शुक्रवार, 19 दिसंबर 2025

Glamour’s Gaze ने कराया “Glamour Icon of UP–Season 2” का ऑडिशन

दावा : फैशन की उभरती प्रतिभाओं को मिलेगा सशक्त मंच


dil india live (varanasi). ग्लैमर और फैशन की दुनिया में उभरती प्रतिभाओं को एक सशक्त मंच प्रदान करने के लिए Glamour’s Gaze के बैनर तले “Glamour Icon of UP–Season 2” का भव्य ऑडिशन सिगरा (वाराणसी) में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन ऋषि सेठ द्वारा किया गया, जिनके कुशल नेतृत्व और टीम के समन्वय से यह ऑडिशन एक यादगार व प्रभावशाली साबित हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश भर से आए बड़ी संख्या में मॉडल्स ने भाग लिया और अपने आत्मविश्वास, प्रतिभा व रैंप प्रस्तुति से ज्यूरी को प्रभावित किया।


ऑडिशन में निर्णायक मंडल (Jury Panel) के रूप में फैशन और ग्लैमर इंडस्ट्री की प्रतिष्ठित हस्तियां मौजूद थे। जिसमें की गरिमामयी उपस्थिति रही। ज्यूरी सदस्यों में भीम चंद्रा (Mr. Glamour of Asia), दीक्षा श्रीवास्तव (Kohinoor Mrs India International), पूजा मिश्रा (International Make-Up Artist), अंजू सिंह (Mrs Kashi), अल्का ग्रोवर (Mrs Banaras), कंचन सिंह (Mrs Uttar Pradesh) तथा विश्वजीत अग्रहरि शामिल मुख्य थे।



इस दौरान जजेज ने अपने अनुभव और निष्पक्ष मूल्यांकन से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया और कूद भी कैटवॉक कर माडल्स का उत्साहवर्धन किया। कोहिनूर मिसेज इंडिया इंटरनेशनल दीक्षा श्रीवास्तव ने कैटवॉक के जरिए नये माडल की हौसला अफजाई की। कार्यक्रम को सफल बनाने में Glamour’s Gaze की टीम की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। टीम में William Singh, Priya Singh, Riya Rai और Aadil Zafar ने आयोजन के प्रत्येक स्तर पर सराहनीय योगदान दिया।

आयोजकों ने बताया कि ऑडिशन में भाग लेने वाले सभी मॉडल्स ने अनुशासन, उत्साह और आत्मविश्वास के साथ अपनी प्रस्तुति दी, जिससे यह आयोजन अत्यंत आकर्षक और यादगार बन गया। यह मंच न केवल नए चेहरों को आगे लाने का माध्यम बना, बल्कि फैशन इंडस्ट्री में करियर बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम भी सिद्ध हुआ।

गुरुवार, 18 दिसंबर 2025

BLW Varanasi News:चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना की सतर्कता टीम द्वारा बरेका का सतर्कता ऑडिट

भ्रष्टाचार निवारण के लिए ए हो रहे विभिन्न प्रणालीगत सुधारों पर विस्तार से डाली रौशनी 



F. Farouqi/Santosh Nagvanshi 

dil india live (Varanasi). रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में 17 दिसम्बर 2025 को  बरेका का सतर्कता ऑडिट, चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना (चिरेका) के सतर्कता संगठन की टीम द्वारा किया गया। इस अवसर पर बरेका के प्रशासन भवन स्थित कीर्ति कक्ष में आयोजित बैठक में मुख्य सतर्कता अधिकारी, (चिरेका) अंकुर चंद्रा ने  पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से भ्रष्टाचार निवारण हेतु किए जा रहे विभिन्न प्रणालीगत सुधारों पर विस्तार से जानकारी प्रदान किया।

इस अवसर पर मुख्य सतर्कता अधिकारी, सुगीन्द सुरिन्द्रन ने रेलवे में भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए लागू किए जा रहे प्रणालीगत सुधारों एवं अच्छे कार्य तरीकों (बेस्ट प्रैक्टिसेज) के कड़ाई से अनुपालन पर विशेष बल दिया । उन्होंने पारदर्शिता, जवाबदेही एवं ईमानदारी को सुदृढ़ करने के लिए सतर्कता की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया ।

बरेका में आयोजित इस कार्यक्रम में चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना एवं बनारस रेल इंजन कारखाना के सतर्कता विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन उप मुख्य सतर्कता अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार द्वारा किया गया।

Ajmer Sharif main Khwaja के उर्स का लहराया परचम

अजमेर वाले ख्वाजा का 814 वां सालाना उर्स की रस्मों का हुआ आगाज़ 

चांद के दीदार संग 21 या 22 दिसंबर से शुरू होगा उर्स 



मोहम्मद रिजवान 

dil india live (Ajmer)। सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स की रस्मों का आगाज़ हो गया है। उर्स से पहले अजमेर शरीफ स्थित दरगाह में शाम को बुलंद दरवाजे पर झंडा फहराने के साथ ही 814 वें उर्स की सदियों पुरानी रस्म अदा की गई।

भीलवाड़ा के फखरूद्दीन गौरी की अगुवाई में गौरी परिवार के लोगों ने उर्स का झंडा चढ़ाया। इस दौरान ढोल ताशे बजे और तोपों की सलामी दी गई। झंडे का जुलूस दरगाह गेस्ट हाउस से शुरू हुआ और गाजे बाजे और सूफियाना कलाम के साथ दरगाह पहुंचा। इस दौरान दरगाह में भारी भीड़ थी। करीब 300 से अधिक पुलिस कर्मी तैनात थे। बुलंद दरवाजे पर पासधारी को ही चढ़ने की अनुमति दी गई थी।



अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर हिमांशु जांगिड़ ने बताया कि उर्स को लेकर दरगाह व कायड़ विश्राम स्थली क्षेत्र में सुरक्षा के माकूल इंतजाम किए जा चुके हैं। उर्स की शुरुआत चांद दिखाई देने पर 21 या 22 दिसम्बर से होगी किन्तु उर्स से पहले शनिवार को यानी 20 दिसम्बर को परम्परानुसार मजार शरीफ से संदल उतारा जाएगा और जायरीन में वितरण किया जाएगा।

अंजुमन सैयद जादगान के सदर सैयद गुलाम किबरिया और सचिव सरवर चिश्ती ने बताया कि 28 जमादि उसमानी यानी 20 दिसम्बर को मजार शरीफ पर सालभर में पेश किया गया संदल उतार कर जायरीन में बांटा जाता है। 29 जमादि उस्मानी 29 दिसम्बर से खादिमों की ओर से सुबह साढ़े चार बजे जन्नती दरवाजा खोला जाएगा। इसी दिन रजब का चांद देखने के लिए हिलाल कमेटी की बैठक शाम साढ़े छह बजे होगी। चांद दिखाई देने पर रात्रि 11 बजे पहली महफिल होगी। रजब 22 अथवा 23 दिसम्बर से 6 रजब यानी 26 या 27 दिसम्बर तक विभिन्न रसूमात होंगे। छठी शरीफ पर सुबह 9 से 4 बजे तक आस्ताना शरीफ जायरीन के लिए बंद रहेगा।



बुधवार, 17 दिसंबर 2025

Varanasi:हाइड्रा की चपेट में आकर 8 वर्षीय बच्चे की मौत से मचा कोहराम

मौत से गुस्साएं स्थानीय लोगों ने किया चक्का जाम




F. Farouqi / Santosh Nagvanshi 

dil india live (Varanasi). वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के सुंदरपुर सब्जी मंडी के सामने बुधवार को हाइड्रा वाहन की चपेट में आने से 8 वर्षीय बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान इश्तियाक के रूप में हुई है। घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। गुस्साए लोगों ने सड़क पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया और पास खड़ी हाइड्रा जेसीबी में तोड़फोड़ की।

मिली जानकारी के अनुसार जौनपुर जिले के बदलापुर थाना क्षेत्र के महाराजगंज निवासी इरशाद पिछले पांच वर्षों से सुंदरपुर इलाके में किराए पर रहकर सवारी गाड़ी चलाते हैं और कैंसर संस्थान के सामने चाय की दुकान भी लगाते हैं। बुधवार सुबह करीब 11 बजे इरशाद अपने बेटे इश्तियाक के साथ मोटरसाइकिल से सब्जी लेने सुंदरपुर सब्जी मंडी पहुंचे थे। सब्जी लेते समय बाइक सड़क किनारे खड़ी थी और बच्चा उस पर बैठा था। इसी दौरान भिखारीपुर की ओर से आ रहे हाइड्रा वाहन ने बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही इश्तियाक वाहन के पिछले पहिए के नीचे आ गया और मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गया। इरशाद उसे तुरंत अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

घटना की सूचना मिलते ही परिजन और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। लोग आरोपी चालक की गिरफ्तारी और वाहन मालिक को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर सुधीर त्रिपाठी और एसीपी भेलूपुर पुलिस बल के साथ पहुंचे और परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया। चक्का जाम के चलते सुंदरपुर-नरिया मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। स्कूल वाहनों, एंबुलेंस और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों से यातायात को डायवर्ट किया।

मंगलवार, 16 दिसंबर 2025

BLW ने फिर लोकोमोटिव निर्माण में अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का लहराया परचम

3300 हॉर्स पावर एसी–एसी डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव की छठी इकाई मोज़ाम्बिक रवाना

एफ.फारूकी/संतोष नागवंशी

dil india live (Varanasi). बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) ने एक बार फिर लोकोमोटिव निर्माण के क्षे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का परचम लहराया है। बरेका द्वारा निर्मित स्वदेशी 3300 हॉर्स पावर एसी–एसी डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव की छठी इकाई को 15 दिसंबर 2025 को मोज़ाम्बिक के लिए सफलतापूर्वक रवाना किया गया। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है कि बरेका को मोज़ाम्बिक के लिए 3300 हॉर्स पावर एसी–एसी डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के कुल 10 इंजनों का निर्यात आदेश प्राप्त हुआ है।

इन लोकोमोटिवों की आपूर्ति एम/एस राइट्स (RITES) के माध्यम से 10 लोकोमोटिवों के निर्माण एवं निर्यात के अनुबंध के अंतर्गत की जा रही है। पहले दो लोकोमोटिव जून 2025 में, तीसरा सितंबर में, चौथा अक्टूबर में तथा पाँचवाँ लोकोमोटिव 12 दिसंबर को भेजा गया था। इसके पश्चात छठा लोकोमोटिव 15 दिसंबर को रवाना किया गया। यह निर्यात वैश्विक मंच पर लोकोमोटिव निर्माण में भारत की बढ़ती क्षमताओं को दर्शाता है।

बरेका द्वारा निर्मित ये अत्याधुनिक 3300 हॉर्स पावर केप गेज (1067 मिमी) लोकोमोटिव 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से संचालन में सक्षम हैं। इनमें अंतरराष्ट्रीय मानकों के


अनुरूप चालक-अनुकूल सुविधाएँ जैसे रेफ्रिजरेटर, हॉट प्लेट, मोबाइल होल्डर तथा आधुनिक केबिन डिजाइन उपलब्ध हैं, जो चालक सुविधा और परिचालन दक्षता को और अधिक बेहतर बनाते हैं।

भारतीय रेल के अंतर्गत सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम बरेका, जो वाराणसी में स्थित है, अब लोकोमोटिव निर्माण के एक प्रमुख निर्यात केंद्र के रूप में उभर रहा है। स्वदेशी डिजाइन और उन्नत रेलवे प्रौद्योगिकी के निर्माण में अपनी विशेषज्ञता के बल पर बरेका वैश्विक रेलवे बाजार में भारत की उपस्थिति को सशक्त बना रहा है। वर्ष 2014 से अब तक बरेका श्रीलंका, म्यांमार और मोज़ाम्बिक जैसे देशों को लोकोमोटिव निर्यात कर चुका है, जिससे उन देशों की रेलवे प्रणालियों के विकास में सहयोग मिला है।

‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ के विज़न के अनुरूप, ये निर्यात भारतीय रेल की उस क्षमता को प्रदर्शित करते हैं जिसके माध्यम से वह विश्व में प्रचलित विभिन्न गेज प्रणालियों के अनुरूप रोलिंग स्टॉक का डिजाइन, निर्माण और आपूर्ति कर सकती है। ऐसे प्रयासों के माध्यम से भारतीय रेल भागीदार देशों को उनके रेल अवसंरचना उन्नयन में सहयोग प्रदान कर रही है, साथ ही रेलवे रोलिंग स्टॉक एवं संबंधित सेवाओं के विश्वसनीय निर्यातक के रूप में भारत की स्थिति को और मजबूत कर रही है।


अब तक भारत ने मेट्रो कोच, बोगियाँ, यात्री डिब्बे, लोकोमोटिव तथा अन्य महत्वपूर्ण रेलवे उपकरण यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, स्पेन, जर्मनी, इटली जैसे यूरोपीय देशों को निर्यात किए हैं। अफ्रीका में मोज़ाम्बिक, गिनी गणराज्य, दक्षिण अफ्रीका सहित अन्य देशों को भी रेलवे उपकरणों का निर्यात किया गया है। इसके अतिरिक्त म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और मैक्सिको जैसे देशों में भी भारतीय रेलवे उपकरणों की आपूर्ति की गई है।

लोकोमोटिव निर्यात के क्षेत्र में बरेका की ये उपलब्धियाँ भारत की बढ़ती तकनीकी आत्मनिर्भरता तथा वैश्विक रेलवे उपकरण बाजार में उसके निरंतर विस्तारित होते प्रभाव को प्रतिबिंबित करती हैं।

Khwaja Moinuddin Chishty का जानिए कब है उर्स

21 दिसंबर को दिखा चांद तो ख़्वाजा का 814 वां उर्स 27 दिसंबर को 

अजमेर दरगाह में ख्वाजा की जियारत को पहुंचते हैं देश दुनिया से जायरीन 





Mohd Rizwan 

dil india live (ajmer).  अजमेर शरीफ (राजस्थान) में हर साल आयोजित होने वाले 'उर्स-ए-ख्वाज़ा' की तैयारियां तेज हो चली है। उर्स के दौरान ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती (Khwaja Moinuddin Chishti) की दरगाह पर दुनिया भर से जायरीन पहुंच कर मन्नतें व मुराद के साथ ही चादरपोशी करते है। हर साल रजब का चांद दिखने के बाद अजमेर में उर्स का आगाज होता है। इस साल 2025 में 814 वां उर्स (814th Urs) मनाया जाएगा। उर्स की शुरुआत चांद के दीदार के साथ होगी। अगर जमादीउल आखिर का चांद 21 दिसंबर को दिख गया तो रजब महीने की शुरुआत के साथ ही छह दिखनी उर्स अजमेर में शुरू हो जाएगा 27 दिसंबर को ख़्वाजा मुईनुद्दीन अहमद चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह का छठवीं का कुल होगा और चादरपोशी की जाएगी, अगर चांद नहीं दिखा तो 28 को ख़्वाजा की छठी मनाई जाएगी। 


एक रजब को खुलेगा जन्नती दरवाजा

उर्स के मौके पर पूरे 6 दिनों के लिए एक रजब को जन्नती दरवाजा (Jannat Door) खोला जाता है। 21 दिसंबर को चांद रात है चांद का दीदार हो जाएगा तो जायरीन के लिए जन्नती दरवाजे को खोल दिया जाएगा। अगर किसी कारण 21 दिसंबर 2025 को चांद का दीदार नहीं हो पाता है तो अगले दिन 22 दिसंबर 2025 को जन्नती दरवाजा खोला जाएगा।जायरीन के लिए यह मौका बहुत खास होता है। ऐसा माना जाता है कि, इस दरवाज़े से गुजरने पर इंसान की दुआ कुबूल होती है, उसे रूहानी बरकत और जन्नत हासिल होती है। इसलिए लोगों को इस दरवाजे के भीतर प्रवेश करने का इंतजार रहता है। उर्स के दौरान दुनिया भर से अजमेर पहुंच कर जायरीन हजरत ख्वाजा गरीब नवाज में अपनी अकीदत दिखाते हैं और खुद को खुशकिस्मत समझते हैं। इसके पीछे एक कहावत भी है कि...

 "इरादें रोज़ बनते हैं, इरादें टूट जाते हैं, 
वही अजमेर जाते है जिन्हें ख़्वाजा बुलाते हैं।"

यानी वो लोग खुशकिस्मत होते हैं जिन्हें ख़्वाजा के दरबार में पहुंचने का शरफ हासिल होता है। 

राजस्थान के अजमेर शरीफ में उर्स का आयोजन हर साल इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calendar) के अनुसार, रजब के महीने मनाया जाता है। सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार, उर्स की शुरुआत झंडा चढ़ाने (परचम कुशाई) की रस्म के साथ होती है। बुलंद दरवाजे पर झंडा चढ़ाने के बाद उर्स की औपचारिक रूप से शुरुआत हो जाती है। झंडा चढ़ाने की रस्म भीलवाड़ा के गौरी परिवार द्वारा अदा की जाती है। साल 1944 से लेकर अब तक भीलवाड़ा का गौरी परिवार अजमेर उर्स में झंडे की रस्म अदा कर रहा है। इस बार परचम कल फहराया जाएगा। देखें उर्स का पूरा कार्यक्रम...


Haji Ansar Ahmad के घर पहुंचे नेता प्रतिपक्ष

ग्लोबल ग्रुप डेवलपर के डायरेक्टर गुड्डू खां से मिले लालू बिहारी यादव जताया अफसोस 

dil india live (Varanasi). ग्लोबल ग्रुप डेवलपर के डायरेक्टर गुड्डू खां के वालिद (पिता) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हाजी अंसार अहमद का पिछले दिनों इंतकाल हो गया था, उनके इंतकाल पर पुरसा देने नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव आज हाजी अंसार अहमद के लल्लापुरा स्थित दौलतखाने पर पहुंचे। उन्होंने बेटे गुड्डू खां से मिल कर अफसोस जताया।

इस दौरान गुड्डू खां ने बताया कि 23 नवंबर को अंसार अहमद का इंतकाल हो गया था वालिद की देहांत की दुखद खबर सुनकर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव आज हमारे घर आवास पर आएं और परिवार से मिलकर दुख व्यक्त किया।

खां ने बताया कि उनके पिता हाजी अंसार अहमद का जन्म 1930 में हुआ था। महज़ 15 साल की उम्र में ही वो देश की आजादी के आंदोलन में सक्रिय हुए और जेल तक गये। वो एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे, 93 साल की आयु में उनकी मृत्यु हो गई। इस दुख की घड़ी में अब्दुल मलिक, अंशुमान सिंह, आशीष जायसवाल, अनुराग सिंह बंटी, जावेद सिद्दीकी, अधिवक्ता राजेश कुशवाहा, वकार खान, अतीक सिद्दीकी, तौसीफ सिद्दीकी आदि लोग गुड्डू खां को ढांढस देने शामिल थे।