गुरुवार, 3 मार्च 2022

क्रूस मार्ग की मसीही करेंगे कल आराधना

राख माथे पर लगाने महागिरजा में जुटे मसीही




वाराणसी 3 मार्च ( दिल इंडिया लाइव) । मसीह समाज का चालीस दिन तक चलने वाला महाउपवास काल बुधवार से शुरू हो गया। शुक्रवार को मसीही क्रूस मार्ग की आराधना करेंगे। इससे पहले ऐश वेडनस डे पर महागिरजा घर समेत शहर के सभी गिरजाघरों में शाम को विशेष प्रार्थना हुई।
वाराणसी धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में बुधवार को कैथेड्रल में फादर विजय शांतिराज ने विशेष प्रार्थना सभा को सम्बोधित किया। इस दौरान मसीही कलीसिया ने माथे पर पॉम की पत्तियों की राख से होली क्रॉस बनाया। इसके माध्यम से लोगों को संदेश दिया गया कि ये चालीस दिन का महा उपवास काल प्रायश्चित व नियम संयम के हैं। इस महाउपवास का यह भी संदेश है कि मनुष्य मिट्टी है और मिट्टी में ही मिल जाएगा।वाराणसी डायसिस से जुड़े सभी चर्चेज शाम होते ही प्रभु यीशु के दुख भोग काल के गीतों से गूंज उठा। चर्चेज में राख बुधवार पर पुरोहितों ने विस्तार से प्रकाश डाला।

ऐसे ही चर्च आफ बनारस, लाल चर्च, सेंट पाल चर्च, सेंट थामस चर्च, रामकटोरा चर्च, सेंट फ्रांसिस आफ असीसी चर्च आदि में भी प्रार्थना सभा हुई।

मंगलवार, 1 मार्च 2022

सामाजिक न्याय के ताने-बाने से मिलेगा सबको न्याय: प्रो. दीपक मलिक

देश को आजाद कराने वालों की सोंच का नहीं रहा देश: प्रो. दीपक मलिक

राष्ट्रीय एकता, शांति व न्याय’ को लेकर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ समापन 


वाराणसी o 1 मार्च ( दिल इंडिया मार्च)। वाराणसी के नव साधना प्रेक्षागृह, तरना में राइज एंड एक्ट के तहत ‘राष्ट्रीय एकता, शांति व न्याय’ को लेकर प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का समापन समता मूलक, सम्पन्न, खुशहाल भारत निर्माण के संकल्प के साथ हो गया।

       समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीएचयू के पूर्व प्रो. दीपक मलिक ने आजादी के दौर की चर्चा करते हुए कहा कि देश पर अपना सब कुछ न्यौछावर करने वाले महान लोगों की जो सोंच थी आज क्या वही देश है। हमें सोंचने की जरूरत है।

आजादी के पूर्व जो हमारा सामाजिक ढांचा था उसमें बदलाव लाकर समतामूलक बनना था। नए भारत की कल्पना देश की आजादी के पूर्व गांधी, नेहरू और अन्य  बलिदानियों ने की थी लेकिन उनके मूल्यों पर  आधारित मुल्क बन नहीं पाया जबकि गांधी को इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। 

 उन्होंने कहा कि आज हम मजबूती से दुनिया में खड़े हैं पर आम आदमी को जो संवैधानिक अधिकार मिलने थे वे नहीं मिल पाए। जिस मुकाम के लिए हमें आजादी मिली आज सियासत उसके बरक्स चल रही है। लेकिन हम भूल रहे हैं कि इतिहास की प्रवृत्ति आगे बढ़ने की होती है। समाज को पीछे नहीं धकेला जा सकता। राजनैतिक मंचों पर 400 साल पुराने इतिहास की चर्चा के माध्यम से इतिहास को पीछे ले जाने की कोशिश हो रही है पर आज पीछे मोड़ने वाले लोग अस्वीकार हो रहे हैं। यह डेमोक्रेसी का चैलेंज है। जनता जागरूक हो रही है। नई पीढियां अच्छी तरह समझ रही हैं कि नव पूंजीवाद, नव उदारवाद से गरीबी का समाधान नहीं है। सामाजिक न्याय के ताने-बाने से देश  और भेद रहित व्यवस्था से सबको न्याय मिलेगा। संजय कुमार  ने कहा कि अपने वरिष्ठों के दिशा निर्देशन में अच्छी सोंच व कार्ययोजना के बल पर अच्छा काम किया जा सकता है। 

                 आयोजक प्रो मोहम्मद आरिफ ने वर्तमान दौर की मुश्किलों पर अपनी सोंच स्पष्ट रखने और अध्ययन पर बल दिया। कहा कि हमें सीखने पढ़ने और सोंचने की जरूरत है कि संविधान की अवधारणाओं के अनुरूप राष्ट्रीय एकता, शांति व न्याय के लिए कैसे हम आगे आकर एक अच्छे समाज व राष्ट्र के निर्माण में सहयोग कर सकते हैं। इसी क्रम में रंजीत कुमार, कमलेश, राजेश्वर, मनोज, विनोद कुमार, रामकिशोर, संतोष, संजय ने अपने लेखों को प्रस्तुत किया। अंत में प्रतिभागियों ने अपनी अगली कार्ययोजना पर आपसी चर्चा की। इस दौरान। रणजीत कुमार, हरिश्चन्द्र, लाल प्रकाश राही, सुरेश कुमार अकेला, असलम अंसारी, साधना यादव, प्रज्ञा सिंह, शमा परवीन, अब्दुल मजीद, रामकृत, हीरावती, रामजन्म कुशवाहा, अर्सिया खान आदि मौजूद रहे।

मतदाताओं की नब्ज टटोलने कल आयेंगे ओवैसी

पूर्वांचल में AIMIM ने भी झोंकी ताकत

असदुद्दीन ओवैसी का दौरा कल से


वाराणसी o 1 मार्च ( दिल इंडिया लाइव) । सातवें चरण के लिए मतदान जैसे-जैसे करीब आ रहा है। वैसे-वैसे सियासी दल ताकत झोंकते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे ही कल वाराणसी में ऑल आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी आ रहे हैं। वो कल वाराणसी के नेशनल इंटर कालेज पीलीकोठी में जन सभा को करेंगे। यह जानकारी AIMIM के प्रदेश सचिव वह दक्षिणी विधानसभा प्रत्याशी परवेज कादिर ने देते हुए बताया कि ओवैसी सुबह 11 बजे पीलीकोठी में सभा को संबोधित करेंगे।

अंतिम चरण में 7 को मतदान, 5 को थमेंगा प्रचार

सुबह 7-00 से शाम 6-00 बजे तक होगा मतदान, 1248 मतदान केन्द्र के 3371 बने मतदेय स्थल

प्रचार, सार्वजनिक सभाएं और जूलूस 05 मार्च को सायंकाल 6-00 बजे के बाद बन्द रहेगा-कौशल राज शर्मा*

प्रचार की अवधि (मतदान बन्द होने से पहले 48 घण्टे से आरम्भ) के बंद होने के बाद,राजनीतिक पदाधिकारी आदि, जो निर्वाचन क्षेत्र के बाहर से आए है और जो निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता नही है,उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में मौजूद नहीं रहना चाहिए-जिला निर्वाचन अधिकारी

ऐसे पदाधिकारी को प्रचार अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ देना चाहिए


वाराणसी o1 मार्च ( दिल इंडिया लाइव)। जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 के लिए जनपद में मतदान 07 मार्च (दिन- सोमवार) को प्रातः 7-00 बजे से सायं काल 6-00 बजे तक आयोग द्वारा अनुमोदित 1248 मतदान केन्द्रो के 3371 मतदेय स्थलों पर सम्पन्न होगा। प्रचार, सार्वजनिक सभाएं और जूलूस 05 मार्च को सायंकाल 6-00 बजे के बाद बन्द रहेगा। प्रचार की अवधि (मतदान बन्द होने से पहले 48 घण्टे से आरम्भ) के बंद होने के बाद, राजनीतिक पदाधिकारी आदि, जो निर्वाचन क्षेत्र के बाहर से आए है और जो निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता नही है, उन्हें निर्वाचन क्षेत्र में मौजूद नहीं रहना चाहिए। ऐसे पदाधिकारी को प्रचार अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद निर्वाचन क्षेत्र को छोड़ देना चाहिए।

यह अभ्यर्थी या उसके निर्वाचन अभिकर्ता के मामले में लागू नही होगा। भले ही वे निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता न हों।

         जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि मतदान के दिन मतदान केन्द्र के एक सौ मीटर की दूरी के भीतर वोटो के प्रचार करना निषिद्ध होगा। निर्वाचन लड़ने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी पोलिंग एजेन्ट नियुक्त कर सकते है, यदि निर्वाचन

लड़ने वाले किसी उम्मीदवार को उस मतदेय स्थल या पड़ोसी मतदेय स्थल का पोलिंग एजेन्ट नही मिलता है, तो वह उस विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के किसी मतदाता को पोलिंग एजेन्ट नियुक्त कर सकता है। कोई मंत्री/सांसद/विधायक/एमएलसी या कोई अन्य व्यक्ति जो सुरक्षा घेरे में है कि नियुक्ति निर्वाचन अभिकर्ता/पोलिंग अभिकर्ता/मतगणना अभिकर्ता के रूप में नही किया जा सकता। सुरक्षा कवर प्राप्त ऐसे किसी भी व्यक्ति को अभ्यर्थी के अभिकर्ता के रूप में कार्य करने के लिए अपने सुरक्षा कवर को आत्मसमर्पण करने की अनुमति नहीं दी जायेगी। प्रत्येक अभ्यर्थी एक के अतिरिक्त और मतदान अभिकर्ता को राहत मतदान अभिकर्ता के रूप में नियुक्त करने का हकदार है लेकिन किसी समय दोनो को मतदान केन्द्र में रहने की अनुमति नही दी जायेगी। पीठासीन अधिकारी किसी भी परिस्थिति में मतदान समाप्ति से दो घंटे पूर्व के अन्दर किसी भी मतदान अभिकर्ता को उसके प्रतिस्थानी अभिकर्ता से बदले जाने की अनुमति नही देगें। किसी भी परिस्थिति में मतदान अभिकर्ता को मतदान समाप्ति से पूर्व निर्वाचक नामावली की उसकी प्रति मतदान केन्द्र से बाहर ले जाने अनुमति नही दी जायेगी। अभ्यर्थियों के मतदान अभिकर्ताओं के लिए मतदान केन्द्र पर बैठने की व्यवस्था प्राथमिकता के प्राथमिकता क्रम में की जाएगी। यथा-मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों के अभ्यर्थी, मान्यता प्राप्त राज्यीय दलों के अभ्यर्थी, अन्य राज्यों के मान्यता प्राप्त राज्यीय दलों के अभ्यर्थी, जिन्हें निर्वाचन क्षेत्र में उनके आरक्षित प्रतीकों उपयोग करने की

अनुमति दी गई है, पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दलों के अभ्यर्थी और निर्दलीय अभ्यर्थी। पीठासीन अधिकारी द्वारा मतदान केन्द्र के अन्दर केवल निम्नलिखित व्यक्तियों को ही प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। निर्वाचक, मतदान अधिकारी, एक समय में प्रत्येक अभ्यर्थी, उनका निर्वाचन अभिकर्ता और प्रत्येक अभ्यर्थी का एक समय में एक मतदान अभिकर्ता, आयोग द्वारा प्राधिकृत व्यक्ति, ड्यूटी पर तैनात लोक सेवक, किसी निर्वाचक की गोद में बच्चा, किसी नेत्रहीन अथवा अशक्त निर्वाचक, जो बिना किसी सहायता के चल अथवा मत नही डाल सकता हों, के साथ आने वाला व्यक्ति और  पीठासीन अधिकारी के अनुमति से समय-समय पर निर्वाचकों की पहचान अथवा मतदान

कराने में उनकी सहायता करने के लिए प्रवेश पाने वाले अन्य व्यक्ति।  निर्वाचन लड़ने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी को निर्वाचन क्षेत्र में मतदान तिथि 07 मार्च (दिन-सोमवार) को अपने स्वयं के उपयोग के लिए एक वाहन, अपने निर्वाचन अभिकर्ता के उपयोग के लिए एक वाहन, इसके अलावा, अपने कार्यकर्ताओं या दल

कार्यकर्ताओं के उपयोग के लिए एक वाहन इस प्रकार कुल-3 वाहन उपयोग करने की अनुमति होगी। चार पहिया वाहनो में चालक सहित पाचं से अधिक व्यक्तियों को ले जाने की अनुमति नही होगी। अभ्यर्थियों के लिए आवंटित वाहन किसी अन्य व्यक्ति द्वारा उपयोग नही किया जा सकता है।

सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

साधकों ने लिया दीक्षा

महाशिवरात्रि साधना शिविर का हुआ शुभारंभ

सदगुरुदेव से शक्तिपात दीक्षा प्राप्त करना साधनात्मक जीवन का एक अहम बिंदु- साधक



वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव)। परम आदरणीय संत सदगुरुदेव नंदकिशोर श्रीमाली ने आज शिष्यों के साथ महाशिवरात्रि साधना शिविर 2022 का शुभारंभ  रामाश्रय वाटिका कचहरी वाराणसी के प्रांगण में उत्साह के साथ शुरू किया।आज साधना शक्तिपात व सामान्य दिक्षाए  सम्पन्न की गई । गुरुदेव ने मंत्रों के साथ शिविर का शुभारंभ किया शिविर में देश, विदेश के साथ सभी प्रदेशों के साधक पधारे हुए हैं नेपाल से भी साधक आये हुए हैं। रामाश्रय वाटिका, निकट कचहरी में आज की साधना संपन्न की गई सभी साधकों के साथ आयोजक मंडल के सदस्य डॉ वी बी सिंह, के के मिश्रा, हरिनारायण सिंह बिसेन, उदय सिंह, कैलाश सिंह मीरा मिश्रा, सौरभ सिंह, रिपुंजय सिंह एवं अन्य भक्त गण उपस्थित रहे।

     हरिनारायण सिंह बिसेन ने बताया कि आज प्रातः 9:00 बजे रुद्राष्टकम के साथ रुद्राभिषेक पारद शिवलिंग पर  गुरुदेव के द्वारा शिष्यों के साथ सम्पन्न की जायेगी।

महिलाओं को मतदान के लिए किया जागरुक

दिलायी मतदान की शपथ


वाराणसी 28 फरवरी (दिल इंडिया लाइव)। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के अंतर्गत 7 मार्च को वाराणसी में होने वाले मतदान में अधिकतम मतदान हेतु जागरूकता लाने के उद्देश्य से महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही संस्था वी द वुमेन ने अलमनार ब्वायज स्कूल रेवड़ी तालाब में एक गोष्ठी का आयोजन किया। मुख्य अतिथि स्वीप आइकन और अंतरराष्ट्रीय एथेलीट नीलू मिश्रा ने  गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महोत्सव होता है। मतदान प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है इसलिए इसमें कोताही नही की जानी चाहिए और निर्भीक होकर मतदान करना चाहिए। उन्होंने टेंडर वोट की प्रक्रिया से भी लोगों को अवगत कराने के साथ ही यह भी बताया कि चुनाव आयोग ने मुस्लिम महिला मतदाताओं की बहुलता वाले बूथों पर महिला मतदान कर्मियों की तैनाती की गयी है, इसलिए मुस्लिम महिलाएं भी बिना किसी तनाव के वोट देने ज़रूर जाएं। उपस्थित महिलाओं सहित सभी को नीलू मिश्रा द्वारा मतदान की शपथ भी दिलायी गयी। अध्यक्षता करते हुए वी द वुमेन की निदेशक ग़ज़ाला अंजुम ने महिलाओं से आह्वाहन किया कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को मतदान के लिए भेजने की ज़िम्मेदारी वे स्वयं के ऊपर लें और आगामी 7 मार्च मतदान के दिन पहले मतदान फिर जलपान और मतदान नही तो जलपान नही का फार्मूला अपनाएं। गोष्ठी को सायबा, असमा, फ़ायज़ा आदि ने भी संबोधित किया। संचालन व धन्यवाद ज्ञापन फातमा फरहीन ने किया।

ऐश वेडनस डे : मसीही राख लगा करेंगे आराधना

मसीही रखेंगे चालीस दिन महा उपवास 


वाराणसी 28 फरवरी ( दिल इंडिया लाइव) मसीह समाज का चालीस दिन चलने वाला उपवास बुधवार से शुरू हो रहा है। ऐश वेडनस डे पर महा गिरजा समेत शहर के सभी गिरजाघरों में शाम को विशेष प्रार्थना होगी। वाराणसी धर्म प्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप यूजीन जोसेफ की अगुवाई में बुधवार को कैथेड्रल में फादर विजय शांतिराज के संयोजन में विशेष प्रार्थना सभा होगी । इस दौरान मसीही माथे पर पॉम की पत्तियों की राख से होली क्रॉस बनाएंगे। इसके माध्यम से लोगों को संदेश दिया जाएगा कि ये चालीस दिन प्रायश्चित ओर नियम संयम के हैं। इस उपवास का यह भी संदेश है कि मनुष्य मिट्टी है और मिट्टी में ही मिल जाएगा।

वाराणसी डायसिस से जुड़े फादर थामस ने बताया कि  हर शुक्रवार को क्रूस का रास्ता का महागिरजा में आयोजन होगा।बुधवार से मसीही समुदाय के लोग गुड फ्राइडे तक उपवास करेंगे। यह आयोजन गुड फ्राइडे तक चलेगा। गुड फ्राइडे पर चर्च में 3 बजे विशेष आयोजन बिशप की अगुवाई में होगा। इस दौरान प्रभु ईसा मसीह के बलिदान को याद किया जाएगा। 

आधी रात को गूंजा Happy Christmas, merry Christmas..., कटी केक, गूंजा कैरोल गीत

ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी... काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने की प्रभु यीशु के जन्म की अगवानी   मंगलवार की आधी रात को फि...