शुक्रवार, 30 मई 2025

UP K Jaunpur main भीषण सड़क दुघर्टना में 4 की मौत, कई घायल

अनियंत्रित बस पलटी, मचा कोहराम, घायलों को किया अस्पताल में भर्ती

सरफराज अहमद 

Jaunpur (dil India live)। जौनपुर जिले के शिवगुलामगंज हाइवे पर शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में जहां चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं कई यात्री घायल भी हो गये। हादसा उस वक्त हुआ जब एक प्राइवेट बस तेज रफ्तार होने की वजह से अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में सवार दो महिलाओं और दो पुरुषों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यह बस घनश्यामपुर से लेदुका होते हुए जौनपुर की ओर जा रही थी। जैसे ही बस शिवगुलामगंज हाइवे पर एक पुल के पास पहुंची, चालक का नियंत्रण बस से हट गया। तेज रफ्तार में बस डिवाइडर से टकराई और उछलकर दूसरी लेन में पलट गई। बस पलटते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। संभवतः बस ड्राइवर को झपकी आने की वजह से ही बस पर नियंत्रण नहीं रहा और यह बड़ा हादसा हुआ। समाचार लिखे जाने तक घायलों की स्थिति और संख्या की पड़ताल चल रही थी।

क्षतिग्रस्त पेयजल पाइप लाइन की मरम्मत नहीं हुई तो जानिए नेताजी ने क्या किया!

पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य ने अर्ध नग्न लेटकर दिया धरना

Sarfaraz Ahmad 

Varanasi (dil India live). मिर्जामुराद क्षेत्र के भिखारीपुर गांव स्थित जल जीवन मिशन के ओवरहेड टैंक के सामने करीब एक माह से क्षतिग्रस्त पेयजल पाइप लाइन की मरम्मत नहीं कराई गई। इससे नाराज पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजकुमार गुप्ता ने सड़क पर बह रहे पानी में अर्ध नग्न लेटकर विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान जल निगम के कर्मियों व कार्यदाई संस्था ठेकादारों पर जनता के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र में पेयजल की भी दिक्कत हो रही है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य ने 48 घंटे के अंदर पाइप लाइन की मरम्मत कराने की मांग की। चेताया कि यदि मरम्मत नहीं कराई गई तो व्यापक आंदोलन होगा। 


उन्होंने कहा कि एक माह पहले यहां सहित दर्जनों जगहों पर पेयजल पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसको लेकर कई बार शिकायत की गई। इसके बावजूद जल निगम के कर्मचारियों ने लीकेज ठीक नहीं किया। इससे सड़क पर पानी बह रहा है। इससे भिखारीपुर, कचनार, रानी बाजार, परसुपुर, राजातालाब गांव के हज़ारों लोगों को भीषण गर्मी में पीने की पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा। सड़क पर बह रहे पानी से होकर ही स्कूली बच्चे सहित आमजन यहां से आते-जाते हैं। कहा कि पीएम व सीएम दिन-रात काम करने का दावा कर रहे हैं, वही जल निगम के अधिकारी-कर्मचारी और ठेकादार जनता के समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे हैं। 


उन्होंने बताया कि समस्या की वजह से व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। व्यापारियों व दुकानदारों के साथ ही ग्राहकों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। उन्होंने जल्द से जल्द पेयजल पाइपलाइन की मरम्मत कराने की मांग की। चेताया कि यदि मरम्मत करा कर हर घर को नल से जल नहीं उपलब्ध नहीं कराई गई तो व्यापक आंदोलन करेंगे। इस दौरान बाबुलाल उर्फ माइकल सोनकर, चन्द्रभान यादव, रीता,सुनिता, सोनी, मंजू, सुखा देवी, मालती, प्रभा आदि लोग शामिल थे।

गुरुवार, 29 मई 2025

ग्रांट थॉर्टन को क्लीन चिट, बिजली कर्मियों में गुस्सा

बनारस संग देश के 27लाख बिजलीकर्मियो ने निजीकरण के विरोध में किया प्रदर्शन

 

सरफराज अहमद 

Varanasi (dil)। विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उ0प्र0 के बैनर तले बनारस के बिजलीकर्मियो ने भिखारीपुर स्थित हनुमान मंदिर पर सुबह-11बजे से देश के समस्त 27लाख बिजलीकर्मियो की तरह विरोध प्रदर्शन किया।

    संघर्ष समिति के वक्ताओ ने कहा कि आज देश के समस्त 27लाख बिजलिकर्मियो ने पुर्वांचल और दक्षिणांचल विधुत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में देश के और अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया जिसके तारतम्य में बनारस के बिजलिकर्मियो ने भारी विरोध सभा भिखारीपुर स्थित प्रबन्ध निदेशक कार्यालय पर किया।

  सभा के दौरान वक्ताओ ने कहा कि प्रदेश के समस्त बिजलिकर्मियो की भांति बनारस के बिजलिकर्मियो ने माननीय मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया कि एक बार आप विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के द्वारा बनाया गया प्रेजेंटेशन को देखिए और उसपर विचार कीजिये कि क्या बिजली के निजीकरण की आवश्यकता है ? यदि आपको निजीकरण की आवश्यकता समझ मे नही आता तो आप इन शीर्ष ऊर्जा प्रबन्धन से पूछे कि आप 24 वर्षो में सरकार को क्यों गुमराह कर रहे थे यदि आप से ये विभाग नही संभल रहा है तो छोड़ क्यों नही दिया।

     


नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान  पर आज देश के सभी प्रांतों के बिजली कर्मचारियों ,जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओ ने उत्तर प्रदेश में 42 जनपदों के किये जा रहे बिजली के निजीकरण के विरोध में  जोरदार प्रदर्शन किया। उप्र के समस्त जनपदों और परियोजनाओं पर आज बिजली कर्मचारियों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर अपने आक्रोश को व्यक्त किया।

       विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के पदाधिकारियों ने बताया कि यह चर्चा है कि निजीकरण हेतु नियुक्त किए गए ट्रांजैक्शन कंसलटेंट ग्रांट थॉर्टन को झूठा शपथ पत्र देने के बावजूद निदशक वित्त निधि नारंग ने उसे क्लीन चिट दे दी है। उल्लेखनीय है कि इंजीनियर ऑफ कांट्रैक्ट ने झूठा शपथ पत्र देने के मामले में ग्रांट थॉर्टन का नियुक्ति आदेश रद्द करने की सिफारिश की थी। इसे न मान कर अब अवैध ढंग से नियुक्त किए गए ट्रांजैक्शन कंसलटेंट ग्रांट थॉर्टन को क्लीन चिट देकर निजीकरण की प्रक्रिया तेज की जा रही है। संघर्ष समिति ने कहा कि इस घटना से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रबंधन की निजी घरानों से मिली भगत है। इसीलिए तीसरी बार श्री निधि नारंग को सेवा विस्तार दिया गया है।


        उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार  ने विद्युत वितरण निगमों में घाटे के भ्रामक आंकड़ों देकर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का निर्णय लिया है जिससे उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा व्याप्त है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मी विगत 06 माह से लगातार आंदोलन कर रहे हैं किंतु अत्यंत खेद का विषय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आज तक एक बार भी उनसे वार्ता नहीं की। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में गलत पावर परचेज एग्रीमेंट के चलते विद्युत वितरण निगमों को निजी बिजली उत्पादन कंपनियों को बिना एक भी यूनिट बिजली खरीदे 6761 करोड रुपए का सालाना भुगतान करना पड़ रहा है । इसके अतिरिक्त निजी घरानों से बहुत महंगी दरों पर बिजली खरीदने के कारण लगभग 10000 करोड रुपए प्रतिवर्ष का अतिरिक्त भार आ रहा है। उत्तर प्रदेश में सरकारी  विभागो पर 14400 करोड रुपए का बिजली राजस्व का बकाया है। उत्तर प्रदेश सरकार की नीति के अनुसार किसानों को मुफ्त बिजली दी जाती है, गरीबी रेखा से नीचे के बिजली उपभोक्ताओं को 03 रुपए प्रति यूनिट की दर पर बिजली दी जाती है जबकि बिजली की लागत  रुपए 07.85 पैसे प्रति यूनिट है। बुनकरों आदि को भी सब्सिडी दी जाती है। सब्सिडी की धनराशि ही लगभग 22000 करोड रुपए है। उत्तर प्रदेश सरकार इन सबको घाटा बताती है और इसी आधार पर निजीकरण का निर्णय लिया गया है। 


       उत्तर प्रदेश में किए जा रहे बिजली के निजीकरण के विरोध में आज देशभर में 27 लाख बिजली कर्मचारियों ने सभी जनपदों और परियोजनाओं पर भोजन अवकाश के दौरान सड़क पर उतरकर व्यापक विरोध प्रदर्शन किया और उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों के साथ अपनी एकजुटता दिखाई। बिजली कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों का कोई भी उत्पीड़न करने की कोशिश की गई तो देश के तमाम 27 लाख बिजली कर्मी मूक दर्शन नहीं रहेंगे और सड़क पर उतर कर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की होगी। सभा की अध्यक्षता ई0 नीरज बिंद ने एवं संचालन अंकुर पाण्डेय ने किया।

 सभा को ई. मायाशंकर तिवारी, ई. अनिल शुक्ला, ई.विजय सिंह, ई. अमित श्रीवास्तव, ई.गौतम शर्मा, ई. सतीश चंद बिंद, विजय नारायण हिटलर, चंदन, रविन्द्र यादव, उदयभान दुबे, आलोक रंजन, अरुण कुमार आदि ने संबोधित किया।

Artists ने Malviya की अच्छाइयों से लेकर सामाजिक बुराईयों पर भी चलाई तूलिका

Awareness for Eye Donation ने खींचा कला प्रेमियों का ध्यान


Varanasi (dil India live)। बीएचयू के दृश्य कला संकाय स्थित अहिवासी कला दीर्घा में एम.एफ.ए. प्रथम वर्ष के छात्रों ने कला प्रदर्शनी का आयोजन किया। इसमें छात्रों ने अपने डिजिटल कार्यों को भौतिक रूप में प्रस्तुत कर नवीन प्रयोग की मिसाल पेश की। यह प्रदर्शनी न केवल कला के विविध रूपों को दर्शाती है बल्कि सामाजिक जागरूकता, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक मूल्यों जैसे महत्वपूर्ण विषयों को भी प्रभावी ढंग से उजागर करती है। विशेष श्रृंखला में भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के प्रेरणादायक विचारों को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।

प्रदर्शनी में दिव्या कुमारी द्वारा "Awareness for Eye Donation" विषय पर तैयार किए गए चित्रों ने नेत्रदान जैसे गंभीर सामाजिक विषय की ओर ध्यान आकर्षित किया। वहीं अंशु चौबे ने "Hygiene You" के माध्यम से व्यक्तिगत स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया। इसी क्रम में चंचल उत्सवी और अन्य छात्रों ने भी विविध सामाजिक एवं सांस्कृतिक विषयों को अपनी चित्रात्मक अभिव्यक्ति से सजीव रूप प्रदान किया। प्रदर्शनी का प्रमुख आकर्षण थी अयान मौर्या द्वारा प्रस्तुत “शब्द से चित्र तक महामना की प्रेरणा“ नामक चित्रमाला। इस विशेष श्रृंखला में भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के प्रेरणादायक विचारों को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। हर चित्र उनके जीवन के किसी न किसी मूल्यवान सिद्धांत, जैसे चरित्र, शिक्षा, ईमानदारी, परिश्रम, सेवा और राष्ट्रप्रेम को उजागर करता है। इस रचना का उद्देश्य युवाओं को भारतीय संस्कृति, नैतिक मूल्यों और जीवन के आदर्शों की ओर प्रेरित करना है।


चित्रमाला के पर्यवेक्षक के रूप में डॉ. आशीष कुमार गुप्ता, सहायक प्रोफेसर एप्लाइड आर्ट्स व विभाग प्रमुख प्रो. मनीष अरोड़ा का मार्गदर्शन छात्रों को प्राप्त हुआ। प्रदर्शनी को देखने आये कला समीक्षकों एवं संकाय आचार्यों ने छात्रों के कार्यों, उनकी रचनात्मक सोच, सामाजिक चेतना और प्रस्तुति के प्रयासों की प्रशंसा की। साथ ही विद्यार्थियों को आगामी कलात्मक प्रयोगों के लिए उपयोगी सुझाव भी दिये। इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि समकालीन कला न केवल सौंदर्यबोध की संवाहक है, बल्कि समाज के ज्वलंत मुद्दों पर संवाद स्थापित करने का एक प्रभावशाली माध्यम भी है।

Hajj के Safar पर रवानगी में छूट गई flight, फिर जानिए क्या हुआ चमत्कार

रब के करिश्मे ने कराया नबी के रौज़े व काबा का दीदार

  • Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live). लीबिया निवासी आमिर अल मेहदी मंसूर अल गद्दाफी की हज यात्रा एक अविश्वसनीय कहानी बन गई है। कहते हैं कि काबा वही जाता है जिसकी रुह लब्बैक बोलती है। गद्दाफी की हज के लिए रवाना होते समय, एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच के कारण फ्लाइट छूट गई। इधर इनकी जांच चल रही थी उधर जहाज ने उड़ान भर दिया। मगर इसी को कहते हैं जिससे रब राजी हो तो उसको कोई हज पर जाने से रोक नहीं सकता। इसके बाद उनके विमान में दो बार तकनीकी खराबी आई और उड़ान रद्द हो गई। हालांकि, तीसरे प्रयास में वे सफलतापूर्वक मक्का पहुंच गए।

दूसरी लैंडिंग के बाद पायलट ने कहा कि वह आमिर के बिना दोबारा उड़ान नहीं भरेगा। इस घटना के बाद से, आमिर का विश्वास और अल्लाह पर उनका भरोसा और मज़बूत हुआ है। आमीर की यह कहानी सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है। लोग लाइक, शेयर कर रहे हैं। अब आप पीछे क्यों रहें।

Cricket खेलने निकला शौर्य Ganga में डूबा, हुई मौत

औसानगंज का रहने वाले शौर्य सेठ की मौत से घर में मचा कोहराम


 

  • Sarfaraz Ahmad 

Varanasi (dil India live). जैतपुरा थाना क्षेत्र के औसानगंज, डिगिया निवासी एक किशोर की गंगा में डूबने से मौत हो गई। मौत की खबर से किशोर के घर में कोहराम मच गया। पुलिस ने बताया कि डूबने से मृत किशोर का नाम शौर्य सेठ है जिसकी आयु तकरीरबन 16 वर्ष है। औसानगंज डिगिया निवासी शौर्य के पिता विनोद सेठ ने बताया कि उनका पुत्र शौर्य घर से सुबह 5 बजे क्रिकेट खेलने जाने की बात कहकर निकला था, और जब वो 9 बजे तक वापस नहीं आया तो यह सब परिजनों ने शौर्य की खोजबीन शुरू की। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कोई पता नहीं लगा। 

उधर कोतवाली थाना क्षेत्र के पंचगंगा घाट पर एक किशोर की लाश मिली तो कोतवाली पुलिस ने शौर्य के परिजनों को बुलाया। परिजन उस लाश को देखते ही अपना आपा खो बैठे और रोने लगे। पिता ने उसकी शिनाख्त अपने बेटे शौर्य सेठ के रूप में किया। शौर्य की लाश मिलते ही पूरे परिवार में कोहराम मचा है और परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। उधर पुलिस ने लाश का पंचनामा करके पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया। 

VKM Varanasi main पॉलिटिकल टुडे" के तीसरे संस्करण का हुआ लोकार्पण

वसंत कन्या महाविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान विभाग के इलेक्टोरल लिटरेरी क्लब ने किया लोकार्पण 

Varanasi (dil India live). वसंत कन्या महाविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान विभाग के तत्वावधान में कार्यरत इलेक्टोरल लिटरेरी क्लब (ईएलसी) द्वारा विभाग पत्रिका "पॉलिटिकल टुडे" के तीसरे संस्करण का भव्य लोकार्पण किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में दोपहर 12:00 बजे आयोजित हुआ, जिसमें महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, राजनीतिक विज्ञान विभाग के शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

इस संस्करण का मुख्य विषय "भारत और बदलती विश्व व्यवस्था" था, जिसमें छात्रों द्वारा समसामयिक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक परिवर्तनों पर विश्लेषणात्मक लेख प्रस्तुत किए गए हैं। यह पत्रिका छात्र समुदाय के बीच जागरूक संवाद और समालोचनात्मक चिंतन को बढ़ावा देने का प्रयास है।

पत्रिका लोकार्पण समारोह 

कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव ने की। इस अवसर पर डॉ. अनु सिंह, डॉ. सरोज उपाध्याय, डॉ. गौतम गोस्वामी तथा प्रवीरा सिन्हा ने भी विशेष उद्बोधन दिया। वक्ताओं ने छात्रों की बौद्धिक मेहनत की सराहना करते हुए उन्हें समसामयिक विषयों से जुड़े रहने और सतत अध्ययन के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम की शुरुआत ईएलसी के सदस्यों द्वारा औपचारिक स्वागत से हुई, जिसके पश्चात पत्रिका का लोकार्पण किया गया। अतिथियों ने पत्रिका की विषयवस्तु की विविधता और गुणवत्ता की प्रशंसा की। इसमें भारत की विदेश नीति में बदलाव, उभरते वैश्विक गठबंधन, और घरेलू राजनीतिक चुनौतियों पर गहराई से प्रकाश डाला गया है।


पत्रिका के विमोचन के पश्चात प्राचार्या प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव ने मंच पर आकर कहा कि "आज की विश्व व्यवस्था में पहले जैसी कोई बड़ी विचारधारा नहीं बची है। शीत युद्ध के समय जैसी दो विचारधाराएं थीं, अब वैसा कुछ नहीं दिखता। अमेरिका अब भी दुनिया में अहम भूमिका निभा रहा है। जैसे पुलवामा अटैक के बाद उसने भारत-पाक मसले में बीच में आकर शांति की बात की। इस बीच भारत की स्थिति भी मजबूत हो रही है। कई देश अब भारत को एक उभरती ताकत के रूप में देख रहे हैं और कुछ को इससे चुनौती भी महसूस हो रही है।" "पॉलिटिकल टुडे" एक पूर्णतः छात्र-निर्देशित प्रयास है, जो छात्रों को लेखन और अकादमिक बहस में भाग लेने का एक प्रभावशाली मंच प्रदान करता है। यह प्रकाशन आलोचनात्मक सोच, अभिव्यक्ति और नागरिक चेतना को प्रोत्साहित करने की शैक्षिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

कार्यक्रम का समापन मनस्वी सिंह द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी विशिष्ट अतिथियों, शिक्षकों, छात्र लेखकों तथा आयोजन टीम को इस सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया गया। धन्यवाद ज्ञापन में इस आयोजन और पत्रिका के निर्माण में सभी की सामूहिक सहभागिता और अकादमिक समर्पण को विशेष रूप से रेखांकित किया गया।