Make In India की वैश्विक उड़ान– BLW की तकनीकी दक्षता का प्रमाण
BLW निर्मित 3300 एचपी का है यह स्वदेशी इंजन
F. Farouqi Babu/Satosh
Varanasi (dil india live). बनारस रेल इंजन कारखाना (BLW) ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय (International) पटल पर India का परचम लहराया है। महाप्रबंधक Naresh pal Singh (नरेश पाल सिंह) के नेतृत्व में BLW द्वारा निर्मित 3300 हॉर्स पावर एसी-एसी डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव का चौथा इंजन आज Mozambique के लिए सफलतापूर्वक रवाना किया गया। यह आपूर्ति मेसर्स राइट्स के माध्यम से 10 इंजनों के निर्माण एवं निर्यात अनुबंध के अंतर्गत की जा रही है। पहले दो इंजन जून 2025 में, तीसरा सितंबर में और चौथा आज 18 अक्टूबर 2025 को निर्यात के लिए भेजा गया। शेष 6 इंजनों का प्रेषण दिसंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
तकनीक, उत्कृष्टता चालक-अनुकूल डिज़ाइन
BLW के ये अत्याधुनिक 3300 एचपी केप गेज (1067 मिमी) Engine 100 किमी/घंटा की गति से दौड़ने में सक्षम हैं। इनमें चालक के लिए रेफ्रिजरेटर, हॉट प्लेट, मोबाइल होल्डर, आधुनिक कैब डिज़ाइन और शौचालय सुविधा जैसी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं दी गई हैं — जो इन्हें न केवल शक्तिशाली बल्कि मानव-केंद्रित बनाती हैं।
विश्वस्तरीय प्रदर्शन की पुनः पहचान
पूर्व में भेजे गए 6 डीजल इंजनों (3000 HP) के उत्कृष्ट प्रदर्शन से प्रभावित होकर मोजाम्बिक रेलवे (CFM) ने बरेका को यह नया अनुबंध सौंपा। यह उपलब्धि भारतीय रेल की निर्माण क्षमता और विश्वसनीयता का जीवंत प्रमाण है।
‘मेक इन इंडिया–मेक फॉर द वर्ल्ड’ की मिसाल
BLW की यह सफलता ‘मेक इन इंडिया’ के उस विजन को साकार करती है जिसमें भारत वैश्विक स्तर पर तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर है। 1956 से अब तक बरेका 10000 से अधिक लोकोमोटिव का निर्माण कर चुका है और वियतनाम, मोजाम्बिक, माली, अंगोला, म्यांमार, श्रीलंका, सूडान सहित कई देशों को सफलतापूर्वक निर्यात कर चुका है।
महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने इस अंतरराष्ट्रीय सफलता के लिए बरेका परिवार के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम भावना, तकनीकी दक्षता और प्रतिबद्धता की सराहना की।