मंगलवार, 13 दिसंबर 2022

Congress ने president को लिखा पत्र

प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति बन्द करने का जताया विरोध 

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के महासचिव ने लिखा पत्र 


Varanasi (dil india live). उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कक्षा 1 से 10 तक मिलने वाली अल्पसंख्यक छात्रों के लिए प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति को प्रतिबंधित करने के बाद, 2022 से बन्द कर दिया गया है। सरकार का यह कदम अल्पसंख्यक गरीबों को शिक्षा से रोकने कि एक साजिश प्रतीत होती है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि कांग्रेस सरकार ने जून 2006 में अल्पसंख्यकों के कल्याण व विकास के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम में अल्पसंख्यक समुदाय के माता पिता से स्कूल शिक्षा पर उनके ऊपर पड़ने वाले बोझ को हल्का करने के एवं अल्पसंख्यक समुदाय में शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के लिए प्री मैट्रिक छात्रवृति की शुरुआत की थी। इसे बन्द करने के केंद्र सरकार के कदम से लाखों अल्पसंख्यक मेधावी छात्रों का भविष्य अंधकार में चला जायेगा।

कांग्रेस ने पत्र के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति से आग्रह किया कि सरकार को अपने शिक्षा विरोधी फैसले को वापस लेना चाहिए। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष वाराणसी प्रभारी नईम अहमद प्रधान ने इस मुद्दे पर कहा कि प्री मैट्रिक छात्रवृति के बाद केंद्र सरकार ने अल्पसंख्यक छात्रों के लिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद साहब के नाम से कांग्रेस सरकार में शुरू की गई पांच सालों वाली मौलाना आज़ाद फैलोशिप योजना को भी बन्द करने का ऐलान कर दिया है, जबकि यह फेलोशिप योजना 6 अधिसूचित अल्पसंख्यक समुदाय मुस्लिम, बौद्ध, ईसाई, जैन, पारसी और सिख छात्रों को दी जाती थी जिसे उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस सरकार में शुरू किया गया था। यूजीसी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 2014-15 और 2021-22 के बीच 738.85 करोड़ रुपये के संचयी संवितरण के साथ 6,722 उम्मीदवारों को फेलोशिप योजना के तहत चुना गया था। बीजेपी सरकार का यह कदम शत प्रतिशत अल्पसंख्यक विरोधी है, अगर सरकार ने मौलाना आज़ाद फेलोशिप को बन्द करने के फैसले को वापिस ना लिया तो देश में अल्पसंख्यक समुदाय के हजारों शोध उम्मीदवार एम फिल और पीएचडी करने जैसी शिक्षा से वँचित हो जायेंगे। इसलिए वित्तीय सहायता के रूप में केंद्र द्वारा प्रदान की जाने वाली पांच साल की फेलोशिप को बन्द करने के फैसले को बीजेपी सरकार को वापस लेना चाहिए।

सोमवार, 12 दिसंबर 2022

Kangaroo mother care: शिशु व मां के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी

प्री-मेच्योर शिशु , कम वजन के नवजातों की देखभाल का है खास तरीका

 • प्राकृतिक उपचार के इस तरीके में मां और शिशु के बीच बढ़ती है बॉन्डिंग





Varanasi (dil india live). जन्म बाद शिशु का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी होता है। इसमें जरा भी लापरवाही से शिशु के कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आने की आशंका हो जाती है। खास तौर प्री-मेच्योर शिशु अथवा कम वजन वाले नवजात के प्रति तो और भी अधिक सतर्कता बरतनी होती है। ऐसे ही नवजातों  की देखभाल का एक खास तरीका है “कंगारू मदर केयर”।

जिला महिला चिकित्सालय स्थित एसएनसीयू की प्रभारी व बाल रोग विशेषज्ञ डा. मृदुला मल्लिक उक्त जानकारी देते हुए बताती है कि कई शिशुओं का जन्म समय से पहले ही हो जाता है। ऐसे शिशुओं का वजन सामान्य शिशुओं की तुलना में कम होता है। लिहाजा उन्हें देखरेख की ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे शिशुओं के लिए “कंगारू मदर केयर” (केएमसी) बेहद लाभदायक है। यह सिर्फ शिशु ही नहीं उसकी मां के लिए भी लाभदायक होता है। प्राकृतिक उपचार के इस तरीके में मां और शिशु के बीच बॉन्डिंग भी बढ़ती है ।

 क्या है कंगारू मदर केयर

डा. मृदुला मल्लिक बताती हैं कि कंगारू मदर केयर नवजातों के उपचार का एक प्राकृतिक तरीका है। जिस तरह मादा कंगारू अपने बच्चे को छाती से लगाकर उसे दूध पिलाने के साथ उसका ख्याल रखती है ठीक उसी तरह कंगारू मदर केयर में भी शिशु को मां की छाती से बीचोबीच लगाकर रखने की सलाह दी जाती है, ताकि मां और शिशु का स्किन टू स्किन’ सम्पर्क बना रहे। वह बताती हैं कि इसके लिए माताओं को ऐसे कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है जिनमें उनके शरीर से शिशु का शरीर सीधे स्पर्श करता रहे। मां के शरीर से शिशु के स्पर्श हो जाने के बाद शिशु के पीठ वाले हिस्से को कवर करने को कहा जाता है ताकि मां के शरीर की गर्मीं से शिशु को गर्माहट दी जा सके।

कंगारू मदर केयर से लाभ

डा. मृदुला के अनुसार ढाई किलो से कम वजन वाले शिशु को केएमसी की सलाह दी जाती है। कम वजन के नवजात को  निमोनिया होने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। सर्दियों में यह खतरा और अधिक होता है। इसलिए इस समय भी कंगारू मदर केयर अपनाने की सलाह दी जाती हैं। ऐसा करने से शिशु को मां के शरीर का स्पर्श मिलने की वजह से गर्माहट मिलती है।  कंगारू मदर केयर में शिशु मां की छाती से चिपका होता है। इस प्रक्रिया में शिशु और मां की बॉन्डिंग इतनी ज्यादा मजबूत हो जाती है कि दोनों एक दूसरे की जरूरत को बखूबी समझते हैं। इससे वह न केवल वह प्री मैच्योर डिलीवरी की समस्याओं से ऊबर पाता है बल्कि धीरे-धीरे उसका वजन नियंत्रण में आ जाता है। वह बताती है कि केएमसी करते समय यह जरुर ध्यान देना चहिये कि यह एक से डेढ़ घंटे से कम की न हो । इस प्रक्रिया को दिन-रात में जितना अधिक हो सके करना चाहिए। घर का कोई स्वस्थ सदस्य भी केएमसी दे सकता है। 

 यहां करें सम्पर्क 

डा. मृदुला कहती है कि कंगारू मदर केयर अपनाने से पहले डाक्टर से सलाह जरूर लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय के एसएनसीयू  कक्ष में इसे अपनाने की जानकारी  निःशुल्क दी जाती है।

Majlis me Moulana Haider Abbas bole

जनाबे फातिमा बड़ी अजीम शख्सियत की मालिक



Varanasi (dil india live). अर्दली बाजार में बेला हैदर जै़न के संयोजन में इमामबाड़ा मीर गुलाम अब्बास में अय्यामे फातमी के सिलसिले से तीन दिवसीय मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना सैयद हैदर अब्बास (गोपालपुर सीवान) ने कहा कि जनाबे फातिमा की शक्सियत बड़ी ही अज़ीम है। जिसके बारे में खुद मसीही लेखक सुलेमान कततानी लिखता है कि मुझे अफसोस है कि मैंने फातिमा की फजीलत को एक आम कागज और एक आम कलम से लिखा, उनकी फजीलत लिखने के लिए इतना जरूरी है कि गुलाब की पत्तियां हो और अतरो मुश्क की रौशनाई हो उससे फातिमा की फजीलत को लिखा जाए, लिहाजा हमें चाहिए के अदबे फातमी को सीखें और उसे अपनाएं और जनाबे सैयदा की तरह परवरदिगार की कुरबत तलब करें ताकि हमारी दुनिया और आखिरत दोनों कामयाब हो सके।

पेशखानी नबील हैदर, दर्द भरे नौहे ज़ैद अली ने पेश किया।मजलिस मे शिरक़त करने वाले मुख्य मोमनिनो में हाजी अबुल हसन, एजाज़ अब्बास, ज़फ़र अब्बास, हसन मेंहदी कब्बन, फिरोज़ नकवी, मेराज रिज़वी सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। 

Cristmas के पूर्व United Carrol में गूंजे मसीही गीत

Maha girja में Yeshu जन्म की जीवंत हुई गाथा 

खूबसूरत कैरौल से गूंजा मरियम का आंगन







Varanasi (dil india live). सेंट मैरीज़ महागिरजा घर में यूनाइटेड केरौल सर्विस 2022 का भव्य आयोजन इतवार को किया गया। इस दौरान खूबसूरत कैरोल गीतों से मरियम का आंगन गूंजता रहा। आयोजन में छोटे बड़े तकरीबन 32 चर्च ने भाग लिया। इसमें बनारस और आसपास के सभी चर्च की कलीसिया मौजूद थी।एक मंच पर प्रोटेस्टेंट व कैथोलिक नज़र आते। गीत संगीत के लगभग 2000 लोग गवाह बने। यहां स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टाल लगे थे, जिसमें कबाब, टिक्का, कॉफी, चाउमीन, केक, एग रोल, आइसक्रीम आदि का सभी लुत्फ उठाते नज़र आये। कैरोल संग यीशु मसीह के जन्म की झांकी भी यहां देखने को मिली।

इस कार्यक्रम में को भव्य रूप से आयोजित करने में वाराणसी के bishop यूजीन, फादर अगस्टिन, पास्टर एसपी सिंह, चर्च आफ बनारस के paster बैंनजॉन, पास्टर अजय, पास्टर आर एल जॉन, शिवपाल, पश्चात, वंदना चार्ल्स, पास्टर पूनम, पास्टर अनीता सिंह आदि मौजूद थे। 

कार्यक्रम के अंत में होली नाइट का आयोजन किया गया, जिसमें सभी के हाथों में कैंडल थी और प्रभु यीशु मसीह के आगमन को लेकर गीत गाए जा रहे थे। इस दौरान सारी लाइटें ऑफ कर दिया गया था, होली नाइट का आयोजन बहुत ही शानदार स्मरणीय रहा। सभी लोगों ने बहुत ही शांति से यीशु मसीह के जन्मदिवस के आगमन के तीसरे संडे को, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...कि सजाएं बुलंद की। एक दूसरे को बड़े दिन की बधाइयां दी और एक दूसरे को केक खिलाया। 

इससे पूर्व लाल गिरजाघर में व्हाइट गिफ्ट्स सर्विस का आयोजन सचिव विजय दयाल कि अगुवाई में हुआ।इस दौरान पादरी संजय दान ने आराधना कराती। शाम में तेलियाबाग में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। यहां काफी संख्या में मसीही समुदाय के लोग मौजूद थे।

रविवार, 11 दिसंबर 2022

Mister benaras बने vikas, Vijay बने मिस्टर मसलमैन

Anand केशरी को मिस्टर प्रोग्रेसिव का खिताब मिला




Varanasi (dil india live)। प्रतिष्ठापरक मिस्टर बनारस का खिताब विकास मौर्य के नाम रहा, वहीं कड़े मुकाबले में दूसरे स्थान पर रहे विजय पटेल मिस्टर मसलमैन का खिताब जीतने में सफल रहे। आंनद केशरी को मिस्टर प्रोग्रेसिव का खिताब मिला।

काशी डिस्ट्रिक्ट बॉडी बिल्डिंग एवं फिटनेस एसोसिएशन के तत्वावधान में रविवार को पाण्डेयपुर, खजूरी स्थित तुलसी निकेतन बालिका इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित तीसरे मिस्टर बनारस प्रतिस्पर्धा में 125 से अधिक बॉडीबिल्डरों ने मिस्टर बनारस के प्रतिष्ठापरक खिताब के लिये जोर आजमाइश की। मिस्टर बनारस एवं मिस्टर मसलमैन को पुरस्कार स्वरूप नकद राशि, ट्राफी, सर्टिफिकेट, टीशर्ट आदि प्रदान किया गया।

इससे पहले विभिन्न भार वर्ग में बॉडी बिल्डरों ने अपना दमखम दिखाया। 0-55 किलोग्राम भारवर्ग में आशीष यादव प्रथम, श्रीकांत चौधरी द्वितीय एवं सचिन निषाद तृतीय स्थान पर रहे। 55-60 किलोग्राम भारवर्ग में आनंद केशरी प्रथम, आशीष पाल द्वितीय एवं दानिश तीसरे स्थान पर रहे। 60 - 65 किलोग्राम भारवर्ग में विकास चौधरी प्रथम, अरविंद साहनी द्वितीय एवं कृष्णा तृतीय स्थान पर रहे। 65-70 किलोग्राम भारवर्ग में विजय पटेल प्रथम, प्रभाकर सिंह द्वितीय तथा प्रज्ज्वल तीसरे स्थान पर रहे। 70 से 75 किलोग्राम भारवर्ग में रोहित जायसवाल प्रथम, सौरभ सिंह दूसरे तथा शिवम यादव तीसरे स्थान पर रहे। 

75 से अधिक किलोग्राम भारवर्ग में प्रांशु यादव प्रथम, गौरव वर्मा द्वितीय, नवनीत साहू तृतीय स्थान पर रहे। 

फिटनेस फिजिक की स्पर्धा में रजत सिंह प्रथम, सौरभ सिंह दूसरे तथा सलीम कुरैशी तीसरे स्थान पर रहे। इन्हें पुरस्कार स्वरूप ट्रॉफी, मेडल, टीशर्ट एवं सर्टिफिकेट प्रदान किया गया। 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारत माता मिशन पीठाधीश्वर स्वामी विवेक चैतन्य महाराज, विशिष्ट अतिथि सरित कुमार सिंह, डॉ. वी.के. सिंह आदि ने खिलाड़ियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संयोजन अध्यक्ष अहमद फैसल महतो तथा महासचिव विकास चौरसिया ने किया। निर्णायक मण्डल में फसरूद्दीन खान, मिस्टर इण्डिया गोविंद झा, मिस्टर इण्डिया अवधेश यादव रहे। इस अवसर पर अनिकेत यादव, सुभाष चंद्र चौरसिया, एडवोकेट फिरदौसी, मयंक उपाध्याय, प्रताप बहादुर सिंह, रोमा, निसार अहमद, राजेंद्र, कबीर, रियासुद्दीन, राकेश पाण्डेय, कैश आदि सहयोग में रहे।

शनिवार, 10 दिसंबर 2022

Mr benaras में दमखम दिखाएंगे बॉडी बिल्डर

Varanasi (dil india live). काशी डिस्ट्रिक बॉडीबिल्डिंग एवं फिटनेस एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित होने वाले तीसरे मिस्टर बनारस के खिताब के लिए आज रविवार को शहर भर के बॉडी बिल्डर अपना दमखम दिखाएंगे। खजुरी, पाण्डेयपुर स्थित तुलसी निकेतन बालिका इंटर कॉलेज के प्रांगण में आयोजित होने वाली इस प्रतिस्पर्धा में शहर भर के डेढ़ सौ से अधिक बॉडी बिल्डर मिस्टर बनारस की प्रतिष्ठापरक  टाइटल के लिए जोर आजमाइश करेंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष अहमद फैजल महतो ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए अब तक 100 से अधिक खिलाड़ियों ने अपना वजन महावीर मंदिर, पाण्डेयपुर स्थित वायरस फिटनेस क्लब में करा लिया है। इसके अलावा आज भी कुछ खिलाड़ी अपना रजिस्ट्रेशन एवं वजन प्रतियोगिता के लिए कराएंगे। एसोसिएशन के महासचिव विकास चौरसिया ने बताया कि यह स्पर्धा बॉडीबिल्डिंग की छः एवं फिटनेस  फिजिक की एक कैटेगरी में आयोजित होगा। टाइटल एवं मसलमैन विजेता को नकद पुरस्कार के साथ-साथ ट्रॉफी, सर्टिफिकेट, सप्लीमेंट, ट्रैक सूट प्रदान किया जाएगा, वही बेस्ट ऑफ फाइव को ट्रॉफी एवं सर्टिफिकेट दिया जाएगा सभी प्रतिभागियों को मेडल दिया जाएगा। इस अवसर पर फसरुद्दीन खान, मिस्टर इंडिया गोविंद झा, एडवोकेट फिरदौसी, प्रताप बहादुर सिंह, रोमा, मयंक उपाध्याय, निसार अहमद, राजेंद्र, रियाजुद्दीन, कैश, कबीर, राकेश पाण्डेय आदि शामिल रहे। प्रतियोगिता अपराहन 1:00 बजे से शुरू होगी, टाइटल की घोषणा सायं 5:00 बजे होगी।

India में 1 लाख 33 हजार health व welness center, जल्द पूरा होगा डेढ़ लाख का लक्ष्य

सभी के स्वस्थ रहने पर आएगी खुशहाली:राज्यपाल 

अंतिम व्यक्ति तक बेहतर चिकित्सा सुविधा पहुंचाना सरकार का लक्ष्य 

टेलीकंसल्टेशन से हर रोज हो रहा चार लाख से अधिक का उपचार

• सम्मेलन समुदायों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में सीएचओ की भूमिका अहम-मनसुख मांडविया

 • सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों का दो दिवसीय अंतरराज्यीय सम्मलेन शुरू



Varanasi (dil india live). सभी के स्वास्थ्य की उचित देखभाल से ही देश में खुशहाली संभव है। यह तभी होगा जब समाज का अंतिम व्यक्ति तक बेहतरीन चिकित्सा सेवा मिलेगी। सरकार की मंशा के अनुरूप आम जन तक इस चिकित्सा व्यवस्था को पहुंचाने में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) अहम भूमिका निभा रहे हैं। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के दो दिवसीय अंतरराज्यीय सम्मलेन को वर्चुवली सम्बोधित करते हुए उक्त विचार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य जन्म से लेकर जीवन के अंतिम पल तक जुड़ा रहने वाला विषय है। केन्द्र और प्रदेश सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है। बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिए एक आन्दोलन जैसा चल रहा है। इसमें जन भागीदारी का नतीजा है कि हम तमाम बीमारियों पर अब काफी हद तक अंकुश लगा चुके है। उन्होंने कहा कि इसमें हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने इच्छा जताई कि 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में बढ़ते उम्र के साथ होने वाले शारीकि व मानसिक बदलाव से उनके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। हो सके तो ऐसी महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाए।

इसके पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने प्रदेश व अन्य प्रदेशों से आए मंत्री की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) दिवस  पर रुद्राक्ष कनवेंशन सेंटर में शनिवार से शुरू हुए इस सम्मेलन को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि सभी को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उसके घर के समीप ही उपलब्ध हों। इस मंशा के अनुरूप ही जगह-जगह पीएचसी के साथ ‘हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर भी खोले गये है। ‘हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ समाज के अंतिम व्यक्ति तक निशुल्क, सस्ती व बेहतरीन चिकित्सा सुविधाओं को पहुंचाने में मददगार साबित हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्यकर्मियों ने जो भूमिका निभायी उसकी न सिर्फ देश में बल्कि पूरी दुनियां में प्रशांसा हुर्इ। देश के स्वास्थ्यकर्मियों ने यह साबित कर दिया कि विपरीत परिस्थ्यिों में रहते हुए भी हम सीमित संसाधनों में सभी को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करा सकते है।  उन्होंने कहा कि ‘हेल्थ आर्मी’ ने कोरोना काल में जिस तरह अपने जीवन की चिंता किये बगैर काम किया उसी तरह उम्मीद है कि वह यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लिए भी बेहतरीन परिणाम देकर एक इतिहास रचेगी। उन्होंने कहा कि देशभर में एक लाख पचास हजार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर बनाने का लक्ष्य रखा गया। इस लक्ष्य के अनुसार अबतक एक लाख 33 हजार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर खुल चुके हैं।  उन्होंने कहा सिर्फ हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर खोले ही नहीं जा रहे है उन पर चिकित्सकों की तैनाती की भी योजना है। इसके लिए देश में नये मेडिकल कालेजों को खोलने का भी प्रयास चल रहा है। यह भी प्रयास है कि मेडिकल छात्र ऐसे हेल्थ एण्ड वेलनसे सेंटर पर अपनी सेवाए देने के लिए जुड़े। उन्होंने कहा कि  आज देश में र्इ-संजीवनी प्लेटफार्म से हर रोज चार लाख से अधिक लोग इस सेवा का लाभ ले रहे है।  उन्होंने कहा कि टीबी मुख्त भारत बनाने के लिए आज समाज के हर क्षेत्र से लोग आगे आ रहे है। निक्षय पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार 44 हजार से अधिक क्षय रोगियों को अबतक जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़े प्रतिनिधियों, फर्मो एवं संगठनों ने गोद लिया है। ऐसा ही प्रयास होता रहा तो वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने में सफल रहेंगे।

सम्मेलन में टेलीकंसल्टेशन के माध्यम से उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा प्रदान करने वाले बड़े राज्यों तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, एवं पश्चिम बंगाल को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इसी प्रकार संघ शासित क्षेत्र के चण्डीगढ़ एवं जम्मू-कश्मीर के साथ साथ उत्तर पूर्व पहाड़ी राज्यों में से मणीपुर एवं असम को पुरस्कृत किया गया।

 सबसे अधिक आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट जेनरेशन (आभा) आईडी बनाने वाले तीन बड़े राज्यों उड़ीसा,मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर  के  साथ उत्तरपूर्व पहाड़ी राज्य असम एवं मिजोरम को पुरस्कृत किया गया।  आयुष्मान भारत के अंतर्गत बने हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर उत्कृष्ट कार्य कर रही पांच राज्यों बिहार, झारखण्ड, मध्यप्रदेश, उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश की टीमो को पुरस्कृत किया गया। सम्मेलन में अतिथियों का स्वागत अपर मिशन निदेशक (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) रोली सिंह व सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राजेश भूषण ने किया। मिशन निदेश,राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन यूपी अपर्णा ने सम्मेलन में समस्त अतिथियों के साथ-साथ प्रतिभाग कर रहे सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सा अधिकारियों, जिला प्रशासन एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी वाराणसी की इस कार्यक्रम की सफलता के लिए धन्यवाद देते हुए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रदेश के मंत्रीद्वय  रविन्द्र जायसवाल, डा.दयाशंकर मिश्र दयालु के अलावा  विभिन्न राज्यों से आये स्वास्थ्य मंत्रीगण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण (भारत सरकार) से आये अधिकारीगण के अलावा  सहयोगी संस्था यूसेड, जपाईर्गो, पाथ, डब्ल्यूएचओ, आर्इहैट एवं बिल एण्ड मिलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन के प्रतिनिधि शामिल थे।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...