ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी...
काशी से रोम तक मसीही समुदाय ने की प्रभु यीशु के जन्म की अगवानी
मंगलवार की आधी रात को फिज़ा में Happy Christmas, merry Christmas...की गूंज सुनाई दी। चर्चेज के घंटे एक साथ बज उठे। देश दुनिया के मसीही समुदाय ने केक काटी और फिज़ा में गूंजा कैरोल गीत,ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी...क्रिसमस सेलिब्रेशन पर अमन की एक रिपोर्ट...
Varanasi (dil india live)। घड़ी की सुई ने जैसे ही रात 12 बजे का निशान बनाया काशी से रोम तक के मसीही समुदाय ने प्रभु यीशु मसीह के जन्म की अगवानी प्रार्थना और कौरोल सिंगिग से की। वाराणसी में सेंट मैरीज़ महागिरजा में कैरोल गीत, ओहो प्यारी रात, ओहो न्यारी रात, खुशी की रात आयी है, शांति की रात, अमन की रात हमारी रात आयी है...। की गूंज देर रात जब फिज़ा में बुलंद हो रही थी, तो रोम में मसीही समुदाय के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस प्रभु यीशु की आराधना करा रहे थे। 24 दिसंबर की सर्द रात सेंट मेरीज़ महागिरजा में एक साथ चर्च का घंटे बज उठे। यह संकेत था, धरती पर अमन के राजकुमार प्रभु यीशु के आगमन का। इसी के साथ कैरोल गीत, पवित्र है आगमन...फिज़ा में गूंजने लगा।
वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप यूजीन जोसफ बालक यीशु को अपने हाथों में लेकर चर्च की वेदी पर पहुंचे। इस दौरान बिशप ने मौजूद मसीही समुदाय को बालक यीशु का दर्शन कराया। यीशु की बालरूप प्रतिमा की एक झलक पाकर ही तमाम लोग धन्य हो उठे। महागिरजा के पल्ली पुरोहित फादर अगस्टिन के संचालन में यीशु जन्म के मंचन की 24 दिसंबर की मध्यरात्रि गवाह बनी। इस दौरान बिशप ने तमाम, बीमारियों, आपदाओं, आतंकवाद आदि बुराईयों से निजात के लिए प्रभु यीशु से खास प्रार्थना की। इस मौके पर मसीही घरो व चर्चेज़ में केक काटी गई, केक का आदान प्रदान हुआ, लोगों ने एक दूसरे को क्रिसमस विश किया, फिज़ा में देर तक गूंजता रहा, हैप्पी क्रिसमस, मैरी क्रिसमस...। आयोजन में फादर थामस, फादर फिलिप, सिस्टर जमीला, सिस्टर अंजू, सिस्टर मोनिका, सिस्टर तारा, सिस्टर ज्योति आदि हजारो मसीही मौजूद थे। ऐसे ही सेंट जांस महरौली में फादर सुहाई राज, सेंट जांस लेढूपुर में फादर हेनरी, ईश माता मंदिर शिवपुर में फादर रोज़लिन राजा ने आराधना कराया। सेंट जोसफ चर्च लोहता, फातेमा चर्च मवैया व सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी चर्च में भी क्रिसमस का आगाज़ हुआ। उधर प्रोटेस्टेंट मसीही समुदाय ने क्रिसमस पर मिड नाइट सर्विस का आयोजन किया है। चर्चेज़ में प्रभु यीशु जन्म के प्रतीक के रूप में चरनी सजायी गयी। वहां रात 12 बजते ही कैरोल गीत फिज़ा में गूंज उठा... अमन के राजकुमार तेरा हो अभिषेक ....।
इस दौरान सीएनआई चर्च सेंट पॉल सिगरा में पादरी सैम जोशुआ सिंह, तेलियाबाग चर्च में पादरी आदित्य कुमार, चर्च ऑफ बनारस में पादरी बेनजान, लालचर्च में पादरी इकबाल मसीह, सेंट बेटल फुल गॉस्पल चर्च में पास्टर एंड्रू थामस, विजेता प्रेयर मिनिस्ट्रीज में पास्टर अजय कुमार, ईसीआई चर्च में पादरी नवीन ज्वाय व पादरी दशरथ पवार, मुगलसराय चर्च में पादरी संजय दान ने प्रभु ईसा मसीह के आगमन की अगवानी बाइबिल पाठ के साथ किया। इस दौरान बोन फायर भी कई चर्चेज़ में किया गया। समाचार लिखे जाने तक किसमस सेलिब्रेशन का दौर जारी था। इसी के साथ तीन दिवसीय मेला भी शुरू हो जाएगा जो 27 दिसंबर तक जारी रहेगा। यह मेला काशी की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल माना जाता है। तेलियाबाग चर्च के पादरी आदित्य कुमार ने बताया कि 25 दिसंबर को सभी चर्चेज में क्रिसमस सेलिब्रेशन होगा जिसमें सभी समुदाय के लोग शामिल होते हैं। एक दूसरे को बधाई दी जाती है।