गुरुवार, 8 दिसंबर 2022

Dav pg college: 6 students ko milega gold medal

Bhu के दीक्षान्त में डीएवी पीजी कालेज के भी छात्रों को मिलेगा स्वर्ण पदक 







Varanasi (dil india live)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में होने वाले 102 वें दीक्षान्त समारोह में डीएवी पीजी कॉलेज के 6 छात्रों को स्वर्ण पदक मिलेगा। डीएवी पीजी कॉलेज के इतिहास विभाग के एम.ए. के छात्र रहे सुरेन्द्र गुप्ता को वर्ष 2020 के लिए स्व. प्रो. हीरालाल सिंह स्मृति स्वर्ण पदक तथा बीएचयू मेडल प्रदान किया जायेगा। वहीं वर्ष 2021 के लिए डीएवी के ही एम.ए इतिहास के छात्र अमित कुमार को स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा। वर्ष 2022 में भी डीएवी के एम.ए. इतिहास के छात्र सुरज मद्धेशिया को स्व. प्रो. हीरालाल सिंह स्मृति स्वर्ण पदक तथा बीएचयू मेडल मिलेगा। एम.ए. राजनीति शास्त्र की सत्र 2021 की छात्रा श्रेया राज को पांच स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा। उन्हें डॉ. करन सिंह स्वर्ण पदक, नरसिंहगढ़ महाराजा भानू प्रकाश सिंह तथा महारानी लक्ष्मी कुमारी स्वर्ण पदक, सूर्यमुखी देवी गोल्ड मेडल, रमाशंकर शुक्ला स्वर्ण पदक तथा बीएचयू मेडल प्रदान किया जायेगा।

वहीं कला संकाय के अन्तर्गत आने वाले हिन्दी विभाग के एम.ए के छात्र रहे विद्या वैभव भारद्वाज को वर्ष 2022 के लिए श्रीमती कृष्णा रानी जोशी स्मृति स्वर्ण पदक, गुरू पथिक नागाबाला बैरागी अद्वैत स्वर्ण पदक तथा दुर्गा शंकर दीक्षित रजत पदक प्रदान किया जायेगा। एम.ए अंग्रेजी की छात्रा अन्नेषा पालित को वर्ष 2022 में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर पं. राम लखन पाण्डेय स्मृति स्वर्ण पदक तथा बीएचयू मेडल प्रदान किया जायेगा। अन्नेषा को स्नातकोत्तर में सबसे कम उम्र में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर श्रीमती मुनेसरा देवी स्मृति स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा। वहीं बी.ए दर्शनशास्त्र के छात्र प्रांजल गिरी को बीएचयू मेडल के साथ साथ अघोराचार्य बाबा कीनाराम स्वर्ण पदक तथा बाबा राजेश्वर राम स्वर्ण पदक भी प्रदान किया जायेगा। इसके अतिरिक्त डीएवी पीजी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. अनूप कुमार मिश्रा को वर्ष 2021 के लिए एकमात्र डी.लिट की उपाधि प्रदान की जायेगी।

डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्यदेव सिंह ने छात्रों की इस उपलब्धि पर हर्ष जताते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। महाविद्यालय के मंत्री/प्रबन्धक अजीत कुमार सिंह यादव ने भी छात्रों को शुभकामना दी। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. विनोद कुमार चौधरी, प्रो. राकेश कुमार राम, डॉ. इन्द्रजीत मिश्रा, डॉ. संजय कुमार सिंह, आईक्यूएसी की समन्वयक डॉ. पारूल जैन आदि ने भी शुभकामना दी।

Hazrat mastan Shah baba bhar de jholi meri

लोहता में hazrat मस्तान baba के उर्स में उमड़े ज़ायरीन 

मेले को देखते हुए पुलिस रही चौकन्ना 


Varanasi (dil india live). लोहता के हरपालपुर गांव स्थित हज़रत दीन मस्तान शाह बाबा रहमतुल्लाह अलैह के उर्स में आस्ताने पर जायरीन का हुजूम उमड़ा। उर्स में सभी मज़हब के लोग बाबा के दर पर अकीदत लुटाते नज़र आये
मेले में लोहता के कोटवां, धन्नीपुर, महमूदपुर ही नहीं बल्कि शहर और आसपास से भी अकीदतमंद फातेहा पढ़ने के बाद जमकर खरीदारी करते नज़र आए। इस दौरान खाने-पीने के चीजों का भी लोगों ने लुत्फ उठाया। बड़े, बुजुर्ग ही नहीं बल्कि बच्चे भी मेले में उर्स में पहुंचे हुए थे। बाबा दीन मस्तान शाह के मेले में खाने-पीने की दुकान से लेकर कई तरह की चरखी, हवाई झूला समेत मनोरंजन के तमाम साधन देखने को मिले, साथ ही  बहुत सारी खिलौने की दुकानें भी सजी हुई थीं। सौंदर्य प्रसाधनों की दुकान ख़्वातीन के लिए आकर्षण का केन्द्र थी। समाचार लिखे जाने तक उर्स अपने शबाब पर था।
 मेला परिसर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोहता थानाध्यक्ष राजकुमार पांडेय उपनिरीक्षक संदीप कुमार सिंह पुलिसकर्मियों के साथ सक्रिय भूमिका निभाते नज़र आये।

बुधवार, 7 दिसंबर 2022

Pm modi के Varanasi में अटेवा ने निकाला विरोध मार्च

एनपीएस, निजीकरण के विरोध में जलाया कैंडल, निकाला मार्च 

शिक्षकों कर्मचारियों ने शहीद डॉ. रामाशीष सिंह को अंबेडकर पार्क में दी श्रद्धांजलि




Varanasi (dil india live), अटेवा पेंशन बचाओ मंच वाराणसी की ओर से बुधवार की शाम को जिला मुख्‍यालय के पास, कचहरी स्थित अंबेडकर पार्क में शहीद डॉ.राम आशीष सिंह की 6 वीं पुण्‍यतिथि‍ पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई, और कैंडल मार्च निकालकर एनपीएस, निजीकरण का विरोध किया गया। अटेवा के ज़िला संयोजक चंद्र प्रकाश गुप्त की अध्यक्षता और ज़िला महामंत्री बीएन यादव के संचालन में हुए कार्यक्रम में अटेवा के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्येन्द्र राय ने कहा कि, सात दिसंबर 2016 को लखनऊ में पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन में पुलिस लाठीचार्ज में स्व. डॉ. राम आशीष  सिंह शहीद हो गए, जिसके बाद से ही देश भर में आक्रोश फैल गया।अटेवा का संकल्प है कि पुरानी पेंशन बहाल कराना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।जिला संरक्षक राम चंद्र गुप्ता ने कहा कि, इस पुण्यतिथि पर पेंशन संकल्‍प दिवस एवं श्रद्धांजलि सभा करके स्व. डॉ. राम आशीष  सिंह जी को याद किया गया।

इस अवसर पर ज़िला महामंत्री बीएन यादव ने कहा कि पेंशन हमारा हक़ है, इसे हम लेकर रहेंगे, जब सांसद विधायक को एक नहीं चार चार पेंशन मिल सकती है तो 35 साल सेवा करने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों को पुरानी पेंशन क्यों नहीं मिल सकती। हालांकि डॉ. राम आशीष सिंह की शहादत, पेंशन पुरुष विजय कुमार बन्धु के कुशल नेतृत्व, अटेवा/NMOPS के जांबाज़ साथियों/वीरांगना बहनों की तत्परता, तन्मयता और जुझारू तेवर ने ही राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखण्ड और पंजाब में पुरानी पेंशन बहाल कराई है, लेकिन इस बात को विशेष ध्यान देना है कि सत्ताधारियों की चूलें हिलाना अभी बाकी है।

ज़िला संयोजक चंद्र प्रकाश गुप्ता ने कहा कि आगामी 18 दिसंबर रविवार को बीएलडब्लू (बरेका) में पुरानी पेंशन बहाली/ निजीकरण के विरोध में अटेवा, रेलवे एवं एनएमओपीएस संगठन की ओर से एक भव्य कार्यक्रम होने वाला है जिसमें भारी संख्या में पेंशन विहीन कर्मचारी भाग लेंगे, इस कार्यक्रम में विशेष रूप से अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष पेंशन पुरुष विजय कुमार बंधु मुख्य अतिथि होंगे।

         कैंडल मार्च, श्रद्धांजलि सभा में सत्येंद्र कुमार राय-अटेवा प्रदेश उपाध्यक्ष, रामचंद्र गुप्ता-जिला संरक्षक, पूर्व ज़िला संयोजक विनोद यादव, प्रदेश आईटी सेल सहमीडिया प्रभारी नीतीश प्रजापति, जिला संयोजक चंद्रप्रकाश गुप्त, जिला महामंत्री बीएन यादव, ज़िला कोषाध्यक्ष गुलाब चंद्र कुशवाहा, ज़िला सहसंयोजक डॉक्टर एहतेशामुल हक, प्रमोद कुमार पटेल, जिलामंत्री जफर अंसारी, शैलेश कुमार, संगठन मंत्री अजय कुमार यादव,शशांक रंजन,अंजनी कुमार सिंह,संयुक्त मंत्री इमरान अंसारी,संतोष कुमार सिंह, चिराग अली, ज़िला सोशल मीडिया प्रभारी सुरेंद्र प्रताप सिंह, आय व्यय निरीक्षक शकील अंसारी, सत्येंद्र कुमार, गिरीश चंद्र यादव, अजीत सिंह तेवर, अब्दुर्रहमान,शेख आरिफ़ रुस्तम, बी एन ठाकुर,संदीप यादव, ओम प्रकाश शर्मा, सारिका दुबे, रीता सिंह,  ज्योत्सना अग्रवाल, अनीता शुक्ला, संध्या शर्मा, बेबी फातिमा, नमिता सिंह, लल्लन यादव,परमानंद यादव,धर्मेंद्र,अजीत सिंह तेवर,विनोद कुमार यादव,शैलेश कुमार, शशांक शेखर, शेषनाथ पाल, मानसिंह, बृजेश कुमार सहित अनेक सक्रिय साथी उपस्थित थेl 

Indian government ने 'डाक जीवन बीमा' के दायरे में किया विस्तार

स्नातक/डिप्लोमा धारक भी हुए इस योजना के पात्र

अब विश्वविद्यालय/संस्था के सभी स्नातक/डिप्लोमा धारक करवा सकेंगे डाक जीवन बीमा 

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने दी यह महत्वपूर्ण जानकारी 


Varanasi (dil india live). सरकारी और अर्द्ध सरकारी कर्मियों के लिए सामाजिक सुरक्षा के कवच के रूप में आरंभ डाक जीवन बीमा का दायरा भारत सरकार ने अब बढ़ा दिया है। उक्त जानकारी देते हुए वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, अब केंद्र सरकार व राज्य सरकारों से मान्यता प्राप्त किसी भी विश्वविद्यालय/संस्था के सभी स्नातक/डिप्लोमा धारक भी डाक जीवन बीमा का लाभ उठा सकेंगे। डाक जीवन बीमा के तहत 20 हजार से 50 लाख रुपए तक का बीमा करवाने की सुविधा देश भर के डाकघरों में उपलब्ध है। बोनस की दर आकर्षक होने के कारण यह योजना बेहद लोकप्रिय है। पॉलिसी पर बोनस की दर रुपये 52 प्रति हजार से लेकर रुपए 76 प्रति हजार के मध्य है। वाराणसी परिक्षेत्र में वर्तमान में डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा की कुल 1.50 लाख से ज्यादा पॉलिसियाँ हैं।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि जीवन बीमा आज के दौर की एक अनिवार्य आवश्यकता होने के साथ-साथ बचत और निवेश का एक सुरक्षित माध्यम है। डाक जीवन बीमा देश की सबसे पुरानी बीमा योजना है, जिसकी शुरुआत 1884 में हुई थी। डाक जीवन बीमा हेतु पात्रता में अभी तक केंद्र व राज्य सरकारों के कर्मचारी, सार्वजनिक उपक्रमों, सरकारी सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थानों, राष्ट्रीयकृत बैंकों, रक्षा सेवाओं, अर्ध-सैन्य बलों तथा निजी क्षेत्र के पेशेवरों जैसे इंजीनियर, डॉक्टर, बैंकर, वकील, आर्किटेक्ट, पत्रकार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) तथा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध कंपनियों के कर्मचारी ही शामिल थे। डाक जीवन बीमा में सुरक्षा (आजीवन बीमा), संतोष (स्थायी निधि जमा), सुविधा, सुमंगल, युगल सुरक्षा और बच्चों की पॉलिसी शामिल हैं। इसमें निवेश की सुरक्षा पर सरकार की गांरटी, धारा 80-सी के तहत आयकर में छूट, कम प्रीमियम व अधिक बोनस, पालिसी पर लोन की सुविधा, ऑनलाइन प्रीमियम जमा के अलावा देश के किसी भी डाकघर में प्रीमियम जमा करने की सुविधा और अग्रिम प्रीमियम पर छूट दी जाती है।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक जीवन बीमा सेवा को नवीन टेक्नोलॉजी अपनाते हुए ऑनलाइन बनाया गया है। पॉलिसीधारकों के लिए ई-पीएलआई बॉण्ड की सुविधा प्रारंभ की गयी है जो डिजिलॉकर पर उपलब्ध है। अब डाक विभाग द्वारा पॉलिसी बांड जारी करने के तुरंत बाद पॉलिसी बॉण्ड को डाउनलोड किया जा सकता है। नवाचार करते हुए जहाँ अब प्रीमियम के ऑनलाइन जमा की सुविधा है, वहीं अब प्रीमियम को आई.पी.पी.बी. मोबाइल ऐप से भी जमा किया जा सकता है।

मंगलवार, 6 दिसंबर 2022

6 December :बरसी पर बंद रहा मुसिलम कारोबार

बाबरी मस्जिद की शहादत पर नहीं खुले दुकानों के शटर

बाबरी मस्जिद की बरसी पर मंगलवार को मुस्लिम करोबार पूरी तरह बंद रहा। इससे करोड़ो के टर्न ओवर प्रभावित होने का अनुमान है। बता दे कि 1992 से लगातार बरसी मनाने का सिलसिला जारी है। इस बंदी से करोड़ो का टर्न ओवर प्रभावित होता है। सरफराज अहमद की एक रिर्पोट....





Varanasi (dil india live)। बाबरी मस्जिद की शहादत पर मंगलवार  को शहर के मुस्लिमों ने अपना कारोबार बंद रखा। इस दौरान प्रमुख मुस्लिम बाजार दालमंडी नई सड़क, कपड़ा मार्किट, बेनिया, सरायहड़हा, भीखाशाह गली, नारियल बाजार, छत्तातले, घुघरानी गली, कच्ची सराय, चाहमामा, कोदई चौकी व चौक आदि इलाके की दुकानों के शटर भी नही उठें। इन इलाकों में लोग वर्ष 1992 से लगातार मस्जिद शहीद किये जाने के गम में अपना- अपना करोबार बंद रखते है। पहले इसके लिए बाकायदा आलमीन सोसायटी बंद की अपील करती थी। शिवाला में अध्यक्ष परवेज कादिर खाँ की अगुवाई में धरना दिया जाता था। घरों और मस्जिदों में दुअख्वानी होती थी। हालॉकि अब इसके लिए न तो कोई अपील होती है और न ही कोई ऐलान बावजूद इसके स्वेच्छा से सभी अपने करोबार को बंद रखते है। 

लग जाती हैं बंद की तख्तिया 

प्रमुख मुस्लिम इलाको में बंदी की अपील वाली तख्तिया लगी हुई है। जिस पर लिखा है कि आज काला दिवस है दुकाने नहीं खुलेंगी। एक अनुमान के मुताबिक बंदी से तकरीबन 25 करोड़ से ज्यादा का टर्न ओवर प्रभावित होता है। 

तब इसलिए बंद हुआ था धरना

कुछ वर्ष पूर्व तक आलमीन सोसायटी की ओर से शिवाला पर धरना प्रदर्शन किया जाता था और मगर बनारस बंद की अपील जाती थी, मगर कुछ वर्ष पूर्व अमनो-मिल्लत बनाये रखने के लिए यह आयोजन बंद हो गया, मगर बनारस के मुस्लिम अपना कारोबार बंद करके अपने गम का शांतिपूर्ण इजहार करते है। बंदी के चलते हड़हा सराय का बिसातबाने का कारोबार बेनिया का प्लास्टिक, नई सड़क का कपड़ा व्यवसाय, दालमंडी का इलेक्ट्रनिक पार्ट्स रेडीमेट होजरी समेत तमाम करोबार बंद रहता है।

शुक्रवार, 2 दिसंबर 2022

Dr. Faisal up nima यूनानी फोरम के संगठनात्मक सचिव

Varanasi (dil india live)। जनपद वाराणसी अर्दलीबाजार के रहने वाले वरिष्ठ यूनानी चिकित्सक, नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन(नीमा) वाराणसी के ज्वाइन सेक्रेट्री डॉ फैसल रहमान को उत्तर प्रदेश के नीमा यूनानी फोरम का संगठनात्मक सचिव बनाया गया है। डॉक्टर फैसल रहमान लोगों की सेवा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं, डॉ फैसल वाराणसी के पूर्व प्रामर्शदाता (क्यू ए)पद पर रह चुके हैं जिन्होंने बड़े ही अच्छे ढंग से कार्य को अंजाम दिया है, इस समय आप नेशनल एसेसर(NQAS), एन एच एस आर सी, नई दिल्ली के पद पर रहकर कार्य कर रहे हैं। एनआईएमए वाराणसी के सदस्यों ने डॉ फैसल रहमान को  मुबारकबाद पेश की,और इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

Bjp पर congress नेताओं ने लगाया यह गम्भीर आरोप

परिसीमन व आरक्षण में bjp ने किया सत्ता का दुरुपयोग




Varanasi (dil india live). वाराणसी आगामी नगर निकाय चुनाव के लिए वार्ड परिसीमन एवं वार्ड आरक्षण में भारतीय जनता पार्टी ने पूरी तरह से सत्ता का दुरुपयोग किया है।

उक्त बातें महानगर कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष (प्रशासनिक) फसाहत हुसैन बाबू, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, कांग्रेस विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह एडवोकेट ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में कहा कि है जिस तरह से वार्ड परिसीमन और वार्ड आरक्षण में मनमानी की गई है उससे साफ जाहिर हो रहा  है कि सत्ता का पूरा दुरुपयोग किया गया है। उक्त नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन जिन वार्डों में भाजपा कमजोर रही है और हारने का डर है ,उन वार्डो को आरक्षित कर दिया गया है यही नहीं 100 वार्डों में से लगभग 50 वार्डों को आरक्षित किया गया है। वाह रे सत्ता का खेल आधा नगर निगम आरक्षित हो गया। जबकि नगर निगम अधिनियम 1959 के अनुसार किसी भी शहर  की आबादी 18 लाख हो तो उस नगर निगम में 100 वार्ड बनाए जा सकते है। प्रत्येक वार्ड की आबादी बराबर विभाजित की जाती है, इस हिसाब से नगर निगम के प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या 18000 होनी चाहिए। 

उत्तर प्रदेश सरकार के शासनादेश संख्या 625/9-1-2022 निर्वाचन 2922 के अनुसार सभी वार्डों की आबादी बराबर की होनी चाहिए। किसी विशेष परिस्थिति में आबादी 15% कम या 15% अधिक की जा सकती है, लेकिन सत्ता का पूरी तरह से दुरुपयोग करते हुए भाजपा ने किसी वार्ड में 7000 किसी वार्ड मे 9000 किसी वार्ड में 27000 आधी आबादी को रखकर अपने हिसाब से वार्ड को बनाया गया है। इससे साफ प्रतीत होता है कि सत्ता के बल पर भाजपा की मंशा साफ नहीं लगती है और वह हर हाल में नगर निगम पर कब्जा करना चाहती हैं। जो निंदनीय है। यही नहीं इस पर निर्वाचित पार्षदों ने आपत्ति भी जताई लेकिन उनकी आपत्ति को निरस्त कर दिया गया।

शेख़ अली हजी को दिखता था बनारस का हर बच्चा राम और लक्ष्मण

बरसी पर याद किए गए ईरानी विद्वान शेख़ अली हजी  Varanasi (dil India live)। ईरानी विद्वान व दरगाहे फातमान के संस्थापक शेख मोहम्मद अली हजी ईरान...