सोमवार, 26 दिसंबर 2022

National unity आपसी मेल जोल व प्रेम से ही संभव: हृदया नन्द शर्मा

संविधान की मूल आत्मा मानवतावादी: संजय सिंह

सामाजिक सद्भाव से देश होगा खुशहाल: रणजीत कुमार 

भारत की परिकल्पना विषयक संगोष्ठी सम्पन्न



Ambedkar Nagar (dil india live). जलालपुर तहसील अंतर्गत ग्राम हुसैनपुर में सेंटर फॉर हारमोनी एंड पीस द्वारा राइज एंड एक्ट के तहत राष्ट्रीय एकता, शान्ति, सद्भाव एवं न्याय के लिए "भारत की परिकल्पना " विषयक परिचर्चा आयोजित की गई। इस अवसर पर समता मूलक समाज निर्माण का संकल्प लिया गया।

मुख्य वक्ता कुशीनगर से आये आल इंडिया सेक्युलर फोरम से जुड़े हृदया नन्द शर्मा ने कहा कि आपसी मेल जोल व प्रेम से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा मिलेगा। भारत हजारों साल से विविध धर्म संस्कृतियों का देश रहा है। सदियों से लोग बेहतर तरीके से एक दूसरे के साथ भाईचारा के साथ रहते आये हैं। हमारे महापुरुषों की आईडिया ऑफ इंडिया की यह परिकल्पना थी जिसमें स्वतंत्रता, समता,बन्धुता और न्याय हो। राम, कृष्ण, बुद्ध, कबीर, गोरख नाथ, स्वामी विवेकानंद,गांधी,नेहरू अंबेडकर, भगत सिंह, को पढ़ेंगे व जानेंगे तभी मेल जोल और साझी संस्कृति को आगे बढ़ा सकेंगे। 

बनारस से आये रणजीत कुमार ने कहा कि आपसी मेल जोल के लिए सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना होगा तभी एक सुंदर व खुशहाल भारत बनेगा। ऐसे वातावरण का निर्माण करें ताकि एकता व प्रेम कायम रहे। इस तरह के आयोजन होंने चाहिए जिसमें हम एक दूसरे को समझ सकें। सभी धर्म संस्कृति का सम्मान होगा तभी राष्ट्रीय एकता, शांति, सद्भाव व न्याय कायम होगा।

   सामाजिक कार्यकर्ता संजय सिंह ने कहा कि संविधान की मूल अवधारणा लेकर चलें तो सर्वे सुखिना, सर्वे भवन्तु निरामया की उक्ति चरितार्थ होगी। हमारा संविधान मानवतावादी है और सभी के कल्याण और बराबरी के लिए है।उसे पूर्णरूपेण लागू करके बेहतर भारत बना सकते हैं।

डॉ अनिल उपाध्याय उर्फ मेला ने कहा कि सामाजिक एकता को कायम रखने के लिए संयम,जिम्मेदारी व मेल जोल आवश्यक है। इसी क्रम में ग्रामप्रधान रत्नेश मिश्रा, रामजस सिंह, राम बहाल सिंह, गणेश दुबे ने कहा कि अखंड भारत की बात की जाती है जैसे हमारा परिवार। हमें एकता, शांति, न्याय को अक्षुण बनाये रखना होगा। उसके लिए अपनी मानसिकता बदलनी होगी। वक्ताओं ने भारतीय संविधान को जानने समझने व सरकार द्वारा चल रही योजनाओं की चर्चा करते हुए अधिकारों के लिए सजग रहने का आह्वान किया। 

स्वागत करते हुये स्थानीय आयोजक  मनोज मिश्रा ने इस कार्यक्रम का मकसद बताया कि समाज मे बदलाव आये और सामाजिक न्याय सबको मिले इसी जागरूकता के लिए परिचर्चा रखी गयी है। आभार व्यक्त करते हुए  गायत्री ने लिंग भेद, सुरक्षा, भागदारी पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की शुरूआत परिचय से हुआ। लर्निंग सर्किल संचालिका बच्चियों ने स्वागत गीत, राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत किया। 

इस अवसर पर आसपास के क्षेत्रों में सद्भावना रैली भी निकाली गई। कार्यक्रम में मोहम्मद इस्माईल, बसन्तलाल, मनोज, शिवदास, दीपक, इमरान अली, सत्यम, श्रद्धा, मुस्कान, बबिता, अंजली, रागनी, आयुष, काजल, अंशिका, निर्मला, बदरुन्निशा सहित सैकड़ों महिला, पुरुष व छात्र - छात्राएं मौजूद रहे।

रविवार, 25 दिसंबर 2022

Cristmas 2022:आराधना के बाद cristmas के जश्न में डूबा हुजूम

 






Varanasi  (dil india live)। प्रभु yeshu के जन्म दिन cristmas पर आराधना संग जश्न और उल्लास में समूचे मसीही Sunday को डूबे नज़र आये। लोगों ने गिरजाघरों में Aman के Rajkumar प्रभु yeshu masih की जहां आराधना की वहीं चर्चेज़ में अमन, एकता और देश की तरक्की व सौहार्द के लिए प्रार्थना हुई। मसीही घरों व कालोनियों में जश्न का माहौल दिखाई देने लगा। इस दौरान क्रिसमस गीत, तेरा हो अभिषेक aman के Rajkumar, आज हमारे दिल में जन्म ले हे प्रभु yeshu महान..,फिज़ा में गूंज रहा था। दुनिया भर के चर्च और गिरजाघर मुक्तिदाता ईसा मसीह के जन्म के गीत से gunj रहे थे। यूं तो yeshu birthday की विशेष आराधना मध्य रात्रि में ही शुरु गई थी  मगर बड़े दिन की पहली सुबह ईसा मसीह को मानने वालों ने आराधना करके जहां अपनी आस्था प्रकट की। वहीं देश दुनिया में कोविड से मुक्ति के साथ ही अमन और सौहार्द के लिए दुआएं मांगी। Cristmas  कि पहली सुबह संडे होने कि वजह से इस बार cristmas का जश्न का मजा दुगना हो गया था।

Morning से ही शुरू हुई आराधना


धर्म कि नगरी Varanasi में सबसे पहले कैंट स्थित सेंट मेरीज कैथड्रल (महा गिरजाघर) में yeshu masih की आराधना सुबह 8.30 बजे hindi व 9.30 बजे English में हुई। एक-एक घंटे की इस आराधना में बाइबिल का पाठ, ईसा जन्म का दर्शन बताया गया। प्रार्थना सभा में फादर थामस सी.फादर  सेबस्टियन, सिस्टर एन वीटा, सिस्टर ज्योति, सिस्टर ट्रीसा, सिस्टर अलफोनजा, सिस्टर रानी, सिस्टर अंजू समेत चर्च में काफी लोग मौजूद थे। क्रिसमस डे सर्विस के तहत रामकटोरा चर्च में पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया। पादरी ने कहा कि हमें बुराईयोें व पापो से मुक्ति दिलाने जग के rajkumar एक बालक के रूप में इस दुनिया में आये। आज उन्हीं की वजह से हम सभी उस aman के rajkumar की जयंती मना रहे हैं। हम प्रार्थना करे कि देश में अच्छे और विकास के काम हो, हमारा देश, हमारा मुल्क और हमारी कलीसिया शांति और तरक्की के रास्ते पर चले। इस पर लोगों ने एक स्वर से कहा, आमीन..। तत्पश्चात् क्रिसमस गीत फिज़ा में गूंज उठे..उठो आंखे खोलो मन फिराओ, मुक्तिदाता के दर्शन जो चाहो, व ..चलो जल्दी करो वैरी निंदिया न सोओ, कहीं तारा ओझल न हो जाये..। प्रार्थना सभा के बाद यहां लोगों ने एक दूसरे को केक खिला कर cristmas wish किया। सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह ने विशेष आराधना करायी। इस मौके पर पूरे चर्च से अमन, मिल्लत और सौहार्द की सदाएं कैरोल सिंगिंग के दौरान गूंजती रही। पादरी ने कहा कि हमें आज वचन लेना होगा कि हम पूरे साल बुराईयों से बचे और अच्छाईयों के साथ अपना रिश्ता जोड़े। तभी सच्चे अर्थो में हम cristmas का लुत्फ उठा पायेंगे, क्यों कि cristmas हमारे उद्धार का दिन है। लाल चर्च में पादरी संजय दान की अगुवाई में cristmas मिलन व विशेष आराधना सभा का आयोजन किया गया। सबसे पहले यहां आराधना हुई उसके बाद बधाइयों का दौर शुरू हो गया। 

cristmas मिलन में लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया व चुम्मन का आदान प्रदान कर cristmas की बधाइयां दी। यहां  सैकड़ों लोगों ने एक दूसरे में केक का आदान-प्रदान किया। 


सेंट थामस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन स्टीवंस, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेन जॉन, सेंट बेटलफुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, ईसीआई चर्च में पास्टर नवीन ज्वाय, पास्टर दशरथ पवार, सेंट जांस महरौली चर्च में फादर हैनरी, सेंट जांस लेढूपुर चर्च में फादर सुसाई राज, वाराणसी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रेयर हाउस में पास्टर लालकुमा, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, पास्टर एसपी सिंह ने आराधना कराते प्रभु ईसा मसीह के रास्ते पर चलने की लोगों को हिदायत दी। यहां सिस्टर रेाज़ी, विशाल राय, पास्टर कैनथ चतरी, सिस्टर नीरजा आदि मौजूद थीं।

Cristmas पर दिखी yeshu जन्म की झांकी


वाराणसी में यीशु मसीह के जन्म का पर्व क्रिसमस उल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न चर्चेज़ में आराधना के बाद लोग मस्ती करते दिखाई दिये इस दौरान कही यीशु जन्म की झांकी दिखी तो कहीं लोग सेल्फी लेकर मस्ती करते दिखे। चर्च ऑफ बनारस छावनी में ईसा मसीह जन्मोत्सव पादरी बेन जॉन की अगुवाई में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान प्रार्थना और आराधना के साथ ही yeshu जन्म पर आधारित ड्रामा व पंजाबी भांगड़े के साथ ही वेस्टर्न डांस का आयोजन किया गया जिसमें ऐशर, आराधना, एंड्रू, ममता, एस्तेर जॉय, सिलवीया, पूनम, विनीता और हेमंत व अखिलेश मसीह व विकास आदि व्यवस्था संभाले हुए थे। कार्यक्रम के बाद लोगों ने एक दूसरों से गले मिलकर cristmas की बधाईयां दी। आयोजन का आन लाईन भी प्रसारण किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन बेन जॉन व सू जॉन ने दिया।

शनिवार, 24 दिसंबर 2022

Cristmas 2022: desh-duniya में शुरू हुआ क्रिसमस का जश्न

काटी गई केक, गूंजा... Mary cristmas, happy Cristmas

चर्चेज में मसीही समुदाय ने किया प्रभु यीशु के जन्म कि अगवानी

केरोल सिंगिग से गूंज उठा मरियम का आंगन  







Varanasi (dil india live)। घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया Kashi से रोम तक मसीही समुदाय ने प्रभु yeshu के जन्म की आगवानी प्रार्थना और कौरोल सिंगिग से की। काशी में सेंट मैरीज़ महागिरजा में कैरोल गीत, ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है, शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...। की गूंज देर रात जब फिज़ा में बुलंद हो रही थी तो रोम में मसीही समुदाय के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस प्रभु यीशु की आराधना कराया।

24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटा बज उठा। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंज रहा था। इस दौरान वाराणसी धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसफ ने बालक यीशु का मौजूद मसीही समुदाय को दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। कोरोना महामारी से बचाव के लिए चर्चेज में जहाँ सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था की गई थी वहीं दूसरी ओर कोरोना से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना भी की गई। इस मौके पर मसीही घरों व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। इस दौरान फादर थामस, फादर अगस्टिन, फादर शीरील, सिस्टर एन. वीटा, सिस्टर माला, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति आदि हजारो मसीही मौजूद थे।

उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी है। वहाँ घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया। कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....। 

इस दौरान सीएनआई चर्च रामकटोरा में पादरी आदित्य कुमार, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। सेंट जांस महरौली में फादर हेनरी, सेंट जांस लेढूपुर में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था।

Nabi ki shan me buland hua natiya kalam

Varanasi (dil india live). अंजुमन गरीब नवाज़ फाटक, शेख सलीम, (बगीचा) जेरे एहतमाम जश्ने ईद मिलादुन्नबी का आयोजन शनिवार को देर रात शुरू हुआ। आयोजन में बैरूनी व मुकामी दर्जनों अंजुमने शिरकत करने और नात-ए-पाक का नजराना पैश करने पहुंची हुई थी। देर रात तक नहीं की शान में एक से एक नातियां कलाम फिजा में बुलंद हो रहे थे।

कार्यक्रम में अंजुमन अलविया, अंजुमन फलाहे दीन, अंजुमन गुलामाने वारिस, अंजुमन तकरीबाते इस्लाम, अंजुमन मुहिब्बाने अहले बैत, अंजुमन इलाहिया, अंजुमन शाहीन-ए-इस्लाम, अंजुमन चरागे इस्लाम, अंजुमन बज्ने अनवारे सूफिया, अंजुमन फारूकिया, अंजुमन गुलशने रसूल, अंजुमन कारवाने हरम, अंजुमन मुजाहीदीने-ए-इस्लाम, अंजुमन अस्हाब-ए-मोहम्मद, अंजुमन इरफानिया, अंजुमन इस्लातुल इस्लाम, अंजुमन फारूकिया, अंजुमन गुलामाने सहाबा, अंजुमन रजा-ए-मुस्तफा, अंजुमन शाहे मदिना, अंजुमन सुन्नते रसूल, अंजुमन पंजतन पाक आदि कलाम पेश करने आ चुकी थी। समाचार लिखे जाने तक नातियां कलाम के बोल से समूचा इलाका गूंज रहा था। 

Cristmas tree में केरोल सुन झूमे मसीही




Varanasi (dil india live). 23 दिसंबर की शाम 5:00 बजे बेतेल फुल गॉस्पल चर्च, महमूरगंज में क्रिसमस ट्री का भव्य आयोजन पास्टर बी. थॉमस एवं एंड्रयू थॉमस के नेतृत्व में किया गया है। इस कार्यक्रम में मधुर केरल गीतों की प्रस्तुति की गई अथवा विशेष नृत्य भी प्रस्तुत किया गया जो कि अत्यंत मनमोहक रहा। इस कार्यक्रम में नोएल, अमन, आकाश, सुनील, सनी, रोहित, श्रेया, ज्योति, प्रीति, कृति, शिवानी, हिमांशु, प्रियांशु एवं करन की प्रस्तुति ने सभी को हर्षित कर दिया।

पास्टर एंड्रू थामस ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह प्रेम, शांति, भाईचारा एवं क्षमा करने का संदेश लेकर इस दुनिया में आए| ईश्वर होकर भी उन्होंने मानव रूप धारण किया और दीन दुखीयारों की सेवा का संदेश सबको दिया| क्रिसमस के पावन अवसर पर जरूरी है कि हम सब प्रभु यीशु मसीह के प्रेम को सभी लोगों के साथ बांटे अथवा उनके संदेशों को व्यक्तिगत जीवन में अनुशरण करें।

शुक्रवार, 23 दिसंबर 2022

Indradhanush में थेलमा डेविड school के बच्चों ने किया धमाल

रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुतियों ने किया दर्शकों को निहाल 





Varanasi (dil india live). थेलमा डेविड मेमोरियल स्कूल मलदहिया का वार्षिकोत्सव प्रधानाचार्य निहारिका महापात्रा के संयोजन व निदेशक और संस्थापक सुदीप महापात्रा की अगुवाई व फादर आनंद कि मौजूदगी में धूमधाम से मनाया गया। चौकाघाट के सांस्कृतिक संकुल में हुए इस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में नन्हें मुन्ने बच्चों की मनमोहक प्रस्तुति ने लोगों को निहाल कर दिया। अलग अलग राज्यों कि फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता लोगों को खूब पसंद आती। कार्यक्रम में प्रस्तुतियों के बीच बीच में दर्शन दीर्घा से बजने वाली तालियां कार्यक्रम कि सफलता कि कहानी पर स्वयं मुहर लगा रहीं थीं।

इस दौरान जहां यीशु जन्म की झांकी बच्चों ने प्रस्तुत की वहीं धरती पर उनके शांति और अमन के दिखाये गये रास्ते पर चलने की अपील की गई। वार्षिकोत्सव में बच्चों ने मयूर डांस, भांगड़ा, लावणी व गिद्दा आदि की प्रस्तुति करके एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना को साकार रूप दिया। कार्यक्रम में आये हुए तमाम गेस्ट ने नन्हीं प्रतिभाओं की भूरि भूरि प्रशंसा की।अंत में राष्टगान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

Cristmas 2022: Aman के Rajkumar का duniya कर रही इंतेज़ार

Cristmas पर बालक yeshu का स्वागत संग अभिषेक की तैयारियां तेज 

Varanasi (dil india live)। Duniya भर को aman के राज कुमार का इंतेज़ार है। 24 दिसंबर की मध्यरात्रि बालक yeshu के जन्म का उल्लास शुरु होगा। इस रात मसीही प्रमु yeshu की स्तुति और अभिषेक करेंगे।

 दरअसल क्रिसमस मसीही समुदाय का सबसे बड़ा पर्व है। ईसाई धर्म के लोग इस त्योहार को ग्लोबल लेवल पर धूमधाम और उल्लास के साथ मनाते हैं। दुनिया भर में हर साल 25 दिसंबर क्रिसमस डे के रूप में मनाया जाता है। ये एक ऐसा त्योहार है, जो तकरीबन 160 देशों में एक साथ मनाया जाता है। पर्व को हर उम्र के लोग क्रिसमस सेलिब्रेट करते हैं। यूं तो आमतौर पर लोग क्रिसमस का मतलब 25 दिसंबर ही जानते हैं मगर यह कम लोग जानते हैं कि क्रिसमस का जश्न क्रिसमस के पूर्व पड़ने वाले 4 इतवार पहले से ही शुरु हो जाता है। इस पर्व की तैयारियां महीने भर पहले ही शुरू हो जाती हैं। हाँ 24 दिसंबर की मध्यरात्रि यह पर्व अपने शबाब पर होता है। यह पर्व मध्यरात्रि से शुरु होकर तकरीबन सप्ताह भर तक चलता है। यही नहीं बल्कि Cristmas पर Cristian अपने घरों को रंग-बिरंगी लाइटों से जहाँ रौशन करते हैं वही डेकोरेटिव आइटम्स से चर्च से लेकर घर कालोनी तक सजाये जाते हैं।

Cristmas पर चरनी बनाने का दौर

क्रिसमस पर लोग अपने घर के आंगन में चरनी बनाते हैं। दरअसल गौशाले में ही बालक yeshu का जन्म हुआ था, इसालिए प्रभु yeshu के जन्म की झांकी चरनी के रूप में सजायी जाती हैं। 

 Cristmas tree 


Cristmas के पूर्व ही मसीही घरों में क्रिसमस ट्री सजाया जाता हैं। मान्यता यह भी है कि क्रिसमस ट्री कई तरह के वास्तु निवारण का काम भी करता है। मसीही विद्वानों का कहना है कि crismas के पेड़ को घर में लगाने से घर से नकारात्मक उर्जा नष्ट होती है, यही वजह है कि crismas tree खुशी के इस मौके पर बेहद शुभ माना जाता है।

Global festival Cristmas 

Crismas ऐसे तो Cristian festival है। लेकिन इसके उत्साह और उल्लास में सभी धर्म के लोग शामिल होते हैं। यही वजह है कि दुनिया के लगभग सभी देश में crismas का त्योहार अलग-अलग तरह से मनाया जाता है।

Cristmas cake  


Cristmas पर cake का वैसे ही महत्व है जैसे ईद पर सेवई और दीपावली पर मिठाई का। भारत में तो केक बनवाने के लिए 15 दिन पूर्व से ही लोग बेकरी वाले के यहां बुकिंग के लिए पहुंचने लगते हैं। बहुत सारे लोग घरों में भी Crismas cake  तैयार करते हुए खुद को भाग्यशाली महसूस करते हैं।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...