मंगलवार, 10 मई 2022

नीमा के ईद मिलन समारोह में जुटे डाक्टर

नीमा ने आयोजित किया स्केबीज और पेडिकुलोसीस सेमिनार 



Varanasi (dil India live)।अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत नेशनल इंटीग्रेटेड मेडीकल एसोसिएशन ( नीमा) वाराणसी द्वारा चर्म रोगों में "स्कैबीज एवं पेडिकुलोसीस" विषय पर एक वृहत् चिकित्सा शिक्षा सेमिनार कार्यक्रम के साथ ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर बोलते हुए चर्म रोग विषेशज्ञ डा नेहा शाह ने कहा कि  स्केबीज तथा पेडिकुलोसीस चर्म रोगों में होने वाली बहुत आम बीमारी है जिसे सावधानी एवं उचित चिकित्सा द्वारा ठीक किया जा सकता है। वाराणसी के आजीवन सदस्य डा प्रदीप जैन ने भी प्रमुख वक्ता के तौर पर बीमारी से संबंधित भारतीय चिकित्सा पद्धति तथा इंटीग्रेटेड चिकित्सा पर अपना विस्तृत वक्तव्य दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वाराणसी की डी ए ओ डा भावना द्विवेदी की गरिमामई उपस्थिति रही। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में विषय वस्तु को दो अलग अलग वक्ताओं द्वारा मॉडर्न एवं आयुर्वेद दोनों पद्धतियों बहुत ही सुन्दर एवं महत्त्वपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया गया इसके लिए नीमा वाराणसी को बहुत बहुत बधाई।

नीमा वाराणसी द्वारा संगोष्ठी के साथ ही साथ ईद मिलन समारोह भी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता नीमा वाराणसी के अध्यक्ष डा ओ पी सिंह ने किया जबकि संचालन मीडिया प्रभारी डा सुनील मिश्रा ने , स्वागत डा एम ए अज़हर ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष डा बी एन रॉकी ने किया।

     अन्य उपस्थित सदस्यों में डा के त्रिपाठी, डा आर के यादव, डा वाई के मिश्रा, डा के के द्विवेदी,डा एस पी पाण्डेय, डा यू सी वर्मा, डा जे पी गुप्ता, डा अनिल प्रकाश श्रीवास्तव,  डा एस एन पाण्डेय, डा एस एस गांगुली,डा असीम ओझा, डा एस आर सिंह, डा के एन झा, डा फैसल रहमान, डा सलिलेश मालवीय,डा मोबिन अख्तर,डॉक्टर एहतेशामुल हक,डॉक्टर नसीम अख्तर,डॉक्टर गुलजार अहमद,डॉक्टर बेलाल अहमद,डॉक्टर फिरोज अहमद, डा अनिल गुप्ता, डा अरशद, डा सगीर अशरफ, डा अजय शंकर तिवारी, डा प्रेमचंद गुप्ता, डा सुभाष गुप्ता, डा अशोक चौरसिया, डा मुख़्तार अहमद, डा विजय मिश्रा, डा विजय तिवारी,डा जे पी चतुर्वेदी,डा शेखर बरनवाल, डा आफताब आलम, डा अमर दीप गुप्ता, डा राहुल मिश्रा, डा मनोरमा मिश्रा, डा मोहित, डा सलीम, डा शब्बीर सिकंदर, डा शंभूनाथ सिंह, डा शमीम अख्तर,डा अनिल वर्मा, डा अब्दुल कलाम , डा शिवकुमार सिंह आदि चिकित्सक  उपस्थित रहे।

सोमवार, 9 मई 2022

Choti eid: छोटी ईद की खुशियों में डूबे बनारसी

लगा छोटी ईद का मेला, मस्ती में डूबे बच्चे




Varanasi (dil India live)। पूरी दुनिया में छोटी ईद केवल बनारस में ही मनाई जाती है। ईदुल फित्र के दूसरे दिन से छह नफिल रोज़ा मोमिन रखते हैं। ईद के सातवें दिन छोटी ईद की खुशियां मनाई जाती है। इस दौरान शहर के औरंगाबाद और मंडुवाडीह में छोटी ईद का मेला भी लगता है।

हज़रत शाह तैय्यब बनारसी का उर्स

मंडुवाडीह स्थित कुतुबे बनारस हज़रत शाह तैयब बनारसी रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स सोमवार को 'छोटी ईद' के रूप में मनाया गया। उर्स के मौके पर आस्ताना परिसर में दिन भर मेला लगा रहा। मेले में विभिन्न व्यंजनों का लोगों ने जहां लुत्फ लिया वहीं बच्चों ने खूब मस्ती की। छोटी ईद के मौके पर हजरत शाह तैयब बनारसी के आस्ताने पर हाजिरी देने के लिए देश के कोने-कोने से अकीदतमंदों की जुटान हुई। दोपहर में धूप व उमस के कारण जहां मेला क्षेत्र में कम लोग थे, वहीं शाम होते ही पैर रखने की भी जगह नहीं बची। बाबा की मजार पर गुलपोशी व चादरपोशी कर फातेहा पढ़ने वालों का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। इससे पूर्व सुबह फज्र की नमाज के बाद कुरआनख्वानी हुई। कुरान की तेलावत के साथ ही उर्स शुरू हो गया। वहीं इशा की नमाज के बाद कुल शरीफ में अकीदतमंद शामिल हुए। इस मौके पर गद्दीनशीन हजरत शाह अल्हाज मोहम्मद ओबैदुर्रहमान रशीदी ने देश में अमन व खुशहाली के लिए दुआख्वानी की। वर्षो से चले आ रहे दस्तूर के मुताबिक छोटी ईद शानों-शौकत के साथ मनाई गई। मदरसा दारुल उलूम तैयबिया मोइनिया दरगाह शरीफ मंडुवाडह के प्रिंसिपल मोहम्मद अब्दुस्सलाम रशीदी ने बताया कि उर्स ईद के सातवें दिन मनाया जाता है। उर्स में शामिल होने के लिए कलकत्ता के सैयद अमीर अली, मौलाना सज्जाद अहमद रशीदी बलियावी, दिल्ली के मौलाना अबरार रजा आदि अपने मुरीदों के साथ पहुंचे थे। आयोजन को लेकर क्षेत्र में काफी उत्साह था। लोगों ने एक-दूसरे को बधाइयां भी दी। हर कोई खुशी से लबरेज था। 

औरंगाबाद में भी लगा मेला

छोटी ईद पर औरंगाबाद में भी मेला लगा। इस मौके पर हज़रत हवा शाह वह हज़रत शाह का अकीदत के साथ उर्स मनाया गया। उर्स के दौरान लोगों का हुजूम उमड़ता दिखाई दिया। गुसल, फातिमा और चादर पोशी का दौर देर रात तक चलता रहा। 

जब टूट गयी थी आस, आयुष्मान कार्ड ने दिया साथ

कुल्हे का मुफ्त प्रत्यारोपण हुआ ही गृहस्थी भी बर्बाद होने से बची

१ लाखवें लाभार्थी ने कहा: आयुष्मान योजना गरीबों के लिए है वरदान  



Varanasi (dil India live) दोनों कुल्हे के जवाब देने  के साथ ही अचानक आयी मुसीबत से उन्हें अपनी जिंदगी की आस भी खत्म होती नजर आ रही थी। एक तो बुढापा दूसरे बीमारी से शरीर की हालत भी ऐसी हो गयी थी कि बिना सहारा चार कदम भी चलना मुश्किल था। लगता था कि जब तक सांस चलेगी, तब तक इस लाचारी को झेलना ही पड़ेगा। पास में जमा-पूंजी भी इतनी नहीं थी कि वह इतना महंगा उपचार कराकर अपने कुल्हे का प्रत्यारोपण करा सकें। कहीं से आर्थिक मदद की भी उम्मीद नहीं थी। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में साथ दिया ‘आयुष्मान कार्ड’ ने। यह कहना है जिले में आयुष्मान कार्ड योजना के एक लाखवें लाभार्थी बने गौरीशंकर गुप्त का।

आयुष्मान कार्ड के जरिये संकट से उबरने की कहानी बयां करते हुए बुजुर्ग गौरीशंकर गुप्त की आंखों से आंसू छलक उठते है। पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के आयुष्मान वार्ड में भर्ती गौरीशंकर बताते हैं कि एक फर्म में चतुर्थ श्रेणी की नौकरी करते हुए वह अपनी गृहस्थी की गाड़ी किसी तरह खींच रहे थे। परिवार में आर्थिक तंगी जरूर थी पर सब खुशहाल थे। दो बेटियों सपना व निशा का वह व्याह भी कर चुके है, जबकि एक और बेटी एकता की शादी करनी शेष है। इकलौते बेटे आकाश को वह पढ़ा रहे थे ताकि अपने पैरों पर खड़ा होकर भविष्य में परिवार की जिम्मेदारियों को संभाल सके। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था। तभी उनके कुल्हे के खराब होने से उनकी जिंदगी में एक ऐसा तूफान आया जिसने उनके सारे सपने को तोड़ दिया। नौकरी तो छूटी तो परिवार का आर्थिक संकट से उबारना मुश्किल नजर आने लगा। ऐसे में अपना कुल्हा प्रत्यारोपण कराने के मंहगे इलाज के बारे में भला कैसे उम्मीद करते। इस मुसीबत में जब सब तरफ से रास्ते बंद नजर आये तभी उन्हें एक दिन अचानक आयुष्मान कार्ड का ख्याल आया। फिर तो उन्हें लगा कि यह कार्ड उन्हें सभी मुसीबतों से छुटकारा दिला देगा। मुफ्त में उनका उपचार तो होगा ही ठीक होने के बाद वह फिर से अपनी जिंदगी अच्छी तरह से जी सकेंगे और कामधाम कर पुनः गृहस्थी भी चला सकेंगे। गौरीशंकर बताते हैं  उनके दोनों कुल्हों के प्रत्यारोपण के बाद उन्हें अपना सपना सच होता नजर आ रहा है। वह कहते हैं  कि आयुष्मान कार्ड योजना की जितनी भी सराहना की जाए  कम है क्योंकि यह न सिर्फ हम जैसे गरीबों का मुफ्त में उपचार करा रहा है बल्कि उनकी गृहस्थी बर्बाद होने से भी बचा रहा है। अस्पताल से छुट्टी पाकर वह एक बार फिर नये सिरे से जिंदगी शुरू करेंगे। बेटे को पढाएंगे, सबसे छोटी बेटी की शादी  करेंगे और शेष जिंदगी खुशियों के साथ गुजारेंगे।

रविवार, 8 मई 2022

अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के रूप में आयोजित हुआ मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला

52 पीएचसी पर मुफ्त मिलीं स्वास्थ्य सेवाएं, लाभान्वित हुईं 1571 महिलाएं

348 महिलाओं की हुई प्रसव पूर्व जांच, मुफ्त मिली आयरन, कैल्शियम, एलबेंडाजोल व फॉलिक एसिड की गोली



Varanasi (dil India live)। अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस के अवसर पर रविवार को जिले के कुल 52 ग्रामीण व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित हुआ। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि मेले में महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य व पोषण देखभाल को लेकर पूरा जोर दिया गया। इसके साथ ही प्रत्येक स्वास्थ्य इकाईयों पर 'एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर' अभियान के तहत फॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम और एलबेंडाजोल की गोली निःशुल्क वितरित की गईं। आरोग्य स्वास्थ्य मेले में 2490 मरीजों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच की गयी। इसमें 1571 महिलाओं की जांच हुई, जिसमें से 358 की प्रसव पूर्व जांच की गई। इसके साथ ही मरीजों निःशुल्क दवा एवं चिकित्सीय परामर्श भी दिया गया। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर संचारी रोगों डेंगू, मलेरिया एवं मौसमी बीमारियों के लिए जागरूक किया गया। 

     सीएमओ ने बताया कि आरोग्य स्वास्थ्य मेले का उद्देश्य है कि एक ही छत के नीचे लोगों को अधिकाधिक स्वास्थ्य सुविधाएं, जांच, उपचार और दवाएं आदि उपलब्ध हों। हमारा प्रयास है कि इस मेले से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने बताया कि मेला परिसर में प्रवेश करने से पूर्व प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जा रही है। कोविड के खतरे को देखते हुए विभाग पूरी तरह से सतर्क है। सभी लोग  सहयोगात्मक व्यवहार करें जिससे जांच, उपचार और दवाओं आदि की सुविधा आसानी से मिल सकेगी।          

      सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की कि संचारी रोगों जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फाइलेरिया आदि से बचाव के लिए घर व आसपास ज्यादा दिन तक पानी जमा न होने दें, क्योंकि ठहरे व साफ पानी में ही डेंगू का मच्छर पनपता है। साफ-सफाई का जरूर ध्यान रखें। गर्म व ताजा खाना ही खाएं। पीने के पानी को हमेशा ढक कर रखें व स्वच्छ व साफ पानी का ही उपयोग करें। उन्होंने कहा कि "हर शनिवार व रविवार मच्छर पर वार" को ध्यान में रखते हुए जमा हुए पानी स्रोतों का विनष्टीकरण जरूर करें। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाना, दो गज दूरी और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करना न भूलें।     

     मेले में 2490 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई जिसमें 660 पुरुषों, 1571 महिलाओं और 259 बच्चों को देखा गया । इन स्वास्थ्य मेलों में आयुष्मान भारत योजना के स्टॉल लगाकर 42 लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए। इस दौरान कोविड हेल्प डेस्क पर 1224 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गईं, जिसमें 504 व्यक्तियों का एंटीजन किट से कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें सभी व्यक्ति निगेटिव पाये गए। इसके अलावा 91 लोगों की हेपेटाइटिस-बी व सी की जांच हुई, 133 बुखार के, 91 लोगों की मलेरिया जांच में एक भी पॉजिटिव नहीं, 16 लिवर, 98 श्वसन, 199 उदर, 82 मधुमेह, 290 त्वचा संबन्धित मरीज, 6 टीबी के संभावित लक्षण दिखने वाले व्यक्ति, 59 एनीमिक महिलाएं, 55 हाईपेर्टेंशन, 348 महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) एवं 757 अन्य रोगों के मरीज देखे गए। वहीं 14 मरीजों को संदर्भित किया गया। मेले में एक भी कुपोषित बच्चे चिन्हित नहीं किए गए। 4 मरीजों को चिकित्सीय उपचार के लिए भेजा गया। इसके अलावा 20 मरीजों को आँख की स्क्रीनिंग की गयी जिसमें 5 मरीजों को सर्जरी, 2 मरीजों को जनरल सर्जरी, 1 मरीज की ईएनटी सर्जरी एवं 2 मरीजों को ओब्स एवं गायनी सर्जरी के लिए चिन्हित किया गया। जिला स्तर पर मेले में 100 मेडिकल ऑफिसर एवं 358 पैरामेडिकल स्टाफ ने कार्य किया।

मेला में मिलीं सुविधाएं -मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में गोल्डन कार्ड बनवाने, गर्भावस्था एवं प्रसव कालीन परामर्श, पूर्ण टीकाकरण एवं परिवार नियोजन संबंधी साधनों एवं परामर्श की व्यवस्था रही। इसके साथ ही संस्थागत प्रसव संबंधी जागरूकता, जन्म पंजीकरण परामर्श, नवजात शिशु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्श एवं सेवाएं, बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया की रोकथाम के साथ ही टीबी, मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, कुष्ठ आदि बीमारियों की जानकारी, जांच एवं उपचार की नि:शुल्क सेवाएं दी गई। पीएचसी पर जो जांचें नहीं हो पाईं उन मरीजों को जांच के लिए सीएचसी अथवा जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।

शुक्रवार, 6 मई 2022

नये खंड शिक्षा अधिकारी का स्वागत

बेहतर शिक्षा से ही बनेगी अलग पहचान
Varanasi (dil India live)। नवागत खण्ड शिक्षा अधिकारी आदमपुर ज़ोन/रामनगर नगर क्षेत्र वाराणसी अमित कुमार दूबे का ज़ोरदार स्वागत नगर संसाधन केंद्र, कबीरचौरा पर किया गया। नवागत खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा दोनों ज़ोन के समस्त प्रधानाध्यापकों की गूगल मीट से मीटिंग ली गई। बैठक में विद्यालय कायाकल्प, नवीन नामांकन, शिक्षा की गुणवत्ता आदि पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के लिए शिक्षक कोई समझौता न करें। बेहतर शिक्षा से ही अलग पहचान बनाई जा सकती है। इस मौके पर देवी प्रसाद दूबे खण्ड़ शिक्षा अधिकारी वरुणापार ज़ोन, संजय पांडेय, विशाल पांडेय, रहमत अली, अतुल कुमार गुप्ता, संतोष पांडेय, संजय पाठक, उषा देवी, बालमुकुंद मिश्रा, शैलेन्द्र कुमार, अजय तिवारी आदि उपस्थित थे।

सपा नेता सभापति और सुभाष यादव को अलग अलग जेल में भेजा गया

सभापति रायबरेली और सुभाष गये कौशांबी जेल

Varanasi (dil India live ) उत्तर प्रदेश में दर्जनों आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता सुभापति यादव और सुभाष यादव को प्रतापगढ़ जेल से एहतियातन अलग अलग जेल में शुक्रवार को स्थानांतरित कर दिया गया है। जेल प्रशासन के आदेश पर सभापति को रायबरेली और सुभाष को कौशांबी जेल में भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार पांच-पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश के रूप में फरार चल रहे दोनों भाईयों को गत 23 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के सियालदह से गिरफ्तार कर प्रतापगढ़ जेल में बंद किया गया था। प्रतापगढ़ जिले के थाना आसपुर के देवसरा का निवासी सभापति यादव सपा का पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहा है और सुभाष यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य है।
पुलिस की ओर से दी गयी जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन ने सभापति को रायबरेली एवं सुभाष को कौशाम्बी की जेल में भेज दिया है। दोनो भइयो को राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) ने पश्चिम बंगाल के सियालदह में 23 अप्रैल को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था।
दोनों को सियालदह से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर प्रतापगढ़ की पुलिस 01 मई को लाई थी। दोनों के विरुद्ध चल रहे तमाम आपराधिक मामलों में पुलिस ने जेल में पूछताछ के बाद प्रशासनिक आधार पर अलग अलग जेलों में स्थानांतरित कर दिया।

गुरुवार, 5 मई 2022

प्रसव सुविधाओं का हो रहा सुदृढ़ीकरण

दुर्गाकुंड, चौकाघाट में सिजेरियन प्रसव की भी सुविधा

दुर्गाकुंड में हुए तीन सिजेरियन प्रसव, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ



Varanasi (dil India live)। जिले में प्रसव संबंधी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) दुर्गाकुंड में सामान्य के साथ सिजेरियन प्रसव की सुविधा पूर्ण रूप से सक्रिय हो गई है। यहां नगरीय इलाके की तीन गर्भवती का सफल ऑपरेशन कर प्रसव कराया गया।  

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के विशेष दिशा-निर्देश पर प्रसव की सुविधाओं को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होने कहा कि जनपद के तीन राजकीय चिकित्सालयों व दो एमसीएच विंग समेत दो ग्रामीण सीएचसी, छह ग्रामीण पीएचसी एवं 115 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर 24 घंटे प्रसव की सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके साथ ही शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड समेत चौकाघाट व शिवपुर पर भी सामान्य व सिजेरियन प्रसव की सुविधा मौजूद है। बुधवार को दुर्गाकुंड सीएचसी पर ऑपरेशन से तीन सफलतापूर्वक प्रसव कराये गए। इसके साथ ही गुरुवार को चौकाघाट सीएचसी पर भी एक सिजेरियन प्रसव कराया गया ।

सीएचसी दुर्गाकुंड के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सारिका रायने बताया कि सामने घाट महादेव नगर निवासी पूजा कुमारी (23), खोजवां सरायनन्दन निवासी सोनी कुमार (20) एवं नरिया साकेत नगर निवासी तन्नु (22) का मंगलवार को प्रसव पीड़ा बढ़ने पर भर्ती कराया गया। काफी प्रयास के बाद भी सामान्य प्रसव संभव नहीं हुआ तब उनका आपरेशन कर प्रसव कराया गया। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं।उन्होने बताया कि दुर्गाकुंड सीएचसी में इस साल अब तक 19 सामान्य एवं पांच सिजेरियन प्रसव किए जा चुके हैं। 

सीएचसी चौकाघाट के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ मनमोहन ने बताया कि चौकाघाट सीएचसी पर पिछले वर्ष 595 सामान्य प्रसव हुएजबकि एक सिजेरियन प्रसव। वहीं इस साल अब तक 47 सामान्य एवं तीन सिजेरियन प्रसव कराये जा चुके हैं। 

यहां 24 घंटे प्रसव की निःशुल्क सुविधा

- जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा

- एमसीएच विंग, जिला महिला चिकित्सालय कबीरचौरा

- एमसीएच विंग, पं. डीडीयू चिकित्सालय पाण्डेयपुर

- एसवीएम चिकित्सालय, भेलूपुर

- एलबीएस चिकित्सालय, रामनगर

- शहरी सीएचसी चौकाघाट

- शहरी सीएचसी दुर्गाकुंड

- शहरी सीएचसी शिवपुर

- ग्रामीण सीएचसी अराजीलाइन

- सीएचसी चोलापुर

- पीएचसी बड़ागांव

- पीएचसी चिरईगांव

- पीएचसी पिंडरा

- पीएचसी हरहुआ

- पीएचसी सेवापुरी

- पीएचसी काशी विद्यापीठ

- अन्य 115 स्वास्थ्य उपकेन्द्रों

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...