बुधवार, 30 अक्तूबर 2024

Happy diwali:बच्चों की रंगोलियां ने मोहा अध्यापकों का मन@dilindialive

दीपावली पर उपहार पाकर स्कूल की रसोईयां हुईं खुश


Varanasi (dil India live)। प्राथमिक विद्यालय ठटरा (प्रथम) सेवापुरी वाराणसी के कई पुरस्कार से सम्मानित सहायक अध्यापक अब्दुर्रहमान ने बच्चो के संग केक काट कर जहां अपना जन्म दिन मनाया वहीं खुशी के इस अवसर पर अब्दुर्रहमान ने स्कूल में कार्यरत सभी चार रसोइयों को साड़ी एवं धोती का उपहार देकर उनकी दीपावली खुशनुमा कर दी। इस अवसर पर सहायक अध्यापक मनीष कुमार गौंड, गोपी वर्मा, मनोज कुमार मौर्य, कल्पना सिंह, अंजली आर्य और जागृति सिंह आदि मौजूद रहीं। इस के साथ कक्षा एक से पांच तक के सभी बच्चों ने अपने कक्षा अध्यापक की देख रेख में बहुत सुंदर रंगोलियां सजाईं। 

इस अवसर पर प्रधानाध्यापक रेनू गुप्ता, सहायक अध्यापक अब्दुर्रहमान, गोपी वर्मा, मनीष कुमार गौंड, मनोज कुमार मौर्य, कल्पना सिंह, अंजली आर्य, जागृति सिंह, संगीता सिंह, संयोगिता पाण्डेय, सौम्यता दुबे, अंजली गुप्ता, राजेश कुमार मौर्य और अशोक कुमार सुधांशु आदि अध्यापकों ने बच्चों की प्रशंसा की और दुआओं से नवाजा व दीपावली की मुबारकबाद दी।

Varanasi news: सुरक्षा घेरे में मनेगी दीपावली रहेगा खास इंतजाम@dilindialive

तीसरी आंखें और ड्रोन से भी की जा रही निगरानी

पुलिस आयुक्त ने दिया छोटी से छोटी सूचना पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश


Varanasi (dil India live)। दीपावली, भैया दूज, गोवर्धन पूजा, तक आदि तयोहारों को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट मोड़ में है। अधिकारियों से लेकर सिपाहियों तक की जहां ड्यूटी सड़क पर लगाई गई है, वहीं सादे वेश में पुलिसकर्मी और पुलिस इंटेलिजेंस भी सतर्क है। ड्रोन से भीड़भाड़ वाले इलाकों की निगरानी की जा रही है। धनतेरस पर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बाजार में सुरक्षा व्यवस्था देखी। उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम, अन्नपूर्णा मंदिर समेत आसपास के इलाके में भ्रमण किया। मातहतों को जरूरी निर्देश दिए।

पुलिस आयुक्त ने अन्नपूर्णा मंदिर का भ्रमण कर वहां की सुरक्षा व्यवस्था परखी। उन्होंने बताया कि धनतेरस और दीपावली पर सराफा की दुकानों व बाजारों में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सादे वेश में भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।


बताया कि प्रमुख मार्गों, चौराहों और बाजारों में पुलिसकर्मियों के साथ ही अधिकारी भी गश्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रहें। छोटी से छोटी सूचना पर भी त्वरित कार्रवाई करें। कहा कि पटाखा गोदाम, दुकानों की सघन जांच कर सुरक्षा मानकों का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाए। पटाखा बिक्री वाले स्थलों पर फायर ब्रिगेड के जवान तैनात रहेंगे। 

पुलिस आयुक्त के निर्देशानुसार पुलिस ने शहर के लहुराबीर, चेतगंज, नई सड़क, गोदौलिया, रामापुरा, जंगमबाड़ी, भेलूपुर, लंका, दुर्गाकुंड, चेतमणि, रथयात्रा आदि इलाकों में पैदल गश्त किया। निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस आयुक्त एस चन्नप्पा, डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल, एडीसीपी नीतू कात्यायन, एसीपी दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक, दशाश्वमेध थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पांडेय, चौक थाना प्रभारी विमल कुमार मिश्रा समेत सभी चौकी इंचार्ज मौजूद रहे।

मंगलवार, 29 अक्तूबर 2024

Dr Rahat Indori@dilindialive


लोग हर मोड़ पे रुक रुक के सँभलते क्यूँ हैं
इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यूँ हैं
मय-कदा ज़र्फ़ के मेआ'र का पैमाना है
ख़ाली शीशों की तरह लोग उछलते क्यूँ हैं


मोड़ होता है जवानी का सँभलने के लिए
और सब लोग यहीं आ के फिसलते क्यूँ हैं
नींद से मेरा तअल्लुक़ ही नहीं बरसों से
ख़्वाब आ आ के मिरी छत पे टहलते क्यूँ हैं


मैं न जुगनू हूँ दिया हूँ न कोई तारा हूँ
रौशनी वाले मिरे नाम से जलते क्यूँ हैं।

Sardar Ballabhbhai Patel जयंती एकता दिवस के रूप में मनी@dilindialive

सरदार बल्लभ भाई पटेल की 141 वीं जयंती पर दी श्रद्धांजलि 


Varanasi (dil India live)। कंपोजिट विद्यालय खानपुर विकासखंड चिरईगांव वाराणसी में लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती एकता दिवस के रूप में मनायी गई। इस अवसर पर विद्यालय परिवार द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। उत्तर प्रदेशीय  प्राथमिक शिक्षक संघ पंजीयन 1160 के जिला अध्यक्ष महेंद्र बहादुर सिंह ने उपस्थित लोगों को प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोह पुरुष सरदार पटेल द्वारा दिया गया नारा "एक भारत श्रेष्ठ भारत" का संस्मरण कराया और आगे कहा की उनके द्वारा दिया गया नारा आज हमारे देश की अखंडता का आधार बना है जिसे भुलाया नहीं जा सकता। इस अवसर पर विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका इंदिरा सिंह, सहायक अध्यापिका नीलिमा प्रभाकर, मालती यादव, पूजा तिवारी, पार्वती राय आदि ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

सोमवार, 28 अक्तूबर 2024

बाबा विश्वनाथ के फूलों से बनी अगरबत्ती व हैण्डमेड बुके से उपजिलाधिकारी, पिंडरा का स्वागत @dilindialive



Varanasi (dil India live). वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग के सहयोग से एवं साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट द्वारा ग्रामीण महिलाओं के लिए संचालित पारंपरिक कला एवं शिल्प कार्यक्रम के अंतर्गत, मंदिर पर अर्पित फूलों से तैयार किए गए प्राकृतिक उत्पादों से पिंडरा की उप जिलाधिकारी प्रतिभा मिश्रा का स्वागत किया गया। इस स्वागत समारोह में साईं इंस्टिट्यूट के सचिव अजय सिंह ने उप जिलाधिकारी को महिलाओं द्वारा बनाए गए हैंडमेड बुके, और बाबा विश्वनाथ मंदिर पर अर्पित फूलों से निर्मित अगरबत्ती, धूप, कोन, और हवन कप का उपहार देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर संस्थान के निदेशक अजय सिंह ने बताया कि साईं इंस्टिट्यूट ग्रामीण महिलाओं को पारंपरिक कला और शिल्प में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के सहयोग से बाबा विश्वनाथ मंदिर पर अर्पित फूलों से विविध उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण महिलाओं को दिया गया है, जिसके माध्यम से ये महिलाएं अगरबत्ती आदि का निर्माण कर आर्थिक रूप से सशक्त बन रही हैं।


इस मौके पर संस्थान की फैशन डिजाइनर अनुपमा दुबे ने हैंडमेड बुके भेंटकर उपजिलाधिकारी का विशेष स्वागत किया। यह स्वागत समारोह पिंडरा तहसील को प्रदेश में आई.जी.आर.एस. में 16 वीं बार प्रथम स्थान प्राप्त करने पर किया गया, जो सराहनीय उपलब्धि है। इस अवसर पर तहसीलदार श्री विकास पाण्डेय भी मौजूद थे। यह कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक विकास एवं स्वावलंबन की दिशा में साईं इंस्टिट्यूट के प्रयासों को और सशक्त बनाने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।

शनिवार, 26 अक्तूबर 2024

Jamiyat Ulema banaras का प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर से मिला, मौजूदा हालात पर की चर्चा@dilindialive

असामाजिक तत्वों से समाज का सभी वर्ग संयुक्त रुप से करे मुकाबला : हाफिज़ उबैदुल्लाह

सांप्रदायिक तत्व देश के विकास में हैं बाधक, ऐसे तत्वों के विरुद्ध विधिसम्मत हो कार्यवाही: मौलाना अहमद शकील

Varanasi (dil India live te)। जमीयत उलमा बनारस के एक प्रतिष्ठित प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को हाफिज़ ओबैदुल्लाह के नेतृत्व में वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मुलाकात की। बैठक का उद्देश्य विगत कुछ दिनों से शहर में हो रही दुर्घटनाओं के फलस्वरूप शहर के शांतिप्रिय लोगों में व्याप्त चिंताओं से प्रशासन को अवगत कराना था। इस अवसर पर जमीयत उलमा पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनरल सेक्रेटरी हाफिज़ उबैदुल्लाह ने कहा कि आज कुछ मुट्ठी भर लोग शहर के सौहार्दपूर्ण वातावरण को दूषित करने का कुप्रयास कर रहे हैं, ऐसे लोग न केवल समाज के बल्कि इस देश के भी दुश्मन हैं। ऐसे तत्वों से समाज के सभी वर्गों को संयुक्त रूप से मुकाबला करना होगा। जमीयत उलमा ए बनारस के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अहमद शकील क़ासमी ने कहा कि हमारा शहर पूरे विश्व में अपनी गंगा जमुनी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन वर्तमान में कुछ तत्व निरंतर इस प्रयास में लगे हैं कि शहर का सौहार्दपूर्ण वातावरण प्रभावित हो। ऐसे तत्वों को क़ानून के अनुसार सज़ा देना और उन्हें क़ानून का पाबंद बनाना ज़िला प्रशासन की प्राथमिक ज़िम्मेदारी है। यदि प्रशासन अपने दायित्वों का निर्वहन करेगा तो लोग भी स्वयं को सुरक्षित महसूस करेंगे। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने जमीयत उलमा ए बनारस की ओर से कमिश्नर साहब को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें ज़िला प्रशासन से यह मांग की गई कि शहर में विगत दिनों हुई घटनाओं की गहन और निष्पक्ष जांच कराई जाए, उसके ज़िम्मेदार व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो पाए। इसी के साथ इन घटनाओं के पीड़ितों को न्याय एवं शासन से उनकी आर्थिक सहायता की मांग भी की गई। प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों ने भी अपनी बात रखी। पुलिस कमिश्नर ने सभी की बातों को बहुत गंभीरता से सुना और शहर में हो रही घटनाओं पर अपनी चिंता भी व्यक्त की और ऐसे तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का वादा भी किया और अपने अधीनस्थ अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए और जल्द ही उनके साथ एक बैठक भी तय की गई ताकि भविष्य की कार्य योजना तय की जा सके। पुलिस कमिश्नर ने जमीयत उलमा के सदस्यों का इन चिंताओं को सामने लाने के लिए आभार प्रकट किया और सराहना की।

प्रतिनिधिमंडल में उपर्युक्त व्यक्तियों के अतिरिक्त हाजी मुहम्मद फुज़ैल, हाजी फैय्याज़, हाफ़िज़ अबु हम्ज़ा, हाजी अब्दुल्लतीफ, हाजी शाहिद जमाल और मुहम्मद रिज़वान शामिल थे।

शुक्रवार, 25 अक्तूबर 2024

Sahir Ludhianvi@dilindialive: प्रगतिशीलता और समाजवादी विचारधारा के अलम्बरदार

यादें : साहिर लुधियानवी नेहरूवियन और समाजवादी भी 

Varanasi (dil india live)। साहिर लुधियानवी कोई साधारण फिल्मी शायर नहीं वल्कि प्रगतिशीलता और समाजवादी विचारधारा के अलम्बरदार किरदार हैं. 59 साल की कम उम्र में अपनी मृत्यु के समय वे कैरियर के ऊंचे पायदान पर थे.उनका नेहरूवियन और समाजवादी होना जग जाहिर हो चुका था.उनके गीत इंक़लाब और बदलाव के गीत बन चुके थे,जिन्हें आज भी यदा-कदा इंक़लाबी जलसों में सुना जा सकता है.

     साहिर 1950 में मुंबई आ गए.1950 में फिल्म 'आजादी की राह पर ' में अपना पहला गीत 'बदल रही है जिन्दगी ' लिखा.वर्ष 1951 में एस डी बर्मन की धुन पर फिल्म नौजवान में लिखे अपने गीत ' ठंडी हवाएं लहरा के आए ' सुपरहिट रहा ।इसके बाद साहिर ने कभी मुडकर नही देखा । साहिर ने खय्याम के संगीत निर्देशन में 1958 में फिल्म ' फिर सुबह होगी 'का गीत ' वो सुबह कभी तो आयेगी ' ने काफी नाम कमाया.

     गुरूदत की फिल्म प्यासा साहिर के सिने कैरियर की अहम फिल्म साबित हुई.मुंबई के मिनर्वा टाकीज में जब यह फिल्म दिखाई जा रही थी तब जैसे ही साहिर का लिखा क्रान्तिकारी गीत "जिन्हें नाज है हिन्द पर वो कहाँ हैं " बजा तब दर्शक अपनी सीट से उठ खडे हुए और गाने की समाप्ति तक तालियां बजाते रहे.बाद में दर्शकों की मांग पर इसे तीन बार बजाया गया.फिल्म इण्डस्ट्री के इतिहास में शायद ये पहली बार हुआ.

       तीन दशक से ज्यादा वर्षों तक हिन्दी सिनेमा को अपने इंक़लाबी गीतों से आंदोलित करने वाले साहिर 59 साल की उम्र में 25 अक्टूबर 1980 में इस दुनिया को अलविदा कह गए. 

 

साहिर के कुछ महत्वपूर्ण गीत...

1. तेरे प्यार का आसरा चाहता हूँ-----

2. मैं जिन्दगी का साथ निभाता चला-----

3. न मुँह छुपा के जिओ------

4. उड़े जब जब जुल्फें तेरी-----

5. मेरे दिल में आज क्या है-----

6. तोरा मन दर्पण कहलाये-----

7. मैं पल दो पल का शायर हूँ-----

8. तेरा मुझ से पहले का नाता को---

9.औरत ने जनम दिया मर्दों को-----

10.वो सुबह कभी तो आएगी-----

11.जिन्हें नाज़ है हिन्द पर वो कहाँ हैं-----


साहिर लुधियानवी और मेरे वालिद अच्छे दोस्तों में थे.इसलिए उनसे मिलने का गाहे ब गाहे मौका मिलता रहता था.बम्बई जाने पर तो मुलाकात लाज़िम ही थी.लोग उनसे शाम में मिलने आते पर हमारे लिए हुक्म होता कि दोपहर शुरू होने के पहले ही आना यानी लगभग 11बजे दिन के आसपास.वजह होती शाम का उनका अपनी महफ़िल में बिजी होना और दोपहर का हमें खाना खिलाना. मेरे वालिद शायद ऐसे शख्स थे जो इन जैसी तमाम नामचीन हस्तियों को एक साथ बैठ-बैठा सकते थे.

  मुझे1973 की एक घटना याद है.मेरे बड़े भाई की शादी का वलीमा (Reception)था और साहिर लुधियानवी मेरे गरीबखाने पर तशरीफ़ फरमा थे.उस वक़्त फोटोग्राफी का रिवाज गांव में न के बराबर था.साहिर साहब बार बार कहते सिनेमा में रहने की वजह से बिना फोटोशूट के कोई जश्न समझ में ही नही आता.बम्बई पहुंचते ही उन्होंने एक कोडक कैमरा भेजा जो काफी दिनों तक हमारा कीमती सरमाया बना रहा. गांव में उनकी बेतरतीब जीवनशैली (बम्बइया)से मेरी अम्मा को अपने घरेलू रूटीन में बदलाव लाना पड़ता था जो उन्हें नागवार गुजरता था.लेकिन मेहमान नवाजी में कोई कमी नहीं करती थी.अम्मा कहती कि ई मट्टीमिला  तो मज़रुह से ठीक है. ऊ तो दिन रात सुबह कुछ नही देखते और शुरू हो जाते हैं पर ई तो आसपास वालों का भी लिहाज रखते है. कहने की जरूरत नहीं कि मेरी अम्मा बात बात में मट्टी मिला लफ्ज़ का इस्तेमाल भी करती थीं.

 अनेक बार मैं उनसे बम्बई में मिला.वे दुबारा 1979 में मेरे गाँव आये.सम्भवतः जनतापार्टी की सरकार थी.मेरे वालिद गाँधीयन के साथ-साथ नेहरूवियन भी थे.नेहरू साहिर की भी पसन्द थे.तब तक मैं गांधी-नेहरू को लेकर बहुत उत्साहित नहीं रहता था.शेरो-शायरी के साथ-साथ सियासत की बातें होती.उसी वक़्त मैंने पहली बार साहिर की लिखी हुई नेहरू पर नज़्म सुनीं.दिन में दर्जनों बार साहिर लुधियानवी इसे पढ़ते और मेरे वालिद ग़मज़दा होकर इसे सुनते.हम लोग इसे उस वक़्त पागलपन करार देते। आज समझ मे आया कि उस पीढ़ी को नेहरू क्यों इतने महबूब थे।

नेहरू जी की मौत पर साहिर ने लिखा था ये नज़्म

जिस्म की मौत कोई मौत नहीं होती है

जिस्म मिट जाने से इंसान नहीं मर जाते

धड़कनें रुकने से अरमान नहीं मर जाते

साँस थम जाने से एलान नहीं मर जाते

होंट जम जाने से फ़रमान नहीं मर जाते

जिस्म की मौत कोई मौत नहीं होती है

वो जो हर दीन से मुंकिर था हर इक धर्म से दूर

फिर भी हर दीन हर इक धर्म का ग़म-ख़्वार रहा

सारी क़ौमों के गुनाहों का कड़ा बोझ लिए

उम्र-भर सूरत-ए-ईसा जो सर-ए-दार रहा

जिसने इंसानों की तक़्सीम के सदमे झेले

फिर भी इंसाँ की उख़ुव्वत का परस्तार रहा

जिस की नज़रों में था इक आलमी तहज़ीब का ख़्वाब

जिस का हर साँस नए अहद का मेमार रहा

मौत और ज़ीस्त के संगम पे परेशाँ क्यूँ हो

उस का बख़्शा हुआ सह-रंग-ए-अलम ले के चलो

जो तुम्हें जादा-ए-मंज़िल का पता देता है

अपनी पेशानी पर वो नक़्श-ए-क़दम ले के चलो

वो जो हमराज़ रहा हाज़िर-ओ-मुस्तक़बिल का

उस के ख़्वाबों की ख़ुशी रूह का ग़म ले के चलो

जिस्म की मौत कोई मौत नहीं होती है

जिस्म मिट जाने से इंसान नहीं मर जाते

धड़कनें रुकने से अरमान नहीं मर जाते

साँस थम जाने से एलान नहीं मर जाते

होंट जम जाने से फ़रमान नहीं मर जाते

जिस्म की मौत कोई मौत नहीं होती है

उनसे मिलने पर आत्मीयता का एहसास होता.हम लोग उन्हें अंकल कहते.जब भी मिलते गांव का हाल पूछते और सबसे मजेदार बात अम्मा की बकरी का भी हाल चाल लेते. बकरी को ऐसे तमाम नामचीन लोगों के दामन कुतरने का मेडल हासिल था. पर क्या मजाल कोई बकरी पर रोब ग़ालिब कर सके. अम्मा की नाराजगी का डर बहुत महंगा पड़ सकता था.

         25 अक्टूबर 1980 को वो इस दुनिया ए फ़ानी को अलविदा कर गए पर जाते-जाते मेरे पोस्ट ग्रेजुएशन करने की खुशी में एक कोट तोहफे में सिला गए.

डॉ मोहम्मद आरिफ  (लेखक गांधीवादी व इतिहासकार हैं)

गुरुवार, 24 अक्तूबर 2024

UP Election news: दो मुस्लिम व तीन ब्राह्मण उम्मीदवारों पर बसपा ने जताया भरोसा

यूपी के उपचुनाव में बसपा ने घोषित किए आठ उम्मीदवार 


Lucknow (dil India live)। उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में बसपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। घोषित किए आठ उम्मीदवारों में दो मुस्लिम व दो ब्राह्मण उम्मीदवार भी शामिल हैं। इन पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भरोसा जताया है।

बसपा ने अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट से अमित वर्मा, प्रयागराज की फूलपुर सीट से जितेंद्र कुमार सिंह, मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से शाहनजर, कानपुर की सीसामऊ सीट से वीरेंद्र कुमार शुक्ला, मैनपुरी की करहल सीट से अवनीश कुमार शाक्य, मुरादाबाद की कुंदरकी सीट से राफतुल्लाह, गाजियाबाद सीट से परमानन्द गर्ग और मिर्जापुर की मझवां सीट से दीपक तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया। बसपा ने दो मुस्लिम और तीन ब्राह्मण प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है।

मंगलवार, 15 अक्तूबर 2024

बनारस की बेटियों के हाथों बनी हैंडमेड बुके से गिरिराज सिंह का स्वागत


Varanasi (dil India live). Union Minister of Textiles, Government of India, Giriraj Singh arrived at the airport today in Varanasi, the parliamentary constituency of Prime Minister Narendra Modi. Where he was welcomed with a handmade bouquet made by women trained in the program being run for the development of women by Sai Institute of Rural Development in Varanasi in collaboration with the Department of Scientific and Industrial Research. Institute Director Ajay Singh welcomed Minister Giriraj Singh and said that Sai Institute is working to promote, preserve and make traditional arts and crafts employable for rural women through modern technology in Varanasi in collaboration with DSIR, Government of India. The textile materials and bouquets made under this initiative are being liked a lot in big programs in metro cities like Delhi, Lucknow and Kolkata including Varanasi, even the demand for a large number of Angvastras was met in the G20 organized by the Government of India. Due to which these women are getting an opportunity to become self-reliant.

On this occasion, Assistant Private Secretary to the Minister Jai Krishna, Regional Director of Handicraft Department of Textiles Ministry B.P. Thakur, Assistant Director Saroj Kumar Singh, Assistant Commissioner (Textile and Handloom) Government of Uttar Pradesh, Assistant Director Gopesh Kumar Maurya, Shamsher Singh and other local officials were present.

देश दुनिया में मनाई जा रही ‘ग्यारहवीं शरीफ’

जश्ने ईदे गौसिया पर बड़े पीर साहब की हो रही हैं फातेहा

 

Varanasi (dil India live). हज़रत गौसे आज़म शेख अब्दुल कादिर जीलानी अलैहिर्रहमां (बड़े पीर साहब) का उर्स-ए-पाक ‘ग्यारहवीं शरीफ’ का जश्न ईदे गौसिया के रूप में अदबो-एहतराम के साथ आज देश दुनिया में मनाया जा रहा है। फजर की नमाज़ के बाद से ही मदरसों, मस्जिदों व घरों में कुरानख्वानी, फातिहा व महफिल-ए-गौसुलवरा का आयोजन मंगलवार को शुरु हो गया। सुबह फज्र की नमाज के बाद कुराख्वानी, नियाज-फातिहा का जो सिलसिला शुरू हुआ वो पूरे दिन ही नहीं बाल्कि पूरे महीना चलता रहेगा। इस दौरान जगह जगह गौस़े पाक का लंगर भी चला। शिवाला, गौरीगंज, बजरडीहा, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, नयी सड़क, लल्लापुरा, कोयला बाजार, चौहट्टा लाल खां, जलालीपुरा, सरैया, बड़ी बाजार, अरदली बाजार, मकबूल आलम रोड आदि जगहों पर गोसे पाक का ईदे गौसिया का जश्न देखने को मिला।

गौसे पाक यानी वलियों के सरदार 

मस्जिद टकटकपुर के इमामे जुमा मौलाना अज़हरूल कादरी कहते हैं कि अल्लाह के वलियों में सबसे ऊंचा मरतबा हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी यानी गौस-ए-आज़म का है। हमारे औलिया-ए-किराम व मशायख जिस रास्ते से गुजरे उन रास्तों में तौहीद व सुन्नत-ए-नबी का नूर व खुशबू फैल गई। हिन्दुस्तान में ईमान व दीन-ए-इस्लाम बादशाहों के जरिए नहीं आया बल्कि हमारे इन्हीं बुजुर्गों, औलिया व सूफिया के जरिए आया। ऐसे लोग जिनके चेहरों को देखकर और उनसे मुलाकात करके लोग ईमान लाने पर मजबूूर हो जाते थे। हमें भी इनकी तालीमात पर मुकम्मल अमल करना चाहिए। जिससे दुनिया व आखिरत की कामयाबी मिलेगी।

मौलाना अज़हरुल कादरी ने कहा कि हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी अलैहिर्रहमां अम्बिया अलैहिस्सलाम के सच्चे जानशीन हैं। इस्लाम व ईमान की रोशनी इन्हीं के जरिए से हम तक पहुंची है। हजरत शेख अब्दुल कादिर जीलानी अपने मुरीदों के लिए फरमाते हैं कि जब तक मेरा एक-एक मुरीद जन्नत में नहीं चला जाएगा तब तक मैं भी जन्नत में नहीं जाऊंगा।

सोमवार, 14 अक्तूबर 2024

बाबा हत्याकांड का आरोपी बिश्नोई जानिए गैंगस्टर कैसे बना

सिद्धू मूसेवाला से बाबा के मर्डर केस तक में 'लॉरेंस' गैंग


Mumbai (dil India live). महाराष्ट्र की सियासत के चर्चित राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने खुद ले ली है। इसकी पुष्टि मुंबई पुलिस ने करते हुए कहा है कि सिद्दीकी की हत्या में शामिल तीनों शूटर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए थे। सिद्दीकी की फ़िल्म सितारे शाहरुख खान और सलमान खान सहित बॉलीवुड के बड़े फिल्मी कलाकारों के साथ अच्छे संबंध थे और वह तीन बार विधायक रहने के साथ ही मंत्री भी रहे थे। ऐसे में एक हाई प्रोफाइल राजनेता के मर्डर में लॉरेंस के गैंग के शूटर्स का नाम सामने आने के बाद यह मामला न सिर्फ पुलिस बल्कि राज्य सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया है। मुंबई पुलिस पता लगाने की जुगत में है कि आखिर लॉरेंस के शूटर्स ने बाबा को क्यों मारा ?

दरअसल लारेंस बिश्नोई पर दो दर्जन से ज्यादा हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और अन्य अपराधों के मामले दर्ज हैं। फिलहाल वह अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है और वहीं से गैंग चला रहा है। यहां हम बताएंगे कि कौन है लॉरेंस बिश्नोई और वो कैसे अपराध में आया। यही नहीं लॉरेंस क्यों अभिनेता सलमान खान को मारना चाहता है? उसके घर के बाहर क्यों उसने गोली चलाई।

हम बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई की उम्र 31 साल है और वह पंजाब के फिरोजपुर जिले के धत्तरांवाली गांव का रहने वाला है। वह बिश्नोई समुदाय से है। इस समुदाय के लोग पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में हैं। बिश्नोई ने गांव से ही 12 वीं तक की पढ़ाई की और 2010 में कॉलेज की पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ चला गया। DAV कॉलेज में दाखिला लेने के बाद वह छात्र राजनीति में सक्रिय हो गया और 2011-12 में पंजाब यूनिवर्सिटी स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (SOPU) का अध्यक्ष बना। आपराधिक रिकॉर्ड के मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ पहली एफआईआर हत्या के प्रयास के मामले में दर्ज हुई थी। अप्रैल 2010 में जबरन घर में घुसने और फरवरी 2011 में मारपीट और मोबाइल फोन चोरी के मामले में भी एफआईआर हुई। ये सभी मामले छात्र राजनीति से जुड़े थे। इस दौरान पंजाब के फाजिल्का से आने वाला और गैंगस्टर से नेता बना जसविंदर सिंह उर्फ रॉकी भी लॉरेंस के ग्रुप से जुड़ गया। यह ग्रुप छात्र राजनीति की आड़ में राजस्थान के श्रीगंगानगर और भरतपुर में सक्रिय रहा। रॉकी की मई, 2016 में हिमाचल प्रदेश में हत्या कर दी गई। कुख्यात गैंगस्टर जयपाल भुल्लर ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। बाद में भुल्लर को जून 2020 में कोलकाता में मुठभेड़ में मार दिया गया।

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम तब बहुत ज्यादा उछला जब पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की 2022 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े गोल्डी बराड़ ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली थी। गोल्डी बराड़ 2017 में कनाडा चला गया था और वहीं से अपना गैंग चल रहा है। कहा जाता है कि बिश्नोई के कई अन्य साथी भी कनाडा और अमेरिका में हैं। गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि मूसेवाला की हत्या अकाली दल के युवा नेता विक्रमजीत सिंह उर्फ ​​विकी मिड्डूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए की गई थी।

गैंग के निशाने पर है सलमान

लॉरेंस बिश्नोई गैंग पिछले कई महीनों से सलमान खान को निशाना बनाने और उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है। इस साल अप्रैल में सलमान खान के मुंबई स्थित घर के बाहर गोलियां चली थीं। इसके बाद से ही सलमान की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

मुंबई में सक्रिय अंडरवर्ल्ड गैंग्स जिनमें दाऊद इब्राहिम, छोटा राजन और रवि पुजारी के गैंग सक्रिय थे, उन्हें पिछले एक दशक में काफी हद तक खत्म कर दिया गया है। पुलिस को शक है कि बिश्नोई गैंग अब पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिमी यूपी से बाहर निकलकर मुंबई में आना चाहता है। राजस्थान में सलमान खान ने काले हिरण को मार दिया था। पुलिस का कहना है कि बिश्नोई इसलिए सलमान को मारना चाहता है क्योंकि बिश्नोई समुदाय काले हिरण की पूजा करता है या फिर वह सलमान खान को निशाना बनाकर खुद को मशहूर करना चाहता हो।

शनिवार, 12 अक्तूबर 2024

BLW Varanasi में हुआ आकर्षक आतिशबाजी के बीच रावण दहन

गंगा–जमुनी तहजीब की मिसाल BLW का रावण दहन


Varanasi (dil India live). बनारस रेल इंजन कारखाना में विजयादशमी समिति द्वारा केन्द्रीय खेलकूद मैदान पर रावण दहन का भव्यतापूर्ण आयोजन किया गया। बरेका महाप्रबंधक एस.के. श्रीवास्तव एवं बरेका महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष गौरी श्रीवास्‍तव द्वारा प्रभु श्रीराम-जानकी की आरती के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर राम चरित मानस पर आधारित रूपक (मोनो एक्टिंग) राम वन गमन से रावण बध तक की लीला की मनमोहक प्रस्तुती की गयी, जिसे दर्शकों द्वारा काफी सराहा गया। संपूर्ण रूपक कार्यक्रम निदेशक एस.डी.सिंह के दिशा-निर्देशन में किया गया। 

 उल्लेखनीय है कि इस वर्ष दशानन-रावण, कुम्भकरण एवं मेघनाद के पुतले क्रमश: 75, 65 एवं 60 फिट का था। रावण दहन के दौरान आकर्षक आतिशवाजी एवं साज-सज्जा देखने को मिली। जिसे देखने हेतु बरेका कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के साथ ही आस-पास के गांवों, कस्बों से अपार भीड़ उमरी। भीड़ की सुरक्षा के मुकम्मल इंतजाम जिला प्रशासन एवं रेल सुरक्षा बल द्वारा किए गए थे। बनारस रेल इंजन कारखाना में होने वाली रावण दहन अपने आप में अनुठा है, जो गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल है। रावण, कुम्भकरण एवं मेघनाद के पुतले तीन पीढि़यों से काशी के ही रहने वाले शमशाद खान और उनके परिवार द्वारा बनाया जाता है।

इस अवसर पर प्रमुख मुख्य इंजीनियर विनोद शुक्ला, प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर देवेश कुमार, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी जनार्दन सिंह, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर-एस.ई. नीरज जैन, मुख्य सामग्री प्रबंधक-मुख्यालय एस.के. मिश्रा, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर उत्पादन सुनील कुमार, उप महाप्रबंधक अनुज कटियार, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर-क्यू.एम.एस. रामजन्म चौबे, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, स्पेयर एम के सिंह, जन सम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार सहित काफी संख्या में बरेका अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से विजयदशमी समिति के महामंत्री अनूप सिंह, आलोक सिंह, सहायक महामंत्री, वी.डी.दूबे, मुकेश सिंह, धर्मेन्‍द्र सिंह, राकेश पांडेय, रितेश सिंह, तारकेश्वकर सिंह, अमित सिंह, धीरज सिंह, पवन यादव, सुनील कुमार, चंद्रमोहन झा, बाबी सिंह सहित बनारस रेल इंजन कारखाना के सिविल, विद्युत्, यांत्रिक, कार्मिक, जन सम्पर्क, सिविल डिफेन्स, स्काउट एवं गाइड, सेंट जांस एम्बुलेंस ब्रिग्रेड का भी विशेष सहयोग रहा।

अंत में धन्यवाद ज्ञापन विजयादशमी समिति के संयोजक एम.पी.सिंह, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, स्पेयर द्वारा किया गया।

सियासत का अखाड़ा : 'करहल' के मिजाज में बसा है 'समाजवाद'

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अभेद्य दुर्ग है 'करहल' 

Aman (Editor dil India live)

Karhal (dil India live)। करहल एक बार फिर से राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र बिंदु में है।सियासत का अखाड़ा बना 'करहल' के मिजाज में 'समाजवाद' ही रचा बसा हुआ है। माना जाता है की सपा संस्थापक, पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का यह अभेद्य दुर्ग है सोते जागते सिर्फ और सिर्फ समाजवाद ही सांस लेता है। वर्ष 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 'करहल' राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र बिंदु में था। यूपी के मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट राज्य की उन 10 विधासनसभा सीटों में से एक है, जहां अगले कुछ दिनों में उपचुनाव होने वाला हैं। 'करहल' सीट इसलिए भी खास है कि क्योंकि यह सीट सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। करहल में कई दशकों से किसी भी पार्टी की दाल नहीं गली है। क्योंकि, यह सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अभेद्य दुर्ग है।इसे जीतने के लिए बीजेपी ने इसे चुनौती के रुप में ले लिया है। पिछले चुनाव परिणाम से मायूस हुई भाजपा में हरियाणा जीत ने संजीवनी का काम किया है। इससे भाजपा उत्साहित है। बीजेपी 'करहल' सीट फतह को लेकर प्लानिंग कर रही है। हालांकि सपा ने बिहार के दिग्गज और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद को टिकट देकर अपनी सीट सुरक्षित मानकर चल रही है। सूत्रों की मानें तो इस उपचुनाव में 'करहल' सीट फतह के लिए यूपी ही नहीं बल्कि बिहार के भी कई दिग्गज नेता कैम्पेनिंग के लिए पहुंचेंगे।

शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2024

मशहूर शायर जमजम रामनगरी के वालिद को सुल्तान क्लब ने पेश की खिराजे अकीदत


Varanasi (dil India live)। बनारस के मशहूर शायर, वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार एवं शिक्षाविद ताजुद्दीन अशअर रामनगरी का लंबी बीमारी के बाद 96 वर्ष की आयु में बीती रात्रि रामनगर स्थित दौलतखाने पर इंतकाल हो गया था। उनके इंतकाल से उर्दू साहित्य व पत्रकारिता जगत के एक युग का समापन हो गया। इंतकाल की खबर लगते ही पूरे पूर्वांचल में शोक की लहर दौड़ गई। सामाजिक संस्था सुल्तान क्लब ने एक अफसोस बैठक आयोजित कर खिराजे अकीदत पेश की।

इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक ने अफसोस का इजहार करते हुए कहा कि अशअर रामनगरी साहब ने अपनी पूरी जिंदगी उर्दू साहित्य और पत्रकारिता में गुज़ारी। उन्होंने अपने पत्रकारिता जीवन में दर्जन भर से अधिक उर्दू समाचार पत्रों का संपादन किया, उर्दू दैनिक समाचार पत्र कौमी मोर्चा का लगभग 30 साल तक संपादन किया।

उर्दू बीटीसी टीचर्स एसोसिएशन के महामंत्री मुहम्मद जफर अंसारी ने कहा कि मरहूम ताजुद्दीन अशअर रामनगरी एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति लब्ध उस्ताद शायर थे। महबूब आलम ने कहा कि मरहूम अशअर साहब को दर्जनों सरकारी और गैर सरकारी उपाधियों से सम्मानित किया जा चुका है। शमीम रियाज़ ने कहा कि अशअर साहब अदब और साहित्य के हर विधा में निपुण थे। अशअर साहब के इंतकाल से बनारस शहर और उत्तर प्रदेश के उर्दू हल्के में मायूसी का माहौल है जिसकी भरपाई निकट भविष्य में मुमकिन नहीं है। अशअर साहब के बेटे और शाएर ज़मज़म रामनगरी उनकी अदबी विरासत आगे बढ़ाने में प्रयत्नशील है। सुल्तान क्लब के मेम्बर्स ने उन्हें सब्र से काम लेने की हिदायत दी।

अफसोस बैठक में डॉक्टर एहतेशामुल हक, जफर अंसारी, महबूब आलम, अब्दुर्रहमान, शमीम रियाज़, मुस्लिम जावेद अख्तर, एच हसन नन्हें, हाफिज मुनीर, शकील अंसारी, मौलाना अब्दुल्लाह, वफ़ा अंसारी, नसीमुल हक, मुख्तार अहमद, मुहम्मद इकराम, इरफान इत्यादि थे।

रहती दुनिया तक याद किए जाएंगे अशअर रामनगरी

मशहूर शायर, वरिष्ठ पत्रकार अशअर रामनगरी किए गए सुपुर्द-ए-खाक, उमड़ा हुजूम 


Varanasi (dil India live)। मशहूर शायर, पत्रकार, इस्लामी विद ताजुद्दीन अशअर रामनगरी का लंबी बीमारी के बाद 96 वर्ष की आयु में बीती अर्ध रात्रि इंतकाल हो गया। उन्हें आज रामनगर की आबाई कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द ख़ाक किया गया। 

उनके देहांत से उर्दू पत्रकारिता जगत के एक युग का समापन हो गया। उन्होंने अपने पत्रकारिता जीवन में दर्जन भर से अधिक उर्दू समाचार पत्रों का संपादन किया ।उल्लेखनीय है कि उर्दू दैनिक समाचार पत्र कौमी मोर्चा का लगभग 30 सालों तक अपने संपादकीय से पाठकों के दिलों पर राज करते रहे ।विदित हो कि पाठक उनके संपादकीय को पढ़ने के लिए ही अखबार लेते थे ।उनके द्वारा लिखे संपादकीय के कई संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। श्री ताजुद्दीन अशअर रामनगरी एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति लब्ध उस्ताद शायर थे जिनके शागिर्द दुनिया भर में उर्दू अदब की सेवा कर रहे हैं ।उनके कविता संग्रह में नाल -ए- साज़, मताए अकीदत, मौज़े- नसीमे- हिजाज़ ,इहदनस्सीरातल मुस्तक़ीम और वाशिगाफ़ काबिले जिक्र हैं ।

मरहूम अशअर साहब को दर्जनों सरकारी और गैर सरकारी उपाधियों से सम्मानित किया जा चुका है। विगत वर्ष उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी ने एक लाख की धनराशि पत्रकारिता के क्षेत्र में पुरस्कार स्वरूप उन्हें दिया है।

अशअर साहब अदब और साहित्य के हर विधा में निपुण थे ।उन्होंने जहां एक तरफ गजलें नज्में लिखी है तो वही दूसरी तरफ हाजी नाम, रुखसती सेहरा क़सीदा के फन में भी माहिर थे। जो उन्हें अपने समकालीन फनकारों में नुमाया पहचान दिलाता था। अशअर साहब कई भाषाओं के माहिर थे स्कूली शिक्षा न होने के बावजूद हिंदी, संस्कृत, उर्दू ,अरबी ,फारसी, अंग्रेजी, में महारत रखते थे ,बनारस में होने वाले हर साल नातिया मुकाबले में उनके द्वारा लिखी गई नातों की लोकप्रियता यह थी कि हर वर्ष उनकी अंजुमन इस्लामिया कदीमी चौहट्टा लाल खान ,और अंजुमन फिरदौसे अदब चाह मेहमा दालमंडी को प्रथम पुरस्कार से अलंकृत किया जाता था। अशअर साहब के देहांत से बनारस शहर और उत्तर प्रदेश के उर्दू हल्के में मायूसी का माहौल है जिसकी भरपाई निकट भविष्य में मुमकिन नहीं है। अशअर साहब के बेटे और शाएर ज़म ज़म रामनगरी उनकी अदबी विरासत आगे बढ़ाने में प्रयत्नशील है। 

आज उनकी मिट्टी उनके पैतृक कब्रिस्तान गोलाघाट रामनगर में अमल में आई बड़े पैमाने पर नम आंखों से उनको लोगों ने सुपुर्द-ए-खाक किया।

गुरुवार, 10 अक्तूबर 2024

Muslim परिवार आजादी के पहले से बना रहा है लंकेश का पुतला

35 वर्षों से इश्तियाक ने संभाल रखी है यह परम्परा

मुस्लिम परिवार तैयार करते हैं हिंदुओं की आस्था का सामान 


Varanasi (dil India live)। इश्तियाक मुस्लिम हैं पर वो हिंदूओं की आस्था का सामान 'रावण' का पुतला तैयार कर रहे हैं। यही नहीं इश्तियाक का परिवार आजादी के पहले से लंकेश का पुतला बनाता चला आ रहा है। इश्तियाक पिछले तीन दशक से भी पहले से न सिर्फ यह परम्परा संभाले हुए है बल्कि इसी बहाने इश्तियाक बनारस की गंगा जमुनी तहज़ीब का रंग और सुर्ख करने में जुटे हुए हैं। शांति और सौहार्द के लिए काम करने वाले डा. मोहम्मद आरिफ कहते हैं की हिंदुस्तान ऐसी ही मिली जुली संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में जाना पहचाना जाता है। कहीं इसे गंगा जमुनी तहज़ीब तो कहीं हिंदुस्तानी तहजीब के नाम से इसे ख्याति प्राप्त है। मोहर्रम में हिंदू का ताजिया बनाना और होली पर मुसलमानों का रंग खेलना बादशाह अकबर के दौर से भी पहले से कायम है। ईद पर हिंदू-मुस्लिम का गले मिलकर एक दूसरे को मुबारकबाद देना सौहार्द की सुखद तस्वीरें हिंदुस्तानी तहज़ीब की वो मिसालें हैं जो वक्त वक्त पर देश दुनिया के सामने आती रहती है। इसे कहीं गंगा जमुनी तहज़ीब तो कहीं हिंदुस्तानी तहजीब कहकर पहचाना जाता है। बनारस का विजयदशमी पर्व भी इसकी बड़ी नज़ीर है।

जहां इश्तियाक जैसे न जाने कितने मुस्लिम परिवार लंकेश का पुतला हिंदुओं की आस्था को पूरी करने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं। लाटभैरव की रामलीला में इकोफ्रेंडली रावण, बरेका में 75 फीट और रामनगर में 60 फीट के रावण का दहन इस बार किया जाएगा। विजय दशमी पर जलने वाले रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले मुस्लिम परिवार ही तैयार कर रहे हैं। असत्य पर सत्य की जीत का महापर्व 12 अक्तूबर को मनाया जाएगा। गंगा-वरुणा संगम किनारे लंका मैदान में दशानन रावण का दहन काफी आकर्षक होगा। 500 साल से भी प्राचीन रामलीला में इकोफ्रेंडली रावण आकर्षण का केंद्र होगा। इस बार 70 फीट के रावण का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे ही इस बार लंका दहन की सबसे खास बात है कि लंका के आगे दो द्वारपाल होंगे और उनके बीच हनुमान जी अंदर जाकर पूरी लंका को जलाते हुए सीता मां को लेकर निकलेंगे। ये दृश्य देखने में काफी आकर्षक होगा। वहीं रावण वध के लिए इको फ्रेंडली आतिशबाजी की जाएगी। इससे कम प्रदूषण होगा। अंबिया मंडी के इश्तियाक अहमद इन पुतलों को बनाने का काम कर रहे हैं। वह बताते हैं कि यह उनके खानदानी काम का हिस्सा है। हम तीन पीढ़ियों से इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं। रावण का एक पुतला तैयार करने में लगभग एक सप्ताह का समय लगता है। इसके लिए करीब 15 से 20 हजार रुपये की लागत आती है। रावण के पुतले बनाने के लिए बांस, रंग-बिरंगे कागज, रस्सी, और लकड़ी की स्केल का उपयोग किया जाता है। परिवार की तीन महीने की मेहनत से लगभग दो दर्जन से ज्यादा पुतले तैयार होते हैं, जो वाराणसी के अलावा पूर्वांचल के कई जिलों में भेजे जाते हैं। ऐसे ही विश्वप्रसिद्ध रामनगर की रामलीला में 60 फुट ऊंचे और 30 फीट परिधि का विशालकाय रावण का पुतला आकर्षण का केंद्र होगा। पुतला बनाने में जुटे राजू खान बताते हैं कि उनका यह काम देश आजाद होने से पहले का है। शुरुआत परदादा हाजी अली हुसैन ने की थी। वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ लगभग 20 कारीगरों के साथ रामलीला शुरू होने के एक सप्ताह पहले से ही पुतला बनाने में जुट जाते हैं। उधर बरेका में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के विशालकाय पुतलों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इन पुतलों को बनाने का काम शमशाद का परिवार कर रहा है। ये परिवार चार पीढ़ियों से दशहरे के पुतले तैयार करने की परंपरा को जीवित रखे हुए है। इस बार वे पूर्वांचल का सबसे ऊंचा 75 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार कर रहे हैं। रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले भी बनाए जा रहे हैं। इस कार्य में उनके परिवार के 12 सदस्य दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। शमशाद ने बताया कि इस परंपरा की शुरुआत उनके नाना ने की थी। उनका परिवार आज भी इसे निभा रहा है। डेढ़ महीने पहले से ही परिवार इस काम में जुट जाता है। इसके अलावा शमशाद का परिवार लंका, मलदहिया, और फुलवरिया के पुतले भी तैयार कर रहा है।

दुआ में गूंजा फिलिस्तीन की आजादी, ईरान की कामयाबी

नौचंदी जुमेरात पर अलम की जियारत जुटे जायरीन 


Varanasi (dil India live)। १० अक्टूबर 6 रबीउल आखिर को शहर में कई जगह अलम निकाले गए जिसकी जियारत हुई। इस दौरान नोहाखवानी व मातम के साथ दुआखवानी हुई। दुआ में फिलिस्तीन की आजादी व ईरान की कामयाबी की सदाएं फिज़ा में बुलंद हुई। दरगाहे फतमान में मौला अली के रौजे से अलम निकाला गया जो विभिन्न रौजो से होता हुआ हजरत अब्बास के रौजे पर पहुंचा।



मजलिस को खिताब करते हुए शिया जमा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने कहा की जुल्म के खिलाफ आवाज उठाना और मजलूमों की हिमायत करना हर हुसैनी का यही किरदार है। इस मौके पर बड़ी संख्या में मौजूद मर्द और खवातीन ने फिलिस्तीन की आजादी और ईरान की कामयाबी के लिए हाथ उठाकर दुआएं मांगी। इजरायल मुर्दाबाद और अमरीका मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता के अनुसार समर बनारसी, हैदर मौलाई ने कलाम पेश किया। साहब और शब्बीर हुसैन ने नोहखवानी की। ऐसे ही शाम को सदर इमामबाड़ा लाट सरैया में अलम का जुलूस निकाला गया जो कैंपस में ही नोहा मातम और दुअखवानी के साथ समाप्त हुआ। अर्दली बाजार इमामबाड़ा मीर गुलाम अब्बास में अंजुमन इमामिया ने अलम निकल कर नोहाखवानी व मातम किया। पठानी टोला में अंजुमन सज्जादिया, चोहट्टा लाल ख़ां में अंजुमन आबिदिया, शिवाला की मस्जिद डिप्टी जाफर बख्त, रामनगर आदि में अलम निकालकर नोहाखवानी व मातम किया गया।

बुधवार, 9 अक्तूबर 2024

यति नरसिंहानंद के बयान ने धार्मिक भावनाएं हुई आहत: सदर काजी-ए-शहर बनारस

दिया डासना मंदिर के महंत के खिलाफ ज्ञापन, कहा देश की शांति-धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का हुआ उल्लंघन


Varanasi (dil India live).। डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा इस्लाम धर्म के प्रवर्तक पैगंबर हज़रत मोहम्मद (स.) की शान में की गुस्ताख़ी से मुस्लिम समाज ही नहीं सभी इंसाफ पसंद लोगों में आक्रोश है। बयान के कारण धर्मनिरपेक्ष देश में अशांति फैलने का आरोप लगाते हुए बनारस के मुस्लिम धर्मगुरुओं व समुदाय के सदर काजी व मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत बुधवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान सदर काजी-ए-शहर मौलाना हसीन अहमद हबीबी, मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत मौलाना मोईनुद्दीन अहमद फारुकी प्यारे मियां ने जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन उनकी अनुपस्थिति में एडीएम सिटी को सौंपा और कार्रवाई की मांग की। 

इस ज्ञापन में यति नरसिंहानंद द्वारा दिए गए बयान को कानूनी परिधि में दंडनीय अपराध बताते हुए, भारतीय दंड संहिता की धाराओं और आईटी एक्ट के तहत उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की गई। धर्मगुरुओं का कहना है कि यति नरसिंहानंद के बयान ने धार्मिक भावनाओं को अनावश्यक रूप से आहत किया है और यह देश की शांति और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है। उनके अनुसार, "दशहरे पर रावण के बजाय पैगंबर का दहन करना चाहिए" जैसी आपत्तिजनक भाषा देश के सामुदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचा सकती है।


इसलिए, इस मामले में यति नरसिंहानंद और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए उन्हें दंडित करना अत्यंत आवश्यक है। धर्मगुरुओं ने पुलिस और प्रशासन से इस स्थिति को गंभीरता से लेकर जल्द से जल्द कदम उठाने की मांग की। इस दौरान दर्जनों उलेमा, अधिवक्ता व संभ्रांत नागरिक मौजूद थे।

मंगलवार, 8 अक्तूबर 2024

Post stamp राष्ट्र की सभ्यता, संस्कृति एवं विरासत के संवाहक-पोस्टमास्टर जनरल

डाक टिकट संग्रह के लिए स्कूलों में खुलेगा फिलेटली क्लब-पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव

राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत 'फिलेटली दिवस' का अहमदाबाद जीपीओ में पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने किया शुभारंभ




Ahmedabad (dil India live). डाक टिकट किसी भी राष्ट्र की सभ्यता, संस्कृति एवं विरासत के संवाहक हैं। तभी तो डाक टिकट को नन्हा राजदूत कहा जाता है। उक्त उद्गार उत्तर गुजरात परिक्षेत्र, अहमदाबाद के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' के क्रम में अहमदाबाद जीपीओ में 8 अक्तूबर को आयोजित फिलेटली दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किये। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने फिलेटली ब्यूरो का भ्रमण करके डाक टिकटों के बारे में जानकारी ली। फिलेटली डिपाजिट एकाउंट, माई स्टैम्प, दीन दयाल स्पर्श छात्रवृत्ति योजना, ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता के बारे में विद्यार्थियों को विस्तार से बताया गया। माई स्टैम्प के तहत डाक टिकटों पर अब लोगों की फोटो भी हो सकती है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि एक अभिनव पहल के तहत डाक विभाग विभिन्न स्कूलों में फिलेटली क्लब खोल रहा है, ताकि विद्यार्थियों में डाक टिकट संग्रह की अभिरुचि के प्रति उनकी प्रवृत्ति को विकसित किया जा सके। इससे विद्यार्थियों की शिक्षा में भी फायदा मिलेगा। इस वित्तीय वर्ष में उत्तर गुजरात परिक्षेत्र में अबतक 11 फिलेटली क्लब खोले जा चुके हैं। 

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि फिलेटली को "किंग आफ हॉबी व हॉबी आफ किंग" के रूप में जाना जाता है, जिसमें रूचि रखने पर विविध विषयों पर डाक टिकटों का संग्रह कर सकते हैं। साथ ही कहा कि संचार के बदलते दौर में आज की युवा पीढ़ी सोशल मीडिया को अधिक तरजीह दे रही है, पर बच्चों को फिलेटली (डाक टिकट संग्रह और उनके अध्ययन) से जरूर जुड़ना चाहिए, इससे उनका सामान्य ज्ञान भी खूब विकसित होगा।

अहमदाबाद जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर श्री गोविन्द शर्मा ने बताया कि मात्र 200 रुपये में फिलेटली डिपाजिट एकाउंट खोलकर घर बैठे डाक टिकटें प्राप्त की जा सकती हैं। इसके प्रति लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।  

डिप्टी चीफ पोस्टमास्टर अल्पेश शाह ने बताया कि इस अवसर पर ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने ‘लेखन का आनंद : डिजिटल युग में पत्रों का महत्व’ विषय पर उत्साहपूर्वक पत्र लिखकर भाग लिया। 

इस अवसर पर अहमदाबाद जीपीओ के चीफ पोस्टमास्टर श्री गोविन्द शर्मा, डिप्टी चीफ पोस्टमास्टर श्री अल्पेश शाह, डिप्टी सुपरिन्टेन्डेन्ट श्री वी.एम. वहोरा, सहायक निदेशक श्री एम. एम. शेख, सहायक अधीक्षक श्री रोनक शाह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

Nabi Hazrat Muhammad की शान में गुस्ताखी की सदर शहर काजी ने की निंदा

कल जिलाधिकारी व अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था को Ulema देंगे ज्ञापन 


Varanasi (dil India live). पैग़म्बरे इस्लाम (स.) की शान में गुस्ताख़ी की सदर शहर काजी व मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत ने निंदा की है। एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यति नरसिम्हानन्द ने जो हरकत की है उसे कोई भी मुसलमान बर्दाश्त नहीं कर सकता। उस पर कठोर धाराओं में मुकदमा चलाया जाए।  सदर काज़ी-ए- शहर बनारस मौलाना हसीन अहमद हबीबी के नेतृत्व में मुफ्ती-ए-बनारस मौलाना मोईनुददीन अहमद फारूकी (प्यारे मियाँ), मौलाना अन्सारुल हक नूरी, मुफ्ती अब्दुल हादी ख़ाँ हबीबी, मुफ्ती गुलाम अहमद अनवर, काज़ी फज़ले अहमद, मो. अश्फाक एडवोकेट, मो. शादाब एडवोकेट, मो. शाहिद एडवोकेट, अबरार अहमद एडवोकेट, अहमद फराज़ एडवोकेट, जुनैद जाफरी एडवोकेट और शहाबुद्दीन लोदी इत्यादि के साथ 09 अक्टूबर को  10:45 बजे यति नरसिम्हानन्द सरस्वती (डासना देवी मन्दिर गाज़ियाबाद) के महन्त के द्वारा पैग़म्बर हज़रत मोहम्मद (स.) की शान में आपत्ति जनक टिप्पणी के ऊपर विरोध में ज़िलाधिकारी, वाराणसी, व अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था कमिश्नरेट वाराणसी, को एक ज्ञापन दिया जाएगा।

सोमवार, 7 अक्तूबर 2024

Flyover के कारण लोगों की रात की नींदें उड़ी,पर बेफिक्र है NHAI

फ्लाईओवर में पड़ी दरारें, निवासियों ने की शिकायत फ्लाईओवर पर वाहनों के चलने से होता हैं कंपन


Varanasi (dil India live)। वाराणसी-प्रयागराज वाया राजातालाब चौराहे पर राष्ट्रीय राजमार्ग 19 फ्लाईओवर, जिसके एक तरफ कचनार गाँव और दूसरी तरफ रानी बाज़ार गाँव है, इन दोनों इलाकों के निवासियों की रातों की नींद उड़ गई है। निवासियों ने शिकायत की है कि जब ओवरलोड वाहन फ्लाईओवर पर चलते हैं तो उन्हें कंपन महसूस होता है। रात 10 बजे से सुबह 5 बजे के बीच "कंपन" विशेष रूप से असहनीय होता है, जब ओवरलोड ट्रकों के चालक पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फ्लाईओवर पर चढ़ जाते हैं। ओवरस्पीडिंग और फ्लाईओवर का इस्तेमाल करने वाले भारी वाहनों से होने वाला शोर भी बहुत तेज होता है। दरारें होने और बिना साउंड बैरियर से समस्या बढ़ती जा रही है 

क्या फ्लाईओवर में दरारें और बिना साउंड बैरियर कंपन और शोर के लिए जिम्मेदार हैं? केन्द्र सरकार के एनएचएआई द्वारा यहाँ पर बनाए गए फ्लाईओवर का उद्घाटन 2020-21 में किया गया था। लेकिन जल्द ही यह स्थानीय निवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गया। यहाँ के निवासियों ने रात में फ्लाईओवर से गुजरने वाले ओवरस्पीडिंग वाहनों और ओवरलोडेड ट्रकों के कारण होने वाले तेज शोर के बारे में एनएचएआई से कई बार शिकायत की है। स्थानीय प्रशासन ने भी अधिकारियों को कड़े शब्दों में पत्र लिखकर दैनिक संकट का जल्द समाधान करने की मांग की है। स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने सोमवार को एक स्पॉट चेक किया और पाया कि निवासियों का यह कहना सही हो सकता है कि दरारें और बिना ध्वनि अवरोधक उनकी रातों की नींद हराम करने के लिए जिम्मेदार हैं।


अधिकांश खंभों में दरारें हैं, और फ़्लाईओवर के पास खंभों को जोड़ने वाले स्पैन में दरारें हैं। चौराहे के पास फ्लाईओवर के नीचे खड़े होकर, कोई भी स्पष्ट रूप से दरारें देख और आवाज़ें सुन सकता है। फ्लाईओवर पर ध्वनि अवरोधक भी नहीं लगाए गए हैं। बड़े अंतराल हैं जो वाहनों की आवाज को दोनों मोहल्लों तक जाने देते हैं।

विशेषज्ञों की माने अगर ये "संरचनात्मक" दरारें हैं जो ओवरलोड ट्रकों और वाहनों के हर रात तेज गति से फ्लाईओवर पर दौड़ने से और भी बदतर हो रही हैं, तो इसके ढहने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

रविवार, 6 अक्तूबर 2024

नफरती बयानबाज़ी पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती नाराज़, देखिए एक्स पर क्या उन्होंने किया पोस्ट


Varanasi (dil India live)। देश में नफरती माहौल और नफ़रत फैलाने वाली बयानबाज़ी पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती नाराज़ हो गई हैं। उन्होंने एक्स पर  पोस्ट किया है कि डासना देवी मंदिर के महंत द्वारा नफरती बयानबाजी इस्लाम मजहब के खिलाफ है। नफरती बयानबाजी से पूरे देश में अशांति, तनाव की स्थिति बन गई है। उन्होंने कहा है कि पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर तो कार्रवाई की गई, किन्तु मूल दोषी भयमुक्त है। भारतीय संविधान सभी के सम्मान की गारंटी सुनिश्चित करता है। केन्द्र व राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि ऐसे उल्लंघन पर वो कार्रवाई करें। सख्त कानूनी कार्रवाई करें ताकि देश में शांति रहे। 

गौरतलब हो कि डासना देवी मंदिर के महंत द्वारा इस्लाम धर्म के पैगंबर हज़रत मुहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी व नफरती बयानबाजी की है मगर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा अब तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई जिससे मायावती नाराज़ हैं।

शनिवार, 5 अक्तूबर 2024

सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न

स्कूली वाहनों में क्षमता से ज्यादा बच्चे बैठाया तो वाहनों तथा अभिभावकों के खिलाफ एफआईआर होगी-मंडलायुक्त

बच्चे की जान खतरे में डालने की जारी होगी नोटिस, दर्ज होगा एफआईआर

प्रेसर हॉर्न तथा हूटर के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ते हुए सभी वाहनों से इनको हटाया जाये: मंडलायुक्त 


Varanasi (dil India live)। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में मंडल स्तरीय सड़क सुरक्षा की बैठक आयोजित हुई जिसमें मंडलायुक्त द्वारा विभिन्न दिशानिर्देशों को सुनिश्चित करने को निर्देशित किया गया:-

● वाराणसी मण्डल में घटित सड़क दुर्घटनाओं के आँकड़े व विश्लेषण प्रदर्शित किये गये जिसमें उ0प्र0 सरकार द्वारा वर्ष 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या में 50 प्रतिशत तक कमी लाये जाने का लक्ष्य के सापेक्ष वाराणसी मण्डल की समीक्षा में यह पाया गया कि वर्ष 2023 की अपेक्षा वर्ष 2024 में अगस्त माह तक सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 0.35 प्रतिशत, मृतकों की संख्या में 0.43 प्रतिशत एवं घायलों की संख्या में 0.28 प्रतिशत की कमी आयी है।

● गत बैठक में लिये गये निर्णयों के अनुपालन की समीक्षा की गयी जिसमें मंडलायुक्त ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को सड़कों पर उतरने को निर्देशित करते हुए सभी कामर्शियल वाहनों पर शत-प्रतिशत रिफ्लेक्टिव टेप लगाने को निर्देशित किया गया। संभागीय परिवहन अधिकारी ने बताया कि नये वाहनों तथा फिटनेस वाली गाड़ियों पर शत प्रतिशत रिफ्लेक्टिव टेप लगाया जा रहा है तथा 813 वाहनों से 11 लाख रुपये वसूले गये हैं।

● प्रेशर हार्न के विरूद्ध की गयी कार्यवाही की समीक्षा के दौरान प्रेसर हॉर्न तथा हूटर के खिलाफ व्यापक अभियान छेड़ते हुए अगले एक सप्ताह में शहर में पंजीकृत लगभग 80000 सभी दो पहिया वाहनों को चेक करते हुए उनसे प्रेसर हॉर्न उतारने तथा वाहनों से जब्त करने के उपरांत मौके पर ही उनको नष्ट करने को कहा। उन्होंने इनको बेचने वाले वाहनों के खिलाफ भी आज से ही व्यापक अभियान चलाकर इनको जब्त करते हुए संबंधित के खिलाफ कार्रवाई को निर्देशित किया तथा प्रत्येक दिन की कार्रवाई से अवगत कराने को भी कहा गया।

● सड़कों पर स्थापित ब्लैक स्पॉट्स, अवैध कट तथा अन्य दुर्घटना घटित कारणों का विश्लेषण तथा सुधारात्मक कार्यवाही की समीक्षा की गयी जिसमें अध्यक्ष द्वारा अगली बैठक में चिन्हित सभी ब्लैक स्पॉट, अवैध कट तथा उनके निराकरण हेतु की गयी कार्रवाई के साथ साक्ष्य हेतु फोटो भी उपलब्ध कराने को कहा गया। 

●  टोल प्लाजा पर “वे-इन-मोशन” प्रणाली की स्थापना एवं ओवरलोड वाहनों की प्राप्त सूची के आधार पर प्रवर्तन कार्यवाही की समीक्षा के दौरान ओवरलोड वाहनों के विरूद्ध कृत कार्यवाही की समीक्षा की गयी जिसमें ओवरलोडिंग पर लगातार निर्देशों के बावजूद नियंत्रण नहीं होने पर उन्होंने जिम्मेदारी तय करने को निर्देशित किया तथा सभी टोल प्लाजा पर नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए ओवरलोडिंग के खिलाफ लगातार अभियान चलाने को निर्देशित किया ताकि सड़कों को सुरक्षित रखा जा सके। उन्होंने टोल प्लाजा के कर्मचारियों को ओवरलोड ट्रकों की सूचि परिवहन विभाग को मुहैया कराने को निर्देशित किया ताकि संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

● सभी डिवाइडर पर रिफ्लेक्टिव टेप, डाईवर्जन बोर्ड लगाते हुए सर्विस लेन पर बड़े वाहनों को प्रतिबंधित करने को कहा गया। हरहुआ क्षेत्र में चिन्हित ब्लैक स्पॉट पर अगले एक सप्ताह में रिफ्लेक्टिव टेप लगाते हुए उसका उचित प्रबंध नहीं करने पर राष्ट्रीय राजमार्ग के संबंधित प्राधिकारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जायेगी।

● परिवहन विभाग द्वारा विगत दिसंबर माह में वाराणसी में चिन्हित 9 ब्लैक स्पॉट्स पर लोकनिर्माण विभाग द्वारा अभी तक कार्रवाई नहीं किये जाने पर लोकनिर्माण विभाग के एक्सईएन को स्पष्टीकरण जारी करते हुए अगले तीन दिन में उक्त के निराकरण हेतु कार्रवाई नहीं होने पर संबंधित के खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई को निर्देशित किया गया।

● वाहन चालकों का राजकीय चिकित्सालयों में स्वास्थ्य जांच कार्ड के अनुसार नेत्र एवं स्वास्थ्य परीक्षण सुनिश्चित कराते हुए अनफिट पाये जाने पर उनके ड्राइविंग लाइसेंस को जब्त करते हुए उनके फिट होने के उपरांत प्रस्तुतीकरण देने पर ही उनको ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाये।

● मा० सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी द्वारा दिए गये निर्देशों के अनुपालन में सड़क सुरक्षा के विभिन्न बिन्दुओं पर प्रवर्तन कार्यवाही की समीक्षा के दौरान नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के खिलाफ पुलिस के सहयोग से अभियान चलाने तथा राजमार्गों आदि पर नशा स्पॉट को चिन्हित भी किया जाये ताकि प्रतिदिन इनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।

● चालू वर्ष में जनपद स्तर पर गठित "जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति" तथा "जिला विद्यालय परिवहन यान सुरक्षा समिति” एवं गत बैठक में समिति द्वारा लिए गए निर्णयों की समीक्षा की गयी जिसमें मंडलायुक्त द्वारा विद्यालय समिति की बैठक करते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी को लेकर स्कूली वाहनों के विरुद्ध लगातार विशेष चेकिंग अभियान चलाते हुए अगले एक महीने लगातार तक उन सभी वाहनों को चिन्हित करने को कहा गया जिसमें क्षमता से ज्यादे बच्चे बैठाये गये हों तथा ऐसे वाहनों, अभिभावकों के खिलाफ बच्चे की जान खतरे में डालने पर नोटिस जारी करते हुए एफआईआर दर्ज कराने तथा संबंधित की कार्रवाई की विज्ञप्ति जारी करने को कहा ताकि बच्चों के खिलाफ होने वाले हादसों पर पूरी तरह रोक लगायी जा सके।

● नगरीय क्षेत्र में यातायात व्यवस्था, पार्किंग, सड़कों पर अवैध अतिक्रमण व अवैध बस / टेम्पो-टैक्सी अड्डा के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही को निर्देशित किया गया।

● विभिन्न श्रोतों से सड़क दुर्घटनाओं में प्रभावित व्यक्तियों को मिलने वाली सहायता राशि का पर्यवेक्षण / अनुश्रवण तथा “हिट एण्ड रन" योजना के तहत सहायता राशि प्रदान की जाती जिसमें घायल व्यक्ति को पच्चास हजार तथा मृतक के उत्तराधिकारी को दो लाख देने का प्रावधान है की भी समीक्षा की गयी। 

● परिवहन विभाग को ट्राफिक पुलिस के साथ मिलकर गुड सेमेरिटन योजना को लागू कराने को कहा गया जिसमें घायल व्यक्ति की मदद करने वाले को प्रोत्साहन स्वरूप पांच हजार रुपये नगद देने का प्रावधान किया गया है। 

● विभाग द्वारा 2 अक्तूबर से 16 अक्तूबर तक "सड़क सुरक्षा पखवाड़ा" का आयोजन किया जा रहा जिसकी भी समीक्षा बैठक में की गयी जिसके प्रभावी क्रियान्वयन को मंडलायुक्त ने निर्देशित किया।

● बैठक में विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन), मंडल के जिलों के परिवहन विभाग के अधिकारियों समेत राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी उपस्थित रहे।

पैगंबर हज़रत मुहम्मद साहब पर आपत्तिजनक बयान का बनारस में भी विरोध

एआईएमआईएम ने ज्ञापन देकर की कार्रवाई की मांग 



Varanasi (dil India live). गाजियाबाद जिले के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद द्वारा इस्लाम धर्म के प्रवर्तक पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब (स.) के खिलाफ आपत्तिजनक बयान का बनारस में भी मुस्लिम वर्ग ने विरोध दर्ज कराया है। शनिवार को एआईएमआईएम का एक प्रतिनिधिमंडल वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मिलने पहुंचा। उनकी अनुपस्थिति में प्रतिनिधि मंडल ने सात सूत्रीय मांग पत्र कैंट थाना प्रभारी को सौंपा और इस प्रकार के बयानों पर कार्रवाई की मांग की। वाराणसी के एआईएमआईएम जिला अध्यक्ष इम्तियाज अहमद ने इस मौके पर पत्रकारों से कहा कि इस्लाम धर्म के प्रवर्तक पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब (स.) के खिलाफ इस तरह के बयान को मुस्लिम समुदाय बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि यह और भी चिंताजनक है कि ऐसे बयानों के बावजूद प्रदेश सरकार और प्रशासन ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ अब तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं की है। प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी कि अगर यति नरसिंहानंद सरस्वती जैसे लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो एआईएमआईएम और राज्य का मुस्लिम समुदाय सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएगा। उनका आरोप है कि इस तरह के लोग समाज में नफरत फैलाते हैं, और इन्हें खुला छोड़ना देश और समाज के लिए खतरनाक है।

शुक्रवार, 4 अक्तूबर 2024

फिलिस्तीन के मज़लूमों की आवाज़ थे सैय्यद हसन नसरुल्लाह

सैय्यद हसन नसरुल्लाह की शहादत पर हुआ एहतेजाजी जलसा 



Varanasi (dil India live)। मरकज़ी शिया जामा मस्जिद, दारानगर में बनारस के इमाम ए जुमा, मौलाना सैय्यद मुहम्मद ज़फ़र-उल-हुसैनी की सदारत में लेबनॉन में पिछले दिनों शहीद किये गए सैय्यद हसन नसरुल्लाह की शहादत की याद में जलसा ए एहतेजाज आयोजित किया गया। जलसे का आग़ाज़ मौलवी ताहिर जववाद ने तिलावते कलाम पाक से किया। अतश बनारसी, मातमदार बनारसी, रिज़वान बनारसी ने ताज़ियती कलाम पेश किये। जलसे में तक़रीर करते हुए मौलाना हसन रज़ा ने कहा कि जिस मर्दे मुजाहिद ने अपनी पूरी ज़िंदगी इंसानियत की ख़िदमत करते हुए बसर कर दी आज बहुत अफसोस की बात है कि उस इंसान को लोग आतंकवादी कह रहे हैं। जबकि भारत सरकार ने आतंकवादी संगठनों की जो लिस्ट जारी की है जो होम मिनिस्ट्री की आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद है, उसमें न तो हिज़्बुल्लाह का नाम है और न ही सैय्यद हसन नसरुल्लाह का। मौलाना ने कहा कि मीडिया को इस तरह की झूठी बातें फैलाने से परहेज़ करना चाहिए। जबकि वो फिलिस्तीन के मज़लूम लोगों की आवाज़ थे और इस्राएल की ग़ासिब हुकूमत से लोहा लेते हुए शहीद हुए। मौलाना ज़ायर हसन ईमानी ने तक़रीर करते हुए कहा कि इस्लाम ने और मौला अली ने हमको यही दर्स दिया है कि मज़लूम के साथ हो जाओ और ज़ालिम के ख़िलाफ़ हो जाओ और इसी बात पर अमल करते हुए ईरान फिलिस्तीन के मज़लूम लोगों के साथ खड़ा है। मौलाना ने ज़ोर देते हुए कहा कि मीडिया बंधुओं को सही बातें लोगों के सामने पेश करनी चाहिए न कि अपनी आज़ादी की जंग लड़ने वाले लोगों को आतंकवादी कह कर हमारे दिलों को दुखाया जाए। अगर मीडिया ने अपनी इस हरकत को नहीं रोका तो पूरे मुल्क में मीडिया चैनल और ऐसे एंकरों के खिलाफ मानहानी का मुकदमा दर्ज करने की मुहिम चलाई जाएगी।

 जलसे में मौलाना इश्तेयाक अली, मौलाना तौसीफ़ अली, मौलाना शेर अली ने भी तक़रीर पेश करते हुए मौलाना की बातों को आगे बढ़ाया और सैय्यद हसन नसरुल्लाह की अब तक कि ख़िदमत पर तफसील से रौशनी डाली। हाजी फ़रमान हैदर ने तक़रीर करते हुए कहा कि ये वही हसन नसरुल्लाह हैं जिन्होंने दाइश जैसे आतंकवादियों से दुनिया को पाक किया और भारत को तो उनका एहसानमंद होना चाहिए क्योंकि उन्होंने ही सीरिया से 40 भारतीयों को दाइश के चंगुल से बचाकर सकुशल भारत वापस भेजा था। जलसे की निज़ामत डॉक्टर शफ़ीक़ हैदर ने की।


जलसे के बाद मजलिस का आयोजन हुआ जिसमें मौलाना सैय्यद मुहम्मद अक़ील हुसैनी ने कहा कि फिलिस्तीनी लोगों की ज़मीन हड़पकर यहूदियों ने इस्राएल की हुकूमत बना ली जिसमें उसका साथ अमरीका ने दिया। फिलिस्तीनी लोगों की आज़ादी की जंग लड़ने वाले हिज़्बुल्लाह और हसन नसरुल्लाह को आतंकवादी कहने वालों ये दोहरा मापदंड क्यूं अपना रहे हो। भारतवर्ष की आज़ादी की राह हमवार करने वाले आज़ादी के मतवालों को तो स्वतंत्रता सेनानी कहते हो और फिलिस्तीन की आज़ादी की जंग लड़ने वालों को आतंकवादी कहते हो। हम भारतवर्ष में रहने वाले अमन पसंद लोग अपनी आज़ादी के सेनानियों को देशभक्त और स्वतंत्रता सेनानी मानते हैं और उनकी कुर्बानियों की क़द्र करते हैं और उनके एहसानमंद हैं। उसी तरह मज़लूमों के लिए आवाज़ उठाने वाले सैय्यद हसन नसरुल्लाह को स्वतंत्रता सेनानी मानते हैं और उनकी क़ुरबानी की क़द्र करते हैं। शिया जामा मस्जिद दारानगर के प्रशासनिक सचिव सैय्यद मुनाज़िर हुसैन मंजू ने जलसे में शिरकत करने वाले लोगों का शुक्रिया अदा किया। जलसे में मुख्य रूप से मौलाना सैय्यद अमीन हैदर हुसैनी, मौलाना मेहदी रज़ा, मौलाना इक़बाल हैदर ईमानी, मौलाना शेर अली समेत हज़ारों की तादाद में मोमिनीने बनारस शरीक हुए।

गुरुवार, 3 अक्तूबर 2024

Shaheed Hasan Nasrullah की याद में वाराणसी में कई जगहों पर हुई मजलिस

जुल्म फिर जुल्म है जब हद से बढ़ता है तो मिट जाता है...फरमान हैदर


Varanasi (dil India live). रबीउल अव्वल के आखिरी जुमेरात को शहर भर में शिया समुदाय ने शहीद हसन नसरुल्ला की याद में मजलिसों का जहां आयोजन किया वहीं दुआखानी का भी एहतमाम किया गया।दरगाहे फातमान में मजलिस को खिताब करते हुए शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने कहा की जुल्म फिर जुल्म है जब हद से बढ़ता है तो मिट जाता है। सच्चा इंसान वो है जो जुल्म के खिलाफ आवाज उठाएं और मजलूमों की हिमायत करे। मजलिस में जिन शायरों ने कलाम पेश किए तफसीर जौनपुरी, हैदर मोलाई, साहब बनारसी, अंसार बनारसी आदि ने अपने कलाम से लोगों को फैजयाब किया। 
इस अवसर पर दूसरी मजलिस को मौलाना जमीरूल हसन रिजवी ने खिताब किया इसी तरह सदर इमामबाड़ा लाट सरैया, चौहट्टन लाल खां पठानी टोला, बाजरडीहा, रामनगर आदि शिया बहुल इलाकों में भी मजलिस और दुआ खानी करके शहीद हसन नसरुल्ला को याद किया गया।

जामा मस्जिद में एहतेजाजी जलसा कल

मरकज़ी शिया जामा मस्जिद, दारानगर में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद अपराह्न 1 बजे एक एहतेजाजी जलसे का आयोजन किया गया है जिसमें इस्राएल द्वारा लेबनान पर हमला करके सैय्यद हसन नसरुल्लाह को शहीद करने के खिलाफ उलेमा तक़रीर पेश करेंगे एवं अपना विरोध दर्ज कराएंगे। यह जानकारी मुनाजिर हुसैन मंजू ने दी है।

State Level Compatition के विजेताओं को डायट प्राचार्य ने किया सम्मानित

इन दस शिक्षकों ने बढ़ाया है काशी का मान


Varanasi (dil India live). राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद लखनऊ  द्वारा शिक्षकों के कौशल को निखारने एवं गुणवत्तापरक शिक्षण कार्य को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के शिक्षकों के मध्य कई प्रकार की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन करती रही है। पिछले दिनों हुई इन प्रतियोगिताओं में वाराणसी के दस नवाचारी शिक्षकों ने सफलता का परचम लहरा कर जनपद का मान-सम्मान बढ़ाया। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सारनाथ में हुए एक सम्मान समारोह में प्राचार्य/ उप शिक्षा निदेशक उमेश कुमार शुक्ल ने राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त करने वाले शिक्षकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करते हुए कहा कि शीघ्र ही कौशल परक शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा,सम्मानित होने वाले शिक्षकों में इस वर्ष के राज्य अध्यापक पुरस्कार विजेता कमलेश कुमार पाण्डेय व श्याम नारायण मौर्य को आदर्श पाठयोजना प्रतियोगिता के लिए,अब्दुर्रहमान ,तूबा आसिम ,डॉ. श्रवण कुमार गुप्त व छवि अग्रवाल को कला ,क्राफ्ट एवं पेपेट्री प्रतियोगिता के लिए, सत्येंद्र कुमार व संगीता यादव को योग प्रतियोगिता के लिए ,अजय कुमार को आईसीटी प्रतियोगिता के लिए ,अरविंद कुमार सिंह व कमलेश कुमार पाण्डेय को कहानी सुनाओ प्रतियोगिता के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डायट प्रवक्ता डॉ. हरगोविंद पुरी, गोविंद चौबे, नर्सिंग मौर्य, डॉ. लालधारी यादव, प्रमोद कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह, विकास कुशवाहा, डॉ. प्रिंस गुप्त, डॉ. नगमा परवीन ने विजेताओं को शुभकामनाएं दी।

बुधवार, 2 अक्तूबर 2024

मंडल रेल प्रबंधक ने स्वच्छता एवं एकल उपयोगी प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग बंद करने की दिलाई शपथ




Varanasi (dil India live). महात्मा  गाँधी की 155 वीं जयंती के अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव ने लहरतारा स्थित पूर्वोत्तर रेलवे अधिकारी क्लब  में आयोजित एक समारोह में महात्मा गाँधी के चित्र पर माल्यार्पण कर अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वैच्छिक रूप से सफाई, निवास एवं कार्यस्थल को स्वच्छ रखने एवं एकल उपयोगी प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग बंद करने की शपथ दिलाई।

इसी क्रम में वाराणसी मंडल के अधिकारी क्लब में पर्यावरण और हाउसकीपिंग प्रबंधन के तत्वावधान में "स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता" की थीम पर 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2024 तक मंडल पर आयोजित "स्वच्छता ही सेवा" पखवाड़े के समापन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का शुभारम्भ मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव, मंडल महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष मोनिका सक्सेना एवं कार्यकारिणी की सदस्याओं द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस कार्यक्रम में भारत स्काउट एण्ड गाइड जिला संघ वाराणसी के सदस्यों द्वारा स्वभाव में स्वच्छता लाने एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता हेतु नुक्कड़ नाटक का मंचन  किया गया।
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (इन्फ्रा) रोशन लाल यादव, अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) राजेश कुमार सिंह, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (Enhm) अभिषेक राय,वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर(C&W) श्री अनुभव पाठक, वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी समीर पॉल, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर रजत प्रिय, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त एस रामकृष्णन, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (सामान्य) पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (कर्षण) आर एन सिंह, वरिष्ठ मंडल सामाग्री प्रबंधक नितेश अग्रवाल, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर (ऑपरेशन) अनिल श्रीवास्तव समेत अन्य मंडलीय अधिकारियों ने भी महात्मा गाँधी के चित्र पर पुष्पांजली समर्पित कर स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता की शपथ ली।
इस अवसर मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवस्तव ने कहा कि स्वच्छता पखवाड़ा 2014 में प्रधानमंत्री द्वारा आरम्भ इस सोच के साथ किया था की अपने देश के लोग जिस प्रकार विदेशों में स्वच्छता नियमों का पालन करते है वैसा अपने देश मे भी करें तो भारत में स्वच्छता कायम की जा सकती है। हम सभी सबसे पहले स्वयं को स्वच्छ रखें अपने मन को स्वच्छ रखें,अपने परिवेश को स्वच्छ रखें और अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखें तो भारत स्वयं स्वच्छ हो जाएगा। उन्होंने महात्मा गाँधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अबसर पर उनसे प्रेरणा लेते हुए भारत को स्वच्छ बनाने में अपना योगदान दें।



         इसके पश्चात मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव  द्वारा स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के अंतर्गत कार्मिक एवं स्वास्थय विभाग के निरीक्षकों द्वारा मंडल के विभिन्न स्कूलों एवं विद्यालयों में स्वच्छता संबंधित निबंध, चित्रकला तथा काव्य प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया था  जिसे मंडल रेल  प्रबंधक तथा मंडल कल्याण संगठन के अध्यक्ष ने छात्र एवं छात्राओं को पुरस्कृत किया।  इस समारोह का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (पर्यावरण और हाउसकीपिंग प्रबंधन) अभिषेक राय ने किया।
इसके साथ–साथ  गाँधी जयंती पर  02 अक्टूबर को वाराणसी मंडल के प्रमुख स्टेशनों पर भारत स्काउट एण्ड गाइड जिला संघ वाराणसी के सदस्यों की मदद से स्वच्छता जागरूकता हेतु प्रभात फेरी निकाली गई व साथ ही यात्रियों को नुक्कड़ नाटकों के मंचन के जरिये भी स्वच्छता बरतने हेतु जागरूक किया गया तथा स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े के अंतर्गत अनेक प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम  कराया गया ।इसी क्रम में महात्मा गाँधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर वाराणसी  मंडल के विभिन्न स्टेशनों एवं यूनिटों में स्वच्छता शपथ दिलाई गई और इन पर कार्यरत्त कर्मचारियों को  प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने एवं  स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्ध रहने की  शपथ दिलाई गई तथा स्टेशनों तथा रेलवे के विभिन्न यूनिटों में झाडू लगाकर साफ-सफाई किया। 
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तुलसी विवाह पर भजनों से चहकी शेर वाली कोठी

Varanasi (dil India live)। प्रबोधिनी एकादशी के पावन अवसर पर ठठेरी बाजार स्थित शेर वाली कोठी में तुलसी विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। श्री ...