मंगलवार, 1 जुलाई 2025

Doctor मरीजों की नज़र में Hero

दिल से इलाज के लिए पहचाने जाते हैं सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा

के डी अब्बासी  

Jaipur (dil India live)। बेस्ट डॉक्टर का खिताब चुनाव, मतदान, विज्ञापन, पोस्टरों से नहीं बल्कि डॉक्टर के पास उपचार करा चुके मरीजों द्वारा दिया जाता है। मरीज़ बताते हैं कि उपचार के लिए कौनसा डॉक्टर बेस्ट है। राजस्थान के कोटा शहर के भीमगंज मंडी क्षेत्र, रेलवे कॉलोनी क्षेत्र सहित शहर और शहर से बाहर उपचार कराने वाले मरीज सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा को बेस्ट डॉक्टर का खिताब देते हैं। सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा सेटेलाइट अस्पताल रामपुरा से  रिटायर्ड होने के बाद वह स्टेशन रोड, उपभोक्ता होलसेल भंडार के नजदीक कोटा जंक्शन पर अपने क्लिनिक पर सुबह और शाम मरीजों का उपचार करते है। सीनियर फिजियशन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा की पत्नी वरिष्ठ चिकित्सक डॉ मीनू कोरपाल, एम एस गायनी भी शाम को क्लिनिक पर मरीजों का उपचार करती है। मशहूर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ मीनू कोरपाल  भीमगंज मंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रिटायर्ड हुई है।

नौकरी नहीं, सेवा चिकित्सक पेशा

डॉक्टर जब आज की दुनिया में चिकित्सा भी व्यापार बनती जा रही है, ऐसे समय में कोई डॉक्टर अगर मरीज को सिर्फ इंसानियत के नाते सच्चे मन से देखे, तो वो न केवल डॉक्टर कहलाने लायक है, बल्कि समाज का सच्चा सेवक भी है। ऐसे ही एक नाम हैं, सीनियर फिजिशियन डॉ. सुनील दत्त शर्मा का।वो एक अनुभवी फिजिशियन हैं, जो अपने पेशे को सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम मानते हैं। उनके पास रोज़ाना सैकड़ों मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन जो बात उन्हें बाकी डॉक्टरों से अलग बनाती है, वो है अन्य फिजिशियन डॉक्टर से कम फीस, बिना कमीशन की दवा और सही इलाज की नीयत। सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा अपने क्लिनिक पर आज भी विभिन्न तरह की जांचों के निशुल्क कैंप भी करते हैं।

कमीशन से परे सोच

अक्सर देखने में आता है कि डॉक्टर मरीज को महंगी दवाइयाँ लिखते हैं, जो विशेष मेडिकल स्टोर पर ही मिलती हैं और जिन पर डॉक्टर को कमीशन भी मिलता है। लेकिन सीनियर फिजिशियन डॉ. शर्मा ने इस चलन से खुद को अलग रखा है। वह हमेशा ऐसी दवाएं लिखते हैं जो शहर के किसी भी मेडिकल स्टोर से प्राप्त की जा सकती है, जो सस्ती होती हैं और आम आदमी की पहुँच में भी रहती हैं। उनका मानना है, "इलाज का मकसद पैसा कमाना नहीं, मरीज को राहत देना है। सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा का इलाज केवल दवाओं से नहीं होता, बल्कि उनके सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार से भी लोग जल्दी ठीक हो जाते हैं। वो हर मरीज की बात ध्यान से सुनते हैं, उन्हें पूरा समय देते हैं और न तो फालतू जांचें करवाते हैं, न ही उन्हें भ्रमित करते हैं।

कई बुज़ुर्ग मरीज कहते हैं, "आजकल ऐसे सीनियर फिजिशियन डॉक्टर  सुनील दत्त शर्मा जैसा मिलना मुश्किल है। सीनियर फिजिशियन डॉ. सुनील दत्त शर्मा भगवान की तरह हैं।" अभावग्रस्त निर्धन मरीज के लिए मुफ्त में दवा देना, किसी अभावग्रस्त गरीब मरीज की फीस माफ कर देना, ये उनके रोज़मर्रा के काम हैं।

एक मिशन, एक सोच

सीनियर फिजिशियन डॉ. सुनील दत्त शर्मा का सपना है कि "भारत में स्वास्थ्य सेवा अमीरों की जागीर न रह जाए, बल्कि हर गरीब को भी अच्छा इलाज मिले।" उनका ये काम न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि आने वाले डॉक्टरों के लिए एक मिसाल भी है। डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा ईमानदारी, मेहनत से समाज की गत 45 वर्षों से शोषित, पीड़ित जनता की नि : स्वार्थ सेवा कर रहे हैं। कोटा के मशहूर सीनियर फिजिशियन डॉ सुनील दत्त शर्मा (एम. डी . मेडिसन) का जन्म वर्ष 1957 में कोटा जंक्शन के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा के पिता स्व. ब्रह्मदत्त शर्मा रेल कर्मचारी और माताजी धार्मिक और कर्तव्य परायण गृहणी थी। दोनों ने अपने बच्चों को सेवा, परिश्रम, ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के भरपूर संस्कार दिए। सीनियर फिजिशियन डॉ सुनील दत्त शर्मा बचपन से ही मेधावी छात्र रहे इसलिए शिक्षा की हर परीक्षा उन्होंने सर्वश्रेष्ठ परिणाम के साथ उत्तीर्ण की। मन में प्रारंभ से ही चिकित्सक बनकर दुखी मानवता की इच्छा थी और योग्यता भी थी। इसलिए उदयपुर के सरकारी आर एन टी मेडिकल कॉलेज से एम बी बी एस करने के लिए चुन लिए गए और एम बी बी एस के श्रेष्ठ परिणाम के आधार पर वहीं से एम डी मेडिसिन करने का अवसर प्राप्त हुआ। समय के साथ सीनियर फिजिशियन डॉ सुनील दत्त शर्मा का विवाह प्रसिद्ध महिला डॉक्टर डॉ मीनू कोरपाल, एम एस गायनी के साथ सम्पन्न हुआ। जिन्होंने हर कदम जीवन की धूप-छांव में डॉ शर्मा का खूब साथ निभाया। उदयपुर से एम डी करने के बाद सीनियर फिजिशियन डॉ सुनील दत्त शर्मा की पहली नियुक्ति सरकारी चिकित्सक के रूप में बारां जिले की दूरदराज  आदिवासी क्षेत्र शाहबाद में हुई।उस समय उस क्षेत्र में न तो पक्की सड़के थी और ना ही यातायात के साधन। नियुक्ति के स्थान पर जीवनयापन की सामान्य सुविधाएं भी नहीं थीं। ऐसे अभावग्रस्त क्षेत्र को मानवता की सेवा का ईश्वर प्रदत्त श्रेष्ठ अवसर मानकर सीनियर फिजिशियन डॉ शर्मा ने वर्षों तक अभावग्रस्त साधनहीन निर्धन आदिवासियों की मन वचन कर्म से खूब सेवा की। उस का ही परिणाम है कि लगभग चार दशक बीत जाने के बाद आज भी डॉ शर्मा का शाहबाद क्षेत्र से जीवंत संपर्क है और वो समय समय पर शाहबाद और मामोनी क्षेत्र में अपने संपर्क से नि:शुल्क चिकित्सा शिवरों का आयोजन करवाते रहते हैं। सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त  शर्मा ने कई दशकों तक सेटेलाइट हॉस्पिटल, रामपुरा में वरिष्ठ चिकित्सक और हॉस्पिटल प्रभारी के पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। सीनियर फिजिशियन डॉ सुनील दत्त शर्मा की सर्वश्रेष्ठ सेवाओं का ही परिणाम है कि वशिष्ठ चिकित्सक के पद पर निरन्तर चार दशकों की चिकित्सा सेवाओं पर सदैव सराहना और प्रशंसा होती रही, कभी कोई प्रश्नचिन्ह या उंगली नहीं उठी। सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा को उत्कृष्ट शिक्षा सेवाओं के लिए नौकरी में रहते हुए राजस्थान सरकार द्वारा सम्मानित किया गया।सीनियर फिजिशियन डॉ सुनील दत्त शर्मा अपनी चिकित्सा सेवाओं के प्रति इतने समर्पित हैं कि कभी किसी के दबाव या प्रभाव से आकर्षित नहीं होते।वो मरीज को चेहरे से नहीं उसके रोग से जानते हैं। बीमारी की भली भांति जांच करवाना और फिर बिना कमीशन की ब्रांडेड दवाइयां लिखकर चिकित्सा करने में विश्वास करते हैं। सीनियर फिजिशियन डॉ  सुनील दत्त शर्मा के क्लीनिक में दवाई कंपनियों के प्रतिनिधियों द्वारा नि:शुल्क दवाइयों के सैंपल मित्रों,परिचितों और प्रभावशाली लोगों के लिए नहीं वरन अभावग्रस्त,निर्धन अस्वस्थ्य लोगों के लिए होते हैं। किसी भी जाति,वर्ग,लिंग धर्म का रोगी हो उसे अपने पूर्व निर्धारित नंबर पर बिना किसी वरीयता के दिखाना होगा। सीनियर फिजिशियन डॉ सुनील दत्त शर्मा के जीवन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व श्री भुवनेश चतुर्वेदी और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष स्व श्री पुष्पकांत दलाल जैसे  कर्मठ,ईमानदार, समर्पित समाजसेवी और सादगी पसंद व्यक्तित्वों का बहुत प्रभाव रहा है। सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा ने चिकित्सा क्षेत्र में  सुप्रसिद्ध डॉ आर एम सिंघवी,डॉ एस के गोयल,डॉ के के पारिख,  डॉ अरुण बोर्डिया और कोटा के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एन के गुप्ता जैसे वरिष्ठ चिकित्सकों से भी बहुत प्रेरणा ली है।शाहबाद आदिवासी क्षेत्र में मामोनी ग्राम को आदर्श सेवा गांव बनाने के लिए जीवन भर सेवा समर्पित स्व मोती लाल,नीलू मलहोत्रा,महेश शर्मा के सहयोगी साथी रहे हैं डॉ एस डी शर्मा।आज भी सीनियर फिजिशियन डॉक्टर सुनील दत्त शर्मा कोटा जंक्शन स्थित श्री राम धर्मार्थ चिकित्सालय में  निरंतर सेवाओं के साथ प्रौढ़ शिक्षा विभाग और अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजित किए जाने वाले स्वास्थ्य शिवरों में अपनी नि:शुल्क सेवाएं देते है। अभावग्रस्त,पीड़ित समाज के प्रति ऐसे समर्पित सीनियर फिजिशियन डॉ सुनील दत्त शर्मा के आदर्श जीवन, कृतित्व और व्यक्तित्व पर कुछ लिखने का उद्देश्य यही है कि लोग उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज के प्रति अपने दायित्व का बोध करे और अपने योग्य और स्तर की अभावग्रस्त मानवता की सेवा अवश्य करे। ये देश ये समाज हमारा है इसके केवल अधिकार नहीं इसके प्रति हमारे दायित्व भी है। केवल कोसने से नहीं कुछ करने से ही स्वस्थ्य और विकसित समाज का निर्माण होगा।

सोमवार, 30 जून 2025

4TH Mahe Muharram2025: Varanasi main मजलिसों और जुलूस का दौर हुआ तेज़

सदर इमामबाड़े पहुंचा चौथी मोहर्रम का कदीमी जुलूस

जुलूस के रास्तों में हो रही है दुश्वारियां 

शिवाला के जुलूस में हुआ जोरदार मातम


सरफराज अहमद 

Varanasi (dil India live). ३० जून यानी चार मोहर्रम पर सोमवार को हर तरफ मजलिसों में इमाम हुसैन के दोस्त हबीब इब्ने मज़हिर की जिंदगी पर रौशनी डाली गई। कालीमहल में तकरीर करते हुए शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता हाजी फरमान हैदर ने बताया कि इमाम हुसैन ने अपने 80 साल के अजीज दोस्त को खत लिखकर कूफे से बुलाया था। उनकी दोस्ती आज भी सारी दुनिया के लिए मील का पत्थर है। इस दौरान पहला जुलूस इम्तियाज हुसैन नकवी के चौहट्टालाल खान स्थित इमामबाड़े से निकला। जुलूस में अलम, ताबूत शामिल था जिसकी जियारत करने लोगों का हुजूम उमड़ा। जुलूस मस्जिद और इमामबाड़ा चौहट्टा लाल खान में जाकर समाप्त हुआ। अंजुमन आबिदिया ने जुलूस की अगवाई की। वहीं दूसरा जुलूस शिवाला के मोहल्ला क्रीमकुंड से सैयद आलिम हुसैन रिज़वी के संयोजन में उठाया गया। जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ गौरीगंज में वरिष्ठ पत्रकार काजिम रिज़वी के इमामबाड़े पर जाकर समाप्त हुआ। इस मौके पर अंजुमन गुलज़ारे अब्बासिया, समेत कई अंजुमनों ने नौहाखवानी व मातम का नज़राना पेश किया। वहीं अंतिम जुलूस चौहट्टा लाल खान मस्जिद से अलम दुलदुल व ताबूत का उठाया गया। जुलूस में अंजुमन आबिदिया, अंजुमन सज्जादिया तथा अंजुमन हाशिमिया ने नोहा ख्वानी व मातम के साथ शहीदाने कर्बला को खेराजे अकीदत पेश किया। मौलाना बाकर बलियावी, डा. शफीक हैदर, मंजर नकवी ने मजलिसों को खिताब किया। शिया जामा मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर ने कहा कि जुलूस मार्ग में ढेरों दुश्वारियां हैं जिला प्रशासन मीटिंग में बड़ी बड़ी बातें करता है मगर हर बार जुलूस दुश्वारियों के बीच निकाला जाता है। इस अव्यवस्था से मुस्लिमों में रोष है।

पांचवीं मोहर्रम को निकलेगा अलम

इस सिलसिले से फरमान हैदर ने बताया कि पांचवीं मोहर्रम को छत्तातले से अलम का जुलूस अंजुमन हैदरी के जेरे इंतजाम उठाया जाएगा। स्वर्गीय wajjan खान के परिवार के सदस्य मर्सिया पढ़ेंगे। शहनाई पर आंसुओं का नजराना पेश होगा। वहीं अर्धाली बाजार में हाजी अबुल हसन के निवास से ६ महीने के शहीद अली असगर का झूला उठाया जाएगा। अंजुमन इमामिया नोहा मातम करेगी। पांच मोहर्रम को ही रामनगर से महाराज बनारस के द्वारा स्थापित किया गया मन्नत का जुलूस भी उठाया जाएगा। ये जुलूस अहले सुन्नत हजरत भी उठते हैं।

Varanasi Main Barsat के चलते थोड़ी राहत ज्यादा दुश्वारियां

पहली ही बारिश जनजीवन कर गई प्रभावित, घंटों जल जमाव, बिजली भी हुई गुल



सरफराज अहमद 

Varanasi (dil India live). काशी में पहली बार एक ही बार में दो घण्टे तक हुई मूसलाधार बारिश के चलते लोगों को उमस से थोड़ी राहत मिली तो तमाम दुश्वारियां भी उठानी पड़ी। शाम में शुरू हुई बारिश न जहां ठेले-खोमचे वालों समेत ज्यादातर दुकानदारों की रोज़ी रोटी पर असर पड़ा वहीं नगर निगम के साथ साथ बिजली विभाग की भी सक्रियता की पोल खुल गई। बनारस में पहली ही तेज बारिश ने नगर को जलमग्न कर दिया इसके चलते घंटों बरसात का जहां पानी लगा रहा वहीं जिस इलाके में पानी लगा रहा वहां बिजली भी घंटों काट दी गई इसके चलते लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी पीने का पानी न भर पाने से हुई।

इस दौरान समस्त फीडरों से बिजली आपूर्ति तकरीबन साढ़े तीन घण्टे से ज्यादा देर तक ठप रही। उपभोक्ताओं ने फोन करके जाना तो पता चला बारिश के कारण कहीं फ़ॉल्ट है, बारिश रुकने के बाद ही पट्रोलिंग सम्भव होगी तभी निर्बाध बिजली आपूर्ति बहाल हो सकेगी। बारिश रुकने के एक घंटे से भी ज्यादा का समय हो गया मगर न तो बिजली के फ़ॉल्ट का ही पता चल सका और न ही जल निकासी का प्रबंधन ही हुआ। इस दौरान दुकानों से लेकर मकान और बुनकरों के करघों तक में पानी घुस गया जिससे उनकी रोजी रोटी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।

वाह रे स्मार्ट काशी !

नई सड़क पर भरे पानी से बिजली विभाग के पैनल डूबे हुए थे। बेनिया उपकेंद्र के कर्मचारी का कहना है की रिस्क नही ले सकते जब पानी निकल जायेगा तभी लाइट चालू होगी।

समाचार लिखे जाने तक कई इलाकों में बिजली गुल थी और बरसात का पानी लगा हुआ था। उसी पानी में लोग जद्दोजेहद करते दिखाई दिए। इस दौरान कोई नगर निगम को तो कोई बिजली विभाग को अपशब्द बोलता दिखाई दे रहा था।










RJD K Tejasvi Yadav का चुनावी ऐलान: बिहार को बनाएंगे स्कॉटलैंड'

बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हुआ हाई


Patna (dil India live). बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा धीरे-धीरे हाई होने लगा है। सभी दलों के दावों-प्रतिदावों एवं जारी जोड़तोड़ के बीच तेजस्वी यादव ने सोमवार को अपने बयान से हलचल मचा दी है। यह सियसी हलचल न केवल एनडीए के घटक दलों में मचा है बल्कि महागठबंधन के घटक दलों के बीच भी है। अंतर केवल इतना है कि महागठबंधन के दल सियसी मजबूरी में तेजस्वी यादव के दावों का समर्थन करने को विवश हैं। उनके पास कोई विकल्प नहीं है। 

देखिए क्या बोलें तेजस्वी 

तेजस्वी यादव ने तस्वीर साफ करते हुए कहा है कि - 'बिहार में महागठबंधन से मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी यादव ही हैं। इसे लेकर इंडिया गठबंधन में सहमति बन गई है। बिहार में हमारी सरकार बनने वाली है। हमारी सरकार बनी तो हम बिहार को स्कॉटलैंड बना देंगे।' तेजस्वी ने आगे कहा कि - 'भाजपा के नेता सब चिंटू हैं। ये लोग नमाजवाद और मौलाना स्क्रिप्ट की बात करते हैं। हम बिहार में जाति धर्म की राजनीति नहीं होने देंगे। सुधांशु त्रिवेदी अपनी दम पर नेता नहीं बने हैं।'

उन्होंने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर भी भाजपा पर हमला बोला। अपनी बात रखते हुए तेजस्वी ने कहा कि लोगों को मताधिकार से वंचित करने की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देना है। 

विरोधी दल नेता तेजस्वी यादव यहीं नहीं रुके। आगे यह भी कहा कि - 'बिहार में एनडीए सत्ता से बाहर होने वाली है। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी। सरकार बनने पर वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।' 

आज तेजस्वी यादव की ओर से खुद को सीएम फेस का ऐलान करते ही बिहार में अचानक से सियासी माहौल गरमा गया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि - 'केंद्र और राज्य में सरकार साझा करने वाली भारतीय जनता पार्टी को ये याद दिलाना होगा कि हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों और ईसाइयों के बलिदान से देश को आजादी मिली थी।...कोई ये ना समझे कि देश उसके पिता की प्रॉपर्टी है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने ये साफ कर दिया है कि आरजेडी नए वक्फ कानून का विरोध करेगी। इस कानून के खिलाफ हमने कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है।

...बिहार के मुस्लिम भाइयों से कहूंगा कि वो याद रखें कि एनडीए सरकार जाने वाली है। नवंबर में बिहार में नई सरकार बनेगी, जो कि गरीबों की समर्थक होगी और वक्फ कानून को कूड़ेदान में डाल देगी।'

बता दें कि बिहार में सीएम फेस को लेकर तेजस्वी यादव से पहले कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार भी बयान दे चुके हैं। कन्हैया कुमार ने बीते शुक्रवार को कहा था, 'अगर विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को बहुमत मिला तो मुख्यमंत्री आरजेडी से होगा। इसमें कोई भ्रम नहीं है कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे।...जिसके पास ज्यादा विधायक होंगे, उसी की पार्टी से मुख्यमंत्री बनेगा। आरजेडी महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है और उसके पास अधिक विधायक होंगे, इसलिए मुख्यमंत्री भी उनका ही होगा।'

Desh के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश का Red alert

वाराणसी समेत पूर्वांचल में कुछ जनपदों में होगी तेज़ बारिश 

देशभर में मानूसन की दस्तक के बाद उत्तर भारत समेत पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी है। दिल्ली, यूपी और झारखंड समेत कई राज्यों के अलग-अलग इलाकों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। एक रिपोर्ट 


New Delhi (dil India live). भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार की सुबह की बुलेटिन के मुताबिक, झारखंड, ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर आने वाले दिनों में भारी बारिश होने का अनुमान है। 

कहा गया है कि 30 जून से 5 जुलाई के दौरान पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाकों में, मध्य प्रदेश, बिहार में बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। 

बिहार में बरसात से आ सकती है बाढ़ 

भारतीय मौमस विभाग के जारी पूर्वानुमान के अनुसार,  बिहार के कई जिलों में अगले 3-4 दिनों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तरी बिहार में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताई है।

बिहार के लिए भारतीय मौसम विभाग की ओर से इस दौरान किसानों और यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कहा है कि बिहार में भारी बारिश होने से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालत बन सकते हैं। 

झारखंड में भारी बरसात का रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने झारखंड में 2 जुलाई की सुबह तक भारी बरसात होने की संभावना है। सोमवार के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया है। इस बीच ताजा अपडेट के अनुसार, राजधानी रांची समेत पूरे प्रदेश में भारी बारिश हो रही है।

पूर्वी सिंहभूम जिले के कोवाली थाना क्षेत्र में शनिवार को भारी बारिश के कारण प्राइवेट लव कुश आवासीय स्कूल जलमग्न हो गया और 162 छात्र फंस गए। स्कूल परिसर, कक्षाओं और छात्रावास में पानी भर जाने से छात्रों को छत पर रात बितानी पड़ी।

पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ऋषभ गर्ग ने रविवार सुबह करीब 5.30 बजे सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी और दमकल की टीमें मौके पर पहुंचीं और ग्रामीणों की मदद से सभी छात्रों को एक-एक करके निकाला।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र और इससे सटे पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। अगले दो दिनों के दौरान यह तूफान धीरे-धीरे उत्तरी ओडिशा, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों और झारखंड से होते हुए पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ेगा। 

उत्तर प्रदेश के इन जिलों में रेड अलर्ट

यूपी में इन 6 जिलों में बरसात को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि 10 जिलों में आरेंज अलर्ट। लखनऊ सहित 67 जिलों में गरज-चमक के साथ वज्रपात की भी चेतावनी जारी की गई है। रेड अलर्ट वाले जिलों में बहराइच, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, सहारनपुर, शामली, बिजनौर और रामपुर शामिल हैं। 

वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, सोनभद्र, चंदौली, गोंडा, श्रावस्ती, सीतापुर, हरदोई, फरुखाबाद, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं व आसपास के इलाकों में भारी बारिश के आसाार हैं।

प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं व आसपास के इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी है। 

रविवार, 29 जून 2025

3 mahe Muharram 2025: नवाब की ड्योढ़ी से निकला कदीमी दुलदुल का जुलूस

 ...नाना मेरे रसूले ख़ुदा मैं हुसैन हूं

सरफराज अहमद 

Varanasi (dil india live). तीसरी मोहर्रम को अलम व दुलदुल का कदीमी जुलूस अकीदत के साथ औसानगंज में नवाब की ड्योढ़ी से उठाया गया। जुलूस में, नाना मेरे रसूले ख़ुदा मैं हुसैन हूं, गूंजी है कर्बला में सदा मैं हुसैन हूं...। जैसे दर्द भरे नौहे फिजा में बुलंद करते हुए मातमी दस्ता आगे बढ़ा। जुलूस विभिन्न रास्तों से होकर चौक होते हुए दालमंडी देर रात पहुंचा।जुलूस में अंजुमन जव्वादिया नौहाखवानी वह मातम करते हुए चल रही थी। जुलूस नयी सड़क, फाटक शेख सलीम, काली महाल, पितरकुंडा होते हुए दरगाहे फातमान पहुंचेगा। 


कुम्हार के इमामबाड़े पहुंचा जुलूस 

शिवाला स्थित सैयद आलीम हुसैन रिजवी के इमामबाड़े से एक अन्य जुलूस उठाया गया। यह जुलूस कर्बला के शहीदों और असीरो को खिराजे अकीदत पेश करते हुए अग्रवाल रेडियो, अवधगरवी आदि रास्तों से होते हुए हरिश्चंद्र घाट पहुंचा।


जुलूस हरिश्चन्द्र घाट स्थित कुम्हार के इमामबाड़े पर जाकर समाप्त हो गया। रास्ते भर विभिन्न अंजुमनों ने नौहाखवानी वह मातम का नजराना पेश किया। तीन मोहर्रम को ही रामनगर में बारीगढ़ी स्थित सगीर के इमामबाड़े से भी अलम का जुलूस उठाया गया।

मस्जिदों में हुआ कर्बला का जिक्र 

शहर भर की मस्जिदों में इशा की नमाज के बाद कर्बला के शहीद-ए-आजम इमाम हुसैन और इमाम हसन समेत अहले बैत का जिक्र तीसरी मोहर्रम को भी जारी रहा। इस दौरान पठानी टोला, कोयला बाजार, बड़ी बाजार, लल्लापुरा, दालमंडी, रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, गौरीगंज, बजरडीहा, अर्दली बाज़ार आदि इलाकों में जिक्रे शहीदाने कर्बला का दौर चला। आयोजन में उलेमा ने कहा कि इमाम हुसैन ने अपनी और अपने कुनबे की शहादत देकर इस्लाम को बचा लिया। आज यजीद का नामलेवा कोई नहीं है मगर इमाम हुसैन रहती दुनिया तक याद किए जाएंगे।


चार मोहर्रम को उठेगा ताजिया 

चार मोहर्रम को ताजिये का जुलूस शिवाला में सैयद आलीम हुसैन रिजवी के इमामबाड़े से निकलेगा। जुलूस गौरीगंज स्थित वरिष्ठ पत्रकार काजिम रिजवी के इमामबाड़े पर जाकर समाप्त होगा। चार मोहर्रम को ही चौहट्टा लाल खां में इम्तेयाज हुसैन के मकान से 2 बजे दिन में जुलूस उठकर इमामबाड़ा तक जायेगा। चौथी मुहर्रम को ही तीसरा जुलूस अलम व दुलदुल का चौहट्टा लाल खां इमामबाड़े से रात 8 बजे उठकर अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ सदर इमामबाड़ा पहुंच कर समाप्त होगा।

Varanasi Police ने घोषित किया नया Mafia

सफेशपोश रुतबेदार धनाढ्य खुद को दर्शाने वाले बनारस के नटवरलाल अब माफिया 

धोखाधड़ी, अन्य आरोप समेत गैंगस्टर के तहत कैंट थाने में 11 मुकदमे हैं दर्ज 


Sarfaraz Ahmad 

Varanasi (dil India live)। Varanasi जिले के ग्रामीण इलाके में सफेशपोश रुतबेदार धनाढ्य के तौर पर खुद को दर्शाने वाले बनारस के नटवरलाल को वाराणसी पुलिस ने बाकायदा माफिया घोषित कर दिया है। पंचक्रोशी मार्ग पर हरहुआ और जंसा के बीच पड़ने वाले रामेश्वर तीर्थ इलाके में इस माफिया ने अपना रिहायशी ठिकाना बना रखा है। 

वरुणा नदी किनारे रामेश्वर तीर्थ इलाके में नए ओवरब्रिज के दक्षिणी ढलान पर पश्चिमी ओर से हाथी-बरनी को जाने वाले मार्ग के आरंभ में दाहिने किनारे सरकारी स्कूल और पुराने धार्मिक स्थानों के बाद इस माफिया ने अपने रिहायशी ठिकाने का नाम राजपूत हवेली रखा है और खुद को छोटे सरकार बताता है। बाकायदा इसका प्रचार बोर्ड भी चस्पा किया हुआ है।

वाराणसी पुलिस का बड़ा एक्शन

वरुणा जोन के पुलिस उपायुक्त के मुताबिक, कैंट थाने की पुलिस ने अर्दली बाजार स्थित चंद्रा ज्वेलर्स के मालिक प्रशांत सिंह गहरवार को माफिया घोषित किया है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों और गैंगस्टर एक्ट के तहत कैंट थाने में 11 मुकदमे दर्ज हैं।

फिलहाल वह जिला जेल में बंद है। कैंट थाने की पुलिस ने पिछले पांच साल में पहला चिह्नित माफिया घोषित किया है। पुलिस के मुताबिक, इस प्रशांत सिंह गहरवार महावीर मंदिर रोड, अर्दली बाजार का निवासी है।

नकली आभूषण बेचने का आरोपी है न्यू माफिया

इसका मौजूदा पता जंसा थाने के रामेश्वरम क्षेत्र के पदसीपुर स्थित राजपूत हवेली है। वह नकली सोने के आभूषण बेचने के लिए कुख्यात है। उसने आमजन के साथ ही कई पुलिसकर्मियों के साथ भी धोखाधड़ी की है। 

पुलिस ने इस बरे में बताया कि धोखाधड़ी की शिकायत करने पर वह मारपीट करने के साथ ही जान से मारने की धमकी देता था। उसके खिलाफ वर्ष 2022 से अब तक 11 केस दर्ज किए गए हैं। कैंट थानाध्यक्ष ने कहा कि प्रशांत का स्वतंत्र घूमना जनहित में उचित नहीं है, इसलिए उसे माफिया घोषित किया गया है।