगा. नातिया कलाम, सजावट और मिलाद के साथ ही जुलूस भी निकाला जाएगा. सुबह 12 रबीउल अव्वल को नबी की आमद का जश्न मनाया जाएगा.
मरकजी यौमुन्नबी कमेटी के सदर पूर्वमंत्री शकील अहमद बबलू व महामंत्री हाजी महमूद खां ने दालमंडी स्थित मुस्लिम मुसाफिरखाने में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि 11 रबीउल अव्वल 27 सितंबर को मरकजी यौमुनन्बी कमेटी ईद-मिलादुन्नबी की खुशी मनाएगी. एक सवाल के जवाब में बताया कि इस बार बेनिया बाग़ पार्क के निर्माण हो जाने के कारण मरकज का डायस बेनिया रोड स्थित बंशीधर कटरे पर लगेगा. पहले मरकज का स्टेज नवाब युसुफ के बेनियाबाग वाले कुएं पर लगता था। 11 रबीउल-अव्वल को नबी की पैदाइश की पूर्व संध्या पर होने वाले कार्यक्रम के सम्बन्ध में दोनों ने बताया कि मरकज़ का जुलूस हड़हा मैदान से उठकर अपने कदीमी रास्तो से होता हुआ फाटक शेख सलीम से गुज़रता हुआ मरकज़ के स्टेज पर आएगा जहां मौलाना जकीउल्लाह साहब की सदारत में नातिया मुकाबला शुरू होगा जो पूरी रात चलता रहेगा. जश्ने ईद मिलादुन्नी का आगाज हाफ़िज़ क़ारी अब्दुल्लाह और हाफ़िज़ क़ारी साजिद रहमानी पाक कुरान की तेलावत से करेंगे. दूसरे रोज शाम में दालमंडी स्थित ताज होटल के पास विजेता अंजुमनो को इनाम-ओ-एकराम से नवाज़ा जायेगा. इस दौरान पुलिस प्रशासन के साथ यौमुनन्बी कमेटी की शांति व्यवस्था को लेकर बैठक हुई. बैठक में एसीपी दशाश्वमेघ अवधेश कुमार पाण्डेय, इस्पेक्टर चौक शिवाकांत मिश्रा ने मरकज़ की कमेटी के साथ बैठक कर कार्यक्रम की पूरी रूप-रेखा को समझा और सभी को ईद-ए-मिलाद्दुन्न्बी की मुबारकबाद देते हुवे एसीपी दशाश्वमेघ अवधेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि आप सभी अमन और सौहार्द के साथ पर्व मनाए. किसी भी तरह की नई परम्परा कायम न होने दे. इस मौके पर पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से इमरान अहमद, राशिद सिददीकी, दिलशाद अहमद दिल्लू, अजहर आलम अज्जू, आगा कमाल, इमरान खान, अबरार खान, रियाज़ अहमद नूर, राशिद इकबाल, हाजी ग्यासु, हाजी यासीन, शकील अहमद सिददीकी आदि मौजूद थे.

सोमवार, 25 सितंबर 2023

BLW के व्यापारियों ने दुकानें बंद कर किया हड़ताल

बरेका दुकानदारों में किराया पांच गुना बढ़ाये जाने से नाराज़गी 


Varanasi (dil India live). 25.09.2023. बरेका परिसर कि दुकानों के किराने में पाँच गुना से भी ज्यादा वृद्धि होने के कारण बरेका दुकानदारों ने हड़ताल कर दिया है. इस दौरान व्यापारियों में भारी रोष दिखाई दिया. बरेका में बरेका प्रशासन द्वारा किराया बढ़ाने का आरोप लगा कर दुकानदारों ने सभी दुकान बंद कर दिया है. इस दौरान ठेला व सब्जी विक्रेता भी बन्दी के समर्थन में आ गये हैं. बरेका व्यापार मंडल की संरक्षक योगिता तिवारी ने बताया कि बरेका प्रशासन ने एक साथ पांच गुना दुकानों और प्रतिष्ठानों का किराया बढ़ाया गया है जो किसी भी तरह न्याय संगत नहीं है. इसलिए सभी दुकान बंद कर विरोध जताया जा रहा है. दुकान बंद होने से कर्मचारी रोजमर्रा की चीजों के लिए भटकते नजर आए. बरेका के सभी दुकानदारो सब्जी, फल, फूड स्टाल वाले, सभी प्रकार के व्यवसाईयो ने अपनी अपनी दुकाने बंद रख कर बारेका के सभी कर्मचारी युनियनो संस्था कर्मचारी परिषद, को आवेदन पत्र देकर सहयोग की अपील की है साथ ही बरेका व्यपार मंडल द्वारा ग्रमीण बच्चियों को पूर्व में आयोजित प्रतियोगीता हेतु प्रमाण पत्र वितरित किया गया. बैठक मे व्यपार मंडल पदाधिकारियों समेत कर्मचारी परिषद के श्रीकांत यादव, हरिशंकर यादव, नवीन सिन्हा, कृष्ण मोहन तिवारी आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहें.

रविवार, 24 सितंबर 2023

Jain Mandir's में सुगन्ध दशमी मनाई गई

पांचों इन्द्रियों व मन को वश में करना ही 'सयंम धर्म'

-जैन मन्दिरो में व्रत एवं पर्युषण पर्व का छठवा दिन- "उत्तम संयम धर्म" मना






Varanasi (dil India live). 24.09.2023. जैन धर्म में तप-तपस्या का महत्वपूर्ण स्थान है. अंहिसा, संयम एवं तपमय धर्म ही उत्कृष्ट मंगल है. जैन धर्म में तीन रत्न माने गए है-सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान, सम्यक चारित्र, आत्मरूप की प्रतीति, आत्मरूप का ज्ञान और आत्मरूप में लीन होना ही मोक्ष मार्ग प्रशस्त करते है. श्री दिगम्बर जैन समाज काशी द्वारा मनायें जा रहे पर्युषण पर्व पर धर्मावलंबी पूरी तरह श्रद्धा के साथ तप, तपस्या, संयम, ध्यान, मंत्र जाप, सामायिक, प्रतिकमण, भावना, शास्त्र अध्यन, पूजन एवं भगवंतो का अभिषेक करते है। रविवार को प्रातः नगर की समस्त जैन मन्दिरो में धूप दशमी पर्व पर अग्नि में धूप समर्पित इस भावना के साथ किया कि हम अपने अष्ट कर्मो का दहन कर सके. ये पर्व अपने अपने बुरे कर्मो की निर्जरा के लिए मनाया जाता है. जिससे हम अपने जीवन को सुगन्धित कर सके।.

रविवार को प्रातः सारनाथ स्थित 11वें तीर्थंकर भगवान श्रेयांस नाथ जी की जन्म कल्याणक भूमि पर 11 फुट ऊंची प्रतिमा का अभिषेक किया गया. सायंकाल भेलूपुर स्थित भगवान पार्श्वनाथ जन्म भूमि पर उत्तम संयम धर्म पर प्रवचन करते हुए प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी जी ने कहां की स्पर्धा भी यदि करना है तो संयम की करो, ये सबसे उत्तम विवेक का काम है ।इससे तत्वज्ञान का लाभ है। संयम धर्म जीवन के हर क्षण आवश्यक है, क्योकि संयम ही हमारे जीवन का सुरक्षा कवच है.

खोजंवा स्थित अजीत नाथ दिगम्बर जैन मन्दिर में डां मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां - संयम को अपने जीवन के सबसे बड़े खजाने की तरह सुरक्षित रखना चाहिए क्योंकि जब जीवन में संयम आएगा तभी जीवन धन्य हो जायेगा. ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर में पं सुरेंद्र शास्त्री ने कंहा की इन्द्रिय को वश में रखना ही सयंम धर्म है- जिस मनुष्य ने अपने जीवन मे संयम धारण कर लिया, उसका मनुष्य जीवन सार्थक है बगैर संयम के मुक्तिवधू कोसो दूर है एवं 'आकाश कुसुम के समान है. 

सायंकाल सभी जैन मंदिरो मे भगवान पार्श्वनाथ, 24 तीर्थंकरो, क्षेत्रपाल बाबा, देवी पद्मावती की सामूहिक आरती और भजन किए गए.आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, अरूण जैन, आर सी जैन, संजय जैन, विनय जैन,राजेश भूषण जैन, मनोज जैन, राजमणि देवी जैन उपस्थित थे.

Imam ki yaad : दर्द भरे नौहों के बीच साठे का निकला जुलूस

ग़म का आखिरी जुलूस निकला, जंजीर का हुआ मातम, जुटा हुजूम







Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live).24.09.2023. नौहों की दर्द भरी सदाओं के बीच इतवार को साठे का कदीमी जुलूस निकला। जुलूस में शहीदाने कर्बला को आंसुओं और लहू का नजराना अजादारों ने जंजीर का मातम पेश करके किया। जुलूस में  अलम, दुलदुल, तुरबत और अमारी की जियारत की गई और लोगों ने मन्नतें उतारीं। रास्ते भर अंजुमन हैदरी के दर्द भरे नौहें अकीदतमंदों की आंखें नम करते रहे। कमा और जंजीर से खूनी मातम किए गए। इतवार की देर शाम दरगाह फातमान पहुंच कर जुलूस समाप्त हुआ। इससे पूर्व हुईं मजलिसों में कर्बला की शहादत के मंजर बयान किए गए।

ग्यारहवें इमाम हसन अस्करी की शहादत पर इतवार को दालमंडी की पुरानी अदालत स्थित शब्बीर और सफदर के अजाखाने से अंजुमन हैदरी की देखरेख में जुलूस निकाला गया। इससे पूर्व मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना इरशाद अब्बास लखनऊ ने कहा कि कुर्बानी से बड़ा कोई जज्बा नहीं होता। इमाम हुसैन ने अपने साथियों के साथ कर्बला के मैदान में यह कर दिखाया। कहा कि इमाम हुुसैन की शहादत ने हम सब में वहीं जज्बा भर दिया है कि दुश्मन के आगे सिर न झुकाया जाए और हक की आवाज बुलंद करने में कोई कोताही न की जाए। नई सड़क पर अंजुमन हैदरी के नौहे, हम क्यों न करें मातम शाहे जमन तेरा, सुनते है रहा लाशा बेगोरो कफन तेरा... पर जहां लोग रो पड़े वहीं नौजवानों ने कमा और जंजीर का मातम किया। फाटक शेख सलीम, काली महाल, पितरकुंडा, लल्लापुरा में भी मातम हुआ। जिस्म से निकलते खून शहीदाने कर्बला को खिराजे अकीदत पेश कर रहे थे। जुलूस में हजारों की संख्या में स्त्री, पुरुष और बच्चे शामिल रहे। मकानों की छतों पर भी भीड़ लगी रही।

Jain Dharam का दशलक्षण महापर्व का पंचम अध्याय- "उत्तम सत्य धर्म"




Varanasi (dil India live). 23.09.2023. क्षमा पर्व पर्युषण पर्वो का ताज है, क्षमा वीर का आभूषण पर्वाधिराज है. तप ज्ञान धर्म का उत्सव मुक्ति का राज है. को ध्यान में रखते हुए श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में शनिवार को दशलक्षण व्रत के पांचवे दिन भी नगर के समस्त दिगम्बर जैन मन्दिरो में पूजन पाठ, अभिषेक, शान्ती धारा और नृत्य कार्यक्रम किये गए. श्री 1008 पुष्पदतं भगवान के मोक्ष कल्याणक मनाकर श्री जी की शान्ति धारा की गई. नौंवे तीर्थंकर पुष्पदंत जी के मोक्ष कल्याण पर भक्तो ने निर्वाण लाडू अर्पित किया. ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर एवं भेलूपुर जैन मन्दिर में प्रोःअशोक जैन विधानाचार्य के निर्देशन मे क्षमावाणी विधान, सत्य धर्म की पूजा, प्रक्षाल, महामंत्र का जाप, जिनवाणी की स्तुति की गई. सायंकाल-श्रृंखला के अन्तर्गत दशलक्षण के पांचवे अध्याय "उत्तम सत्य धर्म " पर भेलूपुर जैन मन्दिर में व्याख्यान करते हुए प्रो: फूल चन्द्र प्रेमी ने कंहा जिसकी वाणी व जीवन में सत्य धर्म अवतरित हो जाता है, उसकी संसार सागर से मुक्ति निश्चित है. सत्य धर्म सर्व धर्मो में प्रधान है। मुक्ति का मार्ग सत्य से वास्ता होने पर ही प्राप्त होता है.

खोजंवा स्थित जैन मंदिर में सत्य धर्म पर प्रवचन करते हुए डॉ मुन्नी पुष्पा जैन ने कहां की लोक हित का साधक सत्य धर्म होता है. हमें कठोर, कर्कश, मर्म भेदी वचनों का प्रयोग नही करना चाहिए जब भी बोलें हित मित प्रिय वचनों का प्रयोग अपने व्यवहार में लाना चाहिए तथा कहा भी गया है कि ऐसी वाणी बोलिए मन का आपा खोए. औरन को शीतल करें, आपहुं शीतल होए.

ग्वाल दास लेन स्थित मन्दिर में पं सुरेंद्र शास्त्री ने कहां कि सत्य का सम्बन्ध तो अहिंसा से है। अहिंसा सत्य का सौंदर्य प्रदान करती है और सत्य अहिंसा की सुरक्षा करता है। सत्य गले का आभूषण है, सत्य से वाणी पवित्र होती है जिन्होंने सत्य धर्म का पालन किया, वो इस संसार से पार हो गए, मुक्त हो गए.सायंकाल शास्त्र प्रवचन, तीर्थंकरो की आरती, जिनवाणी पूजन किया गया. आयोजन में प्रमुख रूप से दीपक जैन, राजेश जैन, अरूण जैन, तरूण जैन, निशांत जैन, किशोर जैन, विनोद जैन, प्रमिला सांवरिया, आशा जैन, श्रीमति शकुन्तला जैन, राजरानी जैन, उषा जैन उपस्थित थी.

शनिवार, 23 सितंबर 2023

11 वे इमाम की शहादत पर हुई मजलिसे

अमारी का निकला जुलूस, अंगारों पर हुआ मातम         


Varanasi (dil India live). 23.09.2023. रबीउल अव्वल की सात तारीख (1445 हिजरी) को ग़म ए हुसैन के विशेष 68वें दिन के अंतिम संध्या पर शहर में मजलिस मातम और जुलूस के ज़रिए 11 वें इमाम हज़रत इमाम हसन अस्करी की शहादत पर ग़म का इज़हार किया गया।

इस दौरान तेलियानाला से अमारी और  दुलदुल का जुलूस निकाला गया। जुलूस में शहर की कई अंजुमनो ने नौहाख्वानी व मातम किया। जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ सदर इमामबाड़े पर पहुंचा। सदर इमामबाड़े पर अंजुमन हुसैनिया ने अंगारों पर चलते हुए या हुसैन की सदाये बुलंद की तो भेलुपुरा से कदीमी जुलूस उठाया गया। शहर के अन्य क्षेत्रों अर्दली बाजार, शिवाला, दोषीपुरा आदि स्थान पर भी मजलिसे हुईं । शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने बताया कि 11 वें इमाम हसन अस्करी की शहादत हिजरी सन् 260 में ज़हर देने से हुई। इमाम का रौज़ा सामरा इराक़ में है। 11 वें इमाम को 27 वर्ष की उम्र में ज़हर देकर शहीद किया गया।

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...