रविवार, 27 अगस्त 2023

Kashi main kabir म्यूजियम बनाने का महंत ने रखा प्रस्ताव

केंद्रीय पर्यटन मंत्री से कबीर म्यूजियम पर हुई खुली चर्चा

पर्यटन मंत्री को अंगवस्त्रम पहना कर स्वागत करते महंत 

Varanasi (dil India live).26.08.2024 जी–20 में काशी आए केंद्रीय पर्यटन एवं कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से कबीर प्राकट्य स्थली के महंत गोविंद दास शास्त्री ने संत कबीर साहब के नाम से कबीर प्राकट्य स्थली लहरतारा वाराणसी में कबीर म्यूजियम स्थापित करने के विषय में चर्चा की। मंत्री ने कहा कि हम तो कबीर साहब की म्यूजियम स्थापित करने के लिए तैयार थे। परंतु जगह नहीं मिलने के कारण यह काम नहीं हो पाया। महंत ने कहा कि कबीर प्राकट्य स्थली में पर्याप्त मात्रा में जमीन है और यहां म्यूजियम स्थापित होगा तो बहुत ही अच्छा होगा। यदि कबीर प्राकट्य स्थली में म्यूजियम स्थापित होगा तो काशी आने वाले दर्शनाथियो को कबीर साहब के जीवन दर्शन को समझने में सरलता प्रदान होगी। साथ ही साथ कबीर लहरतारा ताल के विषय पर भी चर्चा हुई। यदि लहरतारा ताल को शुभव्यवस्थित कर दिया जाए तो यह जगह अत्यंत रमणीय स्थल हो जाएगा पहले भी केंद्र सरकार ने  कुछ कार्य कराया है यदि लहरतारा के जो बचे हुए ताल हैं उसको भी ठीक कर दिया जाए तो यह स्थल बनारस में एक अनोखा स्थल होगा

शनिवार, 26 अगस्त 2023

Ghazipur ऐडेड प्रबंधक सभा के जिलाध्यक्ष बने aaditya Prakash

प्रकाश चंद्र उर्फ़ चंदन यादव बने ऐडेड प्रबंधक सभा के महासचिव 





Ghazipur (dil India live).26.08.2023. डी.ए.वी इंटर कॉलेज गाजीपुर के प्रांगण में अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय प्रबंधक सभा उत्तर प्रदेश के गाजीपुर इकाई का गठन प्रदेश मंत्री मनोज कुमार सिंह एवं वाराणसी मंडल प्रभारी गजेंद्र सिंह के अगुवाई में किया गया। सर्वसम्मति से गाजीपुर का जिलाध्यक्ष आदित्य प्रकाश आर्य व महासचिव प्रकाश चंद उर्फ चंदन यादव को चुना गया। प्रथम जिला उपाध्यक्ष इम्तियाज अहमद व द्वितीय जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार सिंह चुने गए। सचिव कपूर चंद गुप्ता, कोषाध्यक्ष लाल बहादुर सिंह, जनसंपर्क अधिकारी रणधीर सिंह एवं अशोक यादव, पंकज सिंह, अनिल सिंह, सुनील कुमार सिंह, हरेंद्र सिंह को उपस्थित प्रबंधक बंधुओं ने अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए सदस्य चुना।

नवनियुक्त जिलाध्यक्ष आदित्य प्रकाश ने अपने प्रथम उद्बोधन में कहा कि सरकार द्वारा धारा 18 व धारा 21 पर संशोधन के पक्ष में हमारा संगठन है। इस संशोधन से ऐडेड विद्यालय के प्रबंधकों का हाथ मजबूत होगा। जिससे शिक्षा का स्तर विद्यालयों में पूर्ण रूप से सुधर जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के प्रबन्धकों की जो भी समस्या होगी उसे वह संगठन को अवगत कराएंगे। जिला, मंडल और प्रदेशस्तर के अधिकारियों, नेताओं को मंत्रियों के माध्यम से उस समस्या को दूर करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। वाराणसी मंडल के प्रभारी गजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रबंधकों के छीने गए अधिकार को पुनः प्राप्त करने हेतु हम सभी लोग संगठित होकर एक साथ लड़ेंगे तो निश्चित रूप से वह सारे अधिकार हमें पुनः प्राप्त होंगे।

प्रदेश मंत्री मनोज कुमार सिंह ने कहा कि अबकी बार आर- पार की लड़ाई होगी या तो पूर्व की सरकारों द्वारा प्रबंधकों के अधिकारों का जो हनन किया गया है। उसे वर्तमान सरकार वापस करें। अन्यथा हम सभी अनुदान प्राप्त विद्यालय के प्रबंधक अपना अनुदान वापस करने का अंतिम निर्णय प्रदेश स्तर पर लेने के लिए मजबूर होंगे। जिसकी जिम्मेदार वर्तमान सरकार होगी।

इस अवसर पर अवधेश कुमार राय ,पंकज कुमार सिंह, अमित कुमार सिंह, सविता सिंह, कलावती सिंह, सुनील कुमार सिंह, ए.के. सिंह ,डॉ.अशोक सिंह, बृजेश कुमार सिंह, हरेंद्र सिंह, उत्तम सिंह आदि उपस्थित रहे।

General knowledge प्रतियोगिता में 43 बच्चे पुरस्कृत

धौरहरा के छात्र मनीराम अव्वल 

आशा ट्रस्ट ने आयोजित कराई थी स्वतंत्रता संग्राम सामान्य ज्ञान स्पर्धा 




Varanasi (dil India live).26.08.2023. सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट के तत्वावधान में चौबेपुर क्षेत्र के 8 विद्यालयों में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन विगत दिनों किया गया था. जिसमें कक्षा आठ के तीन सौ से अधिक बच्चे शामिल हुए. परीक्षा में प्रथम स्वाधीनता संग्राम 1857 से लेकर 1947 में आजादी मिलने तक की प्रमुख घटनाओं से सम्बन्धित 50 प्रश्न पूछे गये थे. उक्त परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर चयनित 43 बच्चों को शुक्रवार को उनके  विद्यालय में जाकर संस्था के कार्यकर्ताओं द्वारा पुरस्कृत किया गया। सभी विद्यालयों की संयुक्त स्पर्धा में पूर्व माध्यमिक विद्यालय धौरहरा के छात्र मनी राम ने प्रथम और यही के गौरव यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया. जबकि संविलियन विद्यालय ढाखा की छात्रा रिया शर्मा द्वितीय स्थान पर रही. संस्था के समन्वयक वल्लभाचार्य पाण्डेय ने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी. परीक्षा आयोजन में प्रमुख रूप से सौरभ, दीन दयाल सिंह, प्रदीप सिंह, रमेश प्रसाद, अमित कुमार, बृजेश कुमार आदि का प्रमुख योगदान रहा.

शुक्रवार, 25 अगस्त 2023

Moris Edagar Daan डायोसिस आफ लखनऊ के फिर Bishop

11 साल बाद मिला दान को न्याय

बिशप पद पर मोरिस एडगर दान की बहाली से 'हर्ष' 

•सीएनआई की बैठक में ऐतिहासिक निर्णय, वोटिंग में मिले 15 वोट 



Varanasi (dil India live). 25.08.2023. डायोसिस आफ लखनऊ के बिशप पद पर मोरिस एडगर दान की 11 साल बाद बहाली हो गई है। चर्च आफ नार्थ इंडिया (सीएनआई) की एक्जीक्यूटिव कमेटी की 115 वीं बैठक में यह ऐतिहासिक निर्णय नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में लिया गया। माडरेटर बिशप बीके नायक की अध्यक्षता में हुई इस अतिमहत्वपूर्ण बैठक में नार्थ इंडिया के 27 डायोसिस के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में कोर्ट द्वारा मौरिस एडगर दान को बाइज्जत बरी होने पर चर्चा की गई। इसके बाद वोटिंग कराई गई। वोटिंग में दान को 15 वोट मिले, जिसके बाद उन्हें पद पर बहाल करने का निर्णय लिया सुनाया गया। इस फैसले के बाद लखनऊ डायसिस से जुड़े सभी जिलों में खुशी की लहर दौड़ गई।

2012 में पद से किए गए थे मुक्त

वित्तीय अनियमितता का आरोप लगने पर डायोसिस आफ लखनऊ के बिशप पद से मोरिस एडगर दान को वर्ष 2012 में पद से हटा दिया गया था। इसके बाद 2014 में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। तत्कालीन बिशप मोरिस एडगर दान पर लगभग चार करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगा था। उस बाबत सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। उसके बाद उन्हें 16 दिसंबर 2014 को जेल जाना पड़ा था। 

बिशप दान को मिला कांटों भरा ताज

लखनऊ डायसिस के बिशप को इस बार झोली में कांटों भरा ताज मिला है। बिशप के सामने चुनौतियों की लम्बी फेहरिस्त पद के साथ मिली है उससे वो कैसे मुकाबला करेंगे यह तो वक्त ही बताएगा। पीटर बलदेव के समय से पादरियों के वेतन, मसीही समुदाय की जमीनों व संपतियों पर लगातार कब्जा व सीएनआई चर्च को उससे अलग करने कि कोशिशों आदि से बिशप को सख्ती से निपटना होगा।


Dawat-e-Islami India के इज्तेमा में मुल्क से मोहब्बत को बताया ईमान



Varanasi (dil India live).25.08.2023. मस्जिद सुल्तानिया रेवड़ीतालाब में दावते इस्लामी इंडिया की ओर से अजीमुश्शान हफतावारीय इज्तेमा में अमन, मिल्लत और देश से मोहब्बत की सदाएं बुलंद हुई। 

यहां दावते इस्लामी के आलिमों ने मुल्क में अमन, मिल्लत और तरक्की के लिए जहां खास दुआएं की वहीं दूसरी ओर मौजूद लोगों से कहां गया कि इस्लाम में बिस्मिल्लाह की खास अहमियत है। बिस्मिल्लाह की बरकत से बड़े से बड़ा काम आसान हो जाता है। कोई भी काम शुरू करने से पहले अगर अल्लाह का नाम लिया जाए यानी बिस्मिल्लाह शरीफ कर लिया जाए तो अल्लाह रब्बुल इज्जत उसके उस कम को आसान कर देता है। डा. साजिद अत्तारी ने बताया कि हर जुमेरात को इंशा की नमाज़ के बाद देश भर में दावते इस्लामी इंडिया नेकी की राह दिखाने के लिए इज्तेमा का एहतमाम करती है। उसमें मुल्क की तरक्की की दुआएं होती है। क्यों कि रब फ़रमाता है कि मुल्क से मोहब्बत ईमान का हिस्सा है। कुरान में है ऐ ईमान वालो अल्लाह से डरों और सच्चों के साथ हो जाओ। दावते इस्लामी इंडिया लोगों को सच्चाई का रास्ता दिखाने के मिशन में लगा हुआ है।

गुरुवार, 24 अगस्त 2023

Jain dharam: सामूहिक क्षमापना दिवस 27 को

आराधना भवन में होगा पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व


Badamer(dil India live)। जैन धर्म के प्रमुख पर्व पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के दौरान मनाये जाने वाले सांवत्सरिक क्षमापना के क्रम में जैन श्रीसंघ, बाड़मेर की ओर से इस वर्ष भी सामूहिक क्षमापना दिवस कार्यक्रम 27 अगस्त रविवार को प्रातः 9.00 बजे श्री जिन कान्ति सागर सूरी आराधना भवन में मुनिराज श्री विराट सागर जी मसा व साध्वी श्री नीति गुणा श्रीजी मसा आदि ठाणा पावन निश्रा व चतुर्विध संघ की उपस्थिति में मनाया जायेगा।

जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के महामंत्री किशनलाल वडेरा ने बताया कि जैन धर्म दुनिया का एकमात्र एक ऐसा धर्म है जो क्षमा को पर्व के रूप में मनाता है । एक-दूसरे से हुई भूलों व गलतियों के लिए क्षमा याचना करता है। जिसको लेकर जैन श्रीसंघ, बाड़मेर के तत्वावधान में 27 अगस्त रविवार को प्रातः 9.00 बजे श्री जिन कान्ति सागर सूरी आराधना भवन में मुनिराज श्री विराट सागर जी मसा व साध्वी श्री नीति गुणा श्री जी मसा आदि ठाणा पावन निश्रा में सामूहिक क्षमापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। जिसमें बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के गणमान्य नागरिक, माताएं, बहिनें शामिल होगी तथा सामूहिक रूप से समस्त जीव योनि से वर्ष भर की गलतियों व भूलों के लिए मिच्छामि दुक्कडम व खमत खामणा करेंगें।


Nehru ji की 75 साल की तपस्या का परिणाम है चन्द्रयान की असाधारण सफलता

नेहरूजी को याद किया जाना चाहिए 

  • एल. एस. हरदेनिया



चन्द्रयान की असाधारण सफलता के अवसर पर यदि किसी एक व्यक्ति को याद किया जाना चाहिए था तो उसका नाम जवाहरलाल नेहरू है। नेहरू के अनेक योगदानों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है वैज्ञानिक समझ। उन्होंने न सिर्फ आजाद होने के बाद वरन् आजादी के संघर्ष के दौरान भी देश में वैज्ञानिक समझ पैदा करने की आवश्यकता पर जोर देना प्रारंभ कर दिया था। वर्ष 1958 के मार्च माह में नेहरूजी ने संसद में विज्ञान नीति संबंधी प्रस्ताव पेश किया था। इस प्रस्ताव में उन्होंने स्पष्ट घोषणा की थी कि विज्ञान की हमारे देश के नागरिकों के उन्नयन में महत्वपूर्ण भूमिका है।

इसके अतिरिक्त नेहरूजी ने देश में अनेक ऐसे शिक्षण संस्थानों की स्थापना की जिनसे निकले छात्र देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। इन्हीं छात्रों ने चन्द्रयान को चांद तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। इसलिए ऐसे अवसर पर नेहरूजी की याद आना स्वाभाविक है। यह क्षमता हमने एक दिन में प्राप्त नहीं की है। यह हमारे देश की 75 वर्ष की तपस्या का परिणाम है। आज के शासकों को यह बात महसूस करनी चाहिए और इस सफलता में जिन-जिन का महत्वपूर्ण योगदान है उनके योगदान का भी स्मरण करना चाहिए।

(लेखक पत्रकार एवं राष्ट्रीय सेक्युलर मंच के संयोजक हैं, मोबाईल 9425301582)

देश दुनिया में एक ही गूंज Happy Christmas, Merry Christmas

चर्चेज़ में कैरोल सिंगर्स ने पेश किया गीत...तेरा हो अभिषेक अमन के राज कुमार चर्च से लेकर कालोनियों तक में जश्न का माहौल, केक का हुआ आदान-प्र...