सपा ने रचा पीएम के बनारस में इतिहास
वाराणसी (दिल इंडिया)। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सपा ने भाजपा को बड़ी शिकस्त दी है। यहाँ शिक्षक एमएलसी सीट पर सपा ने भाजपा के दमदार प्रत्याशी चेतनारायण सिंह को न सिर्फ हरा बल्कि उन्हे तीसरे नंबर पर पहुँचा दिया हैं। वहीं स्नातक सीट पर भी भाजपा प्रत्याशी केदारनाथ सिंह पहले ही चक्र से पीछे चल रहे हैं। यहां भी सपा प्रत्याशी आशुतोष सिन्हा ने बढ़त बनाई हुई है।
मुकाबला हुआ रोचक
पहली बार सभी दलों ने एमएलसी चुनाव के लिए अपने प्रत्याशी उतारे थे। इससे चुनाव रोचक हो गया था। पिछली बार तक केवल सपा ने पश्चिम यूपी के जिलों में अपने प्रत्याशी उतारे थे। इस बार भाजपा, सपा और कांग्रेस ने भी सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे और जीत के लिए ताकत झोंक दी थी। दो बार से लगातार जीत दर्ज कर रहे चेतनारायण सिंह को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। सपा ने भदोही के रहने वाले लाल बिहारी यादव को प्रत्याशी बनाया। कांग्रेस ने किसी को अधिकृत प्रत्याशी घोषित नहीं किया था। ओमप्रकाश शर्मा गुट की ओर से प्रमोद मिश्रा मैदान में उतरे।
जीत सपा के लाल की
अंत में जीत सपा के लालबिहारी के हाथ लगी। लालबिहारी यादव ने ओम प्रकाश शर्मा गुट के प्रमोद कुमार मिश्र को 936 वोटों से हराया। लाल बिहारी को कुल 7766 वोट मिले हैं। प्रमोद कुमार 6830 वोट पा सके। भाजपा के चेतनारायण सिंह को केवल 4858 वोट मिले।
चक्र समाप्त होने तक लाल बिहारी को 7248 वोट और प्रमोद मिश्र को 6830 वोट मिले। अंतिम में मिश्र के वोट अंतरण करने पर सपा के लाल बिहारी के वोट 518 और बढ़ गए। इस तरह वह अपने प्रतिद्वंद्वी से 936 वोट अधिक हासिल कर चुनाव जीत गए। शिक्षक सीट पर पिछले 10 साल से काबिज निवर्तमान विधायक चेतनारायण सिंह मतगणना के प्रारंभ से अंत तक तीसरे स्थान पर ही रहे।
अन्य उम्मीदवारों का हाल
अन्य में कृष्ण मोहन यादव को 1621, डा. जितेंद्र कुमार सिंह पटेल को 783, धर्मेंद्र कुमार को 191, डा. फरीद अंसारी को 169, डा. बृजेश को 530, रजनी को 527, रमेश सिंह को 1973, राजेन्द्र प्रताप सिंह को 1444, संजय कुमार सिंह को 1001 वोट मिले। स्नातक सीट पर भी भाजपा पिछड़ गई है। यहां सपा बढ़त बनाए हुए है। प्रथम वरीयता के आधार पर तीसरे चरण की मतगणना में सपा प्रत्याशी आशुतोष सिन्हा 2142 वोटों से भाजपा से आगे चल रहे थे। सपा के आशुतोष सिन्हा को 11511 और भाजपा के केदारनाथ सिंह को 9469 वोट मिले थे। छह चरणों में मतगणना होनी है।