सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

साधकों ने लिया दीक्षा

महाशिवरात्रि साधना शिविर का हुआ शुभारंभ

सदगुरुदेव से शक्तिपात दीक्षा प्राप्त करना साधनात्मक जीवन का एक अहम बिंदु- साधक



वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव)। परम आदरणीय संत सदगुरुदेव नंदकिशोर श्रीमाली ने आज शिष्यों के साथ महाशिवरात्रि साधना शिविर 2022 का शुभारंभ  रामाश्रय वाटिका कचहरी वाराणसी के प्रांगण में उत्साह के साथ शुरू किया।आज साधना शक्तिपात व सामान्य दिक्षाए  सम्पन्न की गई । गुरुदेव ने मंत्रों के साथ शिविर का शुभारंभ किया शिविर में देश, विदेश के साथ सभी प्रदेशों के साधक पधारे हुए हैं नेपाल से भी साधक आये हुए हैं। रामाश्रय वाटिका, निकट कचहरी में आज की साधना संपन्न की गई सभी साधकों के साथ आयोजक मंडल के सदस्य डॉ वी बी सिंह, के के मिश्रा, हरिनारायण सिंह बिसेन, उदय सिंह, कैलाश सिंह मीरा मिश्रा, सौरभ सिंह, रिपुंजय सिंह एवं अन्य भक्त गण उपस्थित रहे।

     हरिनारायण सिंह बिसेन ने बताया कि आज प्रातः 9:00 बजे रुद्राष्टकम के साथ रुद्राभिषेक पारद शिवलिंग पर  गुरुदेव के द्वारा शिष्यों के साथ सम्पन्न की जायेगी।

महिलाओं को मतदान के लिए किया जागरुक

दिलायी मतदान की शपथ


वाराणसी 28 फरवरी (दिल इंडिया लाइव)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के अंतर्गत 7 मार्च को वाराणसी में होने वाले मतदान में अधिकतम मतदान हेतु जागरूकता लाने के उद्देश्य से महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही संस्था वी द वुमेन ने अलमनार ब्वायज स्कूल रेवड़ी तालाब में एक गोष्ठी का आयोजन किया। मुख्य अतिथि स्वीप आइकन और अंतरराष्ट्रीय एथेलीट नीलू मिश्रा ने  गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महोत्सव होता है। मतदान प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है इसलिए इसमें कोताही नही की जानी चाहिए और निर्भीक होकर मतदान करना चाहिए। उन्होंने टेंडर वोट की प्रक्रिया से भी लोगों को अवगत कराने के साथ ही यह भी बताया कि चुनाव आयोग ने मुस्लिम महिला मतदाताओं की बहुलता वाले बूथों पर महिला मतदान कर्मियों की तैनाती की गयी है, इसलिए मुस्लिम महिलाएं भी बिना किसी तनाव के वोट देने ज़रूर जाएं। उपस्थित महिलाओं सहित सभी को नीलू मिश्रा द्वारा मतदान की शपथ भी दिलायी गयी। अध्यक्षता करते हुए वी द वुमेन की निदेशक ग़ज़ाला अंजुम ने महिलाओं से आह्वाहन किया कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को मतदान के लिए भेजने की ज़िम्मेदारी वे स्वयं के ऊपर लें और आगामी 7 मार्च मतदान के दिन पहले मतदान फिर जलपान और मतदान नही तो जलपान नही का फार्मूला अपनाएं। गोष्ठी को सायबा, असमा, फ़ायज़ा आदि ने भी संबोधित किया। संचालन व धन्यवाद ज्ञापन फातमा फरहीन ने किया।

ऐश वेडनस डे : मसीही राख लगा करेंगे आराधना

मसीही रखेंगे चालीस दिन महा उपवास 


वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव) मसीह समाज का चालीस दिन चलने वाला उपवास बुधवार से शुरू हो रहा है। ऐश वेडनस डे पर महा गिरजा समेत शहर के सभी गिरजाघरों में शाम को विशेष प्रार्थना होगी। वाराणसी धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में बुधवार को कैथेड्रल में फादर विजय शांतिराज के संयोजन में विशेष प्रार्थना सभा होगी । इस दौरान मसीही माथे पर पॉम की पत्तियों की राख से होली क्रॉस बनाएंगे। इसके माध्यम से लोगों को संदेश दिया जाएगा कि ये चालीस दिन प्रायश्चित ओर नियम संयम के हैं। इस उपवास का यह भी संदेश है कि मनुष्य मिट्टी है और मिट्टी में ही मिल जाएगा।

वाराणसी डायसिस से जुड़े फादर थामस ने बताया कि  हर शुक्रवार को क्रूस का रास्ता का महागिरजा में आयोजन होगा।बुधवार से मसीही समुदाय के लोग गुड फ्राइडे तक उपवास करेंगे। यह आयोजन गुड फ्राइडे तक चलेगा। गुड फ्राइडे पर चर्च में 3 बजे विशेष आयोजन बिशप की अगुवाई में होगा। इस दौरान प्रभु ईसा मसीह के बलिदान को याद किया जाएगा। 

कब्रिस्तान की हिफाजत को नई पहल

कब्रिस्तान में चल रहा साफ सफाई अभियान 


वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव)। हत्वारी वेफेयर सोसाइटी के तमाम सदस्य गढ़ अपने नीजी कब्रिस्तान मे हो रही गन्दगी और आवैध निर्माण के खिलाफ संकल्प उठाया है की अपने पाक ज़मीन (कब्रिस्तान) मे आये दिन हो रही गंदगी, कब्रो के रख रखाओ में दूरदरता और हो रहे अवैध निर्माण के विरुद्ध पिछले २ सप्ताह से साफ सफाई का और वहा के लोगो को जागरूक करने का अभ्यान चलाया।हव्वारी वेलफेयर सोसाइटी के सेक्रेटरी लाल मोहम्मद ने यह कहा - किसी भी प्रकार की गंदगी और आवैध निर्माण कब्रिस्तान मे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। कब्रिस्तान की साफ सफाई और आवैध निर्माण को रोकने के लिए आगे भी इससे ज़्यादा मज़बूती से कदम उठायेंगे। इस आयोजन मे मुख़्य रूप से हव्वारी वेलफेयर सोसाइटी के सेक्रेटरी लाल मोहम्मद ओर तमाम सदस्यगन मौजूद थे। 

शुक्रवार, 11 फ़रवरी 2022

मतदान जागरूकता का यह तरीका देखिए

नुक्कड़ नाटक से छात्राओं ने किया गांव को जागरूक

वाराणसी ११ फरवरी (dil India live)। बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह एवं खंड शिक्षा अधिकारी संजय कुमार यादव के आव्हान पर विधानसभा में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए SVEEP 2022 के तहत पंचायत भवन ठटरा और विभिन्न स्थानों पर मतदाता जागरुकता के लिए गांव की छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक चौपाल का आयोजन हुआ। इस नाटक के माध्यम से छात्राओं ने गांव वासियों को ये संदेश दिया की एक स्वस्थ और भारष्टाचार  मुक्त समाज के निर्माण में एक सही उम्मीदवार का चयन करना कितना आवश्यक है। इस लिए हमें धर्म , जाति से ऊपर उठ कर सही उम्मीदवार को वोट देना चाहिए। तथा 100 प्रतिशत मतदान में सहयोग करना चाहिए।

इस नाटक में  ईशा केशरवानी, साक्षी केशरी, काजल पाल, किरण, शिफा, श्रेया विश्वकर्मा, श्रद्धा विश्वकर्मा ,मधु, सिमरन, प्रीति, देवयानी, आफरीन बानो एवं कोमल ने प्रतिभाग किया। इस नुक्कड़ नाटक की तैयारी में अध्यापक अब्दुर्रहमान, नीलम केशरी, संगीता सिंह एवं अमृता वर्मा ने मुख्य भूमिका निभाई। ये नुक्कड़ नाटक गांव वालों को बहुत पसंद आया इस की चर्चा पूरे गांव में खूब हो रही है।

पीलिया से नवजात को बचाएं, झाड़-फूंक नहीं उपचार कराएं

60 प्रतिशत फुलटर्म और 80 प्रतिशत प्रीमैच्योर बेबी में क्लीनिकल पीलिया की रहती है आशंका

समय पर उपचार से पूरी तरह ठीक हो जाती है पीलिया

पीलिया में लापरवाही हो सकती है जानलेवा


वाराणसी 11  फरवरी (dil India live)। नवजात शिशुओं में पीलिया का होना वैसे तो एक सामान्य बात है। 60 प्रतिशत फुलटर्म बेबी में और 80 प्रतिशत प्रीमैच्योर बेबी में क्लीनिकल पीलिया होने की आशंका रहती है पर थोड़ी सी सतर्कता और समय पर उपचार से यह रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है। इसलिए नवजात को यदि पीलिया हुआ है तो उसका झाड़-फूंक नहीं उपचार करायें। ध्यान रहे कि झाड़-फूंक नवजात के लिए जानलेवा भी हो सकता है। यह कहना है राजकीय महिला चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ व एसएनसीयू (सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) की प्रभारी डा. मृदुला मल्लिक का।

 डॉ. मल्लिक  ने बताया कि पीलिया किसी भी उम्र में हो सकता है। बड़ों में यह रोग संक्रमण के चलते होता है, जबकि नवजात में यह बीमारी अलग-अलग कारणों से होती है। नवजात में रोग से लड़ने की क्षमता काफी कम होती है। नवजात को पीलिया अधिक दिनों तक दिनों तक रहने से उसका हीमोग्लोबिन कम हो जाता है और वह कोमा में भी जा सकता है। समय से उपचार नहीं होने से उसका रोग गंभीर रूप लेकर जानलेवा भी हो सकता है।

डॉ. मृदुला ने बताया कि वर्ष 2020-21 में एसएनसीयू (सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट) में भर्ती 738 नवजात शिशुओं में 316 को पीलिया रहा। इस वर्ष जनवरी से अबतक कुल 90 शिशु एसएनसीयू में भर्ती हुए। इसमें 38 को पीलिया के कारण यहां लाया गया। हालांकि उपचार के बाद सभी स्वस्थ हैं।

 नवजात में पीलिया के कारण

डा. मृदुला बताती है कि नवजातों में पीलिया दो तरह का होता है। पैथोलॉजिकल पीलिया व फिजियोलॉजिकल पीलिया। पैथोलॉजिकल पीलिया के लक्षण बच्चे के जन्म के 24 घंटे के भीतर नजर आने लगते हैं और इसके इलाज की जरूरत होती है जबकि फिजियोलॉजिकल पीलिया के लक्षण बच्चे के जन्म के 24 से 72 घंटे बाद नजर आते हैं। यह पांच से सात दिन तक बढ़ता है। इसमें उपचार की जरूरत नहीं होती है। नवजात शिशुओं में पीलिया होने के कई कारण हैं। इनमें बच्चे के खून में बिलिरूबिन सेल्स की अधिकता एक बड़ा कारण होता है। मां और बच्चे का ब्लड ग्रुप ( आरएच & एबीओ) का अलग- अलग होना भी पीलिया का कारण हो जाता है। इसके अतिरिक्त किसी संक्रमण के चलते भी नवजात को पीलिया होने की काफी आशंका रहती है। 

 पीलिया के लक्षण- पीलिया होने पर शुरू में शिशु का चेहरा पीला होने लगता है उसु उसकी आंखें भी पीली हो जाती हैं। शिशु के नाखून पीले पड़ने लगते हैं। उसके त्वचा का रंग भी ज्यादा पीला दिखने लगे।  पीलिया के लक्षण नजर आने के बाद उसके उपचार में हुर्इ देरी उसके लिए नुकसानदेय हो सकते हैं। इसलिए शिशु में पीलिया के लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए, ताकि शिशु को पीलिया से होने वाली समस्याओं से बचाया जा सके।

इस प्रत्याशी को जाने क्यों मिली नोटिस

आचार संहिता उल्लंघन में फंसे शहर उत्तरी के प्रत्याशी मोनू राय

  • 48 घंटे में देना होगा जबाव, अन्यथा होगी कार्यवाहीआ

  • दर्श आचार संहिता में रैली/जुलूस है प्रतिबन्धित

  • प्रतिबन्ध के बावजूद मोनू राय ने निकाला था जुलूस


वाराणसी 11 फरवरी (dil India live)। रिटर्निग आफिसर 388-वाराणसी उत्तरी/अपर नगर मजिस्ट्रेट (चतुर्थ) ने वाराणसी उत्तरी के प्रत्याशी बहादुर आदमी पार्टी मोनू राय को 10 फरवरी को अपने नामांकन के दौरान आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किये जाने पर नोटिस जारी कर 48 घंटे में अनियमितता सम्बन्धित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। कहा है कि अन्यथा की स्थिति में यह माना जायेगा कि उपरोक्त के सम्बन्ध में उन्हें कुछ नहीं कहना है, तदनुसार उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। बताते चलें कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन 2022 के अन्तर्गत आदर्श आचार संहिता लागू है, जिसमें रैली/जुलूस प्रतिबन्धित है। प्रतिबन्ध के बावजूद 10 फरवरी को मोनू राय नामाकंन करने जुलूस के साथ आये। नामांकन में 15 से अधिक दो पहिया वाहन (मोटर साईकिल एवं स्कूटी) सम्मिलित थे, जिसके लिए सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त नही की गयी है। 01 झंडा युक्त प्रचार वाहन भी सम्मिलित पाया गया, जिसके लिए सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त नही की गयी है। कोविड गाइड लाइन का अनुपालन नही किया गया है। नामाकंन स्थल पर धारा-144 लागू है, जिसके अन्तर्गत 05 व्यक्ति से अधिक एक स्थान पर एकत्र नही हो सकते। प्रत्याशी मोनू राय द्वारा धारा-144 का उल्लंघन किया जाना पाया गया।

कांग्रेस ने निकाला विरोध मार्च

कांग्रेसियों के बगावती तेवर ने मचाया हड़कम

वाराणसी (dil India live) । वाराणसी में कांग्रेस की घोषित सूची में शहर दक्षिणी की जिस उम्मीदवार को टिकट दिया गया है । उसे कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता नहीं जानता है। यह आरोप लगाकर कांग्रेसियों ने बगावती तेवर अपना लिया है। जिससे बनारस से लखनऊ दिल्ली तक हड़कम मच गया है। इसे लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने कल कबीरचौरा से मैदागिन चौराहे तक जुलूस निकालकर प्रत्याशी बदलने की मांग तक कर दी। इस दौरान राजीव गांधी की प्रतिमा पर धरना दिया और शीर्ष नेतृत्व से निर्णय पर पुनर्विचार करने की गुजारिश की। 

पार्षद दल के नेता सीताराम केसरी को टिकट देने की मांग की। धरना विरोध धरना देने वाले प्रमुख लोगों मे अफ़रोज़अंसारी पीसीसी उपाध्यक्ष महानगर कांग्रेस कमेटी, फसाहत हुसैन बाबू उपाध्यक्ष महानगर कांग्रेस कमेटी, वसीम अंसारी पीसीसी, अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हसन मेंहदी कब्बन, पार्षद गुलशन अंसारी, पार्षद बिलाल अहमद, पार्षद असलम खान, उत्तर प्रदेश स्वर्णकार संघ प्रदेश उपाध्यक्ष अनूप कुमार जयसवाल आदि मौजूद थे।

गुरुवार, 10 फ़रवरी 2022

डा. राजेश मिश्रा कैंट और शहर उत्तरी से गुलराना तबस्सुम कांग्रेस से उम्मीदवार

टिकट के जरिए महिला शक्ति को कांग्रेस ने साधा 

वाराणसी (dil India live)। कांग्रेस पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने गुरुवार को वाराणसी की सीटों पर अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इसी क्रम में कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व सांसद डा. राजेश मिश्रा को वाराणसी में शहर की कैंट विधान सभा सीट से जहां टिकट दिया गया है वही शहर उत्तरी से गुलराना तबस्सुम को टिकट मिला है। कांग्रेस ने शहर दक्षिणी में मुदिता कपूर को अपना प्रत्याशी बना कर मुकाबला रोचक कर दिया है। वहीं शिवपुर में गिरीश पांडेय के ऊपर पार्टी ने भरोसा जताया है। अजगरा से आशा देवी को प्रियंका गांधी ने मैदान में उतारा गया है तो सेवापूरी से अंजु सिंह को पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किया। हालांकि पिंडरा से अजय राय व रोहनियां से राजेश्वर सिंह पटेल को पहले ही उम्मीदवार कांग्रेस ने घोषित कर रखा है। 

विधानसभा वाराणसी कैंट की बात करें तो इस सीट को लेकर यहां राजेश मिश्रा की चर्चा पहले से चल रही थी। ऐसे में पार्टी ने उनके ऊपर भरोसा जताते हुए टिकट दिया है। कांग्रेस पार्टी ने शहर उत्तरी में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या के आधार पर गुलराना तबस्सुम को प्रत्याशी बनाया है। वाराणसी दक्षिणी के लिए मुदिता कपूर को टिकट देकर लड़की हूं लड़ सकती हूं नारे... को कांग्रेस ने और बुलंद किया हैं। सेवापुरी पर अगर नज़र डाले तो यहां पर भी पार्टी ने अंजू सिंह को टिकट देकर बड़ा दांव खेला है। विधानसभा सीट अजगरा, उत्तरी, दक्षिणी और सेवापुरी में कांग्रेस पार्टी ने चार महिला प्रत्याशियों को टिकट देकर कहीं ना कहीं महिला सशक्तिकरण के उस दावे और वादे को जनता के बीच रखने की कोशिश की, जिसका प्रियंका गांधी नेतृत्व पहले से ही दावा करती रही है।

बनारस में विधान सभा चुनाव के लिए हुआ नामांकन

पहले दिन बहादुर आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने भरा पर्चा  

 वाराणसी १० फरवरी (dil India live)। विधान सभा चुनाव के लिए आज १० फरवरी को नामांकन शुरू हो गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहले दिन केवल बहादुर आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने निर्दली उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया। नामांकन के लिए सुबह 11 बने से दोपहर 3 बजे का समय निर्धारित है। पहले दिन दोपहर 2 बजे के बाद बहादुर आदमी पार्टी से मोनू राय ने शहर उत्तरी के लिए नामांकन किया। वही सुरक्षा की बात करें तो करीब करीब 50 से ज्यादा पुलिस कर्मी नामांकन स्थल के बाहर और अंदर तैनात थे। नामांकन को देखते हुए कचहरी चौराहा और पुलिस चौकी की तरफ वाहन आवागमन को रोक दिया गया था। जो दोपहर तीन बजे के बाद खोला गया। पहले दिन बहादुर आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने शहर उत्तरी के लिए मोनू राय ने पर्चा भरा। उनके समर्थक कचहरी के समीप ही रोक दिये गए। वो अपने प्रस्तावक व वकील के साथ नामांकन स्थल पर पहुंचे। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक वाराणसी जोन ने नामांकन स्थल की सुरक्षा व्यवस्था जांची व सख्त निर्देश दिए।

बुधवार, 9 फ़रवरी 2022

करिश्मा कपूर की इस हिट फिल्म के 25 साल पूरे


जुड़वा ने कभी मचाया था धूम

 मुंबई 09 फरवरी (dil India live ) बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर की सुपरहिट फिल्म जुड़वा के प्रदर्शन के 25 साल पूरे हो गये हैं। कभी जुड़वा ने खूब धूम मचाया था | करिश्मा कपूर की हिट हिन्दी फिल्म जुड़वा के प्रदर्शन के 25 साल पूरे हो गये हैं। करिश्मा ने फिल्म जुड़वा के 25 साल पूरे होने पर खुशी जाहिर की है। करिश्मा ने खुशी जाहिर करते हुए अपने इंस्टाग्राम पर फिल्म जुड़वा की क्लिप शेयर की है, जिसमें फिल्म के चुनिंदा सीन्स को दिखाया गया है।

करिश्मा ने इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर शेयर कर कैप्शन लिखा, “जुड़वा प्यार, मजाक और रोमांच से भरा सफर था, विश्वास नहीं हो रहा है कि 25 साल हो गए हैं। ”

गौरतलब है कि डेविड धवन के निर्देशन में बनी फिल्म जुड़वा में सलमान खान,करिश्मा कपूर, रंभा, कादर खान, शक्ति कपूर, और अनुपम खेर की अहम भूमिका थी।

मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022

ख्वाजा गरीब नवाब के उर्स में छठी का कुल शरीफ

ख्वाज़ा के उर्स पर काशी में सजी महफिले हुई फातेहा

अकीदत का मरकज़ है हजरत गरीब नवाज का दर 

वाराणसी 08 फरवरी (dil India live)। ख्वाजा मेरे ख्वाजा, दिल में समा जा...व, ऐसा सुनहरा दर है, अजमेर के ख्वाजा का..., जन्नती दरवाज़ा है अजमेर के ख्वाजा का...। कुछ ऐसे ही कलाम से काशी की सड़क से लेकर घर तक आज गूंज रहा है। दरअसल अजमेर में चल रहे दुनिया के मशहूर सूफी संत हिन्दलवली हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह, (सरकार गरीब नवाज) के उस पर जो लोग काशी से वहां नहीं जा सके हैं वो लोग बनारस में ही ख्वाजा का उर्स मना रहे हैं। यही वजह है ख्वाजा का उर्स अजमेर में होता है मगर उसकी धमक दुनिा के हर कोने में रहती है। जो लोग अज़मेर नहीं जा पाते हैं वो देश-दुनिया में जहां भी होते हैं वहीं से ख्वाजा को याद करते हैं, उनका कुल शरीफ कराते हैं, गरीबों को खाना खिलाते हैं और खैरात देते हैं। काशी से अजमेर हज़ारों लोग जत्थे के रुप में उर्स में रवाना हुए हैं हर बनारसी उर्स में नहीं सकता हैं, इसलिए बनारस के अर्दली बाज़ार, पुलिस लाइन, दालमंडी, नईसड़क, लल्लापुरा, हबीबपुरा, गौरीगंज, शिवाला, मदनपुरा, रेवड़ीतालाब, रामापुरा, बजरडीहा, कोयला बाजार, जलालीपुरा, पठानी टोला, पीलीकोठी, सरैया, बड़ी बाज़ार आदि इलाकों में ख्वाजा के उर्स पर फातेहा, मिलाद, कुरानख्वानी का जहां एहतमाम किया गया वहीं दूसरी ओर जगह-जगह ख्वाज़ा की याद में राहगीरों को मीठा शर्बत, पानी व अन्य तबर्रक बांटा जा रहा था। अर्दली बाज़ार में ख्वाजा के उर्स में इस्लामी परचम के साथ ही देश की शान तिरंगा भी लहराता नज़र आया। इसकी वजह लोगों ने बताया कि ख्वाजा हिन्दल वली हैं, उन्होंने हमेशा हिन्दुस्तान और इस देश से मोहब्बत का पैग़ाम दिय। इसलिए जो सूफिज्म के हिमायती हैं वो देश से मोहब्बत करते हैं।

बनारस से उर्स में अजमेर गए मो. इम्तेयाज़ ने बताया कि आज ख्वाजा का 810 वां सालाना उर्स अकीदत के साथ मनाया जा रहा है। अकीदतमंदों ने कुल को देखते हुए दरगाह परिसर के बाहर की दीवारों को गुलाब जल, ईत्र और केवड़े से धोकर कुल के छीटें लगाये गये थे। कोरोना नियमों में सरकार की ओर से शीथिलता के बाद दरगाह परिसर चौबीस घंटे से जायरीन से आबाद है और उर्स की रौनक न केवल दरगाह क्षेत्र में बल्कि दरगाह के चारों तरफ फैली हुई है। आज रात को दरगाह दीवान और ख्वाजा साहब के सज्जादानशीन सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान की सदारत में दरगाह परिसर के महफिलखाने में उर्स की छठी व अंतिम शाही महफिल हो रही है। जो जायरीन आज नहीं आ पाएंगे वे ग्यारह फरवरी को नवी के कुल की रस्म अदायगी में हिस्सा लेंगे। उसके बाद सरकार गरीब नवाज का 810 वां सालाना उर्स अगले साल तक के लिए संपन्न हो जाएगा। 

टीके की राह हुई आसान, उनकी अपनी नहीं थी कोई ‘पहचान’

बिना आधार कार्ड वाले छह सौ को लगा कोविड टीका

 • मलिन बस्तियों में ‘आईडी’ का न होना बना था टीकाकरण में रोड़ा

• संस्था की पहल पर कैम्प लगा कर हुआ टीकाकरण

वाराणसी 08 फरवरी (dil India live)। मलिन बस्तियों में रह रहे उन सभी के पास न तो आधार कार्ड था और न ही कोई और पहचानपत्र। ऐसे लोगों का कोविड-19 टीकाकरण एक बड़ी समस्या थी। तभी सामाजिक संस्था ‘अस्मिता’ की एक छोटी सी पहल ने इसका समाधान कर दिया। संस्था के प्रयासों से दो दिनों में छह सौ से अधिक लोगों को कोविड का टीका लगाया जा सका। साथ ही ऐसे लोगों के कोविड टीकाकरण का मार्ग भी सुगम हुआ जो आधारकार्ड अथवा अपना कोई पहचानपत्र का न होने की वजह से कोविड का टीका नहीं लगवा पा रहे थे *। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी* टीकाकरण के लिये संस्था के इस प्रयास की सराहना करते हैं, वह कहते हैं कि आधार कार्ड अथवा पहचानपत्र के अभाव में किसी मालिन बस्ती में लोगों का टीकाकरण यदि नहीं हुआ है तो कोई भी संस्था इस तरह का प्रयास कर वहां टीकाकरण करा सकती है, इसमे हम पूरा सहयोग करेंगे ।

शहर के चौकाघाट, शिवपुरवां, शिवपुर, अंधरापुल, पुरानापुल, अलर्इपुर, बजरडीहां, लंका, कैण्टोमेंट समेत दर्जनों ऐसे इलाके है जहां बस्तियां है। इन बस्तियों की झुग्यिों में रहने वाले लोगों में अधिकांश के पास न तो आधार कार्ड है और न ही उनका कोई पहचनापत्र। कोविड-19 टीकाकरण का लाभ उन तक पहुंच पाने में उनके पास आधारकार्ड अथवा पहचानपत्र का न होना बाधा बनी हुई थी। सामाजिक संस्था अस्मिता के निदेशक फादर मजू मैथ्यू बताते हैं, ‘यह जानकारी आते ही हमने ऐसे लोगों का टीकाकरण कराने का प्रयास शुरू किया ताकि सरकार के सौ फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। ऐसी स्थिति में हमने यूनिसेफ के साथियों से सम्पर्क किया। यूनिसेफ के ब्लाक कोआर्डिनेटर तबरेज बताते हैं कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. वीएस राय व वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. एके पाण्डेय से इस गंभीर समस्या पर बात हुई। 

 जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. वीएस राय बताते हैं कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर संस्था को इसके लिए विशेष कैम्प लगाने की अनुमति मिल गयी। तय हुआ कि संस्था के निदेशक के आधार कार्ड व मोबाइल नम्बर ही ऐसे सभी लोगों का रजिस्ट्रेशन कर कोविड टीकाकरण किया जाएगा। फादर मजू मैथ्यू बताते है कि अनुमति मिलने के बाद जब हमने मलिन बस्तियों में लोगों से सम्पर्क शुरू किया तो पता चला कि टीके को लेकर उनमें भ्रम भी है। इसके चलते लोग शुरू में टीका लगवाने को तैयार नही थे, लेकिन जब उन्हें समझाया गया तो वे सभी इसके लिए राजी हो गये। इन प्रयासों का नतीजा रहा कि 20 जुलाई को संस्था के सिगरा स्थित परिसर में आयोजित पहले कैम्प में ही 270 ऐसे लोगों का टीकाकरण किया गया जिनके पास आधारकार्ड नहीं था। इसके कुछ ही दिनों बाद एक और कैम्प 16 अगस्त को आयोजित किया गया जिसमें 340 लोगों को कोविड टीके की पहली डोज लगायी गयी। इस तरह दो कैम्प में हमने छह सौ से अधिक लोगों को कोविड टीके की पहली डोज लगवाने में साफलता हासिल कर ली। अब इनमें अधिकांश लोग टीके की दूसरी डोज भी लगवा चुके हैं।

वरुणापुल की झुग्गी बस्ती में रहने वाली ममता देवी कचरे से प्लास्टिक बटोर कर अपनी गृहस्थी चलाती है। उसके पति गुब्बारा बेचते हैं। उनका कोई स्थायी ठिकाना नहीं है। वरुणा में जब बाढ आती है तो वह अपनी झुग्गी का स्थान बदल देती है। ममता बताती है अपना कोई स्थायी ठिकाना न होने की वजह से उसका न तो कोई पहचानपत्र है और न ही आधार कार्ड। चाह कर भी वह और उसके पति कोविड का टीका नहीं लगवा पा रहे थे। लेकिन अस्मिता के संस्था के प्रयासों से वह और उसके पति कोविड का टीका लगवा चुके हैं। शिवपुरवां की मलिन बस्ती में रहने वाले अमन चौहान बताते है ‘आधार कार्ड’ का न होना उनके टीकाकरण में बाधक बना हुआ था लेकिन अस्मिता संस्था के प्रयासों से उनको टीके की दोनो डोज लग चुकी है। अस्मिता के निदेशक फादर मजू मैथ्यू बताते है कि संस्था की अलग-अलग टीम हर रोज शहर की मलिन बस्तियों में जाती हैं और लोगों को कोविड टीका की दोनों डोज लगवाने के लिए प्रोत्साहित करती हैंं। हमारा पूरा प्रयास है कि हम सहयोग कर सरकार के सौ फीसदी टीकाकरण के लक्ष्य को जल्द से जल्द पूरा करा सकें।

केन्द्रीय टीम ने किया इस चिकित्सालय का दो दिवसीय निरीक्षण

एनक्वास के तहत एसएसपीजी मंडलीय अस्पताल का मूल्यांकन

ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन सुविधाओं सहित आठ विभागों को गहनता से परखा




वाराणसी, 08 फरवरी (dil India live)। जनपद में चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है । इसके लिए शासन की ओर से प्रत्येक स्तर पर निरीक्षण किया जा रहा है, ताकि खामियों को दूर कर समुदाय को बेहतर चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जा सकें। इसी क्रम में मंगलवार को केंद्र सरकार की टीम ने नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैन्डर्ड  (एनक्वास) के तहत कबीरचौरा स्थित श्री शिवप्रसाद गुप्त (एसएसपीजी) मंडलीय चिकित्सालय का दो दिवसीय निरीक्षण व मूल्यांकन कार्य का समापन किया। 

केन्द्रीय टीम में सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ रीता कालरा शामिल रहीं। टीम ने एसएसपीजी चिकित्सालय के सभी आठों विभागों के साथ बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन, साफ-सफाई, खानपान की व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। दो दिवसीय निरीक्षण में टीम ने  अंतः रोगी विभाग, पैथोलॉजी विभाग, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी विभाग, ऑपरेशन थियेटर, आपातकालीन विभाग, जनरल एडमिनिस्ट्रेशन एवं अतिरिक्त सेवा विभाग में जाकर गहनता से मूल्यांकन किया। इस दौरान उन्होने सभी विभागों के स्टाफ से भी  जानकारी हासिल की । इसके साथ ही दस्तावेजों व अभिलेखों का भी निरीक्षण किया। ऑपरेशन थियेटर एवं आपातकालीन विभाग में मौजूद चिकित्सीय संसाधनों की गहनता से जांच की। सम्पूर्ण निरीक्षण के दौरान टीम ने अपनी संतुष्टि जाहिर की और भविष्य में भी इसी तरह की सुविधाएं प्रदान काराने की उम्मीद जताई। निरीक्षण के समय चिकित्सालय का सम्पूर्ण स्टाफ ड्रेस कोड में मौजूद रहा और निर्देशित प्रोटोकॉल का भी पालन किया गया। 

  जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में इस सफलतापूर्वक निरीक्षण के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल के अपर निदेशक (एडी) डॉ शशिकांत उपाध्याय, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (एसआईसी) डॉ प्रसन्न कुमार एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने चिकित्सालय के समस्त स्टाफ को बधाई दी। इसके साथ ही उन्होने केंद्र  सरकार की टीम के प्रति  भी धन्यवाद ज्ञापित किया। 

एनक्वास के तहत दो बार हो चुका है मूल्यांकन

 निरीक्षण के दौरान मंडलीय सलाहकार डॉ आरपी सोलंकी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ सोलंकी ने बताया कि बड़ागांव पीएचसी को एनक्वास सर्टिफिकेट मिलने के बाद एसएसपीजी चिकित्सालय ने भी एनक्वास के लिए आवेदन किया  था। इस दो दिवसीय निरीक्षण से पहले चिकित्सालय का पहला जिला स्तर (अंतर्भागीय) और दूसरा राज्य (यूपी) स्तर पर मूल्यांकन किया जा चुका है। इसमें चिकित्सालय को क्रमशः 74 फीसद व 79 फीसद अंक प्राप्त हुये हैं। एनक्वास के तहत केंद्र की ओर से यह आखिरी निरीक्षण था। एनक्वास अवार्ड के साथ चिकित्सालय को धनराशि भी प्रदान की जाती है ताकि  खामियों को दूर कर सुविधाओं को और बढ़ाया जा सके। उन्होने कहा कि आगामी एक से दो माह के भीतर दो दिवसीय निरीक्षण का परिणाम आ जाएगा।  

तीन बार मिल चुका है  कायाकल्प पुरस्कार

 डॉ सोलंकी ने बताया कि एसएसपीजी चिकित्सालय को तीन बार कायाकल्प पुरस्कार मिल चुका है। उन्होने उम्मीद जताई है कि एनक्वास सर्टिफिकेट मिलने के बाद चिकित्सालय में सुविधाओं का और अधिक विस्तारित  किया जा सकेगा। उन्होने बताया कि जल्द ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पाण्डेयपुर व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) चोलापुर भी एनक्वास के लिए आवेदन करेंगे ।     

चिकित्सालय में मौजूद प्रमुख जांच व अन्य की सुविधाएं  

- रेडियोलॉजी की इलेक्ट्रॉनिक व मैनुअल सुविधा

- पैथोलॉजी जांच 

- 24 घंटे ब्लड बैंक की सुविधा

- एक्सरे जांच 

- 24 घंटे आपातकालीन सुविधाएं

- आईसीटीसी

- प्लास्टर कक्ष 

- फिजियोथेरेपी

- ऑपरेशन थियेटर

- ईसीजी

- ईएनटी

- ट्रूनाट व आरटीपीसीआर लैब

- डायलिसिस सेवा 

- आयुष विंग

- एनसीडी क्लीनिक

- एआरवी क्लीनिक

- डेंगू/H1N1 के लिए आइसोलेशन वार्ड

- टीबी जांच 

- तम्बाकू नियंत्रण परामर्श

- किशोर-किशोर स्वास्थ्य क्लीनिक

- वृद्धजन व मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं

- दंत व आँख जांच एवं उपचार

- त्वचा व आर्थो सर्जरी

- जनरल सर्जरी व एनैस्थिसियोलॉजी

- औषधीय

बसपा ने इन विधान सभा सीटों पर बदले उम्मीदवार


लखनऊ, 08 फरवरी (dil India live)| बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिये घोषित अपने उम्मीदवारों में से चार सीटों पर बदलाव किया है। 
बसपा ने सोमवार को चार उम्मीदवारों की संशोधित सूची जारी करते हुये सुलतानपुर जिले की लम्भुआ सीट पर अवनीश कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी ने इससे पहले 31 जनवरी को जारी सूची में इस सीट से उदयराज वर्मा उर्फ पंकज को प्रत्याशी घोषित किया था। इसके अलावा बसपा ने प्रयागराज जिले की बारा (सु) सीट से डा शिव प्रकाश की जगह डा अजय कुमार को उम्मीदवार बना दिया है। जबकि इलाहाबाद पश्चिम सीट से लल्लन सिंह पटेल की जगह गुलाम कादिर अब बसपा के प्रत्याशी होंगे। बसपा ने अयोध्या जिले की मिल्कीपुर (सु) सीट से मीरा देवी को टिकट दिया है। पार्टी ने इससे पहले इस सीट पर संतोष कुमार उर्फ सूरज चौधरी को टिकट दिया था।



ग्रामीण महिलाओ ने कबाड़ में उभारा कलात्मक सौन्दर्य

घरो के बेकार वस्तुओ से बने प्रोडक्ट की लगी प्रदर्शनी


वाराणसी 
07 फरवरी (dil India live) | महिलाओं के लिए प्रौद्योगिकी विकास और उपयोग कार्यक्रम के अंतर्गत प्रधानमन्त्री जी की परिकल्पना व् सोच को आगे बढ़ाते हुए उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में घरों में पड़े वेस्ट मेटेरियल माध्यम से स्वरोजगार उत्पन्न करने के उद्देश्य से 2 दिवसीय “कबाड़ से जुगाड़” कार्यशाला एवं प्रतियोगिता का आयोजन वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग, विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, वाराणसी द्वारा महिलाओ के लिए विकास के लिए प्रदेश के पहले रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क, बसनी में किया गया |

कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए श्री बलदेव पी.जी. कालेज, बडागांव की प्रोफेसर डॉ. अंशु मिश्रा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओ ने घरो में पड़ी बेकार वस्तुओ एवं पुराने न्यूज़ पेपरो से अपनी कल्पनाशीलता से एक जीवंत प्रतिभा को निखारा है |  इससे ग्रामीण महिलाओ की अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है | निश्चित तौर ग्रामीण महिलाओ को बस मौका मिलने की देरी है |

रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क में 3 घंटे की इस प्रतियोगिता में महिलाओ ने बेकार सामान से सुंदर कलाकृतिय तैयार करने के साथ साथ कागज का हास्पिटल, घडी, शादी के कार्ड से मनमोहक प्रोडक्ट तैयार किया|

    हुनर-ए-बनारस की निदेशिका पूनम तिवारी ने कहा  महिलाओ ने अपनीं कल्पनाशीलता की जोम छाप छोडी है वह काबिले तारीफ है | उक्त प्रतियोगिता में पुराने न्यूज़ पेपर से बने घर में गणेश जी प्रतिमा बनाने वाली राधा वर्मा को प्रथम, शादी के कार्ड से मनमोहक प्रोडक्ट बनाने वाली श्रुति सिंह को दूसरा, कागज से हिन् घड़ी बनाने वाली कुमकुम मिश्रा को तृतीय एवं वैष्णव गुप्ता को सांत्वना पुरस्कार का चयन हुआ | प्रतियोगिता में बिजयी प्रतिभागियों को कल कार्यशाला के समापन अवसर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारणी सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार जी के हाथो पुरस्कृत किया जायेगा | अतिथियों का स्वागत संस्थान के निदेशक अजय सिंह द्वारा किया गया | कार्यक्रम में एस.बी.आई. जनरल इंश्योरेंस कम्पनी व् प्रोत्साहन संस्था का भी सहयोग रहा |

उक्त अवसर पर प्रोजक्ट मैनेजर इन्द्रेस पाण्डेय, कबाड़ से जुगाड़ की कोआर्डिनेटर दीक्षा सिंह, यास्मिन बानो, अनुपमा दुबे, हर्ष सिंह आदि लोग शामिल रहे | 

सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

सरकार गरीब नवाज़ के दर पर झुकती है कायनात


अजमेर 07 फरवरी (dil India live) राजस्थान के अजमेर में चल रहे दुनिया के मशहूर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह,( सरकार गरीब नवाज) के दर पर सारी कायनात झुकती है। ख्वाजा का उर्स इन दिनों अजमेर के साथ ही समूची दुनिया में मनाया जा रहा है। जो अजमेर नहीं जा सके हैं वो जहां हैं वहीं उर्स का आयोजन कर रहें हैं। राजस्थान ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी ख्वाजा को लोग याद कर रहे हैं।

कल है ख्वाजा का कुल शरीफ़

अजमेर में 810 वें सालाना उर्स में मंगलवार को कुल की छठी का आयोजन होगा। अकीदतमंद कुल को देखते हुए आज रात से ही दरगाह परिसर के बाहर की दीवारों को गुलाबजल, ईत्र और केवड़े से धोकर कुल के छीटें लगाने शुरू कर देंगे।

कोरोना नियमों में सरकार की ओर से शीथिलता के बाद दरगाह परिसर चौबीस घंटे जायरीनों से आबाद है और उर्स की रौनक न केवल दरगाह क्षेत्र में बल्कि दरगाह के चारों तरफ फैली हुई है। आज रात को दरगाह दीवान और ख्वाजा साहब के सज्जादानशीन सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान की सदारत में दरगाह परिसर के महफिलखाने में उर्स की छठी व अंतिम शाही महफिल होगी। इसके बाद मध्यरात्रि से ख्वाजा साहब की मजार को छठी का गुस्ल देने की धार्मिक रस्म अदा की जाएगी।
जिला प्रशासन ने कुल की रस्म व छठी के मद्देनजर आठ फरवरी को पूरे जिले में राजकीय अवकाश घोषित किया है। कुल की रस्म में बड़ी संख्या में जायरीनों के पहुंचने की उम्मीद है। जो जायरीन कल नहीं आ पाएंगे वे ग्यारह फरवरी को नवी के कुल की रस्म अदायगी में हिस्सा लेंगे। उसके बाद गरीब नवाज का 810वां सालाना उर्स संपन्न हो जाएगा।

मीरा कुमार लेंगी रविदास जयंती में हिस्सा

संत रविदास मंदिर में चार दिवसीय जयंती 14 से

मुख्य कार्यक्रम 16 को, तैयारी अंतिम चरण में पहुँची

वाराणसी (dil India live) I संत रविदास जयंती समारोह के अवसर पर राजघाट स्थित रविदास मंदिर में चार दिवसीय कार्यक्रम 14 से 16 फरवरी तक चलेगा। मुख्य कार्यक्रम 16 फरवरी आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार सपरिवार उपस्थित रहेगी। इस संबंध में दी रविदास स्मारक सोसाइटी के महासचिव श्री सतीश  कुमार उर्फ फागुनी राम ने बताया कि संत शिरोमणि रविदास की जयंती समारोह धूमधाम से मनाया जाएगा। समारोह की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। मंदिर परिसर का रंग रोगन एवं साफ सफाई में दर्जनों कारीगर लगे हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर को विद्युत झालरों एवं आकर्षण लाइटों से सजावट की जाएगी। सोसायटी के महासचिव फागुनी राम ने बताया कि चार दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत प्रतिदिन भजन कीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और मंदिर दर्शन पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं में प्रसाद वितरण किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि समारोह में भारत सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन का पूर्ण पालन किया जाएगा।

अदा से झूमना, ख्वाजा की चौखट चूमना

ख्वाजा के दर पर पेश किया गया बसंत


अजमेर 07 फरवरी (dil India live) राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के दर पर बसंत पेश किया गया।
बसंत महीने के मौके पर ख्वाजा के दर पर आज परंपरागत तरीके से बसंत पेश किया गया, जिसकी सदारत दरगाह दीवान जैनुअल आबेदीन के प्रतिनिधि सैयद नसीरुद्दीन ने की। सभी लोग बड़ी शानौ शौकत के साथ बसंत का गुलदस्ता लेकर निजामगेट पर पहुंचे और शाही कव्वालों द्वारा अमीर खुसरो द्वारा लिखे गए सूफी कलामों को गाते हुए चल रहे थे जिसमें आज बसंत मना ले सुहागिन, ख्वाजा मोइनुद्दीन के दर पर आ जाती है बसंत, नाजो अदा से झूमना- ख्वाजा की चौखट चूमना...जैसे कलाम पेश कर रहे थे। सभी लोगों ने आस्ताने पहुंचकर सरसों तथा अन्य पीले रंग के फूलों का गुलदस्ता पेश कर मुल्क की खुशहाली की कामना की।
उल्लेखनीय है कि ख्वाजा साहब को पीले बसंती फूलों से बेहद लगाव था। इस कारण वर्षों से बसंत पंचमी के अवसर पर यहां बसंत पेश करने की परंपरा है।

रविवार, 6 फ़रवरी 2022

रोज़ डे के साथ शुरु होगा वेलेन्टाईन वीक

आइये जाने कब है कौन सा डे, क्या है तैयारियां


वाराणसी ६ फरवरी (dil India live)। इंतेज़ार की घड़ी जल्द खत्म होने वाली है। 7 फरवरी से वैलेंटाइन वीक का आगाज़ हो जाएगा। प्यार के पक्षी अभी से ही अपने युवा साथियों के साथ उड़ान भरते दिखाई दे रहे हैं। कोरोना काल के बाद इस बार इस पर्व को लेकर लोगों में खास उत्साह रहने की उम्मीद है। कोई प्रेमी के लिए गिफ्ट खरीद रहा है तो कोई किमती चाकलेट। प्रेमी प्रेमिकाओं का उत्‍सव जो आने वाला है। वेलेन्टाईन डे का क्रेज विदेशों से ज्यादा अब भारतीय लोगों में भी दिखाई देता है। दरअसल सात फरवरी को रोज डे, आठ फरवरी को प्रपोज डे, नौ फरवरी को चॉकलेट डे, दस को टेडी डे, ग्यारह फरवरी को प्रॉमिस डे, बारह फरवरी को किस डे, तेरह फरवरी को हग डे और चौदह फरवरी को वैलेंटाइन डे देश दुनिया में मनाया जाएगा। 

14 फरवरी वैलेंटाइन डे का वो खास दिन होता है, जिस दिन आशिक और माशुक अपने प्यार का इजहार करते है। प्यार और मोहब्बत के इस खास दिन को देखते हुए दुनिया भर का बड़ा छोटा बाजार भी इसे भूनाने में लगा जाता है। तरह तरह के गिफ्ट आइटम प्यार के जोड़ो को केन्द्र करके बाजार में उतारा गया है। छोटी गली कूचों की दुकानों से लेकर बड़े माल व फूलों की दुकान तक पर रेड रोज, यलो और व्हाईट रोज़ से लेकर गुलदस्‍तों तक की डिमांड शुरू हो जाती है। फूलों के कारोबारी इस सीजन में लग्न न होने से वैलेंटाइन डे पर फूलों का कारोबार कर युवओं को आकर्षित करने में जुटे हैं। रेड रोज की कीमत दस रुपये से लेकर बीस और चेरी रेड तक पचीस रुपये प्रति पीस से लेकर छोटा बुके सौ रुपये से लेकर हजारों रुपये तक पैकेज में उपलब्ध है। कारोबारी बता रहे हैं कि ग्राहक अभी खरीदारी तो नहीं कर रहे हैं मगर पूछताछ और बुकिंग का दौर शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि रोज़ डे की पूर्व संध्या पर यह कारोबार अपने शबाब पर होगा।

लता मंगेशकर अलविदा...

 बनारस घराने से लता मंगेशकर का था गहरा रिश्ता

  • सुर संगम फिल्म में राजन, साजन मिश्र के साथ किया था पार्श्व गायन
  • सिद्देश्वरी देवी के आवास पर कभी ठहरी थी लता मंगेशकर
  • स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन से सदमें में है काशी  




अमन

वाराणसी ०६ फरवरी (dil India live)।  28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के घर जन्मी लता मंगेशकर ने आज दुनिया को अलविदा कह दिया। स्वर कोकिला लता मंगेशकर का दुनिया को अलविदा कहना कला और सांस्कृतिक नगरी काशी के लिए किसी सदमे से कम नहीं है। लता मंगेशकर का काशी संगीत घराने से गहरा लगाव था। खासकर ठुमरी गायिका सिद्देश्वरी देवी के घर वो कई बार आयी थीं।  ठुमारी सम्राट पं. महादेव प्रसाद मिश्र से उन्होंने ठुमरी की बारीकी सीखी थी। बिस्मिल्लाह खां की वो बहुत बड़ी फैन थीं। यही नहीं फिल्म सुर संगम में राजन मिश्र व साजन मिश्र के साथ लता मंगेशकर ने भी पार्श्व गायन पेश किया था। एक कलाकार के रूप में लता मंगेशकर का बनारस संगीत घराने से गहरा लगाव था।  पं. साजन मिश्र कहते हैं कि लता जी का उनके परिवार से गहरा और नज़दीकी रिश्ता था। 1982 में लता जी ने पं. दीनानाथ जी की स्मृति में कार्यक्रम रखा था तो उसमें बनारस घराने से सितारा देवी का डांस हुआ था और हम दोनों भाईयों का गायन था, वो उनसे पहली मुलाकात थी। उन्होंने इतनी इज्ज़त दी थी कि लग ही नहीं रहा था कि उनसे पहली बार मिले हैं। उसके बाद 1983 में सुर संगम के लिए भी उन्होंने अपनी आवाज़ दी।  इसके बाद तो उनका काशी के संगीत घरानों से उनका गहरा लगाव हो गया था। ऐसी गायिका शायद ही कभी धरती पर आये।

पं. किशन महाराज के शिष्य अमित मिश्रा कहते हैं कि पं. किशन महाराज, राजन-साजन मिश्र जब भी मुम्बई जाते थे तो वो लता मंगेशकर के घर पर ही ठहरते थे। बनारस से गए कलाकारों का वो दिल से स्वागत करती थी। ठुमरी सम्राट महादेव प्रसाद मिश्र कला संस्थान के पं. गणेश मिश्रा की माने तो वो बतौर एक कलाकार बनारस वालों की बहुत कद्र करती थी। बड़े गुलाम अली खां की शिष्या लता मंगेशकर के बारे में कहा गया है कि वो इतना मीठा गायन पेश करती थी कि उनके उस्ताद बड़े गुलाम अली भी कह उठते थे कि ई इतना सुर में गावे ली कि कभी डाटो ना खावेली...जब सब्हे सही हव ता का डाटी...।  पं. किशन महाराज की पुत्री अंजलि मिश्रा कहती है कि उनके घर से उनका गहरा रिश्ता था। यही वजह है कि वो स्वस्थ्य हो इसके लिए पूरे देश के साथ ही बनारस संगीत घराने के लोग भी प्रार्थना कर रहे थे। उन्होंने 30 हजार से भी ज्यादा गाना गाया था। यह किसी कलाकार के लिए बहुत बड़ी बात है। काशी की गलियों से संघर्ष करते हुए बालीवुड में अपनी पहचान बनाने वाली सुरभि सिंह कहती है कि अकसर उनसे मुलाकात होती थी मगर कभी लगा ही नहीं कि वो इतने बड़े कद की मलिका हैं। बेहद साधारण था उनका व्यवहार। गरीबी से लेकर धनी बनने तक कभी उनके व्यवहार में बदलाव नहीं आया।  

दरअसल 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के घर जन्मी लता मंगेशकर ने पांच साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था। उनके शुरुआती गुरु उनके पिता ही थे, बाद में बड़े गुलाम अली से उन्होंने गायन की शिक्षा ली। उनका काशी से गहरा लगाव था भले ही वो काशी कम आयी मगर यहां के संगीत घराने की वो बड़ी कद्रदान थीं। बिस्मिल्लाह खां, सिद्देश्वरी देवी, पं. महादेव प्रसाद मिश्र, सितारा देवी, किशन महाराज, राजन-साजन मिश्र से उनका गहरा लगाव था।

शनिवार, 5 फ़रवरी 2022

सेवाओं को सुदृढ़ करना जरूरी : सीएमओ

सभी  शहरी पीएचसी पर प्रसवपूर्व देखभाल

-प्रसव पूर्व देखभाल व जांच से जुड़ी सेवाओं को लेकर सरकार बेहद गंभीर

-- पीएसआई के सहयोग से डीडीयू के एमसीएच विंग में समीक्षा बैठक आयोजित


वाराणसी 05 फरवरी(dil India live) पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय पाण्डेयपुर एवं जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा में स्थित मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) इकाई  पर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर प्रोत्साहन देने के हरसंभव प्रयास चल रहे हैं |  इसके लिए आवश्यक है कि नगर के   सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों  पर प्रसवपूर्व देखभाल व जांच की सेवाओं को और सुदृढ़ किया जाए | इसके साथ ही चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक सहित  एएनएम, आशा कार्यकर्ताओं व समस्त स्टाफ को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं का समय-समय संवेदीकरण और मूल्यांकन भी किया जाए ।     

   यह बातें शनिवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के एमसीएच विंग में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने कहीं । स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान  में पॉप्युलेशन सर्विसेज़ ऑफ इंडिया (पीएसआई) के सहयोग से समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में पूरा ज़ोर इस बात पर दिया गया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (अर्बन पीएचसी) द्वारा प्रदान की जा रही शिशु एवं मातृ स्वास्थ्य व ओपीडी की सेवाओं को और बेहतर करने की आवश्यकता है जिससे एमसीएच विंग को प्रोत्साहन मिल सके। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि प्रसव पूर्व देखभाल व जांच संबंधी सेवाओं को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। इसके लिए कई योजनाएं व  कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं ताकि मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सके।  

सीएमओ ने कहा कि कबीरचौरा के एमसीएच विंग में समस्त सुविधाएं  पहले से ही मौजूद हैं  और कार्यभार भी अधिक है। इसको कम करने के लिए नगर की समस्त 24 पीएचसी को मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य व प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं जैसे-  मातृत्व स्वास्थ्य देखभाल, प्रसव पूर्व देखभाल व जांच (एएनसी), उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) की पहचान, गर्भवती का पंजीकरण, बच्चों व गर्भवती का नियमित टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम (अंतरा, छाया, कंडोम आदि) का विस्तार करना होगा। इसके लिए संबन्धित पीएचसी की समस्त एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं को पीएचसी में दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी होनी चाहिए।  इससे वह सेवा प्रदाता को समय से सुविधा प्रदान करा सकें। इसके लिए पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक माह एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करें और कार्य प्रगति के बारे में भी चर्चा करें। इसके साथ ही सीएमओ ने हर माह की नौ तारीख को मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस को लेकर अधिक प्रचार-प्रसार व जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया ।     

सीएमओ ने कहा कि इन समस्त सेवाओं के साथ इसकी रिपोर्टिंग करना बेहद आवश्यक है जो कि आरसीएच पोर्टल पर होती है। सीएमओ ने ज़ोर दिया कि समय से रिपोर्टिंग करते रहें, क्योंकि यह पोर्टल केंद्रीय स्तर के साथ नीति आयोग को भी प्रदर्शित होता है। इसके साथ ही सीएमओ ने निर्देशित किया कि समस्त शहरी पीएचसी के  स्टाफ का सुबह नौ बजे से लेकर शाम पाँच बजे तक रहना आवश्यक है। जहां दो डॉक्टर हैं उस शहरी पीएचसी पर सुबह नौ बजे से रात आठ बजे तक आवश्यक स्टाफ रहना अनिवार्य है। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ एके मौर्या ने उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) के प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

  इस अवसर पर सीएमएस डॉ आरके सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरके सिंह, डीपीएम संतोष कुमार सिंह, डॉ प्रीति यादव, डॉ रश्मि सिंह, मंडलीय शहरी समन्वयक मयंक राय, नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक आशीष सिंह, पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, पीएसआई से कृति पाठक, अखिलेश, सुनीता, यूपीटीएसयू के जिला प्रतिनिधि एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

कोरोना खत्म होने वाला है जानिए कौन कर रहा दावा

नये संवत्सर के साथ होगा कोरोना का अंत 

-पं. रामकिशोर ज्योतिषी कर रहें हैं दावा

-राक्षस नामक संवत्सर होगा समाप्त

वाराणसी ०५ फरवरी (dil India live)। वैश्विक महामारी से परेशान दुनिया के लिए राहत भरी खबर काशी देने जा रही है। काशी के विद्वान ज्योतिषी पंडित रामकिशोर ने ज्योतिष गणना के आधार पर दावा किया है। कि 2 अप्रैल 2022 को प्रारम्भ हो रहे नए संवत्सर के साथ कोरोना की समाप्ति प्रारम्भ हो जाएगी। राक्षस नामक संवत्सर के समाप्त होते ही कोरोना वैश्विक महामारी धीरे - धीरे विश्व पटल से कुछ ही दिनों में समाप्त हो जाएगी। ज्योतिषी  पंडित रामकिशोर ने कहा कि 14 अप्रैल 2021 को भारतीय संवत्सर जो राक्षस नामक संवत्सर कहा गया था आते ही अपना असर दिखाया था। राक्षस नामक संवत्सर की समाप्ति के साथ कोरोना समाप्त हो जाएगा। कोविड की तीसरी लहर आनी ही थी अगर नहीं आती तो आगे खतरा बना रहता। अब भविष्य में कभी कोरोना नहीं आएगा।  2 अप्रैल 2022 के बाद कोरोना की समाप्ति में आश्चर्य जनक परिवर्तन आएगा । आगामी चार से छ: महीने के अंदर विश्व पटल से पूर्ण रूप से समाप्त हो जाएगा। ज्योतिषी पंडित रामकिशोर ने कहा कि जो आकाशीय या प्राकृतिक आपदा होती है। उसका निदान क•ाी व्यक्ति के हाथ में नहीं होता। व्यक्ति सिर्फ उसकी औषधि बना सकता है। उसकी वैक्सीन बना सकता है लेकिन उस महामारी से पूर्ण रूप से निजात प्रकृति ही दिलाती है। प्रकृति का अध्यन करने के लिए काल , गणना, पंचांग का जानकारी होना आवश्यक है। वही गणना इशारा कर रही है कि निकट •ाविष्य में नवसंवत्सर के बाद कोविड में अप्रत्याशित प्ररिवर्तन आएगा और वह समाप्त हो जाएगा। इस खबर से काशी के साथ ही देश-दुनिया राहत की सांस लेगी।

देखिए इस उम्मीदवार का कैसे हुआ स्वागत

सुभासपा शिवपुर के प्रत्याशी डॉ. अरविंद राजभर पहुँचे अपने विधानसभा

वाराणसी ०५ फरवरी (dil India live)। सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता शशिप्रताप सिंह के नेतृत्व में 386 विधानसभा के सपा, अपना दल ( कृष्णा पटेल) के संयुक्त प्रत्याशी डॉ अरविंद राजभर के प्रथम आगमन पर उनका जोरदार स्वागत हुआ। डॉ. अरविंद राजभर प्रथम आगमन पर सबसे पहले राष्ट्रबीर महाराजा सुहेलदेव की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। आज सुहेलदेव जयंती समारोह तथा बसन्त पंचमी के दिन से अपने विधान सभा में भ्रमण कर लोगों का आशीर्वाद लेने के लिये लेरूपुर, खलिशपुर कमौली, सालारपुर रमना जल्हूपुर कोची आदि जगहों पर घूमकर आशीर्वाद प्राप्त किया| उधर पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री वंदना सिंह ने कहा है कि सपा सुभासपा इस चुनाव में बहुमत से सरकार बनायेगी।

शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2022

रक्तदान के लिए यह परिवार बना मिसाल

पिता की पुण्यतिथि पर बहू ने किया रक्तदान

देवरिया ०४ फरवरी (dil India live) । वृहस्पतिवार को जिला ब्लड बैंक में एक परिवार द्वारा पिता की पुण्यतिथि पर बहू के साथ अन्य सदस्यों द्वारा रक्तदान कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुये अनोखा सन्देश दिया गया । स्वच्छ भलुअनी स्वस्थ भलुअनी (यूथ ब्रिगेड) के संस्थापक सदस्य व रक्तदान का अमृत महोत्सव उत्तर प्रदेश ABMVS सह संयोजक सन्तोष मद्धेशिया वैश्य ने अपने पिता स्व. रामचंद्र मद्धेशिया की स्मृति में उनकी सातवीं पुण्यतिथि पर जिला ब्लड बैंक पर सपरिवार रक्तदान कर पुण्यतिथि मनायी । पुण्यतिथि पर सन्तोष मद्धेशिया की पत्नी इसरावती देवी ने तीसरी बार, छोटे भाई विनय मद्धेशिया ने पहली बार व बहनोई विजय मद्धेशिया ने चौथी बार रक्तदान करते हुये कहा कि परिवार के सृजनकर्ता के नाम पर आज रक्तदान कर हमें बेहद खुशी महसूस हो रही है और हम सभी को इस तरह के कार्य की प्रेरणा व सीख उन्ही से मिली थी, उनके पदचिन्हों पर चलना ही हमारे परिवार का प्रयास है । इस अवसर पर सन्तोष मद्धेशिया की माँ दुर्गावती देवी ने कहा कि मेरी बहू की तरह हर महिला को भी रक्तदान के लिये आगे आना चाहिये क्योंकि महिलाओं में रक्तदान के प्रति जागरूकता की बेहद कमी है ।इस दौरान कपूरचंद गुप्ता, आशा देवी, मनोज मद्धेशिया, सरिता देवी, पुष्पा देवी, एलटी तेजभान, रामेश्वर पांडेय सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे ।

रक्तदान करने के लिये सत्रह घण्टे का सफर

एक मांगलिक कार्यक्रम में अपने ननिहाल गयी बड़ी बहू इसरावती देवी पिता की पुण्यतिथि पर प. बंगाल से 17 घण्टे का सफर तय कर ब्लड बैंक पहुंची और अपना तीसरा रक्तदान किया । उन्होंने बताया कि पहली बार वह भलुअनी में पिछले वर्ष शहीद दिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर में पति की पहल पर रक्तदान किया साथ ही छोटी ननद को भी रक्तदान करवाया । उस रक्तदान के दौरान ब्लड बैंक परामर्शदाता सुबोध पांडेय जी ने मुझे हर चार माह पर रक्तदान करने का सुझाव दिया और मैं तबसे नियमित रक्तदान करते हुये बहुत बेहतर महसूस कर रही हूँ । उन्होंने कहा आज मेरे परिवार में बच्चा बच्चा रक्तदान के महत्व को समझता है और रक्तदान के प्रति जागरूक है । बच्चे खुद कहते हैं मैं 18 वर्ष का होते ही रक्तदान करना शुरू कर दूँगा । हमें स्वस्थ समाज की परिकल्पना और जागरूकता के लिये रक्तदान की शुरुआत पहले स्वयं से करनी होगी जिसे देखकर ही हमारे परिवार के सदस्य, महिलाएं व बच्चे भी रक्तदान के लिये प्रेरित होंगें । इसरावती देवी के प्रयास से कई महिलाएं भी रक्तदान के प्रति उत्सुक दिख रही हैं ।

सन्तोष ने पूरे परिवार में भरा रक्तदान का जज्बा

सन्तोष मद्धेशिया ने दो फरवरी को परिवार के बने wp ग्रुप में पिता की पुण्यतिथि पर परिवार के लोंगों से रक्तदान कर पुण्यतिथि मनाने की इच्छा जाहिर की तो सबसे पहले उनके 18 वर्षीय बेटे दीपक मद्धेशिया ने रक्तदान करने की इच्छा जाहिर की, उसके बाद उनके दूसरे बेटे 15 वर्षीय सूरज मद्धेशिया ने कहा "काश मैं भी 18 वर्ष का होता तो आज बाबा के नाम पर रक्तदान करता, 20 वर्षीय बिटिया दिव्या ने तुरंत रक्तदान करने की हांमी भर दी । वहीं चचरे भाई रामप्रवेश मद्धेशिया "यूथ ब्रिगेड" की पहल पर 30 जनवरी को जिला ब्लड बैंक में ही रक्तदान करने की वजह से इस पुण्यतिथि पर रक्तदान नही कर सके ।

छोटे भाई मनोज मद्धेशिया, विनोद मद्धेशिया, बहन आशा, मीना व रीता भी पिता के नाम पर रक्तदान को उत्सुक दिखे पर मैडिकल मानक पर खरा न उतरने पर परिवार के अधिकतर सदस्य रक्तदान करने से वंचित रह गये । नियमित रक्तदान करते हुये अभी तक कुल 11 बार रक्तदान कर चुके सन्तोष मद्धेशिया ने कहा कि समाजसेवा की प्रेरणा पिता जी से पायी है, और उनकी प्रेरणा से ही हमारे परिवार द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि हर परिवार को भी रक्तदानी परिवार बना सकें ।

गुरुवार, 3 फ़रवरी 2022

मतदानकर्मियों को सौंपी गई ‘आयुष रक्षा किट’



जिले में 5000 किट का हुआ निःशुल्क वितरण

चुनावकर्मियों को प्रशिक्षण देने के साथ स्वस्थ रहने पर भी दिया जा रहा ज़ोर

 वाराणसी, 03 फरवरी(dil India live)। विधानसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, उनको  प्रशिक्षण देने के साथ ही उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे और वह ड्यूटी के दौरान कोरोना से भी जंग लड़ सकें, इसके लिए उन्हें ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान की जा रही है। क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने बताया कि उदय प्रताप कालेज में चल रहे चुनाव प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान तीन दिन  में लगभग पांच हजार मतदान कर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ प्रदान की गई है।

डा.भावना द्विवेदी ने बताया कि निदेशक आयुर्वेद प्रो. एसएन सिंह ने हाल ही में सभी क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि सभी फ्रंट लाइन वर्कर व चुनाव ड्यूटी में लगने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को आयुष रक्षा किट निःशुल्क प्रदान की  जाए। इस निर्देश के तहत यूपी कालेज में गुरुवार को लगभग 1700  मतदानकर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ निःशुल्क प्रदान की  गई । इसके पूर्व मंगलवार व बुधवार को भी क्रमशः 1500  व 1800   आयुष रक्षा किट का वितरण मतदानकर्मियों को किया गया था। मतदानकर्मियों को ‘आयुष रक्षा किट’ के वितरण के साथ ही उन्हें इसके सेवन की विधि भी बतायी गयी। उन्हें समझाया गया कि यह उनके लिए कितना उपयोगी है।

 क्या है आयुष रक्षा किट  -च्यवनप्राश-180 ग्राम, आयुष काढा-100 ग्राम, संशमनी बटी-30 ग्राम, अणु तेल-10 मिली को आयुष रक्षा किट में शामिल किया गया है।

 *ऐसे करें इस्तेमाल-* डा. भावना द्विवेदी  के अनुसार आयुष आयुष रक्षा किट में शामिल च्यवनप्राश को एक चम्मच दिन में एक बार लेना चाहिए,   आयुष काढ़ा के तीन ग्राम को 150 मिली ग्राम पानी में उबालने के बाद उसे छानकर सेवन करना चाहिए। संशमनी बटी के दो टेबेलेट दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लेना चाहिए। अणु तेल का दो ड्राप नाक में दो बार डालना चाहिए।

बाबू जगदेव प्रसाद की मनाई गई जयंती


वाराणसी 0३ फरवरी (dil India live)। वाराणसी स्वतंत्रता आंदोलन के नायक बिहार के पूर्व विधायक बाबू जगदेव प्रसाद की जयंती मानववादी विचार मंच एवं सारनाथ बौद्ध कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में बुधवार को सलारपुर  दीनापुर सीवेज प्लांट के समीप खेल मैदान में स्थापित प्रतिमा के समक्ष हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।

 इस अवसर पर वक्ताओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में बाबू जगदेव प्रसाद द्वारा किए गए योगदान को याद किया इसके पूर्व  अतिथिगण सर्वश्री जगन्नाथ कुशवाहा बसपा नेता रवि मौर्या भारतीय किसान यूनियन वाराणसी इकाई के अध्यक्ष पूर्व प्रधान बच्चे लाल राजभर, पंचम मौर्या, पंकज , रामखेलावन राजभर प्रधानाचार्य शिवमूरत राजभर पूर्व प्रधान अमरनाथ , गजानंद , कांता , सुरेंद्र, सिंह मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला पंचायत के पूर्व सदस्य महेंद्र  मौर्य फौजी ने किया।

ख्वाजा के दर पर चढ़ेगी काशी की तिरंगा चादर


वाराणसी ०३ फरवरी (dil India live)। काशी से ख्वाज़ा गरीब नवाज़ के दर पर तिरंगा चादर चढाने के लिए वकील अहमद के नेतृत्व में पिछले 28 साल से अकीदतमंद वाराणसी से निकलते है । 04 फरवरी को कैंट स्टेशन से मरुधर ट्रेन से ये जत्था रवाना होगी। उसी तिरंगे चादर को आज 03 फरवरी को लाट सरैय्या स्थित मस्ज़िद मखदूम शाह के आस्ताने पर अकीदतमन्दो के लिए खोली गयी। जिस में मुख्य अतिथि अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पार्षद हाजी ओकास अंसारी शामिल हुए। इस मौके पर हाजी ओकास अंसारी ने बताया की वकील अहमद के नेतृत्व में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ साहब को ये तिरंगा चादर पिछले 28 सालो से तमाम अकीदत मंदो के साथ एक जत्थे के साथ वाराणसी से ट्रेन से रवाना होती और ख्वाज़ा साहब को बड़ी शिद्दत के साथ इस तिरंगे चादर को चढ़ाते है, और वहा तीनो कुल करके ख्वाज़ा साहब के दरबार में मुल्क की तरक्की, लोगो के रोजगार में बरकत और मुल्क में अमन के लिए दुआ करते हैैं। हम अकीदतमन्दो  का चादर चढाने का ये सिलसिला लगातार चलता रहा है। आज इस मौके पर मौजूद हाजी ओकास अंसारी, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, वकील , शेख रमजान, वर्मा, वसीम अकरम, बेलाल अहमद, , रमजान , रेशमा, मक़सूद, नुरूल, बाबू, तौफ़ीक़, अफज़ल शमसुद्दीन, मतीन आदि लोग मौजूद थे। 

अजमेर में ख्वाजा का उर्स शुरू

काशी से रवाना होगी तिरंगा चादर

वाराणसी 03 फरवरी (dil India live)।  हिन्दल वली सरकार मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी सरकार गरीब नवाज़ का उर्स अजमेर में शुरू हो गया है। 6 दिनों तक चलने वाले उर्स में शिरकत करने उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में जत्थे रवाना होना शुरू हो गए हैं, हालांकि उर्स कोरोना गाइड लाइन से ही मनाया जायेगा। 

उर्स को लेकर कई तरह की हिदायतें दी गई है। अजमेर के एडीएम सिटी राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कोरोना प्रोटोकाल के तहत ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स आयोजित करने को लेकर तैयारी की गई है। सभी जिम्मेदार विभागों के प्रमुखों को उर्स के संबंध में विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले 25 जनवरी को झंडे की रस्म अदा की गई थी। उर्स का आगाज  बुधवार को हो गया। उर्स का आगाज़ होते ही ज़ायरीन वहां पहुंचने लगे हैं। काशी के लाट सरैया में ख्वाज़ा गरीब नवाज़ की चादर पार्षद हाजी ओकास अंसारी की अगुवाई में निकाली गई। इस दौरान तिरंगा चादर की ज़ियारत करने सभी मज़हब के लोग जुटे हुए थे। यह चादर विभिन्न रास्तों और शहरों से होते हुए अजमेर शरीफ पहुंचेंगी। ख्वाज़ा का उर्स छह दिनों तक हिन्दू-मुस्लिम दोनों की आस्था और अक़ीदत के साथ मनाया जाता है।

बुधवार, 2 फ़रवरी 2022

कोविड ने अपनों की ली जान वे दूसरों को बचाने के लिए चला रहे अभियान

लोगों को समझाते हैं : ‘हमने अपनों को खोया है, आप भी रहे सावधान, खुद की ही नहीं दूसरों की भी बचाए जान’


वाराणसी, 02 फरवरी (dil India live) । कोरोना संक्रमण के कारण हमने अपनों को खोया है। अच्छी खासी गृहस्थी को बिगड़ते देखा है। जरा सी लापरवाही हर किसी के लिए खतरनाक हो सकती है। बस जरूरत है टीके की दोनों खुराक लेने और कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करने की। यह कहना है उन लोगों का जिन्होंने कोविड की पहली और दूसरी लहर में अपनों को खोया है। कोविड की तीसरी लहर में ऐसे लोग खुद तो सतर्क हैं हीं दूसरों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं।

    गिलट बाजार निवासी प्रांजल अपने काम-धाम के बीच समय निकाल कर हर रोज मित्रों के साथ लोगों को कोविड से सतर्क रहने के लिए जागरुक करते हैं । वह लोगों को बताते हैं कि कोरोना की पहली लहर में किस तरह उन्होंने अपने पिता को खोया । उसके बाद किस तरह उनके परिवार ने परेशानियों को झेला । वह लोगों को समझाते है कि परेशानियों से बचने का एकमात्र उपाय सतर्कता है । कोविड टीका लगवाने के साथ ही अगर हम कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करें, तो आप उस बड़ी मुसीबत से बच सकते है जिसे खुद उन्होंने झेला है।

  प्रांजल बताते हैं कि पिता के निधन के बाद तो ऐसा लगा जैसे सबकुछ तहस-नहस हो गया । खुद के साथ ही बहनों की पढ़ाई कैसे होगी, परिवार का खर्च कैसे चलेगा यह चिंता रात-दिन सताने लगी थी । वह एक ऐसा संकट का दौर था जिसके बारे में सोच कर ही कलेजा कांप उठता है । उस समय पूरा परिवार कोविड से ग्रसित था। प्रांजल कहते है, कोविड के चलते हमने ऐसी परेशानियों को झेला है जिसका सामना ईश्वर करे किसी को न करना पड़े । यही कारण है कि वह उन्होंने अब दूसरों को सतर्क रहने के लिए इन दिनों अभियान चला रखा है ।भोजूबीर के रहने वाले अरविन्द भी इन दिनों कुछ ऐसा ही कर रहे है। पेशे से दवा व्यवसायी अरविन्द ने अपने बड़े पिता को कोविड की दूसरी लहर में खोया है। वह बीएलडब्लयू कारखाने के कर्मचारी थे। किसी और के घर में ऐसी विपदा न आये इसके लिए अरविन्द भी लोगों को कोविड प्रोटोकाल का पालन करने के लिए जागरूक करने का काम कर रहे हैं । अरविन्द बताते है कि अधिकांश लोग इस गंभीर बीमारी पर पूरे दिन चर्चा करते रहते है लेकिन जब मास्क लगाने या दो गज की दूरी का पालन करने की बात आती है तो वह खुद इस मामले में लापरवाह हो जाते है । ऐसे लोगों को भ्रम होता है कि कोविड दूसरों को तो होगा, उन्हें नहीं । अरविन्द बताते है कि वह लोगों को यही समझाने का काम कर रहे है कि कोविड किसी को भी हो सकता है । इसलिए कोविड प्रोटोकाल का पालन करना जरूरी है। पहड़िया निवासी दिव्यांशू ने कोविड की दूसरी लहर में अपने पिता को खोया । पिता के न रहने पर अचानक आई परिवार की जिम्मेदारियों को उठाने के साथ-साथ ही दिव्यांशू ने भी कोविड प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए अभियान चला रखा है । वह सामने पड़े ऐसे हर व्यक्ति को रोकते और टोकते है जिन्होंने मास्क नहीं पहन रखा होता है । उसे मास्क के महत्व के बारे में समझाते हैं, इसके साथ ही अपने सामने आयी परेशानियों का हवाला देते हुए यह सभी को यह समझाते हैं कि मास्क पहनना सभी के लिए क्यों जरूरी है। अपने दोस्तों-मित्रों को फोन कर वह सभी से पूछते हैं कि उन्होंने कोविड का टीका लगवाया है या नहीं। न लगवाने वाले को जल्द से जल्द लगा लेने की सलाह देते हैं। दिव्यांशू का मानना है कि यदि हर व्यक्ति सजग हो जाए और टीकाकरण कराने के साथ ही कोविड नियमों का पालन करे तो कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है। उनका मानना है कि बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है, ऐसे में जरूरी है सभी को अपने स्तर पर ऐसे ही अभियान चलाने की जिससे कोविड़ पर विजय पायी जा सके।

राजनीतिक दल के चुनाव घोषणा पत्र में इस समुदाय की तरक्की का संकल्प शामिल हो

मीट इण्डस्ट्री को कृषि उद्योग का दर्जा दिया जाए

आजादी के 75 साल बाद भी कुरैश समुदाय बदहाली का शिकार : ऑल इण्डिया जमीयतुल कुरैश

वाराणसी 02 फरवरी (dil India live) । आल इण्डिया जमीयतुल कुरैश उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद यूसुफ कुरैशी एडवोकेट, महासचिव चौधरी , अध्यक्ष यूथ विंग साजिद अहमद कुरैशी व यूथविंग प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी तौफीक कुरैशी के साझा बयान में कुरैशी बिरादरी से अपील की है। अपील में कहा है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव में अपने - अपने हलकों में उस पार्टी और उम्मीदवार को वोट करें जो पार्टी और उम्मीदवार कुरैश बिरादरी के कारोबार की तरक्की और जो कारोबाद बंद किया गया है उसको दोबारा खोलने के लिए ठोस आश्वासन दे। आले उमर कुरैशी ने कहा कि कुरैश बिरादरी के वोट उस सियासी पार्टी को मिलेंगे जो पूरे सूबे के तमाम जिलों में जरूरत के मुताबिक स्लॉटर हाउस , पशु वधशालाएं बनाने की गारण्टी दे। अपील में कहा गया है कि सियासी पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र में इस बात को प्रमुखता से कहे कि वह सत्ता में चुनकर आने के बाद मॉडर्न स्लॉटर हाउस बनाएगी । मीट इण्डस्ट्री को कृषि उद्योग का दर्जा दिया जाए और कृषि उद्योग को मिलने वाली समस्त रियायतें भी दी जाएं । गोश्त की दुकानों के लाइसेंस देने एवं नवीनीकरण प्रक्रिया का सरलीकरण करें ताकि गोश्त की दुकानों के नए लाइसेंस व रिन्यूअल आसानी से किए जा सके। ए.आई.जे. के ने चिंता जताते हुए कहा कि कुरैश बिरादरी के साथ निरंतर सौलेता व्यवहार हो रहा है । फैक्ट्रीयां , मीट प्लॉट जबरन बन्द कर दी गई हैं , सरकार ने लाखों लोगों को बेरोजगार बना दिया , उन्हें एक - एक निवाले का मोहताज बनाकर सड़क पर पैदल कर दिया । मीट प्लांट को चालू करने की राह में हज़ारों अड़चनें पैदा कर दी गई हैं । कुरैश बिरादरी को परेशान करने के लिए लाइसेंस और रिन्यूवल प्रक्रिया में पुलिस प्रशासन और तमाम विभागों का अनावश्यक हस्तक्षेप कर दिया गया है । इसका दुष्परिणाम ये हुआ कि डी . एम . की अनुमति के बगैर किसी भी जगह स्लॉटर हाउस , पशु मीट पलांट को चलाने की इजाजत नहीं दी जाती । जब तक किसी जिले के कलेक्टर , पुलिस और दीगर प्रशासन के अधिकारी एनओसी न दें , पॉल्यूशन बोर्ड भी एन.ओ.सी. नहीं देता है । कहा , हम उम्मीद करते हैं कि तमाम सियासी पार्टियां कुरैश बिरादरी की दिक्कतों को समझते हुए उन्हें दूर करने का बीड़ा उठाएगी । उत्तर प्रदेश में कुरैश बहुत बड़ी आबादी है । उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों के अन्दर मुस्लिम आबादी का करीब २० से ५० : कुरैशी बिरादरी का प्रतिनिधित्व है । ज्यादातर लोगों का रोजगार मांस के कारोबार से जुड़ा हुआ है । मीटर प्लांट का शत - प्रतिशत उत्पादन एक्सपोर्ट किया जाता है जिससे मुल्क की इकॉनामी और करेंसी का फायदा होता है । उत्तर प्रदेश सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों के चलते कुरैश बिरादरी का सारा कारोबार चौपट हो गया है । बिरादरी के लोग सियासी पार्टियों से अपील करें कि वह अपने एजेंडों , मेनिफेस्टों में हमारे कारोबार को चालू कराने की गारण्टी दें । हमें रोजगार दें और जो बेरोजगार किए गए हैं उन्हें बेरोजगारी भत्ता दिया जाए । कारोबार को सुचारू रूप से चलाने के लिए औपचारिकताएं कम से कम , जटिलताओं को कम करके प्रक्रिया आसान किया जाए । ताकि बेरोजगार हुए लोग रोजगार हासिल कर सके और बन्द पड़ी फैक्ट्रियां चालू हो सके । ताकि लाखों की तादाद में जो मजदूर बेरोजगार हुए हैं वह रोजगार में लग सके और हर जिले के अन्दर लोगों को अपनी मर्जी से हलाल गोश्त खाने को मिल सके । ऐसा तभी संभव होगा जब प्रत्येक जिले के अंदर माडर्न स्लाटर हाउस बनाए जाएंगे । ऑल इण्डिया जमीयतुल कुरैश उत्तर प्रदेश ने कुरैश बिरादरी की आवाह्न करते हुए कहा कि जो पार्टियां हमें ठोस आश्वासन न दें , हमारी मदद न करें या हमसे वादा न करें ऐसे लोगों , पार्टियों का बेझिझक बायकॉट करें । जो पार्टियां कुरैश बिरादरी की तकलीफ को दिल से महसूस करती है और सुलझाने के लिए मज़बूत इच्छा शक्ति रखती है । हमारा संगठन ७५ जिलों में सक्रिय है , हमारे जिला अध्यक्ष व पदाधिकारी , सियासी पार्टियों , उनके जिम्मेदार ओहदे दारान और प्रत्याशियों से सम्पर्क करेंगे। साझा बयान में साफतौर से कहा कि सियासी पार्टियां अपने - अपने चुनाव घोषणा पत्र में कुरैश समुदाय की तरक्की का संकल्प शामिल करें । गौवंश तस्करी और वध के झूठे आरोप में सूबे की जेलों में कुरैश बिरादरी के हज़ारों निर्दोष लोग सालों से कैद हैं , उनके परिवार भुखमरी का शिकार है । मांस के कारोबार पर पुलिस प्रशासन ने रोक लगा दिया है । कुरैश बिरादरी के अधिकांश लोगों की आमदनी बन्द हो गयी है इस वजह से उनके बच्चों की स्कूल , कालेजों की फीस जमा नहीं हो पा रही परिणाम स्वरूप बच्चों के नाम स्कूल से कट गए । गौवंश वध के संदिग्ध मामलों को फास्ट ट्रैक अदालतों में चलाकर त्वरित निर्णय लिया जाए, निर्दोषों और बेगुनाहों को जेल से आज़ाद किया जाए। ताकि वो समाज में सिर उठाकर स्वाभिमान के साथ जी सकें। कहा, सियासी पार्टी के लिखित आश्वासन के बाद ही ऑल इण्डिया जमीयतुल कुरैश उत्तर प्रदेश उक्त पार्टी को समर्थन देने के सम्बन्ध में विचार करेगा।

जानिये चुनाव तक क्या क्या है प्रतिबंधित

विधानसभा चुनाव के दौरान रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल / बाइक/ वाहन रैली तथा जुलूस 11 तक प्रतिबन्धित 

वाराणसी  (dil India live)। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सचिव, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार तथा 05 राज्यों, जहाँ विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की प्रक्रिया गतिमान है के मुख्य सचिव एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ कोविड की वर्तमान एवं अनुमानित स्थिति, सम्बन्धित राज्यों में वैक्सिनेशन के प्रथम एवं द्वितीय डोज आदि पर गहनतापूर्वक विचारोपरान्त रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल/बाइक/वाहन रैली तथा जुलूस 11 फरवरी, 2022 तक प्रतिबन्धित रहेंगे।

       आयोग द्वारा 01 फरवरी, 2022 से समस्त चरणों के लिए राजनैतिक दलों एवं निर्वाचन लड़ने वाले उम्मीदवारों को अधिकतम 1000 व्यक्तियों (वर्तमान क्षमता 500 व्यक्तियों के स्थान पर) अथवा मैदान की क्षमता के 50 प्रतिशत अथवा राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा नियत सीमा, जो कम हो, तक भौतिक रूप से मीटिंग्स की अनुमति प्रदान की गई है। आयोग द्वारा डोर-टु-डोर कैम्पेन की सीमा में वृद्धि कर दी गई है। अब डोर-टु-डोर कैम्पेन के तहत 10 व्यक्तियों के स्थान पर 20 व्यक्तियों के साथ (सुरक्षा कर्मियों को छोड़कर) प्रचार किया जा सकता है। आयोग द्वारा राजनैतिक दलों हेतु अधिकतम 500 व्यक्तियों (वर्तमान में अनुमन्य 300 व्यक्तियों के स्थान पर) अथवा हाल की क्षमता के 50 प्रतिशत अथवा राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (SDMA) द्वारा अनुमन्य सीमा के अन्तर्गत इन्डोर मीटिंग की अनुमति प्रदान की गई है।आयोग द्वारा राजनैतिक दलों एवं निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों से कोविड अनुरूप व्यवहार एवं दिशा- निर्देशों तथा निर्वाचन सम्बन्धी समस्त गतिविधियों के दौरान आदर्श आचार संहिता के समस्त निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने की अपेक्षा की है। 

तुलसी विवाह पर भजनों से चहकी शेर वाली कोठी

Varanasi (dil India live)। प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर ठठेरी बाजार स्थित शेर वाली कोठी में तुलसी विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री ...