पीएम मोदी से मांगा काशी से काबा की उड़ान
वाराणसी 24 अक्टूबर (dil india)। काशी से काबा की उड़ान वर्ष 2018 से बंद है। कल बनारस में पीएम मोदी आने वाले हैं। पीएम मोदी का बनारस संसदीय क्षेत्र है। ऐसे में हमारी मांग है कि वो काशी से पूर्वांचल के मुसलमानों के लिए पुनः हज की उड़ान शुरू कराने का ऐलान करे।
सेंट्रल हज कमेटी के पूर्व सदस्य हाफिज नौशाद आज़मी ने पीएम मोदी से यह मांग की है। वो एक नीजी कार्यक्रम में शिरकत करने बनारस आये थे। इस दौरान आज़मी ने ऐलान किया है कि जब तक काशी से काबा की उड़ान नहीं शुरु होती है तब तक वो संघर्ष जारी रखेंगे। उत्तर प्रदेश राज्य हज कमेटी से दो बार निर्वाचित सदस्य व केंद्रीय हज कमेटी के पूर्व सदस्य और लंबे समय से हज यात्रियों के लिए संघर्ष करने वाले हाफिज नौशाद अहमद आजमी ने कहा कि कोविड के चलते हज यात्री 2020 व 2021 में हज पर नहीं जा सके। एक सवाल के उत्तर में नौशाद आजमी ने कहा कि हमने बहुत संघर्ष के बाद 2007 में वाराणसी से हज की उड़ान शुरू करायी थी। इसके लिए 6 मई 2006 को मोहम्मदाबाद गोहना मऊ में प्रांत का एक ऐतिहासिक हज सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें 25000 से अधिक हज प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। उसके बाद श्री प्रफुल पटेल ने हमसे मुलाकात की और वादा किया कि पूर्वांचल के हजयात्री 2007 में वाराणसी से काबा की उड़ान भरेंगे।
18 अगस्त 2006 को, लोकसभा में सांसद रामजी लाल सुमन ने मांग की कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के यात्रियों को बनारस से यात्रा करने की अनुमति दी जाए। श्री इकबाल सरावगी व हाफिज नौशाद आज़मी 9 मार्च, 2007 को तत्कालीन प्रधान मंत्री डा. मनमोहन सिंह से उनके संसदीय कार्यालय में मुलाकात की और वाराणसी से हज यात्रियों की उड़ान की मांग किया था। प्रधान मंत्री ने आश्वासन दिया कि 2007 से उत्तर प्रदेश के वाराणसी से हजयात्री यात्रा करेंगे। 2007 से पहले वाराणसी एयरपोर्ट एक छोटा हवाई अड्डा था। हज की उड़ान के बाद, वाराणसी हवाई अड्डा एक प्रमुख हवाई अड्डा बन गया। नौशाद आज़मी ने कहा कि 2008 में, 5,000 से अधिक तीर्थयात्रियों ने हज और एक प्रमुख सऊदी एयरलाइंस की उड़ान के लिए यात्रा की। लेकिन आज यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने 2018 में जो हज नीति तैयार की उसमें देश भर से केवल 9 जगहों को ही हज के लिए चयन किया गया। जबकि 21 इम्बारकेशन प्वाइंट पहले थे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी से काबा की उड़ान खत्म कर दी गई। उन्होंने कहा कि हज का पहला काफिला 2007 में हवाई अड्डे से निकल रहा था। जब उद्घाटन समारोह हुआ, तो एक कांग्रेसी सांसद ने पूरे वाराणसी और हवाई अड्डे के रास्ते में अपने नाम का पोस्टर बैनर यह कहते हुए लगवाया कि उन्होंने अपना वादा पूरा किया। जो पूरी तरह से झूठ था। काफिला चला गया, मीडिया के बाहर खड़े लोगों ने मुझसे पूछा, "आपने पूरी मेहनत की है। आपको आमंत्रित नहीं किया गया है। मीडिया के लोगों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की। इंडिया टुडे ने इस इशू को प्रमुखता से प्रकाशित भी किया।,
हाफिज नौशाद आज़मी को नाराज़गी है कि बनारस शहर के बुद्धिजीवियों और मुस्लिम सामाजिक संगठनों से उन्होंने सांसद की निंदा नहीं की और उनकी सेवाओं को पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया। आज आज़मी ने एक बार फिर पीएम मोदी ने गुज़ारिश की है कि वो काशी से काबा का ऐतिहासिक सफर शुरु करायें। इस अवसर पर आल इंडिया टीचर्स एसोसिएशन मदारिस अरबिया के महामंत्री वहीदुल्लाह खां सईदी भी मौजूद थे।