चरित्र निर्माण में शिक्षा साथ प्रशिक्षण भी आवश्यक-प्रोफ़ेसर आफ़ताब अहमद आफाकी
dil india live (Varanasi). वाराणसी के सिटी ग्लोरियस स्कूल (City glorious School), मदनपुरा में वार्षिकोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर आफ़ताब अहमद आफ़ाक़ी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। इस अवसर पर उनके हाथों विभिन्न कक्षाओं तथा स्कूल की सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
इससे पूर्व, प्रोफ़ेसर आफ़ताब अहमद आफ़ाक़ी ने अपने वक्तव्य में कहा कि ऐसे आयोजन से बच्चों का उत्साह बढ़ता है और उनमें कुछ बेहतर करने की भावना जागृत होती है। कम समय में स्कूल की प्रगति, प्रतिष्ठा और शैक्षणिक गतिविधियों पर प्रसन्नता जताते हुए उन्होंने विद्यालय के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और समाज के आंतरिक एवं मानसिक चेतना के विकास के लिए शैक्षणिक और सांस्कृतिक जागरूकता को आवश्यक बताया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हमें शिक्षा को आंदोलन और मिशन के रूप में अपनाने की ज़रूरत है। उन्होंने समाज के संपन्न लोगों को आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों की शिक्षा के लिए आगे आने की अपील की।

प्रोफ़ेसर आफ़ाक़ी ने जहां शिक्षा के महत्व पर विशेष ध्यान दिया, वहीं शिक्षा के साथ प्रशिक्षण को अनिवार्य बताया और कहा कि चरित्र और व्यक्तित्व निर्माण में प्रशिक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रशिक्षण हमें अच्छा इंसान और ज़िमम्मेदार नागरिक बनाता है। उन्होंने समाज की उन्नति के लिए महिलाओं की शिक्षा पर भी विशेष ज़ोर दिया। कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा मनुष्य के लिए उसी तरह आवश्यक है जैसे जीवन के लिए सांस और भोजन। इसलिए जिस वह प्रकार दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति लिए बजट बनाती हैं, उसी तरह उन्हें शिक्षा के लिए भी अलग बजट बनाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना अब्दुल्लाह नासिर क़ासमी ने की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने बच्चों को नेक मशविरों से नवाज़ा और स्कूल के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। हाजी जुबैर अहमद, चेयरमैन सिटी ग्लोरियस स्कूल की ओर से स्कूल का परिचय प्रस्तुत किया गया तथा उद्देश्यों की व्याख्या करते हुए कार्यप्रदर्शन पर आधारित वार्षिक रिपोर्ट पेश की गई।
इस समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में हाजी वसीम अहमद, डायरेक्टर सेंट अल-हनीफ़ एजुकेशनल सेंटर, चंदौली तथा नुमान हसन ख़ान, शायर एवं डायरेक्टर मदर हलीमा स्कूल, वाराणसी भी शामिल हुए और पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र समारोह का हिस्सा बने।
जनाब अबू सुफियान, सचिव सिटी ग्लोरियस स्कूल ने स्कूल और छात्रों की वार्षिक गतिविधियों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। डॉ. एहसान अहमद सिद्दीकी, प्रिंसिपल ग्लोरियस स्कूल ने स्कूल के प्रदर्शन को केंद्र में रखते हुए छात्रों और उनके अभिभावकों को संबोधित किया। इससे पूर्व स्कूल के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
इस वार्षिक समारोह में आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत गुलदस्तों और स्मृति-चिह्नों के साथ किया गया। अतिथियों के लिए स्वागत वकतव्य प्रसिद्ध शायर डॉ. अख्तर मसूद ने प्रस्तुत किया और कार्यक्रम का संचालन भी किया। समारोह में शहर की सम्मानित हस्तियों, स्कूल के विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों की बड़ी संख्या मौजूद रही।