मंगलवार, 20 अगस्त 2024

संचार क्रांति के जनक, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को 80 वीं जयंती पर किया गया याद


Chandoli (dil India live)। उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवा दल पूर्वी जोन के मुख्य संगठक सतीश बिंद के नेतृत्व में संचार क्रांति के जनक, पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी के 80 वीं जयंती न्यू सेंट्रल कॉलोनी स्थित पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की जन्मस्थली पर मनाया गया। इस दौरान उनके  चित्र पर कांग्रेस सेवादल के प्रदेश मुख्य सांगठक डॉ प्रमोद कुमार पांडेय सहित कांग्रेस जनों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया गया एवं उनको गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। तदोपरांत आम, शमी, नीम, गुलमोहर, गुलहड़, कदम्ब सहित 80 पौधे लगाये गये। 

इस दौरान आयोजित गोष्ठी में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवा दल के मुख्य संगठक डॉ. प्रमोद पांडेय ने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी एक महान दूर दृष्टा, ओजस्वी युवा नेता थे, उनकी सोच थी भारत  21वीं शताब्दी में दुनिया के मानचित्र में शिखर पर दिखे। उनका सपना था देश का अंतिम व्यक्ति तरक्की और शिक्षा के माहौल के सुविधा में जीवन यापन कर सके। उन्होंने देश में संचार क्रांति की शुरुआत की, इस वजह से उन्हें संचार क्रांति का जनक कहा जाता है। उन्होंने पंचायती राज व्यवस्था लागू कर  एक तरफ सामाजिक न्याय प्रणाली को विकसित किया वहीं दूसरी ओर इस व्यवस्था से गांव-गांव में विकास की गंगा बही, उन्होंने कहा कि नौजवानों को 18 वर्ष की उम्र में वोट देने का अधिकार देकर नौजवानों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य राजीव गांधी ने किया।

 वही कार्यक्रम में कांग्रेस सेवा दल पूर्वी जोन के मुख्य संगठक सतीश कुमार बिंद ने कहा कि राजीव गांधी दुनिया के सबसे युवा प्रधानमंत्री में शुमार किए जाते हैं। उनकी सोच थी समाज में भाईचारा कायम होने के साथ भारत एक विकसित राष्ट्र बनाने की थी, वहीं कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने नवोदय विद्यालय की स्थापना व पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया था आज अगर वे होते तो सांप्रदायिक शक्तियां कुकुरमुतते की तरह नहीं पनप पाती।

कार्यक्रम में डॉ प्रमोद कुमार पांडेय, धर्मेंद्र तिवारी, सतीश कुमार बिंद, रामजी गुप्ता, हीरालाल शर्मा,मधु राय, प्रेम शंकर तिवारी, आनन्द शुक्ला, मनोज द्विवेदी, शाहिद तौसीफ़, दयाराम पटेल, डॉक्टर जीके पांडेय, प्रदीप मिश्रा, गंगाराम, श्रीकांत पाठक, नवीन पांडेय, निहाल अख्तर, मोहम्मद आफताब, असद इकबाल, विजय गुप्ता, दशरथ चौहान, राधेश्याम यदुवंशी, दानिश परवेज, हमीरशाह बुद्ध, उदय प्रताप सिंह, मनोहर बिन्द, धर्मवीर भारती, उमेश बिंद, मदन मुरारी बिन्द, धर्मेंद्र बिंद, श्याम नारायण गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

Orderly bazar से निकलेगा चेहलुम का मुख्य जुलूस



रामनगर में उठा जनाबे सकीना का ताबूत, अलम व झूला, ज़ियारत को उमड़े अक़ीदतमंद 

Varanasi (dil India live)। इमाम हुसैन की चार साल की बेटी जनाबे सकीना की शहादत के मौके पर वारीगढ़ही स्थित अज़ाखान-ए-बाबुल हवाएज शमीम अख्तर के आवास पर एक मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस का आगाज़ शुजाअत अली राजा ने सोज़ख्वानी के ज़रिये किया। मजलिस में अम्बर तुराबी, एलिया गाज़ीपुरी, बाक़र रामनगरी आदि शायरों ने कलाम पेश किये। मजलिस को खेताब करते हुए मौलाना सय्यद नदीम असगऱ रिज़वी बनारस ने कर्बला की जंग के बारे में बताया। कर्बला में शहीद इमाम हुसैन और उनके साथियों को याद कर मजलिस में बैठे लोग रोने लगे। मजलिस के बाद बीबी सकीना का ताबूत जनाबे अली असगर का झूला और हज़रते अब्बास का अलम उठाया गया। मजलिस में मौजूद आज़ादारों ने नम आँखों से ज़ियारत की। मजलिस में गूंचा ए हैदरी चौक बनारस, गूंचा ए मुहाफ़िज़े अज़ा रामनगर ने नौहाख्वानी व सीनाज़ानी किया। मजलिस में आये तमाम अज़ादारों का बानिए प्रोग्राम शमीम अख्तर गदीरी और अता अब्बास ने लोगों का शुक्रिया अदा किया। मजलिस में मुख्यरूप से सय्यद अख्तर रज़ा आब्दी, समर अब्बास, मोहम्मद मेहंदी, मौलाना तहज़ीबुल हसन अज़मी, मिर्जा मुशीर हसन, मुन्ना मिर्ज़ा, युसूफ रिज़वी रईस, मुजम्मिल मिर्जा, सयैद सादिक़ इमाम, मोहम्मद अली, फिरोज़ हुसैन, रागिब हुसैन, शामुराद बिलग्रामी, आदिल हुसैन बल्ले, रमीज़ हुसैन, औन नक़वी, प्रिंस हसन, आयाना हुसैन,‌‌ कोनाल अली, यूशा तुराबी, अता अब्बास, समीर हसन, रिषभ हसन, औन तुराबी, अरमान, कुमैल, मोहम्मद मेहंदी सल्लन, इरफ़ान हुसैन, अमीन हैदर, शहंशाह मिर्ज़ापुरी, जव्वार हुसैन, मुजतबा हुसैनी, क़रनैन, आजम रिज़वी, मोहम्मद सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे। मजलिस का संचालन नदीम आब्दी ने किया।

26 को निकलेगा जुलूस 

अंजुमन इमामिया के संयोजन में अर्दली बाजार से निकलने वाला चेहलुम का मुख्य जुलूस इस साल भी मास्टर ज़हीर हुसैन के इमामबारगाह से 26 अगस्त को निकलेगा। उक्त जानकारी देते हुए अंजुमन के मीडिया पैनलिस्ट फसाहत हुसैन बाबू, हसन मेहंदी कब्बन ने संयुक्त प्रेस रिलीज में कहा कि 26 अगस्त को सुबह 10 बजे एक मजलिस होगी, जिसे मौलाना गुलज़ार मौलाई खिताब करेंगे। बाद मजलिस ऊंटों पर अमारी, दुलदुल, आलम, ताबूत व जुल्फेकार का जुलूस निकलेगा। लगभग 10 घंटे चलने वाले इस जुलूस मे शहर की नामचीन अंजुमन अंसारे हुसैनी, हुसैनिया, सदाए अब्बास, पैगामे हुसैनी, जादे आखिरत नौहाखवानी, मातम व सीनाज़नी करते हुए चलेगी। जुलूस अपने कदीमी रास्ते से होता हुआ पुनः उसी  इमामबाड़ा में समाप्त होगा। उल्फत बीबी हाता मुख्य द्वार पर मौलाना तहजीबुल हसन ( रांची ) तकरीर करेंगे। मौलाना तौसीफ अली जुलूस परिचय कराएंगे, जबकि मौलाना बाकर रज़ा ( बलियाबी) संचालन करेंगे।


घिर-घिर आई बदरिया... में हुई जमकर मस्ती





Varanasi (dil India live). अखिल भारतीय वैश्य महिला महासंगठन एवं स्माइल मुनिया द्वारा घिर-घिर आई बदरिया... कार्यक्रम लंका स्थित डी वंस मोर रेस्टोरेंट में संपन्न हुई। संस्था की अध्यक्ष अंजलि अग्रवाल ने सभी का स्वागत करते हुए गणेश वंदना की प्रस्तुत से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान सुनीता, रागिनी ने कजरी प्रस्तुत कर समा बांध दिया। रुचि गीता, इरा, नीलू ने अपने खूबसूरत नृत्य से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। निशा, विनिता, प्रीती ने आयोजन के दौरान कई रोचक गेम्स खेलवाकर सभी का खूब मनोरंजन किया। धन्यवाद सचिव सुशीला जायसवाल ने दिया। भावना, शाइस्ता, सत्यभामा इत्यादि सदस्यों ने गरिमामयी उपस्तिथि दर्ज कराई।

सोमवार, 19 अगस्त 2024

Hindu बहनों ने बांधी मुस्लिम भाई को मोहब्बत की राखी

20 साल से हिंदू बहने बांध रही हैं आरिफ़ सिद्दीकी को राखी

Bhadoi (dil India live/Aftab Ansari)। हिंदुस्तान की सरजमीं पर आपसी सौहार्द और मोहब्बत की कहानियों का इतिहास बिखरा पड़ा हुआ है। जो कभी दीपावली, होली, ईद तो कभी क्रिसमस और गुरु पर्व पर उभर कर सामने आता है। ऐसे ही रक्षाबंधन भी आपसी सौहार्द का प्रतीक है। इसकी मिसाल भदोही जिले में आसानी से देखने को मिलती है। 
सोमवार को रक्षाबंधन पर्व पर नगर पालिका परिषद भदोही के पूर्व चेयरमैन मो.आरिफ सिद्दिकी को हिंदू बहनों ने राखी बांधी। वो पिछले 20 वर्षों से अपने अजीज भाई आरिफ को राखी बांधती चलीं आ रहीं हैं। इस वर्ष भी उन बहनों ने मो.आरिफ सिद्दिकी को राखी बांधकर रक्षाबंधन के पर्व पर सौहार्द की चाशनी लगाई।
इस अवसर पर कटरा बाज़ार, अस्ति, धहरौरा, स्टेशन रोड व पकरी आदि जगहों से हिन्दू बहनें आई जिनमें मुख्य रूप से अनीता गुप्ता, बबिता दुबे, रूपा देवी, गुड़िया देवी, सुनीता देवी, रुक्मणि देवी, रिंकी देवी, रीता सिंह, सुनीता सिंह व श्रुति सिंह आदि हिंदू बहने शुभ मुहूर्त के समय पूजा का थाल सजाया और भाई के हाथों में रेशम की डोर से संसार...बांध दिया। इस मौके पर पूरा माहौल गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल पेश करता दिखाई दे रहा था।

Lions Club Varanasi City की नेत्रदान जागरुकता रैली 24 को

रैली के जरिए बताया जाएगा नेत्रदान का महत्व 

Varanasi (dil India live)। नेत्रदान एक सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम है। इस बार 39 वाँ नेत्रदान पखवाड़ा के अन्तर्गत लायन्स क्लब वाराणसी सिटी द्वारा 24 अगस्त को नेत्रदान जागरुकता रैली आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नेत्रदान के प्रति जागरूकता फैलाना है और लोगों को नेत्रदान के महत्व के बारे में शिक्षित करना है। लायंस आई बैंक के अघ्यक्ष  मुकुंद लाल टंडन व सेक्रेटरी डा. अनुराग टंडन ने यह जानकारी दी। दोनों ने संयुक्त रूप से बताया कि नेत्रदान जागरूकता रैली 24 अगस्त, शनिवार को प्रातः 9:00 बजे टंडन नर्सिंग होम, पियरी से मण्डल अस्पताल, कबीरचौरा तक जाएगी। यह एक सराहनीय पहल है जो समाज में नेत्रदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी। उन्होंने लोगों से अपील किया कि इस रैली में सम्मिलित होकर नेत्रदान जागरूकता रैली को सफल बनायें।

योगी सरकार में पीड़ितों को नहीं मिल रहा न्याय

राजस्व अभिलेखों में बैनामा दर्ज कराने के लिए तहसील दिवस पर की गई तीन बार जनशिकायत, फिर भी नहीं मिला न्याय

-प्रार्थी द्वारा मुख्यमंत्री जनशिकायत पोर्टल पर प्रार्थनापत्र देने पर भी नहीं हुआ निराकरण, बताया गया समस्या का हो गया समाधान



Varanasi (dil India live). मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए सरकारी मशीनरी की तमाम व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के बावजूद भी न्याय न मिलने पर दर दर भटकने को मजबूर हो रहे हैं पीड़ित। वाकया वाराणसी का है जिसमें राजस्व अभिलेखों में बैनामा दर्ज कराने के लिए पीड़ितों अजय कुमार सिंह व अन्य प्रार्थीगण ने बताया कि हम ग्राम पंचायत बसनी ठाकुरपुर, विकास खण्ड बड़ागांव, तहसील पिण्ड्रा, जिला वाराणसी का मूल निवासी हैं। प्रार्थीगणों की मौजा बसनी की जमीन का अधिग्रहण एयरपोर्ट अथारिटी द्वारा कर लिया गया है। जिसका आराजी नंबर 443 ख व 445 क है। कई बार लेखपाल व कानूनगो राजस्व निरीक्षक से संपर्क करने के बावजूद भी आज तक बैनामा नहीं हो सका। जबकि इस बाबत प्रार्थीगणों द्वारा दिनांक 04.11.2023 क्रमांक 1172, दिनांक C 02.12.2023 क्रमांक 1205 एवं दिनांक 03.02.2024 A क्रमांक 180 को तहसील दिवस पर प्रार्थना-पत्र देकर उसे बैनामा कराने की प्रार्थना भी की जा चुकी है। लेकिन  कोई कार्रवाई नहीं की गई। अधिकारियों द्वारा केवल उसे अटकाने और भटकाने का काम ही किया जा रहा है। जिससे प्रार्थीगण बहुत परेशान हैं। उक्त के सम्बन्ध में मा. मुख्यमंत्री जी के जन शिकायत पोर्टल पर दिनांक 13 जुन सन्दर्भ स०40019724016047 को प्रार्थना पत्र देकर समस्या के निस्तारण हेतु अनुरोध किया गया| तपरांत दिनांक 5 जुलाई को IGRS के माध्यम से अवगत कराया गया कि उक्त समस्या का निस्तारण कर दिया गया,परन्तु खेद के साथ अवगत करना है कि उक्त समस्या का तहसील स्तर पर आज तक कोई भी निस्तारण नहीं हो सका। उसके बाद दिनांक 6 अगस्त 2024 को मुख्य विकास अधिकारी को भी उक्त समस्या के निस्तारण हेतु प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसमें विनम्र अनुरोध किया गया है कि त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रार्थीगणों की जमीन का बैनामा कराया जाए ताकि न्याय हो। इसे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही एक्स पर भी अजय कुमार सिंह ने पोस्ट किया है।

रविवार, 18 अगस्त 2024

St. Mary's महागिरजा में जुटे क्रिश्चियन, मनाया रक्षा बंधन

पहली बार चर्च से की गई रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत 








Varanasi (dil India live)। सेंट मेरीज महागिरजा में इतवार को मसीही समुदाय के लोग जुटे, इस दौरान लोगों ने आपस में एक दूसरे को राखी बांधी और रक्षा बंधन पर्व की शुरुआत की। आल इंडिया कैथोलिक यूनियन के अध्यक्ष बेंजामिन नाडर की अगुवाई में हुए इस आयोजन में सिस्टर्स, ब्रदर्स, फादर ने भी शिरकत की। 

रोनाल्ड बेंजामिन नार्डर ने दिल इंडिया लाइव को बताया कि ईसाई धर्म भी रक्षा बंधन का त्योहार मनाएं इस पर विचार विमर्श किया गया और निर्णय लिया गया कि अपनी धर्म बहनों के साथ व ईसाई धर्म की बहने मिलकर रक्षाबंधन त्योहार मना सकते हैं इसमें कोई धार्मिक अड़चन या खराबी नहीं है। इसीलिए इसकी शुरुआत इतवार को यहां गिरजाघर कैंटोनमेंट से की गई है। आने वाले साल में इसे और बड़े तौर पर दूसरे धर्म के साथ भी मनाया जाएगा। इस मौके पर फादर अगस्टिन, फादर कासपर, फादर विजय शांति राज, अनिता स्टीवंस आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे। 

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...