वाराणसी 26 दिसंबर (dil india live)। नगर के वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार वशिष्ठ मुनि ओझा का निधन हो गया है। उनके निधन पर लहुरावीर आजाद पार्क मे नगर के समाजसेवियो, कवि व साहित्यकारो द्वारा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर विजय नारायण ने अपने संबोधन में कहा स्वर्गीय ओझा सत्य धर्मी पत्रकार, गम्भीर कवि, हिन्दी के उपासक थे। वह हिन्दी के समर्थन में 1967 में अग्रेजी हटाओ आन्दोलन में जेल भी गए थे। मुख्य रूप से डा. दुर्गा प्रसाद, डा. जयशंकर जय, सिद्ध नाथ शर्मा, नरोत्तमशिल्पी, अशोक मुल्क, आनन्द सिह, इन्द्र जीत, नवनीत सिह, शंकर आनन्द आदि लोग उपस्थित थे।
रविवार, 26 दिसंबर 2021
वर्ष 2022 के व्रत, त्योहार, ग्रहण
जनवरी 2022 व्रत त्योहार
1 जनवरी, शनिवार- मासिक शिव रात्रि
2 जनवरी, रविवार- पौष अमावस्या
13 जनवरी, गुरुवार- पौष एकादशी
14 जनवरी, शुक्रवार- पोंगल, उत्तरायण, मकर संक्रांति
15 जनवरी, शनिवार- प्रदोष व्रत
17 जनवरी, सोमवार- पौष पूर्णिमा
21 जनवरी, शुक्रवार- संकष्टी चतुर्थी
28 जनवरी, शुक्रवार- षटतिला एकादशी
30 जनवरी, रविवार- मासिक शिवरात्रि
फरवरी 2022 व्रत त्योहार
1 फरवरी, मंगलवार- माघ अमावस्या
5 फरवरी, शनिवार- बसंत पंचमी
12 फरवरी, शनिवार- जया एकादशी
13 फरवरी, रविवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल ), कुंभ संक्रांति
16 फरवरी, बुधवार- माघ पूर्णिमा
20 फरवरी, रविवार- प्रदोष व्रत
27 फरवरी, रविवार- विजया एकादशी
28 फरवरी, सोमवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
मार्च 2022 व्रत त्योहार
1 मार्च, मंगलवार- मासिक शिवरात्रि (महाशिवरात्रि)
2 मार्च, बुधवार- फाल्गुन अमावस्या
14 मार्च, सोमवार- आम्लिक एकादशी
15 मार्च, मंगलवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल ), मौन संक्रांति
17 मार्च, गुरुवार- होलिका दहन
18 मार्च, शुक्रवार- होली, फाल्गुन पूर्णिमा व्रत
21 मार्च, सोमवार- संकष्टी चतुर्थी
28 मार्च, सोमवार- पापमोचिनी एकादशी
29 मार्च, मंगलवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
30 मार्च, बुधवार- मासिक शिवरात्रि
अप्रैल 2022 के व्रत त्योहार
1 अप्रैल, शुक्रवार- चैत्र अमावस्या
2 अप्रैल, शनिवार- चैत्र नवरात्रि उगाडी, घटस्थापना, गुड़ी पाड़वा
3 अप्रैल, रविवार- चैटी चण्ड
10 अप्रैल, रविवार- राम नवमी
11 अप्रैल, सोमवार- चैत्र नव रात्रि पारणा
12 अप्रैल, मंगलवार- कामदा एकादशी
14 अप्रैल, गुरुवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल), मेष संक्रांति
16 अप्रैल, शनिवार- हनुमान जयंती , चैत्र पूर्णिमा व्रत
19 अप्रैल, मंगलवार- संकष्टी चतुर्थी
26 अप्रैल, मंगलवार- वरुधिनी एकादशी
28 अप्रैल, गुरुवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
29 अप्रैल, शुक्रवार- मासिक शिवरात्रि
30 अप्रैल, शनिवार- वैशाख अमावस्या
मई 2022 के व्रत त्योहार
3 मई, मंगलवार- अक्षय तृतीया
12 मई, गुरुवार- मोहिनी एकादशी
13 मई, शुक्रवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल )
15 मई, रविवार- वृक्ष सक्रांति
16 मई, सोमवार- वैशाख पूर्णिमा
19 मई, गुरुवार- संकष्टी चतुर्थी
26 मई, गुरुवार- अपरा एकादशी
27 मई, शुक्रवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
28 मई, शनिवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
30 मई, सोमवार- ज्येष्ठ अमावस्या
जून 2022 व्रत त्योहार
11 जून, शनिवार- निर्जला एकादशी
12 जून, रविवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल )
14 जून, मंगलवार- ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत
15 जून, बुधवार- मिथुन संक्रांति
17 जून, शुक्रवार- संकष्टी चतुर्थी
24 जून, शुक्रवार- योगिनी एकादशी
26 जून, रविवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
27 जून, सोमवार- मासिक शिवरात्रि
29 जून, बुधवार- आषाढ़ अमावस्या
जुलाई 2022 के व्रत त्योहार
1 जुलाई, शुक्रवार- जगन्नाथ रथ यात्रा
10 जुलाई, रविवार- देव शयनी एकादशी, आषाढ़ी एकादशी
11 जुलाई, सोमवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल )
14 जुलाई, गुरुवार - सावन की शुरुआत
13 जुलाई, बुधवार- गुरु पूर्णिमा व्रत , आषाढ़ पूर्णिमा व्रत
16 जुलाई, शनिवार- संकष्टी चतुर्थी, कर्क संक्रांति
24 जुलाई, रविवार- कामिका एकादशी
25 जुलाई, सोमवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
26 जुलाई, मंगलवार- मासिक शिव रात्रि
28 जुलाई, गुरुवार- श्रवण अमावस्या
31 जुलाई, रविवार- हरियाली तीज
अगस्त 2022 के व्रत त्योहार
2 अगस्त, मंगलवार- नाग पंचमी
8 अगस्त, सोमवार- श्रावण पुत्रदा एकादशी
9 अगस्त, मंगलवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल )
11 अगस्त, गुरुवार- रक्षा बंधन
12 अगस्त, शुक्रवार- सावन पूर्णिमा व्रत
14 अगस्त, रविवार- कजरी तीज
15 अगस्त, सोमवार- संकष्टी चतुर्थी
17 अगस्त, बुधवार- सिंह संक्रांति
19 अगस्त, गुरुवार- जन्माष्टमी
23 अगस्त, मंगलवार- अजा एकादशी
24 अगस्त, बुधवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
25 अगस्त, गुरुवार- मासिक शिव रात्रि
27 अगस्त, शनिवार- भाद्रपद अमावस्या
30 अगस्त, मंगलवार- हरतालिका तीज
31 अगस्त, बुधवार गणेश चतुर्थी
सिंतबर 2022 के व्रत त्यौहार
6 सितम्बर, मंगलवार- परिवर्तनी एकादशी
8 सितम्बर, गुरुवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल )
9 सितम्बर, शुक्रवार- अनंत चतुर्दशी
10 सितम्बर, शनिवार- भाद्रपद पूर्णिमा व्रत
13 सितम्बर, मंगलवार- संकष्टी चतुर्थी
17 सितम्बर, शनिवार- कन्या संक्रांति
21 सितम्बर, बुधवार- इंदिरा एकादशी
23 सितम्बर, शुक्रवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
24 सितम्बर, शनिवार- मासिक शिव रात्रि
25 सितम्बर, रविवार- अश्विन अमावस्या
26 सितम्बर, सोमवार- शरद नवरात्री
अक्तूबर 2022 के व्रत त्यौहार
1 अक्तूबर, शनिवार- कल्पमभ
2 अक्तूबर, रविवार- नव पत्रिका पूजा
3 अक्तूबर, सोमवार- दुर्गा महाष्टमी पूजा
4 अक्तूबर, मंगलवार- दुर्गा महानवमी पूजा
5 अक्तूबर, बुधवार- दुर्गा विसर्जन
6 अक्तूबर, गुरुवार- पापांकुशा एकादशी
7 अक्तूबर, शुक्रवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल )
9 अक्तूबर, रविवार- अश्विन पुर्णिमा व्रत
13 अक्तूबर, गुरुवार- करवा चौथ
17 अक्तूबर, सोमवार- तुला संक्रांति, अहोई अष्टमी
21 अक्तूबर, शुक्रवार- रमा एकादशी
22 अक्तूबर, शनिवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
23 अक्तूबर, रविवार- मासिक शिवरात्रि, धनतेरस
24 अक्तूबर, सोमवार- दीपावली
26 अक्तूबर, बुधवार- भाई दूज
30 अक्तूबर, रविवार- छठ पूजा
नवंबर 2022 के व्रत त्योहार
4 नवंबर, शुक्रवार- देवउठनी एकादशी
5 नवंबर, शनिवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल )
8 नवंबर, मंगलवार- कार्तिक पूर्णिमा
12 नवंबर, शनिवार- संकष्टी चतुर्थी
16 नवंबर, बुधवार- वृश्चिक संक्रांति
20 नवंबर, रविवार- उत्पन्ना एकादशी
21 नवंबर, सोमवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण)
22 नवंबर, मंगलवार- मासिक शिवरात्रि
23 नवंबर, बुधवार- मार्ग शीर्ष अमावस्या
दिसंबर 2022 के व्रत त्योहार
3 दिसंबर, शनिवार- मोक्षदा एकादशी
5 दिसंबर, सोमवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल )
8 दिसंबर, गुरुवार- मार्ग शीर्ष पूर्णिमा व्रत
11 दिसंबर, रविवार- संकष्टी चतुर्थी
16 दिसंबर, शुक्रवार- धनु संक्रांति
19 दिसंबर, सोमवार- सफलता एकादशी
21 दिसंबर, बुधवार- प्रदोष व्रत (कृष्ण),मासिक शिवरात्रि
23 दिसंबर, शुक्रवार- पौष अमावस्या
इसके अलावा साल 2022 में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण भी पड़ रहे हैं।
साल 2022 के ग्रहण
30 अप्रैल, सूर्य ग्रहण, अमावस्या
16 मई, चंद्र ग्रहण, पूर्णिमा
25 अक्तूबर, सूर्यग्रहण, अमावस्या
8 नवंबर, चंद्र ग्रहण, पूर्णिमा
बनवासी महिलाओं संग भाजपाजनो ने सुनी मन की बात
वाराणसी 26 दिसम्बर (dil india live)। नारायणपुर डाफ़ी स्थित बनवासी बस्ती में बनवासी महिलाओं एवं भाजपा के मंडल ,जिला के पदाधिकारियों ने जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मन की बात सुनी। मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनियाभर में भारतीय संस्कृति के बारे में जानने को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है। अलग-अलग देशों के लोग ना सिर्फ हमारी संस्कृति के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं बल्कि उसे बढ़ाने में भी मदद कर रहे हैं। किताबें सिर्फ ज्ञान ही नहीं देतीं बल्कि व्यक्तित्व भी संवारती हैं। श्रोताओ से कहूंगा कि आप इस वर्ष की अपनी उन 5 किताबों के बारे में बताएं, जो आपकी पसंदीदा रही हैं। इस तरह से आप दूसरे पाठकों को अच्छी किताबें चुनने में भी मदद कर सकेंगे। हमारा भारत कई अनेक असाधारण प्रतिभाओं से संपन्न है। विट्ठलाचार्य जी इसकी मिसाल है कि जब बात अपने सपने पूरे करने की हो, तो उम्र कोई मायने नहीं रखती। अपने जीवनभर की कमाई लगाकर उन्होंने Library की शुरुआत की।इस Library में करीब 2 लाख पुस्तकें हैं। उन्होंने कहा लखनऊ के रहने वाले निलेश जी की एक post की भी चर्चा करना चाहूंगा। ये Drone Show लखनऊ के Residency क्षेत्र में आयोजित किया गया था। Drone Show में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अलग-अलग पहलुओं को जीवंत बनाया गया। पहले सरकारी दफ्तरों में पुरानी फाइलों का कितना ढेर रहता था।उन्होंने कहा आज से सरकार ने पुराने तौर-तरीकों को बदलना शुरू किया है। हमारे सरकारी विभाग भी स्वच्छता जैसे विषय पर इतने इनोवेटिव हो सकते हैं।
कुछ साल पहले तक किसी को इसका भरोसा भी नहीं होता था।पहले गरीबों के हिस्से की जमीन माफियाओं को सौंप दी जाती थी। अब माफियाओं से वह भूमि मुक्त करा कर गरीबों के घर बनाएं जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी कामना के साथ, आप सभी को आने वाले वर्ष की एक बार फिर ढेरों बधाइयाँ। मन की बात कार्यक्रम में मण्डल अध्यक्षों,बूथ अध्यक्षों एवं बनबासी महिलाओं को सम्मानित भी किया गया। मन की बात कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, सुरेश सिंह, रामदुलार सिंह, मीरा देवी, वीरेश्वर सिंह क्षेत्रीय आईटी सह संयोजक अरविंद पांडेय,जिला मीडिया सह प्रभारी अरविंद मिश्रा, प्रमोद सिंह, अभिषेक सिंह, मिलन मौर्य, हिमांशु जायसवाल ,अमन सोनकर, सुधीर वर्मा राजू, अमित पाठक, विजय राज यादव, संजय पांडे आदि भी उपस्थित थे।
अरविंद मिश्रा
जिला मीडिया सह-प्रभारी
भाजपा वाराणसी
शनिवार, 25 दिसंबर 2021
Christmas:बाहर मेला,अंदर रेला
वाराणसी 25 दिसंबर(dil india live)। सेंट मेरीज महागिरजा में भले ही इस बार मेला न लगा हो मगर चर्च के बाहर दुकानदारों द्वारा स्टाल लगा लेने से चर्च के बाहर मेला स्वतः लग गया और उसके चलते चर्च के भीतर भी रेला लगा रहा। पता हो कि बिशप ने इस बार भी मेला न लगाने का ऐलान किया था जिसके चलते सेंट मेरीज महागिरजा में स्टाल नहीं लगाया गया मगर लोगों का हुजूम इन तस्वीरों से देखा जा सकता है...
यौम ए हुसैन पर हुई मजलिस
वाराणसी 25 दिसंबर (dil india live)। टेंगरा मोड़ स्थित हसन बाग की कर्बला में रसूले ख़ुदा हजरत मुहम्मद साहब के नवासे और हज़रत अली और जनाबे फातिमा के बेटे शहीदों के सरदार हजरत इमाम हुसैन की याद में मजलिस का आयोजन किया गया ।
मजलिस की शुरुआत में आज़म रिज़वी और नदीम आब्दी ने कुरान ए पाक की तिलावत की, इसके बाद हाजी यूसुफ मरहूम के घरवालों ने सोज़ख़्वानी की। पेशख़्वानी जनाब मायल चंदौलवी, वहदत जौनपुरी, एवं बनारसी, फरीदी मिरवपुरवी, दानिश कानपुरी, इमरान हैदरी, शहंशाह मिर्जापुरी, ने की । मजलिस को खिताब मौलाना कल्बे रुशैद रिज़वी, ग़ज़नफर अब्बास तूसी ने किया। जिसके बाद अंजुमन मुहाफ़िज़ ए अज़ा (रामनगर), अंजुमन अबिदिया, अंजुमन हुसैनिया, अंजुमन अब्बासिया ने नौहाख्वानी की। मजलिस का आयोजन डॉ सैय्यद अब्दुल्ला मुज़्ज़फर ने के ज़ेरे एहतेमाम हुआ। मजलिस मरहूम हकीम मूसी रज़ा एवं मरहूम हाजी ज़मानत अली की याद में आयोजित की गई थी।
Happy Christmas: गिरजाघरों में गूंजा हैप्पी क्रिसमस...
एक दूसरे को किया विश, केक का हुआ आदान-प्रदान
वाराणसी (dil india live)। प्रभु ईसा मूसीह के जन्म दिन क्रिसमस पर आराधना संग जश्न और उल्लास में समूचे मसीही शनिवार को डूबे नज़र आये। लोगों ने गिरजाघरों में अमन के राजकुमार प्रभु ईसा मसीह की जहां आराधना की वहीं चर्चेज़ में अमन, एकता और देश की तरक्की व सौहार्द के लिए प्रार्थना हुई। मसीही घरों व कालोनियों में जश्न का माहौल दिखाई देने लगा। इस दौरान क्रिसमस गीत, तेरा हो अभिषेक अमन के राजकुमार, आज हमारे दिल में जन्म ले हे प्रभु यीशु महान..,फिज़ा में गूंज रहा था। दुनिया भर के चर्च और गिरजाघर मुक्तिदाता ईसा मसीह के जन्म के गीत से गुंज रहे थे। यूं तो ईसा जन्म की विशेष आराधना मध्य रात्रि में ही शुरु गई थी मगर बड़े दिन की पहली सुबह ईसा मसीह को मानने वालों ने आराधना करके जहां अपनी आस्था प्रकट की। वहीं देश दुनिया में । कोविड से मुक्ति के साथ ही अमन और सौहार्द के लिए दुआएं मांगी।
सुबह से ही शुरू हुई आराधना
धर्म कि नगरी वाराणसी में सबसे पहले कैंट स्थित सेंट मेरीज कैथड्रल (महागिरजा) में ईसा मसीह की आराधना सुबह 8.30 बजे हिन्दी व 9.30 बजे अंग्रेजी में हुई। एक-एक घंटे की इस आराधना में बाइबिल का पाठ, ईसा जन्म का दर्शन बताया गया। प्रार्थना सभा में पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज, फादर थामस सी. सिस्टर एन वीटा, सिस्टर ज्योति, सिस्टर ट्रीसा, सिस्टर अलफोनजा, सिस्टर रानी मारिया, सिस्टर मंजू, सिस्टर अंजू समेत चर्च में काफी लोग मौजूद थे। क्रिसमस डे सर्विस के तहत रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया। पादरी ने कहा कि हमें बुराईयोें व पापो से मुक्ति दिलाने जग के राजकुमार एक बालक के रूप में इस दुनिया में आये। आज उन्हीं की वजह से हम सभी उस अमन के राजकुमार की जयंती मना रहे हैं। हम प्रार्थना करे कि देश में अच्छे और विकास के काम हो, हमारा देश, हमारा मुल्क और हमारी कलीसिया शांति और तरक्की के रास्ते पर चले। इस पर लोगों ने एक स्वर से कहा, आमीन..। तत्पश्चात् क्रिसमस गीत फिज़ा में गूंज उठे..उठो आंखे खोलो मन फिराओ, मुक्तिदाता के दर्शन जो चाहो, व ..चलो जल्दी करो वैरी निंदिया न सोओ, कहीं तारा ओझल न हो जाये..। प्रार्थना सभा के बाद यहां लोगों ने एक दूसरे को केक खिला कर क्रिसमस सेलीब्रेट किया। सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह ने विशेष आराधना करायी। इस मौके पर पूरे चर्च से अमन, मिल्लत और सौहार्द की सदाएं कैरोल सिंगिंग के दौरान गूंजती रही। पादरी ने कहा कि हमें आज वचन लेना होगा कि हम पूरे साल बुराईयों से बचे और अच्छाईयों के साथ अपना रिश्ता जोड़े। तभी सच्चे अर्थो में हम क्रिसमस का लुत्फ उठा पायेंगे, क्यों कि किसमस हमारे उद्धार का दिन है। लाल चर्च में पादरी संजय दान की अगुवाई में क्रिसमस मिलन व विशेष आराधना सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले यहां आराधना हुई उसके बाद बधाइयों का दौर शुरू हो गया। क्रिसमस मिलन में लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया व चुम्मन का आदान प्रदान कर क्रिसमस की बधाइयां दी। यहां विजय दयाल, नील कमल चरण, शबनम, किरन, सुशील बेनजामिन, श्वेता, ज्योत्सना, डेविड, अभय, अभिषेक, रोमा आदि सैकड़ों लोगों ने एक दूसरे में केक का आदान-प्रदान किया। सेंट थामस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेन जॉन, सेंट बेटलफुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार, सेंट जांस महरौली चर्च में फादर हैनरी, सेंट जांस लेढूपुर चर्च में फादर सुसाई राज, वाराणसी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेयर हाउस में पास्टर लालकुमा, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराते प्रभु ईसा मसीह के रास्ते पर चलने की लोगों को हिदायत दी। यहां सिस्टर रेाज़ी, विशाल राय, पास्टर कैनथ चतरी, सिस्टर नीरजा आदि मौजूद थीं।
उल्लास और उत्साह संग यीशु जन्म की झांकी
वाराणसी में यीशु मसीह के जन्म का पर्व क्रिसमस उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न चर्चेज़ में आराधना के बाद लोग मस्ती करते दिखाई दिये इस दौरान कही यीशु जन्म की झांकी दिखी तो कहीं लोग सेल्फी लेकर मस्ती करते दिखे। चर्च ऑफ बनारस छावनी में ईसा मसीह जन्मोत्सव पादरी बेन जॉन की अगुवाई में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान प्रार्थना और आराधना के साथ ही यीशु जन्म पर आधारित ड्रामा व पंजाबी भांगड़े के साथ ही वेस्टर्न डांस का आयोजन किया गया जिसमें ऐशर, आराधना, ममता, एस्तेर जॉय, सिलवीया, पूनम, विनीता और हेमंत व अखिलेश मसीह व विकास आदि व्यवस्था संभाले हुए थे। कार्यक्रम के बाद लोगों ने एक दूसरों से गले मिलकर क्रिसमस की बधाईयां दी। आयोजन का आन लाईन भी प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन बेन जॉन व सू जॉन ने दिया।
Happy Christmas : काशी से रोम तक गूंजा हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस
ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी...
- चर्चेज़ में कटी केक, फिज़ा में गूंजा कैरोल
- सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ख्याल
वाराणसी 24 दिसंबर (dil india live)। घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने प्रभु यीशु के जन्म की आगवानी प्रार्थना और कौरोल सिंगिग से की। काशी में सेंट मैरीज़ महागिरजा में कैरोल गीत, ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है, शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...। की गूंज देर रात जब फिज़ा में बुलंद हो रही थी तो रोम में मसीही समुदाय के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस प्रभु यीशु की आराधना करा
रहे थे।
24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटा बज उठा। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंज रहा था। इस दौरान वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ ने बालक यीशु का मौजूद मसीही समुदाय को दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर विजय शांतिराज के संचालन में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चर्चेज में जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई थी वहीं दूसरी ओर कोरोना से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना भी की गई। इस मौके पर मसीही घरो व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। इस दौरान फादर थामस, फादर चन्द्रकांत, फादर शीरील, सिस्टर एन. वीटा, सिस्टर मंजू, सिस्टर माला, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति आदि हजारो मसीही मौजूद थे।
उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है। वहाँ घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया। कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....।
इस दौरान सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था।
शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण
बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...
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मुकम्मल की कुरान तो हाफिज साहेब को मिला इनाम में Varanasi (dil India live). अमूमन मस्जिदों में मुक़द्दस रमजान की खास नमाज़ तरावीह मुकम्मल कर...
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सुल्तान ने 275 लोगों का किया स्वास्थ्य परीक्षण निःशुल्क दवा वितरित की गई व 25 गुमशुदा बच्चों को अभिभावकों से मिलाया गया Varanasi (dil India...
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असामाजिक तत्वों से समाज का सभी वर्ग संयुक्त रुप से करे मुकाबला : हाफिज़ उबैदुल्लाह सांप्रदायिक तत्व देश के विकास में हैं बाधक, ऐसे तत्वों के...