पुलिस प्रशासन ने ली राहत की सांस, रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
संकरी गलियों से गुजरती हुई मां काली की प्रतिमा जब बंगाली टोला चौराहे पर पहुंची, तो हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। जुलूस मदनपुर, जंगमबाड़ी होते हुए गोदौलिया पहुंचा, जहां प्रतिमा ने कुछ देर रुकने के बाद चौराहे पर सात चक्कर लगाए। इसके बाद जुलूस बांसफाटक, बुलानाला होते हुए मैदागिन की ओर बढ़ा। कोलकाता से आए ढाक बजाने वालों की टोली ने इस उत्सव में रंग भर दिया। अंततः गाजे-बाजे के साथ काली प्रतिमा विसर्जन की शोभायात्रा मैदागिन स्थित मंदाकिनी सरोवर पहुंची जहां शांति पूर्वक आस्था संग विसर्जन किया गया। जुलूस में शामिल महिलाओं ने बताया कि मां काली की प्रतिमा विसर्जन से पहले महिलाओं ने उन्हें सिंदूर अर्पित किया। साथ ही मां के दोबारा आने की कामना कर उन्हें विदा किया गया। इस दौरान यातायात डायवर्ट किए जाने से विभिन्न रास्तों और गलियों में जाम की स्थिति देखने को मिली।