मंगलवार, 24 दिसंबर 2024

Khwaja Garib Nawaz के दर से Ajay Rai का बुलावा

 


  • Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live)। हज़रत ख़्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिशती ग़रीब नवाज़ रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह से उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय का आज बुलावा आया है।

दरगाह शरीफ के खादिम सैयद सलीम हाशमी ने आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी निवर्तमान प्रदेश सचिव फसाहत हुसैन बाबू के साथ अजय राय के वाराणसी स्थित आवास पर मुलाकात कर उनको अजमेर शरीफ दरगाह का साफा भेट किया और 1 जनवरी से 9 जनवरी तक चलने वाले उर्स मुबारक में शिरकत के लिए आमंत्रण दिया।

उर्स में होंगे शामिल, मांगेंगे अमन की दुआ

अजय राय ने आमंत्रण स्वीकार करते हुए उर्स में शिरकत करने का वादा ख़ादिम से किया है। अजय राय ने कहा कि ख़्वाजा साहब के उर्स के मौके पर मैं अजमेर शरीफ दरगाह पर हाजिरी लगाऊंगा व मुल्क में अमन चैन की दुआएं करूगा। इस दौरान उनके साथ सैय्यद फसाहत हुसैन बाबू भी मौजूद थे।

Santa Claus को अपने बीच पाकर झूमा बाल मन

Kidzee व kenzen school में मना क्रिसमस सेलिब्रेशन


Varanasi (dil India live). Kidzee व kenzen school वाराणसी नदेसर में Christmas celebrations रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियों संग मनाया गया। स्कूल परिसर में प्रवेश करते ही बड़ा सा क्रिसमस ट्री, दूसरे साइड सेंटा क्लॉज झोला टांगें नज़र आएं। आने वाले बच्चे, पैरेंट्स क्रिसमस ट्री के सामने सेल्फी पोज देते दिखाई दिए। क्रिसमस ट्री को बहुत ही खूबसूरती के साथ सजाया गया था। स्कूल की सेंटर हेड श्रीमती रीतिका सरीन की अगुवाई में हुए क्रिसमस सेलिब्रेशन में पूरा स्कूल Christmas fastival में ढला हुआ दिखाई दे रहा था। बच्चों से लेकर टीचर्स तक में क्रिसमस की खुमारी देखते ही बन रही थी। 

बच्चे क्रिसमस ट्री डेकोरेशन, सेंटा क्लॉज, क्रिसमस कार्ड मेकिंग समेत कई तरह के गेम में व्यस्त दिखाई दिए। Christmas celebrations चल ही रहा था कि लम्बा सा झोला लटकाए जैसे ही बच्चों के बीच सेंटा क्लॉज पहुंचे बच्चे खुशी से झूम उठे। दरअसल बच्चे जानते हैं कि सेंटा क्लॉज आए हैं तो गिफ्ट भी मिलेगा। बच्चों ने सेंटा क्लॉज का अभिवादन किया और कैरोल गीत गाकर क्रिसमस सेलीब्रेट किया। इस दौरान सेंटा क्लॉज के साथ सेल्फी लेने की होड़ मची हुई थी। अंत में सेंटर हेड श्रीमती रीतिका सरीन ने क्रिसमस सेलिब्रेशन में आएं सभी बच्चों और पैरेंट्स व टीचर्स को शुभकामनाएं दी।







Christmas celebrations को दुनिया भर में तैयारी

आज मध्यरात्रि प्रभु यीशु लेंगे जन्म, बज उठेगी जिंगल बेल, गूंजेगा कैरोल गीत 


Varanasi (dil India live)। प्रभु यीशु मसीह के जन्म का ग्लोबल पर्व क्रिसमस में अब चंद घंटे ही रह गये हैं। क्रिसमस मनाने को पूरी दुनिया में तैयारी पूरी कर ली गई है। मध्यरात्रि प्रभु यीशु के जन्म के साथ जिंगल बेल बज उठेगी, हर तरफ कैरोल गीत गूंज उठेगा। गिरिजाघरों में जिंगल बेल, जिंगल बेल की गूंज, सुनाई देगी।

वाराणसी के कैंटोंमेंट के महागिरजा में बिशप यूजीन, तेलियाबाग चर्च में पादरी आदित्य कुमार, चर्च आफ बनारस में पादरी बेन जान, राम कटोरा चर्च में पादरी आदित्य, लाल चर्च में पादरी इकबाल मसीह, सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, सेंट थॉमस चर्च गौदोलिया में पादरी न्यूटन, ईसीआई चर्च सुंदरपुर में पास्टर नवीन व पास्टर दशरथ पवार, बेटल फुल गास्पल चर्च महमूरगंज में पास्टर एंड्रू थामस आराधना कराएंगे। चर्चेज और मसीही समाज से जुड़े लोगों के घरों में आकर्षक सजावट, घरों के साथ होटलों में भी आधी रात में क्रिसमस मनाने की तैयारी की गई है। जैसे ही घड़ी की सुइयां रात 12 बजे का निशान बनाएंगी प्रभु यीशु के बाल्य प्रतीक रूप से ईसा मसीह के जन्म लेने के बाद महागिरजा में वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप यूजीन जोसेफ प्रभु यीशु का लोगों को दर्शन कराएंगे। इसके बाद चुनिंदा लोगों के साथ वे नवजात ईसा मसीह की प्रतिमा को चरनी में स्थापित करेंगे। चरनी के अभिषेक के बाद मसीही प्रभु का कतारबद्ध होकर दर्शन करेंगे। यह दौर बनारस के साथ ही देश दुनिया के सभी चर्चेज में चलेगा। 

Prabhu yeshu के चाहने वालों ने ही उनके घर को किया खंडहर

St. Mary's English चर्च की जेम्स प्रिंसेप ने कभी की थी डिजाइन

खुद के भीतर समेटा है चर्च ने इतिहास पर आंसु बहा रहा है वर्तमान 

Varanasi (dil India live)। जिस प्रभु यीशु मसीह ने दुनिया को पापों से मुक्ति दिलाने के लिए मानव रूप में न सिर्फ जन्म लिया बल्कि तमाम यातनाएं सही और क्रूस पर अपने प्राण त्याग दिए, आज पूरी दुनिया उसी यीशु मसीह के जन्म की खुशी मना रहा है। उनके जश्न में मसीही समुदाय इतना डूबा हुआ है कि वह उस सेंट मेरीज इंग्लिश चर्च को भी भूल गया है जो कभी बनारस ही नहीं देश दुनिया की शान हुआ करता था।

वाराणसी छावनी क्षेत्र में सड़क की एक ओर होटलों की कतार है, तो ठीक दूसरी छोर पर वीरान परिसर में यह चर्च अपने हाल पर आंसू बहा रहा है। इस चर्च ने अपने भीतर पूरा एक दौर सहेज रखा है। झाड़ झंखाड़ व झुरमुट में तब्दील 12 एकड़ का चर्च, जिसे कभी धर्म के भेद से परे हिन्दुस्तानियों ने समभाव से सींचा। बीचों-बीच खड़ी ईंट की दीवारें जो देखने में महज गिरजाघर नजर आती है। लेकिन अगर इसकी तह में जाएं तो यह खूबसूरत इतिहास है जिसका वर्तमान आंसु बहा रहा है।

उत्तर भारत में कोलकत्ता के बाद सबसे पूराने इस गिरजाघर की स्थापना सन 1810 में फादर जॉर्ज वीट्ली द्वारा की गयी थी। इसके सी साइमन पहले पादरी थे। प्राचीन बनारस के परिकल्पनाकार जेम्स प्रिंसेप ने इस गिरजाघर को सजाने के लिए अपने सपनों के रंग भरे। बात 1917 की है, जब प्रिंसेप बनारस आए और आराधना के लिए जगह तलाश कर रहे थे। लोगों ने उन्हें इस गिरजाघर का रास्ता और महत्ता बताई। सृजनधर्मी प्रिंसेप के मन को यह स्थान इतना रास आया कि गिरजाघर के ऊपर एक भव्य मीनार बनवाई और साज संवार भी कराई। फरवरी 1960 में काशी भ्रमण पर आई एलिजाबेथ और प्रिंस फिलिप ने इस गिरजाघर में आराधना की और इसकी भव्यता देख कर काफी प्रशंसा की। चर्च परिसर में रह रहे पाल जिनिया के पिता जान जिनिया का परिवार ही शुरू से इसकी देखरेख करता है। उनके परिवार वालों की मानें तो काशी नरेश व स्काटलैंड के राजकुमार प्रिंस जॉन डियूक ने भी  इस चर्च में प्रार्थना कीं थीं। एनी बेसेंट भी काशी प्रवास के दौरान यहां प्रार्थना के लिए आया करती थीं। 

ईश्वर के निरंकार रूप की प्रार्थना करने वाले प्रोटेस्टेंट ईसाईयों का राष्ट्र प्रेम ही था कि उन्हें धर्म स्थल में भी अंग्रेजी सत्ता स्वीकार नहीं थी। उनके प्रयासों से आज यह गिरजाघर चर्च ऑफ नार्थ इंडिया (सीएनआई) के अधीन है। इस गिरजाघर की छत कुछ वर्ष पहले पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी थी। दीवारों के प्लास्टर उखड़ गए, कई स्थानों पर ईंटें दिख रही है। दीवारों पर उभरी कलाकृतियां सुरक्षित तो थीं लेकिन ईंट और बालू से ढक जाने के बाद उनके सौंदर्य का कोई मतलब ही नही रह गया था। हेरिटेज में शामिल इस ऐतिहासिक चर्च की प्राचीनता को बचाने के लिए न तो मसीही समुदाय आगे आ रहा है और न ही चर्च से कुछ दूर पर आलीशान बंगले में रहने वाले कैथोलिक सूबे के सबसे बड़े धर्म गुरु, जो अपने को समस्त ईसाई धर्म ही नहीं बनारस की गंगा जमुनी तहजीब का अगुवा भी कहते। मैत्री भवन से लेकर कई सौहार्दपूर्ण संस्थाएं चलाने का उनका दावा है। वहीं प्रोटेस्टेंट समुदाय आपसी खींचतान में ही सदैव फंसा रहा है। कभी पादरियों के वेतन, तो कभी चर्च पर कब्ज़ा आदि से ही वो बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। हालांकि तेलियाबाग सीएनआई चर्च के पादरी आदित्य कुमार विश्वास दिलाते हैं कि इस संबंध में वो इलाहाबाद और दिल्ली में बैठे धर्माध्यक्षों से बात करेंगे। वर्तमान में विशेष अवसरों पर लाल गिरजाघर के पादरी चर्च भवन के बाहर प्रेयर कराते हैं। चर्च में चार कमरे हैं, पोर्टिको, हॉल और विशाल बागीचा है। इसे चर्च ऑफ इंग्लैण्ड, गैरिसन चर्च और आर्मी चर्च के नाम से भी इस चर्च को पुकारा जाता हैं।

बच्चों के शास्त्रीय, लोक नृत्य तथा जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति ने मोहा सबका मन


Varanasi (dil India live). काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव 2024 के अंतर्गत केंद्रीय तिब्बती उच्च अध्ययन विश्वविद्यालय, सारनाथ, वाराणसी में 10 से 18 आयु वर्ग के बच्चों द्वारा एकल, युगल व समूह में विभिन्न नृत्य कलाओं की प्रस्तुति दी गई। नृत्य विधा के तहत बच्चों द्वारा शास्त्रीय नृत्य  कथक, भरतनाट्यम, ओडीसी, लोक नृत्य तथा जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति की गई। 


कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि संजय सिंह (प्रतिनिधि कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर) द्वारा दीप प्रजज्वलन व सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी के रूप में अपर नगर मजिस्ट्रेट (प्रथम) शांतनु कुमार नके आयोजन व कलाकारों की प्रस्तुति को सराहा। सांस्कृतिक नृत्य कार्यक्रम के विजेताओं के निर्णायक मंडल में बनारस संगीत घराने के रविशंकर मिश्रा, ममता टंडन एवं डॉ दिव्या श्रीवास्तव की अहम भूमिका रही।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि,  नोडल अधिकारी  एवं  निर्णायक मंडल का स्वागत पुष्प एवं अंगवस्त्र देकर खंड शिक्षा अधिकारी चिरईगांव प्रीति सिंह के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालनात्मक  आलोक कुमार मौर्य अर्चना सिंह एवं अलका श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर श्री मनीष कुशवाहा ,श्रीनिवास सिंह, बाकर जहीर एवं मोहम्मद इकराम, संतोष तिवारी आदि अन्य गणमान्य व्यक्ति और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे l


सोमवार, 23 दिसंबर 2024

Christmas celebrations में पहुंचे वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली

बोले, सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण एवं आशा का संदेश देना



Varanasi (dil India live). आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती से आगे बढ़कर दूसरे ग्रहों की ओर अग्रसर है। मनुष्य के पास सब कुछ है, फिर भी आज वह अशांत है। संचार साधनों के विकास ने विश्व को विश्व ग्राम बना दिया है और पूरी दुनिया के इंसान एक दूसरे के रहन- सहन,धर्म और परिवेश से परिचित हैं। भौगोलिक एवं परिवेशीय कारणों से विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग धर्म का जन्म हुआ किंतु सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण है। उक्त बातें आज कैंटोंमेंट स्थित विशप हाउस में क्रिसमस मिलन पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए भारत में वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली ने कही। उन्होंने कहा कि वाराणसी धर्म एवं संस्कृति की प्राचीन नगरी है, इस शहर ने पूरी दुनिया को आपसी भाईचारे का संदेश दिया है। कार्यक्रम का  आरम्भ दीपार्चन के साथ हुआ। 

इस अवसर पर प्रो. रमेशचंद्र नेगी (केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षण संस्थान सारनाथ), भाई धर्मवीर सिंह (ग्रंथी गुरुद्वारा नीचीबाग), प्रो. सुमन जैन बी.एच.यू., डॉक्टर सुनीता चंद्रा (कुलसचिव तिब्बती संस्थान सारनाथ), स्वामी विश्वआत्मानंद (अद्वैत आश्रम), मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी (मुफ्ती–ए–बनारस), प्रो.विशंभरनाथ मिश्र (महंत संकटमोचन मंदिर) आदि ने अपने विचारों द्वारा इस कार्यक्रम की सार्थकता और उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डाला।

विशिष्ट अतिथि के कर कमलो द्वारा मोक्ष नगरी का जीवन दर्शन नामक पुस्तक का लोकार्पण किया गया। सेंट मेरीज स्कूल के बच्चों ने क्रिसमस डांस प्रस्तुत किया तथा फादर प्रज्वल एवं एस.आर.ए. सिस्टर्स ने शांति गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रामसुधार सिंह ने किया। अंत में नव वाणी स्कूल के बच्चों द्वारा प्रस्तुत राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर पादरी बेन जान, फॉ. थॉमस, फॉ. फिलिप डेनिस, फॉ. यान, विश्वनाथ गोकर्ण, वरिष्ठ पत्रकार ए के लारी, डॉ मोहम्मद आरिफ, सैयद फरमान हैदर आदि मौजूद थे। आभार बिशप यूजीन ने दिया।

Maheshwar singh रेलवे बोर्ड में महानिरीक्षक (प्रशासन) बने


Chandoli (dil India live).चंदौली जिले के सकलडीहा विकास खंड के बरठी ग्राम के निवासी तथा भारतीय रेलवे सुरक्षा बल सेवा (आई .आर .पी .एफ .एस.) के 1998 बैच के वरिष्ठ अधिकारी महेश्वर सिंह पदोन्नति के उपरान्त रेलवे बोर्ड, भारत सरकार में महा निरीक्षक (प्रशासन) के पद पर पदस्थापित किए गए हैं। महेश्वरसिंह बरठी ग्राम के प्रतिष्ठित नागरिक नागेश्वर सिंह के कनिष्ठपुत्र हैं।

महेश्वर सिंह ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा राष्ट्रीय विद्या मंदिर, बरठी एवं सकलडीहा इंटर कॉलेज से पूर्ण करने के उपरांत इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक एवं स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की एवं सिविल सेवा परीक्षा, 1998 के माध्यम से भारतीय रेलवे सुरक्षा बल सेवा में चयनित हुए। वे पूर्व में रेलवे सुरक्षा बल के जोधपुर,दानापुर,सोनपुर, खड़गपुर तथा रांची मण्डलों में मण्डल सुरक्षा आयुक्त तथा जबलपुर एवं रेलवे बोर्ड में उपमहानिरीक्षक पद पर पदस्थापित रहे हैं। महेश्वर सिंह को 2006 में डीजी इनसिग्निया, 2008 में भारतीय रेलवे का सर्वोच्च पुरस्कार “ नेशनल अवार्ड फॉर आउटस्टैंडिंग सर्विस “ तथा इसी वर्ष 2024 में भारतीय पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है । इन्हें विभिन्न मंडलों में कुल 8 बार सिक्योरिटी शील्ड मिला है जो कि एक रिकॉर्ड है। महेश्वर सिंह के बड़े भाई राजेश्वर सिंह भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1989 बैच के राजस्थान कैडर के अधिकारी हैं व हाल ही में राजस्थान रेवन्यू बोर्ड के चेयरमैन पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।

रविवार, 22 दिसंबर 2024

अंजुमनों ने अपने नूरानी नातिया कलाम से किया लोगों को फ़ैज़याब

मौलाना जकीउल्लाह कादरी ने नबी की तालीम पर अमल करने पर दिया जोर 


  • sarfaraz Ahmad 
Varanasi (dil India live)। जश्ने ईद मिलादुन्नबी का आयोजन अंजुमन पैगाम-ए-हुसैनी शेख सलीम फाटक, नई सड़क के संयोजन में हंकार टोला बगीचे में किया गया। पाक कुरान की तेलावत से शुरू हुए इस आयोजन की सदारत मौलाना जकीउल्लाह कादरी ने करते हुए जहां नबी की जिंदगी और उनकी तालीम पर रौशनी डाली वहीं उन्होंने नबी की तालीम पर अमल करने पर जोर दिया। इस दौरान तकरीबन दो दर्जन अंजुमनों ने नबी की शान में नातिया कलाम पेश कर लोगों को फैज़याब किया।

अंजुमन खुददामे-ए-चिश्तिया फारुकिया कुदबन शहीद, अंजुमन खुद्दामे खैरुल अनाम राजापुरा, अंजुमन गुलामने वारिस खजूर वाली मस्जिद, अंजुमन एशातुल इस्लाम कुंजीगढ़ टोला, अंजुमन रज़ा-ए-मुस्तफा कर्णघण्टा, अंजुमन अनवारे तैबा कपड़ा मार्केट नयी सड़क, अंजुमन दावते इस्लाम खजूरी, अंजुमन शाहे मदीना काशीपुरा, अंजुमन निजामिया खैराबाद, अंजुमन पैगामे अहले बैत लल्लापुरा, अंजुमन बहारे शरियत दोषीपुरा, अंजुमन गुलामने अहले बैत रेवड़ी तालाब, अंजुमन तकरीबते इस्लामी सराय हड़हा, अंजुमन फलाह-ए-दीन शैख सलीम फाटक, अंजुमन गुलामाने गौसे पाक नई सड़क मैदान, अंजुमन गरीब नवाज बगीचा, अंजुमन फिरदौसे अदब चाहमामा, अंजुमन जानीसारे सहाबा टांडा, अंजुमन फारुकिया भीकाशाह गली, अंजुमन गुलामने सहाबा अम्बिया मंडी, अंजुमन इलाहिया कोयला बाजार व अंजुमन सुन्नते रसूल सरैया ने अपने नूरानी नातिया कलाम से लोगों को बांधे रखा।

इस दौरान जीती हुई अंजुमनों में पहला प्राइज अंजुमन फ्लाह-ए-दीन शेख सलीम फाटक को युवा समाजसेवी अहमद रज़ा बाबू ने अपने हाथों से इनाम दिया। आयोजन में सैफ कुरैशी, साकिब बेग, ज़ैद, अमन खान, तारिक खान, मुन्ने बाबू आदि लोग व्यवस्था संभाले हुए थे। 

शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024

अम्बेडकर विवाद के बीच Amit Shah से कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा

संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर के विरुद्ध की गई  टिप्पणी से कांग्रेस दुखी


Varanasi (dil India live). संसद के अंदर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विरुद्ध की गई अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में आज वाराणसी में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया। कचहरी स्थित अंबेडकर प्रतिमा से पैदल मार्च करते हुए कांग्रेसजन जिला मुख्यालय पहुंचकर संबंधित अधिकारी को एक ज्ञापन भी सौपा। पैदल मार्च के दौरान कांग्रेसजन अमित शाह मुरादाबाद, अमित शाह माफी मांगो, अमित शाह इस्तीफा दो, अमितशाह को बर्खास्त करो जैसे नारे लगाते हुए चल रहे थे। जिला मुख्यालय पहुंचकर कांग्रेसजनों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया। 

विरोध प्रदर्शन पैदल मार्च में प्रमुख रूप से निवर्तमान जिला अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, निवर्तमान महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, निवर्तमान प्रदेश सचिव उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी फसाहत हुसैन बाबू, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, डा०राजेश गुप्ता, अशोक सिंह, अनुराधा यादव, पूनम विश्वकर्मा, सतनाम सिंह, राम श्रृंगार पटेल, राजूराम रोहित दुबे ऋषभ पांडे, प्रमोद वर्मा सहित सैकड़ो लोग शामिल थे।


गुरुवार, 19 दिसंबर 2024

गांधी जी की विरासत 'सर्व सेवा संघ' बचाने के लिए किया"सत्याग्रह"



सईत्याग्रह: मार्च निकाल कर की, शास्त्री घाट पर सभा

Varanasi (dil India live). आज 19 दिसंबर को शास्त्री घाट वाराणसी पर सर्व सेवा संघ परिसर के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर सभा की गई। दरअसल गांधी जी की विरासत 'सर्व सेवा संघ' बचाने के लिए सौ दिन तक चले "सत्याग्रह" के बाद आज शास्त्री घाट पर गांधीवादी न सिर्फ मार्च निकालकर जुटे बल्कि एक बड़ी सभा भी की। इस दौरान संविधान की रक्षा के लिए तथा गांधी विनोबा भावे की विरासत को बचाने का संकल्प भी लिया गया।

आयोजन में वक्ताओं ने संकल्प दिवस पर आयोजित सत्याग्रह में भाग लेते हुए कहा कि आज देश व प्रदेश में ऐसी सरकारें है जो लोकतंत्र और संविधान के बिलकुल खिलाफ चल रही है जब तक इन सरकारों का सफाया नहीं होगा तब तक देश में अमन, शांति, हक और अधिकार स्वतंत्रता एवं बंधुता  कायम नहीं हो सकती। इसके लिए देश के लोगों को एकजुट होकर इस अन्याय, जुल्मी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करना पड़ेगा तभी जाकर के गांधीजी, जयप्रकाश नारायण और लोहिया जी का सपना पूरा होगा। सर्व सेवा संघ का प्रकाशन कब शुरू होगा कार्यक्रम में अखिलेश प्रताप, राम धीरज, नारायण, शमीम मिल्की, इंद्रजीत शर्मा, तिलकधारी बिंद, धर्मेंद्र सिंह, कुमार प्रशांत आदि सैकड़ों लोग शामिल थे।


Iram Naaz को गोल्ड मेडल, गणितज्ञ बनने का ख्वाब


Lucknow (dil India live)। इरम नाज़ पत्नी ईशान अंसारी इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में सत्र 2023–24 में एम एस सी (गणित) द्वितीय वर्ष परीक्षा में सबसे अधिक (94.66%) अंक अर्जित कर यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडलिस्ट का खिताब जीता।

इरम नाज़ के इस खिताब से उनके पति ईशान अंसारी, इरम के पिता डॉक्टर शमशाद अहमद, भाई, बहन सभी फूले नहीं समा रहे है। इरम का कहना है कि मेरे इस श्रेय के पीछे मेरे फैकल्टी के प्रोफ़ेसर है, जिनके सही मार्ग दर्शन से मैं इतने अंक अर्जित कर पाई, साथ ही साथ मेरे पति, पिता, भाई, बहनों तथा दोस्तों की दुआएं और ईश्वर की कृपा मेरे साथ रही। मेरे पति (जो सॉफ्ट वेयर इंजीनियर) ने शादी होने के बावजूद मेरे एक दोस्त बनकर, सभी कठिन परिस्थिति में हर समय मेरे साथ खड़े रहते थे, और हमेशा कहते थे कि तुम एक दिन जरूर अच्छी गणितज्ञ बनोगी और युवा पीढ़ी का मार्गदर्शक बनोगी। 


इरम नाज़ की ख्वाहिश है कि मैं आगे नेट, जे आर एफ और पी एच डी करने के बाद एक अच्छी शिक्षक बनकर मै हजारों बच्चों के भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर सकूं, जिससे हमारी युवा पीढ़ी को गणित में किसी भी प्रकार की कठिनाई न महसूस हो सकें। गणित एक बहुत ही अच्छा, और आत्म विश्वास में बल देने वाला विषय है जो सीखना कठिन नहीं है।

Prabhat Pandey के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जाए-कांग्रेस

विधानसभा घेराव के दौरान पुलिसिया उत्पीड़न में मारे जाने का कांग्रेस ने लगाया आरोप


Varanasi (dil India live). विधानसभा घेराव के दौरान मृत, गोरखपुर के रहने वाले उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव प्रभात पांडेय के निधन से पूरा कांग्रेस परिवार मर्माहत है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पुलिसिया उत्पीड़न में प्रभात की मौत हुई। 

स्व. श्रद्धांजलि देने प्रभात को वाराणसी जिला व महानगर कांग्रेस कमेटी के बैनर तले आजाद पार्क लहुराबीर में कैंडल जलाया गया। इस दौरान 2 मिनट का मौन रखकर मृतक प्रभात पांडेय को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कांग्रेसजनो ने सरकार से प्रभात पांडे के परिवार को1 करोड़ का मुआवजा, परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।                             श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव फसाहत हुसैन बाबू, अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी ओकास अंसारी, अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, डा.राजेश गुप्ता, विनीत चौबे सहित दर्जनों कांग्रेस जन उपस्थित रहे।

राज्यस्तरीय कला प्रतियोगिता में वाराणसी के शिक्षक महेन्द्र का चयन

लखनऊ में कला, क्राफ्ट और पपेट्री प्रतियोगिता में चयन पर जताई गई खुशी 


Varanasi (dil India live)। विकास खंड चिरईगांव के कंपोजिट स्कूल कोटवां के सहायक अध्यापक महेंद्र प्रसाद का राज्य स्तर पर लखनऊ में आयोजित कला, क्राफ्ट और पपेट्री प्रतियोगिता में चयन होने पर वाराणसी के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार पाठक, चिरईगांव की खंड शिक्षा अधिकारी प्रीति सिंह सहित शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने  बधाई व शुभकामनाएं दी हैं।  
देखें पूरी सूची किस जिले से कौन कौन चयनित हुए हैं।

महेंद्र प्रसाद का प्रदेश में चयन होने पर वाराणसी और चिरईगांव के अध्यापकों के लिए हर्ष का विषय है। प्रदेश स्तर पर प्रतियोगिता का आयोजन 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक एससीईआरटी लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में किया गया था। इस प्रतियोगिता का परिणाम जारी हुआ जिसमें बनारस से महेंद्र प्रसाद चयनित हुए हैं।

Congratulations: विद्याज्ञान प्रवेश परीक्षा में अनन्य मौर्य के चयन से हर्ष


Varanasi (dil India live). 19 दिसंबर 2024 को ग्राम ठटरा सेवापुरी निवासी आतिश उर्फ मुलायम मौर्य की पुत्री अनन्य मौर्य ने विद्याज्ञान कक्षा 6 प्रवेश परीक्षा पास कर अपने परिवार और विद्यालय का मान सम्मान बढ़ाया। अनन्य पीएम श्री प्राथमिक विद्यालय ठटरा प्रथम विकास क्षेत्र सेवापुरी वाराणसी की कक्षा 5 में अध्यनरत छात्रा है। पता हो कि विद्याज्ञान की योग्यता-आधारित छात्रवृत्तियाँ, शिक्षा में उत्कृष्टता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं। हर साल, संगठन वंचित पृष्ठभूमि से असाधारण रूप से प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान करता है और उन्हें अपने विश्व स्तरीय आवासीय विद्यालयों में पढ़ने के लिए पूर्ण छात्रवृत्ति प्रदान करता है। हजारों छात्रों के बीच इस वर्ष जनपद से कुल 12 छात्र एवं 40 छात्राओं ने परीक्षा पास की है।

अनन्य की कक्षा अध्यापिका नीलम केशरी ने बताया कि अनन्य के माता-पिता अनन्य की पढ़ाई को लेकर काफी जागरूक हैं। अनन्य भी पढ़ने में खूब मेहनत करती है।कक्षा अध्यापिका के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले अध्यापक अब्दुर्रहमान का कहना है कि हम लोग तैयारी करने वाले बच्चे को अपनी देख -रेख में बगैर किसी कोचिंग और ऑनलाइन कक्षाओं के अपनी कक्षा कक्ष में ही अतिरिक्त समय निकल कर बच्चों को तैयारी करा रहे हैं।

खुशी के इस अवसर पर डायट प्राचार्य उमेश कुमार शुक्ला,खंड शिक्षा अधिकारी संजय यादव ,विद्यालय के प्रधानाध्यापिका रेनू गुप्ता,नीलम केशरी, कल्पना सिंह,अनवरुद्दीन अंसारी अब्दुर्रहमान,मनीष कुमार गौंड,संयोगिता पाण्डेय,जागृति सिंह,अंजली आर्य सहित सैकड़ों अध्यापकों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मंगलवार, 17 दिसंबर 2024

Christmas की तैयारियों ने पकड़ा जोर, घरों से कालोनियों में गूंज रहा कैरोल

कहीं Christmas पर ट्री, तो कहीं चरनी बनाने की होड़ 


Varanasi (dil India live). Christmas 2024 की तैयारियों ने अब जोर पकड़ा लिया है, चर्चेज में हर दिन रंगारंग धार्मिक आयोजन हो रहे हैं तो वहीं घरों से लेकर कालोनियों तक में गूंज रहा कैरोल गीत। इससे पहले जहां तेलियाबाग सीएनआई चर्च में कैंडल लाइट सर्विस का आयोजन फादर पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में हुआ वहीं लाल चर्च में भी यीशु आगमन पर कैरोल गीत की गूंज सुनाई दी, बेथलहम की ठंडी हवाओं धीरे से आओ, धीरे से जाओ, सोया है यीशु छूकर न जाओ...धीरे से आओ जाओ...। 


तेलियाबाग चर्च में पादरी आदित्य ने कहा कि प्रभु ने कहा मैं जगत की ज्योति हूं। उन्होंने जगत की ज्योति के रूप में जन्म लिया ताकि पाप रूपी अंधकार को संसार से मिटाकर मानव जाति में आनंद, शांति, करुणा, दया और आपसी प्रेम स्थापित हो सके। इस मौके पर मिथिल विलयम, विशाल ल्यूक, कुशल प्रकाश, डेविड, विजय दयाल, सुदेश प्रकाश, सुदीप महापात्रा, कंचन, श्रेया, रोमा, प्रार्थना, सनी आदि सैकड़ों लोग मौजूदथे।

चर्च आफ बनारस में पादरी बेनजान ने कहा कि क्रिसमस प्रभु यीशु के आगमन का दिन है। वो प्रभु यीशु जो हमारे पापों से हमें मुक्ति दिलाने आएंगे। सेंट मैरीज महागिरजा में एक बड़ी चरनी तैयार करने में कलाकार जुटे हुए हैं। इसकी भव्यता क्रिसमस पर देखते ही बनेगी।


Varanasi k Dalmandi में हुई मौजूदा सड़क की नाप-जोख

दुकानों की स्थिति भी नगर निगम की टीम ने देखी परखी


Mohd Rizwan 
Varanasi (dil India live)। अतिक्रमण एवं जाम से निजात दिलाने के लिए मंगलवार को सरकारी अमला दालमंडी पहुंचा और भवनों व दुकानों की नाप जोख शुरू की। इस दौरान सड़क चौड़ीकरण को लेकर नगर निगम की टीम ने नापी के अनुसार अतिक्रमण की स्थिति काफी गंभीर बताई।

निगम कर्मचारियों का कहना था कि कुछ भवन और दुकानें अवैध रूप से अतिक्रमित हैं और इन्हें हटाने की आवश्यकता है। इस पर निगम अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई करेगा और दालमंडी के चौड़ीकरण के लिए योजना बनाई जा रही है। यह अभियान चौक से शुरू होकर नई सड़क तक चला। जिससे वहां लोगों में काफी सुगबुगाहट और अफरातफरी का माहौल देखा गया।

Gouriganj के girija Shankar की जमानत अर्जी खारिज

रंगदारी मांगने पर जालसाज गिरिजा शंकर जायसवाल पर भेलूपुर थाने में दर्ज हुआ था केस

Mohd Rizwan 
Varanasi (dil India live)। विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, (तृतीय) सपना शुक्ला की अदालत ने होटल व्यवसायाई से रंगदारी मांगने के मामले में गौरीगंज थाना भेलूपुर निवासी जालसाज गिरिजा शंकर जायसवाल के अपराध की गम्भीरता को देखते हुए जमानत अर्जी खारिज कर दी। अदालत में जमानत अर्जी का विरोध वादी के अधिवक्ता वरूण प्रताप सिंह ने किया। 

अभियोजन पक्ष के अनुसार, वादी मुकदमा राजेश तिवारी अलका होटल मीरघाट में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। 15 जनवरी 2024 को वह अलका होटल से रोज की भांति रात्रि साढ़े 10.30 बजे अपने घर जा रहा था कि भुतेश्वर गली के पास एक आदमी ने तिवारी आवाज देकर रूकने का इशारा किया तो उसने अपनी गाड़ी जंगमबाडी मठ के पहले अग्रवाल फर्नीचर की दुकान के सामने रोकी। उसने अपना मोबाइल जो कि चालू था देकर कहा कि लो गिरजा जायसवाल से बात करो तब एक दूसरे व्यक्ति ने आकर कमर में नुकीला चीज सटा कर बोला कि शोर करोगे तो हम लोग तुम्हे गोली मार देगे। उसने ज्योहि मोबाइल लेकर हेलो बोला तो उधर से आवाज आई कि मै गिरजा शंकर जायसवाल बोल रहा हूँ। वह आवाज सुनते ही समझा गया कि यह वही गिरजा शंकर जायसवाल है जो कि पहले भी हम लोगो को परेशान करते रहते है तथा गाली देते हुए कहा कि जो मुकदमा तुम और तुम्हारा मालिक विनय चौधरिया किये हो उसे उठा लो तथा एक लाख रूपये महीने की मांग किया तथा धमकी दिया कि तुम और तुम्हारा मालिक पुलिस के पास गये तो धन्धे के साथ जान से भी जाओगे। वह बहुत डर गया और उन लोगो ने उसके पास से 23,500/-रू0 ले लिये।

सोमवार, 16 दिसंबर 2024

अभी क्यों उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई नई है...

बेनियाबाग मैदान में शायरों से गुलज़ार रही सर्द शब

शबीना अदीब के अशरार ने लूटी वाहवाही, बनारसी कलाम भी लोगों को आएं पसंद 

Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live)। बेनियाबाग के सिमट चुके मैदान में इतवार की शब शायरों से गुलज़ार रही, एक तरफ सर्द हवाएं बह रही थी तो दूसरी ओर नबी पर नातिया कलाम से गुल ए सबा ने मुशायरे की इब्तिदा की। कभी शायर हालाते हाजरा तो कभी इश्क और मां की मोहब्बत से सामइन से दाद लेने की भरसक कोशिश करते दिखाई दिए। मशहूर शायरात शबीना अदीब के अशरार ने खूब वाहवाही, हालांकि उनके पेश किए कलाम बनारस के लोगों के ज़ेहन में पहले से ही ताज़ा थे। इस दौरान बनारसी शायरों के कलाम भी लोगों की दाद लेने में कामयाब नज़र आएं। शबीना अदीब ने जब तरन्नुम में पढ़ा,


खामोश लब हैं झुकी हैं पलकें, दिलों में उल्फत नई-नई है, अभी तकल्लुफ है गुफ्तगू में, अभी मोहब्बत नई-नई है। लोग झूम उठे। उनकी अगली कड़ी, अभी न आएंगी नींद न तुमको, अभी न हमको सुकूं मिलेगा अभी तो धड़केगा दिल ज्यादा, अभी मुहब्बत नई नई है...। बनारस मुशायरा में शबीना अदीब ने फिर शायरी की, बहार का आज पहला दिन है, चलो चमन में टहल के आएं, फिजा में खुशबू नई-नई है गुलों में रंगत नई नई है। जो खानदानी रईस हैं वो मिजाज रखते हैं नर्म अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है। ज़रा सा कुदरत ने क्या नवाज़ा के आके बैठे हो पहली सफ में, अभी क्यों उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई नई है...।

कानपुर से आयीं शबीना अदीब के बाद इस्माइल नजर ने अपनी शायरी से लोगों को बांधे रखा। इस दौरान जब अमजद खान ने मेरी नजरों में मुहब्बत का वो हकदार नहीं, गम के मारों को जिसे कोई सरोकार नहीं..पढ़कर खूब तालियां बटोरी। डॉ. प्रशांत सिंह ने अपने कलाम से लोगों को खूब हंसाया तो अलीशा मेराज ने बेटी व वालिद की मोहब्बत पर शायरी की।  

अरशद मेहताब ने, घर से मैं अपने मां की दुआ लेकर आया हूं.. सुनाकर मां की अहमियत पर रौशनी डाली। मोहन मुंतजिर, इस्माईल नजर, धर्मराज उपाध्याय, सलीम शिवालवी, डॉ प्रशांत सिंह ने खूबसूरत शायरी से लोगों को आखिर तक बांधे रखा। शायरों का खैरमकदम कमेटी के सदर अनिल यादव बंटी ने व निजामत सुधांशु श्रीवास्तव व दमदार बनारसी ने किया।

UP के First woman Technology park को विस्तारीकरण की दरकार

बसनी में स्थापित पार्क गांव की महिलाओं की प्रतिभा और उत्पादकता को दे रहा बढ़ावा

प्रौद्योगिकी के माध्यम से सशक्तिकरण की है पहल, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को इस सम्बन्ध में भेजा गया पत्र

केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इस केन्द्र के विस्तारीकरण की आवश्यकता पर दिया था जोर


Varanasi (dil India live). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पिंडरा विधानसभा स्थित बसनी में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की प्रतिभा और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश का पहला रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क (आरडब्ल्यूटीपी), मार्च 2018 में स्थापित किया गया था। इसका उद्घाटन 27 दिसंबर 2018 को एमएस राव (आईएएस), प्रबंध निदेशक, डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और घरो में कार्य कर रही महिलाओं को डिजिटल तकनीकों का उपयोग जैसे ज़री-ज़रदोज़ी, चिकनकारी, हस्तशिल्प डिज़ाइनिंग, ई-गल्ला सॉफ़्टवेयर के माध्यम से उद्यम विकास में महिलाओं को प्रशिक्षित करना और  उनकी आर्थिक स्तिथि को मजबूत करते हुए उनके आजीविका संवर्धन का विकास करना तो था ही साथ ही मल्टी मीडिया के माध्यम से उन्हें जागरूक करना भी था। केन्द्र के संचालक की मानें तो यहाँ से 3 वर्षो (2018–2021) में करीब 5000 से ज्यादा महिलाओ को प्रशिक्षित किया गया। इस पार्क के कार्यो से प्रभावित होकर के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने 3 सफल महिलाओं से वर्चुअल वार्ता किया था, तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन महिलाओ को बुलाकर सम्मानित किया। उक्त पार्क का संचालन साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, वाराणसी और डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। 

साईं इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट द्वारा इस पार्क का संचालन किया जा रहा है। परियोजना समाप्त होने (2021) के बाद भी, संस्थान अपने सीमित संसाधनों और सीएसआर फंड की मदद से महिलाओं को लगातार प्रशिक्षण दे रहा है। वर्तमान में, केंद्र में महिलाओं को पारंपरिक कलाओं और शिल्पों के साथ-साथ काशी के मंदिरों के पुष्प अपशिष्ट से उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें अगरबत्ती, धूप, हवन कप और अन्य उत्पाद शामिल हैं।

साईं इंस्टिट्यूट और रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क के निदेशक अजय सिंह ने बताया कि परियोजना समाप्ति के पश्चात संस्थान अपने सिमित संसाधनों और विभिन्न विभाग और सी.एस.आर. फण्ड से महिलाओं को प्रशिक्षित कर रहा है, इस टेक्नोलॉजी पार्क का निरीक्षण करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इस केंद्र के विस्तारीकरण की आवश्यकता पर बल दिया था ताकि इसका लाभ अधिक महिलाओं तक पहुंच सके। साथ ही इस पार्क के कार्यों की सराहना भारत सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों ने की है, जैसे डॉ. अजय कुमार, पूर्व रक्षा सचिव, भारत सरकार, डॉ. अभिषेक सिंह, प्रबंध निदेशक, डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन, तथा अतिरिक्त सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार, हिमांशु नागपाल, आईएएस, मुख्य विकास अधिकारी, वाराणसी, आर.के. राय, अतिरिक्त विकास आयुक्त, एमएसएमई, भारत सरकार, डॉ० जी. एन. सिंह, तकनीकी सलाहकार, मुख्यमंत्री उ.प्र. सरकार ने निरीक्षण करके इस पार्क के कार्यो की सराहना कर चुके है।

विस्तारीकरण के लिए पहल

साईं इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट के निदेशक अजय सिंह ने बताया कि इस केंद्र को नए क्षेत्रों में विस्तारित करने और इसे नवीनतम तकनीकों से सुसज्जित करने के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, और विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों और अधिकारियों को पत्र भेजा गया है। उन्होंने कहा कि इस पहल से महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिलेगी। संस्थान का यह प्रयास ग्रामीण महिलाओं की आकांक्षाओं और उद्यमशीलता की भावना को नया आयाम देने के लिए प्रतिबद्ध है।

रविवार, 15 दिसंबर 2024

Varuna Nadi की दुर्दशा पर बुद्धिजीवियों ने व्यक्त की चिंता

'वरुणा' और 'असि' को पुनर्जीवित किए बिना गंगा का निर्मलीकरण संभव नहीं

जन सहभागिता  व प्रशासनिक इच्छा शक्ति से ही वरुणा का पुनरुद्धार संभव

साझा संस्कृति मंच, प्रौद्योगिकी संस्थानों के प्रतिनिधियों की  संयुक्त बैठक


Varanasi (dil India live)। गंगा के निर्मलीकरण और अविरल प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए उसकी सहायक नदियों को भी स्वच्छ और निर्मल बनाना ही होगा।   वाराणसी नाम की पहचान देने वाली दोनों नदियों 'वरुणा' और 'असि' को पुनर्जीवित किए बिना गंगा का निर्मलीकरण संभव नहीं होगा। इन नदियों का जन सहभागिता और प्रशासनिक इच्छा शक्ति से ही पुनरुद्धार संभव होगा। नेपाली कोठी नदेसर स्थित साझा संस्कृति मंच के कार्यालय में रविवार को आयोजित बैठक में वक्ताओं ने उक्त विचार व्यक्त किये ।


वरुणा नदी पुनरुद्धार संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर आयोजित बैठक में प्रमुख रूप से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी मुम्बई एवं आईआईटी काशी हिन्दू विश्व विद्यालय तथा पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट देहरादून के वैज्ञानिक, पर्यावरण के प्रति सचेत नागरिक, पर्यावरण कार्यकर्ता, भूसेवा जल सेवा अभियान के कार्यकर्ता, वरुणा नदी संवाद यात्रा के सदस्य और साझा संस्कृति मंच के सदस्य शामिल रहे। बैठक के पूर्व नदी वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने शास्त्री घाट पर वरुणा नदी की स्थिति का अवलोकन किया।


वक्ताओं ने कहा कि वरुणा नदी में गिर रहे मल जल और कचरे को पूरी तरह रोकना, नदी के उद्गम से संगम तक दोनों किनारों पर सघन हरित पट्टी और शारदा सहायक से अधिक जल की उपलब्धता से नदी को पुनर्जीवित किया जा सकता है। इसके साथ ही नदी किनारे के जल स्रोतों कूप, तालाब, पोखर आदि को पुनर्जीवित करना, वर्षा जल का अधिकतम संचय किया जाना आदि भी आवश्यक होगा।
बैठक में आईआईटी मुंबई के प्रो ओम दामानी, आईआईटी बीएचयू के प्रो प्रदीप कुमार मिश्र, पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट देहरादून के प्रो अनिल गौतम, साझा संस्कृति मंच के संयोजक फादर आनंद, वरुणा नदी संवाद यात्रा के संयोजक राम जी यादव, रामजनम, डॉ मोहम्मद आरिफ, फादर आनंद, रवि शेखर, एकता, सतीश सिंह, राजकुमार, फादर दयाकर, अंशुल अग्रवाल, रोहित, अजय पटेल, नंदलाल मास्टर, अपर्णा, सुरेश प्रताप सिंह, धर्मेंद्र दुबे, प्रेम प्रकाश आदि  ने प्रमुख रूप से विचार व्यक्त किये। बैठक का  संचालन वल्लभाचार्य पाण्डेय, धन्यवाद फादर प्रवीण ने किया।

Khwaja Garib Nawaz के दर से Ajay Rai का बुलावा

  Mohd Rizwan  Varanasi (dil India live)। हज़रत ख़्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिशती ग़रीब नवाज़ रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह से उत्तर प्रदेश कांग्रेस क...