रविवार, 28 दिसंबर 2025

Varanasi Main School फिर Closed

भीषण ठंड के चलते जिलाधिकारी ने जारी किया आदेश 



dil india live (Varanasi). वाराणसी में ठंड और शीतलहर के चलते एक बार फिर कक्षा आठ तक के विद्यालयों को डीएम के आदेश के बाद बंद कर दिया गया है। अत्यधिक ठंड, घने कोहर एव शीतलहर में लगातार वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर जनपद वाराणसी में कक्षा प्री-प्राइमरी से कक्षा आठ तक के सभी विद्यालय 29 और 30 दिसंबर को बंद रहेंगे। यह आदेश राजकीय, परिषदीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, निजी मान्यता प्राप्त तथा सीबीएसई, आइसीएसई सहित सभी बोर्डों पर लागू होगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालयों में शिक्षण कार्य स्थगित रहेगा। आदेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस समय वाराणसी में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, जिससे बच्चों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में, विद्यालयों के बंद रहने से बच्चों को ठंड से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। 

 

Varanasi Main Baba गणिनाथ पूजनोत्सव मनाया गया

मद्धेशिया पारिवारिक मिलन समारोह भी हर्षोल्लास संग मना




dil india live (Varanasi). बाबा गणिनाथ भक्त मण्डल, वाराणसी द्वारा आयोजित बाबा गणिनाथ का भव्य पूजनोत्सव एवं मद्धेशिया पारिवारिक मिलन समारोह रविवार को सारनाथ क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का आयोजन पंचकोसी पांडेयपुर रोड स्थित राजेंद्र गुप्ता (मामा) के लॉन में किया गया, जिसमें समाज के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

समारोह की शुरुआत बाबा गणिनाथ के विधिवत पूजन से हुई। मुख्य अतिथि समाज सेवी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि आज के इस दौड़ भाग के जिंदगी में अपनो के लिए समय निकालना बहुत जरूरी है। उन्होंने आह्वाहन किया कि भारत और नेपाल बंगलादेश में रह रहे बाबा गणिनाथ के अनुयायी इस बार 01 जनवरी को नए साल पर पिकनीक के लिए न जाकर सपरिवार कुल गुरु बाबा गणिनाथ के मंदिर जाए दर्शन पूजन करे तत्पश्चात अपना आगे की दिनचर्या आरंभ करें। इसके पश्चात सामाजिक विषयों पर विचार-विमर्श, वैवाहिक परिचय सम्मेलन तथा वर्ष 2025 में समाज सेवा के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले समाजसेवियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण भूले-बिसरे पारंपरिक खेल जैसे कुर्सी दौड़, पंजा लड़ाओ, चम्मच दौड़ और गायन प्रतियोगिता थी, जिनमें बच्चों से लेकर वरिष्ठजनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

समारोह की अध्यक्षता आलोक कुमार गुप्ता ने की। महामंत्री विशाल कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष विनय कुमार गुप्ता सहित समाज के अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन राजेश कुमार गुप्ता ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में रीता गुप्ता, शीला कांदु, प्रतिभा, अन्नपूर्णा, रोहित, रमेश गुप्ता कॉपी वाले, रमेश गुप्ता, विशाल, आशुतोष, हेमंत, आयुष, राजेश एवं विनय सहित अन्य समाज के वरिष्ठ उपस्थित थे।

Politics: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस पर Rahul Gandhi ने पढ़िए क्या कहा

कांग्रेस केवल राजनीतिक दल नहीं, भारत की आत्मा की आवाज़ भी है -राहुल गांधी


dil india live (new Delhi). भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओ को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा हम उस ऐतिहासिक विरासत और उन महान बलिदानियों को नमन करते हैं जिन्होंने भारत को आज़ादी दिलाई, संविधान की नींव रखी और लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय व समानता के मूल्यों को मजबूत किया।

आंदोलन तेज करने का ऐलान 

राहुल गांधी ने इस मौके पर आंदोलन तेज करने का ऐलान किया। कांग्रेस केवल एक राजनीतिक दल नहीं, भारत की आत्मा की आवाज़ है - जो हर कमजोर, हर वंचित और हर मेहनतकश के साथ खड़ी रही है। संकल्प है कि नफ़रत, अन्याय और तानाशाही के ख़िलाफ़ सत्य, साहस और संविधान की रक्षा की लड़ाई और अधिक मज़बूती से लड़ेंगे।




jan Kalyan Parishad का कार्यकर्ता सम्मेलन

प्रदेश अध्यक्ष गंगा सहाय पाण्डेय का 76 वां जन्मदिन भी मनाया गया


F. Farouqi (Babu) 

dil india live (Varanasi). जनकल्याण परिषद् उत्तर प्रदेश का वार्षिक कार्यकर्ता सम्मेलन अन्नपूर्णा रेस्टोरेंट राम कटोरा सभागार में मनाया गया। सम्मेलन में संस्था के प्रदेश अध्यक्ष गंगा सहाय पाण्डेय का जन्म दिन हर्षोल्लास के वातावरण में केक काटकर मनाया गया। इस अवसर पर सामाजिक कार्य में जिन लोगों ने उदारता व व्यवहारिकता के आधार पर विभिन्न क्षेत्रों में जन सामान्य की सेवा की उनको सम्मानित किया गया व विराट कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया।

   उपस्थित लोगों ने पाण्डेय को जन्मदिन के अवसर पर अंगवस्त्र, पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह के साथ अपनी शुभकामनाएं अर्पित कर दीर्घायु होने की मंगल कामनाएं की तथा सभागार तालियों से गूंजता रहा। इस मौके पर कार्यकर्ताओं व कवियों का उत्साह देखते ही बनता था।

वक्ताओं में एडवोकेट शिव सहाय पाण्डेय, डा. अंजनी कुमार मिश्रा, शमशुल आरफीन, एसपी श्रीवास्तव, विजय शंकर पाण्डेय आदि ने कहा कि गंगा सहाय पाण्डेय अपने समाजिक कार्यों से वाराणसी ही पूरे प्रदेश में पहचाने जाते हैं ये किसी परिचय के मोहताज नहीं है। आप लगभग पचास वर्षों से समाज के लिए अपने जीवन को लगाया है और आज भी इसी कार्य में लगे हुए हैं साहित्यकारों के प्रति इनका स्नेह बरसता रहता है। हमेशा साहित्य व सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से नवोदित कलाकारों व रचनाकारों को मंच प्रदान किया करते हैं।  सभागार में उपस्थित सभी ने एक मुक्त स्वर में वर्तमान प्रदेश सरकार से किसी बड़े सम्मान से सम्मानित करने की अपील की। कार्यक्रम का सफल संचालन संस्था के प्रदेश महासचिव सिद्धनाथ शर्मा सिद्ध ने व धन्यवाद ज्ञापन संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. मंगल प्रसाद सिंह ने किया ।

  कवि सम्मेलन में रचनाकारों ने अपने गीत, ग़ज़ल व हास्य व्यंग के माध्यम से कार्यक्रम को उंचाई प्रदान किया, इसमें  राकेश दूबे, भुलक्कड़ बनारसी, कुमार महेंद्र, डा. आलोक मिश्रा, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, ई. राम नरेश नरेश, सुर्य दीप, इन्द्र जीत तिवारी, दिनेश दत्त त्रिपाठी, मजीद बनारसी, जितेन्द्र श्रीवास्तव, राम बहाल बहाल, शम्भू श्रीवास्तव, एडवोकेट राम अवतार पाण्डेय, विमल बिहारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

शनिवार, 27 दिसंबर 2025

Khwaja k 814 वें सालाना उर्स में लाखों ने लगाई हाजिरी

छठीं का कुल संग ख्वाजा का उर्स मुकम्मल, जन्नती दरवाजा हुआ बंद




मोहम्मद रिजवान 

dil india live (Ajmer) अजमेर शरीफ में 27 दिसम्बर को छठवीं के कुल शरीफ के साथ ही सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती (रजि.) का 814 वां छह दिवसीय सालाना उर्स शनिवार को मुकम्मल हो गया। इस दौरान छह दिन में देशी विदेशी लाखों लोगों ने हाजिरी लगाई। इसी के साथ ही जायरीन का घरों को लौटने का सिलसिला तेज हो गया और जन्नती दरवाजा बंद कर दिया गया।
इससे पहले शनिवार को दरगाह में छठी मनाई गई और कुल की रस्म अदा की गई। शनिवार सुबह आस्ताना शरीफ आम जायरीन के लिए बंद कर दिया गया। सुबह करीब 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक महफिल खाना में कुल की रस्म के तहत शाही चौकी के कव्वालों ने दरगाह दीवान के उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन की सदारत में रंग और बधावा पढ़ा। इस दौरान महफिल खाना में कलंदर और मलंग दागोल की रस्म पेश की गई। कलंदरों ने हैरत अंगेज करतब दिखाते हुए महफिल खाने में कुछ देर दीवान की गद्दी का इस्तकबाल किया। दोपहर करीब सवा बजे कुल की रस्म हुई। रस्म के दौरान आस्ताने में खादिम ही अंदर रहे। 





दरगाह दीवान के उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन ने जन्नती दरवाजे से होकर आस्ताना शरीफ में प्रवेश किया इसके बाद जन्नती दरवाजा बंद कर दिया गया। जन्नती दरवाजा 21 दिसम्बर को उर्स शुरू होने के अवसर पर चांद रात को खोला गया था।रवायत के अनुसार कुल की रस्म के दौरान शाहजहांनी गेट स्थित नौबत खाने से शादियाने बजाए गए। इस दौरान बड़े पीर साहब की पहाड़ी से तोप दागी गई। महाना छठी के अवसर पर सभी के लिए दुआएं की गई और जायरीन को लंगर तकसीम किया गया। इस मौके पर फातिहा पढ़ी गई।

आशिकान-ए-ख्वाजा की आखों में आंसू

सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के छह दिवसीय उर्स के तहत पांच रजब यानी जुमा की रात से ही आशिकान-ए- ख्वाजा दरगाह में नजर आए। दरगाह में हजारों की संख्या में जायरीन की उपस्थित से सभी ने छह रजब यानी शनिवार लगने के साथ ही देर रात दरगाह की दरों दीवारों पर गुलाब जल व केवड़ा जल से छीटें देकर उसे रगड़ रगड़ कर साफ करना शुरू कर दिया था। अनेक आशिकान-ए-ख्वाजा की आखों में आंसू थे। जायरीन ने नम आंखों से ख्वाजा गरीब नवाज से अमन चैन व खुशहाली की दुआएं मांगी। ख्वाजा के उर्स में बड़े कुल की रस्म 30 दिसम्बर को होगी। जो जायरीन बड़े कुल की रस्म अदाकर लौटेंगे वो अजमेर में ठहरे हुए हैं। शेष जायरीन का घरों को लौटने का सिलसिला छठी के कुल के साथ ही शुरू हो गया है।





Guru govind singh के प्रकाश पर्व की खुशियों में डूबी दुनिया

तही प्रकाश हमारा भयो, पटना शहर विखै भव लयो...



dil india live (Varanasi). सिखों के दसवें गुरु श्री गुरू गोविन्द सिंह का 359 वाँ प्रकाशोत्सव 26 एवं 27 दिसम्बर, 2025 को देश दुनिया में हर्षोल्लास के साथ आस्थापूर्वक मनाया गया। Guru govind singh के प्रकाश पर्व की खुशियों में दुनिया भर में उन्हें मानने वाले डूबे रहे। इस दौरान घर से गुरुद्वारों तक में अनेक आयोजन हुए।

पंजाब, यूपी, बिहार, के साथ ही पूर्वांचल में ख़ास कर वाराणसी में दो दिन खास आयोजन हुएं। वाराणसी में समस्त संगत के सहयोग से गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी द्वारा गुरूद्वारा गुरुबाग एवं गुरुद्वारा बड़ी संगत, नीचीबाग में बड़े ही श्रद्धा व उत्साह से यह पर्व मनाया गया। वाह प्रगट्यो मरद अंगमंड़ा वरयाम अकेला, वाह-वाह गोविन्द सिंह आपे गुरू चेला, का शबद एवं बोले सो निहाल सत्श्री अकाल का जयकारा गूर्जता रहा। दोनों गुरुद्वारों में दरबार साहिब को फूल-माला एवं बिजली की झालरों से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। हजारों लोगों ने पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को मत्था टेका।

प्रातः 3:45 बजे से 4:15 तक गुरुद्वारा बड़ीसंगत, नीचीबाग में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का सुहाना स्वागत हुआ। फूलों से सजी पालकी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की परिक्रमा में सैकड़ों गुरू प्रेमियों ने भाग लिया एवं शबद कीर्तन गायन कर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश हुआ। प्रातः 4:15 बजे से 5:00 बजे तक नाम सिमरन व 7:30 बजे तक शबद कीर्तन हुआ। 40 दिन तक चलने वाली तीन प्रभात फेरियां एवं श्री अखण्ड पाठ साहिब जी का लड़ीवार पाठ का समापन, अरदास एवं प्रसाद वितरण हुआ। 

इससे पहले गुरुद्वारा, गुरुबाग में 26/12/2025 को रात्रि 06:30 बजे से 09:30 बजे तक दिवान सजा जिसमे बाहर से आये भाई राय सिंह जी दरबार साहिब अमृतसर वाले एवं USA वाले भाई बलजीत सिंह ने कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया उपरान्त गुरू का अटूट लंगर बरताया गया।


 

साचु कहीं सुन लेहु सभैं

27/12/2025 को सबेरे 09.00 बजे से 02.00 बजे तक कीर्तन दीवान सजा, जिसमें भाई राय सिंह जी दरबार साहिब अमृतसर वाले एवं USA वाले भाई बलजीत सिंह जी तथा भाई नरिंदर सिंह, हजूरी रागी जत्था गुरुद्वारा, गुरूबाग एवं भाई रकम सिंह जी हजूरी रागी जत्था गुरुद्वारा, बड़ीसंगत, नीचीबाग वालों ने शबद कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया। गुरुद्वारा, गुरुबाग में मुख्य ग्रंथी भाई रंजीत सिंह जी दीवान समाप्ति अरदास की एवं प्रसाद वितरण हुआ तथा गुरु का अटूट लंगर बरताया गया। गुरुद्वारा, नीचीबाग में 27.12.2025 को सायं का दिवान 07.00 बजे से रात्रि 01.00 बजे तक दीवान सजा, जिसमें काफी संख्या में लोगों ने श्रद्धापूर्वक मत्था टेका। गुरुद्वारा साहिब की भव्य सजावट की गयी थी। भाई राय सिंह दरबार साहिब अमृतसर वाले एवं USA वाले भाई बलजीत सिंह, भाई नरेन्द्र सिंह, हजूरी रागी जत्था गुरुद्वारा, गुरूबाग व भाई रकम सिंह हजूरी रागी जत्था गुरुद्वारा, बड़ीसंगत, नीचीबाग वालों ने "साचु कहीं सुन लेहु सभैं, जिन प्रेम कियो तिनही प्रभ पायो" व "मानस की जाति सबै एकै पहिचानवो शबद कीर्तन एवं उपदेश द्वारा संगत को निहाल किया।

अखण्ड पाठ साहिब की समाप्ति
गुरू पर्व पर श्री अखण्ड पाठ साहिब की समाप्ति एवं आरती हुई। गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी द्वारा संगत को प्रकाशोत्सव की बधाईयां व धन्यवाद दिया गया। दीवान समाप्ति पर गुरुद्वारा, बड़ीसंगत, नीचीबाग के मुख्य ग्रंथी भाई जगतार सिंह ने अरदास की एवं गुरु का अटूट लंगर बरताया गया।

Khwaja ka Ajmer Sharif main Urs

हिंदुस्तान में होता है सभी मजहबों का सम्मान-सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के उर्स पर सालाना जलसा

 


Mohd Rizwan

dil india live (Ajmer). Sufi संत हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 814 वें उर्स पर दरगाह स्थित खानकाह शरीफ में देश भर की प्रमुख दरगाहों के सज्जादानशीं, सूफियों एवं धर्म प्रमुख का सालाना जलसा हुआ। जलसे को खेताब करते हुए दरगाह दीवान के उत्तराधिकारी हज़रत सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि ख्वाजा साहब का उर्स इंसानियत, भाईचारे, देशभक्ति और एकता का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि हमारा मज़हब हमें देश से प्रेम करना और समाज को जोड़ना सिखाता है, यही हमारी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है। सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय डायसों पर भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा यह दर्शाती है कि देश धार्मिक एकता, सहिष्णुता और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के मूल्यों पर मजबूती से खड़ा है। विशेष रूप से मुस्लिम देशों के साथ भारत के बेहतर होते संबंध इस बात का प्रमाण हैं कि भारत सभी धर्मों का सम्मान करने वाला राष्ट्र है। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजन समाज और राष्ट्र को जोड़ने का सशक्त माध्यम होते हैं और ऐसे अवसरों पर शांति, एकता एवं सद्भाव का संदेश दिया जाना चाहिए। 


सैयद साहब ने कहा कि यह फक्र का मौजू है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत न केवल आंतरिक रूप से सशक्त हुआ है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी, विशेषकर मुस्लिम देशों में, उसे सम्मान की दृष्टि से देखा जा रहा है। यह सम्मान किसी एक सरकार या व्यक्ति का नहीं, बल्कि हिंदुस्तान, उसके नागरिकों और उसकी विविधतापूर्ण धार्मिक संस्कृति का सम्मान है। आज भारत दुनिया को एकता, भाईचारे और शांति का संदेश दे रहा है। सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से मुस्लिम समाज की धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं को संरक्षण मिला है, जिससे यह स्पष्ट हुआ है कि ये प्रयास समुदाय के हितों और अधिकारों की सुरक्षा के लिए हैं। उन्होंने इस मुबारक अवसर पर दुआ करते हुए कहा कि हमारा देश निरंतर तरक़्क़ी करे, आपसी भाईचारा और धार्मिक एकता सुदृढ़ हो तथा भारत विश्व में शांति, सहिष्णुता और मानवता का प्रतीक बनकर आगे बढ़ता रहे। 


इनकी रही खास मौजूदगी 

इस पारंपरिक आयोजन में चिश्तिया सिलसिले की देश की प्रमुख दरगाहों के सज्जादानशीन और धर्म प्रमुख शामिल हुए। इनमें बरेली शरीफ से मेहंदी मियां नियाज़ी, दिल्ली से फ़रीद निज़ामी, आंध्र प्रदेश की हलकट्टा शरीफ दरगाह से सैयद तुराब अली, गुजरात की अम्बबेटा शरीफ दरगाह से सैयद जियाउद्दीन, जयपुर से बादशाह मियां जियाई, कर्नाटक के गुलबर्गा शरीफ स्थित ख्वाजा बंदा नवाज गेसू दराज़ की दरगाह से सैयद अली ज़की हुसैनी, नागौर शरीफ के सज्जादानशीन, भागलपुर बिहार, फुलवारी शरीफ, लखनऊ की शफ़ीपुर शरीफ दरगाह, बरेली-मुरादाबाद, उत्तराखंड की कलियर शरीफ दरगाह साबिर पाक तथा दिल्ली स्थित दरगाह हज़रत निज़ामुद्दीन समेत देश भर से लगभग 100 सज्जादानशीन ने अपने ख्यालों का इज़हार किया।