शादी न होने की निभाई गई रस्म, लगा मेला
Varanasi (dil India live)। जैतपुरा क्षेत्र के बड़ीबाजार सलारपुरा में रविवार को हजरत सैय्यद सालार मसऊद गाजी (गाजी मियां) की शादी की रस्म निभाई गई। इस दौरान दरगाह पर उमड़ी दोनों वर्गों के अकीदतमंदों की भीड़ से पूरा इलाका गुलज़ार था, इस दौरान गाजी मियां का उर्स भी मनाया गया और मजार पर लगे मेले में वाराणसी और आसपास के जायरीन फातिहा पढ़ने, गुलपोशी और चादरपोशी के लिए जुटे रहे। देर रात जैनपुरा छहमुहानी स्थित मोहम्मद सलाउद्दीन के आवास से गाजे बाजे और आतिशबाजी के बीच गाजी मियां की बारात निकली। मजार पर बरात के पहुंचने के बाद परम्परानुसार घरातियों व बरातियों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। शादी की रस्म चल ही रही थी कि वहां रखा मटका टूट गया, फिर क्या था बाराती नाराज़ हो गये। बात बढ़ती गई और शादी की रस्म अगले वर्ष के लिए टाल दी गई। दरगाह कमेटी के गद्दीनशीन हाजी एजाजुद्दीन हाशमी ने बताया कि सदियों से हर साल धूमधाम से बारात निकाली जाती है, सारी रस्में भी अदा होती हैं, लेकिन गाजी मियां की शादी नहीं हो पाती। इस लक्खी मेले में मुस्लिम और हिन्दू दोनों वर्ग के लोग अकीदत से शामिल होते है। उधर, गाजी मियां की शादी में आंधी पानी आने की भी सदियों से परम्परा है।
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