बुधवार, 18 जनवरी 2023

Bsa office पर teacher's ने दिया धरना

वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकाओं ने घेरा 

मांग: teacher's की समस्याओं का निदान हो 

मांगें नहीं पूरी हुई तो शिक्षक खामोश नहीं रहेंगे  





Varanasi (dil india live). उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ उ०प्र० प्रान्तीय नेतृत्व के निर्देश पर "नई पेंशन योजना" में जबरदस्ती कटौती एवं उक्त स्कीम को मनमाने तरीके से शिक्षकों को थोपे जाने तथा वित्त नियंत्रक प्रयागराज के तानाशाहपूर्ण वेतन रोके जाने सम्बंधी आदेशों के विरोध में व पुरानी पेंशन लागू कराने के लिए 18-01-2023 को 02:00 बजे अपरान्ह से 04:00 बजे तक उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में जनपद वाराणसी के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षामित्र, अनुदेशक, साथियों द्वारा वित्त एवं लेखाधिकारी/बीएसए कार्यालय बेसिक शिक्षा वाराणसी पर भारी संख्या में उपस्थित होकर विशाल धरना दिया, साथ ही मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा वाराणसी को सौंपा गया। धरने में उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ सहित प्राथमिक शिक्षक संघ, अटेवा पेंशन बचाओ मंच, प्राथमिक शिक्षक संघ 1160, शिक्षामित्र संघ, अनुदेशक संघ, विशिष्ट बीटीसी संघ के भी पदाधिकारी उपस्थित रहे।

           धरने को सम्बोधित करते हुए जूनियर शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय ने वित्त नियंत्रक द्वारा आदेश वापस न लिये जाने की स्थिति में शिक्षकों का आह्वाहन किया, यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक शिक्षकों को न्याय न मिल जाये। धरने को मुख्य रूप से  जिला महामंत्री रविन्द्र नाथ यादव, रविन्द्र कुमार सिंह, प्रान्तीय उपाध्यक्ष, श्री आनन्द कुमार सिंह, मण्डल महामंत्री, कु० प्रतिमा, प्रान्तीय उपाध्यक्ष, राजेश कुमार सिंह, जिला कोषाध्यक्ष, अटेवा के जिला महामंत्री बीएन यादव, संतोष सिंह, ब्लाक अध्यक्ष सेवापुरी, क्षितिज दीक्षित, ब्लाक अध्यक्ष पिण्डरा, कल्लन यादव, ब्लाक अध्यक्ष बड़ागांव, शिवजतन यादव, जिला मंत्री तथा जनपद स्तर के पदाधिकारी व ब्लाक स्तर के अध्यक्ष व मंत्री सहित अन्य पदाधिकारीयों ने भी सम्बोधित किया। साथ ही साथ उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ 1160 के महेंद्र बहादुर सिंह, शिक्षामित्र संघ, अनुदेशक संघ, अटेवा, विशिष्ट बी०टी०सी० संघ के पदाधिकारीयों ने भी धरने को सम्बोधित करते हुए आंदोलन को धार दी। जिला महामंत्री रविन्द्र नाथ यादव द्वारा धरने में आये हुये सभी शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशक व अन्य शैक्षिक संगठनों के प्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित व आभार प्रकट करते हुए शिक्षकों का आहवाहन किया कि आप संगठन का इसी तरह सहयोग करते रहिए, संगठन हर समस्या का समाधान कराने का हर सम्भव प्रयास करेगा, तथा संगठन आपके के साथ हमेशा खड़ा रहेगा। ब्लाक से लेकर प्रदेश स्तर तक आपकी समस्याओं का समाधान कराने हेतु पूरी मजबूती के साथ लड़ा जायेगा।

         धरने में मुख्य रूप से महिला शिक्षक संघ की अध्यक्ष, छवि अग्रवाल, विशिष्ट बी टी सी टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष यशोवर्धन त्रिपाठी, अटेवा के ज़िला महामंत्री बी एन यादव, अटेवा के ज़िला सहसंयोजक एहतेशामूल हक, अटेवा के जिला मंत्री ज़फ़र अंसारी, शकील अंसारी, प्राथमिक शिक्षक संघ के ज़िला अध्यक्ष सकलदेव सिंह, महामंत्री शैलेंद्र विक्रम सिंह, राजीव सिंह, ज्योति भूषण त्रिपाठी, अखिलेश विश्वकर्मा, राजीव कुमार उपाध्याय, इश्तियाक अंसारी, अनीता सिंह, हुसैन अहमद आरवी, सादिया तबस्सुम, हेना परवेज़, अब्दुर्रहमान, इमरान खान, दीवान परवेज़, रुखसार अहमद, गृषश्चंद्र यादव, संदीप यादव सहित भारी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाऐं मौजूद थीं।

सोमवार, 16 जनवरी 2023

Dawate islami hind ने दी ठंड से कांप रहे लोगों को राहत


Varanasi (dil india live). दावते इस्लामी हिंद कि गरीब नवाज रिलीफ़ फाउंडेशन की ओर से ठंड से कांप रहे लोगों को राहत देने के उद्देश्य से इन दिनों कंबल का वितरण किया जा रहा है। दावते इस्लामी हिंद के जेरे इंतजाम हुए इस आयोजन में शाहिद अत्तारी, अफरोज अत्तारी, आरिफ शमीम, नूरुरूजजमा, शहजान वह सउद समेत काफी लोग सर्द रात में जरूरतमंदों को कंबल बांटते दिखाई दिए।

 दावते इस्लामी हिंद के डॉक्टर साजिद ने बताया की दावते इस्लामी के गरीब नवाज फाउंडेशन की ओर से सेवा कार्य इन दिनों अंजाम दिया जा रहा है। यह संस्था गर्मियों में ठंडे पानी, शरबत, सर्दी में गर्म कपड़े व कंबल समेत काफी खिदमती काम करती है।

Varanasi में उत्साह के साथ मनाया गया ‘‘एकीकृत निक्षय दिवस’’

India को टीबी मुक्त बनाने में सभी के सहयोग की जरूरत: CMO 



Varanasi (dil india live).राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम व टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत सोमवार को जिले में ‘एकीकृत निक्षय दिवस’ पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान कार्यक्रमों का आयोजन कर टीबी मरीजों को पोषण पोटली वितरित की गयी साथ ही मंडलीय चिकित्सालय, जिला राजकीय चिकित्सालय व सर सुंदरलाल चिकित्सालय (बीएचयू) समेत जिले के समस्त हेल्थ वेलनेस सेंटर, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में आने वाले व्यक्तियों की टीबी स्क्रीनिंग की गई और संभावित 1लक्षण वाले 10 फीसदी व्यक्तियों का बलगम एकत्र कर जांच के लिए भेजा गया । इसके अलावा कुष्ठ रोग, कालाजार व फाइलेरिया की भी जांच की गयी।

 मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के उद्देश्य से हर माह की 15 तारीख को ‘एकीकृत निक्षय दिवस’ मनाने का निर्णय लिया गया है लेकिन इस बार 15 तारीख को अवकाश होने के कारण 16 जनवरी को ‘एकीकृत निक्षय दिवस’ मनाया जा रहा है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य टीबी रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही अधिक से अधिक टीबी मरीजों का चिन्हित कर उनका उपचार करना, प्राइवेट नोटिफिकेशन में तेजी लाना, पोषण सामग्री व आर्थिक सहयोग से उन्हें जल्द से जल्द स्वस्थ करना है । उन्होंने कहा कि देश को टीबी मुक्त बनाने में सभी के सहयोग की जरूरत है। लिहाजा इस दिशा में सभी को मिलजुल कर प्रयास करना चाहिए ताकि वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाया जा सके।

‘एकीकृत निक्षय दिवस’ पर श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय में आयोजित कार्यक्रम में एसआईसी डॉ  घनश्याम मौर्य ने सामाजिक संस्था कुसुम मेमोरियल फाउण्डेशन व आदित्य फाण्डेशन के सहयोग से 16 क्षय रोगियों को पोषण पोटली प्रदान किया। इस दौरान डीटीसीएमओ डॉ अन्वित श्रीवास्तव, एसटीएस धर्मेन्द्र  सिंह, टीबी एचवी संदीप कौशल,  संजय भारती, रमेश लाल, टीबी चैम्पियन मो. अहमद, के अलावा अरुण सिंह व आलोक सिंह मौजूद थे। पोषण पोटली प्राप्त करने के बाद मैदागिन निवासी संजय (19 वर्ष) ने कहा कि यह उनके लिए काफी लाभदायक होगी। कोयला बाजार की सीफा (15 वर्ष ) ने बताया कि उपचार कराने में उसे सभी सहयोग मिल रहा है। अब पोषण पोटली इसमें और सहायता करेगी।

नगरीय सीएचसी दुर्गाकुंड में ‘एकीकृत निक्षय दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. पीयूष राय ने क्षय रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि टीबी का इलाज पूरी तरह से संभव है । टीबी की दवा पूरी अवधि तक लेना है और एक भी दिन दवा छूटनी नहीं चाहिए । शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौकाघाट में भी ‘एकीकृत निक्षय दिवस’ पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर डॉ अतुल सिंह ने टीबी के मरीजों को पोषण पोटली प्रदान किया। साथ ही उन्होंने मरीजों को नियमित दवा का सेवन करने, हरी सब्जी के साथ पोषणयुक्त भोजन करने तथा समय-समय पर जांच कराने की सलाह दी।  इस अवसर पर अधीक्षक डा. मनमोहन, टीबी सुपरवाइजर शिव कुमार सोनकर, टीबी लैब सुपरवाइजर सुरेंद्र कुमार यादव, टीवीएचवी पवन पाठक टीबीएचवी  प्रवीण कुमार, एलटी राजीव, टीपीटी सुपरवाइजर विपिन कुमार, टीबी चैंपियन साबरीन बानो फार्मासिस्ट अर्चना समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।

रविवार, 15 जनवरी 2023

गाँव की बेटी, मेहनत कर बनी प्रवक्ता, गरीब बच्चों को दान किया पहला वेतन

युवाओं की बदलती सोच का अनूठा उदाहरण डॉ. यामिका पटेल

बोली, सफलता के लिए सिर्फ कल्पना ही नहीं, सार्थक कर्म भी जरूरी



Varanasi (rajkumar Gupta/dil india live) जीवन की तमाम विपरीत परिस्थितियों को मात देकर सफलता की इबारत लिखने का उम्दा उदाहरण हैं राजातालाब के कचनार गाँव निवासिनी डॉ. यामिका पटेल। तमाम विपरीत परिस्थितियों को पीछे छोड़ आज डॉ. यामिका पटेल कानपुर के प्रतिष्ठित राजकीय पालिटेक्निक कॉलेज में मैकेनिकल विभाग में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं।

डॉ. यामिका का कहना है कि सफलता के लिए सिर्फ कल्पना ही नहीं, सार्थक कर्म भी जरूरी है। सीढिय़ों को देखते रहना पर्याप्त नहीं, बल्कि उन पर चढऩा भी जरूरी है। डॉ. यामिका का कहना है कि गाँव में तमाम विपरीत परिस्थितियों में पली-बड़ी, उसी ईश्वर ने मेरी पतवार एक नेक व रहमदिल इन्सान मेरे मम्मी-पापा के हाथों में सौंप दी। मैंने भी अपने कष्टों को कर्म की धारा में पिरोकर मुकाम हासिल करने का लक्ष्य साधा।

बचपन से थी प्रतिभाशाली यामिका

बचपन से ही प्रतिभाशाली छात्र रही। पारिवारिक जिम्मेदारियों के बावजूद इरादों पर अडिग हो, अपने पिता ओमप्रकाश सिंह पटेल के ख्वाबों को पूरा किया। जिन्दगी के तमाम अवरोधकों को चकनाचूर करते अपनी मंजिल को हासिल किया।

अपने क्षेत्र के ज़रूरतमंदों को समर्पित किया पहला वेतन अपने माता-पिता की विचारधारा और सामाजिक उत्थान में अग्रणी भूमिका से प्रेरित होकर डॉ. यामिका ने अपना पहला वेतन अपने गाँव कचनार, रानी बाज़ार, राजातालाब, बीरभानपुर आदि गाँव के ग़रीबों ज़रूरतमंदों के बीच मकर संक्रांति के अवसर पर खिचड़ी खिलाकर किया। जिसमें पिता ओमप्रकाश सिंह पटेल, छोटे भाई विवेक पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता, मनोज पटेल, राहुल पटेल, बाबु लाल उर्फ़ माइकल सोनकर, दिपक पटेल, विष्णु पटेल, हेमन्त राय, बाबा पटेल, अनिल गुप्ता, आनंद पटेल, बालपिट, पुवरसन आदि लोगों ने ज़रूरतमंदों के बीच जाकर खिचड़ी वितरण किया।

Dr riyaaz president, ishrat usmani secretary

जमीअतुल अंसार का चुनाव संपन्न


Varanasi (dil india live).सामाजिक संस्था जमीअतुल अंसार के पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव संस्था के आज़ाद पार्क, पीलीकोठी स्थित कार्यालय में संपन्न हुआ, जिसमें सर्वसम्मति से डॉ रियाज़ अहमद अध्यक्ष एवं इशरत उस्मानी महासचिव नियुक्त किए गए। संस्था के सभी  पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों के नाम इस प्रकार हैं: 

डॉ रियाज़ अहमद (अध्यक्ष), मौलाना अब्दुल आखिर नोमानी (वरिष्ठ उपाध्यक्ष), मुफ़्ती तनवीर अहमद का़समी (उपाध्यक्ष), इशरत उस्मानी (महासचिव), मुफ्ती जि़याउल इस्लाम का़समी (सचिव), हाजी फ़हीम अहमद (कोषाध्यक्ष), ज़ुल्फ़िकार अहमद इब्राहिमी (लेखाधिकारी), रोशन अली एडवोकेट (विधी सलाहकार), अबुल वफा अंसारी (सदस्य), फै़याज़ अहमद ख़ान ( सदस्य), मौलाना आरिफ़ अख़्तर का़समी (सदस्य), इरशाद अहमद (सदस्य), इरफ़ान अहमद (सदस्य), अख़्ला़क अहमद (सदस्य), शकील अहमद (सदस्य), फि़रोज़ अहमद (सदस्य), अबू सुफि़यान (सदस्य), अबुल कलाम (सदस्य) आरिफ़ जमालव औबेदुररहमान सदस्य चुने गए।

अवसर पर संस्था के संरक्षक मुफ्ती ए बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने सभी नवनियुक्त सदस्यों को मुबारकबाद दी और समाज में शिक्षा के प्रचार-प्रसार एवं कमजोर और जरूरतमंदों के उत्थान के लिए मिलजुल कर काम करने की नसीहत दी।

शनिवार, 14 जनवरी 2023

dav pg college में एकल नाट्य का हुआ मंचन


'माँ मुझे टैगोर बना दो' का मंचन देख भर आयी आँखे



Varanasi (dil india live)। माँ मैं कविताएं अच्छी लिखने लगा हूं, टीचर कहते है मैं आगे जाकर टैगोर जैसा कवि बन सकता हूँ, मुझे टैगोर बनना है माँ, मुझे और पढ़ना है। बेटा... आगे पढ़ना है तो अपने पापा से पूछ, मुझसे नही और टैगोर बनने से पेट नही भरता है। उक्त भावपूर्ण दृश्य शनिवार को जीवन्त रहा डीएवी पीजी कॉलेज के हिन्दी विभाग एवं सांस्कृतिक समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एकल नाट्य "माँ मुझे टैगोर  बना दे" की प्रस्तुति के अवसर पर। जम्मू से आये प्रख्यात रंगकर्मी लक्की गुप्ता ने पंजाब के मशहूर कथाकार मोहन भंडारी द्वारा रचित नाटक की भावपूर्ण प्रस्तुति दी, जिसे देख हॉल में उपस्थित सभी की आँखे भर आयी। नाटक में एक बच्चे की कहानी को बड़े ही मार्मिक अंदाज में प्रस्तुत किया गया है जिसके शिक्षक उसकी प्रतिभा देख उसे टैगोर जैसा कवि बनने की उम्मीद करते है। बच्चा भी मुफलिसी में जीने के बावजूद किसी तरह दसवीं पास कर लेता है लेकिन 12 वीं की पढ़ाई के लिए उसे आगे दूसरे शहर जाना है और उसके लिए उसके परिवार की माली हालत साथ नही देती। फिर भी पिता किसी तरह उसके पढ़ाई का इंतजाम करता है लेकिन दुर्भाग्य वश पढ़ाई के दौरान ही उसके पिता की मजदूरी करते वक़्त हादसे में मौत हो जाती है और बच्चे की पढ़ाई अधूरी रह जाती है, क्योंकि अब उसे पढ़ाई नही करनी अब उसे घर चलाने के लिए काम करना होगा। 

एकल नाटक में रंगकर्मी लक्की गुप्ता के भाव और संवाद ने लोगों को द्रवित कर दिया तो खूब तालियां भी बटोरी। पिछले दस वर्षों से देश के विभिन्न राज्यों में नाटक की प्रस्तुति दे रहे लक्की गुप्ता की यह 1096 वीं प्रस्तुति थी।

इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राकेश कुमार राम एवं सांस्कृतिक समिति के समन्वयक प्रोफेसर अनूप कुमार मिश्रा ने लक्की गुप्ता को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र प्रदान कर उनका स्वागत किया। संयोजन प्रोफेसर समीर कुमार पाठक एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राकेश कुमार द्विवेदी ने दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रोफेसर मिश्री लाल, प्रोफेसर ऋचारानी यादव, डॉ. हबीबुल्लाह, डॉ. संजय कुमार सिंह, प्रोफेसर पूनम सिंह, डॉ. संगीता जैन, डॉ. मीनू लाकड़ा, डॉ. हसन बनो, डॉ. अस्मिता तिवारी, डॉ. प्रतिभा मिश्रा, डॉ. सुषमा मिश्रा सहित बड़ी संख्या में अध्यापक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।


Professor manjula chaturvedi की काव्य कृति का हुआ लोकार्पण

प्रोफेसर मंजुला चतुर्वेदी का यह है तृतीय कविता संग्रह 

"एक उम्मीद है दिए की तरह" का हुआ लोकार्पण 



Varanasi (dil india live) विद्याश्री न्यास के द्वारा आयोजित त्रि दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं लेखक शिविर के उद्घाटन सत्र में प्रोफेसर मंजुला चतुर्वेदी का तृतीय कविता संग्रह "एक उम्मीद है दिए की तरह" का लोकार्पण मुख्य अतिथि राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र, दयालु, प्रोफेसर हरे राम त्रिपाठी, (कुलपति संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय), विशिष्ट अतिथि अरुणेश नीरन, (साहित्यकार), पद्मश्री कमलकांत, राजेश गौतम (निदेशक आकाशवाणी, वाराणसी), प्रोफेसर गिरीश्वर मिश्र, (पूर्व कुलपति, हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा) एवं डॉ अमिता दुबे, (उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ) के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ।

प्रस्तुत संग्रह में कोरोना समय, कश्मीर त्रासदी, सौंदर्य, प्रेम तथा नारी विमर्श की कविताएं हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न रंगों के मनोविज्ञान तथा विभिन्न कलाकारों द्वारा चित्रित चित्रों से संबंधित कविताएं भी रची  गई हैं, यही इस संग्रह की विशेषता है। मुख्य रूप से प्राकृतिक बिंबों से प्रेरणा ग्रहण कर कविताएं लिखी गई हैं। प्रो. मंजुला चतुर्वेदी प्रमुख रूप से चित्रकला की विद्यार्थी हैं। लेकिन कविता लेखन में उनकी विशिष्ट रूचि है। यह प्रो. मंजुला की तृतीय काव्य कृति है। इस संकलन में 56 कविताएं हैं, जो प्रो. मंजुला चतुर्वेदी के कलात्मक मन एवं सामाजिक दायित्व की परिचायक हैं। संग्रह भावना प्रकाशन नई दिल्ली से 2022 में प्रकाशित है।

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...