Varanasi (dil India live)। ऐतिहासिक 42 घंटे लगातार चलने वाला दुलदुल का कदीमी जुलूस दालमंडी स्थित इमामबाड़ा कच्ची सराय से शनिवार को शाम में उठेगा। दुलदुल के इस जुलूस के मुतवल्ली सैयद इकबाल हुसैन, लाडले हसन के अनुसार 13 जुलाई शनिवार को 5:30 बजे जुलूस अपने परम्परागत रास्तों से गुजरेगा। जुलूस में अंजुमने दर्द भरे नौहो पर मातम का नज़राना पेश करेंगी। |
इस जुलूस में घोड़ा, ऊंट के साथ कई मशहूर बैंड भी मौजूद रहता है जो मातमी धुन बजाते हुए रास्ते भर चलता है। यह जुलूस कच्चीसराय से उठकर फाटक शेख़ सलीम, नई सडक, काली महाल, माताकुंड, पितरकुंडा होकर लल्लापुरा स्थित दरगाह फातमान जाएगा। उसके बाद वापस आकर चौक होता हुआ मुकीमगंज, प्रह्लादघाट, कोयला बाजार, चौहट्टा होते हुए लाट सरैया जाएगा और फिर वहां से 8 मोहर्रम की सुबह वापस आकर कच्ची सराय के इमामबाड़े में ही समाप्त होगा। यह जुलूस 6 से 8 मोहर्रम तक लगातार चलता ही रहता है। जुलूस में अंजुमन जववादिया बनारस नौहाख्वानी व मातम का नजराना पेश करेगी।
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