मंगलवार, 26 नवंबर 2024

कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भेजा पत्रक

संभल मस्जिद प्रकरण पर उठाएं कई सवाल 


Varanasi (dil India live)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम के निर्देश पर आज वाराणसी में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिला/ महानगर अध्यक्ष डॉ. मुनीर सिद्दीकी, अब्दुल हमीद टुडे के नेतृत्व में संभल की ऐतिहासिक जामा मस्जिद को महज मंदिर बताने वाले दावे को जिला अदालत द्वारा स्वीकार करने के विरोध में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजकर हस्तक्षेप की मांग की है। 

प्रतिनिधि मंडल ने यह पत्र अपर नगर मजिस्ट्रेट तृतीय आनंद मोहन को सौंपा। इस मौके पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव हसन मेहंदी कब्बन ने अपने संबोधन में कहा कि संभल कि ऐतिहासिक जामा मस्जिद को मंदिर बताने वाले दावे को जिला अदालत द्वारा स्वीकार किया जाना पूजा स्थल अधिनियम 1991 का खुला उल्लंघन है। इस अधिनियम में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि 15 अगस्त 1947 तक धार्मिक स्थलों का जो भी चरित्र था वह यथावत रहेगा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन ने कहा कि जिस दिन जिला अदालत में याचिका दायर की गई उसी दिन जिला अदालत ने याचिका स्वीकार भी कर लिया और कुछ ही घंटे बाद मस्जिद का सर्वे कराना भी प्रारंभ कर दिया गया। आखिर अदालत को इतनी जल्दी क्यों थी? जब कानून स्पष्ट तौर पर कहता है कि इस तरह की कोई याचिका किसी कोर्ट में स्वीकार ही नहीं हो सकती तो संभल के जिला अदालत में ऐसी याचिका कैसे स्वीकार कर ली गई।                 ‌‌ 


मौके पर प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश  निचली अदालतों के जजों के लिए कार्रवाई सुनिश्चित करें उनसे अनुरोध किया गया है।              प्रतिनिधिमंडल में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव फसाहत हुसैन बाबू, अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, मुनीर सिद्दीकी, तौफीक़ कुरैशी, अशोक सिंह एडवोकेट, लक्ष्मेश्वर नाथ शर्मा, बद्रे आलम, आरिफ जमाल, अंश यादव, इरशाद अहमद, शमशेर आलम, रईस अहमद, समीर हैदर, अफसर अहमद सहित काफी लोग उपस्थित थे।

सोमवार, 25 नवंबर 2024

Shahar kazi jaunpur मौलाना हसनैन सिद्दीकी का इंतकाल

जौनपुर शाही बड़ी मस्जिद के थे इमामे जुमा 

मगरिब की नमाज के बाद मुल्ला टोला कब्रिस्तान में होंगे सुपुर्द-ए-खाक 


जौनपुर। शहर काजी जौनपुर, शाही बड़ी मस्जिद के इमाम अल्लामा मौलाना हसनैन अहमद सिद्दीकी का इंतकाल हो गया है। उनके इंतकाल की खबर से जौनपुर के मुल्ला टोला सिथत उनके दौलतखाने पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। उन्हें आज मगरिब की नमाज के बाद मुल्ला टोला सिथत आबाई कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। 

इससे पहले उनके इंतकाल की खबर से जौनपुर अफसोस और ग़म में डूब गया है। रिश्ते-नातेदारों के साथ ही तमाम अजीज उनके दौलतखाने पर उमड़ पड़े। तमाम लोगों को अपने हर दिल अजीज शहर काजी का जाना रुला गया। सभी उनकी बातें व तकरीर पर एक दूसरे से चर्चा करते दिखाई दिए।

रविवार, 24 नवंबर 2024

भारतीय डाक कर्मचारी संघ के सम्मेलन में संगठन की मजबूती पर दिया गया जोर


Varanasi (dil India live)। भारतीय डाक कर्मचारी संघ, वाराणसी पूर्व मण्डल, संवर्ग-सी के द्विवार्षिक मण्डलीय अधिवेशन का आयोजन रामरतन पाण्डेय के नेतृत्व में मुद्रा होटल, सारनाथ में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि भारतीय डाक कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी अनंत कुमार पाल ने संगठन की मजबूती पर जोर दिया और कहा कि संगठन तभी मजबूत होगा जब हम सब एक मंच पर होंगे। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष नन्द कुमार पाल एवं प्रांतीय सचिव अशोक यादव डाक-कर्मियों से एकता का आह्वान किया। कार्यक्रम कि अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष नरेश गुप्ता ने की। राजीव सिंह, सहायक जनरल सीक्रेटरी BPEA, राजीव सिंह, जिलाध्यक्ष, भारतीय मजदूर संघ, राकेश पाण्डेय, विभागाध्यक्ष, भारतीय मजदूर संघ, काशी संभाग एवं संजय कुमार अहिरवार, परिवाद निरीक्षक, डाक विभाग वाराणसी पूर्व मण्डल कि मौजूदगी रही।

कार्यक्रम में मण्डलीय अध्यक्ष के पद पर जगदीश चंद्र शादेजा, सहायक मण्डलीय अध्यक्ष के पद पर विकास राय, मण्डलीय सचिव के पद पर सदानंद, सहायक मण्डलीय सचिव के पद पर अभिषेक पाण्डेय, मण्डलीय कोषाध्यक्ष के पद राकेश चंद किरण एवं संगठन मंत्री के पद पर कुलभूषण तिवारी का चयन किया गया। कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों के रूप में सन्नी गुप्ता, प्रदीप यादव, हरिशंकर यादव, मनीष पाण्डेय, नीतीश पाण्डेय, विमल किशोर सिंह, राकेश कुमार, अतुल मौर्या एवं पंकज कुमार का चयन किया गया। कार्यक्रम का संचालन नीतीश पाण्डेय ने किया।

Crismas से पूर्व मनाया गया खीस्त राजा का पर्व

देश दुनिया में कैंसिल संग निकाली गई शोभायात्रा 

आकर्षक ढंग से सजाया कैथोलिक चर्च  


Varanasi (dil India live)। देश दुनिया में खीस्त राजा का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान लोगों में जोश और उत्साह देखते ही बन रहा था। सजे संवरे मसीही समुदाय के लोगों ने देश के विभिन्न हिस्सों में खिस्त राजा का पर्व अपने अपने अंदाज और परम्पराओं के हिसाब से मनाया।


वाराणसी धर्मप्रान्त में बिशप यूजीन की अगुवाई में सेंट मेरीज यहां गिरजाघर से हाथों में कैंडिल लेकर छावनी इलाके में शोभायात्रा निकाली गई। ऐसे ही रांची, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु समेत देश दुनिया के विभिन्न हिस्सों में खिस्त राजा का पर्व धूमधाम से मनाया गया। खासकर पूर्वांचल के विभिन्न हिस्सों में इसका जोश और उत्साह देखते ही बन रहा था। इस दौरान चर्चेज और कैथड्रल आकर्षक ढंग से सजाये गये थे। 

इससे पहले खीस्त राजा पर्व पर रोमन कैथोलिक चर्च को जहां आकर्षक ढंग से सजाया गया था, वहीं ददश भर में मसीही समुदाय की कालोनियों और मुहल्लों में चर्चेज के आसपास जगह-जगह तोरण द्वार लगाये गये थे। दरअसल इस पर्व के साथ ही इस साल की पूजा पद्धति का समापन हो गया। अब प्रभु यीशु के आगमन के पर्व की तैयारी शुरू हो जायेगी और नयी पूजन पद्धति वर्ष की शुरुआत भी होगी।

शनिवार, 23 नवंबर 2024

Rajatalab में एक सप्ताह से नहीं मिल पा रहा ग्रामीणों को पेयजल, मचा हाहाकार



Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live). राजातालाब बाजार और आसपास के लोगों को पिछले एक सप्ताह से पेयजल नहीं मिल पा रहा है। राजातालाब, रानी बाजार, कचनार में पेयजल आपूर्ति बाधित होने से हाहाकार मचा हुआ है। इस समस्या को सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने एक्स पर भी शेयर किया है। इसके बावजूद अभी तक समस्या जस-की-तस बनी हुई है।

बताया जाता है कि यहां पर पानी की आपूर्ति भिखारीपुर स्थित ओवर हेड टैंक से होती है। सात दिनों से पानी बाधित होने के बाद भी जल निगम की ओर से कोई प्रयास नहीं किया गया। इसे लेकर राज कुमार गुप्ता, सुरेश शर्मा, सभेलाल पटेल, संतोष राय, श्रीनाथ गुप्ता, प्रदीप कनौजिया ने बताया कि पेयजल आपूर्ति के लिए बातचीत किया गया तो अवर अभियंता दीपक पांडेय ने मोटर खराब होने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया। लोगों का कहना है कि पेयजल आपूर्ति बाधित होने से लोगों के सामने पीने के पानी की उपलब्धता की चुनौती बनी हुई है। लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा हैं लोगों ने चेताया है कि 24 घंटे के अंदर पेयजल आपूर्ति नही होती है तो सड़क पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा।इस दौरान पानी नही तो बिल नही का नारा भी बुलंद होगा।

शुक्रवार, 22 नवंबर 2024

मंदिर बांट रहा है प्रेम और कीर्ति, यहां 14,000 विधवा माताओं को दी गयी सहायता सामग्री

महात्माओं और निराश्रित की होती है यहां हरसंभव मदद 

vrindavan (dil India live)। जगतगुरु कृपालु परिषद द्वारा ब्रज क्षेत्र के सत्पुरुषों और विधवा माताओं को सहायता सामग्री वितरित की गयी। विशाल वितरण के इस आयोजन के अंतर्गत कुल 14,000 जरूरतमंदों को ठंड से बचने और दैनिक जीवन में उपयोगी सामग्री प्रदान की गई। यह आयोजन श्री वृन्दावन धाम स्थित प्रेम मंदिर और बरसाना स्थित कीर्ति मंदिर में किये गए।

श्री वृन्दावन धाम स्थित प्रेम मंदिर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में 5,000 गरीब सत्पुरुषों और 4,000 निराश्रित विधवा माताओं को राहत सामग्री दी गई। जयघोष के बीच संपन्न हुए इस आयोजन में लाभार्थियों ने जगद गुरु कृपालु परिषद की सेवा भावना को सराहा और कृतज्ञता व्यक्त की। सत्पुरुषों को पैकिंग बैग, स्लिंग बैग, दो जोड़ी धोती-कुर्ता, पटका, बेडशीट, तौलिया, जैकेट, शॉल, चटाई, डोलू, लोटा और साबुन जैसे उपयोगी सामान दिए गए।

निराश्रित विधवा माताओं को कपड़ों के दो सेट, शॉल, कोटी, तौलिया, बेडशीट, डोलू, टब, टॉर्च और साबुन प्रदान किए गए। यह वितरण समारोह हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के ठीक बाद आयोजित किया जाता है, ताकि ब्रजवासियों को ठंड के प्रकोप से बचाया जा सके।

बरसाना स्थित कीर्ति मंदिर में 3,000 गरीब सत्पुरुषों और 2,000 निराश्रित विधवा माताओं को दैनिक जीवन में उपयोगी सामग्री प्रदान की गई। इन आयोजनों की विशेषता यह थी कि जगत गुरु कृपालु परिषद की तीनों अध्यक्ष- सुश्री डॉ. विशाखा त्रिपाठी, सुश्री डॉ. श्यामा त्रिपाठी और सुश्री डॉ. कृष्णा त्रिपाठी ने स्वयं लाभार्थियों को सामग्री वितरित की। उपस्थित लाभार्थियों ने परिषद के सेवा कार्यों की प्रशंसा करते हुए श्री कृपालु महाराज और उनकी तीनों पुत्रियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।

प्रेम मंदिर और कीर्ति मंदिर के इन आयोजनों ने लाभार्थियों के दिलों में विशेष स्थान बनाया है। एक विधवा माता, पुष्पलता देवी ने कहा, "हम पिछले 10 वर्षों से प्रेम मंदिर आ रहे हैं। यहां से मिले सामान को लेकर ऐसा महसूस होता है कि दुनिया में कोई हमारी परवाह करता है। कृपालु महाराज और तीनों दीदियों पर राधा रानी की कृपा बनी रहे।"

सत्पुरुषों ने भी अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन ठंड और अभाव में उनके लिए अत्यंत सहायक सिद्ध होते हैं।

जगद्‌गुरु कृपालु परिषद की अध्यक्षओं ने अपने पूज्य पिताश्री, जगत गुरु कृपालु महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। डॉ. विशाखा त्रिपाठी ने अपने पिता श्री कृपालु महाराज के चरणों में कोटि प्रणाम करते हुए उनका आभार व्यक्त किया कि किस प्रकार उन्होंने ब्रजवासियों के सेवार्थ अनेक प्रकार की जन-कल्याणकारी योजनाएँ प्रारम्भ की और आज हम उन्हीं योजनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होनें कहा कि यह कार्यक्रम भविष्य में भी इसी प्रकार जारी रहेंगे। समस्त ब्रजवासी हमारे लिए अत्यधिक पूजनीय हैं।

डॉ. श्यामा त्रिपाठी जी और डॉ. कृष्णा त्रिपाठी जी ने भी इस अवसर पर उपस्थित होकर सेवा भावना को प्रकट किया और बताया कि जगत गुरु श्री ने सदा कहा कि हर जीव में श्री कृष्ण का वास होता है। यह सब श्री कृष्ण की कृपा से ही हो रहा है।

जगत गुरु कृपालु परिषद द्वारा यह सेवा परंपरा जगत गुरु कृपालु महाराज की प्रेरणा से आरंभ की गई थी। हर वर्ष हजारों गरीब सत्पुरुषों, विधवा माताओं, स्कूली बच्चों, श्रमिकों और अन्य अभावग्रस्त वर्गों को इन आयोजनों के माध्यम से सहायता प्रदान की जाती है। जगत गुरु कृपालु परिषद का यह आयोजन न केवल ब्रजवासियों को सहायता प्रदान करता है, बल्कि समाज को दूसरों की मदद करने की प्रेरणा भी देता है। प्रेम मंदिर और कीर्ति मंदिर में आयोजित यह कार्यक्रम जगत गुरु कृपालु महाराज की शिक्षाओं और सेवा की परंपरा को सजीव बनाते हुए मानवता के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देते हैं।

गुरुवार, 21 नवंबर 2024

Hazrat Fatima की याद मजलिस, गूंजी अमन की दुआएं

मजलिसे, नोहाखवानी व मातम के बाद मांगी दुआएं 


Varanasi (dil India live)। जनाबे फातमा की शहादत की याद में जुमेरात को शहर भर में मजलिसे हुई। मजलिसों में नोहाखवानी व मातम के बाद दुआएं मांगी गई।
इस दौरान दरगाहों, इमामबाड़ों में लोगों का हुजूम उमड़ा। 
नबी की बेटी जनाबे फातेमा की शहादत पर शिया मुस्लिमों ने ग़म मनाकर उनकी मुसीबतों को याद करते हुए आंसुओं का नजराना पेश किया। दरगाहे फातमान में मजलिस को खिताब करते हुए हाजी सैयद फरमान हैदर ने कहा कि जनाबे फातमा का जीवन एक बेटी, एक पत्नी और एक मां के रूप में पूरी कायनात में एक मिसाल है। उन्होंने अपने किरदार से सारी दुनिया की औरतों को पैगाम दिया के माता पिता की सेवा , शौहर के साथ जीवन बिताना, तथा बच्चों का पालन पोषण किस प्रकार किया जाए। हसन और हुसैन का नाम आज सारी दुनिया में हज़रत फातमा की परवरिश का एक जीता जागता नमूना है। शायर तफसीर जौनपुरी , नजाकत बनारसी , समर बनारसी ने कलाम पेश किए। साहब बनारसी, हैदर मौलाई, शब्बीर हुसैन और शाहीन हुसैन ने नोहा ख्वानी की। ऐसी ही शिवपुर, अर्द्ली बाजार, दोषीपुरा, कच्चीबाग, पठानी टोला, प्रहलाद घाट, मुकीमगंज, सदर इमामबाड़ा लाट सरैया, पड़ाव, रामनगर, शिवाला , बाजरडीहा, मदनपुरा, दालमंडी, नयी सड़क, लल्लापुरा आदि इलाकों में लोगों ने जनाबे फातमा की शहादत पर नोहाखवानी व मातम किया तथा देश में खुश हाली और अमन के लिए दुआएं की।