बुधवार, 10 जनवरी 2024

Ajmer Sharif में ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती का उर्स


पहुंचने लगे देश दुनिया से जायरीन

साबिर पाक की दरगाह पर अकीदतमंद लगा रहे हाजिरी 


Ajmer (dil India live). Ajmer Sharif (अजमेर शरीफ)  हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना उर्स में शामिल होने से पहले साबिर पाक की दरगाह पर भी जायरीनों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। जायरीन ने दरगाह साबिर पाक में जियारत कर मन्नतें मांगी। अजमेर शरीफ में हजरत ख्वाजा गरीब नवाज का सालाना उर्स शुरू होने जा रहा है। अजमेर शरीफ हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के सालाना उर्स में शामिल होने से पहले बड़ी तादाद में जायरीन बिहार, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मुंबई, केरल, गुजरात ,जम्मू कश्मीर से कड़ाके की ठंड में साबिर पाक की दरगाह पर जियारत करने के लिए पहुंचते हैं। बसों से कलियर पहुंचे जायरीन ने दरगाह साबिर पाक में चादर और फूल पेश कर अमनो अमान की दुआएं मांगी।

सोमवार, 8 जनवरी 2024

Ajmer Sharif में जुटे ख़्वाजा के दीवाने

ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर चढ़ा 812 वें उर्स का झंडा 

जुलूस में पेश हुआ सूफियाना कलाम, हजारों अकीदतमंद रहे मौजूद



Mohd Rizwan 

Ajmer (dil India live)। ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती अजमेरी (गरीब नवाज) रहमतुल्लाह अलैह का सालाना 812 वें उर्स की अनौपचारिक शुरुआत झंडे की रस्म के साथ शुरू हो गई। झंडे का जुलुस असर की नमाज के बाद गरीब नवाज गेस्ट हाउस से रवाना हुआ, जिसमें शाही चौकी के कव्वाल असरार हुसैन सूफियाना कलाम पेश करते हुए चल रहे थे। बैंड बाजों के जुलुस के साथ लंगरखाना गली, निजाम गेट होते हुए जुलुस दरगाह के मुख्य द्वार निजाम गेट से अंदर प्रवेश किया। इस रस्म के दौरान अकीदतमंदों में एक अजीब सी होड़ मच गई और अपनी मन्नत को लेकर हर कोई झंडे को चूमने की ख्वाहिश पूरी करता नजर आया।

भीलवाड़ा से आए गौरी परिवार के अनुसार यह परंपरा काफी अरसे से चली आ रही है। साल 1928 से फखरुद्दीन गौरी के पीरो मुर्शीद अब्दुल सत्तार बादशाह झंडे की रस्म अदा करते थे। इसके बाद 1944 से उनके दादा लाल मोहम्मद गौरी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। उनके इंतकाल के बाद 1991 से पुत्र मोईनुद्दीन गौरी यह रस्म निभाने लगे और साल 2007 से फखरुद्दीन इस रस्म को अदा कर रहे हैं।

गौरतलब है कि वर्षों पहले झंडे की रस्म शुरू हुई, तब बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया गया झंडा आस-पास के गांवों तक नजर आता था। उस वक्त मकान छोटे-छोटे और बुलंद दरवाजा काफी दूर से नजर आता था। इस दरवाजे पर झंडा देखकर ही लोग समझ जाते थे कि पांच दिन बाद गरीब नवाज का उर्स शुरू होने वाला है। यह संदेश एक से दूसरे तक दूर-दूर तक पहुंच जाता था। वर्षों पुरानी इसी रस्म को निभाते हुए गरीब नवाज की दरगाह के बुलंद दरवाजे पर भीलवाड़ा के गौरी परिवार ने झंडा चढ़ाकर उर्स की अनौपचारिक शुरुआत की। झंडे की रस्म में हजारों की संख्या में जायरीनों की भीड़ उमड़ी। झंडे की रस्म के दौरान अजमेर रेंज आईजी लता मनोज कुमार, कलेक्टर भारती दीक्षित, एसपी चूनाराम जाट सहित भारी संख्या में पुलिस जाब्ता मौजूद रहा।

रविवार, 7 जनवरी 2024

फाइनेंस कंपनी के सीजर को मारी गोली, मचा हड़कंप

बाबतपुर ओवर ब्रिज पर हुई वारदात ने सभी को लहराया 



  • Sarfaraz Ahmad 

Varanasi (dil India live). प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र के बाबतपुर ओवर ब्रिज पर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. घटना के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है क्षेत्र के बाबतपुर ओवर ब्रिज पर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. घटना के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है. घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने अनावरण के लिए टीम गठित कर दी है. क्राइम ब्रांच और सर्विलांस की भी मदद ली जा रही है. पुलिस आसपास के लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. बदमाशों ने फाइंसेन्स कम्पनी के सीजर वीर बहादुर सिंह को गोली मारी है. घायल पलही पट्टी निवासी वीर बहादुर सिंह को बाबतपुर चौकी प्रभारी प्रीतम तिवारी मलदहिया स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां चिकित्सको ने मृत घोषित कर दिया. सूचना पर घटनास्थल पर पहुँचे अपर पुलिस उपायुक्त टी सरवण व बड़ागांव थानाध्यक्ष राजकुमार पांडेय घटना के जांच पड़ताल में जुट गए है. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक मृतक के साथ चार पहिया वाहन में सूरज चौहान, विशाल हरहुआ निवासी व ड्राइवर सूरज सिंह घमहापुर निवासी मौजूद रहे. मृतक वीर बहादुर सिंह किसी चार पहिया वाहन के बकाया क़िस्त के चलते उसे रोका तो उसमें सवार लोगो ने फायर कर दिया और फरार हो गए.

Tirthankar पार्श्वनाथ एवं चन्द्र प्रभु के जन्म कल्याणक पर निकली भव्य शोभायात्रा




Varanasi (dil India live)। जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर देवाधिदेव पार्श्वनाथ के 2900 वें एवं आठवें तीर्थंकर चन्द्र प्रभु भगवान के जन्म कल्याणक पर रविवार को भव्य समारोह के शोभायात्रा निकाली गई। श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में प्रातः 9 बजे ग्वाल दास साह लेन स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर से शोभायात्रा प्रारंभ होकर सोराकुंआ, ठठेरी बाजार होते हुए चौक पंहुची। चौक थाने के समीप भगवान द्वय के विग्रह को रजत नालकी से निकाल कर केशरिया वस्त्र पहने इन्द्रो ने एक( विशाल ) रथ के कमल सिंहासन पर विराजमान कराकर आरती उतारी। पुनः 11 बजे राजशाही रथयात्रा प्रारंभ हुई। गजरथ रथयात्रा में भगवान पार्श्वनाथ के जन्म से लेकर मोक्ष तक की झांकियां शामिल थी। 

जिस विशाल रथ भगवान द्वय विराजमान थे, उसे एरावत हाथी और भक्तगण खींचकर अपनी श्रद्धा -पुष्प अर्पित कर रहे थे। इन्द्र गढ भगवान को चवरं डोला रहे थे। श्रद्धालु भक्तगण रास्ते भर आरती एवं पुष्प बर्षा कर रहे थे। कई जगह स्वागत द्वार बनाये गए थे। आधा दर्जन बैन्ड पार्टियो द्वारा भक्ति धुन, भजन गाकर माहौल को धर्ममय बना रही थी। छोटे-छोटे बच्चे घोड़ों पर सवार थे। रथयात्रा का मुख्य आकर्षण रजत की धूप गाडीं ,नालकी,,108 चवरों वाली गाड़ी, राजशाही साजसज्जा वाला विशाल रजत हाथी सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। कई बगिंयो पर भक्तगण विराजमान थे। रथयात्रा बांसफाटक, गौदोलिया, जंगमबाडी होते हुए सोनारपुरा पहुंची। वहां भरतपुर (राजस्थान) से आई भजन मंडली द्वारा भजनो की प्रस्तुती की गई। रास्ते भर केशरिया परिधानों से सजी धजी महिलाओं द्वारा भजनों की प्रस्तुती एवं जयकारा लगाया जा रहा था। रथयात्रा में अहिंसा परमों धर्मः का बैनर, जैन धर्म का बैनर, झंडी गाड़ी, झंडे ध्वज पताका भी लोग लेकर चल रहे थे । बीच बीच में जय जय जिनेन्द्र देव की भव सागर नाव खेव की, अहिंसा परमों धर्म की जय, "जियो और जीने दो " का जयकारा भी लगा रहें थे। कई जगह रास्ते में शोभायात्रा का स्वागत किया गया। भगवान पार्श्वनाथ की जन्म कल्याणक स्थली भेलूपुर पहुंचने पर मन्दिर परिसर में भगवान के विग्रह को रजत रथ पर से उतार कर रजत नालकी पर विराजमान कर बधाई गीत मेरी आली आज बधाई गाईयां ,ढोलक ताल मजीरा बाजें, नौबत शहनाईयां। बधाई, सोहर के उपरांत भगवान पार्श्वनाथ एवं चन्द्र प्रभु जी को मन्दिर जी में रजत पाण्डुक शिला पर विराजमान कर 108 रजत कलशो से अभिषेक व बिशेष पूजन किया गया। शोभायात्रा का संयोजन राकेश जैन, रत्नेश जैन एवं राजेश भूषण जैन ने किया। 

आयोजन में प्रमुख रूप से अध्यक्ष दीपक जैन, उपाध्यक्ष राजेश जैन, विनोद जैन, संजय जैन, आर सी जैन, प्रधान मंत्री अरूण जैन, समाज मंत्री तरूण जैन, विनय कुमार जैन, सौमित्र जैन, गौरव जैन, सुधीर पोद्दार, डां के के जैन, प्रदीप जैन, सौरभ जैन, विजय जैन उपस्थित थे। महिला मंडल एवं दिगम्बर जैन महासमिती का विशेष सहयोग रहा।

Class 1 से 8 तक सभी School में 10 जनवरी तक शीतावकाश


Varanasi (dil India live)। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम के आदेशानुसार जनपद में कड़ाके की ठण्ड एवं घने कोहरे व शीतलहर में लगातार वृद्धि के दृष्टिगत कक्षा 1 से 8 तक सभी राजकीय/परिषदीय/अशासकीय/सहायता प्राप्त/निजी मान्यता प्राप्त/सी०बी०एस०ई०

बोर्ड/आई0सी0एस00ई० बोर्ड सहित अन्य बोर्ड के समस्त विद्यालयों में आगामी 10 जनवरी तक शीतावकाश घोषित किया गया है। उक्त आदेश का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है।

शनिवार, 6 जनवरी 2024

Tirthankar पार्श्वनाथ एवं चन्द्र प्रभु के जन्म कल्याणक

मनेगा जन्मोत्सव, निकलेगी भव्य शोभायात्रा



Varanasi (dil India live).6.01.2024. श्री दिगम्बर जैन समाज काशी के तत्वावधान में जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान एवं आठवें तीर्थंकर चन्द्र प्रभु भगवान की भव्य राजशाही शोभायात्रा रविवार 7 जनवरी को प्रांत 9 बजे ग्वाल दास साह लेन से निकाली जायेगी। तीर्थंकर पार्श्वनाथ जी की 2900 वीं जन्म कल्याणक पर शोभायात्रा श्री दिगम्बर जैन पंचायती मन्दिर ग्वाल दास साह लेन से प्रारम्भ होकर सोराकुआ, ठठेरी बाजार होते हुए चौक पहुंचेगी। चौक थाने के समीप भगवान द्वय के विग्रह को रजत (विशाल) रथ के कमल सिंहासन पर विराजमान कराकर अपराहन 11 बजे पुनः रथयात्रा प्रारम्भ होकर बॉसफाटक, गौदोलिया, जंगमबाडी, सोनारपुरा होते हुए भगवान पार्श्वनाथ जी की जन्म स्थली (अतिशय क्षेत्र) श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर भेलूपुर पहुंचेगी। जंहा बधाईया (सोहर) विभिन्न धार्मिक आयोजन के साथ मन्दिर में तीर्थंकर द्वय को रजत पाण्डुक शिला पर विराजमान कराकर 108 कलशो से अभिषेक किया जायेगा।रथयात्रा लगभग 2:30 बजे भेलूपुर पहुंचेगी।

शुक्रवार, 5 जनवरी 2024

khwaja साहब का 812 वां उर्स, आठ को चढ़ेगा झंडा

12 को खुलेगा जन्नती दरवाजा, देश दुनिया के उमड़ेंगे अकीदतमंद

गौरी परिवार निभाएगा झंडे की रस्म 

  • Mohd Rizwan


Varanasi (dil India live). 04.01.2023. प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह के 812 वें उर्स का झंडा 8 जनवरी की शाम अजमेर दरगाह के बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया जाएगा। इसके बाद से उर्स में हाजिरी देने के लिए आने वाले जायरीन का सिलसिला शुरू होगा।

झंडा चढ़ाने के साथ ही ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स की अनौपचारिक शुरुआत हो जाएगी। दरगाह के खादिम कुतुबुद्दीन सखी ने बताया कि इसी दिन से दरगाह के आस्ताना में दोपहर ढाई बजे होने वाली खिदमत का समय बदलकर रात्रि 8 बजे हो जाएगा। यह व्यवस्था छठी के कुल के बाद सामान्य दिनों की तरह हो जाएगी। उन्होंने बताया कि गरीब नवाज के सालाना उर्स में देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में जायरीन अजमेर दरगाह शरीफ पहुंचते हैं, अकीदत के फूल और मखमली चादर पेश कर गरीब नवाज की बारगाह में हाजिरी लगाते हैं। ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812 वें उर्स के बुलंद दरवाजा पर झंडा चढ़ाने की रस्म भीलवाड़ा का गौरी परिवार करेगा। यह झंडा उर्स के समापन पर उतारा जाएगा। आठ जनवरी की शाम असर की नमाज के बाद झंडा चढ़ाने की रस्म अदा की जाएगी। इसी दिन से दरगाह में रोजाना दोपहर ढाई बजे होने वाली खिदमत की रस्म का समय बदलकर रात्रि आठ बजे हो जाएगा।

कलंदर पेश करेंगे छड़ी

12 जनवरी को चांदरात होने के कारण सुबह दरगाह का आस्ताना खुलने के साथ जन्नती दरवाजा खोल दिया जाएगा। इसी शाम देहली से पैदल आ रहे कलंदर जुलूस के रूप में छड़ी पेश करेंगे। हिलाल कमेटी ने चांद दिखने का ऐलान किया तो छठी तक रोजाना रात्रि में उर्स की शाही महफिल और ख्वाजा साहब की मजार के शाही गुस्ल की रस्म शुरू हो जाएगी। चांद नहीं दिखने पर सभी कार्यक्रम 13 जनवरी से प्रारम्भ होंगे।

फूलों की खेती और उससे बने उत्पाद आर्थिक दृष्टि से अत्यंत लाभकारी-भक्ति विजय शुक्ला

Sarfaraz Ahmad  Varanasi (dil India live). फूलों की बढ़ती मांग और ग्रामीण किसानों तथा महिलाओं में फूलों की खेती के प्रति रुचि को देखते हुए, ...