सोमवार, 22 दिसंबर 2025

Christmas News: देश दुनिया में अंतिम दौर में पहुंची क्रिसमस की तैयारियां

प्रभु यीशु जन्म की गवाह बनेगी 24 दिसंबर की सर्द रात 



Varanasi (dil India live). देश दुनिया में क्रिसमस की तैयारियां अब पूरी हो चली है। 24 दिसंबर की सर्द रात यीशु जन्म के मंचन की गवाह बनेगी। मध्यरात्रि में होने वाला यह आयोजन रात 10.30 से शुरू हो जायेगा जो मध्यरात्रि तक चलेगा। इसी के साथ मसीही समुदाय प्रभु यीशु की जहां आराधना करके क्रिसमस पर्व की अगवानी करेगा वही क्रिसमस का यह पर्व नव वर्ष 2026 के स्वागत के दौरान फिर 31 दिसंबर की रात पूरी दुनिया में एक जुट होगा। वाराणसी में कैथोलिक चर्च का अंतिम आयोजन 2 जनवरी तक जारी रहेगा। 3 जनवरी से सभी मिशनरी स्कूल खुल जाएंगे। इस समय गिरजाघरों के साथ ही साथ डोर टू डोर कैरोल सिंगिंग का आयोजन मसीही घरों व कालोनियों में चल रहा है।


सेंट मैरीज महागिरजा में सजी चरनी

24 की शाम यीशु जन्म के मंचन संग देश-दुनिया का मसीही समुदाय प्रभु यीशु की जहां आराधना करके क्रिसमस पर्व की अगवानी करेगा वही क्रिसमस की तैयारी पूरी कर ली गई है। क्रिसमस मनाने को शहर बनारस तैयार है। वाराणसी धर्मप्रांत के अध्यक्ष, बिशप डॉ. यूजीन जोसेफ की अगुवाई में महागिरजा व बिशप हाउस में भी झांकी तैयार की गयी है। बिशप ने कहा कि क्रिसमस अमन और एकता के लिए जाना जाता है। हर बार हम लोग कोशिश करते हैं कि क्रिसमस पर कुछ नया करें। बिशप ने विभिन्न बीमारियों आपदाओं एवं हादसों में निधन हुए लोगों के लिए प्रार्थना भी की है।

24 दिसम्बर की शाम महागिरजा समेत तमाम चर्चाे में रात 10.30 बजे से प्रार्थना सभा का आयेजन किया जाएगा। रात 12 बजते ही फिजा में गूंजेगा..मैरी क्रिसमस, हैप्पी क्रिसमस। शहर के गिरजाघर व चर्च सजधज कर तैयार हैं। मैत्री भवन के निदेशक फादर फिलीप डेनिस ने बताया कि क्रिसमस के दिन जग का राजा ईसा मसीह धरती पर एक गरीब बालक के रूप में जन्मे थे। इसलिए भी इस पर्व को हम सब अमन, एकता और सादगी के साथ मनाते हैं।


होगी आराधना, गूंजेगा कैरोल

सेंट मेरीज महागिरजा में बिशप यूजीन जोसेफ जहां आराधना करायेंगे तो तेलियाबाग सीएनआई चर्च में पादरी आदित्य कुमार, चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजान, लालचर्च में पादरी इकबाल मसीह, सीएनआई सेंट पॉल चर्च सिगरा में पादरी संजय दान, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार यीशु मसीह के आगमन की अगवानी करेंगे। सेंट जांस लेढूपुर में फादर हेनरी, सेंट जांस महरौली में फादर सुसाई राज, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर राजा, ईसीआई चर्च में पास्टर दशरथ पवार व नवीन ज्वाय तो सेंट थॉमस चर्च में पादरी न्यूटन आराधना करायेंगे। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया में भी क्रिसमस की तैयारियां पूरी हो गयी हैं।

तेलियाबाग सीएनआई चर्च में क्रिसमस के कार्यक्रम लगातार जारी है। पादरी आदित्य कुमार ने बताया कि पिछले दिनों चर्च में कैंडल लाइट सर्विस (Candle light Sarvice) हुई। जिसमें प्रभु यीशु की स्तुति की गई। padri Aditya Kumar ने इस दौरान कहा कि प्रभु यीशु ने खुद को जगत की ज्योति बताया है। इस दौरान फिज़ा में कैरोल सिंगिंग, तेरा हो अभिषेक अमन के राजकुमार...गूंज उठा। कार्यक्रम संयोजक: निखिल विलियम, एनोस लुकस और एड्रिना हेब्रोन, पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में सभी चर्च मेम्बर्स हाथों में कैंडल लेकर चर्च से बाहर आए और प्रभु यीशु के आगमन की चर्चा की। ऐसे ही आगमन के चौथे इतवार को क्रिसमस ड्रामा और क्रिसमस ट्री का आयोजन किया गया। इस मौके पर जहां यीशु मसीह के जन्म की झांकी सजाई गई वहीं उनके जन्म को एक खूबसूरत नाट्य के जरिए अभिव्यक्त किया गया। आयोजन में पूनम आदित्य, रवि चरन, श्वेता डेविड और कुशल प्रकाश, सैमुअल सुदेश, एकता रोज़ारियो, नेहा डेविड, अभिषेक लाल, सनी आदि मौजूद थे।

Ajmer Sharif PM Modi की चादर लेकर पहुंचे केंद्रीय मंत्री क‍िरेन र‍िज‍िजू

ख़्वाजा के दर पर क‍िरेन र‍िज‍िजू ने चढ़ाई अकीदत की चादर

मांगी देश की तरक्की, क़ौमी यकजहती व अमन की दुआएं



Mohd Rizwan 

dil india live (Ajmer). राजस्थान के अजमेर शरीफ स्थित ख्वाजा गरीब नवाज रहमतुल्लाह अलैह का 814 वां सालाना उर्स शुरू हो गया है। उर्स में तमाम रस्मों के बीच पहले दिन केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन र‍िज‍िजू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजी गई चादर चढ़ाई। चादरपोशी के बाद धार्मिक रस्में अदा की गईं और देश में अमन, कौमी यकजहती, देश की तरक्की और भाईचारे की दुआएं मांगी गई। किरेन र‍िज‍िजू ने ख्वाजा साहब की दरगाह को देश की गंगा-जमुनी तहजीब और आपसी सौहार्द का प्रतीक बताते हुए कहा कि "यह माना जाता है कि पिछले 800 सालों से यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है। हमने यहां अपने देश के हर धर्म और जाति के लिए दुआ मांगी है। खुद को खुशनसीब मानता हूं कि मैं लगातार दूसरी बार इस दरगाह में आया हूं।"

केंद्रीय मंत्री किरेन र‍िज‍िजू

देश की तरक्की की मांगी दुआएं 

केंद्रीय मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि , "चादर चढ़ाते समय हमने देश की तरक्की और दुनिया में हर क्षेत्र में सबसे आगे रहने की दुआएं की। भारत को तेजी से विकसित राष्ट्र बनने के लिए आशीर्वाद मांगा। मुझे विश्वास है कि अजमेर दरगाह में मांगी गई हर दुआ पूरी होती है। हमारा इस दरगाह से गहरा नाता है।"


कौमी यकजहती व अमन का पैगाम

र‍िज‍िजू ने आगे कहा, "ख्वाजा साहब की दरगाह पूरी दुनिया में अमन, चैन, शांति और सेवा का संदेश देती है। यहां हर धर्म और समुदाय के लोग आदर और प्रेम के साथ आते हैं। अल्पसंख्यक मंत्रालय भी दरगाह के विकास और बेहतर प्रबंधन के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। इस बार का प्रबंधन काफी संतोषजनक है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यहां आने वाले किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार की असुविधा न हो।"

UP: Varanasi Main तीसरे वैवाहिक परिचय सम्मेलन में जुटे जायसवाल समाज के लोग

रिश्तों को जोड़ रहा है परिचय सम्मेलन : भगवान दास जायसवाल




Sarfaraz Ahmad 

dil india live (Varanasi). वाराणसी के रामकटोरा स्थित अमर बैंक्वेट हाल में रविवार को जायसवाल मैरिज प्वाइंट द्वारा वैवाहिक परिचय सम्मेलन आयोजन किया गया। जिसमें युवक युवतियों व उनके परिजनों ने भाग लिया। यह तीसरा युवक-युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन था। आयोजन में वाराणसी समेत उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से भी लोग शरीक हुए। 

कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत दीप प्रज्वलन एवं समाज के कुल देवता सहस्त्रबाहु अर्जुन के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि से हुआ। अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी भगवान दास जायसवाल ने की जबकि संचालन ईशान राम जायसवाल ने किया। इस दौरान वाराणसी समेत विभिन्न जनपदों से आये मंचासीन स्वजातीय जायसवाल बंधुओं का अंगवस्त्रम और तिलक कर माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के संबोधन में भगवान दास जायसवाल ने कहा कि परिचय सम्मेलन एक ऐसा मंच है जो दो परिवारों को आपस में मिलाता है। इसमें प्रत्येक जायसवाल समाज से जुड़े स्वजातीय बंधु की भागीदारी आवश्यक है।


दहेज के दानव से होगा बचाव 

पूर्व सांसद प्रत्याशी विजय प्रकाश जायसवाल ने कहा कि परिचय सम्मेलन के जरिए दहेज जैसी सामाजिक बुराइयों को समाज में बढ़ने से रोका जा सकता है। वहीं वरिष्ठ समाजसेवी में घनश्याम जायसवाल ने कहा कि वैवाहिक परिचय सम्मेलन कराने से रिश्तों की डोर जुड़ती है कहा कि ऐसे आयोजनों से युवाओं और परिवारों को एक मंच मिलता है, जो महत्वपूर्ण है। 

निःशुल्क परामर्श की है व्यवस्था 

कार्यक्रम में सम्मेलन के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन करते हुए जायसवाल मैरिज प्वाइंट के प्रभारी मुरलीधर जायसवाल ने बताया की संस्था द्वारा विवाह से संबंधित समस्याओं पर प्रत्येक रविवार निःशुल्क परामर्श सेवा दी जाती है जो विगत तीन वर्षों से संचालित होता चला आ रहा है । साथ ही उपस्थित महानुभावों और कार्यक्रम की सफलता में योगदान देने वाले पदाधिकारियों एवं टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जायसवाल समाज के युवाओं और परिवारों के बीच आपसी मेलजोल को बढ़ावा देना था ।आगंतुओं के लिए जलपान और भोजन की भी व्यवस्था की गई थी।

इनकी रही खास मौजूदगी 

इस अवसर पर वाराणसी समेत विभिन्न जिलों से आए स्वजातीय बंधुओं में विजय जायसवाल जौनपुर ,विशाल जायसवाल लखनऊ, अखिलेश जायसवाल, पूर्व किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य रीता जायसवाल, प्रदीप जायसवाल, पारस जायसवाल, रवि जायसवाल, अनूप जायसवाल, मुकेश जायसवाल, सुजीत जायसवाल, महादेव जायसवाल, अजय जायसवाल, दिव्यांश जायसवाल, संतोष जायसवाल, विशाल जायसवाल, संजय जायसवाल लप्पू, गोपाल जायसवाल, विनय जायसवाल आजाद, शिवकुमार जायसवाल, अमन जायसवाल, धनीराम जायसवाल आदि मौजूद थे।

Ajmer Sharif main Khwaja Moinuddin Chishty रहमतुल्लाह अलैह का 814 उर्स 6 रजब को

अजमेर में खुला जन्नती दरवाजा, संदल तकसीम में उमड़ा हुजूम



Mohd Rizwan 

dil india live (Ajmer). अजमेर स्थित सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह के 814 वां उर्स 6 रजब को मनाया जाएगा। उर्स की रस्म का आगाज़ रजब के चांद के दीदार संग हो गया। इससे पहले दरगाह शरीफ में शनिवार रात अहम रस्में अदा की गईं थी। खुद्दाम-ए-ख्वाजा कमेटी की ओर से मजार शरीफ पर वर्ष भर चढ़ाया गया संदल उतारकर जायरीन में तकसीम किया गया था।

परंपरा के अनुसार जमादीउल आखिर की 28 वीं तारीख की रात मजार शरीफ की खिदमत के दौरान संदल उतारने की रस्म पूरी की गई। इस दौरान खादिम सैयद कुतुबुद्दीन सखी, उर्स कन्वीनर सैयद हसन हाशमी सहित अन्य खुद्दाम जायरीन में संदल वितरित करते नजर आए। इस दौरान लोगों का हुजूम उमड़ा।

सैयद हसन हाशमी ने इस दौरान बताया कि जन्नती दरवाजा वर्ष में चार बार खोला जाता है, लेकिन उर्स के दौरान इसे सबसे अधिक छह दिनों के लिए खोला जाता है। परंपरा के अनुसार कुल की रस्म के बाद 6 रजब को यह दरवाजा बंद कर दिया जाएगा। जन्नती दरवाजा खुलने के साथ ही दरगाह में जायरीन की आवक बढ़ गई है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु मखमली चादर और फूलों की टोकरियां लेकर जियारत के लिए अपनी बारी का इंतजार करते नजर आ रहे हैं। उधर उर्स के मद्देनजर यातायात पुलिस ने आमजन और जायरीन से अपील की है कि वाहन सड़क या सड़क किनारे खड़े न करें। सभी वाहन निर्धारित पार्किंग स्थलों में ही पार्क किए जाएं। मेला अवधि के दौरान दुपहिया वाहनों के उपयोग और उन्हें भी तय पार्किंग में खड़ा करने का आग्रह किया गया है।


पैदल पहुंचे मलंग और कलंदर 

अजमेर शरीफ दरगाह के उर्स में पहुंचने के लिए मलंगों और कलंदरों ने सैकड़ों किलोमीटर की कठिन यात्रा पूरी की। इस सफर में कई मलंगों के पैरों में छाले फूट गए, चलना मुश्किल हो गया, लेकिन प्राथमिक उपचार कराकर वे फिर पैदल ही दरगाह की ओर बढ़ते रहे। किसी ने दर्द की परवाह नहीं की, क्योंकि मंज़िल ख्वाजा गरीब नवाज की बारगाह थी। यह यात्रा केवल दूरी तय करने की नहीं, बल्कि सब्र, त्याग और अटूट आस्था की परीक्षा मानी जाती है, जिसे मलंग पूरी शिद्दत से निभाते हैं।

उर्स के दौरान दरगाह परिसर और आसपास ऐसे नज़ारे देखने को मिले, जिन्होंने आम जायरीन को हैरत में डाल दिया। किसी मलंग ने अपने सिर पर कोल्ड ड्रिंक की कांच की बोतल बजाकर ढोल की तरह ताल दी, तो किसी ने नुकीले हथियार से शरीर के आर-पार प्रतीकात्मक साधना की। कुछ मलंगों ने अपनी आंख बाहर निकालने जैसी कठिन फकीरी साधना दिखाई, तो किसी ने नुकीले तारों को शरीर से आर-पार कर आत्मिक समर्पण का भाव प्रकट किया। इसे देखने वाले आश्चर्य और श्रद्धा के भाव से भर उठे।

छड़ी का जुलूस, सूफी परंपरा की पहचान

उर्स के दौरान निकाला गया मलंगों और कलंदरों का छड़ी का जुलूस इस पूरी परंपरा की विशेष पहचान है. छड़ी को फकीरी, अनुशासन और रूहानी ताकत का प्रतीक माना जाता है. जुलूस के दौरान मलंग "दमादम मस्त कलंदर" के नारे लगाते हुए आगे बढ़ते हैं और ख्वाजा गरीब नवाज की बारगाह में छड़ी पेश करते हैं. यह जुलूस यह दर्शाता है कि सूफी परंपरा में हर रंग, हर रास्ता और हर इबादत अंततः प्रेम, इंसानियत और भाईचारे की ओर ही ले जाती है।


रविवार, 21 दिसंबर 2025

Sikh community K 10 वें पातशाह Guru Govind Singh की याद में निकली शोभायात्रा

गुरुद्वारों में मनेगा गुरु गोविन्द सिंह का 359 वां प्रकाशोत्सव 27 दिसंबर को

प्रकाश पर्व के आगमन पर नगर कीर्तन करते निकली शोभायात्रा 





dil india live (Varanasi). खालसा पंथ के संस्थापक, धर्मरक्षक, सर्व वंशदानी, वादशाह दरवेश श्री गुरू गोविन्द सिंह के 369 वां प्रकाशोत्सव (गुरु पर्व) 27 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस आगमन पर्व के उपलक्ष्य में 21 दिसंबर रविवार को दिन में 12:30 बजे एक विशाल शोभायात्रा नगर कीर्तन, जुगो-जुग अटल श्री गुरु ग्रंथ साहिब की अगुवाई में गुरूद्वारा गुरुबाग से प्रारम्भ होकर रथयात्रा, सिगरा, साजन तिराहा, मलदहिया, लहुराबीर, कबीरचौरा, मैदागिन होते हुए गुरुद्वारा बड़ी संगत नीचीबाग (आसभैरव) शाम में पहुंची। 

शोभायात्रा में परम्परा अनुसार श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की सवारी गाड़ी को फूल-मालाओं एवं बिजली के झालरों से भव्य तरीके से सजाया गया था। इस धार्मिक शोभायात्रा के साथ पंज प्यारे पैदल एवं पंज प्यारे घोड़े पर तथा महिलायें/पुरुष गुरुवाणी शबद कीर्तन करते हुए चल रहे थे।




अमृतसर से आये गतका पार्टी, भिन्न-भिन्न मार्गों पर शस्त्र-कला कौशल का प्रदर्शन करते हुए काशी की संगत को निहाल किया। इस धार्मिक यात्रा की शोभा बढ़ाने हेतु गुरूनानक इंग्लिश मीडियम स्कूल गुरुबाग, गुरुनानक खालसा बालिका इण्टर कालेज, गुरुबाग एवं गुरूनानक इंग्लिश स्कूल, शिवपुर के बच्चे विशेष परिधान पहनकर शबद गायन एवं जयकारा बोलते हुए चल रहे रहे थे।। शोभायात्रा में चंडीगढ़ से आये पंजाब पाइप बैन्ड पार्टी एवं स्थानीय कई बैन्ड-बाजे विभिन्न पोशाकों में भक्तिमय धुनों 'देहि शिवा वर-मोहे इहे शुभ करमन ते कबहूं न टरों के धुन बजाते हुए चल रहे थे। साथ में रंग बिरंगे रोडलाइट शामिल होकर नगर कीर्तन की शोभा बढ़ायी। 

शोभायात्रा के पवित्रता के लिये, संगत सड़क की सफाई झाडू लगाकर एवं पानी छिड़ककर रास्ते को पवित्र करते हुए एवं फूल बरंसाते हुए चल रहे थे। बच्चे भी जिनके हाथो में "स्वच्छ काशी, सुन्दर काशी" का बैनर एवं पीठ पर स्वच्छता स्टीकर लगाकर सड़क की सफाई करते हुये चल रहे थे, साथ ही साथ हमें यह सन्देश देते हुए चल रहे थे कि यदि प्रत्येक काशीवासी यह प्रण कर ले कि हम काशी से गन्दगी को दूर करेंगे तो हम आने वाले कल को स्वच्छ काशी के रूप में देख सकेंगे। शोभायात्रा जिस मार्ग से गुजरी, वहाँ लोग श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी के ऊपर पुष्प वर्षा करते हुए चले। काशी की साध संगत द्वारा शोभायात्रा में शामिल लोगों के लिये जगह-जगह स्वागत एवं अल्पाहार की व्यवस्था भी की थी। शोभायात्रा समापन के समय गुरुद्वारा, नीचीबाग पहुँचने पर श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी की आरती एवं अरदास करके सुखासन स्थान ले जाया गया। शबद कीर्तन एवं गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी द्वारा शोभायात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं को धन्यवाद उपरान्त गुरु का अटूट लंगर बरताया गया।


Sunday on Cycle की पहली वर्षगांठ पर BLW में निकली साइकिल रैली

फिट इंडिया का "स्वस्थ समाज और उज्ज्वल भविष्य" का दिया संदेश

हरित पर्यावरण के प्रति जागरूकता का सभीने लिया संकल्प



F. Farouqi/ Santosh Nagvanshi 

dil india live (Varanasi). “फिट इंडिया” पहल के अंतर्गत "संडे ऑन साइकिल" (Sunday on Cycle) अभियान के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर देशव्यापी समारोह के क्रम में आज बनारस रेल इंजन कारखाना (BLW) में भव्य साइकिल रैली का आयोजन किया गया। 

इस रैली में प्रतिभागियों का एकत्रीकरण प्रातः बरेका गोल्फ कोर्स गेट पर हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 09:00 बजे प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एवं अध्यक्ष, बरेका खेल संघ सुशील कुमार श्रीवास्तव द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया।

यह साइकिल रैली  बरेका गोल्फ कोर्स गेट से प्रारंभ होकर रेलवे सुरक्षा बल चेक पोस्ट, सूर्य सरोवर, नाथुपुर गेट, भुल्लनपुर रेलवे स्टेशन के सामने से होकर प्रशासन भवन तिराहा होते हुए बरेका स्टेडियम पर जाकर समाप्त हुई। पूरे मार्ग में प्रतिभागियों में उत्साह देखते ही बनता था।

इस अवसर पर मुख्य सतर्कता अधिकारी अंकुर चंद्रा एवं मुख्य यांत्रिक इंजीनियर (उत्पादन एवं विपणन) एवं महासचिव,बरेका खेल कूद संघ, सुनील कुमार साथ ही अन्य अधिकारीगण, विभिन्न खेल अकादमियों के प्रशिक्षक एवं खिलाड़ी,आरपीएफ के जवान,सेंट जॉन्स एंबुलेंस ब्रिगेड, सिविल डिफेंस एवं भारत स्काउट गाइड के सदस्य  समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी और खेलप्रेमी उपस्थित रहे।


 "संडे ऑन साइकिल" रैली में शामिल प्रतिभागियों ने समस्त जनमानस को “फिट इंडिया" के "स्वस्थ समाज, उज्ज्वल भविष्य” के संकल्प के साथ साइकिलिंग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का संदेश दिया।

कार्यक्रम के अंत में यह आह्वान किया गया कि "संडे ऑन साइकिल" (Sunday on Cycle) केवल एक अभियान नहीं, बल्कि स्वस्थ भारत की दिशा में  एक जन आंदोलन है जिसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी देश के सतत विकास के रूप में उज्ज्वल भविष्य का आधार बनेगी।

शनिवार, 20 दिसंबर 2025

BLW Varanasi Main चेतना प्रशिक्षण केंद्र का 29 वां वार्षिकोत्सव

स्टूडेंट्स ने भावपूर्ण भजन एवं नृत्य से मोहा सभी का मन


F.farooqui/Santosh nagvanshi
dil india live (Varanasi). बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में आज 20 दिसंबर को बरेका महिला कल्याण संगठन द्वारा संचालित चेतना प्रशिक्षण केंद्र का 29 वां वार्षिकोत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया। बरेका महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष मोनिका श्रीवास्तव ने इस आयोजन का दीप प्रज्वलन कर आगाज़ किया। इस मौके पर उन्होंने फीता काट कर  रिसोर्स रूम का भी उद्घाटन किया जिसमें बच्चों को स्पीच थेरेपी एवं ऑक्यूपेशन थेरेपी प्रदान किया जाएगा।






सुरक्षा को देखते हुए चेतना प्रशिक्षण केंद्र में CCTV एवं शिक्षण के उद्देश्य से एक टेलीविजन इंस्टॉल किया गया है जिसका उद्घाटन भी अध्यक्ष द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सचिव, महिला कल्याण संगठन ऋतिका सिंह द्वारा चेतना प्रशिक्षण केंद्र के वार्षिक रिपोर्ट का वाचन किया गया। कार्यक्रम में छात्रों द्वारा भावपूर्ण भजन एवं नृत्य  जैसे विविध  सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष मोनिका श्रीवास्तव एवं इंचार्ज,चेतना प्रशिक्षण केंद्र अंजू गुप्ता द्वारा छात्रों को यूनिफॉर्म, बैग एवं वाटर बॉटल का वितरण किया गया।
इस अवसर पर उपाध्यक्षा, महिला कल्याण संगठन गौरी श्रीवास्तव एवं अन्य सदस्याएं गुरमीत कौर, कल्पना चौधरी, शिखा जैन, प्रियंका प्रसाद, रश्मि सिंह, अंजू गुप्ता,  हंसा, मीनाक्षी सिंह, अर्चना तिवारी, अनुजा खरे की गौरवमयी उपस्थिति के साथ ही बड़ी संख्या में छात्र- छात्राएं एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन  चेतना प्रशिक्षण केंद्र की प्रिंसिपल राखी एवं धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष, महिला कल्याण संगठन श्वेता श्रीवास्तव द्वारा दिया गया।