शनिवार, 29 जून 2024

क्लबों का नया सत्र जुलाई से, क्लबों की नई टीम करेगी पदभार ग्रहण



Varanasi (dil India live)। रोटरी क्लब और लायंस क्लब सेवा के क्षेत्र में ग्लोबल स्तर पर किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। उनका नया सत्र जुलाई से शुरू हो रहा है। वे समर्पण, सेवा व साहचर्य की भावना आमजन की सेवा करेंगे। हर क्लबों ने अपने लक्ष्य तय किए हैं। चुने गए नए पदाधिकारी अगले माह पदभार ग्रहण करने के साथ ही वर्षभर शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी मूलभूत सेवाएं लोगों को देंगे। जिले में दो हजार से अधिक क्लबों के सदस्य हैं। 

अकेले रोटरी इंटरनेशनल और लायंस इंटरनेशनल के जिले में 50 से अधिक क्लब हैं, जो सेवा कार्य में सतत लगे रहते हैं। वे गरीबों और जरूरतमंदों के लिए सहारा बन जाते हैं। उनका नया सत्र एक जुलाई से अगले वर्ष 30 जून तक चलता है। एक जुलाई से क्लबों के चुने गए नए पदाधिकारियों को शपथ दिलाई जाएगी। रोटरी इंटरनेशनल (डिस्ट्रीक-3120) के चयनित मंडलाध्यक्ष परितोष बजाज ने बताया कि मंडल के 30 जिलों में सौ क्लब है। इसमें बनारस में 22 क्लब है। छह इनरव्हील क्लब महिलाओं के लिए हैं। सभी क्लबों के पदाधिकारियों को शपथ दिलाने के साथ ही उनको सेवा कार्य लक्ष्य से अवगत कराया जाएगा। साथ ही वह अपने आगामी कार्ययोजनाओं को रखेंगे। लायंस इंटरनेशनल (डिस्ट्रीक-321 ई) के चयनित मंडलाध्यक्ष बलबीर सिंह बग्गा ने बताया कि मंडल के 27 जिलों में कुल 110 से अधिक क्लब हैं। बनारस में 24 क्लब हैं। क्लब के सदस्य प्राथमिक स्कूलों से लेकर मलिन बस्तियों तक सेवा कार्य करते हैं। उनको नए सत्र के लक्ष्य दिए जाएंगे।

रोटरी क्लब कुंभ मेला में लोगों के आंखों के ऑपरेशन, वैक्सीनेशन के अलावा वाटर कूलर और एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराता है। जबकि लायंस क्लब स्वास्थ्य सेवाओं के साथ गरीबों को डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराता है। गरीब लड़कियों की शादी, प्राथमिक विद्यालयों को गोद लेने जैसे कई सेवा कार्य किए जाते हैं।

पूर्व रोटरी क्लब की अनूठी सेवा नेकी की दीवार है, जो गरीबों व जरूरतमंदों के लिए सहारा बना है। रोटरी के पूर्व असिस्टेंट गवर्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि शहर में कुछ स्थानों पर नेकी की दीवार बनाई गई है। इसके जरिये पुराने कपड़े, घरों की सजावटी आदि सामग्री देने और लेने की व्यवस्था है।

शुक्रवार, 28 जून 2024

यही तो है बनारस की गंगा जमुनी तहजीब

मुफ्ती-ए-बनारस पहुंचे विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत के आवास, जताया अफसोस 


Varanasi (dil India live)। गंगा जमुनी तहजीब का शहर बनारस ऐसे ही इस शहर को नहीं कहा गया है। यह शहर समय समय पर मिसालें पेश करता रहता है। शुक्रवार को भी एक ऐसी ही मिसाल देखने को मिली जब ज्ञानवापी मस्जिद में नमाज़ के बाद अंजुमन मसाजिद का एक प्रतिनिधिमंडल मुफ्ती शहर एवं इमाम व ख़तीब जामा मस्जिद ज्ञानवाफी मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी के नेतृत्व में पूर्व महन्त कुलपति तिवारी के आवास पर पहुंचा। इस दौरान उनके पुत्र से मिलकर अपने मुस्लिम समुदाय की की ओर से शोक और संवेदना प्रकट किया। इस दौरान सभी ने स्वर्गीय तिवारी के नगर की सामाजिक जीवन में योगदान की सराहना की। कहा कि वह बनारस की गंगा जमुनी तहज़ीब को बढ़ाने में सदैव तत्पर रहते थे। उनका मुसलमानों से बहुत अच्छा सम्बंध रहा है यहां यह बताना आवश्यक है अपने जीवन काल में वह कई बार मौलाना अरशद मदनी से मिलने गए। कुछ माह पूर्व भी भानू मिश्रा के साथ देवबंद भी गए थे। मुफ्ती साहब ने आशा जताई कि  उनका परिवार भी उनके नक्शेकदम पर चलते हुए बनारस में हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिए काम करेगा। मीटिंग के दौरान ही महंत राजेन्द्र तिवारी जिन्हें लोग प्यार से बबलू भैया भी कहते हैं आ गये थे। इनका भी काशी की गंगा जमुनी तहज़ीब को बढ़ावा देने में बड़ा योगदान है और निष्पक्ष व निर्भीक बातों के लिए जाने जाते हैं। अंत में दिवंगत महंत कुलपति तिवारी के पुत्र ने मुस्लिम समुदाय द्वारा जताई जा रही एकजुटता के लिए आभार प्रकट किया। इस प्रतिनिधिमंडल में मुफ्ती साहब के साथ शमशेर अली, नक़ीब आलम, ऐजाज़ मोहम्मद इसलाही, एसएम यासीन (संयुक्त सचिव अंजुमन मसाजिद इंतेजामिया कमेटी) आदि थे।

रविवार, 23 जून 2024

शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा


Varanasi (dil India live). शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन मण्डल वाराणसी की बैठक का आयोजन किडजी स्कूल वाराणसी में किया गया। बैठक में शैक्षिक नवाचारों पर चर्चा की गई तथा सचिन कुमार सिह को वाराणसी मण्डलध्यक्ष व छवि अग्रवाल को मण्डल महामंत्री मनोनीत किया गया । बैठक का शुभारम्भ सरस्वती वंदना से किया गया । सभी अतिथि व पदाधिकारियों का माल्यार्पण व पटका पहनाकर स्वागत किया गया । मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन मनोज कुमार सिंह ने शैक्षिक  नवाचार एसोसिएशन के कार्य व उद्देश्य के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए  कहा कि शैक्षिक नवाचारों को प्रोत्साहन देने हेतु विषयगत राज्य स्तरीय  शैक्षिक नवाचार कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। श्री सिंह ने शैक्षिक नवाचार टीम मण्डल वाराणसी की कार्य शैली की सराहना की तथा सचिन कुमार  सिंह को शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन मण्डल वाराणसी का मण्डल अध्यक्ष व छवि अग्रवाल को महामंत्री, प्रीति सिंह उपाध्यक्ष , विजय लक्ष्मी यादव संयुक्त मंत्री, अब्दुल रहमान कोषाध्यक्ष, अनिल कुमार  मंत्री व कादम्बरी कुशवाहा आदि को सदस्य पद पर मनोनीत किया । जौनपुर, चन्दौली, गाजीपुर व वाराणसी जनपद के शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपने अपने नवाचारों के बारे में जानकारी देतु हुए कहा कि शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन द्वारा किये जा रहे प्रयास सराहनीय है । कार्यक्रम आयोजक मण्डल अध्यक्ष सचिन कुमार सिंह ने कहा शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जी द्वारा जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है पूरी इमानदारी से उसका निर्वहन करते हुए शैक्षिक नवाचारों के आदान प्रदान हेतु प्रयास करूँगा। मण्डल महामंत्री छवि अग्रवाल ने कहा नवचारों को साझा करने हेतु वाराणसी में शैक्षिक नवाचार कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। अन्त में कार्यक्रम अध्यक्ष ने सभी का आभार व्यक्त किया। बैठक में  विपिन कुमार शुक्ला, अवनीश यादव, रविन्द्र प्रसाद मौर्य, सुमन , मिथलेश द्रिवेदी, प्रिया रघुवंशी आदि पदाधिकारी व शिक्षक शिक्षिकायें मौजूद रहे ।

शनिवार, 22 जून 2024

AGUP परिसर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया

 





Allahabad (dil India live). कार्यालय महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी)-उत्तर प्रदेश प्रयागराज में महालेखाकार (लेखा-प्रथम, उत्तर प्रदेश) अभिषेक सिंह के निर्देशन में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ उपमहालेखाकार/प्रशासन अभिषेक कुमार, वरिष्ठ उप महालेखाकार राजकुमार एवं वरिष्ठ उप महालेखाकार यशवंत कुमार ने योगाचार्यो को स्मृति चिन्ह, शाल एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।

योग कार्यक्रम, एजीयूपी के सभागार कक्ष में सुबह 7 बजे से योगाचार्य प्रशांत आनन्द त्रिपाठी एवं श्वेता लश्कर ने योगाभ्यास के द्वारा कराया। योग कार्यक्रम में सम्मिलित हुए  कार्यालय के अधिकरियो/कर्मचारियों ने लगभग 1 घंटे से अधिक योगाभ्यास किया। कार्यक्रम का संचालन अनुराग शर्मा  (वरिष्ठ लेखाधिकारी / कल्याण) द्वारा किया गया । कार्यक्रम में अस्करी अब्बास (कल्याण सहायक) और अरविंद कुमार (कल्याण सहायक) ने अतिथि योगाचार्यो का धन्यवाद किया।

शुक्रवार, 21 जून 2024

H.S. Academy में किया गया योग

जीवन में योग के महत्व पर H.S. Academy में डाला गया प्रकाश 

Varanasi (dil India live)। एचएस एकेडमी, टिसौरा, चोलापुर के प्रांगण में 10 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर आशीष उपाध्याय (योग प्रशिक्षक) ने जीवन में योग के महत्व को बताया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहम्मद आमिर, समन्वयक सुशील सिंह, कैम्पस प्रभारी आशीष सिंह, परिवहन प्रभारी बाला जी राय ने भी योग के महत्व पर प्रकाश डाला। आयोजन में स्कूल के सभी शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित थे।

बुधवार, 19 जून 2024

Aap Leader Atishi ने लिखा Pm Modi को पत्र

दिया धमकी, Delhi को पानी नहीं मिला तो 21 से बैठूंगी अनिश्चितकालीन उपवास पर


New delhi (dil India live)। दिल्ली सरकार की मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में मांग किया है कि पीएम मोदी हरियाणा सरकार से दिल्ली के लिए पानी दिलाने में हस्तक्षेप कर उनकी और दिल्ली की अवाम की मदद करें। आतिशी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में पानी के अनुरोध के साथ ही धमकी भरे लहजे में लिखा है कि "अगर हमें पानी नहीं मिला तो मुझे 21 जून से सत्याग्रह करना पड़ेगा और अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठना पड़ेगा।"

जब तक पानी नहीं यहीं नहाएंगे 

"जब तक नहीं मिलेगा पानी तब तक यही नहाएंगे और ब्रश करेंगे"। दिल्ली में पानी की किल्लत से परेशान होकर एक दम्पति ब्रश-बाल्टी, मग, साबुन लेकर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी के घर के बाहर पहुंच कर अनोखी मांग के साथ धरना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि राजधानी दिल्ली में पारा तेजी से ऊपर जा रहा है दूसरी तरफ भीषण गर्मी के बीच जल का संकट गहरा गया है। इसके चलते उनके इलाके में पानी नहीं आ रहा है। जब तक पानी नहीं मिलेगा तब तक यही नहाएंगे और ब्रश करेंगे"।



Ajay Rai बोलें पीएम मोदी का काशी दौरा महज़ एक इवेंट

काशी और किसानों की समस्याओं, गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई पर खामोशी क्यों 


Varanasi (dil India live)। पीएम मोदी के काशी दौरे को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पत्रकार वार्ता की। जिसमें उन्होंने पीएम मोदी के दौरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने क्षेत्र काशी का रात्रि प्रवास सहित एक और दौरा कर फिर वापस लौट गए लेकिन काशी की जन समस्याओं से जुड़े उन सवालों का कोई उत्तर इस बार भी काशी को नहीं मिला। यह दौरा भी मात्र उनके स्वागत का एक और इवेंट रहा। उन्होंने कहा कि जन समस्या फीडबैक के लिए कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधियों से संवाद तक न होना चुनावी नतीजे की गणित को लेकर शायद उनकी राजनीतिक नाराज़गी का इजहार ही है। रही बात किसान की तो वह जब तक एमएसपी न देने की जिद नहीं छोड़ेंगे, किसान के लिये कितने ही कसीदे पढ़ें सब अर्थहीन है। आगे अजय राय ने कहा कि काशी की स्वास्थ्य सेवायें वेन्टिलेटर पर हैं। भीषण गर्मी से जल रही काशी के अस्पतालों में लोगों के इलाज की छोड़ें, शव भी ठीक से रखने की जगह नहीं है। पोस्ट-कोविड एवं कोविशील्ड प्रभावों से हार्ट अटैक बढ़े हैं पर उसके समाधान के लिए बीएचयू हृदय रोग विभाग के अध्यक्ष के अनशन सत्याग्रह को अनैतिक प्रशासनिक अहंकार ने ठेंगे पर रखा और सत्याग्रह को नैतिक समर्थक 94 शिक्षकों को नोटिसें मिलीं, पर काशी के सांसद ने इन गंभीर मुद्दों का कोई संज्ञान दौरे में नहीं लिया। अजय राय ने कहा कि पीएम मोदी ने किसान सम्मेलन किया, पर धान की नर्सरी भीषण तापमान में कैसे बचे। उसकी रोपाई का क्या होगा, अवरोधों से बाधित प्रवाह की गंगा पर निर्भर लिफ्ट नहरों का क्या होगा, बीज एवं खाद की आपूर्ति की क्या स्थिति है। जगह जगह अनुत्पादक योजनाओं के लिये किसानों की भूमि की अधिग्रहण नोटिसों पर किसान जन-रोष, अविरल गंगा प्रवाह में बाधा से काशी में भूजल में अपूर्व घटोत्तरी से पेयजल समस्या के हाल क्या हैं, बिजली आपूर्ति की इतनी दुर्दशा क्यों है, जैसे मुद्दों पर सांसद दायित्वबोध दौरे में कत्तई नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गंगा आरती में शामिल होकर गंगा से जुड़ी एक और इवेंट हिस्सेदारी तो कर गये, पर गंगा की पीड़ा की कोई सुध नहीं ली, जो अविरल गंगा की बहाली पर काशी में उम्मीद जगाये। इस दौरे में काशी एवं आस पास विकास के नाम पर पुनः लाखों पेड़ों की कटाई एवं उससे पैदा तापमान संकट के समाधान को लेकर उन्होंने जिम्मेदार तंत्र से कोई संवाद एवं समाधान निर्देशों की भी जहमत उठाई होती। नये सत्र से पहले शिक्षा संस्थाओं की समस्यायें समझने की भी उम्मीद लोग अपने सांसद से रखते हैं, पर उसकी कोई पहल या बीएचयू को बिना कार्यकारिणी विधि विरुद्ध अवैध तदर्थवाद पर चलाने के समाधान का कोई आश्वासन भी इस दौरे से सामने नहीं आया।

Saudi Arabiaके मक्का में गर्मी का कहर, 577 हाजियों का इंतकाल

भीषण गर्मी ने बरपाया कहर, हुआ मौत का तांडव 


Saudi Arabia (dil India live)। सऊदी अरब के मक्का में हज यात्रा के दौरान 577 हज जायरीन की मौत हो गई है। 12 जून से 19 जून तक चलने वाली हज यात्रा में अब तक कुल 577 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इसकी वजह सऊदी अरब में पड़ रही भीषण गर्मी बताई गई है। वहां पारा 51 डिग्री तक पहुंच गया है। समाचार एजेंसियों के हवाले से कुछ खबरों में 550 और कुछ में गर्मी से 577 हज जायरीन की मौत बतायी गई है।

दरअसल सऊदी अरब में इस समय प्रचंड गर्मी पड़ रही है। वहीं इस गर्मी की चपेट में दुनिया भर से हज करने पहुंचे जायरीन आ रहे हैं। दरअसल एक सप्ताह में कुल मौतों की संख्या 577 हुई है। इसमें अकेले 60 से ज्यादा जॉर्डन के जायरीन भी मारे गए, जो अम्मान द्वारा मंगलवार को पहले दी गई 41 की आधिकारिक संख्या से अधिक है। एक रिपोर्ट के अनुसार, नई मौतों के साथ कई देशों में अब तक बताई गई कुल मौतों की संख्या 577 हो गई है। राजनयिकों ने कहा कि मक्का के सबसे बड़े मुर्दाघरों में से एक, अल-मुआइसेम के मुर्दाघर में कुल संख्या 550 थी।

गर्मी से तनाव इससे पहले मंगलवार को मिस्र के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि काहिरा हज के दौरान लापता हुए मिस्रवासियों की तलाश के लिए सऊदी अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। जबकि मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि “एक निश्चित संख्या में मौतें” हुईं, लेकिन यह निर्दिष्ट नहीं किया गया कि उनमें मिस्र के लोग थे या नहीं। सऊदी अधिकारियों ने गर्मी के तनाव से पीड़ित 2,000 से अधिक जायरीन का हज अरकान में दिन के समय घंटों बाहर रहना शामिल है। कुछ जायरीन ने सड़क के किनारे गतिहीन शवों और एम्बुलेंस सेवाओं को देखने का वर्णन किया जो कभी-कभी अभिभूत दिखाई देती थीं। सऊदी अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष लगभग 1.8 मिलियन तीर्थयात्रियों ने हज में भाग लिया, जिनमें से 1.6 मिलियन विदेश से थे।

मंगलवार, 18 जून 2024

PM Modi बोले: काशी के लोगों को डबल बधाई

आपने केवल एमपी नहीं बल्कि तीसरी बार पीएम भी चुना 

-लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

किसान सम्मान सम्मेलन में बटन दबाकर किसान सम्मान निधि की 17 वीं किस्त को खाते में किया ट्रांसफर

देश भर से आईं कृषि दीदियों को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वितरित किया प्रमाण पत्र




Varanasi (dil India live). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लोकसभा चुनावों के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित किसान सम्मान सम्मेलन में बटन दबाकर किसान सम्मान निधि की 17 वीं किस्त को सीधे देश भर के किसानों के खाते में ट्रांसफर किया। पीएम मोदी ने इस अवसर पर जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने काशी की जनता को उन्हें लगातार तीसरी बार सांसद और प्रधानमंत्री बनाने के लिए आभार भी जताया। उन्होंने कहा कि बनारस के हर मतदाता का लोकतंत्र के इस उत्सव को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त करता हूं। बाबा विश्वनाथ और मां गंगा के आशीर्वाद से काशी वासियों के असीम स्नेह से मुझे तीसरी बार देश का प्रधान सेवक बनने का सौभाग्य मिला है। काशी के लोगों ने मुझे लगातार तीसरी बार अपना प्रतिनिधि चुनकर धन्य कर दिया है। ये बनारस के लोगों के लिए भी गर्व की बात है कि काशी के लोगों ने सिर्फ अपना एमपी नहीं बल्कि तीसरी बार पीएम भी चुना है। इसलिए आपलोगों को तो डबल बधाई। अब तो मां गंगा ने भी जैसे मुझे गोद लिया है, मैं यहीं का हो गया हूं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने देश भर से आईं कृषि दीदियों को प्रमाणपत्र भी प्रदान किया। 

आपका विश्वास मेरी बड़ी पूंजी

पीएम मोदी ने काशी की जनता का आभार जताते हुए कहा कि आपका आभारी हूं, आपका ऋणी हूं। इस चुनाव में देश के लोगों ने जो जनादेश दिया है वो वाकई अभूतपूर्व है। इस चुनाव ने एक नया इतिहास रचा है। दुनिया के लोकतांत्रिक देशों में ऐसा बहुत कम ही देखा गया है कि कोई चुनी हुई सरकार लगातार तीसरी बार वापसी करे। ऐसा भारत में 60 साल पहले हुआ था और अब आपने ये सौभाग्य अपने सेवक मोदी को दिया। भारत जैसे देश में जहां युवा आकांक्षा इतनी बड़ी है,जहां जनता के इतने सपने हैं, वहां लोग अगर किसी सरकार को 10 साल के काम के बाद फिर सेवा का अवसर देते हैं तो यह बहुत बड़ी विजय है और बहुत बड़ा विश्वास है। आपका यह विश्वास मेरी बहुत बड़ी पूंजी है, आपका ये विश्वास मुझे लगातार आपकी सेवा के लिए देश को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा देता है। मैं दिन रात ऐसे ही मेहनत करूंगा। आपके सपनों को पूरा करने के लिए, आपके संकल्पों को पूरा करने के लिए, मैं हर प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में देश के 64 करोड़ से ज्यादा लोगों ने मतदान किया है। पूरी दुनिया में इससे बड़ा चुनाव कहीं और नहीं होता है। जी7 के सारे देशों के मतदाताओं को मिला दें तो भी भारत के वोटर्स की संख्या उनसे डेढ़ गुना ज्यादा है। यूरोपियन यूनियन के सारे मतदाताओं को जोड़ दें तो भी भारत के वोटर्स की संख्या उनसे ढाई गुना ज्यादा है। इस चुनाव में 31 करोड़ से ज्यादा महिलाओं ने हिस्सा लिया है। ये संख्या अमेरिका की पूरी आबादी के आसपास है। भारत के लोकतंत्र की यही खूबसूरती, यही ताकत पूरी दुनिया को आकर्षित भी करती है और प्रभावित भी करती है।

पीएम मोदी ने कहा कि हमने किसान, नौजवान, नारी शक्ति और गरीब इन्हें विकसित भारत का मजबूत स्तंभ माना है। अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत मैंने इन्हीं के सशक्तिकरण से की है। सरकार बनते ही सबसे पहला फैसला किसान और गरीब परिवारों से जुड़ा लिया गया है। देश भर में गरीब परिवारों के लिए तीन करोड़ नए घर बनाने हों या फिर पीएम किसान सम्मान निधि को आगे बढ़ाना हो, यह फैसले करोड़ों लोगों की मदद करेंगे। आज का ये कार्यक्रम भी विकसित भारत के इसी रास्ते को सशक्त करने वाला है। थोड़ी देर पहले ही देश भर के करोड़ों किसानों के बैंक खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के 20 हजार करोड़ रुपए पहुंचे हैं। आज तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की तरफ भी बहुत बड़ा कदम उठाया गया है। कृषि सखी के रूप में बहनों की नई भूमिका उन्हें सम्मान और आय के नए साधन दोनों सुनिश्चित करेगी। पीएम किसान सम्मान निधि आज दुनिया की सबसे बड़ी डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर स्कीम बन चुकी है। अभी तक देश के करोड़ों किसान परिवारों के बैंक खाते में सवा तीन लाख करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। यहां वाराणसी जिले के किसानों के खाते में 700 करोड़ रुपए जमा हुए हैं। मुझे खुशी है कि पीएम किसान सम्मान निधि में सही लाभार्थी को लाभ पहुंचाने के लिए टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल हुआ है। कुछ महीने पहले ही विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान भी एक करोड़ से अधिक किसान इस योजना से जुड़े हैं। सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ पाने के लिए कई नियमों को भी सरल किया है। जब सही नीयत होती है, सेवा की भावना होती है तो ऐसे ही तेजी से किसान हित और जनहित का काम होता है। 

पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने में पूरी कृषि व्यवस्था की बडी भूमिका है। हमें वैश्विक रूप से सोचना होगा, ग्लोबल मार्केट को ध्यान में रखना होगा। हमें दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर बनना है और कृषि निर्यात में अग्रणी बनना है। बनारस का लंगड़ा आम, जौनपुर की मूली, गाजीपुर की भिंडी, ऐसे अनेक उत्पाद आज विदेशी मार्केट में पहुंच रहे हैं। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट और जिला स्तर पर एक्सपोर्ट हब बनने से एक्सपोर्ट बढ़ रहा है और उत्पादन भी एक्सपोर्ट क्वालिटी का होने लगा है। अब हमें पैकेज्ड फूड के ग्लोबल मार्केट में देश को नई ऊंचाई पर ले जाना है। मेरा तो सपना है कि दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर भारत का कोई न कोई खाद्यान्न या फूड प्रोडक्ट होना ही चाहिए। इसलिए हमें खेती में भी जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट वाले मंत्र को बढ़ावा देना है। मोटे अनाज श्रीअन्न का उत्पादन हो, औषधीय गुण वाली फसल हो या फिर प्राकृतिक खेती की तरफ बढ़ना हो, पीएम किसान समृद्धि केंद्रों के माध्यम से किसानों के लिए एक बड़ा सपोर्ट सिस्टम विकसित किया जा रहा है। 

कृषि सखियां देंगी खेती को नई दिशा

पीएम मोदी ने कृषि में महिलाओं के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि माताओं-बहनों के बिना खेती की कल्पना भी असंभव है। इसलिए अब खेती को नई दिशा देने में भी माताओं बहनों की भूमिका का विस्तार किया जा रहा है। नमो ड्रोन दीदी की तरह ही कृषि सखी कार्यक्रम ऐसा ही एक प्रयास है। हमने आशा कार्यकर्ता के रूप में बहनों का काम देखा है, हमने बैंक सखियों के रूप में डिजिटल इंडिया बनाने में बहनों की भूमिका देखी है, अब हम कृषि सखी के रूप में खेती को नई ताकत मिलते हुए देखेंगे। आज 30 हजार से अधिक सहायता समूहों को कृषि सखी के रूप में प्रमाणपत्र दिए गए हैं। अभी 12 राज्यों में ये योजना शुरू हुई है और आने वाले समय में पूरे देश में हजारों महिला समूहों को इससे जोड़ा जाएगा। ये अभियान तीन करोड़ लखपति दीदियां बनाने में भी मदद करेगा। 

काशी की विकास गाथा अनवरत जारी रहेगी

पिछले 10 वर्ष में काशी के किसानों के लिए केंद्र सरकार ने और 7 वर्षों से राज्य सरकार ने पूरे समर्पण के साथ काम किया है। बनास डेयरी ने तो बनारस और आसपास के किसानों और पशुपालकों का भाग्य बदलने का काम किया है। आज ये डेयरी हर रोज करीब 3 लाख लीटर दूध जमा कर रही है। अकेले बनारस के ही 14 हजार से अधिक पशुपालक इस डेयरी से रजिस्टर्ड हो चुके हैं। अब बनास डेयरी अगले एक डेढ़ साल में काशी के ही 16 हजार और पशुपालकों को अपने साथ जोड़ने जा रही है। बनास डेयरी आने के बाद बनारस के अनेक दुग्ध उत्पादकों की कमाई में 5 लाख रुपए तक की वृद्धि हुई है। पिछले साल 100 करोड़ रुपए से ज्यादा बोनस पशुपालकों के खाते में भेजा गया था। पीएम मत्स्य संपदा योजना से बनारस के सैकड़ों किसानों को लाभ हो रहा है। उन्हें अब किसान क्रेडिट कार्ड की भी सुविधा मिल रही है। चंदौली में करीब 70 करोड़ की लागत से आधुनिक फिश मार्केट का विकास भी किया जा रहा है। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से यहां करीब 40 हजार लोग रजिस्टर्ड हुए हैं। बनारस के 2100 से ज्यादा घरों में सोलर पैनल लग चुका है। अभी तीन हजार से ज्यादा घरों में सोलर पैनल लगाने का काम चल रहा है। आज काशी में देश के सबसे पहले सिटी रोपवे का काम अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच रहा है। गाजीपुर, आजमगढ़ और जौनपुर के रास्तों को जोड़ती रिंग रोड विकास का रास्ता बन गई है। फ्लाई ओवर बनने से जाम से जूझने वाले बनारस के लोगों को बहुत राहत हुई है। काशी और कैंट रेलवे स्टेशन एक नए रूप में पर्यटकों और बनारसी लोगों का स्वागत कर रहे हैं। बाबतपुर एयरपोर्ट का नया रूप न सिर्फ यातायात बल्कि व्यापार को भी सहूलियत दे रहा है। गंगा घाट पर होता विकास, बीएचयू में बनती नई स्वास्थ्य सुविधाएं और वाराणसी में जगह-जगह विकसित होती नई व्यवस्था काशीवासियों को गौरव की अनुभूति कराती है। बाबा विश्वनाथ की कृपा से काशी के विकास की यह नई गाथा अनवरत चलती रहेगी। 

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, भगीरथ चौधरी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, विधान परिषद के सदस्य और भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, दयाशंकर मिश्र दयालु, रविन्द्र जायसवाल समेत प्रदेश सरकार के अन्य मंत्रीगण, जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।

सोमवार, 17 जून 2024

Eid-ul-azha 2024 : रब की बारगाह में पहले झुकाया सिर, फिर ख़ुदा की राह में पेश की कुर्बानी

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बकरीद का तीन दिनी त्योहार शुरू 






Varanasi (dil India live)। बकरीद यानी ईद-उल-अजहा पर रब की बारगाह में पहले मोमीनीन ने सिजदे में सिर झुकाया, फिर ख़ुदा की राह में कुर्बानी पेश करने की। इसी के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बकरीद का तीन दिनी त्योहार सोमवार को पूरी अकीदत के साथ शुरू हो गया। इस दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था ईदगाहों और मस्जिदों के आसपास दिखाई दी। पुलिस अधिकारियों ने ईदगाहों का मुआयना किया। बकरीद की नमाज सुबह पौने 6 बजे से 11 बजे के बीच जब सकुशल संपन्न हुई तो जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। नमाज अदा करने के बाद बकरा, भेड़, दुंबा आदि जानवरों की कुर्बानी का जो दौर शुरू हुआ वो तीन दिनों तक ऐसे ही जारी रहेगा। काजी-ए-शहर बनारस मौलाना जमील अहमद ने ईदुल अजहा की लोगों को मुबारकबाद पेश की। इस दौरान उनसे मिलने और मुसाफा करने लोगों का हुजूम उनके दौलतखाने पर उमड़ा हुआ था। इससे पहले ईद-उल-अजहा की नमाज सोमवार को पूरी अकीदत के साथ अदा की गई। मस्जिद हमीदिया शक्कर तालाब में मुफ्ती-ए-बनारस अहले सुन्नत मौलाना मोइनुद्दीन अहमद फारूकी प्यारे मियां, मस्जिद लंगड़े हाफिज नई सड़क में मौलाना जकीउललाह असदुल कादरी, मुगलिया मस्जिद बादशाह बाग में मौलाना हाफिज हसीन अहमद हबीबी, शाही मस्जिद ज्ञानवापी में मौलाना अब्दुल आखिर नोमानी, शाही मस्जिद ढ़ाई कंगूरा में हाफिज नसीम अहमद बशीरी ने नमाज अदा करायी। ऐसे ही बड़ी ईदगाह विद्यापीठ में मौलाना शमीम, मस्जिद रंग ढलवां फाटक शेख़ सलीम में मौलाना जाहिद, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार में कारी साकिब, जामा मस्जिद कम्मू खां डिंठोरी महाल में मौलाना शमसुद्दीन साहब, छोटी मस्जिद डिठोरी महाल में हाफिज शाहरूख तो शिया जामा मस्जिद मीर गुलाम अब्बास अर्दली बाजार में मौलाना तौसीफ़ अली व मस्जिद डिप्टी जाफ़र बख़्त, शिवाला‌ में बक़रीद की नमाज़ मौलाना मुहम्मद हुसैन ने अदा कराई। ऐसे ही मस्जिद जियापुरा लल्लापुरा में मो. मोइनुद्दीन अंसारी, ईदगाह हकीम सलामत अली में मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी, मस्जिद टकटकपुर दरगाह में मौलाना अजहरुल कादरी, मस्जिद याकूब शहीद लंका नगवां में हाफिज मोहम्मद ताहिर, चमेली की मस्जिद कच्ची बाग़ में मौलाना रेयाज़ अहमद क़ादिरी, छंगा बाबा की मस्जिद में मौलाना लतीफ अहमद सेराजी, रहीम दमड़ी की मस्जिद मौलाना नसीर अहमद सेराजी, दाल की मस्जिद में मौलाना निहालुद्दीन सेराजी, गुलरोग़न की मस्जिद में मौलाना रिज़वान अहमद ज़ियाई व मीनार वाली मस्जिद, पीली कोठी में मौलाना मक़सूद अहमद क़ादिरी ने नमाज अदा कराकर लोगों को बकरीद की मुबारकबाद दी। मस्जिद नई बस्ती गौरीगंज में हाफिज परवेज़, जामा मस्जिद राजातालाब में मौलाना जुल्फेकार, शाही जामा मस्जिद नवाब टोंक नारायणपुर, यूपी कालेज में मौलाना गुलाम रसूल रिज़वी, मस्जिद ईदगाह लाटशाही में हाफिज हबीबुर्रहमान, ईदगाह पुराना पुल में मौलाना शकील ने नमाज अदा कराई। ऐसे ही मस्जिद रज़ा मदनपुरा, जहांगीर मस्जिद हटिया, डोमन की मस्जिद, मस्जिद बरतले, शिवाला की मस्जिद अब्दुल रहीम खां, नूरी रिजवी मस्जिद नरिया, मस्जिद बुलाकी शहीद अस्सी, मस्जिद हबीबीया, मस्जिद सम्मन खां गौरीगंज, मस्जिद गौसिया नवाबगंज, मस्जिद अस्तबल, मस्जिद कुशता बेगम शिवाला, मस्जिद पिपलानी कटरा, मस्जिद अल कुरैश, ईदगाह मस्जिद दायम खां, बिचलीं मस्जिद कचहरी समेत लोहता, बजरडीहा, रामनगर, जंसा, बड़ागांव, चोलापुर, पुराना पुल आदि में भी ईदुल अजहा की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई। नमाज के बाद लोगों ने एक दूसरे से गले मिल कर ईद मुबारक कहा।

बकरीद के गोश्त का तीन हिस्सा

बकरीद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह के नाम पर छोटे बड़े जानवरों की कुरबानी देकर कुर्बानी के गोश्त को तीन हिस्सों में बांटते नज़र आए। इसमें उन्होंने एक हिस्सा खुद के खाने  के लिए, दूसरा हिस्सा गरीबों के लिए और तीसरा अजीजो के लिए लिए किया। कुर्बानी के बाद गोश्त का तबर्रुक लोगों को तकसीम किया गया।

मस्जिदों व ईदगाहों पर दिखा मेले सा नज़ारा 

बकरीद की नमाज के दौरान मुहल्लों की जामा मस्जिदों और ईदगाहों के आसपास मेले सा नज़ारा देखने को मिला। इस दौरान नमाज के बाद बच्चे अपने अजीजों के साथ गुब्बारे, खिलौने व आइसक्रीम खरीदते दिखाई दिए। इस दौरान पूरा माहौल नूरानी नज़र आ रहा था।

बकरीद की क्या है कहानी

बकरीद पैगम्बर हजरत इब्राहिम की सुन्नत है। एक बार खुदा ने हजरत इब्राहिम का इम्तिहान लेने के लिए ख्वाब में आदेश दिया कि हजरत इब्राहीम अपनी सबसे अजीज चीज़ की कुर्बानी दें। हजरत इब्राहिम के लिए सबसे अजीज उनके बेटे हजरत इस्माईल थे, जिसकी कुर्बानी के लिए वे तैयार हो गए। उन्हे कुर्बानी के लिए ले गये। हज़रत इब्राहीम ने हज़रत इस्माईल को जैसे ही जेबा करने के लिए समंदर के पास लिटाया, छूरी ने हज़रत इस्माईल कि गर्दन पर चलने से इंकार कर दिया। कुर्बानी से पहले रब ने हजरत इस्माईल की जगह ये कहते हुए कुर्बानी के लिए दुम्बा भेज दिया कि वो हज़रत इब्राहिम का इम्तेहान ले रहे थे और इम्तेहान में वो पास हो गये। तभी से कुर्बानी का पर्व मनाया जा रहा है।

रविवार, 16 जून 2024

पहले रब की बारगाह में सिजदा, फिर अल्लाह की राह में होगी कुर्बानी

यहां जानिए क्या है बकरीद का इतिहास, क्यों की जाती है कुर्बानी 


Varanasi (dil India live)। बकरीद यानी ईद-उल-अजहा की नमाज सोमवार को पूरी अकीदत के साथ अदा की जाएगी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहे, इसके लिए पुलिस अधिकारियों ने न सिर्फ सख्त हिदायत दी है बल्कि ईदगाहों का उन्होंने मुआयना भी किया और जरुरी दिशा निर्देश दिया।

बता दें कि कुर्बानी का यह त्योहार ईद-उल-फित्र के करीब 70 दिन बाद मनाया जाता है। इस त्योहार पर मुस्लिम नमाज पढ़ने के बाद बकरा, भेड़, दुंबा आदि जानवरों की कुर्बानी देते हैं। कुर्बानी का सिलसिला अल-सुबह फज्र की नमाज के बाद शुरू हो जाएगा। बकरीद की विशेष नमाज के लिए  ईदगाह से लेकर छोटी, बड़ी सभी मस्जिदों में नमाज की तैयारियां पूरी कर ली गई है। नमाज सुबह पौने 6 बजे से 11 बजे के बीच अदा की जाएगी। काजी-ए-शहर बनारस मौलाना जमील अहमद ने अमन और मिल्लत के साथ ईदुल अजहा का पर्व मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कुर्बानी का वीडियो या गोश्त का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल न करे, अम्न और मिल्लत के साथ त्योहार मनाएं।

गोश्त का तीन हिस्सा

बकरीद के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह के नाम पर छोटे बड़े जानवरों की कुरबानी देते हैं। कुर्बानी के गोश्त को तीन हिस्सों में बांटा जाता है। एक खुद के इस्तेमाल के लिए, दूसरा गरीबों के लिए और तीसरा अजीजो के लिए लिए। वैसे ज्यादातर लोग सभी हिस्सों को गरीबों में बांट देते हैं। 

बकरीद की जाने क्या है कहानी

बकरीद पैगम्बर हजरत इब्राहिम की सुन्नत है। एक बार खुदा ने हजरत इब्राहिम का इम्तिहान लेने के लिए ख्वाब में आदेश दिया कि हजरत इब्राहीम अपनी सबसे अजीज चीज़ की कुर्बानी दें। हजरत इब्राहिम के लिए सबसे अजीज उनके बेटे हजरत इस्माईल थे, जिसकी कुर्बानी के लिए वे तैयार हो गए। उन्हे कुर्बानी के लिए ले गये। हज़रत इब्राहीम ने हज़रत इस्माईल को जैसे ही जेबा करने के लिए समंदर के पास लिटाया, छूरी ने हज़रत इस्माईल कि गर्दन पर चलने से इंकार कर दिया। कुर्बानी से पहले रब ने हजरत इस्माईल की जगह ये कहते हुए कुर्बानी के लिए दुम्बा भेज दिया कि वो हज़रत इब्राहिम का इम्तेहान ले रहे थे और इम्तेहान में वो पास हो गये। तभी से कुर्बानी का पर्व मनाया जा रहा है।ईद-उल-अजहा की नमाज सोमवार को पूरी अकीदत के साथ अदा की जाएगी। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रहे, इसके लिए पुलिस अधिकारियों ने न सिर्फ सख्त हिदायत दी है बल्कि ईदगाहों का उन्होंने मुआयना भी किया और जरुरी दिशा निर्देश दिया।

बता दें कि कुर्बानी का यह त्योहार ईद-उल-फित्र के करीब 70 दिन बाद मनाया जाता है। इस त्योहार पर मुस्लिम नमाज पढ़ने के बाद बकरा, भेड़, दुंबा आदि जानवरों की कुर्बानी देते हैं। कुर्बानी का सिलसिला अल-सुबह फज्र की नमाज के बाद शुरू हो जाएगा। बकरीद की विशेष नमाज के लिए  ईदगाह से लेकर छोटी, बड़ी सभी मस्जिदों में नमाज की तैयारियां पूरी कर ली गई है। नमाज सुबह पौने 6 बजे से 11 बजे के बीच अदा की जाएगी। काजी-ए-शहर बनारस मौलाना जमील अहमद ने अमन और मिल्लत के साथ ईदुल अजहा का पर्व मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कुर्बानी का वीडियो या गोश्त का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल न करे, अम्न और मिल्लत के साथ त्योहार मनाएं।

किस मस्जिद में क्या है नमाज का वक्त 

मस्जिद लंगड़े हाफिज नई सड़क में सुबह 10.30 बजे बकरीद की नमाज मौलाना जकीउललाह अब्दुल कादरी अदा करायेंगे तो शाही मस्जिद ज्ञानवापी में 7.30 बजे मौलाना अबुल आखिर नोमानी नमाज पढ़ाएंगे। मस्जिद रंग ढलवां फाटक शेख़ सलीम में 7बजे मौलाना जाहिद, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार में कारी साकिब सुबह 7 बजे नमाज अदा कराएंगें तो जामा मस्जिद कम्मू खां डिंठोरी महाल में मौलाना शमसुद्दीन साहब सवा 7 बजे नमाज पढ़ाएंगे। ऐसे ही छोटी मस्जिद डिठोरी महाल सुबह 7.30 बजे हाफिज शाहरूख तो शिया जामा मस्जिद मीर गुलाम अब्बास अर्दली बाजार में 8.30 बजे, मौलाना तौसीफ अली बकरीद की नमाज की इमामत करेंगे। मस्जिद डिप्टी जाफ़र बख़्त, शिवाला‌ में बक़रीद की नमाज़ मौलाना मुहम्मद हुसैन 9 बजे पढ़ाएंगे। फुलवरिया की मस्जिद -ए-नूरी में 7.30 बजे नमाज होगी। मस्जिद जियापुरा लल्लापुरा में मो. मोइनुद्दीन अंसारी 7 बजे नमाज अदा कराएंगें।ईदगाह हकीम सलामत अली में 7.30 बजे बकरीद की नमाज होगी। मुगलिया शाही मस्जिद बादशाह बाग में मौलाना हाफिज हसीन अहमद हबीबी 7 बजे नमाज पढ़ाएंगे, मस्जिद टकटकपुर में 7 बजे मौलाना अजहरुल कादरी नमाज अदा कराएंगें तो मस्जिद याकूब शहीद लंका नगवां में 6.45 बजे हाफिज मोहम्मद ताहिर तो चमेली की मस्जिद कच्ची बाग़ में 6:15 बजे मौलाना रेयाज़ अहमद क़ादिरी, छंगा बाबा की मस्जिद कच्ची बाग में 6:30 बजे मौलाना लतीफ अहमद सेराजी, रहीम दमड़ी की मस्जिद कच्ची बाग़ 6:30 बजे मौलाना नसीर अहमद सेराजी, दाल की मस्जिद कच्ची बाग़ में 6:00 बजे मौलाना निहालुद्दीन सेराजी, गुलरोग़न की मस्जिद कच्ची बाग़ में 6:00 बजे मौलाना रिज़वान अहमद ज़ियाई, मीनार वाली मस्जिद, पीली कोठी 6:00 बजे मौलाना मक़सूद अहमद क़ादिरी नमाज अदा कराएंगें। मस्जिद नई बस्ती गौरीगंज में हाफिज परवेज़ 7 बजे नमाज अदा कराएंगें तो जामा मस्जिद राजातालाब में 7 बजे ही मौलाना जुल्फेकार नमाज अदा कराएंगें। शाही जामा मस्जिद नवाब टोंक नारायण पुर, यूपी कालेज में मौलाना गुलाम रसूल रिज़वी 7 बजे नमाज पढ़ाएंगे।

ऐसे ही मस्जिद रज़ा मदनपुरा 7 बजे, जहांगीर मस्जिद हटिया मदनपुरा 6.45 बजे, डोमन की मस्जिद मदनपुरा 6 बजे, मस्जिद बरतले मदनपुरा में 6.30 बजे नमाज अदा होगी। शिवाला की मस्जिद अब्दुल रहीम खां में 7.30 बजे नमाज होगी तो नूरी रिजवी मस्जिद नरिया में सुबह 8 बजे नमाज होगी।

शनिवार, 15 जून 2024

Hospital के ICU में हुई नम आंखों के बीच शादी

कायम हुई नई मिसाल, दो-दो बेटियों का हुआ निकाह


Lucknow (dil India live)। कभी आपने सुना है कि किसी अस्पताल में शादी हो रही हो, वो भी आईसीयू में। नहीं न, मगर ये सच है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक अस्पताल में यह वाक्या हुआ है। मुस्लिम रीति रिवाज से अस्पताल के आईसीयू में शादी की सच्ची घटना ने मिसाल कायम किया है। 

दरअसल मोहम्मद इकबाल की दो-दो बेटियों की शादी होनी थी मगर वो गंभीर रूप से बीमार होकर ICU में भर्ती हैं। मोहम्मद इकबाल बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्होंने अपने डॉक्टरों से बेटियों के निकाह की अनुमति मांगी जिसे मानवता के नाते अस्पताल प्रशासन ने इजाजत दे दी। डॉक्टरों ने मौलाना और दूल्हे को आईसीयू में एंट्री दी, मौलाना ने अस्पताल के आईसीयू में निकाह पढ़ाया। इस तरह अस्पताल में नम आंखों के बीच सादे रीति रिवाज के साथ सादगी से इकबाल ने अपनी दोनों बेटियों का जहां निकाह कर दिया वहीं एरा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने मानवता की मिसाल भी दुनिया के सामने पेश की।

Bakrid 2024 की तैयारियां हुई तेज

जानिए कौन, कब और कहां अदा कराएगा ईदुल अजहा की ख़ास नमाज 

Varanasi (dil India live)। बकरीद की तैयारियां बनारस में मुकम्मल हो चली है। मस्जिदों में कौन इमामत करेगा, ईदुल अजहा की नमाज का किस मस्जिद में वक्त क्या होगा इसका ऐलान कर दिया गया है। उधर तमाम लोग जानवरों की खरीदारी में जुटे हुए हैं। सेवईयों की भी खरीदारी तेज हो गई है। उधर मस्जिदों से नमाज के वक्त का ऐलान कर दिया गया है। देखिए दिल इंडिया लाइव की ख़ास रिपोर्ट...

किस मस्जिद में क्या है नमाज का वक्त 

मस्जिद लंगड़े हाफिज नई सड़क में सुबह 10.30 बजे बकरीद की नमाज मौलाना जकीउललाह अब्दुल कादरी अदा करायेंगे तो शाही मस्जिद ज्ञानवापी में 7.30 बजे मौलाना अबुल आखिर नोमानी नमाज पढ़ाएंगे। मस्जिद रंग ढलवां फाटक शेख़ सलीम में 7बजे मौलाना जाहिद, मस्जिद उल्फत बीबी अर्दली बाजार में कारी साकिब सुबह 7 बजे नमाज अदा कराएंगें तो जामा मस्जिद कम्मू खां डिंठोरी महाल में मौलाना शमसुद्दीन साहब सवा 7 बजे नमाज पढ़ाएंगे। ऐसे ही छोटी मस्जिद डिठोरी महाल सुबह 7.30 बजे हाफिज शाहरूख तो शिया जामा मस्जिद मीर गुलाम अब्बास अर्दली बाजार में 8.30 बजे, मौलाना तौसीफ अली बकरीद की नमाज की इमामत करेंगे। मस्जिद डिप्टी जाफ़र बख़्त, शिवाला‌ में बक़रीद की नमाज़ मौलाना मुहम्मद हुसैन 9 बजे पढ़ाएंगे। फुलवरिया की मस्जिद -ए-नूरी में 7.30 बजे नमाज होगी। मस्जिद जियापुरा लल्लापुरा में मो. मोइनुद्दीन अंसारी 7 बजे नमाज अदा कराएंगें।ईदगाह हकीम सलामत अली में 7.30 बजे बकरीद की नमाज होगी। मुगलिया शाही मस्जिद बादशाह बाग में मौलाना हाफिज हसीन अहमद हबीबी 7 बजे नमाज पढ़ाएंगे, मस्जिद टकटकपुर में 7 बजे मौलाना अजहरुल कादरी नमाज अदा कराएंगें तो मस्जिद याकूब शहीद लंका नगवां में 6.45 बजे हाफिज मोहम्मद ताहिर तो चमेली की मस्जिद कच्ची बाग़ में 6:15 बजे मौलाना रेयाज़ अहमद क़ादिरी, छंगा बाबा की मस्जिद कच्ची बाग में 6:30 बजे मौलाना लतीफ अहमद सेराजी, रहीम दमड़ी की मस्जिद कच्ची बाग़ 6:30 बजे मौलाना नसीर अहमद सेराजी, दाल की मस्जिद कच्ची बाग़ में 6:00 बजे मौलाना निहालुद्दीन सेराजी, गुलरोग़न की मस्जिद कच्ची बाग़ में 6:00 बजे मौलाना रिज़वान अहमद ज़ियाई, मीनार वाली मस्जिद, पीली कोठी 6:00 बजे मौलाना मक़सूद अहमद क़ादिरी नमाज अदा कराएंगें। मस्जिद नई बस्ती गौरीगंज में हाफिज परवेज़ 7 बजे नमाज अदा कराएंगें तो जामा मस्जिद राजातालाब में 7 बजे ही मौलाना जुल्फेकार नमाज अदा कराएंगें। शाही जामा मस्जिद नवाब टोंक नारायण पुर, यूपी कालेज में मौलाना गुलाम रसूल रिज़वी 7 बजे नमाज पढ़ाएंगे।

ऐसे ही मस्जिद रज़ा मदनपुरा 7 बजे, जहांगीर मस्जिद हटिया मदनपुरा 6.45 बजे, डोमन की मस्जिद मदनपुरा 6 बजे, मस्जिद बरतले मदनपुरा में 6.30 बजे नमाज अदा होगी। शिवाला की मस्जिद अब्दुल रहीम खां में 7.30 बजे नमाज होगी तो नूरी रिजवी मस्जिद नरिया में सुबह 8 बजे नमाज होगी।



 (नोट अन्य मस्जिदों का टाइम अपडेट किया जाएगा)

शुक्रवार, 14 जून 2024

या रब काबा के मुसाफिरों का हज आसानी से मुकम्मल करा दे... आमीन

काबा गए जायरीन के लिए जुमे की नमाज में हुई दुआएं

Varanasi (dil India live). काबा में हज का पांच दिन का अय्याम अपने शबाब पर हैं। काशी के काबा गए जायरीन के अजीजों की धड़कनें बढ़ गई है। यही वजह है कि घर घर दुआएं तो हो ही रही है, साथ ही जुमा होने की वजह से बनारस और आसपास के जिलों में खुसूसी दुआएं भी इसरा की ओर से मस्जिदों में कराई गई। लोग दुआ कर रहे हैं की या परवरदिगार हज जायरीन हंसी खुशी मुक़द्दस हज का सफर पूरा करके लौटे। जुमे की नमाज के बाद खुसूसी दुआएं भी की गई। इसरा के जनरल सेक्रेटरी हाजी फारुक खां ने दुआ का खुसूसी एहतमाम तमाम मस्जिदों में किया। उन्होंने कहा कि बनारस सहित सारी दुनिया के हज जायरीन को अपने मुकद्दस घर खान-ए-काबा में हज बैतुल्लाह से रब ने सरफराज करने के लिए बुलाया है। काबा में हज शुरू हो चुका है। इस खुशी के मौके पर इंडियन सोसाइटी फार सोशल रिव्योलुशन एण्ड एक्शन- (इसरा) वाराणसी (यू०पी०) ने जुमा को बनारस सहित पूर्व के वाराणसी इम्बारकेशन प्वाइन्ट से सम्बन्धित सभी जिलों में इज्तेमाई दुआख्वानी का प्रोग्राम रखा, जिसमें नमाजे जुमा के बाद खुसूसी तौर पर पूरी दुनिया भर के हाजियों का हज बखैरियत मुकम्मल हो। वो अपने मुल्क बखैरियत वापस आएं एवं मुल्क में अमनो-अमान व मुल्क की खुशहाली के लिए इज्तेमाई दुआएं की गई।


 

गुरुवार, 13 जून 2024

kaba में हज के अय्याम शुरु, काशी में हो रही दुआएं

इसरा की ओर से जुमे की नमाज के बाद होगी मस्जिदों में खुसूसी दुआएं 


Varanasi (dil India live). काबा में हज के अय्याम शुरु हो चुके हैं काशी में घर घर दुआएं हो रही है। लौंग दुआ कर रहे हैं की या परवरदिगार हज जायरीन हंसी खुशी मुक़द्दस हज का सफर पूरा करके लौटे। जुमे की नमाज के बाद खुसूसी दुआएं भी होगी। इसरा के जनरल सेक्रेटरी हाजी फारुक खां ने दुआ का खुसूसी एहतमाम किया है। उन्होंने कहा कि बनारस सहित उत्तर प्रदेश व हिन्दुस्तान से ही नहीं बल्कि सारी दुनिया के हज जायरीनों को अपने मुकद्दस पाक घर खान-ए-काबा में हज बैतुल्लाह से रब ने सरफराज करने के लिए बुला लिया है। इस खुशी के मौके पर इंडियन सोसाइटी फार सोशल रिव्योलुशन एण्ड एक्शन- इसरा (ISSRA) वाराणसी (यू०पी०) ने 14 जून बरोज-जुमा को बनारस सहित पूर्व के वाराणसी इम्बारकेशन प्वाइन्ट से सम्बन्धित जिलों में इज्तेमाई दुआख्वानी का प्रोग्राम रखा गया, जिसमें नमाजे जुमा के बाद खुसूसी तौर पर पूरी दुनिया भर के हाजियों का हज बखैरियत मुकम्मल होने एवं अपने मुल्क बखैरियत वापसी एवं मुल्क में अमनो-अमान व मुल्क की खुशहाली के लिए इज्तेमाई दुआ की जाएगी। इस मौके पर आवाम व हाजियों के अजीज और खुसूसी तौर पर मसाजिद के इमाम से गुजारिश कि गई है कि अपनी मस्जिदों में बाद नमाजे जुमा पूरी दुनिया के हज जायरीन के हज का अरकान बखैरियत मुकम्मल होने व हज कुबूल होने व उनके मुल्क बखैरियत वापस होने एवं मुल्क में अमनो अमान व मुल्क की खुशहाली के लिए इज्तेमाई दुआ कराएं।

Eid-ul-azha 17 को, सज गई बकरा मंडी

बकरा मंडी में उमड़ा रहा  खरीदारों का हुजूम 
रेवड़ी तालाब में बकरा खरीदने अजहरी मैदान में जुटी भीड़ 


              मो. रिजवान 
Varanasi (dil India live)। ईद-उल-अजहा यानी बकरीद इस बार 17 जून को मनाया जाएगा। बकरीद के पर्व पर कुर्बानी के लिए वाराणसी में बेनिया बकरा मंडी व रेवड़ी तालाब के अजहरी मैदान में बकरा मंडी सज गई है। मंडी में दस हजार से लेकर 80 हजार तक के बकरे सजे हुए हैं। यहां खरीदारी और बिक्री करने प्रदेश भर से व्यापारी और खरीदार आ रहे हैं। जो लोग बकरा खरीद रहे हैं वो अपने बकरों के साथ सेल्फी भी लेते दिखाई दे रहे हैं। भीषण गर्मी का असर बकरा मंडी में भी दिखाई दे रहा है। दोपहर में मंडी में सन्नाटा रह रहा है। खरीददारी करने वाले सूरज डूबने के बाद ही बकरा मंडी का रुख़ कर रहे हैं। जिसे सौदा पट जा रहा है वो हंसी खुशी अपने साथ बकरा घूमाते फिराते ले जाते दिखाई दे रहे हैं। शाम में मंडी में लोगों का हुजूम उमड़ रहा है।

इस साल अभी बाजार में न तो दुमबा आया है और न ही करिश्माई (अल्लाह या मुहम्मद लिखा) बकरा। हालांकि पिछले साल बरबरा नस्ल बकरा बकरा मार्केट में छाया हुआ था। उसकी पीठ पर एक तरफ मुहम्मद और दूसरी तरफ अल्लाह लिखा हुआ था। आजमगढ़ के पी कुमार बरबरा नस्ल के उस करिश्माई बकरे को लेकर पहुंचे थे।

बुधवार, 12 जून 2024

post office का इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का आफर आपको भी आएगा पसंद

इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में मात्र ₹549 में होगा 10 लाख का दुर्घटना बीमा-पीएमजी


Varanasi (dil India live)। महंगे प्रीमियम पर बीमा करवाने में असमर्थ लोगों के लिए डाक विभाग का इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक एक विशेष दुर्घटना सुरक्षा बीमा लेकर आया है, जिसमें वर्ष में महज 549 और 749 रुपए के प्रीमियम के साथ लाभार्थी का क्रमशः 10 और 15 लाख रुपए का बीमा होगा। एक साल खत्म होने के बाद अगले साल यह बीमा रिन्यू करवाना होगा। इसके लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में लाभार्थी का खाता होना अनिवार्य है। उक्त जानकारी वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। डाक विभाग इसके लिए 13 जून को वाराणसी परिक्षेत्र के अधीन वाराणसी, भदोही, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, बलिया ज़िलों में विशेष अभियान चलायेगा।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और आदित्य बिरला हेल्थ इंश्योरंस ग्रुप पर्सनल एक्सीडेंट के मध्य हुए एक एग्रीमेंट के तहत 18 से 65 वर्ष आयु  के लोगों को यह निजी दुर्घटना बीमा सुरक्षा मिलेगी। इसके तहत, दोनों प्रकार के बीमा कवर में दुर्घटना से मृत्यु, स्थाई या आंशिक पूर्ण अपंगता, अंग विच्छेद या पैरालाइज्ड होने पर क्रमशः 10 और 15 लाख रुपए का कवर मिलेगा। साथ ही साथ इस बीमा में दुर्घटना से हॉस्पिटल में भर्ती रहने के दौरान इलाज हेतु 60,000 रुपए तक का आई.पी.डी खर्च और ओ.पी.डी में 30,000 रुपए तक का क्लेम मिलेगा। इस बीमा में डॉक्टर से पोषण संबंधी सलाह एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए 4 परामर्श की सुविधा होगी| वहीं, दोनों प्रीमियम बीमा में उपरोक्त सभी लाभों के अलावा दो बच्चों की पढ़ाई के लिए एक लाख तक का खर्च, दस दिन अस्पताल में रोजाना का एक हजार खर्च, किसी अन्य शहर में रह रहे परिवार हेतु ट्रांसपोर्ट का 25,000 रूपए तक का खर्च और मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए 5,000 तक का खर्च मिलेगा।

पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि इसके लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक में लाभार्थी का खाता होना अनिवार्य है। प्रीमियम खाता मात्र ₹200/- में प्राप्त किया जा सकता है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ग्राहक का आधार नंबर एवम मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। ग्राहक का खाता बिना किसी दस्तावेज के दिए केवल बायोमेट्रिक के आधार पर तुरंत खुल जाता है एवं साथ ही साथ दुर्घटना बीमा का भी लाभ बिना किसी दस्तावेज जमा कराए लिया जा सकता है। प्रीमियम खाता में किसी भी प्रकार का डोर स्टेप चार्ज नहीं देना होगा, तथा इसके साथ ही बिजली बिल भुगतान और कैशबैक भी प्राप्त किया जा सकता है। घर बैठे आईपीपीबी एप के माध्यम से सुकन्या, पीपीएफ, आर डी, पीएलआई आदि का ऑनलाइन भुगतना भी संभव है।

वाराणसी पूर्वी मंडल के प्रवर डाक अधीक्षक श्री राजीव कुमार ने बताया कि इस दुर्घटना बीमा सुविधा में पंजीकरण के लिए लोग अपने इलाक़े के डाकिया या नजदीकी डाकघर में संपर्क कर सकते हैं।

गर्मी की तल्खी से पारा देखिए कहां जा पहुंचा

सड़कों पर सन्नाटा, आम जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त 


Varanasi (dil India live)। मौसम की तल्खी ने लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। गर्मी और लू से लगातार लोग बीमार हो रहे हैं। Varanasi और आसपास के जिलों में बुरा हाल है। Varanasi में मौसम की आंख मिचोली जारी है। गर्मी कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। कभी थोड़ा राहत होती है उसके बाद पुनः सूर्य आम जनमानस को झूलसने पर मजबूर कर देता है, ऐसे में सभी को इंतजार है तो बस बारिश का मगर भीषण गर्मी से राहत दिलाने वाली बारिश कब होगी यह अभी किसी को कुछ नहीं पता और न ही इसकी सही तारीख मौसम विभाग ही बता पा रहा है। हां यह जरूर है कि इन दिनों Varanasi में तल्ख गर्मी से आम जनमानस का हाल बेहाल है। आलम यह है कि आम दिनों में पर्यटकों से जगमग रहने वाली काशी और यहां के घाट दोपहर में वीरान नज़र आ रहे हैं। सड़कों पर सुबह और शाम ही लोग नज़र आ रहे है। बुधवार को प्रचंड धूप के साथ ही लू के थपेड़ों ने खूब झुलसाया। इसके चलते एक बार फिर तापमान 44.0 डिग्री पर पहुंच गया। गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने 72 घंटों का यलो अलर्ट भी जारी किया है। इस बीच लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी गयी है। स्वास्थ्य विभाग भी इसे लेकर लगातार अलर्ट जारी कर रहा है। लोगों को गर्मी से बचने की नसीहत दी जा रही है।मौसम विभाग के मुताबिक, Varanasi में फ़िलहाल इस सप्ताह मौसम में बदलाव के संकेत नहीं हैं। इस सप्ताह तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा। अगले सप्ताह के शुरुआत में मौसम में नमी आने की संभावना है।

मंगलवार, 11 जून 2024

श्रद्धापूर्वक मनाया गया गुरू अरजन देव का शहीदी गुरू पर्व

शबद तेरा कीया मीठा लागै, हरि नाम पदारथ नानक मांगै...



Varanasi (dil India live)। सिक्खों के पाँचवे पातशाह श्री गुरू अरजन देव की शहादत संसार के इतिहास में अद्वितीय है। सब्र, संतोष, सहनशीलता और अकालपुरख का भांणा (ईश्वर की रजा) मानने का दृढ विश्वास इस शहादत से शिखर तक पहुँचाता है। जालिम और जुल्म का टाकरा गुरुदेव ने जिस सब्र से किया, निःसन्देह इसकी मिसाल नहीं मिलती। इसी आधार पर ही सिक्ख शहीदियों ने संसार के इतिहास में महान स्थान प्राप्त किया है। गुरू अरजन देव का शहीदी गुरुपर्व गुरुद्वारा गुरूबाग में श्रद्वा-भाव एवं सादगी से मनाया गया। जिसमें पंथ के प्रसिद्ध रागी भाई अरविन्दर सिंह नूर (हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, अमृतसर) व भाई कमेन्दर सिंह (हजूरी रागी तख्त श्री पटना साहिब) एवं भाई नरेन्दर सिंह (हजूरी रागी गुरुद्वारा, गुर गुरूबाग) तथा भाई रकम सिंह (हजूरी-रागी गुरुद्वारा, नीचीबाग) ने, शबद तेरा कीया मीठा लागै, हरि नाम पदारथ नानक मांगै एवं जपियो जिनि अरजन देव गुरू, फिर संकट जोनि गरब नहि आयो। संगत को गुरुवाणी कीर्तन व गुरमत विचारों से निहाल किया। शाम का दीवान गुरुद्वारा, गुरूबाग सायं 7:00 बजे से रात 9:30 बजे तक कीर्तन व गुरमत विचारों से निहाल किया, उपरान्त गुरू का अटूट लंगर बरताया गया।  सोमवार दिन का दीवान प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक कीर्तन व गुरमत विचारों से निहाल किया, उपरान्त गुरू का अटूट लंगर बरताया गया। छबील सेवा (प्रातः 9:30 बजे से) गुरुद्वारा गुरूबाग वाराणसी, गुरुद्वारा बड़ी संगत नीचीबाग के अलावा शहर में जगह-जगह कैंट स्टेशन, नदेसर, लाजपत नगर, शास्त्री नगर, गुरूद्वारा भीम नगर, मालवीय मार्केट लहुराबीर, गांधी नगर सिगरा, भेलूपुर, गिरजाघर चौराहा, महमूरगंज वाराणसी में ठण्डें मीठे जल की छबील भी लगाई गयी, जिसमें हजारों संख्या में लोगो ने शर्बत ग्रहण किया। भारी संख्या में संगत ने गुरूघर में हाजिरी भरकर गुरूघर की खुशियों प्राप्त की। गुरूद्वारे के मुख्य ग्रन्थी भाई रंजीत सिंह ने गुरूघर में उपस्थित सभी संगत को धन्यवाद प्रदान किया। गुरुद्वारा गुरुबाग के मुख्य ग्रंथी भाई रंजीत सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी वाराणसी की ओर से गुरुद्वारा गुरुबाग में रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया। जिसमें काफी लोगों ने रक्तदान किया।

रविवार, 9 जून 2024

URS Hazrat लाटशाही बाबा (रह.) Varanasi

फिर लाटशाही बाबा के दर से झोली भर कर लौटे जायरीन

लाटशाही बाबा का तीन दिवसीय उर्स अकीदत और एहतराम संग सम्पन्न 


Varanasi (dil India live)। सर्किट हाउस स्थित हज़रत सैय्यद मुख्तार अली शाह शहीद उर्फ लाटशाही बाबा (रह.) का तीन दिवसीय उर्स रविवार को फजर की नमाज के साथ सम्पन्न हो गया। उर्स के दौरान बाबा के दर पर अकीदत का सैलाब उमड़ा हुआ था। शनिवार की रात से रविवार की सुबह तक जायरीन बाबा के दर पर अपनी अकीदत लुटाते दिखाई दिए। आलम यह था कि सर्किट हाउस, कचहरी के साथ सड़क पर पांव रखने भर की भी जगह नहीं थी। इससे पूर्व शाम को सूफी जाफर हसनी के उल्फत बीबी के हाता सिथत दौलतखाने से चादर-गागर का जुलूस निकला, जो कदीमी रास्ते से होता हुआ बाबा के आस्ताने पर पहुंचा। यहां बाबा की मजार पर चादरपोशी कर अकीदतमंदों ने मुल्क की सलामती व खुशहाली की दुआएं मांगी। तीन दिवसीय उर्स के दौरान कुरानख्वानी, फातेहा व लंगर का दौर चलता रहा। उर्स के मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों संग बंगाल, बिहार, हरिद्वार, दिल्ली, अजमेर सहित पूर्वाचल भर से हजारों अकीदतमंदों ने बाबा के दर पर हाजिरी लगाकर दुआएं व मन्नतें मुराद मांगी। उर्स के दौरान जहां दोनों वर्गों के लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था वहीं उर्स को देखते हुए लगे मेले में सभी ने अस्थाई दुकानों से खरीदारी की। बच्चे झूला वह चरखी का लुत्फ उठाते दिखाई दिए।

बाबा चेतसिंह के थे सिपहसालार 

हज़रत लाटशाही शहीद बाबा (रह.) का असली नाम सैय्यद मुख्तार अली शाह था। बाबा फतेहपुर के रहने वाले थे। हज़रत लाटशाही बाबा सन् 1742 में बनारस आए। आप काशी नरेश के शिवपुर परगना के शहर काजी बने। राजा चेतसिंह ने बाबा के इंसाफ और बहादुरी के चलते अपनी सल्तनत में सिपहसालार बनाया। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ 1782, 1784 व 1786 में राजा चेतसिंह की ओर से जंग लड़ी। जंग में अंग्रेजों ने अपनी हार मानते हुए संधि की। इसके बाद अंग्रेजों की ओर से दूसरा गवर्नर भेजा गया। 1798 में उसने धोखे से जंग छेड़ दी। इस जंग में अंग्रेजों से लोहा लेते हुए सैय्यद मुख्तार अली शाह लाटशाही बाबा शहीद हो गए। राजा चेतसिंह की ओर से उन्हें लार्ड गवर्नर नियुक्त होने के कारण इनका नाम बाद में लाटशाही बाबा पड़ गया। आज बाबा को मानने वाले देश दुनिया में फैले हुए हैं। उर्स के दौरान बाबा से अकीदत रखने वाले देश के कोने कोने से कचहरी, अर्दली बाजार व पक्की बाजार पहुंचते हैं। उर्स के दौरान इन इलाकों के तक़रीबन सभी घरों में मेहमान होते हैं।

शनिवार, 8 जून 2024

NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) में धांधली पर Varanasi में सड़क पर उतरे Students

लगाया नारा, चोरी हो गई मेरी सीट, वी वांट री-नीट...

प्रदर्शन कर छात्र छात्राओं ने किया अपने साथ न्याय की मांग 





Varanasi (dil India live)। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) के परिणाम घोषित होने के बाद पूरे देश में छात्रों में उबाल है। एक तरफ परीक्षा कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी शक के घेरे में है, तो छात्र और अध्यापक लगातार एनटीए पर सवाल खड़े कर रहे है। सबसे बड़ा सवाल देशभर में 67 छात्रों के टॉपर होने पर है, उससे भी ज्यादा बड़ा सवाल एक ही सेंटर से 11 छात्रों के टॉप होने का है। अध्यापक सीधे तौर पर सवाल खड़े कर रहे है आखिर 718-719 नंबर बच्चे कैसे पा सकते है? नीट परिणाम को लेकर छात्रों का आक्रोश शनिवार को वाराणसी में भी फुट पड़ा। छात्रों ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के गेट पर जोरदार प्रदर्शन किया।

NEET की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्र सड़क पर उतरे। वह हाथों में तख्ती लेकर न्याय की मांग कर रहे थे। उनकी तख्तियों पर " चोरी हो गई मेरी सीट, वी वांट री-नीट, एनटीए की गुंडागर्दी है NEET का रिजल्ट फर्जी है, फंसे रहे हम रेस में सीट ले गए ग्रेस में, 25 लाख बच्चों से धोखा नीट का पेपर फिर से होगा, देगा एनटीए फर्जी नंबर लेंगे जाने फर्जी डॉक्टर, " जैसे स्लोगन के साथ छात्रों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया।

छात्रों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे मेडिकल की तैयारी करवाने वाले अध्यापक विष्णु देव तिवारी ने कहा कि जिस तरह का परिणाम इस बार आया है, ऐसा रिजल्ट आज तक नहीं आया था। पहली बार ग्रेस मार्क दिया गया, जो सरासर बेईमानी है। बताया कि एक ही सेंटर पर 720 में 720 आठ आठ स्टूडेंट्स ने पाए है, बहुत से बच्चे 718-719 नंबर पाए है यह कभी हो ही नहीं सकता। यह दर्शाता है कि बेईमानी बड़े पैमाने पर हुई है। कहा कि पटना में नीट प्रश्न पत्र के लीक होने की घटना प्रकाश में आई, एफआईआर भी दर्ज हुई है। लेकिन जांच ढंग से नहीं हो रही है। सरकार और एनटीए 24 लाख भावी डॉक्टर के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे है। कहा कि हम यहां से पीएम मोदी को संदेश देना चाहते है कि आप पूरी घटना की जांच करवाएं। परीक्षा पुनः करवाई जाए, छात्रों ने असंतोष है।

शुक्रवार, 7 जून 2024

Hajj 2024: हज के सफर पर मक्का गए दो हज जायरीन की दर्दनाक मौत

लिफ्ट में पैर रखा तो जा गिरे दोनों भारतीय जायरीन नीचे


फाइल फोटो 

Varanasi (dil India live)। सऊदी अरब से दुआ भरी खबर है यहां भारतीय दो जायरीन की मौत हो गई है। समाचार के अनुसार मक्का मुकर्रमा में एक भवन में लिफ्ट दुर्घटना हुई है जिसमें दो भारतीयों हज यात्रियों की मौत हो गयी। मरने वाले दोनों यात्री मोहम्मद सिद्दीक (65 वर्ष) व अब्दुल लतीफ (64 वर्ष) कटिहार, बिहार के रहने वाले हैं। हज कमेटी आफ इंडिया के सीईओ लियाकत अली आफाकी ने बताया कि वह काउंसुलेट जनरल आफ इंडिया व हज कमेटी के अधिकारियों के सम्पर्क में हैं। यह दुर्घटना भवन संख्या 145 में लगी लिफ्ट में हुई है। दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने फोन पर बताया कि दोनों ने नीचे जाने के लिए लिफ्ट का बटन दबाया तो दरवाजा खुल गया, लेकिन लिफ्ट नीचे ही थी। दोनों ने दरवाजा खुलते ही लिफ्ट में जाने के लिए कदम आगे बढ़ाया तो नीचे जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दोनों काफी देर तक लिफ्ट की छत पर पड़े रहे और उनकी मदद को कोई नहीं पहुंचा। बताया जाता है कि तत्काल मदद न मिलने की वजह से दोनों की मौत हो गयी। इस दर्दनाक मौत से इनके परिजनों में कोहराम मच गया है।

गुरुवार, 6 जून 2024

महालेखाकार परिसर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन


Allahabad (dil India live). कार्यालय महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी)- उत्तर प्रदेश प्रयागराज में श्री अभिषेक सिंह, महालेखाकार लेखा - प्रथम उत्तर प्रदेश के निर्देशन में 06 जून को व्यापक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन उत्थान शम्भूनाथ हॉस्पिटल, झलवा, प्रयागराज द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शैलेश अग्रवाल (वरिष्ठ उपमहालेखाकार/प्रशासन) द्वारा किया गया। स्वास्थ्य शिविर में उत्थान शम्भूनाथ हॉस्पिटल के डॉ. केएन त्रिपाठी (मेडिसिन) डॉ. एसके सिंह (अस्थि रोग विशेषज्ञ), डॉ. यशी, डॉ. नीतू बवेजा (गायनो.) डॉ. राहुल तिवारी (दन्त रोग विशेषज्ञ), डॉ. उज्जवल (नेत्र रोग विशेषज्ञ) एवं डॉ. कीर्ति (आहार विशेषज्ञ) द्वारा अधिकारियो/कर्मचारियों की जांच की गयी एवं परामर्श दिया गया। स्वास्थ्य शिविर में रक्तचाप, रक्त मे शर्करा के स्तर, दंत जांच, नेत्र जांच, अस्थि जांच आदि की गयी। महालेखाकार प्रथम/द्वितीय कार्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियो ने  स्वास्थ्य शिविर में परीक्षण कराकर लाभान्वित हुये । कार्यक्रम का संचालन अनुराग शर्मा  (वरिष्ठ लेखाधिकारी / कल्याण) द्वारा किया गया । कार्यक्रम में असकरी अब्बास (कल्याण सहायक), अरविंद कुमार (कल्याण सहायक) के साथ उत्थान शम्भूनाथ हॉस्पिटल के निदेशक अभिषेक शुक्ला, क्लाउडिया थॉमस मेडिकल कोर्डीनेटर एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे ।

बुधवार, 5 जून 2024

Lok sabha election: Etawah फिर सुर्खियों में

इटावा से आधा दर्जन ने तय किया संसद का सफर 


Etawah (Aman/ dil India live).  2311 वर्ग किमी में फैला इटावा एक बार फिर सुर्खियों में है। इस एक जिले से 6 लोग संसद पहुंचे हैं। कन्नौज, मैनपुरी व आगरा से घिरे इटावा की यूं तो सियासी कहानी 1990 के दशक में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से शुरू होती है। तब पहली बार उनकी सियासी पारी की वजह से यह जिला सुर्खियों में आया। और इस बार एक साथ छह उम्मीदवारों ने अलग-अलग सीटों से जीत दर्ज कर इटावा का नाम रौशन किया है। हालांकि इससे पहले भी इस जिले से 4 सदस्य एक साथ संसद का चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंच चुके हैं।

2014 में जिले के मुलायम सिंह, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव को अलग-अलग सीटों पर जीत मिली थी। 2019 में भी इस जिले से मुलायम सिंह यादव, धर्मेंद्र यादव और प्रेमदास कठेरिया को जीत मिली थी मगर पहली बार 6 सांसद यहां से चुने गए हैं। इसमें अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के मुखिया हैं। इटावा जिले के सैफई के रहने वाले हैं। अखिलेश इस बार कन्नौज से चुनाव मैदान में थे। इटावा से कन्नौज की दूरी करीब 100 किलोमीटर है। उन्होंने कन्नौज सीट पर बीजेपी के सुब्रत पाठक को 1 लाख 70 हजार वोटों से हराया है। अखिलेश कन्नौज से पहले भी सांसद रह चुके हैं। कन्नौज सीट पर पिछली बार उनकी पत्नी चुनाव लड़ी थी, लेकिन उन्हें बीजेपी के सुब्रत पाठक ने हरा दिया था।

कन्नौज सीट पर पहली बार मुलायम परिवार को साल 1999 में जीत मिली थी। उस वक्त मुलायम सिंह खुद यहां से जीते थे। बाद में उन्होंने यह सीट अपने बेटे अखिलेश को दे दी थी। ऐसे ही अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल मैनपुरी लोकसभा से इस चुनाव में जीतकर संसद पहुंची हैं। डिंपल 2022 में यहां से उपचुनाव भी जीत चुकी हैं। मैनपुरी मुलायम परिवार का गढ़ माना जाता है। इस बार डिंपल का मुकाबला बीजेपी के कद्दावर मंत्री जयवीर सिंह से था। चुनाव आयोग के मुताबिक डिंपल ने बीजेपी के जयवीर सिंह को 2 लाख 21 हजार वोटों से हराया है। यहां बीएसपी के शिव प्रसाद यादव को 66 हजार मत मिले हैं। 

मुलायम सिंह के भतीजे धर्मेंद्र यादव भी इस बार संसद पहुंचे हैं। धर्मेंद्र सपा सिंबल पर पूर्वांचल की आजमगढ़ सीट से चुनाव लड़े और निरहुआ को पराजित किया। धर्मेंद्र मुलायम के भाई अभयराम यादव के बेटे हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक धर्मेंद्र ने बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ को 1 लाख 61 हजार वोटों से हराया है। धर्मेंद्र को इस चुनाव में 5 लाख से ज्यादा वोट मिले हैं। आजमगढ़ सीट भी मुलायम परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। यहां से मुलायम और अखिलेश दोनों सांसद रह चुके हैं। 

अखिलेश के चचेरे भाई आदित्य यादव भी बदायूं सीट से 18 वीं लोकसभा में पहुंच चुके हैं। आदित्य शिवपाल यादव के बेटे हैं और सपा ने उन्हें बदायूं सीट से मैदान में उतारा था। सपा ने इस सीट पर 2 बार अपना उम्मीदवार बदला। आखिर में यहां से आदित्य टिकट लेने में कामयाब रहे। चुनाव आयोग के मुताबिक आदित्य ने बीजेपी के दुर्गविजय सिंह शाक्य को 34 हजार वोटों से हराया है। आदित्य को 5 लाख 18 हजार वोट मिले, जबकि शाक्य को करीब 4 लाख 66 हजार। 

ऐसे ही सपा के प्रमुख महासचिव राम गोपाल यादव के बेटे अक्षय भी इस बार संसद जाने में कामयाब हो गए हैं। अक्षय फिरोजाबाद सीट से मैदान में थे। यह इटावा के बगल की सीट है। अक्षय इस सीट से पहले भी सांसद रह चुके हैं, लेकिन 2019 में उन्हें बीजेपी के चंद्रसेन जादौन ने हरा दिया था। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार अक्षय ने बीजेपी के विश्वदीप सिंह को करीब 89 हजार वोटों से हराया है। अक्षय को 5 लाख 43 हजार वोट मिले हैं। यहां बीएसपी भी एक्स फैक्टर साबित हुआ है। बीएसपी के चौधरी बशीर को 90 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं।

इटावा के भरथना तहसील के जितेंद्र दोहरे भी इस बार संसद पहुंच गए हैं। जितेंद्र ने सपा के सिंबल पर इटावा (सुरक्षित) लोकसभा सीट से जीत हासिल की है। 2014 से ही यहां पर बीजेपी का कब्जा था।

चुनाव आयोग के मुताबिक जितेंद्र दोहरे ने बीजेपी के रामशंकर कठेरिया को 58 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। कठेरिया मोदी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। जितेंद्र को चुनाव में 4 लाख 90 हजार से ज्यादा मत मिले हैं। इस तरह 6 लोगों को संसद पहुंचाने की वजह से इटावा फिर सुर्खियों में है।

UP में बीजेपी ने महज़ 33 लोकसभा सीटें जीती

पीएम मोदी ने जीता बनारस 


Lucknow (dil India live)। उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने 33 लोकसभा सीटें जीती है इसमें वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीत भी शामिल हैं। जीत के बाद मोदी ने मतदाताओं का आभार व्यक्त किया। कहा कि बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से काशी के सम्मानित मतदाताओं ने लगातार तीसरी बार मुझे अपना सांसद चुना है। ये काशी के लाखों मतदाताओं के विश्वास की विजय है। मेरी काशी के परिवार के हर सदस्य को इस जीत के लिए हृदय से आभार। मेरा विश्वास है कि काशी की विकास यात्रा भविष्य में और तेज गति से आगे बढ़ेगी। वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के अजय राय को 152513 वोटों से हराया यहां बसपा के अतहर जमाल लारी तीसरे स्थान पर रहे।

यूपी में भाजपा का कौन प्रत्याशी कहां से जीता

अमरोहा से कंवर सिंह तंवर 28670 वोट से जीते, मेरठ से अरुण गोविल 10585 वोटों से जीते, गाजियाबाद से अतुल गर्ग 336965 वोट से जीते। मथुरा से हेमामालिनी 293407 वोटों से जीती, गौतमबुद्धनगर से महेश शर्मा 559472 वोट से जीते, हाथरस से अनूप वाल्मीकि 247318 वोट से जीते। बुलंदशहर से भोला सिंह 275134 वोटों से जीते, आगरा से एसपी सिंह बघेल 271294 वोट से फतेहपुर सिकरी से राजकुमार चाहर 43405 वोट से व बरेली से छत्रपाल सिंह गंगवार 34804 वोटों से चुनाव जीते। पीलीभीत से जितिन प्रसाद 164935 वोटों से, हरदोई से जयप्रकाश रावत 27856 वोटों से, उन्नाव से साक्षी महाराज 35818 वोटों से, लखनऊ से राजनाथ सिंह 135159 वोट से तो फर्रुखाबाद से मुकेश राजपूत 2678 वोटों से चुनाव जीतने में सफल रहे। कानपुर से रमेश अवस्थी 20968 वोटों से, अकबरपुर से देवेंद्र सिंह 44345 वोटों से, झांसी से अनुराग शर्मा 102614 वोटों से जहां चुनाव जीतने में कामयाब रहे। कैसरगंज से करण भूषण 148843 वोट से जीते, डुमरियागंज से जगदंबिका पाल 42728 वोट से जीते तो बहराइच से आनंद कुमार 64227, महराजगंज से पंकज चौधरी 35451 वोट से, गोरखपुर से रवि किशन 103626 वोट से जीते, कुशीनगर से विजय कुमार 81790 वोट से जीते। ऐसे ही देवरिया से शशांकमणि त्रिपाठी 34842 वोट से, बांसगांव से कमलेश पासवान 3150 वोटों से तो गोंडा से कीर्तिवर्धन सिंह 46224 वोटों से चुनाव जीत गए।

वहीं फूलपुर से प्रवीण पटेल 4332 वोट, भदोही से विनोद बिंद 44072 वोटों से अलीगढ़ से सतीश गौतम 15647 वोटों से, शाहजहांपुर से अरुण सागर 55379 वोट से चुनाव जीतने में सफल रहे।  मिश्रिख से अशोक रावत 33406 वोटों से जीते 

मंगलवार, 4 जून 2024

Akhilesh yadav बोलें जनता को प्रणाम, जनमत को सलाम

संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण बचाने की जीत: अखिलेश यादव 

Varanasi (dil India live). इंडिया गठबंधन और सपा के बेहतरीन प्रदर्शन जीत पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा है कि जागरूक जनता ने देश को एक बार फिर से नयी राह दिखायी है, नयी आस जगायी है। ये संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण बचाने की और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करवाने की जीत है। उप्र की प्रगतिशील जनता के विचार ही वोट के रूप में हमें मिले हैं। ये बँटवारे की नकारात्मक राजनीति के ख़िलाफ़, सौहार्द-भाईचारे और सकारात्मक राजनीति की जीत है। ये INDIA गठबंधन और PDA की एकता की जीत है। सबको हृदय से धन्यवाद, दिल से शुक्रिया।

उत्तर प्रदेश के इन 37 सीटों पर सपा को जीत

➡कन्नौज से अखिलेश यादव 170922 वोटों से जीते

➡मैनपुरी से डिंपल यादव 221639 वोट से जीतीं

➡आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव 161035 वोटों से जीते

➡गाजीपुर से अफजाल अंसारी 124861 वोटों से जीते

➡कैराना से इकरा हसन 69116 वोटों से जीतीं

➡मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक 24672 वोटों से जीते

➡रामपुर से मुहिबुल्ला 87434 वोटों से जीते

➡मुरादाबाद से रुचिवीरा 105762 वोटों से जीतीं

➡संभल से जियाउर्रहमान बर्क 121494 वोट से जीते

➡फिरोजाबाद से अक्षय यादव 89312 वोट से जीते

➡आंवला से नीरज मौर्य 15969 वोटों से जीते

➡खीरी से उत्कर्ष वर्मा 34329 वोटों से जीते

➡बदायूं से आदित्य यादव 34991 वोटों से जीते

➡धौरहरा से आनंद भदौरिया 4449 वोटों से जीते

➡मोहनलालगंज से आरके चौधरी 70292 वोट से जीते

➡सुल्तानपुर से रामभुआल निषाद 43174 वोट से जीते

➡प्रतापगढ़ से शिवपाल सिंह पटेल 66206 वोट से जीते 

➡इटावा से जितेंद्र कुमार दोहरे 58419 वोट से जीते

➡जालौन से नारायण अहिरवार 53898 वोट से जीते

➡बांदा से कृष्णा पटेल 71210 वोटों से जीतीं

➡फतेहपुर से नरेश उत्तम पटेल 33199 वोटों से जीते

➡कौशांबी से पुष्पेंद्र सरोज 103944 वोटों से जीते

➡बस्ती से राम प्रसाद चौधरी 100993 वोट से जीते

➡फैजाबाद से अवधेश प्रसाद 54567 वोट से जीते

➡अंबेडकरनगर से लालजी वर्मा 137247 वोट से जीते

➡श्रावस्ती से रामशिरोमणि वर्मा 76673 वोट से जीते

➡लालगंज से दारोगा प्रसाद सरोज 115023 वोट से जीते

➡संतकबीरनगर से पप्पू निषाद 92170 वोट से जीते

➡घोसी लोकसभा से राजीव राय 162943 वोट से जीते

➡बलिया से सनातन पांडेय 43384 वोटों से जीते

➡जौनपुर से बाबूसिंह कुशवाहा 99335 वोटों से जीते

➡मछलीशहर से प्रिया सरोज 35850 वोटों से जीतीं

➡चंदौली से विरेंद्र सिंह 21565 वोटों से जीते

➡रॉबर्ट्सगंज से छोटे लाल 129234 वोटों से जीते

➡एटा लोकसभा से देवेश शाक्य 28052 वोटों से जीते

➡सलेमपुर से रमाशंकर राजभर 3573 वोटों से जीते

सोमवार, 3 जून 2024

Ghazi Miya की फिर लौटी बारात

शादी न होने की निभाई गई रस्म, लगा मेला





Varanasi (dil India live)। जैतपुरा क्षेत्र के बड़ीबाजार सलारपुरा में रविवार को हजरत सैय्यद सालार मसऊद गाजी (गाजी मियां) की शादी की रस्म निभाई गई। इस दौरान दरगाह पर उमड़ी दोनों वर्गों के अकीदतमंदों की भीड़ से पूरा इलाका गुलज़ार था, इस दौरान गाजी मियां का उर्स भी मनाया गया और मजार पर लगे मेले में वाराणसी और आसपास के जायरीन फातिहा पढ़ने, गुलपोशी और चादरपोशी के लिए जुटे रहे। देर रात जैनपुरा छहमुहानी स्थित मोहम्मद सलाउद्दीन के आवास से गाजे बाजे और आतिशबाजी के बीच गाजी मियां की बारात निकली। मजार पर बरात के पहुंचने के बाद परम्परानुसार घरातियों व बरातियों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। शादी की रस्म चल ही रही थी कि वहां रखा मटका टूट गया, फिर क्या था बाराती नाराज़ हो गये। बात बढ़ती गई और शादी की रस्म अगले वर्ष के लिए टाल दी गई। दरगाह कमेटी के गद्दीनशीन हाजी एजाजुद्दीन हाशमी ने बताया कि सदियों से हर साल धूमधाम से बारात निकाली जाती है, सारी रस्में भी अदा होती हैं, लेकिन गाजी मियां की शादी नहीं हो पाती। इस लक्खी मेले में मुस्लिम और हिन्दू दोनों वर्ग के लोग अकीदत से शामिल होते है। उधर, गाजी मियां की शादी में आंधी पानी आने की भी सदियों से परम्परा है।

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती...