मंगलवार, 17 दिसंबर 2024

Christmas की तैयारियों ने पकड़ा जोर, घरों से कालोनियों में गूंज रहा कैरोल

कहीं Christmas पर ट्री, तो कहीं चरनी बनाने की होड़ 


Varanasi (dil India live). Christmas 2024 की तैयारियों ने अब जोर पकड़ा लिया है, चर्चेज में हर दिन रंगारंग धार्मिक आयोजन हो रहे हैं तो वहीं घरों से लेकर कालोनियों तक में गूंज रहा कैरोल गीत। इससे पहले जहां तेलियाबाग सीएनआई चर्च में कैंडल लाइट सर्विस का आयोजन फादर पादरी आदित्य कुमार की अगुवाई में हुआ वहीं लाल चर्च में भी यीशु आगमन पर कैरोल गीत की गूंज सुनाई दी, बेथलहम की ठंडी हवाओं धीरे से आओ, धीरे से जाओ, सोया है यीशु छूकर न जाओ...धीरे से आओ जाओ...। 


तेलियाबाग चर्च में पादरी आदित्य ने कहा कि प्रभु ने कहा मैं जगत की ज्योति हूं। उन्होंने जगत की ज्योति के रूप में जन्म लिया ताकि पाप रूपी अंधकार को संसार से मिटाकर मानव जाति में आनंद, शांति, करुणा, दया और आपसी प्रेम स्थापित हो सके। इस मौके पर मिथिल विलयम, विशाल ल्यूक, कुशल प्रकाश, डेविड, विजय दयाल, सुदेश प्रकाश, सुदीप महापात्रा, कंचन, श्रेया, रोमा, प्रार्थना, सनी आदि सैकड़ों लोग मौजूदथे।

चर्च आफ बनारस में पादरी बेनजान ने कहा कि क्रिसमस प्रभु यीशु के आगमन का दिन है। वो प्रभु यीशु जो हमारे पापों से हमें मुक्ति दिलाने आएंगे। सेंट मैरीज महागिरजा में एक बड़ी चरनी तैयार करने में कलाकार जुटे हुए हैं। इसकी भव्यता क्रिसमस पर देखते ही बनेगी।


Varanasi k Dalmandi में हुई मौजूदा सड़क की नाप-जोख

दुकानों की स्थिति भी नगर निगम की टीम ने देखी परखी


Mohd Rizwan 
Varanasi (dil India live)। अतिक्रमण एवं जाम से निजात दिलाने के लिए मंगलवार को सरकारी अमला दालमंडी पहुंचा और भवनों व दुकानों की नाप जोख शुरू की। इस दौरान सड़क चौड़ीकरण को लेकर नगर निगम की टीम ने नापी के अनुसार अतिक्रमण की स्थिति काफी गंभीर बताई।

निगम कर्मचारियों का कहना था कि कुछ भवन और दुकानें अवैध रूप से अतिक्रमित हैं और इन्हें हटाने की आवश्यकता है। इस पर निगम अतिक्रमण हटाने के लिए कार्रवाई करेगा और दालमंडी के चौड़ीकरण के लिए योजना बनाई जा रही है। यह अभियान चौक से शुरू होकर नई सड़क तक चला। जिससे वहां लोगों में काफी सुगबुगाहट और अफरातफरी का माहौल देखा गया।

Gouriganj के girija Shankar की जमानत अर्जी खारिज

रंगदारी मांगने पर जालसाज गिरिजा शंकर जायसवाल पर भेलूपुर थाने में दर्ज हुआ था केस

Mohd Rizwan 
Varanasi (dil India live)। विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, (तृतीय) सपना शुक्ला की अदालत ने होटल व्यवसायाई से रंगदारी मांगने के मामले में गौरीगंज थाना भेलूपुर निवासी जालसाज गिरिजा शंकर जायसवाल के अपराध की गम्भीरता को देखते हुए जमानत अर्जी खारिज कर दी। अदालत में जमानत अर्जी का विरोध वादी के अधिवक्ता वरूण प्रताप सिंह ने किया। 

अभियोजन पक्ष के अनुसार, वादी मुकदमा राजेश तिवारी अलका होटल मीरघाट में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। 15 जनवरी 2024 को वह अलका होटल से रोज की भांति रात्रि साढ़े 10.30 बजे अपने घर जा रहा था कि भुतेश्वर गली के पास एक आदमी ने तिवारी आवाज देकर रूकने का इशारा किया तो उसने अपनी गाड़ी जंगमबाडी मठ के पहले अग्रवाल फर्नीचर की दुकान के सामने रोकी। उसने अपना मोबाइल जो कि चालू था देकर कहा कि लो गिरजा जायसवाल से बात करो तब एक दूसरे व्यक्ति ने आकर कमर में नुकीला चीज सटा कर बोला कि शोर करोगे तो हम लोग तुम्हे गोली मार देगे। उसने ज्योहि मोबाइल लेकर हेलो बोला तो उधर से आवाज आई कि मै गिरजा शंकर जायसवाल बोल रहा हूँ। वह आवाज सुनते ही समझा गया कि यह वही गिरजा शंकर जायसवाल है जो कि पहले भी हम लोगो को परेशान करते रहते है तथा गाली देते हुए कहा कि जो मुकदमा तुम और तुम्हारा मालिक विनय चौधरिया किये हो उसे उठा लो तथा एक लाख रूपये महीने की मांग किया तथा धमकी दिया कि तुम और तुम्हारा मालिक पुलिस के पास गये तो धन्धे के साथ जान से भी जाओगे। वह बहुत डर गया और उन लोगो ने उसके पास से 23,500/-रू0 ले लिये।

सोमवार, 16 दिसंबर 2024

अभी क्यों उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई नई है...

बेनियाबाग मैदान में शायरों से गुलज़ार रही सर्द शब

शबीना अदीब के अशरार ने लूटी वाहवाही, बनारसी कलाम भी लोगों को आएं पसंद 

Mohd Rizwan 

Varanasi (dil India live)। बेनियाबाग के सिमट चुके मैदान में इतवार की शब शायरों से गुलज़ार रही, एक तरफ सर्द हवाएं बह रही थी तो दूसरी ओर नबी पर नातिया कलाम से गुल ए सबा ने मुशायरे की इब्तिदा की। कभी शायर हालाते हाजरा तो कभी इश्क और मां की मोहब्बत से सामइन से दाद लेने की भरसक कोशिश करते दिखाई दिए। मशहूर शायरात शबीना अदीब के अशरार ने खूब वाहवाही, हालांकि उनके पेश किए कलाम बनारस के लोगों के ज़ेहन में पहले से ही ताज़ा थे। इस दौरान बनारसी शायरों के कलाम भी लोगों की दाद लेने में कामयाब नज़र आएं। शबीना अदीब ने जब तरन्नुम में पढ़ा,


खामोश लब हैं झुकी हैं पलकें, दिलों में उल्फत नई-नई है, अभी तकल्लुफ है गुफ्तगू में, अभी मोहब्बत नई-नई है। लोग झूम उठे। उनकी अगली कड़ी, अभी न आएंगी नींद न तुमको, अभी न हमको सुकूं मिलेगा अभी तो धड़केगा दिल ज्यादा, अभी मुहब्बत नई नई है...। बनारस मुशायरा में शबीना अदीब ने फिर शायरी की, बहार का आज पहला दिन है, चलो चमन में टहल के आएं, फिजा में खुशबू नई-नई है गुलों में रंगत नई नई है। जो खानदानी रईस हैं वो मिजाज रखते हैं नर्म अपना, तुम्हारा लहजा बता रहा है, तुम्हारी दौलत नई-नई है। ज़रा सा कुदरत ने क्या नवाज़ा के आके बैठे हो पहली सफ में, अभी क्यों उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई नई है...।

कानपुर से आयीं शबीना अदीब के बाद इस्माइल नजर ने अपनी शायरी से लोगों को बांधे रखा। इस दौरान जब अमजद खान ने मेरी नजरों में मुहब्बत का वो हकदार नहीं, गम के मारों को जिसे कोई सरोकार नहीं..पढ़कर खूब तालियां बटोरी। डॉ. प्रशांत सिंह ने अपने कलाम से लोगों को खूब हंसाया तो अलीशा मेराज ने बेटी व वालिद की मोहब्बत पर शायरी की।  

अरशद मेहताब ने, घर से मैं अपने मां की दुआ लेकर आया हूं.. सुनाकर मां की अहमियत पर रौशनी डाली। मोहन मुंतजिर, इस्माईल नजर, धर्मराज उपाध्याय, सलीम शिवालवी, डॉ प्रशांत सिंह ने खूबसूरत शायरी से लोगों को आखिर तक बांधे रखा। शायरों का खैरमकदम कमेटी के सदर अनिल यादव बंटी ने व निजामत सुधांशु श्रीवास्तव व दमदार बनारसी ने किया।

UP के First woman Technology park को विस्तारीकरण की दरकार

बसनी में स्थापित पार्क गांव की महिलाओं की प्रतिभा और उत्पादकता को दे रहा बढ़ावा

प्रौद्योगिकी के माध्यम से सशक्तिकरण की है पहल, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को इस सम्बन्ध में भेजा गया पत्र

केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इस केन्द्र के विस्तारीकरण की आवश्यकता पर दिया था जोर


Varanasi (dil India live). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के पिंडरा विधानसभा स्थित बसनी में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की प्रतिभा और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश का पहला रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क (आरडब्ल्यूटीपी), मार्च 2018 में स्थापित किया गया था। इसका उद्घाटन 27 दिसंबर 2018 को एमएस राव (आईएएस), प्रबंध निदेशक, डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया गया। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और घरो में कार्य कर रही महिलाओं को डिजिटल तकनीकों का उपयोग जैसे ज़री-ज़रदोज़ी, चिकनकारी, हस्तशिल्प डिज़ाइनिंग, ई-गल्ला सॉफ़्टवेयर के माध्यम से उद्यम विकास में महिलाओं को प्रशिक्षित करना और  उनकी आर्थिक स्तिथि को मजबूत करते हुए उनके आजीविका संवर्धन का विकास करना तो था ही साथ ही मल्टी मीडिया के माध्यम से उन्हें जागरूक करना भी था। केन्द्र के संचालक की मानें तो यहाँ से 3 वर्षो (2018–2021) में करीब 5000 से ज्यादा महिलाओ को प्रशिक्षित किया गया। इस पार्क के कार्यो से प्रभावित होकर के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने 3 सफल महिलाओं से वर्चुअल वार्ता किया था, तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन महिलाओ को बुलाकर सम्मानित किया। उक्त पार्क का संचालन साईं इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट, वाराणसी और डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। 

साईं इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट द्वारा इस पार्क का संचालन किया जा रहा है। परियोजना समाप्त होने (2021) के बाद भी, संस्थान अपने सीमित संसाधनों और सीएसआर फंड की मदद से महिलाओं को लगातार प्रशिक्षण दे रहा है। वर्तमान में, केंद्र में महिलाओं को पारंपरिक कलाओं और शिल्पों के साथ-साथ काशी के मंदिरों के पुष्प अपशिष्ट से उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें अगरबत्ती, धूप, हवन कप और अन्य उत्पाद शामिल हैं।

साईं इंस्टिट्यूट और रूरल वीमेन टेक्नोलॉजी पार्क के निदेशक अजय सिंह ने बताया कि परियोजना समाप्ति के पश्चात संस्थान अपने सिमित संसाधनों और विभिन्न विभाग और सी.एस.आर. फण्ड से महिलाओं को प्रशिक्षित कर रहा है, इस टेक्नोलॉजी पार्क का निरीक्षण करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इस केंद्र के विस्तारीकरण की आवश्यकता पर बल दिया था ताकि इसका लाभ अधिक महिलाओं तक पहुंच सके। साथ ही इस पार्क के कार्यों की सराहना भारत सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों ने की है, जैसे डॉ. अजय कुमार, पूर्व रक्षा सचिव, भारत सरकार, डॉ. अभिषेक सिंह, प्रबंध निदेशक, डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन, तथा अतिरिक्त सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार, हिमांशु नागपाल, आईएएस, मुख्य विकास अधिकारी, वाराणसी, आर.के. राय, अतिरिक्त विकास आयुक्त, एमएसएमई, भारत सरकार, डॉ० जी. एन. सिंह, तकनीकी सलाहकार, मुख्यमंत्री उ.प्र. सरकार ने निरीक्षण करके इस पार्क के कार्यो की सराहना कर चुके है।

विस्तारीकरण के लिए पहल

साईं इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट के निदेशक अजय सिंह ने बताया कि इस केंद्र को नए क्षेत्रों में विस्तारित करने और इसे नवीनतम तकनीकों से सुसज्जित करने के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, और विभिन्न मंत्रालयों के सचिवों और अधिकारियों को पत्र भेजा गया है। उन्होंने कहा कि इस पहल से महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करने और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिलेगी। संस्थान का यह प्रयास ग्रामीण महिलाओं की आकांक्षाओं और उद्यमशीलता की भावना को नया आयाम देने के लिए प्रतिबद्ध है।

रविवार, 15 दिसंबर 2024

Varuna Nadi की दुर्दशा पर बुद्धिजीवियों ने व्यक्त की चिंता

'वरुणा' और 'असि' को पुनर्जीवित किए बिना गंगा का निर्मलीकरण संभव नहीं

जन सहभागिता  व प्रशासनिक इच्छा शक्ति से ही वरुणा का पुनरुद्धार संभव

साझा संस्कृति मंच, प्रौद्योगिकी संस्थानों के प्रतिनिधियों की  संयुक्त बैठक


Varanasi (dil India live)। गंगा के निर्मलीकरण और अविरल प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए उसकी सहायक नदियों को भी स्वच्छ और निर्मल बनाना ही होगा।   वाराणसी नाम की पहचान देने वाली दोनों नदियों 'वरुणा' और 'असि' को पुनर्जीवित किए बिना गंगा का निर्मलीकरण संभव नहीं होगा। इन नदियों का जन सहभागिता और प्रशासनिक इच्छा शक्ति से ही पुनरुद्धार संभव होगा। नेपाली कोठी नदेसर स्थित साझा संस्कृति मंच के कार्यालय में रविवार को आयोजित बैठक में वक्ताओं ने उक्त विचार व्यक्त किये ।


वरुणा नदी पुनरुद्धार संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर आयोजित बैठक में प्रमुख रूप से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी मुम्बई एवं आईआईटी काशी हिन्दू विश्व विद्यालय तथा पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट देहरादून के वैज्ञानिक, पर्यावरण के प्रति सचेत नागरिक, पर्यावरण कार्यकर्ता, भूसेवा जल सेवा अभियान के कार्यकर्ता, वरुणा नदी संवाद यात्रा के सदस्य और साझा संस्कृति मंच के सदस्य शामिल रहे। बैठक के पूर्व नदी वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने शास्त्री घाट पर वरुणा नदी की स्थिति का अवलोकन किया।


वक्ताओं ने कहा कि वरुणा नदी में गिर रहे मल जल और कचरे को पूरी तरह रोकना, नदी के उद्गम से संगम तक दोनों किनारों पर सघन हरित पट्टी और शारदा सहायक से अधिक जल की उपलब्धता से नदी को पुनर्जीवित किया जा सकता है। इसके साथ ही नदी किनारे के जल स्रोतों कूप, तालाब, पोखर आदि को पुनर्जीवित करना, वर्षा जल का अधिकतम संचय किया जाना आदि भी आवश्यक होगा।
बैठक में आईआईटी मुंबई के प्रो ओम दामानी, आईआईटी बीएचयू के प्रो प्रदीप कुमार मिश्र, पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट देहरादून के प्रो अनिल गौतम, साझा संस्कृति मंच के संयोजक फादर आनंद, वरुणा नदी संवाद यात्रा के संयोजक राम जी यादव, रामजनम, डॉ मोहम्मद आरिफ, फादर आनंद, रवि शेखर, एकता, सतीश सिंह, राजकुमार, फादर दयाकर, अंशुल अग्रवाल, रोहित, अजय पटेल, नंदलाल मास्टर, अपर्णा, सुरेश प्रताप सिंह, धर्मेंद्र दुबे, प्रेम प्रकाश आदि  ने प्रमुख रूप से विचार व्यक्त किये। बैठक का  संचालन वल्लभाचार्य पाण्डेय, धन्यवाद फादर प्रवीण ने किया।

शैक्षिक उन्नयन कार्यशाला में 125 शिक्षक हुए सम्मानित


Varanasi (dil India live). धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी सारनाथ वाराणसी में केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान एवं बेसिक ऐजुकेशन मूवमेंट ऑफ़ इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय शैक्षिक कार्यशाला, पुस्तक लोकार्पण एवं शैक्षिक सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. दयाशंकर मिश्र, (आयुष मंत्री भारत सरकार), विशिष्ट अतिथि प्रो. बढ़ घु नेगी (कुलपति केंद्रीय तिब्बतीय संस्थान सारनाथ वाराणसी), डॉ. अनिल कुमार सिंह (अखिल भारतीय शिक्षण मंडल), कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडली सहायक शिक्षा निदेशक उमेश कुमार शुक्ला ने की। 

कार्यशाला में अध्यापकों ने निपुण भारत मिशन के अंतर्गत नामांकन कायाकल्प, स्वछता, पर्यावरण व शैक्षिक उन्नयन पर अपने विचारों को साझा किया। कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए कुल 125 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले शिक्षकों में अब्दुर्रहमान, सचिन सिंह, रागिनी विश्वकर्मा, रंजना वर्मा, सारिका त्रिपाठी, जयलता राय, रश्मि त्रिपाठी, शीला सिंह, सतना सिंह, प्रीति सोनकर, संजय यादव, विजय लक्ष्मी, ईरा सिंह, अर्चना सिंह, रविंद्र मौर्य, अनिल कुमार, अंजलि तोमर, सुरेश कुमार अकेला, कंचन सिंह आदि रहे। कार्यक्रम के संयोजक डॉ राजेश शर्मा ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

दुनिया के प्रमुख अर्थशास्त्री, देश के पूर्व प्रधानमंत्री Manmohan Singh का निधन

पीएम मोदी, सोनिया गांधी, राहुल, प्रियंका गांधी समेत तमाम लोगों ने शोक जताया देश में सात दिन का राजकीय शोक  New Delhi (dil India live)। दुनिय...