गुरुवार, 13 अक्टूबर 2022

dav pg college में आईक्यूएसी का वित्तीय ज्ञान एवं विनिवेश जागरूकता कार्यक्रम

म्यूचल फण्ड में निवेश से पूर्व जोखिम की कर ले जानकारी




Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज में आईक्यूएसी के तत्वावधान में गुरूवार को वित्तीय ज्ञान एवं विनिवेश जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता सेबी के प्रमुख प्रशिक्षणकर्ता मेराज अहमद ने अध्यापकों एवं कर्मचारियों को वित्तीय जोखिम के बाबत जानकारीयॉ प्रदान की। उन्होंने कहा कि किसी भी म्यूचल फण्ड में विनिवेश से पूर्व निवेशकों को फण्ड मैनेजर की सम्पूर्ण जानकारी होना आवश्यक है। निवेशक का पैसा कम्पनी कहा प्रयोग कर रही है यह जानना प्रत्येक निवेशक का अधिकार है। यह इस बात से भी अवगत कराता है कि म्यूचल फण्ड में किया गया उनका निवेश कितना सुरक्षित है और कितना जोखिम पूर्ण है। मेराज अहमद ने यह भी बताया कि निवेश से पूर्व सबसे पहले यह जनना बेहद जरूरी है कि हम सही म्यूचल फण्ड खरीद रहे है या नही। इसके अलावा उन्होंने बताया कि म्यूचल फण्ड पूरी तरह से शेयर बाजार से ही जुड़ा है यह पूरी तरह से मिथक पर आधारित तथ्य है। म्यूचल फण्ड में अब रिटायरमेन्ट बेनिफिट स्कीम भी उपलब्ध हो चुकी है जिसका लाभ कर्मचारी उठा सकते है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के मंत्री/प्रबन्धक अजीत कुमार सिंह यादव ने किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। अतिथि का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया। संचालन आईक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारूल जैन ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. पी.के सेन, प्रो. सत्यगोपाल जी, प्रो. अनूप कुमार मिश्रा, प्रो. मधु सिसौदिया, प्रो. विनोद कुमार चौधरी, डॉ. विजय नाथ दूबे, डॉ. राहुल, डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डॉ. हबीबुल्लाह, डॉ. मीनू लकड़ा, कुॅवर शशांक शेखर, सुनन्दन भट्टाचार्य, सुरजीत आदि अध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।  

Art competition में सोनू, निखिल, गौरव का जलवा

कला शिक्षक आतिफ ने किया छात्रों को पुरस्कृत 



Varanasi (dil india live). कमलापति त्रिपाठी बॉयज इंटर कॉलेज कैंट में चित्रकला कंपटीशन का आयोजन कॉलेज के प्रिंसिपल विपुल श्रीवास्तव के निर्देश पर कला टीचर आतिफ मोहम्मद खालिद की अगुवाई में किया गया। गांधी जयंती के अवसर पर हुए इस आयोजन में सोनू कुमार को प्रथम तो निखिल कनौजिया को दूसरा व गौरव प्रजापति तीसरे स्थान पर रहे।

इस दौरान बेहतर कार्य करने वाले तीनों छात्रों को कला अध्यापक आतिफ मोहम्मद खालिद ने पुरस्कृत किया।

बुधवार, 12 अक्टूबर 2022

Government hospital में लापरवाही का आरोप

लापरवाही के कारण डेंगू मरीजों को हो रही परेशानी 
Varanasi (dil india live). शहरी, देहाती इलाकों में तेज़ी से डेंगू पाव पसार रहा है। सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा काफी दयनीय  होने के कारण मरीजों को इलाज में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

सरकारी मशीनरी पर यह आरोप कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन व विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह एडवोकेट ने लगाया है।

एक विज्ञप्ति में तीनों ने कहा की डेंगू, टाईफाइड, मलेरिया, जैसे रोग आम जनमानस को जकड़े हुए हैं, सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा से मरीज काफी परेशान हो रहे हैं, अस्पतालों में बेड कि कमी बताकर मरीजों को वापस कर दिया जा रहा है। जिससे मजबूर होकर मरीज प्राइवेट अस्पतालों की शरण ले रहे हैं, जहां खूब जमकर उनका खून चूसा जा रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग नगर निगम के कान पर जूं नहीं रेंग रही है।

उक्त नेताओं ने मांग की है अविलंब नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रत्येक वार्ड प्रत्येक मोहल्ले प्रत्येक गलियों में दवा का छिड़काव कराते, सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कराए, साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में बेड की व्यवस्था की जाए और सही ढंग से मरीजों को दवा वितरण किया जाए।

उक्त नेताओं ने विधायक, नगर प्रमुख व सभासदों से अपने-अपने वार्डों में प्रत्येक गली में दवा का छिड़काव, सफाई व्यवस्था चुस्त एवं मच्छर मारने की दवा फागिंग कराने की मांग की। साथ ही जिला प्रशासन से मांग की इस विषम परिस्थितियों में प्राइवेट अस्पतालों के लूट घसोट पर अंकुश लगाने की मांग दोहराई। ताकि मरीज अपना सुलभ तरीके से इलाज करा सकें।

रविवार, 9 अक्टूबर 2022

Eid miladunnabi पर ‘सरकार की आमद मरहबा’ के नारों संग निकला जुलूसे मोहम्मदी

रात भर चला नातिया कलाम का दौर, हुई नबी की चर्चा 









Varanasi (dil india live). रविवार को ईद मिलादुन्नबी (पैगंबर हजरत साहब के जन्म दिन) पर निकले जुलूसे मोहम्मदी में आपसी सद्भाव और देश प्रेम का जज्बा देखने को मिला। शहर में निकले जुलूस में शामिल लोग इस्लामिक झंडे के साथ राष्ट्रध्वज भी लहराते हुए चल रहे थे। इसमें हिंदू भाइयों ने भी बढ़-चढ़ कर सहयोग किया। रात भर मुस्लिम इलाकों में नातिया कलाम का भी दौर जारी रहा। इस दौरान वरुणा पार के अर्दली बाजार में अंजुमन फैजाने नूरी की ओर से दो दिवसीय जलसा वह नातियां मुशायरा मिल्लत की नज़ीर पैश करता दिखाई दिया। यहां पर एक और खाने काबा का दीदार हुआ वहीं दूसरी हो बुर्ज खलीफा का खूबसूरत मॉडल सजाया गया था साथ ही इस्लामी झंडू के साथ शानदार देश की आन बान और शान तिरंगा भी लहराता दिखाई दिया। शायद इसे ही देश की गंगा जमुनी तहजीब का अद्भुत नजारा कहा जाता है। यहां हिंदू मुस्लिम एक साथ कंधे से कंधा मिलाएं खड़े नजर आये।

ईद मिलादुन्नबी पर निकलने वाला यह पूर्वांचल का सबसे बड़ा जुलूस है। इसमें वाराणसी के साथ ही आसपास के जिलों के लोग भी शामिल होते है। इसके चलते रविवार को लाखों की संख्या में लोग जुलूस में शामिल हुए। हाथों में इस्लामिक और तिरंगा झंडा था तो लबों पर सरकार की आमद मरहबा और नार-ए-तकबीर और नारे रेसालत के नारे थे। 

इससे पूर्व रेवड़ी तालाब मैदान से सुबह 7.30 बजे जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया। जुलूस रविंद्रपुरी, शिवाला, मदनपुरा, मैदागिन, कबीरचौरा होते बेनियाबाग पहुंच कर सभा में परिवर्तित हो गया। मरकज़ी दावते इस्लामी जुलूस कमेटी का जुलूस बेनियाबाग मैदान पहुंचा। जहां पर मौलाना अब्दुल हादी खान हबीबी की सदारत व मौलाना कौसर रब्बानी जबलपुर के मुख्य आतिथ्य में जलसा हुआ जिसका संचालन मौलाना हसीन अहमद हबीबी कर रहे थे। तकरीर और दुआ के साथ जुलूस समाप्त हो गया। तकरीर में पैगंबर साहब के जीवन के बारे में बताया गया और उनके द्वारा बताए गए रास्तों पर चलने की बात कही गई। इसके अलावा देश और दुनिया में अमन और शांति के लिए दुआ की गई। शुक्रिया अबु ज़फ़र रिजवी ने दिया।

इसके पहले देर रात से रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, दालमंडी, नई सड़क, अर्दली बाजार आदि जगहों पर जगह-जगह लगे स्टेज पर अंजुमनों ने नातिया कलाम पेश किया। नबी की शान में पेश किए गए नातिया कलाम में विजेता अंजुमनों को इनाम भी दिया गया।

12 रबीउल अव्वल को पैदा हुए थे प्यारे नबी 

पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब का जन्म इस्लामिक माह रबीउल अव्वल की 12 तारीख को हुआ था। इस दिन को ईद मिलादुन्नबी, यौमुन्नबी या विलादत-ए-नबी के नाम से पुकारा जाता है। इस दिन को जश्न के रूप में मनाते हैं। घरों पर हरी झंडियां लगाई जाती हैं, जुलूस निकलते है और पूरे रबीउल अव्वल माह में जलसों का आयोजन होता है।

शनिवार, 8 अक्टूबर 2022

Eid miladunnabi mubarak: आज किसकी आमद से हर तरफ उजाला है...

Nabi के जश्न में रौशनी से नहां उठा सारा जहां 

हर तरफ नूर की बारिश

नबी की शान में पेश हुए कलाम





Mohd Rizwan
Varanasi (dil india live )। इस्लाम धर्म के आखिरी पैगम्बर, हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स.) की यौमे पैदाइश की खुशी में शनिवार की शाम मुसालिम इलाके रौशनी और सजावट से इतराते नज़र आये। इस दौरान सारा जहां नबी की मोहब्बत और अकीदत लुटाता नज़र आया। हर तरफ नूर की बारिश और डायसो से नबी की शान में कलाम पेश करते शायरों का जज्बा और जुनून देखते ही बन रहा था। यह नज़ारा था अर्दली बाज़ार मुख्य रोड का। मौलाना शमशुद्दीन साहब की अंगुवाई में यहां देर रात तक शायरों ने जहां कलाम पेश किया वही उलेमा की तकरीर से भी अकीदतमंद फैज़याब हुए। मध्यरात्रि तक शायरों के कलाम फिजा में खुशबू बिखेरते नजर आए। नबी की शान में एक से एक उम्दा कलाम गूंज रहा था।

उधर मरकजी यौमुन्नबी कमेटी की ओर से ईद मिलादुन्नबी पर, आज किसकी आमद से हर तरफ उजाला है, आखिरी पैयंबर है और नूर वाला है... व, आमीना का लाल देखो जगमग जगमग करता है...। जैसे कलाम पेश करते हुए शनिवार की रात जुलूस निकाला गया। जुलूस बेनियाबाग के पूर्वी छोर हड़हा मैदान से निकला। इसके बाद सराय हाड़हा, छत्तातले, नारियल बाजार, दालमंडी, नई सड़क, मस्जिद खुदा बख्श, कुरैशबाग मस्जिद, उस्ताद बिसमिल्लाह खान मार्ग होकर भीखा शाह गेट पर पहुंचकर समाप्त हुआ। 

जुलूस की अगुवाई कमेटी के अध्यक्ष शकील अहमद बबलू, पूर्व चेयरमैन अल्पसंख्यक आयोग कर रहे थे। जुलूस के बाद मौलाना ज़कीउल्लाह असदुल कादरी ने नबी की सीरत पर रौशनी डाली। कहा कि पैंगबरे ने इस्लाम धर्म के अंतिम पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद (स.) किसी एक के लिए नहीं बाल्कि सारी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए थे। अगर नबी को मानते हो तो उनके बताये हुए रास्तो पर चलों।इस दौरान आगा कमाल अहमद, रेयाज़ अहमद नूर, मोहम्मद अबरार खान, शकील अहमद सिद्दीकी, अब्दुल अलीम, इमरान अहमद, शकील, दिलशाद अहमद आदि मौजूद थे।

जगमगा उठा मुसलिम इलाका

Eid miladunnabi 2022 के जश्न के दौरान मुस्लिम इलाके रौशनी से नहां उठे। अर्दली बाजार, पक्की बाजार, मकबूल आलम रोड, नदेसर, लल्लापुरा, हबीबपुरा, नई सड़क, दालमंडी, सराय हड़हा, रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, गौरीगंज, शिवाला, बजरडीहा, शक्कर तालाब, जलालीपुरा, कोयला बाजार, पीली कोठी, बड़ी बाजार आदि इलाकों में विद्युतीय सजावट देखने को मिली।

शुक्रवार, 7 अक्टूबर 2022

Eid miladunnabi 2022: नबी की पैदाइश पर रौशन होगा सारा जहां

नबी की शान में पेश होगा कलाम, उलेमा करेंगे तकरीर

अर्दली बाजार में नातिया मुशायरा कल, 9 को निकलेगा जुलूस 


Varanasi (dil india live). हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो ताला अलैहिवसल्लम की पैदाइश के जश्न में कल सारा जहां रोशनी से नहा उठेगा। हर तरफ नूर की बारिश होगी। 11 रबी उल अव्वल की शाम सजावट का जो दौर शुरू होगा वह 12वीं की रात तक बदस्तूर जारी रहेगा। सजावट के साथ ही नबी की शान में नात का गुलदस्ता अंजुमने पेश करेंगी। कहीं उलेमा की तकरीर तो कहीं शायर नातिया कलाम पेश कर नबी की हम्द-ओ-सना करेंगे। इस दौरान पूरा मंजर नूरानी होगा और हर तरफ नूर की बारिश होगी। 
बेनियाबाग के हड़हासराय से मरकज़ी यौमुंनबी कमेटी का जुलूस उठेगा। जुलूस नबी पर सलाम और कलाम पेश करता हुआ नई सड़क, दालमंडी आदि विभिन्न इलाकों से होते हुए वापस बेनिया पहुंचेगा, जहां पर मौलाना अलहाज सूफी जकीउल्लाह असदउल कादरी की नूरानी तकरीर होगी। तकरीर के बाद अंजुमनों का नातिया मुकाबला शुरू होगा। इसमें बनारस और आसपास की तमाम अंजुमन शिरकत करेंगी।

अर्दली बाजार में नातिया मुशायरा कल

11रबी अव्वल 8 अक्टूबर को जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर रात्रि 8:00 बजे से अर्दली बाजार में नातिया मुशायरा मुख्य रोड पर होगा। अंजुमन फैजान ए नूरी के जेरे इंतेज़ाम होने वाले इस आयोजन के बारे में सैयद फरजंद हुसैन फकीह वो शादाब खान ने संयुक्त रूप से बताया कि नातिया मुशायरा में नामचीन  नातखान अपने कलाम पेश करेंगे। वही 9 अक्टूबर को शाम 4 बजे जुलूस ए मोहम्मदी आपने कदीमी रास्तों अर्दली बाजार भोजूबीर, गिलट बाजार, सर्किट हाउस, कचहरी, पुलिस लाइन होते हुए कार्यक्रम स्थल अर्दली बाजार के मरकज पर आकर समाप्त होगा। रात्रि 9 बजे से मुल्क के जाने माने उलेमा की तकरीर होगी। यह कार्यक्रम सुबह फज्र की नमाज़ तक चलेगा।ऐसे ही दालमंडी, नई सड़क, सराय हड़हा, मदनपुरा, रेवड़ीतालाब, गौरीगंज, शिवाला, बजरडीहा, जलालीपुरा, सरैया, पीलीकोठी, पठानी टोला, चौहट्टा, लल्लापुरा, नदेसर, मकबूल आलम रोड,  हुकुलगंज आदि में भी नबी की शान में सजावट की जाएगी और नबी की यौमे पैदाइश का जश्न मनाया जाएगा।

बुधवार, 5 अक्टूबर 2022

Karbala k shahido का मना साठा

जंज़ीर का मातम देख खड़े हुए रोंगटे 

ग़म का अय्याम हुआ पूरा, अब मनेगी ईदे जेहरा की खुशी 



Varanasi (dil india live) . दालमंडी के पुरानी अदालत सिथत शब्बीर और सफदर के अजाखाने से सैकड़ों वर्ष कदीमी साठे का जुलूस पूरी अकीदत के साथ निकाला गया। जुलूस में अंजुमन हैदरी चौक के नौहेखां दर्द भरे नौहों से लोगों को कर्बला के मंजर बयां कर रहे थे। दर्द भरे नौहों के बीच तमाम लोगों ने जंजीर का मातम किया। गढ़े हुसैन के आखिरी दौर में ज़ंजीर का मातम देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए।

 दरअसल इमाम हसन वह इमाम हुसैन समेत कर्बला के मैदान में 72 लोग शहीद हुए। शहीदों की याद में ही शिया मुस्लिम 2 महीना 8 दिन ग़म मनाते हैं। साठे के जुलूस के साथ ग़म का अय्याम पूरा हो गया। अब शिया वर्ग ईदे जेहरा की खुशियों में डूबा नजर आएगा। उसके बाद यौमुननबी वीक मनेगा।

जुलूस अपने कदीमी रास्ते दालमंडी, नई सड़क, पाठक शेख सलीम, काली महाल, पितरकुंडा, लल्लापुरा होते हुए फातमान पर जाकर समाप्त हो गया। जुलूस में जगह जगह तबर्रुक बांटा गया। जुलूस में प्रमुख रूप से शहीद, अनवर काजिम, करार काजिम, नयाब रज़ , अब्बास मुर्तुजा शम्सी, लियाकत अली, शराफत अली, नदीम, शकील अहमद जादूगर समेत हजारों लोग मौजूद थे।