बीएचयू के सुरक्षा अधिकारी पर एफआईआरवाराणसी (दिल इंडिया)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सरसुंदरलाल अस्पताल के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट की सीनियर नर्सिंग ऑफिसर शालिनी जोसफ के पुत्र ऋषभ जोसफ को बुरी तरह मारने पीटने के मामले में बीएचयू के सुरक्षा अधिकारी समेत जुड़ा हुआ है। ऋषभ ने कई लोगों के खिलाफ लंका थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। थाने में दी गई तहरीर में बीएचयू के सुरक्षा अधिकारी विनय कुमार और अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध बिना किसी आरोप के मारपीट करने और शारीरिक और मानसिक प्रतड़ना का केस दर्ज कराया है। इस संदर्भ में पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है। अब देखना यह है कि वो कार्रवाई कब तक करती है।
ये है पूरा मामला
ऋषभ की मां और बीएचयू की कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट की सीनियर नर्सिंग ऑफिसर शलिनी जोसफ ने दिल इंडिया को बताया कि मेरा बेटा रोज़ सुबह जॉगिंग के लिए जाता है। 12 जनवरी की सुबह भी वह जॉगिंग के लिए घर से निकला था। उसी दौरान अरविंदो कालोनी के पास वह अपना शू लेस बाँधने के लिए झुका तभी प्राक्टर कार्यालय की जीप आ गयी। उसमें सुरक्षा अधिकारी विनय कुमार मौजूद थे जिन्होंने ऋषभ को गाड़ी में बैठा लिया और उसे चीफ प्रॉक्टर कार्यालय ले गए।
शालिनी जोसफ ने आरोप लगाते हुए बताया कि वहां एक कमरे में बंद करके मेरे बेटे को सुरक्षा अधिकारी और 4 से 5 की संख्या में मौजूद लोगों ने लाठी डंडों से पीटा और उसके प्राइवेट पार्ट में भी रॉड से मार दिया। इसके बाद 7 बजे सुबह मुझे बीएचयू चौकी से फोन आया। मैंने बेटे से बात की तो उसने बताया कि मैं ठीक हूं मां पर मैं वहां पहुंची तो चौकी इंचार्ज ने कहा कि आप के बेटे ने कोई क्राइम नहीं किया है। किसी ने कम्प्लेन की थी कि उसके घर के सामने कोई ट्वायलेट कर रहा है उसी लिए उन्हें यहाँ लाये थे पूछ-ताछ को।
उसके बाद मैं ड्यूटी गयी लेकिन शाम में घर आयी तो बेटे की तबियत ठीक नहीं लगी। उससे पूछा तो उसने सब कुछ बताया जिसके बाद मैंने बीएचयू ट्रामा सेंटर में उसका चेकअप कराया और दवा भी दिलाई पर अभी भी उसके प्राइवेट पार्ट में सूजन है और वो दर्द में हैं। मैंने इसकी कम्प्लेन प्राक्टर कार्यालय में की तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया पर करवाई नहीं हुई, उसके बाद जब चौकी पहुंची तो उन्होंने भी मना कर दिया। इस पर मैंने 14 जनवरी को लंका थाने पर तहरीर दी जिसके बाद सत्यता की जांच कर एफआईआर दर्ज की गयी है।
मुझे बस न्याय चाहिए
शालिनी जोसफ ने आरोप लगाया कि मैंने जब विनय कुमार को फोन करके पूछा कि किसी लड़के को रात में उठाया था, तो उन्होंने कहा हाँ उठाया था, लेकिन जब हमने कहा कि वो मेरा बेटा था तो उन्होंने साफ़ इंकार कर दिया और उसके बाद कई सारे फोन मुझे समझौता करने के लिए आ रहे हैं पर मुझे न्याय चाहिए।
क्या कह रहे चीफ प्राक्टर
बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर आनंद कुमार चौधरी ने बताया कि युवक, युवक की मां और सुरक्षाकर्मियों के बयान में विरोधाभास है। युवक की मां की शिकायत पर 3 सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गयी है। ये कमेटी 10 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी, जिसके आधार पर जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी
मसीही समुदाय में रोष
ऋषभ जोसफ को बुरी तरह पीटने की खबर जब मसीही समुदाय को हुई तो उनमें रोष व्याप्त हो गया। रोमन कैथालिक ही नहीं बाल्कि प्रोटेसटेंट मसीही भी नाराज़ हैं सभी की मांग है कि घटना की निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की जाये।