रविवार, 19 अक्टूबर 2025

31 October तक जमा कर दें हज की दूसरी किशत

इसरा के कैंप में अरकान संग भरवाया गया दूसरी किश्त का फार्म 


Varanasi (dil india live). इसरा (ISSRA) की ओर से स्पेशल हज कैम्प का एहतेमाम मौलाना अब्दुल हादी खां हबीबी की सरपरस्ती व मौलाना हसीन हबीबी की सदारत में Sunday को सम्पन्न हुआ। कैंप में हज 2026 में हज यात्रा पर जाने के लिए चयनित हज जायरीन की दूसरी किश्त जमा करने के लिए FEE TYPE-25 (Pay--in-Slip) फार्म ऑनलाइन व ऑफलाइन निःशुल्क भरवाया गया और हज व उमरह को लेकर आवश्यक शुरूआती जानकारी दी गई। जिसमें आरजी तौर पर चुने गये हज जायरीन को बताया गया कि एक हाजी को दूसरी किस्त 1 लाख 25,00 रूपया प्रति व्यक्ति 31.10.2025 तक ऑनलाइन या ऑफलाइन स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया या यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया में अवश्य जमा करना है तथा Pay-in- Slip में हज कमेटी द्वारा जारी बैंक रिफरेन्स नम्बर अवश्य लिखें नहीं तो उनकी किश्त बैंक में जमा नहीं होगी। जमा की गई दूसरी किश्त Pay--in-Slip की एक कॉपी हज कमेटी लखनऊ के आफिस में जमा करें या डाक द्वारा भेजें। डाक द्वारा भेजने का पता-एक्सक्यूटिव आफिसर उ०प्र० हज कमेटी मौलाना अली मियां मेमोरियल हज हाउस, सरोजनी नगर, कानपुर रोड, लखनऊ 226008 है। 


इस कैम्प में पूर्वांचल के कई जिलों के लोगों ने FEE TYPE-25 फार्म (Pay--in-Slip) निःशुल्क ऑनलाइन या ऑफलाइन भरवाया तथा हज के मुताल्लिक आवश्यक जानकारी हासिल की। इस मौके पर इसरा के सदस्य एवं पदाधिकारीगण मौजूद थे। शुक्रिया हाजी फारुख खां ने व स्वागत शाहरुख खान ने किया।

शनिवार, 18 अक्टूबर 2025

Mozambique के Runway पर दौड़ेगा Varanasi k BLW निर्मित Engine

Make In India की वैश्विक उड़ान– BLW की तकनीकी दक्षता का प्रमाण

BLW निर्मित 3300 एचपी का है यह स्वदेशी इंजन


F. Farouqi Babu/Satosh 

Varanasi (dil india live). बनारस रेल इंजन कारखाना (BLW) ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय (International) पटल पर India का परचम लहराया है। महाप्रबंधक Naresh pal Singh (नरेश पाल सिंह) के नेतृत्व में BLW द्वारा निर्मित 3300 हॉर्स पावर एसी-एसी डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का चौथा इंजन आज Mozambique के लिए सफलतापूर्वक रवाना किया गया। यह आपूर्ति मेसर्स राइट्स के माध्यम से 10 इंजनों के निर्माण एवं निर्यात अनुबंध के अंतर्गत की जा रही है। पहले दो इंजन जून 2025 में, तीसरा सितंबर में और चौथा आज 18 अक्टूबर 2025 को निर्यात के लिए भेजा गया। शेष 6 इंजनों का प्रेषण दिसंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।

तकनीक, उत्कृष्टता चालक-अनुकूल डिज़ाइन

BLW के ये अत्याधुनिक 3300 एचपी केप गेज (1067 मिमी) Engine 100 किमी/घंटा की गति से दौड़ने में सक्षम हैं। इनमें चालक के लिए रेफ्रिजरेटर, हॉट प्लेट, मोबाइल होल्डर, आधुनिक कैब डिज़ाइन और शौचालय सुविधा जैसी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं दी गई हैं — जो इन्हें न केवल शक्तिशाली बल्कि मानव-केंद्रित बनाती हैं।

विश्वस्तरीय प्रदर्शन की पुनः पहचान

पूर्व में भेजे गए 6 डीजल इंजनों (3000 HP) के उत्कृष्ट प्रदर्शन से प्रभावित होकर मोजाम्बिक रेलवे (CFM) ने बरेका को यह नया अनुबंध सौंपा। यह उपलब्धि भारतीय रेल की निर्माण क्षमता और विश्वसनीयता का जीवंत प्रमाण है।

मेक इन इंडिया–मेक फॉर द वर्ल्ड’ की मिसाल

BLW की यह सफलता ‘मेक इन इंडिया’ के उस विजन को साकार करती है जिसमें भारत वैश्विक स्तर पर तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर है। 1956 से अब तक बरेका 10000 से अधिक लोकोमोटिव का निर्माण कर चुका है और वियतनाम, मोजाम्बिक, माली, अंगोला, म्यांमार, श्रीलंका, सूडान सहित कई देशों को सफलतापूर्वक निर्यात कर चुका है।

महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने इस अंतरराष्ट्रीय सफलता के लिए बरेका परिवार के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम भावना, तकनीकी दक्षता और प्रतिबद्धता की सराहना की।

विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों का हुआ सम्मान

जौहर-ए-अदब अवार्ड से नवाजे गये अहमद आज़मी


  

Varanasi (dil india live). पं. दीन दयाल उपाध्याय मेमोरियल एजुकेशनल सोसाइटी द्वारा न्यू सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल (New Central Public school) में हरदिल अज़ीज़ शायर अहमद आज़मी (Ahmad Azmi) को जौहर-ए-अदब अवार्ड से नवाजा गया। इस दौरान उनकी हाल में ही विमोचित हुए काव्य संकलन कतरा-ए-शबनम का भी तजकिरा हुआ। अहमद आज़मी ने dil india live से बातचीत करते हुए बताया कि उनके साथ ही कार्यक्रम में विभिन्न विधाओं की पांच प्रमुख हस्तियों डा. एके सिंह को शिक्षा एवं समाज सेवा क्षेत्र में (लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड), त्रिलोकी प्रसाद को (पत्रकारिता शिखर पुरस्कार), लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय हिंदी विभाग की प्रोफेसर इशरत जहां को लेखन एवं साहित्य सेवा में (साहित्य रत्न पुरस्कार), प्रो. पीके राय को विज्ञान रत्न पुरस्कार से नवाजा गया।


 

कठिन परिश्रम वालों के लिए प्रेरणादायक 
उपरोक्त सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि राजेश गौतम (निदेशक आकाशवाणी एवं दूरदर्शन वाराणसी) ने कहा कि पं. दीन दयाल उपाध्याय एजुकेशनल सोसाइटी का यह सार्थक प्रयास निश्चित रूप से उन लोगों के लिये भी प्रेरणादायक सिद्ध होगा जो विभिन्न विधाओं में कठिन परिश्रम कर रहे हैं। इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता कर रहे सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं हास्य व्यंग के कवि चकाचौंध ज्ञानपुरी (डा. अजय कुमार श्रीवास्तव) एवं शायर अहमद आजमी ने संयुक्त रूप से अपनी रचनाओं से महफिल में समां बांध दिया।

मेहमानों का स्वागत सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष मुख्तार अहमद, संचालन पीके राय एवं पो. गुरोध सिठ (पवन सेठ) संदीप दास ने किया। इस अवसर पर पीएम श्री. प्र०ना०रा०ई० कालेज के प्रधानाचार्य अविनाश मिश्रा, अर्चना पाण्डेय, चरनजीत सिंह, पाण्डेय विजय कुमार, मोहन लाल, शिवा सैनी, शैल चौरसिया, रामबाबू, शाबरीन, पवन कुमार आदि उपस्थित रहे।

UP k Varanasi Main छात्र ने 6 माह में Quran किया कंठस्थ

Abu Huzaifa बने महज़ छह महीने में हाफ़िज़-ए-कुरान

घर में छायी ईद सी खुशियां 



Varanasi (dil india live). Abu Huzaifa हिफ्ज के ऐसे Student (छात्र) हैं जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से महज़ छह महीने में मुकम्मल कुरान (Quran) कंठस्थ कर रिकार्ड बनाया है। इसी के साथ अब वो हाफ़िज़-ए-कुरान बन गये हैं। उनके हाफिज बनने से घर में न सिर्फ ईद (Eid) सी खुशियां है बल्कि उनके पास पड़ोस के लोग भी उन्हें मुबारकबाद देते नहीं थक रहे हैं। 

मदरसा तालीमुद्दीन पुरानापुल के प्रधानाचार्य (Principal) मौलाना रिज़वानुल्लाह नोमानी खुश हैं। वो कहते है कि मो. असलम के साहबजादे Abu Huzaifa एक प्रतिभाशाली मलबा (छात्र) है। उनके Teacher (शिक्षक) हाफ़िज़ मौलाना हबीब-उर-रहमान मज़हरी ने 7 साल की उम्र में महज़ 6 महीने में ही कुरान मुकम्मल याद (कंठस्थ) कराया है।

Quran इंसान के लिए जीवन का स्रोत 

अबु हुज़ैफ़ा के कुरान को याद करने पर एक कार्यक्रम का आयोजित किया गया। इस अवसर पर मदरसा के प्रधानाचार्य मौलाना रिज़वानउल्लाह नोमानी ने कहा कि कुरान इंसान के लिए जीवन का स्रोत है। अल्लाह ने पवित्र (paak) कुरान को सुरक्षित रखने की ज़िम्मेदारी ली है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकता। इसका सबसे अच्छा उदाहरण हाफ़िज़ों के रूप में है। अल्लाह तआला ने पवित्र कुरान को हाफ़िज़ों के सीने में सुरक्षित रखा है। उन्होंने आगे कहा कि ये हाफ़िज़ क़ुरान और उनके माता-पिता बधाई के पात्र हैं। कल हश्र के मैदान में उनके सिरों पर नूर का ताज रखा जाएगा। इसलिए जो कोई भी पवित्र क़ुरान से जुड़ा होगा, उसे दोनों जहां में कामयाबी मिलेगी।

हाफिज हुजैफा की हुई गुलपोशी 

इस अवसर पर मदरसे के सदस्यों, विशेष रूप से छात्र हुजैफा के शिक्षक मौलाना हबीब-उर-रहमान मज़हरी और मदरसा के प्रधानाचार्य मौलाना रिज़वानुल्लाह नोमानी ने अपनी खुशी का इज़हार करते हुए हार्दिक बधाई दी और दुआओं के साथ उन्हें आशीर्वाद दिया। उधर सुल्तान क्लब के सदर डा. एहतेशामुल हक़ ने हाफिजे कुरान अबु हुजैफा की गुलपोशी कर मुबारकबाद दी।

शुक्रवार, 17 अक्टूबर 2025

Education: VKM Varanasi की NSS ईकाई ने लगाया रक्तदान शिविर

छात्राओं को रक्तदान में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए किया प्रेरित 



Varanasi (dil india live) वसंत कन्या महाविद्यालय (VKM), कमच्छा में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई चतुर्थ  की कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर शुभांगी श्रीवास्तव द्वारा 17 अक्टूबर 2025 को  पूर्वाह्न 10 बजे रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य विद्यार्थियों में सामाजिक सेवा की भावना, मानवता के प्रति समर्पण तथा रक्तदान के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना था।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रचना श्रीवास्तव के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने अपने संबोधन में रक्तदान को “महान दान” बताया और छात्राओं को इस सामाजिक कार्य में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया 

इसके पश्चात रजनी गुप्ता, काउंसलर, सर सुन्दरलाल चिकित्सालय (BHU) ने रक्तदान के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि रक्तदान न केवल किसी अन्य के जीवन को बचाता है बल्कि यह दाता के स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होता है। उन्होंने छात्राओं को रक्तदान की प्रक्रिया, सुरक्षा एवं इससे जुड़ी भ्रांतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

इस मौके पर सर सुन्दरलाल चिकित्सालय की चिकित्सा टीम में बाबूनंदन यादव – मेडिकल ऑफिसर, रमेश यादव – नर्सिंग ऑफिसर, बृजेश मौर्य – लैब टेक्नीशियन, रजनी गुप्ता – काउंसलर आदि मौजूद थे। इन सभी के सहयोग से रक्तदान शिविर का सफल संचालन हुआ। विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा योग्य दाताओं से रक्त संग्रह किया गया।

कार्यक्रम की रूपरेखा एवं संचालन में एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर शुभांगी श्रीवास्तव की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनके निर्देशन में एन.एस.एस. स्वयंसेविकाओं ने पूरे आयोजन को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया।



शिविर में लगभग 100 प्रतिभागी उपस्थित रहे, जिनमें अनेक छात्राओं ने पहली बार रक्तदान (Blood donate) किया। कॉलेज परिसर में सेवा, उत्साह और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दी। शिविर के समापन पर एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी ने सभी प्रतिभागियों, चिकित्सा टीम, अतिथियों और आयोजन समिति का आभार व्यक्त किया। यह एक दिवसीय रक्तदान शिविर अत्यंत सफल एवं प्रेरणादायक रहा। वसंत कन्या महाविद्यालय की एन.एस.एस. इकाई ने “स्वयं के लिए नहीं, समाज के लिए” के आदर्श को वास्तविक रूप में चरितार्थ किया।

Education : DAV PG College में कार्य स्थल पर महिलाओं के लिए चुनौतियां एवं अवसर पर संगोष्ठी

3 फीसदी ही महिलाओं की उच्च पदों तक पहुंच

कार्यस्थल पर दक्षता से खुद को साबित करें महिलाएं- मेजर निशा



Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज में शुक्रवार को IQAC (आइक्यूएसी) के अंतर्गत स्त्री विमर्श प्रकोष्ठ के तत्वावधान में कार्य स्थल पर महिलाओं के लिए चुनौतियां एवं अवसर विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता IIT (आईआईटी) BHU की डिप्टी रजिस्ट्रार (अकादमिक) मेजर निशा बलोरिया ने कार्यस्थल पर महिलाओं को आने वाली समस्याओं पर खुलकर विमर्श किया। उन्होंने कहा कि आज जब महिलाएं पुरुषों के साथ कदम से कदम मिला कर चल रही है और काफी क्षेत्रों में उनसे आगे भी है बावजूद उसके सिर्फ 2 या 3 फीसदी महिलाएं ही उन उच्च पदों तक पहुंच पाती है जहां वें नीतिगत निर्णयों में भागीदार हो या स्वयं नीतियां निर्धारित कर सकें। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर महिलाओं को नारी की पहचान से अलग कार्य को निपुणता पूर्वक सम्पन्न कर खुद को साबित करने वाली होनी चाहिए। कॉरपोरेट सेक्टर में महिलाओं को काम करना सबसे मुश्किल है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को सबसे पहले खुद के लिए लक्ष्य निर्धारित करना, स्वयं से प्यार करना सीखना होगा। 


अध्यक्षता करते हुए कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल ने कहा कि प्रशासनिक और नेतृत्वकारी पदों पर महिलाओं की बढ़ती भागीदारी पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वास्तविक सशक्तिकरण तभी होगा जब जड़ताओं से मुक्त होक समान अवसरों और सम्मान की मिले।

प्रकोष्ठ की समन्वयक एवं उपाचार्य प्रो.संगीता जैन ने कहा कि समाज मे नारी विरोधी कुछ नए शब्द चलन में आ गए है  इसमें मैनस्प्लेनिंग और मैन्टरप्टिंग जैसे लैंगिक शब्दों की उत्पत्ति और उनके अर्थ पर चर्चा की।

       


स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका अभिनन्दन
संगोष्ठी के प्रारंभ में प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनका अभिनन्दन किया। संचालन डॉ. वन्दना बालचंदानी एवं धन्यवाद ज्ञापन IQAC की समन्वयक Dr Parul Jain (डॉ. पारुल जैन) ने दिया। इस मौके पर मुख्य रूप से प्रकोष्ठ की सह समन्वयक प्रो.पूनम सिंह, प्रो.ऋचारानी यादव, डॉ. स्वाति सुचरिता नंदा, प्रो.अनूप मिश्रा, डॉ. साक्षी चौधरी, डॉ. कल्पना सिंह, डॉ. हसन बानो, डॉ. नेहा चौधरी, डॉ. तरु सिंह, डॉ. प्रतिमा गुप्ता, डॉ. शालिनी सिंह, रुचि भाटिया सहित बड़ी संख्या में महिला प्राध्यापिका एवं छात्राएं उपस्थित रही।

Varanasi में तकनीकी खामियों से Ummid Portal पर अब तक नहीं हुआ एक भी रजिस्ट्रेशन

Ummid Portal पर वक्फ संपत्तियों को अपलोड करने की हो रही अपील


Mohd Rizwan 

Varanasi (dil india live). वाराणसी की waqf (वक्फ) संपत्तियों का रजिस्ट्रेशन Ummid Portal (उम्मीद पोर्टल) पर समय रहते जरूर कर लें भारत सरकार द्वारा जो समय का निर्धारण किया गया है उसमें रजिस्ट्रेशन कराकर किसी भी प्रकार की समस्या से बचें। यह बातें शिया सेंट्रल ऑफ वक़्फ़ बोर्ड लखनऊ द्वारा बनाए कोऑर्डिनेटर Varanasi के सैयद एजाज हुसैन ने एक मीटिंग के दौरान कही।

कोऑर्डिनेटर सैयद एजाज हुसैन ने वक़्फ़ संपत्तियों के मुतवालियों से अपील करते हुए कहा कि सरकार ने उन्हें एक अच्छा मौका दिया है कि वह अपनी waqf (वक्फ) संपत्ति को उम्मीद पोर्टल पर अपलोड कर दें। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी उम्मीद पोर्टल पर waqf संबंधित समूची जानकारी अति शीघ्र अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। अध्यक्ष  शिया व सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने मुतवल्लियों /प्रशासकों/ व प्रबंध कमेटियों के नाम इस बीच एक पत्र भी जारी किया है इसमें कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा  waqf संपत्ति की निगरानी व पारदर्शिता के लिए शुरू किए गए उम्मीद पोर्टल पर अपनी वक़्फ़ संपत्तियों का विवरण 5 दिसंबर 2025 तक जरूर कर ले, ऐसा करने से हमारी दीनी अमानतो की सुरक्षा और वक़्फ़ सिस्टम की मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है विलंब करने व लापरवाही से इस प्रकार की अमानते खतरे में पढ़ सकती है हालांकि कोऑर्डिनेटर सैयद एजाज हुसैन ने उम्मीद पोर्टल पर आने वाली तकनीकी समस्या से भी अवगत कराया बताया कि अभी तक वाराणसी में शिया या सुन्नी दोनों ही बोर्ड में एक भी पंजीकरण नहीं हो पाया। उम्मीद पोर्टल पर तकनीकी समस्या हो रही है उम्मीद पोर्टल पर (URBAN) क्षेत्र में गंगापुर व बनारस लोको दिख रहा है (RURAL) में लगभग कुछ वार्ड के नाम है पर इसको शहरी क्षेत्र में आना चाहिए यह ग्रामीण में दिख रहा है। इसी कारण वाराणसी में एक भी रजिस्ट्रेशन उम्मीद पोर्टल पर नहीं हो रहा है इसके बारे में उन्होंने यह भी बताया मैंने अधिकारियों से इस विषय पर चर्चाएं भी की और अधिकारियों को लिखित जानकारी दी।

गुरुवार, 16 अक्टूबर 2025

BLW Varanasi ने दिखाया स्वच्छता के प्रति समर्पण

स्पेशल कैंपेन 5.0 एवं स्वच्छता अभियान - 2025 के तहत चला अभियान



F.faooqui/Santosh

Varanasi (dil india live). रेल मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुपालन एवं महाप्रबंधक श्री नरेश पाल सिंह के मार्गदर्शन में बनारस रेल इंजन कारखाना (Banaras Rail engine factory) में गुरुवार को मुख्य अभिकल्प इंजीनियर/विद्युत लोको (प्रोजेक्ट) के अंतर्गत उप मुख्य अभिकल्प इंजीनियर/विद्युत लोको (प्रोजेक्ट) के कार्यालयों में विशेष स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया गया। यह कार्यक्रम बरेका के स्वच्छ भारत मिशन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, जिसमें कार्यालय परिसर को स्वच्छ, व्यवस्थित और पर्यावरण-अनुकूल बनाने पर विशेष बल दिया गया। स्पेशल कैंपेन 5.0 के तहत आज उप मुख्य अभिकल्प इंजीनियर/विद्युत लोको (प्रोजेक्ट) के कार्यालयों में साफ-सफाई और व्यवस्थित रखरखाव, पुराने रिकॉर्ड्स का उचित प्रबंधन, अनुपयोगी सामान और फर्नीचर का निस्तारण, स्थान प्रबंधन और कार्यालयों का सौंदर्यीकरण, स्क्रैप सामग्री का प्रभावी निस्तारण किया गया। अभियान के दौरान कार्यालय परिसर में गहन सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें अधिकारियों, कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस कार्यक्रम ने न केवल दैनिक कार्यक्षमता को बढ़ावा दिया, बल्कि संसाधनों के कुशल उपयोग और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी योगदान दिया।

इसी क्रम मे एक अन्य कार्यक्रम में स्वच्छता अभियान 2025 के अंतर्गत बरेका स्थित जलालीपट्टी (Jalali patti) मार्केट परिसर में दुकानदारों के बीच स्वच्छता जागरूकता के लिए पंपलेट वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया जिसमें स्थानीय दुकानदारों को स्वच्छता के महत्व और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान संरक्षा विभाग की टीम ने दुकानदारों को स्वच्छता संबंधी पंपलेट वितरित किए, जिसमें कचरा प्रबंधन, स्वच्छ जल संरक्षण और दैनिक जीवन में स्वच्छता अपनाने के टिप्स शामिल थे। इस अभियान का उद्देश्य बरेका परिसर और आसपास के क्षेत्रों को स्वच्छ और सुरक्षित बनाना है।


यह अभियान बरेका के कर्मचारियों और समुदाय को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बरेका प्रशासन इस अभियान के माध्यम से न केवल आंतरिक स्वच्छता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि बाहरी समुदाय को भी इससे जोड़कर एक व्यापक प्रभाव पैदा कर रहा है।


Education: DAV PG College में शिल्पोत्सव का हुआ आयोजन

शिल्पोत्सव में सजा स्टाल, स्वदेशी उत्पादों की रही धूम



Varanasi (dil India live)। दीपावली (Dipawali) के उत्सव पर डीएवी पीजी कॉलेज (DAV PG College) में गुरुवार को काशी शिल्पोत्सव का आयोजन किया गया। संस्कृत विभाग के छात्र मंच उत्कर्ष एवं आरोहण कलात्मक संगठन के तत्वावधान में छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी उत्पादों के प्रयोग पर बल देने के आह्वान का समर्थन करते हुए शिल्प मेले का आयोजन किया। शिल्पोत्सव का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रबंधक अजीत कुमार सिंह एवं कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल ने फीता काटकर किया। 

शिल्पोत्सव में छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़ कर एक उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी। छात्रों ने मिट्टी के बने आकर्षक दिये, मोमबत्तियां, मिथिलांचल की पेंटिंग, तोरण, फूलदान के साथ साथ खाने पीने की सामग्री के स्टाल लगाए। इसमें श्वेता, सुहानी और अभिषेक के समूह क्रेजी मण्डली को प्रथम पुरस्कार, विकास कश्यप के मोल को द्वितीय एवं ऋषिका जैन के गुलाबों को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। उत्सव में एक दर्जन से ज्यादा छात्रों ने स्टाल लगाए थे। निर्णायक मंडल में उपाचार्य प्रो. संगीता जैन, प्रो. पूनम सिंह एवं डॉ. पारुल जैन थी। 


इनकी रही खास मौजूदगी 

उपाचार्य प्रो.राहुल, डॉ. संजय सिंह, प्रो. राकेश कुमार राम, प्रो. ऋचारानी यादव, प्रो.अनूप मिश्रा, डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. त्रिपुरसुन्दरी, डॉ. अमित मिश्रा, डॉ. रंगनाथ मिश्रा आदि उपस्थित रहे। संयोजन छात्र प्रियांशु, शाची तिवारी, शिवम पाण्डेय, अश्विनी मिश्रा ने किया।

बुधवार, 15 अक्टूबर 2025

Education: DAV PG College में हुआ NEP पर ओरिएंटेशन Program

उच्च शिक्षा में गुणवत्ता और समानता लाने में NEP कारगर - डॉ. आशुतोष



Varanasi (dil india live)। डीएवी पीजी कॉलेज (DAV PG College) में आइक्यूएसी (IQAC) के तत्वावधान में नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति - 2020 पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कॉलेज के स्व. पीएन सिंह यादव (PN Singh Yadav) मेमोरियल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, (BHU) आईएमएस (IMS) के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आशुतोष मोहन ने एनईपी को लेकर छात्रों की शंकाओं का समाधान किया। उन्होंने कहा कि एनईपी उच्च शिक्षा की पहुँच को बढ़ाने, कला, सामाजिक विज्ञान और मानविकी को इंजीनियरिंग और मेडिकल साइंस के बराबर महत्व दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके साथ ही शिक्षा में उच्च गुणवत्ता को बढ़ाने और समाज मे सबके लिए शिक्षा सुलभ हो सके इस पर भी ध्यान दिया गया है।                           


डॉ. मोहन ने कहा कि सरकार एनईपी के माध्यम से छात्रों के प्रति अध्यापकों की जवाबदेही भी तय कर रही है।  वहीं विद्यार्थियों की सोच को व्यापक बनाने में खासा ध्यान दिया गया है। सरकार का फोकस इंटर्नशिप पर भी है ताकि विद्यार्थी अध्ययन के समय ही व्यवहारिक ज्ञान अर्जित कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि 7.5 सीजीपीए (CGPA) वाले दस फीसदी छात्रों को चार वर्षीय स्नातक के बाद सीधे पीएचडी में प्रवेश की योग्यता भी प्रदान करेगी। 

     


अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य प्रो. मिश्रीलाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति छात्रों के सर्वागींण विकास के लिए तैयार किया गया मसौदा है। जब युवा रचनात्मक विधा में क्रियाशील होंगे तो राष्ट्र, समाज और व्यक्तिगत तीनो का विकास संभव होगा।

          प्रबंधक अजीत कुमार सिंह यादव ने मुख्य अतिथि डॉ. आशुतोष मोहन को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र प्रदान कर उनका स्वागत किया। संचालन आइक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारुल जैन स्वागत उपाचार्य प्रो.राहुल एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शान्तनु सौरभ ने दिया। इस मौके पर समस्त विभागों के अध्यक्ष, प्राध्यापक एवं नवप्रवेशी छात्र- छात्राएं शामिल रहे।

Education:VKM Varanasi के Dipawali मेले में छात्राओं ने की खूब मस्ती

टीचर्स संग स्टूडेंट्स ने ली सेल्फी, की खरीदारी


Varanasi (dil india live). 15 अक्टूबर बुधवार को महिला अध्ययन प्रकोष्ठ 'उड़ान' (udaan) की इकाई अभ्युदय अर्न व्हाइल लर्न और युवा समिति (Earn While Learn and Youth Committee)  द्वारा वसंत कन्या महाविद्यालय में दीपावली मेला (dipawali mela) का आयोजन किया गया। मेले में छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों एवं सजावटी वस्तुओं, मेहंदी हस्त निर्मित वस्त्र, खिलौने आदि के स्टाल लगाएं थे। VKM Varanasi के Dipawali मेले में छात्राओं ने जमकर जहां मस्ती की वहीं टीचर्स संग Students ने Selfie ली और स्टाल से खरीदारी की।



Principal ने दी शुभकामनाएं 

प्राचार्या (Principal) प्रोफेसर रचना श्रीवास्तव ने दीपावली (Dipawali) मेला के लिए सभी को शुभकामनाएं और बधाई दी। समिति की संयोजक डॉक्टर अनुराधा बापुली ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया। महाविद्यालय की समस्त शिक्षकों (Teachers) सहित छात्राओं ने बढ़़ -चढ़कर भाग लिया एवं छात्राओं द्वारा निर्मित वस्तुएं खरीदी।समिति की सदस्य डॉक्टर प्रतिमा सिंह, डॉक्टर सिमरन सेठ, डॉक्टर शुभांगी श्रीवास्तव, डॉक्टर मालविका सहित कर्मचारीगण मौजूद थे।

मंगलवार, 14 अक्टूबर 2025

Education: VKM Varanasi Main तीन दिवसीय 'Spss Software' कार्यशाला

छात्राओं ने सीखा software का प्रयोग और डेटा विश्लेषण की विभिन्न तकनीक 



Varanasi (dil india live). वसंत कन्या महाविद्यालय, अर्थशास्त्र विभाग (Vasant Girls College, Department of Economics) द्वारा 14 अक्टूबर से 16 अक्टूबर तक तीन दिवसीय 'Spss Software' कार्यशाला का आयोजन VKM एलुमिनी द्वारा किया गया। इस कार्यशाला की अतिथि व्याख्याता मुस्कान थीं, जिन्होंने छात्राओं को software के प्रयोग और डेटा विश्लेषण की विभिन्न तकनीकों को सरल तरीके से समझाया।

कार्यशाला के प्रथम दिन छात्राओं को Spss Software का परिचय दिया गया, साथ ही Mean Standard Deviation, T-Test, One-way Anova और Two-way ANOVA जैसे महत्वपूर्ण सांख्यिकी परीक्षकों की जानकारी दी गई।


कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रचना श्रीवास्तव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए शोध एवं सांख्यिकी ज्ञान (Research and statistical knowledge) के व्यवहारिक उपयोग पर बल दिया और ऐसी कार्यशालाओं के आयोजन की सराहना की।

50 छात्राओं ने लिया भाग 

कार्यशाला में प्रथम दिन लगभग 50 छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. इन्दु उपाध्याय, डॉ. विजय कुमार,  सबा परवीन, डॉ रितेश यादव व डॉ. श्री प्रिया सिंह ने भी छात्राओं को संबोधित किया।

सोमवार, 13 अक्टूबर 2025

BLW M.D. ने कर्मशाला, चिकित्सालय एवं कर्मचारी कैंटीन का किया औचक निरीक्षण

दिव्यांगजन कर्मचारियों की सेवा भावना और समर्पण की हुई सराहना


F.farooqui/Santosh nagvanshi

Varanasi (dil india live). बनारस (Banaras) रेल इंजन कारखाना (work shop) के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह (Naresh pal Singh) ने 13 अक्टूबर को कर्मशाला के विभिन्न Shops, BLW Central Hospital (केंद्रीय चिकित्सालय) तथा कर्मचारी कैंटीन का औचक निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक Naresh pal Singh ने शॉप फ्लोर का भ्रमण करते हुए निर्माणाधीन कार्यों, लोको उत्पादन की प्रगति, कार्यस्थल की संरक्षा, स्वच्छता और कार्यकुशलता की स्थिति का गहन अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों से संवाद करते हुए लोको उत्पादन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और कार्य की गुणवत्ता में निरंतर सुधार पर बल दिया। इस दौरान उन्होंने स्वच्छता अभियान 5.0 के अंतर्गत चल रहे साफ-सफाई कार्यों की भी सराहना की।


इसके उपरांत Naresh pal Singh ने कर्मचारी  कैंटीन का निरीक्षण किया। उन्होंने कैंटीन में स्वयं भुगतान कर अपने सहयोगी  कर्मचारियों को चाय पिलाई और उपलब्ध भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता व्यवस्था तथा बैठने की सुविधाओं का जायजा लिया। इस नेक पहल की सभी ने सराहना की।

महाप्रबंधक Naresh pal Singh ने इसके बाद BLW केंद्रीय चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माणाधीन कार्यों की गुणवत्ता का परीक्षण किया तथा बच्चा वार्ड, महिला वार्ड और पुरुष वार्ड में जाकर मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। महाप्रबंधक ने चिकित्सालय कर्मचारियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का भी निरीक्षण किया और स्वच्छता, सुव्यवस्था एवं डिजिटल रिकॉर्ड प्रबंधन प्रणाली को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।

इस दौरान उन्होंने चिकित्सालय में हाल ही में स्थापित पूर्णतः स्वचालित बीपी ट्रैकर मशीन का स्वयं उपयोग करते हुए निरीक्षण किया तथा आधुनिक तकनीक के प्रयोग की सराहना की। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक NP Singh ने एक प्रेरणादायक और मानवीय पहल के तहत कॉन्ट्रैक्ट दिव्यांगजन कर्मचारियों की कार्य को विशेष रूप से देखा ।


उन्होंने सपना (महिला वार्ड), प्रीति (प्रयोगशाला), अनिल यादव (पुरुष वार्ड) एवं कुलदीप (रजिस्ट्रेशन कार्यालय) द्वारा निभाई जा रही मरीजों के डेटा एंट्री और प्रशासनिक कार्यों की सराहना की और इस पहल को BLW परिवार के लिए प्रेरणादायक बताया। महाप्रबंधक Naresh pal Singh ने कहा “दिव्यांगजन कर्मचारी शक्ति स्वरूप हैं। उनकी लगन और प्रतिबद्धता मानवीय मूल्यों का प्रतीक है। हम उन्हें हर संभव अवसर और सम्मान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” इस प्रकार की पहल की पूरे BLW में विशेष रूप से चर्चा है और सभी ने इस कार्य की सराहना की।

इस अवसर पर प्रमुख मुख्य इंजीनियर शैलेन्द्र कुमार सिंह, उप मुख्य इंजीनियर साकेत, डॉ. मधुलिका, डॉ. संतोष कुमार मौर्य सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

पवित्र वेद एवं प्रतिमा में ईश्वर की उपासना

यज्ञ का महत्व न केवल लौकिक बल्कि आध्यात्मिक



Sudip chandra handra

Varanasi (dil india live). सनातन हिंदू धर्म (Hindu Religion) का परम और सर्वोच्च शास्त्र – पवित्र वेद – परमात्मा को ‘अनंत चैतन्यमय’ के रूप में वर्णित करता है। ऋषि-मुनि ध्यान के माध्यम से इस अनंत चैतन्यमय परमात्मा की शरणागति की प्रार्थना किया करते थे। वे मन के तीनों स्तर – चेतन, अवचेतन एवं अचेतन – के माध्यम से ध्यान करते हुए उस दिव्य महाचैतन्य से गहनतम संबंध स्थापित करते थे। कालांतर में यज्ञ के माध्यम से इस चैतन्यमय भगवान की शरण, स्तुति और प्रार्थना की जाती रही। यज्ञ का महत्व न केवल लौकिक बल्कि आध्यात्मिक भी रहा है। समय के साथ इन वैदिक यज्ञों ने जो रूप लिया, वही आज की पूजा-पद्धति है।

पूजा में मूर्तियों के माध्यम से, शास्त्रसम्मत विवरणों के अनुसार भगवान के रूप या प्रतीक की स्थापना की जाती है, ताकि साधक ध्यान और भक्ति से भगवान के चैतन्य से जुड़ सकें। कारण यह है कि यदि इस अनंत चैतन्य की कोई प्रत्यक्ष अभिव्यक्ति न हो, तो वह सामान्य जनमानस को शून्य या अमूर्त प्रतीत होगा।

यह स्मरणीय है कि किसी भी भक्त ने कभी पत्थर या मिट्टी की प्रतिमा से कुछ नहीं माँगा; वह तो उस प्रतिमा में प्रतिष्ठित अनंत चैतन्य से संवाद करता है। भक्ति की भावधारा से वह उस अनिर्वचनीय परमात्मा के निकट पहुँचने का प्रयास करता है – अतीत में भी, वर्तमान में भी और भविष्य में भी।

यहां एक दृष्टांत प्रासंगिक है। जैसे एक विद्युत बल्ब का कोई प्रयोजन नहीं यदि उसमें विद्युत धारा प्रवाहित न हो। किंतु विद्युत जुड़ते ही बल्ब प्रकाशित हो उठता है, यद्यपि विद्युत स्वयं अदृश्य है। इसी प्रकार मूर्ति में जब वैदिक मंत्रों द्वारा प्राण प्रतिष्ठा की जाती है, तब वह एक जीवंत प्रतीक बन जाती है – उस अनंत चैतन्यमय प्रभु की उपस्थिति से युक्त। अब कल्पना कीजिए–बिना किसी रूप या प्रतीक के उस अनंत चैतन्यमय परमात्मा का ध्यान करना। आप पाएँगे कि वह आपके मन में शून्यता उत्पन्न कर देगा। अस्तित्वहीन सा प्रतीत होगा।

इसलिए यह कहना अत्यंत समीचीन है कि सभी शास्त्रों के परम शिखर, अपौरुषेय एवं नित्य, स्वयं परमेश्वर के श्वास से प्रकट पवित्र वेदों में वर्णित निराकार परमात्मा की उपासना और मूर्ति के माध्यम से की जाने वाली उपासना में कोई विरोध नहीं है – अपितु यह दोनों परस्पर पूरक हैं।

अंत में एक कथा दृष्टांत के रूप में प्रस्तुत है। सातवीं कक्षा का एक छात्र बीजगणित का अध्ययन कर रहा था। उसने तीसरी कक्षा के कुछ विद्यार्थियों से पूछा – “बताओ, 3 - 5 कितना होता है?” तीसरी कक्षा के छात्र ठहाका मारकर हँस पड़ा। उनमें से एक ने कहा – “यह तो पागल है! छोटे अंक से बड़े अंक को घटाया जा सकता है क्या! हमारे गुरुजी ने तो यही सिखाया है कि घटाव केवल बड़े अंक से छोटे का होता है।” सातवीं कक्षा का छात्र कहता रहा – “उत्तर है -2”, पर तीसरी कक्षा के बालक और भी ज़ोर से चिल्लाए – “यह तो पागल है!” और सब एक स्वर में बोले – “सही है! सही है!” अब सोचिए – यहां दोष किसका था? न तो सातवीं कक्षा के छात्र का, और न ही तीसरी कक्षा के छात्रों का। समस्या केवल उनकी ‘ज्ञान की सीमा’ में थी। इसी प्रकार हमारे समाज में भी लोग अपने-अपने बौद्धिक स्तर और ज्ञान की सीमा के अनुरूप ही विचार और निर्णय करते हैं। हमारा सनातन धर्म, हमारी शास्त्रीय परंपरा और आध्यात्मिक विचारदृष्टि ‘पोस्ट-डॉक्टोरल’ स्तर की है। इसे सम्यक रूप से समझने के लिए सही मार्ग पर ज्ञान की साधना और प्रभु की असीम कृपा आवश्यक है।


“ॐ स नः पितेव सूनवेऽग्ने सुपायनो भव।

सचस्वा नः स्वस्तये।।”

– ऋग्वेद 1.1.9

हे अग्निदेव! जैसे पिता अपने पुत्र के प्रति सुलभ होता है, वैसे ही आप हमारे प्रति भी सहज सुलभ हों। आप हमें परस्पर कल्याण के लिए एकसूत्र में बाँधें। हमारे जीवन से त्रिविध तापों की शांति हो।

(नोट -लेखक के यह अपने विचार हैं इससे संपादक या संपादकीय टीम का सहमत होना जरूरी नहीं है)

रविवार, 12 अक्टूबर 2025

Varanasi Main नामचीन शायर Ahmad Azmi की काव्य-कृति "क़तरा-ए-शबनम" का भव्य विमोचन

शायर और कवि प्रेम और सौहार्द की रोशनी से अंधकार को चीर देते है-प्रो. गुरु चरण सिंह 

मुशायरे की पाकीज़गी को फिर से कायम करने की जरूरत-याकूब यावर



Varanasi (dil india live). वाराणसी की Ganga तट की पावन व जीवंत फिज़ाओं में, जहां सदियों से ज्ञान और साहित्य का दीप प्रज्वलित है, वहां मशहूर कवि अहमद आज़मी (Ahmad Azmi) की नवीन काव्य-कृति “क़तरा-ए-शबनम” का भव्य आयोजन पराड़कर स्मृति भवन में हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर गुरुचरण सिंह (Pr. Gurucharan Singh) ने किया। जबकि विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ. याकूब यावर (Dr Yaqoob Yawar) थे। शहर के समस्त मत-मतांतर और विचारधाराओं से जुड़े कवि, साहित्यकार, कलाकार, पत्रकार और विद्वान इस आयोजन में उपस्थित थे। यह सजीव संगम स्वयं यह प्रमाणित करता था कि अहमद आज़मी का सृजन और उनके मित्रमंडल कितने व्यापक और विविध हैं।



दिलों को जोड़ती है अहमद आज़मी की कविताएं 

प्रोफेसर गुरुचरण सिंह ने कहा कि, “जब राजनीति के वातावरण में वैमनस्य और कटुता की आंधियां उठती हैं, तब शायर और कवि ही वह दीपक होता है, जो प्रेम और सौहार्द की रोशनी से अंधकार को चीर देता है। अहमद आज़मी ऐसे ही दीपक हैं, जिनकी कविताएं दिलों को जोड़ती हैं, तोड़ती नहीं।”

हिंदुस्तानी संस्कृति की आत्मा से परिपूर्ण


विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ. याकूब यावर ने अहमद आज़मी की रचनाओं को हिंदुस्तानी संस्कृति की आत्मा से परिपूर्ण बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज दुनिया में बड़ा बदलाव महसूस किया जा रहा है। लोगों को पढ़ने की बजाय देखने और सुनने की आदत ज्यादा होती जा रही है। किताबों से लोग दूर हो रहे हैं ऐसे में उर्दू अदब की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि ज्यादा अच्छा लिखा और पढ़ा जाए। उन्होंने कहा कि आज मुशायरे अदब से इतर हो रहे हैं ऐसे में मुशायरे की पाकीज़गी को फिर से कायम करने की जरूरत है। यह जिम्मेदारी अहमद आज़मी जैसे शायर बखूबी निभा सकते हैं। अहमद आज़मी के काव्य में एकता, सौहार्द और पारस्परिक सम्मान का ऐसा पैग़ाम है जो समाज को जोड़ता है और मानवता को सुदृढ़ करता है। उन्होंने आगे कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक काव्य-संग्रह का विमोचन नहीं था, बल्कि प्रेम, एकता और सांस्कृतिक सामंजस्य के प्रति नवीनीकृत संकल्प की अभिव्यक्ति है। 

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ. कमालुद्दीन शेख ने अहमद आज़मी को दिल की गहराइयों से बधाई दी और कहा कि जैसे उनकी शायरी हमेशा पाठकों और श्रोताओं के हृदय में जगह बनाती रही हैं, उसी तरह उनका यह नवीन संग्रह भी जनता में समान रूप से सराहा जाएगा।


प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद आरिफ़ (Dr Mohmmad arif) ने कहा कि अहमद आज़मी की कविता में घर और आंगन की बातें, पुत्र और माता के अमर संबंध, समाज का दर्द, राष्ट्र और देशभक्ति की अनुभूति और समकालीन परिस्थितियों का चित्रण सब एक साथ प्रभावशाली ढंग से प्रकट होता है। यही कारण है कि आज हम इसे “क़तरा-ए-शबनम” के रूप में देख रहे हैं। 



प्रोफेसर इशरत जहां (Dr ishrat jahan) ने अहमद आज़मी की कविता की सरलता और प्रभावशाली प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछले 30–35 वर्षों से उनकी रचनाएं जनता और विद्वानों के हृदय में स्थायी स्थान बनाए हुए हैं। 

इस अवसर पर चकाचौंध ज्ञानपुरी, शंकर कैमूरी ने भी अहमद आज़मी की रचनाओं पर अपने विचार रखे। सांस्कृतिक एवं सामाजिक संगठन “क़ालिब फाउंडेशन”, मिर्ज़ापुर के अध्यक्ष डॉ. शाद मशरकी और सचिव ज़मज़म रामनगरी ने अहमद आज़मी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उन्हें सर्जनात्मक प्रयासों के लिए बधाई दी।


रसम-ए-एजरा के अंतिम चरण में एक भव्य मुशायरे का आयोजन भी हुआ, जिसमें शहर वाराणसी और आसपास के प्रसिद्ध शायरों और कवियों ने अपना काव्य प्रस्तुत किया। प्रमुख कवियों में आबिद हाशमी, डॉ. शाद मशरीकी, ज़मज़म रामनगरी, आलम बनारसी, दमदार बनारसी, शमीम गाज़ीपुरी, समर गाज़ीपुरी, सलीम शिवालवी, निज़ाम बनारसी, अज़फर अली, डॉ. सुरेश कुमार अकेला, डॉ. नसीमा निसा और डॉ. रीना तिवारी ने अपने अशरार से लोगों को बांधे रखा।

अल मुबीन अवार्ड से किया सम्मानित 
क़तरा-ए-शबनम के प्रकाशक खान ज़ियाउद्दीन मोहम्मद क़ासिम ने उपस्थित अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर गुरचरण सिंह एवं मुख्य अतिथि प्रोफेसर याकूब यावर के अतिरिक्त विशिष्ट अतिथियों को अल मुबीन अवार्ड से सम्मानित किया और आश्वासन दिया कि भविष्य में भी कवियों और कलाकारों की पुस्तकों के प्रकाशन में वे इसी निष्ठा और समर्पण के साथ योगदान देंगे।

इनकी रही खास मौजूदगी 

हाफिज जमाल नोमानी, मतीन सासारामी, कार्यक्रम संयोजक ज़मज़म रामनगरी, नोमानी हसन खां, इमरान हसन खां, इस्तकबाल कुरैशी बाबू, डा. एहतेशामुल हक़, एहतेशामुलल्लाह सिद्दीकी, निज़ाम बनारसी, रेयाज अहमद, नदीम एडवोकेट, तारिक सिद्दीकी एडवोकेट आदि मौजूद थे।