बुधवार, 16 दिसंबर 2020

डाक विभाग का महाअभियान

कोरोना और ठण्ड के बीच वाराणसी में पोस्ट आफिस की अनूठी पहल 

घर बैठे किसी भी बैंक से रूपये निकालने की सुविधा
 वारारसी



(दिल इंडिया)। कोरोना और ठण्ड के मौसम में लोगों को घर बैठे उनके दरवाजे पर पैसे निकालने की सुविधा देने के क्रम में डाक विभाग ने वाराणसी परिक्षेत्र  में 16  दिसंबर  को आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम का महाअभियान चलाकर एक दिन में लगभग दस हजार लोगों को लाभान्वित किया। इसके तहत रसोई से लेकर दुकान व खेत-खलिहान तक, गलियों से लेकर नदियों में नाव तक ऑनस्पॉट 1.85 करोड़ रूपये  की राशि लोगों को उनके बैंक खातों से निकालकर प्रदान की गई। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। कोरोना विपदा और ठण्ड के इस दौर में डाक विभाग की इस पहल को काफी सराहना मिल रही है।

वाराणसी परिक्षेत्र के  पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से डाक विभाग डाकिया और ग्रामीण डाक सेवकों द्वारा घर-घर जाकर किसी भी बैंक खाते से पैसा निकाल कर लोगों को उपलब्ध करा रहा है। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत भेजी गई डीबीटी रकम भी घर बैठे लोग अब डाकिया के माध्यम से निकाल पा रहे हैं। श्री यादव ने बताया कि कोरोना के दौरान वाराणसी परिक्षेत्र में अभी तक 6.65 लाख लोगों को 1अरब 92  करोड़ रुपये की राशि उनके  बैंक खातों से निकालकर घर बैठे डाकिया द्वारा प्रदान की जा चुकी है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि, असहाय लोग जो कि शारीरिक रूप से अक्षम हैं, वृद्ध या फिर सुदूर ग्रामीण क्षेत्र जहां पर एटीएम की सुविधा उपलब्ध नहीं है वहां पर भी डाक विभाग का डाकिया जाकर बैंक खातों से पैसे निकाल कर लोगों को उपलब्ध करा रहा है। डाकियों के पास उपलब्ध माइक्रो एटीएम से प्रतिदिन एक व्यक्ति द्वारा आधार लिंक्ड अपने बैंक खाते से दस हजार रूपए तक की रकम निकाली जा सकती है। कोरोना महामारी के इस दौर में डाककर्मी सोशल डिस्टेंसिंग व पूरी एहतियात बरतते हुए समर्पण भाव के साथ कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे हैं।

सेंट मेरीज़ महागिरजा

देश के शानदार चर्च की कहानी

वाराणसी (दिल इंडिया)। वाराणसी के कैंरोमेंट स्थित सेंट मेरीज़ महागिरजा देश के शानदार चर्चो में शामिल है, इसे महागिरजा यानी कैथड्रल भी कहा जाता है। वाराणसी धर्मप्रांत द्वारा संचालित महागिरजा को सुंदरता और भव्यता 8 अगस्त 1970 को वाराणसी धर्मप्रांत के पहले बिशप बने स्व. पैट्रिक डिसूजा ने अपने कार्यकाल में प्रदान किया था।उनसे पहले बनारस आगरा धर्मप्रांत द्वारा संचालित होता था। मैत्री भवन के निदेशक फादर फिलिप डेनिस बताते हैं कि यूं तो सेंट मेरीज़ चर्च की संगे-बुनियाद एक अस्तबल में 1840 में अंग्रेजी हुकूमत के दौरान रखी गयी थी, मगर इसका लिखित इतिहास 1920 से मिलता है। बाद में पैट्रिक डिसूजा के प्रयास से ही इस चर्च को महागिरजा का दर्जा मिला। महागिरजा को भव्यता प्रदान करने के लिए 1989 में स्व. पैट्रिक डिसूजा ने पुन: निर्माण कार्य शुरू कराया और परिणाम स्वरुप कुशल वास्तुविद् की डिजाइन पर यह कैथड्रल 1993 में तैयार हुआ तो ईसाई ही नहीं बल्कि सभी धर्म के लोगों ने कैथड्रल की सराहना की। यहाँ लम्बे समय तक बिशप राफी मंजली थे वर्ष 2013 में उनका तबादला इलाहाबाद हो गया। इस समय वाराणसी धर्मप्रांत के अगुआ बिशप यूज़ीन जोसेफ है। और महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज।

 बिशप यूज़ीन बताते हैं कि आज सेंट मेरीज़ महागिरजा की गिनती दुनिया के खूबसूरत गिरजाघरों में होती है। महागिरजा वास्तुकला और खूबसूरती के लिहाज़ से देश की शान है। इसके अंडर ग्राउण्ड में बाइबिल प्रदर्शनी की विद्या रची है। पवित्र बाइबिल में वर्णित सृष्टि की शुरुआत से लेकर मानव-मुक्ति योजना में प्रभु ईसा के जन्म, मुक्ति, मृत्यु तथा पुर्नरुत्थान तक की समस्त घटनाएं इस बाइबिल प्रदर्शनी के द्वारा यहा आने वालो को दिखाई जाती है। यीशु माता चर्च शिवपुर के पुरोहित फादर रोज़लीन राजा कहते हैं कि प्रदर्शनी में काष्ठ की मूर्तियों का उपयोग किया गया है। उन्हें रफ्तार देने के लिए इलेक्ट्रानिक मशीन है। मूर्तियों की गति में श्रव्य विद्या का समन्वय किया गया है। इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे सभी मूर्तियां सजीव हो उठीं हो। इस महागिरजा की बाहरी दीवारों पर प्रभु ईसा मसीह के जहां संदेश लिखे हैं वही भीतरी दीवार पर श्लोक लिखा है। महा गिरजा के पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज कहते है कि गिरजा के पीछे माता मरियम की प्रतिमा है। क्रिसमस पर यहां तीन दिन तक मेला लगता है। मेले के बहाने सभी मज़हब के लोग यहां जुटते हैं। जिससे पूरा माहौल गंगा जमुनी हो जाता है। 

मंगलवार, 15 दिसंबर 2020

उपमुख्यमंत्री ने किया किसानों को सम्बोधित

विरोधी दल किसानों का इस्तेमाल कर सरकार पर कर रहें प्रहार 

वाराणसी (दिल इंडिया)। केंद्र सरकार द्वारा पारित किसान बिल के समर्थन में जंसा में आयोजित  किसान सम्मेलन  संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला । कहा कि विरोधी दल किसानों के कंधे का इस्तेमाल कर सरकार पर प्रहार करने का काम कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि विपक्ष किसानों के जन्मजात दुश्मन और विरोधी है । वहीं उन्होंने समाजवादी पार्टी को समाप्त पार्टी बताया  जिस तरह बिहार में जंगल राज ख़त्म हुआ है वैसे ही यूपी में गुंडाराज की भी सफाया हो जाएगा ।

किसान बिल को लेकर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि पूरे देश के किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार द्वारा किसानों के हित में लाये गए किसान कानून का समर्थन कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि जिन किसान भाइयों को थोड़ी भी आपत्ति है वो सरकार के पास आएं उनके द्वार हमेशा खुले हैं । उन्हें जहां आपत्ति हो कानून में वो बताएं ।

विपक्षी किसानों के दुश्मन

किसानों का समर्थन कर रहे विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि विरोधी दल किसानों के कंधे का इस्तेमाल करके सरकार पर प्रहार करने का रास्ता खोज रहे हैं । इनके पास अब दम नहीं बचा है । ये कोई भी मुद्दा लेकर किसी के भी पीछे खड़े होकर के सरकार पर जो निशाना लगाने की कोशिश करते हैं ये जन्मजात किसानों के दुशमन हैं और विरोधी हैं । ये कभी किसानों के कभी हितैषी नहीं रहे , जो बातें इन्होने अपने घोषणा पत्र में कही है उस बात से पीछे हट रहे हैं । केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि जिन बातों का ये सत्ता में रहकर समर्थन करते थे । आज जब सरकार ने निर्णय लिया है जिससे किसान की खुशहाली सुनिश्चित है ,उसका विरोध कर रहे है ।

इनकी रही मौजूदगी


किसान सम्मेलन में उपस्थित प्रमुख नेताओं में पिंडरा विधायक डॉ अवधेश सिंह जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राव अशोक तिवारी नागेंद्र रघुवंशी राम प्रकाश दुबे मुन्ना सिंह प्रवीण सिंह गौतम सुरेश सिंह अरविंद पटेल शिवानंद राय अरविंद मिश्रा संजय सोनकर अरविंद पांडे सुधीर वर्मा समेत मंडल अध्यक्ष जिले के पदाधिकारी एवं सैकड़ों किसानों ने भागीदारी निभाई।☺️

सर्द हवाओं ने बदला मौसम का मिजाज़

मौसम सर्द होते ही जले अलाव  

वाराणसी(दिल इंडिया)। मौसम के मिजाज में मंगलवार को खासा बदलाव दर्ज किया गया। भोर से ही मैदानी इलाकों से लेकर शहरी इलाकों तक में कोहरे व धुंध छाये हुए थे। इस दौरान शहर के लोगों ने ठंड और ठिठुरन महसूस किया, जिसके चलते जगह जगह लोग अलाव का जुगाड़ करते दिखाई दिये। शाम होते ही भोजूबीर, सरसौली, चौकाघाट, बजरडीहा, ककरमत्ता, लोहता आदि में लोग अलाव जलाकर लोग आग तापते दिखाई दिये। हालांकि अभी नगर निगम की ओर से अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।




चर्च और कालोनियों में तेज़ हुई क्रिसमस कि तैयारियां

मसीही कर रहे हैं यीशु कि आराधना 

वाराणसी (दिल इंडिया)। जैसे जैसे 25 दिसम्बर नज़दीक आ रहा है, क्रिसमस के आयोजन देर रात जागकर लोग मना रहे हैंं, यीशु जन्म के गीत गाये जा रहे हैं। वराणसी में भी क्रिसमस

का पर्व दूसरे शहरों कि तरह तेज़ हो चला है। यहाँ महागिरजा समेत तमाम चर्च और उससे जुड़ी कालोनियों में 25 दिसम्बर कि तैयारियां धूमधाम से हो रही हैं। मसीही क्रिसमस को कोरोना के खात्मे का सही वक्त मान रहे हैं। रामकटोरा चर आदित्य कुमार का कहना हैं कि पूरी दुनिया में जब एक साथ प्रभु यीशु के जन्म पर दुआ होगी तो कोरोना महामारी भी दुनिया से खत्म हो जायेगी। उधर लाल गिरजा घर मेंं सेक्रेटरी विजय दयाल के संयोजन व पादरी संजय दान की अगुवाई में बुजुर्ग सम्मान दिवस मनाया गया। इस दौरान कैरोल की गूंज व यीशु आगमन का उल्लास लोगों के चेहरे पर साफ दिरव रहा था। इस दौरान वीएस लाल, आरलीन दयाल, रोसलीन दास, हेमंत दास, जॉन दयाल, राकेश हेमला, पुष्पा सिडनी, आशा टैगोर, ईवा प्रकाश, शीला एंडूस, मोरिस फिलिप्स, एमवी दास, अशोक दान आदि का चर्च कमेटी द्वारा सम्मान किया गया।

सोमवार, 14 दिसंबर 2020

आपका बैंक आपके द्वार को किया चरितार्थ

डाक विभाग ने एक दिन में खोले  5 हजार से ज्यादा खाता

-डाकिया निभा रहा  चलते-फिरते एटीएम की भूमिका - पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार

वाराणसी(दिल इंडिया)। डाक विभाग द्वारा वाराणसी परिक्षेत्र में कोरोना और ठंड के बीच पहल करते हुए डोर स्टेप बैंकिंग के तहत एक ही दिन में 14 दिसम्बर को 5 हजार से ज्यादा लोगों के इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक खाते खुलवाए गए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के महत्वाकांक्षी योजना डिजिटल बैंकिंग और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देते हुए मात्र आधार व मोबाईल नम्बर द्वारा ये पेपरलेस खाते खोले गए। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। वाराणसी परिक्षेत्र में अब तक 3.18 लाख लोग इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक से जुड़ चुके हैं और घर बैठे इसकी सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं।

 पोस्ट


मास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक के माध्यम से हर किसी के लिए घर से लेकर खेतों तक सहजता से डिजिटल और पेपरलेस बैंकिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इससे लोगों को भविष्य में भी घर बैठे आईपीपीबी के माध्यम से डीबीटी राशि प्राप्त करने में आसानी होगी। इस खाते के माध्यम से मोबाईल व डीटीएच रिचार्ज, बिजली व पानी बिल भुगतान जैसी तमाम सुविधाएँ मिलेंगी। जहाँ कोई नहीं पहुँचता, वहाँ डाकिया पहुँच रहा है। अब डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक चलते- फिरते एटीएम बन गए हैं।

 

पोस्टमास्टर जनरल श्री यादव ने बताया कि इसी क्रम में आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम द्वारा अन्य बैंकों में प्राप्त डीबीटी राशि या जमा राशि का भी माइक्रो एटीएम द्वारा भुगतान किया जा रहा है। इसके लिए भी 16 दिसम्बरदिन बुधवार को पूरे वाराणसी परिक्षेत्र में विशेष अभियान चलाया जाएगाताकि कोरोना और ठंड के इस दौर में भी लोग घर बैठे अपने किसी भी बैंक खाते से धनराशि निकाल सकें।



मदरसों की समस्याओं को लेकर प्रबंधकों की बैठक


सोसाइटी नवीनीकरण' सहित विभिन्न मुद्दों हुई चर्चा

वाराणसी(दिल इंडिया)। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र की अध्यक्षता में मदरसे से जुड़े लोगों व मदरसा मैनेजर एसोसिएशन की एक अति आवश्यक बैठक मदरसा खानम जान अर्दली बाजार में हुई। बैठक में मदरसा सोसाइटी नवीनीकरण के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई।

भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति, पोर्टल ना खुलने की  समस्याओं से जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को अवगत कराया गया। मदरसों  के विकास और परियोजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा कर प्रकाश डाला गया। मदरसा मैनेजर एसोसिएशन और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व विभाग से आपसी सामंजस पर भी विस्तृत चर्चा की गई।

इस मौके पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र के अलावा श्री शहाबुद्दीन लोदी डॉक्टर इम्तियाज उद्दीन पूर्व पार्षद,





अखलाक अहमद, दानिश शहाब, रिज़वान अहमद सुल्तान अहमद, हाजी मंजूर, अब्दुल रकीब सहित लोगों ने अपने अपने मदरसों की समस्याओं व सुझाव भी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को दिया।

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...