गुरुवार, 5 अक्तूबर 2023

Hajj कमेटी सदस्य सरवर सिद्दीकी ने CM योगी को दिया न्योता

लखनऊ में किया सीएम से मुलाकात, भदोही कारपेट मेले में आने का दिया न्योता


Lucknow (dil India live).05.10.2023. भदोही में लगने वाले कारपेट मेले को लेकर आज दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री एवं हज कमेटी के जुझारू सदस्य सरवर सिद्दीकी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कारपेट मेले में आने का न्योता दिया है।

इससे पहले उन्होंने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके कार्यालय में मुलाकात की और उन्होंने भदोही में आयोजित होने वाले कारपेट मेले में आने का निमंत्रण भी दिया। साथ ही भदोही के कार्पेट मेले की व्यवस्थाओं को लेकर भी उनसे खासी चर्चा की। इस मौके पर सरवर सिद्दीकी के साथ कई प्रमुख कालीन उद्योग से जुड़ी हस्तियां मौजूद थीं। 

बुधवार, 4 अक्तूबर 2023

All india Catholic Union का बेंगलुरु में सम्मेलन सम्पन्न

Ronald Benjamin बने कैथोलिक यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष 


Varanasi (dil India live). 04.10.2023. आल इंडिया कैथोलिक संघ का बेंगलुरु में राष्ट्रीय सम्मेलन सम्पन्न हुआ. सम्मेलन में बनारस निवासी ईसाई समुदाय के लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता Ronald Benjamin को उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष चुना गया। इस दौरान Ronald Benjamin ने कहा कि मैं भले ही कैथोलिक संघ का अध्यक्ष चुना गया हूं मगर समस्याएं किसी भी ईसाई समुदाय की आएगी उसे दूर किया जाएगा. ईसाई ही नहीं सभी धर्मों के बीच एकता और सौहार्द के लिए काम किया जाएगा.

उन्होंने सम्मेलन की जानकारी देते हुए बताया कि संविधान पर हमले और चुनाव जैसी संस्थाओं की अवनति को रोकने के लिए नागरिक समाज और सभी धर्मों के सद्भावना वाले लोगों के साथ काम करने का सम्मेलन में आह्वान किया गया. यह अखिल भारतीय कैथोलिक संघ (एआईसीयू) की वार्षिक आम सभा थी. इसमें फादर सेड्रिक प्रकाश और दलित और लिंग अधिकार कार्यकर्ता सिंथिया स्टीफंस ने जोर देकर कहा कि अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करना नागरिकों का दायित्व है, संविधान में सभी धर्म की स्वतंत्रता का महत्वपूर्ण अधिकार दिया गया है. मणिपुर में जारी हिंसा, ईसाइयों के खिलाफ योजनाबद्ध अत्याचार और हरियाणा के नूंह में मुसलमानों के खिलाफ शारीरिक और आर्थिक हिंसा की पृष्ठभूमि में सत्ता प्रायोजित , फादर सेड्रिक ने कहा कि कर्नाटक में हाल के विधानसभा चुनावों से आशा और प्रोत्साहन लिया जा सकता है। सांप्रदायिकता को चुनौती देने के लिए सभी धर्मों, यहां तक ​​कि राजनीतिक विचारधाराओं के लोगों की रणनीतिक एकता का भरपूर फल वहां देखने को मिला है। एआईसीयू के चर्च सलाहकार, बैंगलोर आर्कबिशप डॉ. पीटर मचाडो ने भी सम्बोधित करते हुए आह्वान किया कि देश में आम जनता का सशक्तिकरण ताकि वह लोकतांत्रिक सामाजिक व्यवस्था में भूमिका निभा सके, राजनीतिक एआईसीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एलियास वाज़ ने कहा कि 104 साल पुराना आल इंडिया कैथोलिक संघ इस दिशा में काम कर रहा है कि देश के प्रत्येक सूबा को संघर्ष समाधान, मध्यस्थता आदि में प्रशिक्षित लोगों से लैस करना है लोगों, संस्थानों और यहां तक ​​कि सरकारों के बीच भी मेल-मिलाप पर उन्होंने बल दिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। 

बैठक में और क्या हुआ

नाडर ने बताया कि एआईसीयू की बैठक में चर्च और राष्ट्र की स्थिति का गहन विश्लेषण किया गया, विशेष रूप से भारत में ईसाई समुदाय को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों पर। चर्चा में मणिपुर में जारी हिंसा का मुद्दा छाया रहा और संघ ने सरकार से स्थिति को और बिगड़ने नहीं देने का आह्वान किया। संघ ने अपनी इकाइयों से प्रभावित परिवारों को लक्षित राहत की योजना बनाने का आह्वान किया, जिनमें से कई को अभी भी राहत नहीं मिल पाई है। एजीएम के दौरान अपनाए गए प्रमुख प्रस्तावों में, एआईसीयू ने विभिन्न घटनाओं के पीड़ितों, विशेष रूप से मणिपुर, नूंह और देश भर के ईसाई समुदायों के साथ अपनी अटूट एकजुटता की बात कही। यह एकजुटता शब्दों से आगे बढ़कर ठोस कार्यों तक फैली हुई है, जिसमें प्रावधान भी शामिल है. प्रतिकूल परिस्थितियों से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए वित्तीय सहायता, कानूनी सहायता और परामर्श सेवाएँ देने पर बल दिया। एआईसीयू ने पीड़ित समुदायों के सामने आने वाले मुद्दों के समाधान के लिए राज्य और केंद्र सरकारों से सक्रिय कदम उठाने का आग्रह किया। इसमें क्षतिपूर्ति, पीड़ितों के लिए मुआवजा और राहत सुनिश्चित करना और समाज में सहिष्णुता और समझ को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान शुरू करना शामिल है।

डायोकेसन स्तर पर मध्यस्थता केंद्रों की स्थापना के प्रस्ताव में कहा गया है कि ये कैथोलिक समुदाय के भीतर आंतरिक मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए मंच के रूप में काम करेंगे। इसके अलावा, वे पदानुक्रम के साथ बातचीत और संघर्ष समाधान की सुविधा प्रदान करेंगे, साथ ही पीड़ितों को आवश्यक सहायता और मार्गदर्शन भी प्रदान करेंगे। 

एआईसीयू ने ईसाई छात्रों के लिए छात्रवृत्ति और शैक्षिक सहायता की बहाली के लिए सरकार से तत्काल अपील की। एआईसीयू ने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय स्तर पर एक ईसाई सदस्य को अल्पसंख्यक आयोग में नियुक्त करने का आह्वान किया.

मंगलवार, 3 अक्तूबर 2023

Nabi ko मानने वाले हो तो बाअमल आलिम, डाक्टर, इंजिनियर, आईएस, पीसीएस, जज पैदा करो



  • ट्रस्ट बनाकर दीनी व दुनियावी शिक्षा के मदरसे, स्कूल व कॉलेज बनाने पर दिया जोर
Aman Barkati 

Varanasi (dil India live). 03.10.2023. रेवड़ीतालाब में अंजुमन तरक्की-ए-अहले अहले सुन्नत के मैदान बज़्मे कासमी बरकाती का जलसा शुरू  खानकाह मारहरा शरीफ के सज्जादा नशीन ताजुल मशाईख हजरत सैय्यद शाह डा. अमीन मियां कादरी बरकाती मारहरवी ने बनारस के रेवड़ीतालाब में कहा कि तालीम के बिना कोई भी कौम तरक्की नही कर सकती. आज हमारे जो हालात है उसकी असल वजह यही है कि हमने अपने नबी का रास्ता छोड दिया, बुज़ुर्गो की बातो को नज़र अंदाज़ कर दिया. नबी ने कहा है कि इल्म हासिल करना हो तो चीन तक जाओ. नबी ने उस दौर में कहा जब अरब से चीन जाना बहुत दुश्वारी भरा काम था मगर आज गली गली में तालीम मिल रही है, स्कूल, मदरसो से लेकर हायर एजुकेशन तक की तालीम आपके अपने शहर में है फिर भी हम तालीम से दूर होते जा रहे हैं. इससे ज़्यादा अफसोस की बात और क्या हो सकती है. 

वो मंगलवार को बाद रेवड़ीतालाब स्थित अंजुमन तरक्की-ए-अहले अहले सुन्नत के मैदान (बैतुस्सलाम) में बज़्मे कासमी बरकाती के तत्वधान में होने वाले जश्ने ईद मीलादुन्नबी को खेताब कर रहे थे. उन्होने कहा कि अब भी वक्त है अपने बच्चों को तालीम दो, भले ही चटनी रोटी खाओ मगर बच्चों को पडाओ. नबी को मानने वाले हो तो अपने घरो में आलिम, हाफीज के साथ ही डाक्टर, इंजिनियर, आईएस, पीसीएस, जज पैदा करो. जलसे में हजारों अकीकतमंदों को उन्होने शैक्षणिक से साथ ही धार्मिक नसीहत भी दी. 

जलसे में उनके शहजादे कि प्रसिद्ध वलिये अहद हजरत सैय्यद अमान मियां बरकाती ने कहा कि कुछ ताकते हमारे मुल्क को खोख्ला करने में लगी हुई है. उनके नापाक मंसूबे से हमे होशियार रहने कि ज़रुरत है, क्यों की इस्लाम कहता है कि मुल्क से मोहब्ब्त इमान का हिस्सा है. उन्होने मुल्क में अमन, आपसी मोहब्ब्त और सौहार्द के साथ रहने कि हिदायत दी. हज़रत मौलाना सैय्यद नूर आलम अलीगढ़ ने नबी की सुन्न्त और मिलाद पर रौशनी डाली जबकि जयपुर राजस्थान से आए मशहूर शायर इमरान रजा बरकाती ने नाते नबी से लोगो को देर रात तक बांधे रखा।  

इस दौरान मौलाना अजरुल कादरी बरकाती उस्ताद मदरसा खानम जान ने बताया कि हजरत अमीन मियां से जलसे में भारी तादाद में पूर्वांचल के अकीदतमन्द मिलने पहुंचे और बरकाती सिलसिले में मुरीद हुए। जलसे में खास तौर से मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी, बीएचयू के प्रोफेसर डॉक्टर अफजल अहमद मिस्बाही, मौलाना मोईनुद्दीन अहमद फारूकी प्यारे मियां, मौलाना इलियास मिस्बाही, कारी अबु शहमा, मौलाना याकूब के अलावा सैंकड़ों उलेमा व मस्जिदों के इमाम उपस्थित थे।


NABI OR IMAM की शान में पढ़े कसीदे

हर तरफ जश्न का माहौल, ख्वातीन ने भी सजाई महफ़िल



Varanasi (dil India live). 03.10.2023. हिजरी कैलेंडर के तीसरे महीने रबीउल अव्वल की 17 तारीख, को शिया मुस्लिमों ने आख़िरी नबी पैग़म्बर मोहम्मद का और छठे इमाम हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ के जन्म दिवस के उपलक्ष्य पर शहर भर में महफिले सजाई. पहली महफ़िल हाजी अफ़सर हुसैन और हाजी अनवर हुसैन के संयोजन में भेलुपुरा की  मस्जिद क़ायम में आयोजित हुई तो मदरसा इमानिया में मौलाना ज़फर हुसैनी के संयोजन में क़दीमी महफिल हुई जिसमें दिल्ली से आये मौलाना मुमताज़ अली ने नूरानी तक़रीर पेश की. इसके अतिरिक्त प्रो. अज़ीज़ हैदर, रेहान बनारसी, अतश बनारसी, मेहंदी बनारसी, रिज़वान बनारसी ने बेहतरीन कलाम पेश किया. 
पितरकुण्ड में अफाक हैदर बबलू के निवास पर ख्वातीन ने महफ़िल का आयोजन किया, पैग़म्बर मोहम्मद साहब और इमाम जाफ़र सादिक की शान में इस दौरान कसीदे पढ़े गये.
 शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने बताया कि शिया समुदाय आख़िरी पैग़म्बर मोहम्मद साहब का जन्मदिन 17 रबी उल अव्वल को मानता है. इनकी माता का नाम आमना और पिता का नाम अब्दुल्ला था. पैग़म्बर साहब का जन्म को हिजरी कैलेंडर के अनुसार 1494 साल है चुके हैं, ईसवी कैलेंडर के अनुसार इनका जन्म 22 अप्रैल 571 ई. में हुआ. इमाम जाफ़र सादिक़ जिनका जन्म 23 अप्रैल 702 ई० में हुआ था, हिजरी कैलेण्डर के अनुसार 17 रबीउल अव्वल 84 हिजरी में हुआ. इमाम जाफ़र सादिक़ शिया मुसलमानों के इतिहास और ईमान के लिए काफी महत्वपूर्ण स्थान रखते है इसलिए ही शिया मुलमानों को फ़िरक़ा जाफ़रिया के नाम से जाना जाता है. इमाम जाफ़र सादिक़ ने पहली यूनिवर्सिटी की नींव रखी थी, जहां दुनियाभर के छात्र आते थे.
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Mira Kumar पहुंची रविदास मंदिर राजघाट

सतीश कुमार की तेरहवी में  किया शिरकत, चढ़ाया फूल 

श्री गुरु रविदास मन्दिर राजघाट में हुई श्रद्धांजलि सभा 




Varanasi (dil India live). 03.10.2023. मंगलवार को दी रविदास स्मारक सोसाइटी काशी राजघाट के तत्वाधान में सोसाइटी के सचिव प्रबंधक स्मृतिशेष सतीश कुमार उर्फ फगुनी राम की तेरहवी एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन रविदास मंदिर राजघाट वाराणसी में सम्पन्न हुआ. श्रद्धांजलि सभा में काशी, बिहार, मध्य प्रदेश व दिल्ली आदि प्रांतो से बड़ी संख्या में पधारे साधु संत एवं महंतों ने अरदास की. फगुनी राम के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए पूर्व लोक सभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहां फगुनी राम श्रद्धा विश्वास आस्था एवं सत्यनिष्ठा के साथ रविदास मंदिर एवं मेरे कुटुम्ब से जीवन भर जुड़े रहे, वे परिवार के अभिन्न अंग थे. उनकी असमय मृत्यु से मुझे गहरा सदमा लगा है वे गुरु जी के अमुर्त रूप के कुशल प्रबंधक थे. राजघाट काशी का रविदास मंदिर सर्वधर्म सम्भाव का प्रतीक है. समता मूलक समाज स्थापना इसका मुख्य उद्देश्य है. श्रद्धांजलि स‌भा को फगुनी राम के बेटे मनोज, विनोद कुमार एवं बेटी अनिता एवं वंदना के साथ-साथ डॉ भगवती सिंह, मदन लाल, भगत प्रो० प्रज्ञा, राजकुमार भारती आदि लोगों ने संबोधित किया सभा का संयोजन धन्यवाद ज्ञापन महाप्रबंधक रतन लाल भगत, संचालन डा. जयशंकर जय ने किया।

सभा में  मुख्य रूप से डा० अंशुल अभिजीत महंत रामेश्वरदास महंत रामविलास दास, डॉ भारत भूषण, महंत फलाहारी बाबा महंत वैभव गिरी, गोरखनाथ यादव, वीरेन्द्र बबलू रमेशगुप्त, डा. उमाशंकर यादव, मदन यादव के साथ पारिवारिक सदस्य गढ़ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

सोमवार, 2 अक्तूबर 2023

Gandhi jayanti पर चला स्वच्छता अभियान, निकली प्रभातफेरी






राष्ट्रपिता बापू एवं पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी की जयंती हर्षोल्लास संग मनी

सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया एवं महात्मा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए 

जजों ने झाड़ू लगाकर दीवानी न्यायालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया

स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान रैली को जिला जज ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

Varanasi (dil India live). 02.10.2023. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं माटी के लाल पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती सोमवार को जनपद में हर्षोल्लास के साथ मनायी गयी. प्रातः काल सभी सरकारी, अर्द्ध सरकारी कार्यालयों एवं विद्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। तत्पश्चात राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए. कमिश्नरी कार्यालय सभागार में अपर आयुक्त मनोज सिंह, कलेक्ट्रेट के राइफल क्लब सभागार में अपर जिलाधिकारी (ना0आ0) जवाहर लाल श्रीवास्तव ने महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. कमिश्नरी सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपर आयुक्त मनोज सिंह ने महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन एवं संघर्षों के विषय में विस्तार से लोगों को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों से प्रेरणा लेते हुए हम संकल्प ले की हम जिस भी स्तर पर कार्य कर रहे हैं पूरी ईमानदारी एवं पारदर्शिता से जनहित एवं समाज के अंतिम पंक्ति में मौजूद लोगों के लिए कल्याण के लिए कार्य करें. यही इन महापुरुषों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कलेक्ट्रेट के राइफल क्लब सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपर जिला अधिकारी (ना0आ0) जवाहर लाल श्रीवास्तव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं माटी के लाल पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जीवन संघर्षों का उद्धरण करते हुए कहा कि महात्मा गांधी सत्य एवं अहिंसा के पुजारी रहे। उन्होंने अहिंसा को ही देश के आजादी की लड़ाई में हथियार बनाकर ब्रिटिश हुकूमत की चूले हिला दी, वही माटी के लाल लाल बहादुर शास्त्री ने देश को अन्न उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए 'जय जवान जय किसान' का नारा दिया और जिसका परिणाम है कि आज देश अन्न उत्पादन में आत्मनिर्भर है. कार्यक्रम में विशेष रूप से निर्बलों के कल्याण सम्बन्धी "अन्तयोदय" की उनकी अवधारणा, भावनात्मक एकता, राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के सम्बन्ध में उनके विचारों का संक्षेप में परिचय दिया गया. स्कूलों एवं कालेजों में गाँधीवादी जीवन-दृष्टि का प्रचार तथा गाँधी जी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विद्यार्थियों की वाद-विवाद प्रतियोगिताएं/गोष्ठियाँ आयोजित किया गया तथा जातिगत भेद-भाव से दूर रहकर समाज में समता एवं समरसता लाने पर बल दिया जाय.
       गांधी जयंती के अवसर पर सोमवार को जनपद न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अजय कुमार विश्वेश ने जनपद न्यायालय परिसर में स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान के तहत स्कूली बच्चों के साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. तत्पश्चात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हाल में गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित स्वच्छता व जागरूकता अभियान संबंधी ई-उद्घाटन कार्यक्रम के सजीव प्रसारण को देखा व सुना गया.


“रक्तदान महादान, आओ जिंदगी बचाएं”

दो अक्टूबर सोमवार को दोपहर 1 बजे गुलिस्तां स्कूल के प्रांगण में हाजी इश्तियाक अहमद, बनारस चैरिटेबल ब्लड सेंटर वाराणसी के संयोजन में गांधी जयंती के उपलक्षय में “रक्तदान महादान, आओ जिंदगी बचाएं” के नाम से एक ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 25 रक्तविरों  ने अपना ब्लड दान किया और 10 से ज्यादा लोगों ने भविष्य में डोनटे करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया । एक तरफ बारिश होती रही और दूसरी तरफ रक्तवीर दानी आते रहे यह हौसला और समाज  सेवा का जुनून देख  प्रांगण में मौजूद खाश-ओ-आम आश्चर्यचकित रह गए । 
मुख्य अतिथि मुफ्ती ए शहर बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी साहब रहे। प्रोग्राम की सदारत सरदार हाफिज मोइनुद्दीन, बुनकर बिरादराना तंजीम बाईसी कमेटी ने की संचालन का काम  मोहम्मद शाहिद सेक्रेटरी मरियम फ़ाउंडेशन ने किया। सहयोगी संस्थाओं में मानव रक्त फाऊंडेशन, जमीयतुल अल अंसार, आज़ाद हिंद रिलीफ सोसाइटी, मरियम फाऊंडेशन, जमात ए इस्लामी हिंद, भारतीय फन ए सिपाहगिरि एसोसिएशन, मानवाधिकार जनकल्याण समिति व कई अन्य संस्थाओं ने मिल कर हिस्सा लिया l मुख्यरूप से अब्दुल मोबीन प्रबंधक, इशरत उस्मानी, असलम खलिफा, अब्दुल्लाह खालिद, अबू हाशिम, अली हुसैन, ताहिर शम्स, शाहीन अख्तर, मास्टर शहाबुद्दीन, हाजी मोहम्मद स्वालेह, मोअज्जम अंसारी, प्रमोद जी, जुल्फिकार एली, अब्दुल्लाह कलाम आदि लोग मौजूद थे।

कमपोजिट विद्यालय खानपुर में गांधी शास्त्री जयंती मनाई गई 



कंपोजिट विद्यालय खानपुर विकासखंड चिरईगांव जनपद वाराणसी के प्रांगण में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाई गई. सर्वप्रथम प्रभात फेरी निकाली गई लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया  गया तत्पश्चात ध्वजारोहण किया गया. इस अवसर पर सर्वप्रथम महापुरुष द्वय के चित्र पर विधालय परिवार के शिक्षक शिक्षकाओ  द्वारा पुष्पांजली अर्पित कर  महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया तथा स्वच्छता शपथ ग्रहण कराया गया. विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका इंदिरा सिंह ने उपस्थित लोगो को विस्तार से महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के कृतियों के बारे में  बताते हुए उन्हें युग पुरुष की बताया. कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ पंजीयन 1160 के जिला अध्यक्ष महेंद्र बहादुर सिंह ने किया.

मारहरा शरीफ के सज्जादानशीन डा.सैयद अमीन मियां कादरी कल करेंगे जलसे को खेताब

सज्जादानशीन डा.सैयद अमीन मियां कादरी से मुरीद होने जुटेगा मजमा

Varanasi (dil India live). 02.10.2023. भारत की प्रसिद्ध खानकाह मारहरा शरीफ के सज्जादा नशीन ताजुल मशाईख हजरत सैय्यद शाह डा. अमीन मियां कादरी बरकाती मारहरवी (सज्जादा नशीन खानकाहे बरकातिया मारहरा शरीफ) मंगलवार को बाद नमाज़ इशा रात्रि 9 बजे से रेवड़ीतालाब स्थित अंजुमन तरक्की-ए-अहले अहले सुन्नत के मैदान (बैतुस्सलाम) में बज़्मे कासमी बरकाती के तत्वधान में होने वाले जश्ने ईद मीलादुन्नबी में शिरकत करने के लिए आ रहे हैं. जलसे में हजारों अकीकतमंदों को धार्मिक/ शैक्षणिक नसीहत फरमायेंगे. जलसे में उनके शहजादे वलिये अहद हजरत सैय्यद अमान मियां बरकाती भी मौजूद होंगे, जो जनता के बीच अपना विचार रखेंगे, जलसे में तकरीर हज़रत मौलाना सैय्यद नूर आलम अलीगढ़ की होगी, जबकि नाते नबी गुनगुनाने के लिए भारत के मशहूर शायर इमरान रजा बरकाती जयपुर राजस्थान का आगमन हो रहा है। मौलाना अजरुल कादरी बरकाती उस्ताद मदरसा खानम जान ने बताया कि हजरत अमीन मियाँ अल्पसंख्यकों की शिक्षा के लिए बहुत ही चिन्तित रहते हैं और मुस्लिम बच्चे / बच्चियों को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास करते और आवश्यकतानुसार उनकी भरपूर मदद भी करते हैं वे इस समय भारत के दर्जनों शिक्षण संस्थानों के सरपरस्त है और अलबरकात एजुकेशनल सोसाइटी अलीगढ़ के संस्थापक व सरपरस्त हैं जहाँ से प्रतिवर्ष सैकड़ों मुस्लिम / गैर मुस्लिम बच्चे / बच्चियाँ उच्च शिक्षा हासिल कर देश की सेवा में लग जाते हैं, उन्होंने बताया कि 2009 में अमेरिका की एक युनिवर्सिटी ने दुनिया भर में मनुष्य हितों के लिए काम करने वाले 500 प्रसिद्ध व्यक्तियों का सर्वे किया जिसमें हजरत अमीन मिया कादरी बरकाती को 44 वाँ स्थान दिया गया.

गौरतलब हो कि खानकाहे बरकातिया से ही बरेली के इमाम आला हजरत व सरकार मुफ्ती-ए-आजम भी मरीद हैं. इस जलसा में पूर्वांचल के हजारों अकीदतमन्दों व उलमा के जुटने की सम्भावना है. जो लोग बरकाती सिलसिले में मुरीद होने की इच्छा रखते हैं वे उन्हें जलसा में ही मुरीद भी करेंगे.

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...