बुधवार, 2 नवंबर 2022

All soul day पर नम हुई अपनों की आंखें

कैंडल लाइट में रौशन की अपने पुरखों की कब्रें 


Varanasi (dil india live). अमूमन विरान से रहने वाले ईसाई कब्रिस्तानों का नजारा आज बदला बदला सा दिखाई दे रहा था। मसीही कब्रिस्तान ही नहीं बल्कि चर्च में बने पुरोहितों की कब्र भी कैंडल लाइट में रौशनी बिखेरती दिखाई दी।

 मसीही लोगों ने अपने पूर्वजों की कब्र पर पहुंच कर उन्हें न सिर्फ याद किया बल्कि फूल मालाओं से कब्र सजाया व रौशनी की।  मौका था पवित्र आत्माओं के पर्व आल सोल डे का। 

आल सोल डे पर बुधवार को दिन भर अपनों की कब्र की साफ सफाई के बाद शाम को फूल और मालाओं से कब्रों को सजाया गया। कब्रों की साफ-सफाई कर उन पर फूल मालाएं डाली गईं। लोग शाम को कब्र पर मोमबत्ती जलाने के लिए पहुंचे। कब्रिस्तान के अंदर बिशप की अगुवाई में विशेष प्रार्थना सभा हुई। कब्र पर मोमबत्ती जलाकर मृत सगे संबंधियों की आत्मा की शांति के लिए सभी ने प्रार्थना की।  चौकाघाट कब्रिस्तान, सिगरा, महमूरगंज, फुलवरिया आदि कब्रिस्तानों पर लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था। काफी लोग इस दौरान अपने अज़ीज़ों की कब्र पर पहुंच कर फफक पड़े। दरअसल हर साल 2 नवंबर को ईसाई समाज के लोग मृतक विश्वासियों का स्मरण उत्सव मनाने जुटते हैं। यह परम्परा सदियों से चली आ रही है।

306 और बनेंगे Aadarsh aaganbadhi Kendra

अधिकारियों ने लिया 306 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद  

अब तक 426 आंगनबाड़ी केन्द्रों को लिया गया गोद


Varanasi (dil india live). बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तहत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार पूरा ज़ोर दे रही है । दूसरे चरण में पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, पंचायत सहित अन्य विभागीय अधिकारियों ने जिले के 306 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया है । अब इन आंगनबाड़ी केन्द्रों को भी आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनाया जाएगा। 

बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डी0के0 सिंह ने बताया कि जनपद में 3914 आंगनबाड़ी केन्द्र हैं । पहले चरण (जून 2022) में डीएम, सीडीओ, सीएमओ सहित 40 अधिकारियों द्वारा 120 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया था । हाल ही में महिला एवं बाल विकास विभाग की राज्यमंत्री द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेने की संख्या 1000 तक पहुंचाने के प्रयास के लिए निर्देशित किया गया है । इस क्रम में दूसरे चरण में 102 विभागीय अधिकारियों द्वारा 306 आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया है । प्रत्येक अधिकारी ने तीन-तीन आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया है । इसमें काशी विद्यापीठ ब्लॉक के 39, चिरईगांव के 42, चोलापुर के 42, पिंडरा के 30, अराजीलाइन के 36, सेवापुरी के 42, हरहुआ के 27, बड़ागांव के 48 आंगनबाड़ी केंद्र शामिल हैं । सभी अधिकारियों को पत्र भी भेजा जा चुका है । इसके तहत अधिकारियों की मदद से केंद्रों पर कुर्सियां, मेज, खिलौने, वजन मशीन आदि की व्यवस्था की जाएगी । 

डीपीओ ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर वहाँ पंजीकृत बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के साथ केंद्रों को आधुनिक बनाया जाएगा। ‘आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र’ योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों को कुपोषण मुक्त करना, साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत तीन से छह वर्ष के बच्चों के लिए अर्ली चाइल्ड केयर एजुकेशन (ईसीसीई) स्तर में सुधार लाना एवं आधारभूत सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण करना है । 

छह माह में करना है विकसित

 गोद लिए गए आंगनबाड़ी केन्द्रों को अगले छह माह की समयावधि में विकसित किए जाने के लिए शासन की ओर से दिशा – निर्देश दिये गए हैं । अधिकारी गोद लिए गए केन्द्रों का निरीक्षण हर माह विभिन्न बिन्दुओं पर करेंगे । इन केन्द्रों पर अधिकारियों की ओर से आधारभूत सुविधाएं जैसे स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, बाल मैत्री शौचालय की उपलब्धता, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर विद्युतीकरण, पोषण वाटिका, रंगाई-पुताई, भवन की भौतिक स्थिति, ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस की उपलब्धता, स्मार्ट फोन की उपलब्धता, बच्चों के बैठने के कुर्सी-मेज, खिलौने व अन्य सामाग्री उपलब्ध कराई जाएंगी । गोद लिए गए केन्द्रों को तय अवधि में उक्त मानकों की पूर्ति होने पर जिला पोषण समिति ‘आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र’ घोषित कर प्रमाण पत्र देगी।

मंगलवार, 1 नवंबर 2022

Manoj sinha सिर पर “भगवत गीता” लिए कथा में पहुंचे


Ghazipur (dil india live). जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा मंगलवार को पुर्वाह्न 10 बजे अपने पैतृक गांव मुहम्मदाबाद के मोहनपुरा सपरिवार घर पहुंचे। जहां परिवार के अन्य सभी सदस्य ठाकुर जी के दरबार में पूजा अर्चना कर वाराणसी के विद्वान ब्राह्मण आचार्य पं कृष्णा दिक्षित के नेतृत्व में लगभग आधा दर्जन ब्राह्मणों के द्वारा भागवत पाठ के शुभारंभ के लिए संकल्प और पूजा अर्चना वैदिक मंत्रों तथा विधि विधान से कराया गया। सभी अनुष्ठान और पुजा कार्य में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पूरी आस्था के साथ परिवार संग पूजा कार्य मे सहयोग करते रहे। बता दें कि मनोज सिन्हा कल दो दिवसीय व्यक्तिगत दौरे पर सायंकाल गाजीपुर लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह पहुंचे और लोगों से औपचारिक मुलाकात कर सपरिवार रात्रि प्रवास अपने शास्त्री नगर स्थित आवास पर करके प्रातः काल पूरे काफिले के साथ पैतृक घर भागवत कथा पाठ के निमित्त पहुंचे।

मनोज सिन्हा परिजनों सहित हजारों ग्रामीण महिलाओं पुरुषों के साथ मोहनपुरा गांव के नजदीक मगई नदी तट पर पूजा के लिए जल लेने पहुंचे। जहां विधि विधान मंत्रोच्चार के बीच ब्राह्मण जनों के नेतृत्व में नदी तट पर देवताओं का आह्वान और पूजन कर कलश यात्रा जल लेकर भागवत कथा परिसर पहुंची। जहां परिवार सहित ग्रामीण जन कलश लेकर चल रहे थे वहीं मां मनोज सिन्हा “भागवत गीता” सर पर लिए थे। कलश यात्रा में बीच बीच में लोग देवताओं के जयकारे भी लगाए जा रहे थे‌। यह कथा लगातार सोमवार 7 नवम्बर तक प्रतिदिन चलती रहेगी तथा मंगलवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया है। 

Kashi prabuddha mahila Manch ने मनाया आंवला नवमी


Varanasi (dil india live). काशी प्रबुद्ध महिला मंच की सदस्यों ने तमसो मा ज्योतिर्गमय के अंतर्गत आंवला नवमी की पूर्व संध्या पर आंवले के जड़ में दूध चढ़ाकर रोली अक्षत पुष्प आदि से पवित्र वृक्ष की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करी और रेनू कैला ने  आंवला नवमी की कथा सुनाई। सभी ने दीप जलाकर वृक्ष की परिक्रमा की।

इस दौरान अध्यक्ष अंजली अग्रवाल ने आंवला नवमी के महत्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान आंवला नवमी से संबंधित हाउजी कराई गई एवं सदस्यों ने गीत गाए। आयोजन में स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद शोभा कपूर द्वारा कराया गयातो कार्यक्रम में अमृता शर्मा, नूतन रंजन, डॉक्टर ममता तिवारी, चन्द्रा शर्मा, रीता अग्रवाल,  लिपिका बोस, छवि अग्रवाल ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया।

गोपाष्टमी महोत्सव में हुआ पूजन






Varanasi (dil india live). कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर स्वबोध आश्रम, कोईराजपुर, हरहुआ में ॐ श्री आनन्द प्रभु कि अगुवाई में गोपाष्टमी महोत्सव मनाया गया। इस दौरान आश्रम परिसर में मां सरोजिनी ने गौमाता का पूजन किया। गौशालाओं में गौ माता का विधिवत श्रृंगार कर उन्हें विशिष्ट भोग दलिया, फल, गुड़ एवं हरा चारा आदि चढ़ाया गया। गोमाता के पूजन के बाद दर्शन करने एवं गुड़ चना खिलाने का क्रम दिनभर चला। ऐसे ही बावन बीघा समेत शहर भर में गोपाष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया।

Health department ने स्वाइन फ्लू के लिए जारी की एडवाइजरी

इन्फ्लुएंजा एच-1 एन-1 वायरस के लिए अलर्ट 

एसएसपीजी, डीडीयू, एलबीएस चिकित्सालय सहित सीएचसी-पीएचसी को सतर्कता बरतने के निर्देश


Varanasi (dil india live). सर्दी बढ़ने के साथ एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा के मरीज बढऩे की आशंका रहती है। इसके कारण वाराणसी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने मंगलवार को दिशा-निर्देश जारी करते हुए सभी सरकारी चिकित्सालयों के प्रमुख चिकित्साधीक्षक एवं प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधीक्षक को बीमारी के प्रति सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। साथ ही इन्फ्लूएंजा एच-1 एन-1 वायरस के मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड आरक्षित रखने और जांच, दवा व अन्य संसाधनों की उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ ने एच-1 एन-1 इन्फ्लूएंजा के कारणों, रोकथाम व उपचार की जानकारी आम नागरिकों तक पहुंचाने का भी निर्देश दिया है ।

जिला सर्विलांस अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया ने बताया कि स्वाइन इन्फ्लूएंजा एक संक्रामक सांस की बीमारी है जो कि आमतौर पर स्वाइन इन्फ्लूएंजा ए वायरस के एच-1 एन-1 के कारण होती है। स्वास्थ्य विभाग ने एच-1 एन-1 इन्फ्लुएंजा को वर्तमान में सिजनल इन्फ्लुएंजा की श्रेणी में रखा है। यह उन लोगों को अधिक प्रभावित करती है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता किसी बीमारी के कारण कम हो गई हो। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने, छीकने या उसके संपर्क में रहने से फैलता है।

इन्फ्लुएंजा के लक्षण

डॉ कनौजिया ने बताया कि बुखार, नाक बहना, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, बदन दर्द, ठंड लगना व आंखों में लालिमा आना इस रोग के मुख्य लक्षण हैं । इस वायरस के कारण लोगों को बुखार, सर्दी जुकाम, संक्रमण, सिर दर्द जैसी बीमारियाँ हो सकती है । इसमें ठंड और गर्मी बारी-बारी से होने लगती है और बुखार तेज़ी से बढ़ने लगता है । सही उपचार न मिलने पर यह रोग जानलेवा भी हो सकता है । गंभीर होने पर सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, खांसी में खून आना और बेहोशी की स्थिति जैसे लक्षण दिख सकते हैं । संक्रमित बीमारी के चपेट में आने से अधिकांश जोखिम में गर्भवती, नवजात, वृद्धजन, रोग प्रतिरोधक क्षमता से कमजोर, चिकित्सीय एवं सर्जिकल बीमारी, लम्बे समय से दवा खा रहे व्यक्ति हैं । 

       उन्होंने बताया कि वाराणसी में इस बीमारी से निपटने के लिए बीएचयू में जांच सहित उपचार की व्यवस्था है । इसके अलावा सीएमओ द्वारा स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए पं. दीन दयाल राजकीय चिकित्सालय, लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सालय, श्री शिव प्रसाद मंडलीय चिकित्सालय सामुदायिक एवं प्राथमिक सवास्थ्य केंद्रों को सतर्कता बरतने और बेड आरक्षित करने के लिए निर्देशित किया गया है । सभी ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर इसके बचाव की दवा निःशुल्क मौजूद हैं ।  

बचाव के तरीके

० छींकते समय टिश्यू पेपर से मुंह, नाक को ढकें और फिर उस पेपर को फौरन सावधानी से कचरे के डिब्बे में डाल दें । 

० अपने हाथों को लगातार साबुन से धोते रहें अपने घर, ऑफिस के दरवाजों के हैंडल, की-बोर्ड, मेज आदि साफ करते रहें । 

० लगातार पानी पीते रहें ताकि डिहाइड्रेशन ना हो । 

० घर से बाहर निकल रहे हों तो फेसमास्क पहनकर ही निकलने की कोशिश करें ।

Yeshu bhakto ने लगाया नये धर्मांतरण कानून के दुरुपयोग का आरोप


Varanasi (dil india live).  मसीही अनुयाइयों एवं यीशु भक्तों द्वारा पुलिस कमिश्नर वाराणसी ज़ोन और मंडलायुक्त वाराणसी से मिल कर अराजक तत्वों और लोकल पुलिस के नकारात्मक गठजोड़ पर गहरी आपत्ति दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की। आरोप लगाया कि विगत कुछ समय से एक कथित हिन्दू संगठन के पदाधिकारी होने का दावा करने वाले कुछ लोगों द्वारा निर्दोष मसीही नागरिकों के खिलाफ धर्मान्तरण के झूठे मामलों में फंसाने की साजिश की जा रही है। इस संबंध में एक अभ्यावेदन पुलिस कमिश्नर वाराणसी ज़ोन और मंडलायुक्त वाराणसी को दिया गया।

वक्ताओं ने कहा कि विगत दो वर्षों में नये धर्मांतरण कानून का यूपी में भारी दुरुपयोग जारी है। ईसाई समुदाय पर मेरठ, आजमगढ़, फतेहपुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, मऊ ही नहीं बनारस इत्यादि में भी हमले फिर से कई गुना बढ़ गए है।

पुलिस कमिश्नर वाराणसी ज़ोन और मंडलायुक्त वाराणसी से मिल कर अनुरोध किया गया है, कि साम्प्रदायिक सद्भाव और शांति के हित में इलाके में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए इस मामले में आप अविलम्ब आवश्यक कार्रवाई करें।

प्रतिनिधि मंडल ने कि यह मांग 

1.वाराणसी मंडल में धार्मिक उन्मादी व् मनबढ़ लोगों को चेतावनी दिया जाये की समाज में वैमनस्य न फैलाएं।

2.पोलिस द्वारा रविवार को यीशु भक्तों की आराधना व् संगती बाधित न किया जाये।

3.पोलिस प्रशासन सभी वर्गों के लोगों के साथ न्यायपूर्ण व्यहवार करें व् 'उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध कानून' का दुरूपयोग रोका जाये। 

4.सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार सभी पोलिस स्टेशनों पर सी. सी. टीवी कैमरा लगाया जाये।

इनकी रही मौजूदगी

फादर आनंद, मनीष शर्मा, फादर कल्याण, फादर दशरथ पवार, फादर मारन, पास्टर नवीन जॉय, पास्टर विन्सेंट, दीनानाथ जैसवार इत्यादि।

Hazrat Imam Zainul abedin इस्लाम की पहचान, इबादतों की शान

हज़रत जैनुल आबेदीन की जयंती पर सजी महफिलें, गूंजे कलाम Varanasi (dil India live). शाहीदाने कर्बला इमाम हुसैन के बेटे, इबादतों की शान चौथे हज...