शनिवार, 3 अप्रैल 2021

मौत को मात देकर जी उठे थे प्रभु यीशु

गूगल पर सर्च करें ईस्टर की कहानी  

वाराणसी (अमन/दिल इंडिया लाइव) Easter: ईसा मसीह के चमत्कारों से डरकर रोमन गवर्नर पिलातुस ने उन्हें यरुशलम के पहाड़ पर फांसी पर चढ़ा दिया था। ऐसी मान्यता है कि इसके तीन दिन बाद वह फिर जीवित हो उठे थे। बाइबल के मुताबिकरोमी सैनिकों ने ईसा को कोड़ों से मारा। उनके सर पर कांटों का ताज सजाया और उन पर थूका। पीठ पर अपना ही क्रॉस उठवा करउन्हें उस पहाड़ी पर ले जाया गयाजहां उसी क्रॉस पर उन्हें लटका दिया गया। इस बार का संडे इसलिए खास है क्योंकि दुनिया भर में ईस्टर मनाया जायेगा। हालांकिपिछ्ले साल कोरोना वायरस के कारण इस त्योहार की धूम नहीं देखी गई। सभी लोग लॉकडाउन की वजह से अपने घरों में बंद थे और घर पर ही ईस्टर मनाया गया था मगर इस बार हालात कुछ बेहतर हैं।     

ये बात अलग है कि ईस्टर का जश्न क्रिसमस की तर्ज पर नहीं मनाया जातालेकिन इसका ईसाइयों के बीच बड़ा महत्व है। दरअसलईसाई धार्मिक ग्रन्थ के अनुसारसूली पर लटकाए जाने के तीसरे दिन यीशु इसी दिन जी उठे थे। इसी की खुशी में ईस्टर दिवस या ईस्टर रविवार मनाया जाता है। परंपरागत रूप से यह पर्व 40 दिनों तक चलता है जो ईस्टर संडे के दिन ख़त्म होता है। गुड फ्राइडे को लोग जहां शोक मनाते हैंवहीं ईस्टर पर खुशियां लौट आती हैं। ईस्टर के दिन लोग चर्च और घरों में मोमबत्तियां जलाते हैं और इस दिन ईस्टर लंच का आयोजन भी किया जाता है।

फिर लौटती है खुशियां

हजारों साल पहले इंसानियत के दुश्मनों ने प्रभु यीशु को क्रूस पर लटका दिया था। हर कोई इस क्रूर हादसे से सहम गया। शुक्रवार को हुए इस हादसे के बाद अचानक रविवार यानी ईस्टर को प्रभु यीशु फिर से जी उठे। मातम की घडि़यां खत्म हुई और हर तरफ खुशियों की लहर दौड़ गयी। प्रभु जी उठे हैं। अब हमारे दुखों का अंत होगा। कहीं भी कोई रोता बिलखता नहीं दिखेगा। हर किसी के मन में ऐसे ही जज्बातों का समंदर उमड़ता दिखा।







आज है ईस्टर नाइट

प्रभु के जी उठने की खुशी में चर्चेज से लेकर घरों तक आकर्षक सजावट की गयी है। हर तरफ लोग खुशियां मनाते-बांटते दिखेंगे। सडे को जहा ईस्टर बन खिला कर लोग एक दूसरे को मुबारकबाद देंगे, वही आज रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में यीशु के जी उठने कि खुशी में भव्य आयोजन इस्टर नाइट होगा। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी में फेस्टिवल का उत्साह दिखेगा। वही इस्टर संडे को चर्जेज में स्पेशल प्रेयर का आयोजन होगा। इसमें बड़ी संख्या में मसीही समुदाय के लोग शामिल होंगे। वे सुबह सुबह अपने हाथों में कैंडिल लेकर चर्च जायेंगे और वहां प्रेयर किया जायेगा। सेंट मेरीज महागिरजालाल गिरिजातेलियाबाग चर्चसेंट पाल चर्चसेंट थॉमस चर्चबेथेलफुल गोस्पल चर्चईसीआईचर्च सुंदरपुर, चर्च आफ बनारस, रामकटोरा चर्च सहित अन्य चर्चेज में लोग प्रार्थना करेंगे। घरों और चर्चेज में लोगों ने प्रभु के जी उठने की खुशी में एक से बढ़कर कैरोल गायेगे। मसीही समुदाय के लोग अपने प्रियजनों की कब्रों पर श्रद्धा के फूल भी अर्पित करेंगे।

शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021

गुड फ्राइडे पर हुई क्रूस मार्ग की आराधना

प्रभु ईसा की शहादत के मर्मस्पर्शी दृश्यों को देख फफक पड़े मसीही





वाराणसी (अमन/दिल इंडिया लाइव)। प्रभु ईसा मसीह की दु:खपीड़ा और सलीब पर उनकी शहादत के मर्मस्पर्शी दृश्यों का मंचन सेंट मेरीज़ महागिरजा में गुड फ्राइडे पर आयोजित क्रूस मार्ग की आराधना के दौरान देखने को मिला| इस दौरान बड़ी संख्या में आये मसीही श्रद्धालुओं ने श्रद्धा के साथ प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। विशप यूज़ीन जोसेफ की अगुवाई में हुए गुड फ्राइडे की आराधना में बड़ी संख्या में पुरोहित और सिस्टर्स भी मौजूद थी। 

राज्यपाल पिलातुस के आदेश पर रोमी सिपाहियों द्वारा यीशु को चालीस कोड़ों से मारे जाने और यहूदी धर्मगुरुओं  के दबाव में आकर राज्यपाल पिलातुस द्वारा उन्हें मृत्युदण्ड दिए जाने के हृदयस्पर्शी दृश्यों की मार्मिक प्रस्तुति से क्रूस का रास्ता का आयोजन हुआ| इस दौरान यीशु के कन्धों पर भारी क्रूस लादकर कलवारी पहाड़ की ओर दर्दभरी उनकी यात्रा के दौरान उनकी माता के साथ आंसुओं की धार के बीच मुलाक़ात, भारी क्रूस के नीचे सिपाहियों की मार खाते खाते यीशु मसीह का बार बार गिरना, कलवारी पहाड़ पर उनका चीरहरण, क्रूस पर बड़े कीलों से उनकी हथेलियों और पाओं को ठोका जाना और अंत में क्रूस पर उनकी मृत्यु के दृश्यों को श्रद्धालुओं ने देखा तो सभी के सामने यीशु मसीह के साथ हुए अमानवीय सुनूक की याद ताजा हो गयी| जब येशु के शव को क्रूस से उतारकर उनकी माता मरियम की गोद में रखने और कफन में लपेटकर कब्र में रखने के दृश्यों का मंचन हुआ तब सभी सिसकियाँ लेते रहे, और काफी लोग फफक-फफक कर रो भी रहे थे| इस दौटान फादर विजय शांतिराज, फादर थामस, फायर सीरीज, सिस्टर एनवीटा, सिस्टर मंजू, सिस्टर तारा आदि सैकड़ो लोग मौजूद थे।

 यीशु के 7 वचनो पर डाली रौशनी

लाल गिरजाघर में पादरी संजय दान, सेंट पाल चर्च में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च आफ बनारस में पादरी बेन जॉन, सेंट थामस चर्च में पादरी न्यूटन, रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार, सेंट बेटलफुल गास्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार ने क्रूस पर यीशु मसीह द्वारा दिये गये 7 वचनों पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान बड़ी संख्या में मसीही मौजूद थे।

बढ रहा कोरोना, अब 11 तक बंद रहेगा स्कूल

अब 12 से खुलेंगे स्कूल, कोरोना के चलते सरकार का फैसला

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। उत्तर प्रदेश की योगी आदि‍त्‍यनाथ सरकार ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना के संक्रमण को देखते हुए कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल 11 अप्रैल तक बंद करने का निर्देश दिया हैं। इस निर्णय के बाद सभी सरकारी और निजी क्षेत्र के स्कूल 11 अप्रैल तक बंद रहेंगे। बाकी स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का सख़्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने बताया कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। 

पता हो कि पहले सरकार ने 4 अप्रैल तक स्कूल बंद करने का आदेश दिया था। अब 4 अप्रैल तक बंद की अवधि को बख़ाकर 11 अप्रैल तक कर दिया गया है।

गुड फ्राइडे की चर्चेज में शुरु हुई प्रार्थना



धरती रो पड़ी, कलवारी में ईसा शहीद हुए

वाराणसी (अमन/दिल इंडिया लाइव) गुड फ्राइडे की विशेष आराधना व प्रार्थना देश दुनिया में आज सुबह से ही चर्जेज़ व गिरजाघरों में शुरु हो गई। इस दौरान जहाँ प्रभु ईसा मसीह को क्रूस पर चढ़ाये जाने की मार्मिक इतिहास का वर्णन हुआ वहीं इसे सुनकर लोगों की आंखों में सहज ही आंसु भर आया। बनारस में प्रोटेंसटेंट मसीही समुदाय के चर्चेज़ में प्रार्थना दोपहर 12 बजे से शुरु हुई तो कैथलिक चर्चेज़ में 3 बजे से क्रूस पर प्रभु यीशु को चढ़ाये जाने की मार्मिक गाथा का मंचन, क्रूस मार्ग की आराधना संग शुरु होगी। सेंट मेरीज़ महागिरजा में बिशप यूज़ीन जोसेफ़ प्रार्थना सभा की अगुवाई करेंगे।

इसलिए मनाया जाता है गुड फ्राइडे 

ये वो दिन है जिस दिन प्रभु यीशु मसीह को गोल्गथा नामक पहाड़ पर, जो कलवारी नमक स्थान पर स्थित है, क्रुस पर चद़ाया गया था। इस घटना से पूर्व प्रभु यीशु मसीह को रोमी सैनिकों एवं धर्मगुरुओं द्वारा अत्यंत वेदनाओं एवं दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा और अंत में क्रूस पर प्रभु यीशु मसीह ने अपने प्राण त्याग दिए। उनकी पवित्र मौत को सभी हर साल गुड फ्राइडे के रुप में मनाते हैं। चर्च आफ बनारस के पादरी बेनजॉन व रामकटोरा चर्च के पादरी आदित्य कुमार ने बताया कि यीशु मसीह को घोर यातना दी गई, और क्रूस पर उन्हे चढ़ाया गया। क्रूस पर उनकी पवित्र मौत की खबर से कि कलवारी में ईसा शहीद हुए धरती रो पड़ी मगर चमत्कार तीसरे ही दिन हुआ जब ईसा मसीह पुनः जीवित हो उठे।

क्रूस पर दिए प्रभु ने सात वचन

क्रूस पर से यीशु ने सात दिव्य वचन कहे जिनको की आज के दिन प्रार्थना सभाओं में स्मरण किया जाता है। यीशु मसीह के मानने वाले इन वचनों को आत्मसाध कर जीवन मैं अपनाने का संकल्प लेते हैं। मसीहियों का ये विश्वास है की आज के दिन को शुभ शुक्रवार इसलिए कहा जाता है क्यूंकि आज ही के दिन प्रभु यीशु ने समस्त मानव जाति को उनके पापों से बचाने के लिए अपने प्राण दिए और सभी को उद्धार का अवसर प्रदान किया।

अटेवा ने 1अप्रैल को काला दिवस के रूप में मनाया

सभी ने पुरानी पेंशन के लिए की आवाज़ बुलंद

वाराणसी(दिल इंडिया लाइव)। अटेवा पेंशन बचाओ मंच उ.प्र.के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधुजी एंव महामंत्री डा.नीरजपति त्रिपाठी के आह्वान पर उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदो के साथ ही जनपद  वाराणसी अटेवा के संयुक्त निर्णय के उपरांत वाराणसी में भी 1 अप्रैल को सभी पदाधिकारी, शिक्षक/कर्मचारी/अधिकारी, विगत वर्षों की भांति अपने- अपने कार्यस्थल पर अपनी बाहों मे काली पट्टी बांध कर विभागीय कार्य करते हुए एन पी एस का विरोध किया एंव सरकार से एन पी एस को तत्काल समाप्त करते हुए लाखों कर्मचारियों के हित मे पुरानी पेंशन बहाली की मांग किया।

      अटेवा के जिला संयोजक विनोद यादव ने कहा





कि नई पेंशन व्यवस्था में 1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद निश्चित पेंशन की गारंटी नही है। हमारे बुढ़ापे की लाठी भविष्य की सुरक्षा रूपी पेंशन की गारंटी उन कंपनियों पर निर्भर है जो शेयर बाजार में विश्वास करते हुए, देश के शिक्षक कर्मचारियो की मेहनत की कमाई को शेयर बाजार में लगाते है, जिसका हश्न सबके सामने है। शेयर बाजार से आय की कोई  निश्चित गारंटी नही है। 

      ज़िला मंत्री बी एन यादव ने कहा कि  1अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक कर्मचारी अपने आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा के प्रति बेहद चिंतित है। कर्मचारी के वेतन से काटी गई राशि की जिम्मेदारी सरकार अपने ऊपर नहीं लिया है, नई पेंशन व्यवस्था अगर अच्छी होती तो देश के जनप्रतिनिधि सबसे पहले पुरानी व्यवस्था को छोड़कर नई व्यवस्था अपनाते। आज सरकार एक देश एक विधान की बात कर रही है तो विधायक व सांसद पुरानी व्यवस्था व शिक्षक कर्मचारी को नई पेंशन क्यो दे रही है।पुरानी पेंशन व्यवस्था को हासिल करने के लिए सभी शिक्षक कर्मचारियों को एकजूट होकर सतत प्रयास की जरूरत है।भिक्षा नही अधिकार चाहिए,पुरानी पेंशन बहाल चाहिए।

      आज काला दिवस पर विरोध करने वालों में जिला संयोजक विनोद यादव, जिला मंत्री बी एन यादव, जिला सह संयोजक डॉ एहतेशामूल हक, जिला कोषाध्यक्ष चंद्र प्रकाश गुप्त, ज़िला संगठन मंत्री जफर अंसारी, नगर अध्यक्ष गुलाब चंद कुशवाहा, जिला मीडिया प्रभारी रामचंद्र, अजय यादव, प्रमोद पटेल इत्यादि थे।

गुरुवार, 1 अप्रैल 2021

फिल्म अभिनेत्री कुनिका सदानंद पहुंची बनारस

मिशन शक्ति के तहत जल्द खुलेगा सिलाई केंद्र

महिलाओं को समाजिक व आर्थिक रूप से स्वतंत्र होना जरूरी

वाराणसी (दिल इंडिया लाइव)। मिशन शक्ति के तहत फिल्म अभिनेत्री कुनिका बृहस्पतिवार को बनारस के रामसीपुर गांव पहुँची। ग्रामीण परिवेश पर फिदा कुनिका ने होप वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा गठित ग्रीन ग्रुप की महिलाओं से संवाद किया। कुनिका ने ग्रीन ग्रुप महिलाओं के द्वारा गांव- गांव में नशा, जुआ और महिला संबंधित अपराध के खिलाफ इनके कार्यों की सराहना की। फिल्म अभिनेत्री कुनिका ने कहा कि महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से भी स्वतंत्र होना बहुत जरूरी है। 

सवांद के बाद ग्रीन ग्रुप महिलाओं ने कुनिका सदानंद को गांव का भ्रमण कराया। अभिनेत्री कुनिका होप संस्था द्वारा सिलाई केंद्र खोलने में मदद करेंगी जिससे महिलाओं को रोजगार मिले और वह आर्थिक रूप से मजबूत बने। कार्यक्रम में होप संस्था के रवि मिश्रा, दिव्यांशु उपाध्याय, विकास दीक्षित, संदीप गुप्ता, श्यामकांत सुमन, कल्पना राय और चंद्रकांता मौजूद थी।



देश में महंगाई, अपराध व आराजकता का माहौल

अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का ज़ोरदार स्वागत

वाराणसी(दिल इडिया लाइव)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम को कठौडी नियामता बाद चंदौली  पहुंचने पर कांग्रेसजनो ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। तत्पश्चात आयोजित बैठक में मुख्य अतिथि शाहनवाज आलम साहब ने कहा कि आज देश बुरे दौर से गुजर रहा है। देश में महंगाई अराजकता अपराध भ्रष्टाचार का बोलबाला है जनता के थाली से रोटी छीनने का कार्य किया जा रहा है जनता के हितों के मुद्दे को लेकर आवाज उठाने पर सत्तारूढ़ सरकार द्वारा दमनात्मक रवैया अख्तियार किया जाता है आज जनता भाजपा के गलत नीतियों से ऊब चुकी है और कराह रही है गैर कांग्रेसी सरकारों ने देश का विकास अवरुद्ध किया देश में जाति और धर्म का जहर बोकर भाईचारा में दरार डालने का कार्य किया जा रहा है। गैर कांग्रेसी सरकारों में अल्पसंख्यक समाज के साथ दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है उनके शिक्षा नौकरियों और उनके खुशहाली के राह में रोड़े अटकाये जा रहे है,गैर सपा बसपा सरकारों ने अल्पसंख्यक समाज को गुमराह कर सत्ता पाने का कार्य की परंतु उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय का भला नहीं किया

शाहनवाज आलम साहब ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज का सपा से मोहभंग हो चुका है अल्पसंख्यक समाज आगामी चुनाव में सपा और बसपा को पटखनी देकर कांग्रेस के साथ खड़ी होगी अल्पसंख्यक समाज ने अब यह मान लिया कि कांग्रेस ही उनकी सच्ची हितैषी है और उनका  विकास सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है।



कांग्रेस सभी धर्मों को साथ लेकर चलने वाली पार्टी है कांग्रेस धर्म और जाति से ऊपर उठकर देश के विकास के बारे में सोचती है

कार्यक्रम में सर्वश्री सतीश बिंद दयाराम पटेल शाहिद तौसीफ डॉक्टर जावेद मोहम्मद तय्यब गनी अहमद रमेश बिंद मोहम्मद खालिद सलीम अहमद अफरोज अहमद रमेश बिंद मोहम्मद सरफराज मोहम्मद सरफराज आदि सहित कांग्रेस जन उपस्थित रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव शाहिद तौसीफ ने किया संचालन मोहम्मद तय्यब ने किया धन्यवाद ज्ञापन राधेश्याम यदुवंशी ने किया।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...