बुधवार, 28 जून 2023

Allah or Mohammad लिखा बकरा बना सेल्फी पार्टनर

इस बकरे में न जाने क्या है आकर्षण कि जुट रही तमाशबीनों की भीड़ 

Mohd Rizwan 



Varanasi (dil India live)। ईद-उल-अजहा यानी बकरीद इस बार 29 जून को मनाया जाएगा। बकरीद के पर्व पर कुर्बानी के लिए वाराणसी में बकरा मंडी सज गई है। यहां की मंडी में आए एक खास बकरे की पूरे पूर्वांचल में चर्चा है। इस बकरे को कुदरत का करिश्मा बताया जा रहा है। वाराणसी समेत आसपास के जिलों के लोग इसे देखने के लिए न सिर्फ पहुंच रहे हैं बल्कि यह बकरा सेल्फी पार्टनर तक बन गया है। हर कोई इस बकरे के साथ सेल्फी पोज देता लेता दिखाई दे रहा है। बरबरा नस्ल के इस बकरे की पीठ पर एक तरफ मुहम्मद और दूसरी तरफ अल्लाह लिखा हुआ है। इस बकरे की डिमांड बकरा मंडी में काफी ज्यादा है। 

वाराणसी के बेनिया बाग मंडी में आजमगढ़ के पी कुमार बरबरा नस्ल के बकरे को लेकर पहुंचे हैं। हर कोई इस बकरे को खरीदना चाहता है, लेकिन इसकी कीमत सुनकर लोगों के होश उड़ जा रहे। बकरा मालिका ने इसकी कीमत 6 लाख रुपए रखी है। अब तक मंडी में इसकी कीमत 4 लाख रुपए तक लग चुकी है। 6 लाख रुपए के इस बकरे को मालिक ने बेचने से इंकार कर दिया और कुर्बानी के लिए ले जाने वालों के लिए कीमत 6 लाख रुपए की डिमांड की। बकरे के मालिक ने एक और खास ऐलान किया जिसे सुन हर मुस्लिम समाज के लोग बकरा मालिक की सराहना कर रहे है। बकरे के मालिक पी.कुमार मंडी में खुला ऐलान किया है, कि यदि को इस बकरे को कुर्बानी की जगह पालने के लिए लेगा तो वह इस नायब बकरे को मात्र 3 लाख रुपए में ही दे देंगे।

बकरा मंडी के संचालक मुहम्मद अजहर ने कहा कि मंडी में मुहम्मद अल्लाह बकरे के साथ फोटो खींचने के लिए मंडी में आने वाले नवयुवकों की होड़ लगी हुई है। बकरा मंडी के संचालकों की मानें तो इस बार सबसे महंगा मुहम्मद अल्लाह बकरा है। इससे पहले सबसे ज्यादा 80 हजार रुपए का बकरा मंडी में बिका है। ऐसे में यह बकरा वाराणसी के बकरा मंडी का सबसे महंगा बकरा है।

मंगलवार, 27 जून 2023

Mini Sadan me 550 करोड़ का प्रस्ताव पारित

अधिकारियों द्वारा पार्षदों के फोन न उठाने कि शिकायत पर मेयर नाराज़

  • मेयर बोलें इस बात कि दोबारा न मिले शिकायत



Varanasi (dil India live)। नगर निगम के मिनी सदन की बैठक मंगलवार को सम्पन्न हुई। इस दौरान सदन की कार्यवाही में सर्वसम्मति से 550 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पास किया गया। नए वार्डों में 10 करोड़ और पुराने वार्डों में 5 करोड़ से विकास कार्य कराने की स्वीकृति प्रदान की गई। सभी 100 वार्डों का प्रपोजल बनाकर उत्तर प्रदेश शासन को 30 जून के पहले भेज दिया जाएगा। इस फंड से शहर का बेहतर विकास होगा। सभी वार्डों से प्रस्ताव मांगा गया था। इस दौरान सभी पार्षद सीवर और पेयजल की समस्या पर मुखर थे। सदन की बैठक में गाउन न पहनने को लेकर मेयर पर सवाल उठे। शिवाला के पार्षद राजेश यादव ने संशोधन प्रस्ताव पेश कर कहा कि सदन की गरिमा के मुताबिक, गाउन पहनना होता है। इस पर मेयर अशोक तिवारी ने कहा कि यहां बैठा हर सदस्य जनता द्वारा चुनकर आया है। गाउन पहनने से कोई मेयर पद कि गरिमा नहीं बढ़ती। गरिमा अपने काम से बढ़ती है। मेयर अशोक तिवारी ने कहा कि वाराणसी नगर निगम में 84 नए गांव मिलाए गए हैं। यहां पर किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। शहर और गांव के विकास की दूरी खत्म होगी। पार्षदों का कहना है कि सीवर और पेयजल की समस्या है, जिस पर काम होगा। हम लोग सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी ओर जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे। पार्षदों का अधिकारियों द्वारा फोन न उठाना घोर अनुशासनहीनता है। कल बैठक करके यह स्पष्ट करूंगा कि यदि आपने आज के बाद यदि पार्षदों का फोन नहीं उठाया तो अधिकार क्षेत्र के तहत कड़ी कार्यवाही करेंगे। एक सप्ताह के अंदर जिम्मेदारी और जवाबदेही तय होगी।

नगर निकाय चुनाव के बाद यह पहली विशेष बैठक थी। इसमें सावन पर कावंड़ियों के लिए शहर में खाना, पेयजल, ठहरने, लाइटिंग और सफाई से संबंधित कुछ जरूरी फैसले लिए गए हैं। इसके साथ ही वाराणसी शहर के विकास से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स और प्रपोजल्स करे हरी झंडी दिखाई गई। यह बैठक मैदागिन के टाउनहाल में चली। आज शहरी विकास से जुड़े कई प्रपोजल को मंजूरी मिली।

Kaba mai hajj के अय्याम शुरु, काशी कि बढ़ी धड़कने

काबा में हो रहा हज, काशी में कि जा रही दुआएं



Varanasi (dil India live)। काबा में हज के अय्याम शुरु हो गये है वही काशी से हज पर गये लोगो के अज़ीज़ों कि धड़कने तेज हो गई है। हर कोई अपने अज़ीज़ों के लिए दुआएं मांग रहा है कि उनके अज़ीज़ हज का सफर कामयाबी से पूरा करके काशी हंसी–खुशी लौटें। लोगों की इस बात की खुशी भी है कि उनके अजीज हज करके जब लौटेंगे तो उनके नाम के आगे हाजी लग जाएगा मगर बेचैनी इस बात कि है कि कहीं कोई अनहोनी न हो’ बस यही वजह है कि दुआओं का दौर तेज हो गया है। काबा में हज हो रहा है और काशी में दुआएं। हज खिदमतगार हाजी अदनान खां ने बताया कि जायरीन मिना से रवाना होकर आज अराफात पहुंचे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हज के दौरान पांच दिन केवल और केवल रब की इबादत ही होती है। इस दौरान जायरीन का अपने अजीजों से सम्पर्क टूट जाता है यही वजह है कि लोग दुआओं में लग जाते हैं।

दरअसल कई बार हज के अय्याम के दौरान हादसे हुए हैं कभी कंकड़ी मारते समय तो कभी तवाफ करते या फिर मिना के मैदान में खाना बनाते समय आग लगने के कारण। इसी के चलते लोग तब तक सुकुन नहीं ले पाते जब तक कि हज का पांच दिन का अय्याम मुकम्म्ल नहीं हो जाता है। 

इस साल हज 26 जून से शुरू हुआ है जो 1 जुलाई को मुकम्म्ल होगा। इस बार दुनिया भर से तकरीबन चालीस लाख ज़ायरीन हज के लिए रवाना हुए हैं। इस्लाम में हज फर्ज माना गया है। ये इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। इस्लाम के मुताबिक अल्लाह की रज़ा के लिए ज़िंदगी में एक बार हज पर जाना बेहद जरूरी है। इस्लाम में माना जाता है कि हज करके लौटने वाला जब हाजी बनकर लौटता है तो वो गुनाहों से ऐसे पाक हो जाता है जैसे मां के पेट से पैदा हुआ बच्चा मासूम और बेगुनाह होता है। इसलिए हज का इस्लाम में खासा महत्व है। हर कोई जिन्दगी में एक बार हज करने की ख्वाहिश जरुर दिल में पाले रहता है।

भामाशाह जयंती को व्यापारी दिवस घोषित करे सरकार




Ghazipur (dil India live). प्रदेश अध्य्क्ष मुकुंद मिश्रा के आह्वान पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल गाजीपुर का एक प्रतिनिधि मंडल जिला अध्यक्ष विजय शंकर वर्मा के नेतृत्व में शिक्षक दिवस, श्रमिक दिवस आदि के तर्ज पर दानवीर भामाशाह की जयंती को व्यापारी दिवस के रुप में घोषित करने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्रक भेजा गया। पत्रक में बताया गया है कि भामाशाह अपने त्याग एवं दानवीरता के कारण इतिहास में अमर हो गए। ऊन्होंने अपने जीवन काल में महाराणा प्रताप को राष्ट्र की रक्षा के लिए अपनी सारी जमा पूंजी दान कर दी थी। भामाशाह कि दानवीरता के किस्से आज भी व्यापारी समाज को प्रेरणा देते हैं। पत्रक के माध्यम से पूर्व में भी व्यापारिक संघठन  मुख्यमंत्री से मांग कर चुका है कि व्यापारी समाज के सम्मान व लोकहित के लिए अपना सर्वस्व दान करने वाले व्यापारी समाज के प्रेरणाश्रोत भामाशाह की जयंती को शिक्षक, श्रमिक दिवस आदि की तर्ज पर व्यापारी दिवस घोषित किया जय।

प्रतिनिधि मंडल में विजय शंकर वर्मा,  सरदार दर्शन सिंह, रुद्रेश निगम,  अच्छेलाल कुशवाहा, निर्गुण दास केसरी, गणेश वर्मा, अभय कुमार गुप्ता, संजय केशरी, नईम अहमद, मल्लन राम बिंद्रा, संजय गौतम, अनिल भारती, रामजी कुशवाहा, नैय्यर अहमद, सोनू राय, गोपाल आदि मौके पर उपस्थित थे।

सोमवार, 26 जून 2023

Varanasi में जल्द स्थापित होंगे न्यू बोर्न केयर कॉर्नर

वजन मशीन, विटामिन-के, आपातकालीन व आवश्यक सुविधाओं से होंगे लैस

  • प्री-मेच्योर, कम वजन, सांस लेने व अन्य दिक्कतों वाले शिशुओं का होगा उपचार




Varanasi (dil India live)। दूर-दराज के क्षेत्रों में संचालित किए जा रहे उपकेंद्र स्तरीय आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही मातृ व शिशु स्वास्थ्य देखभाल, नियमित टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम और संचारी व गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जनपद के उपकेंद्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (प्रसव केन्द्रों) पर जल्द ही नवजात शिशु देखभाल कॉर्नर (न्यू बोर्न केयर कॉर्नर-एनबीसीसी) स्थापित किए जाएंगे। शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए हर चिन्हित प्रसव केंद्र पर न्यूबोर्न केयर कॉर्नर अहम भूमिका निभाएंगे। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी। सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर इस दिशा में बेहतर प्रदर्शन के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कोशिश की जा रही है कि प्रसव केंद्र के रूप में बने सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर वजन मशीन, आपातकालीन दवा व इंजेक्शन, विटामिन-के, ऑक्सीज़न युक्त बेड एवं अन्य जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता हो। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 

डिप्टी सीएमओ (आरसीएच) डा. एचसी मौर्या ने बताया कि जनपद में उपकेंद्र स्तरीय प्रसव केंद्रों की संख्या 98 है। जल्द ही सभी इन प्रसव केन्द्रों पर न्यू बोर्न केयर कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे। यहाँ एक चिकित्सक व एक स्टाफ नर्स तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चे जिनके पैदा होने के बाद जिन्हें चिकित्सकीय उपचार की आवश्यकता होती है। जैसे जन्म से पहले (प्री मेच्योर) पैदा हो गया हो, पैदा होने के बाद नहीं रोया हो, कम वजन का हो, सांस लेने में तकलीफ हो, पल्स रेट बढ़ी हो, ऑक्सीज़न की कमी हो, मां का दूध नहीं पी पाता हो, गंदा पानी पेट में चला गया हो, हाथ-पैर नीले पड़ गए हों एवं जन्म के तुरंत बाद झटके आ रहे हों तो उन्हें सर्वप्रथम न्यू बोर्न केयर कॉर्नर में भर्ती किए जाएंगे। आवश्यक उपचार के साथ कंगारू मदर केयर से देखभाल की जाएगी। गंभीर स्थिति होने पर उसको जिला व सीएचसी स्तरीय चिकित्सा इकाइयों पर भर्ती कर इलाज किया जाएगा।

UP helth ranking में लगातार दूसरी बार वाराणसी अव्वल

मातृ-शिशु स्वास्थ्य व परिवार नियोजन सेवाओं में हो रहा गुणवत्तापूर्ण सुधार


Varanasi (dil India live)। उत्तर प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में एक बार फिर से वाराणसी ने 80 फीसदी स्कोर हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। पिछले माह भी जनपद ने हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में पहला स्थान प्राप्त किया था। इस उपलब्धि के लिए जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की। साथ ही भविष्य में गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में प्रदेश की हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में सभी जनपदों की रैंकिंग प्रदर्शित की गई है। इसमें वाराणसी ने गर्भावस्था में एचआईवी की जांच, गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल, परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों (अंतरा, छाया, कॉपर-टी, पीपीआईयूसीडी व आईयूसीडी), सीएचसी पर प्रसव के सापेक्ष सिजेरियन प्रसव समेत 16 संकेतकों पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए मई माह में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि पर सीएमओ ने जिले की समस्त नगरीय व ग्रामीण स्तरीय पीएचसी-सीएचसी व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी है और सेवाओं की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। 

सीएमओ ने कहा - पिछले माह वाराणसी ने हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में पहला स्थान प्राप्त किया है। इससे पहले वह दूसरे और तीसरे स्थान पर रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) डॉ एचसी मौर्य और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक संतोष कुमार सिंह के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण में टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। संकेतकों में सुधार के लिए आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम की अहम भूमिका है। बताया कि 22 अप्रैल से 21 मई 2023 के बीच लक्ष्य के सापेक्ष 100 फीसदी गर्भावस्था में एचआईवी की जांच हुई। गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल में 100 फीसदी उपलब्धि हासिल हुई है। इन संकेतकों में जनपद ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों व सीएचसी में प्रसव के सापेक्ष सिजेरियन प्रसव, प्रसव पूर्व जांच, बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण, आशा कार्यकर्ताओं की उपलब्धता आदि सेवाओं में जनपद ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके अलावा जनपद मुख्यालय (नगर क्षेत्र) और ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्रों की बात करें तो जनपद स्तर पर अराजीलाइन ने सभी संकेतकों में पहला (83%), हरहुआ ने दूसरा (82%), काशी विद्यापीठ ने तीसरा (81%) स्थान प्राप्त किया है। अराजी लाइन ब्लॉक सीएचसी पिछले कई माह से डैशबोर्ड में पहले स्थान पर बना हुआ है। सेवापुरी चौथे, चिरईगांव पाचवें, पिंडरा छठवें, बड़ागांव सातवें, चोलापुर आठवें और जनपद मुख्यालय नौवें स्थान पर है।  

पेज आठ बाटम

श्रेयांसनाथ दिगंबर जैन मंदिर से चार मूर्तियां चोरी





Varanasi (dil India live)। श्रेयांसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सारनाथ रिंग रोड (सिंहपुर) में रात्रि को चोरों ने मन्दिर से भगवान की चार मूर्तिया और दान पात्र से सारा पैसा चुरा ले गये। यह मामला तब प्रकाश में आया जब सुबह 6 बजे मन्दिर के पुजारी बाल चन्द्र जैन वहां पूजा अर्चना कराने प्रति दिन कि भांति पहुंचे और देखा कि दान पात्र खुला हुआ है उसमें से कैश गायब है। यही नहीं वहां से चार मूर्तियां भी पुजारी बाल चन्द्र जैन को नहीं मिली। इस बात की सूचना पूजारी ने मंदिर के व्यवस्थापकों को दी। मंदिर से जुडी शोभा जैन’ उनके पुत्र विशाल जैन व बहु श्रुति जैन आदि ने सारनाथ थाने को मूर्ति व पैसा चोरी होने की सूचना दी। समाचार लिखे जाने तक चोरी गई मूर्ति व पैसे का कोई अता पता नहीं चल सका था।

आधी रात को गूंजा Happy Christmas, merry Christmas..., कटी केक, गूंजा कैरोल गीत

ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी... काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने की प्रभु यीशु के जन्म की अगवानी   मंगलवार की आधी रात को फि...