बुधवार, 4 जून 2025

Varanasi main इसी शराब ठेके के बाहर हुई थी BJP leader पशुपतिनाथ सिंह की हत्या

जल्द जय प्रकाश नगर का शराब ठेका हटाया जाएगा 

सरफराज अहमद 

Varanasi (dil India live). आबकारी मंत्री नीतिन अग्रवाल ने जन विरोध के बाद शिवपुरवा, जय प्रकाश नगर स्थित देसी, अंग्रेजी, बियर भांग की दुकान को अन्यत्र स्थानान्तरित करने का आदेश दिया। स्थानीय लोग लंबे समय से इस ठेके को हटाने के लिए आंदोलनरत हैं। इसके लिए पिछले दिनों सपा नेत्री ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन भी सौंपा था।


स्थानीय समाजिक कार्यकर्ता रुद्रेश सिंह ने बताया कि आबकारी मंत्री ने जय प्रकाश नगर में एक औपचारिक मुलाकात के दौरान यह आदेश दिया कि ठेका हटाया जाएगा। आदेश मिलते ही डिप्टी कमिश्नर प्रदीप दुबे ने 10-15 दिन की मोहलत मांगी है। साथ ही मंत्री जी ने कहा कि आप लोगों की नज़र में कोई दुकान हो तो लाइसेंसी को बता दें जिससे काम जल्दी हो सके। बताते चले कि इसी ठेके के बाहर मामूली विवाद में 12 अक्टूबर 2022 को भाजपा नेता पशुपतिनाथ सिंह की हत्या कर दी गई थी। उस समय पशुपतिनाथ सिंह से शराब पीकर हुड़दंग मचाने वाले लोग उलझ गए थे जिससे विवाद बढ़ गया था और उनकी हत्या हो गई थी। उनकी हत्या पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी शोक व्यक्त किया था। तब से लगातार ठेके को हटाने की मांग की जा रही है। आवासीय कॉलोनी और पास में ही रेलवे कालोनी होने के चलते आए दिन दूर दराज से युवक और अधेड़ यहां आकर शराब पीने के बाद हुड़दंग करते। इस दौरान बहू-बेटियो, महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाएं इस इलाके के लिए आम बात हो गई है। महिलाएं इसे हटाने के लिए आंदोलनरत छेड़े हुए हैं। अब देखना यह है कि ठेका कब यहां से हटता है।

PM Modi के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर फंसे Ex MLA तिवारी

मुकदमा दर्ज, फार्म हाउस से हुए अरेस्ट, बोले मोबाइल हैक हुआ, पुलिस नहीं मानी

 

sarfaraz Ahmad/ Mohd Rizwan 

Bilaspur (dil India live)। सीपत विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अरुण तिवारी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार मामला सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई कथित अभद्र टिप्पणी से जुड़ा होने की वजह से वो बच नहीं सके। उनके खिलाफ सिविल लाइन थाना में एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने बताया कि यह टिप्पणी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर की गई, जिसमें "घर-घर सिंदूर पहुंचाने" जैसे मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए तिवारी पीएम के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं।


शिकायत करने वाले रणजीत ने इस पोस्ट को लेकर सिविल लाइन थाने में शिकायत किया था, जिसके आधार पर पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। शिकायत में कहा गया कि अरुण तिवारी की फेसबुक आईडी से पीएम मोदी को लेकर बेहद आपत्तिजनक और अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया गया है, जो न केवल नैतिक रूप से अनुचित है, बल्कि कानूनन भी दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है।

इस पर पुलिस सक्रिय हुई, विधायक तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और तिवारी की तलाश की गई तो वो अपने फार्म हाउस में मिला। पुलिस को तिवारी ने सफाई दी कि उसका सेलफोन ट्रैकिंग का शिकार हुआ था न तो पीएम को उन्होंने कोई ऐसी टिप्पणी की और न ही वो ऐसी किसी वाणी का वो समर्थन करते हैं मगर पुलिस ने तिवारी का पुराना रिकॉर्ड देखते हुए बातों पर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा बल्कि साइबर एक्सपर्ट को मामले की जांच सौंपी गई है। जांच के बाद ही तय होगा।

Eid-Ul-Azha के बाज़ार में निगाहें तलाश रहीं करिश्माई बकरा

दुम्बे ने खींच रखा है अपनी ओर सभी का ध्यान, दो लाख लगा दाम

सरफराज अहमद 

Varanasi (dil India live)। ईद-उल-अजहा यानी बकरीद इस बार 7 जून को मनाया जाएगा। बकरीद के पर्व पर कुर्बानी के लिए वाराणसी में बेनिया बकरा मंडी सज गई है। मंडी में दस हजार से लेकर लाखों के जानवर सजे हुए हैं। यहां खरीदारी और बिक्री करने प्रदेश भर से व्यापारी और खरीदार आ रहे हैं। जो लोग बकरा खरीद रहे हैं वो अपने बकरों के साथ सेल्फी भी लेते दिखाई दे रहे हैं। भीषण गर्मी का असर बकरा मंडी में भी दिखाई दे रहा है। दोपहर में मंडी में सन्नाटा पसरा है खरीददारी करने वाले सूरज डूबने के बाद ही बेनियाबाग बकरा मंडी का रुख़ कर रहे हैं। जिसे सौदा पट जा रहा है वो हंसी खुशी अपने साथ बकरा घूमाते फिराते ले जाते दिखाई दे रहे हैं।



इस साल भी बाजार में दुमबा आ गया है, हालांकि करिश्माई (अल्लाह या मुहम्मद लिखा) बकरा किसी व्यापारी के पास नहीं है। दो साल पहले बरबरा नस्ल का बकरा, बकरा मार्केट में छाया हुआ था। उसकी पीठ पर एक तरफ मुहम्मद और दूसरी तरफ अल्लाह लिखा हुआ था। आजमगढ़ के पी कुमार बरबरा नस्ल के उस करिश्माई बकरे को लेकर पहुंचे थे मगर इस बार लोगों की निगाहें करिश्माई जानवर महज़ खोजती ही रह गई हालांकि चंदौली के व्यापारी थुम्बा लेकर बेनियाबाग पहुंचे तो उसका दाम दो लाख लग गया मगर अभी बिका नहीं है।

VKM Varanasi main चित्रकला विभाग k ‘चित्रांकन-दी आर्ट क्लब‘ की चित्रकला प्रदर्शनी

स्टूडेंट्स ने मनवाया कला का लोहा 

वाराणसी घाट, हाट, बाजार, बनारस की गलियां और पोट्रेट संग कैनवास पर बहुत कुछ 

Varanasi (dil India live). वसंत कन्या महाविद्यालय, कमच्छा, वाराणसी के चित्रकला विभाग ‘चित्रांकन-दी आर्ट क्लब‘ के तत्वावधान में बी.ए. द्वितीय वर्ष की छात्राओं द्वारा चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन संस्कृत विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. शान्ता चटर्जी के कर कमलों से किया गया। इस कार्यक्रम के लिए प्राचार्या प्रो. रचना श्रीवास्तव ने प्रशिक्षु कलाकारों की हौसला अफजाई की। प्रेरना राॅय, शालिनी कुमारी, रितम्भरा और अनुपम कुमारी तथा चित्रकला विभाग की अन्य छात्राओं द्वारा चित्रों के माध्यम से भावों की अभिव्यक्ति देने का सफल प्रयास किया। डाॅ. शान्ता चटर्जी ने सभी छात्राओं के चित्रों की प्रशंसा की और कला साधना करने के लिए, कला के हुनर को निखारने के लिए तथा निरन्तर चित्रण करते रहने का प्राचार्या ने आशीर्वाद दिया। वाराणसी घाट, हाट, बाजार, बनारस की गलियों, पोट्रेट और महाविद्यालय परिसर के बनाये गये चित्रों की सभी दर्शकों ने प्रशंसा की। पोट्रेट पेंटिंग में छात्राओं ने व्यक्ति के अलग-अलग भावों को सफलता पूर्वक दर्शाया है। 


यंग स्किल इण्डिया के संयोजक नीरज श्रीवास्तव ने चित्र प्रदर्शनी के लिए छात्राओं को शुभकामनाएं दी और चित्रण क्षेत्र में सफल होने के लिए आर्ट मार्केटिंग की कला को भी समझने की आवश्कता पर जोर दिया। इस प्रदर्शनी का आयोजन विभाग की शिक्षिकाएं डा. वर्षा सिंह, डाॅ. दीक्षा जायसवाल के निर्देशन में किया गया। प्रदर्शनी में डाॅ. शुभ्रा सिन्हा, डाॅ. नैरंजना श्रीवास्तव, डाॅ. प्रियंका, डाॅ. अखिलेश कुमार राय, डाॅ. शशिकला, डाॅ. मंजू कुमारी, डाॅ. आरती चैधरी, डाॅ. शशिप्रभा कश्यप, डाॅ. पूनम वर्मा, डाॅ. प्रीति विश्वकर्मा एवं अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।

SP MLA Zahid बेग को नाबालिग नौकरानी की आत्महत्या मामले में हाईकोर्ट ने जमानत

ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है कि आरोपी ने आत्महत्या के लिए उकसाया-हाईकोर्ट

Bhadohi (dil India live). भदोही से सपा विधायक जाहिद बेग उर्फ जाहिद जमाल बेग को उनके आवास पर नाबालिग नौकरानी की आत्महत्या के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी है। कोर्ट ने कहा कि ऐसा कोई साक्ष्य नहीं है कि आरोपी ने उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाया है या साजिश की है। हाईकोर्ट ने कहा कि इस संबंध में कोई सुसाइड नोट भी नहीं है। इसी टिप्पणी संग न्यायमूर्ति संजय कुमार सिंह की पीठ ने विधायक जाहिद बेग की जमानत अर्जी सशर्त स्वीकार कर ली। भदोही में उप-निरीक्षक हर दत्त पांडेय ने 14 सितंबर 2024 को जाहिद बेग, पत्नी सीमा बेग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।


मृत मिली नाबालिग नौकरानी मचा हड़कंप 

नाबालिग नौकरानी और एक अन्य लड़की विधायक के घर पर काम करती थी। आठ या नौ सितंबर 2024 की रात को नाबालिग नौकरानी मृत पाई गई थी। मामले में जाहिद बेग ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। याची के अधिवक्ता ने दलील दी कि मृतका एक युवक से बातचीत करती थी। उसकी मां ने आरोप लगाया है कि उसकी बेटी की अनुचित तस्वीरें लेने के बाद युवक उसे ब्लैकमेल कर रहा था। इसी से परेशान होकर उसने घटना को अंजाम दिया। अपर शासकीय अधिवक्ता ने दलील दी कि मृतका के साथ काम करने वाली दूसरी किशोरी ने बयान में कहा है कि उन्हें कभी-कभी डांटा और पीटा जाता था। उसी ने पुलिस को दिए इकबालिया बयान में कहा है कि इसके चलते नाबालिग मृतका काम छोड़कर भागना चाहता थी। मृतका अत्यधिक काम और आरोपी व्यक्तियों के व्यवहार से परेशान थी।

5 दिन बाद एफआईआर पुलिस नहीं दे पाई जवाब

मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से पता चलता है कि मृतका ने आत्महत्या करने से ठीक पहले एक युवक को फोन किया था। ऐसे में आत्महत्या के पीछे उस युवक की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता। साथ ही एफआईआर दर्ज करने में पांच दिनों की देरी के लिए राज्य के वकील ने कोई ठोस स्पष्टीकरण नहीं दिया। माता-पिता ने अपने बयानों में बेटी की आत्महत्या के लिए आवेदक को दोषी नहीं ठहराया। जांच पूरी हो चुकी है और आरोप पत्र प्रस्तुत किया जा चुका है। ऐसे में सबूतों से छेड़छाड़ की संभावना कम हो गई है। इन बिंदुओं पर विचार करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सपा विधायक जाहिद बेग को एक व्यक्तिगत मुचलका और दो जमानतदारों को प्रस्तुत करने पर सशर्त जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया है। 

Dr Anshu Shukla को शान-ए-काशी अवार्ड

"शुक्ला मैरिटल एटिट्यूड बैटरी" का किया है डा.अंशु ने विकास

शोध के लिए हो रहा कई देशों में इसका उपयोग 

Varanasi (dil India live). वसंत कन्या महाविद्यालय में 2005 से कार्यरत डॉ. अंशु शुक्ला ने अपने लंबे शैक्षिक करियर में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल की हैं। डॉ. अंशु शुक्ला की उपलब्धियां और योगदान शैक्षिक जगत में एक प्रेरणा के स्रोत हैं। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने उन्हें एक उत्कृष्ट शैक्षिक व्यक्तित्व बनाया है।और इसी के लिए उन्हें आज संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में आईएजे की तरफ़ से शान-ए-काशी अवार्ड से नवाजा गया। 


अपनी प्रारंभिक शिक्षा बलिया के सरस्वती शिशु मंदिर एवं जीजीआईसी से पूर्ण करने के बाद गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी से बीएससी और एमएससी करने के बाद उन्होंने बीएचयू से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. शुक्ला ने अपने शोध और लेखन के माध्यम से शैक्षिक जगत में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय और स्कोपस जर्नल्स में 32 पेपर प्रकाशित किए हैं, साथ ही 3 पाठ्य-पुस्तकें और 3 संपादित पुस्तकें भी प्रकाशित की हैं। इसके अलावा, उन्होंने 10 पुस्तक अध्याय भी लिखे हैं।


डॉ. शुक्ला की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है "शुक्ला मैरिटल एटिट्यूड बैटरी" का विकास, जिसका उपयोग शोध के लिए कई देशों में किया जा रहा है। इस मनोवैज्ञानिक उपकरण से अविवाहित युवाओ के विवाह के प्रति अभिवृत्ति को मापा जा सकता है । इनहोंने 100 से अधिक सम्मेलनों में शोध पत्र पढ़े हैं और कई प्लेटफार्मों पर रिसोर्स पर्सन के रूप में कार्य किया है। लगभग 36 जगहों पर उन्हें आमंत्रित व्याख्यान देने का अवसर मिला है।

डॉ. शुक्ला कई विश्वविद्यालयों की चयन समिति और बोर्ड ऑफ स्टडीज की सदस्य भी है। उन्होंने एनसीआरआई और आईसीएसएसआर के दो प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है और 04 शोध निर्देशन के साथ लगभग 60 पीजी शोध प्रबंध कराए हैं। डॉ. शुक्ला को उनके कार्यों के लिए 16 क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उन्होंने राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के लिए अध्ययन सामग्री भी तैयार की है और एमएचपीएसएस मिशन शक्ति और वुमन हेल्पलाइन 1090 के लिए काउंसलर के रूप में भी कार्य किया है।


ऐकडेमिक जगत के साथ सामाजिक क्षेत्र में भी समान रूप से सक्रिय है । २००२-३ में सामुदायिक सहयोग से दो गांवो में आंगनवाड़ी की स्थापना की जिसको बाद में सरकार द्वारा भी मान्यता मिली। इनका मानना है कि अगर किसी को मछली खाने को दी जाए तो वो १-२ दिन में खा लेगा लेकिन अगर उसको मछली पकड़ने का कौशल सिखा दिया जाए तो वो उसकी आजीविका बन सकती है। अर्थात् व्यक्ति को अगर हुनरमंद बनाया जाए तो आजीविका की समस्या और सरकार पर निर्भरता को कम किया जा सकता है। कई सामाजिक सरोकार के कार्यो और संस्थाओं से जुड़ कर सामाजिक उत्थान एवम् कौशल विकास के लिए कार्य करने को सदा तत्पर रहती है। कौशल परक शिक्षा की घोर पक्षधर है । 

मंगलवार, 3 जून 2025

फैलाओ पंख भरो उड़ान थीम पर हुआ Fine Art Work Shop का आगाज़

श्रीकृष्ण दत्त एकेडमी के फाइन आर्ट वर्कशॉप में प्रशिक्षुओं ने दिखाया उत्साह


Lucknow (dil India live). पर्यावरण असंतुलन और खामियाजा देखती प्रकृति विषय पर बच्चों को जागरूक करने तथा सभी प्रशिक्षुओं को कैनवास में अपनी मां की भावनाओं और प्रकृति के प्रति समर्पण को दिखाने के उद्देश्य से श्रीकृष्ण दत्त एकेडमी वृंदावन, सरोजिनी नगर में फाइन आर्ट कार्यशाला का आयोजन किया गया। सभी बच्चों और बड़ों ने बड़ी ही उत्सुकता पूर्वक इस रोचक विषय पर अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत की।

प्रशिक्षु लोकेश वर्मा ने बताया कि सभी जानते हैं कि आज हम वैज्ञानिक युग में बहुत ही तेजी से विकास की गति में चलते हुए वैश्वीकरण के सभी मानकों को पूर्ण करने में लगे हुए हैं और इस दौड़ में कहीं ना कहीं अंधाधुंध पेड़ों की कटाई, फलदार वृक्षों की कमी, वर्षा की कमी, मौसम में परिवर्तन, अत्यधिक गर्मी जैसे पर्यावरणीय परिवर्तन देख रहे हैं। एक ओर जहां ग्लोबल वार्मिंग के तहत हानिकारक क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों का बढ़ता उत्सर्जन हर व्यक्ति को एयर कंडीशन की तरफ खींच रहा है। और प्रकृति से दूरी का यह नतीजा है कि आज हम प्रकृति के पर्यावरण तंत्र को नुकसान पहुंचा रहे हैं। 

आज की इस कार्यशाला में प्रशिक्षण ले रहे सभी प्रशिक्षकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विषय और प्रकृति के संरक्षण जैसे टॉपिक से जोड़ा गया। सभी ने अपने मन की भावनाओं को कैनवास में रंगों के माध्यम से बहुत ही बखूबी प्रस्तुत किया है। प्रमुख शिक्षिका एवं समाज सेविका रीना त्रिपाठी ने बताया कि कैनवस पेंटिंग एक बेहतरीन माध्यम है अपने भावों को अपनी अनुभूतियों को रंगों के माध्यम से व्यक्त करने की। जैसा कि हम सब जानते हैं पर्यावरण संरक्षण आज की परम आवश्यकता है यदि सभी लोग जागरुक नहीं हुई तो निश्चित रूप से हम सब कैनवस पेंटिंग में उकेरे गए बंजर वीरान और दुखी होती प्रकृति के सिवा कुछ नहीं बचा पाएंगे। 

     


एसकेडी अकादमी के सुभाष त्रिपाठी ने बताया कि छह दिवसीय कार्यशाला में विभिन्न प्रकार के फाइन आर्ट के कोर्स को मैनेजमेंट ने इस प्रकार डिजाइन किया है कि इसका लाभ बच्चों और बड़ों सभी को मिल रहा है। दो घंटे की इस कार्यशाला में कैनवस पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग, डिजिटल पेंटिंग और फोटोग्राफी की महत्वपूर्ण बारीकियों से परिचित कराया जाएगा। जिसमें उम्र की कोई सीमा नहीं है कोई भी जो फाइन आर्ट में रुचि रखता है और इसे हॉबी के रूप में अपनाना चाहता है इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में जरूर भाग ले। उन्होंने बताया कि अंतिम दिन एग्जीबिशन के माध्यम से प्रतियोगिता परीक्षा होगी जिसमें प्रथम तीन आने वाली कलाकृतियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा, बाकी सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट दिया जाएगा।