सोमवार, 20 दिसंबर 2021

विश्व उर्दू दिवस पर छलका दर्द

उर्दू की उन्नति व अस्तित्व के लिए गंभीरता से प्रयास करना होगा

  • उर्दू ज़बान व अदब में भारतीय संस्कृति प्रतिबिंबित होती है: प्रो आफताब अहमद आफाकी 
  • उर्दू हमारी मादरी जबान है इसके लिए स्वयं गंभीर होना होगा:मुफ्तीए बनारस
  • उर्दू बीटीसी टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने शिक्षाविदों को"हफीज़ बनारसी" अवार्ड से नवाजा


वाराणसी 19 दिसंबर(dil india live)। विश्व उर्दू दिवस पर "उर्दू बहैसियत मादरी ज़बान"के शीर्षक से रविवार को उर्दू बीटीसी टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन, ऊ प्र, वाराणसी के सौजन्य से काज़ीसादुल्लापूरा स्थित सिटी गर्ल्स इंटरमीडिएट कॉलेज में "आठवां जश्न ए उर्दू" सेमिनार आयोजित हुआ। जिसकी अध्यक्षता मुफ्ती ए बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने की।

         इस अवसर पर मुख्य अतिथि बीएचयू के उर्दू विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो आफताब अहमद आफाकी ने कहा कि उर्दू ज़बान का जन्म व उन्नति भारत में ही हुई है इसलिए उर्दू में यहां की सभ्यता और संस्कृति का होना स्वाभाविक है। उर्दू की ये विशेषता है कि यह धर्म या क्षेत्र विशेष की भाषा न होकर सभी की धमनियों में प्रवाहित है। उर्दू हमारी मातृ भाषा है जिसकी हैसियत हमेशा परिपूर्ण रहेगी। हमारे इतिहास, सभ्यता और अहम कारनामों के साक्ष्य इसी भाषा में संरक्षित हैं, इसलिए इसकी उन्नति व अस्तित्व के लिए हमे गंभीरता से प्रयास करना चाहिए।उर्दू के लिए यह एक सुखद अवसर है और हमे अपनी भाषा की रक्षा और विकास के लिए स्वयं कार्य करना होगा।उर्दू के विकास के लिए हमे अपने घरों से कोशिश करनी होगी, हमे अपने बच्चों को उर्दू पढ़ाना होगा तथा उर्दू अखबार व पत्रिकाओं से परिचित कराना होगा। यह हमारे देश की भाषा, हमारी सभ्यता और संस्कृति है। हमारी सारी सांस्कृतिक पूंजी उर्दू में है इसलिए हमे इसकी सुरक्षा खुद करनी होगी।

     


 विशिष्ट अतिथि जिला शिक्षा एवम प्रशिक्षण संस्थान (डायट) सारनाथ, वाराणसी की उर्दू की प्रवक्ता डॉक्टर नगमा परवीन ने कहा कि उर्दू हमारी मातृ भाषा ही नहीं, ये हमारी संपूर्ण संस्कृति भी है। इसके संरक्षण और तरक्की के लिए प्रयास करना होगा, इसके लिए हमे उर्दू शिक्षा को आम करना होगा तभी हम अपनी ज़बान की हिफाजत कर सकते हैं। इस भाषा में ऐसी मधुरता और आकर्षण है कि ये सबका ध्यान आसानी से प्राप्त कर लेती है।मदरसा मजहरूल उलूम के वरिष्ठ अध्यापक जनाब अफसर अहमद ने कहा कि जो कौम अपनी ज़बान का एहसास नहीं करती उसका अस्तित्व मिट ही जाना है। मातृ भाषा के बिना आंखें तो होगी मगर दृष्टि नही, दिमाग तो होगा मगर स्वतंत्र नही होगा। ऐसे लोग न अतीत का ज्ञान रखते हैं न वर्तमान की चिंता। डी ए वी डिग्री कॉलेज की प्रवक्ता तमन्ना शाहीन ने कहा कि स्वतंत्रता का पूरा इतिहास इसी उर्दू भाषा में संरक्षित है। ये स्वतंत्रता आंदोलन में होने वाले बलिदान की साक्षी है, इसका खत्म होना हमारे अस्तित्व का नष्ट होना है। हमे नई पीढ़ी को मातृ भाषा की उचित शिक्षा देने की व्यवस्था करनी चाहिए क्योंकि यह हमारी सभ्यता व संस्कृति की पहचान है।

           अपने अध्यक्षीय संबोधन में मुफ्ती ए बनारस मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने कहा कि उर्दू हमारी मादरीज़बान है इसके लिए हमे खुद गंभीर होना होगा तभी हम दूसरो से आशा कर सकते हैं। यह ज़बान केवल एक धर्म की नही है, इसके विकास का दायित्व हर शहरी का है। अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाना अच्छी बात है लेकिन उसके साथ ही हमे उर्दू की भी शिक्षा दिलानी होगी तभी आने वाली पीढ़ियों को पूर्वजों का बलिदान मालूम हो सकेगा। हम एक घंटे ही सही लेकिन बच्चो को उर्दू जरूर पढ़ाएं। प्रख्यात शायर अहमद आज़मी ने अपनी नज्मों व गजलों से प्रोग्राम की खूबसूरती को बढ़ाया।

इस अवसर पर अतिथियों को उनकी साहित्यिक और शैक्षिक सेवा के लिए "हफीज़ बनारसी अवार्ड"2021से नवाज़ा गया।साथ ही अतिथियों को बुके और शाल देकर सम्मानित किया गया। प्रोग्राम की शुरुआत हाफिज नफीसुर्रहमान ने कुरआन की तिलावत से की और नौशाद अमान "सोज़" ने नात और हेना परवेज़ ने कौमी तराना पढ़ा। स्वागत भाषण अब्दुर्रहमान ने व धन्यवाद ज्ञापन संस्था के अध्यक्ष एहतेशामुल हक ने पेश किया। कार्यक्रम का संचालन इशरत उस्मानी ने बखूबी निभाया।

       


   इस अवसर पर उर्दू बीटीसी टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के संरक्षक इश्तियाक अंसारी, अध्यक्ष डॉक्टर एहतेशामुल हक, महामंत्री मोहम्मद जफर अंसारी, कोषाध्यक्ष महबूब आलम, उपाध्यक्ष शाहनवाज खां व बेबी फातमा,संत अल्हनीफ एजुकेशन सेंटर के डायरेक्टर हाजी वसीम अहमद, सिटी गर्ल्स इंटर कालेज के प्रबंधक हाजी रईस अहमद,नैशनल इंटर कालेज के उर्दू प्रवक्ता ज्याउद्दीन अंसारी,मदरसा मतलउल उलूम के वरिष्ठ अध्यापक अकील अंसारी,सलीम बनारसी,हाजी खुर्शीद,हाजी अमीरुल्लाह,मुफ्ती अहमद सईद, मंजूर अहमद, अब्दुल्लाह,हारून, तमन्ना बेगम, अली इमाम, आज़ाद अंसारी, चिराग अंसारी, शफीक आलम, मुहम्मद सुहेल, शगुफ्ता अंजुम, डॉक्टर नजमुस्सहर, शकील अंसारी, ज़हीर अख्तर, इमरान खान, राशिद अनवर, आमरा जमाल, हिना कौसर, हुसैन अहमद आरवी, आयशा परवीन, सदरुद्दीन, एहतेशाम हैदर, रुखसार, आयशा अरवीन, तबस्सुम, रहमत अली, महफूजा खातून, जावेद अख्तर, एच हसन नन्हे, शमीम रियाज़, हफीज़ मुनीर, इरफान इत्यादि मौजूद थे।

रविवार, 19 दिसंबर 2021

क्षेत्रीय जनता के लिए वरदान होगा 50 शैय्या यह चिकित्सालय- सुरेन्द्र नारायण सिंह

आयुष चिकित्सालय में लगा स्वास्थ्य शिविर





 वाराणसी,19 दिसम्बर (dil india live)। भद्रासी में नवनिर्मित 50 शैय्या के आयुष चिकित्सालय में रविवार को पहला स्वास्थ्य जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही दवा वितरण हुआ। साथ ही लोगों को बेहतर स्वास्थ्य के लिए जागरूक किया गया। शिविर का उद्‌घाटन रोहनिया के विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह ने किया। 

“आज़ादी का अमृत महोत्सव” के तहत “विश्व आयुर्वेद परिषद” एवं आयुष विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस स्वास्थ्य शिविर के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए विधायक सुरेन्द्र नारायण सिंह ने कहा कि यह अस्पताल इलाके के लोगों के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार का सपना है कि हर व्यक्ति को उसके घर के पास ही बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो। सरकार के इस सपने को यह अस्पताल साकार करेगा। उन्होंने इलाके के लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया।

समारोह में क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. भावना द्विवेदी ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आयुर्वेद व यूनानी के साथ ही होम्योपैथी चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध होगी। यहां योग के जरिए भी उपचार होगा। शिविर में 320 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही दवा का वितरण किया गया। इस अवसर पर योग प्रशिक्षक मनीष पाण्डेय, आशीष पाल व धीरेन्द्र शर्मा ने योग का प्रदर्शन कर लोगों को निरोग रहने का रहने का संदेश दिया।

समारोह में  डा. कमलेश कुमार द्विवेदी,  डा. मनीष मिश्र, डा.अंजना सक्सेना, वीरेन्द्र कुमार, डा. रमन विश्वकर्मा, डा. अश्विनी तिवारी तथा अन्य चिकित्सक एवं चिकित्साकर्मी  मौजूद रहे। इस अवसर पर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. एन.के सिंह ने बताया कि अस्पताल में प्रातः सात बजे से योग की कक्षाएं चलेगी तथा सभी प्रकार के रोगी देखे जाएगे । कार्यक्रम का संचालन डा. रमन विश्वकर्मा  ने किया।  इस अवसर  पर काफी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक  उपस्थित थे।

आप ने काशी में इन उम्मीदवारों पर लगाया दाव

"आप" की तीसरी सूची जारी, वाराणसी के 02 सीटों पर संभावित उम्मीदवारों की घोषणा

दक्षिणी से अजीत, उत्तरी से डॉ. आशीष चुनावी मैदान में कूदे


वाराणसी 19 दिसंबर (dil india live)। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद/प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने उत्तर -प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिये, 30 प्रभारियों/संभावित उम्मीदवारों की  तीसरी सूची जारी किया। पूर्व में भी पार्टी 02 सूचियों के माध्यम से 170 प्रभारियों की लिस्ट जारी कर चुकी हैं। प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह ने बताया कि वाराणसी के दक्षिणी विधानसभा से राजमंदिर के लोकप्रिय पार्षद अजीत सिंह को और उत्तरी  विधानसभा से डॉ. आशीष जायसवाल को विधानसभा प्रभारी/संभावित उम्मीदवार घोषित किया हैं। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित अजीत सिंह राजमंदिर क्षेत्र के बेहद लोकप्रिय और दक्षिणी विधानसभा में बेहद कर्मठ और जुझारू नेता के रूप में जाने जाते हैं। जबकि उत्तरी के संभावित उम्मीदवार डॉ. आशीष जायसवाल बीएचयू में कोर्डियोलाजी (हृदय रोग विभाग) में असिस्टेंट प्रोफेसर. (DM कार्डियोलॉजी) के रूप में कार्यरत हैं। इसके पूर्व आज ही सुबह सांसद संजय सिंह ने दिल्ली में अजीत सिंह को पार्टी में शामिल किया।

    वाराणसी के दोनों प्रभारियों को प्रदेश सहप्रभारी अभिनव राय, प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह, जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष मनीष गुप्ता, जिला महासचिव अखिलेश पांडेय, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद जायसवाल, प्रदेश सचिव महिला विंग रेखा जायसवाल, जिला मीडिया प्रभारी घनश्याम पांडेय, दीना नाथ सिंह, प्रदेश सचिव जिलाध्यक्ष महिला विंग शारदा टंडन, दक्षिणि विधानसभा अध्यक्ष सौरभ यादव, प्रदेश सचिव SC/ST विंग सी. के. नागवंशी, सरोज शर्मा आदि ने बधाई देते हुए कहा कि उम्मीद हैं कि दोनों प्रभारी पार्टी की नीतियों को मजबूती से जनता के बीच ले जायेंगे।

क्रिसमस को लेकर बिशप का बड़ा फैसला

इस बार भी नहीं लगेगा क्रिसमस मेला

  • क्रिसमस की तैयारियां हुई तेज़
  • आकार लेने लगी चर्चेज व गिरजाघरों में चरनी

 


वाराणसी 19 दिसंबर (dil india live)। धर्म की नगरी काशी में क्रिसमस के जश्न के लिए शहर को सजाने का काम तेज हो चला है। वाराणसी में क्रिसमस का मुख्य समारोह तो 25 दिसंबर को होगा, मगर काशी ही नहीं बल्कि पूर्वांचलवासियों को इस बार भी निराशा ही हाथ लगेगी यह समाचार पढ़कर कि इस बार भी क्रिसमस मेला नहीं लगेगा। बिशप हाउस के सेक्रेटरी फादर थामस ने बिशप द्वारा लिये गये इस बड़े फैसले की जानकारी प्रशासन को दे दी है। फादर थामस ने दिल इंडिया लाइव को बताया कि कोविड की तीसरी संभावित लहर को देखते हुए बिशप यूज़ीन जोसेफ ने यह फैसला लिया है। सेंट मेरीज़ महागिरजा में आराधना होगी, चरनाी सजायी जा रही है। बाइबिल प्रदर्शनी आने वालों को दिखाई जायेगी। जिसमें, यीशु जन्म की झांकी दिखेगी मगर महागिरजाघर की ओर से इस बार भी किसी को स्टाल लगाने की कैंम्पस में अनुमति नहीं दी गई है। रविवार को आगमन का आखिरी इतवार था। सेंट मेरीज़ महागिरजा में स्टाल के लिए लगातार फादर विजय शांतिराज के पास लोग सम्पर्क करते रहे मगर फादर विजय शांतिराज ने साफ कर दिया कि इस बार मेला नहीं लगेगा।

आगमन पर हुई विशेष आराधना


उधर सेंट मेरीज़ महागिरजा समेत तमाम गिरजाघरों में चरनी यानी झांकी सजने के साथ क्रिसमस की तैयारियां तेज हो गई हैं। इसके साथ ही प्रमुख आराधना स्थल सेंट थॉमस चर्च, सेंट पाल चर्च, लाल चर्च, तेलियाबाग चर्च, रामकटोरा चर्च, चर्च आॅफ बनारस, सेंट बेथल फुल गाम्स्पल चर्च, सेंट फॉसिसी आफ असीसी चर्च, सेंटा जांस चर्च, ईश माता मंदिर आदि में आगमन के आखिरी इतवार को सुबह विशेष आराधना करायी गयी। इस दौरान चर्च आफ बनारस के पास्टर बेन जॉन ने कहा कि यीशु मसीह दुनिया में शांति का राज स्थापित करने आये थे, उनका हम पर एहसान है कि उन्होंने हमे सही और सच्ची राह दिखाई। वो ऐसे थे जिन्होंने अपने दुश्मनों को भी यह कहते हुए माफ कर दिया कि ऐ प्रभु इन्हे क्षमा करना क्यों कि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं।

रामकटोरा चर्च के पादरी आदित्य कुमार ने कहा कि क्रिसमस हमे जिन्दगी में सच्चाई और उल्लास का रास्ता दिखाता है। क्रिसमस का जश्न हम सब ज़रूर मनाये मगर उन्हें न भूले जो लोग कोरोना काल में असमय इस दुनिया से रुख्सत हो गये। उन घरों और परिवारों में भी लोग जाये जहां कोरोना काल में मौते हुई और वो लोग बेसहारा हो गये। उनकी भी आप लोग सूध लें।

कोरोना के संभावित संक्रमण से निपटने को लेकर हुआ मॉकड्रिल

 महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा लखनऊ  द्वारा नामित 

संयुक्त  निदेशक डॉ एमपी सिंह ने मॉकड्रिल का किया निरीक्षण 

कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों का जाना हाल




वाराणसी, 18 दिसम्बर (dil india live)। जिले में कोविड-19 की संभावित संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों को लेकर शुक्रवार एवं शनिवार को प्रयोगात्मक विश्लेषण (मॉक ड्रिल) किया गया। यह मॉक ड्रिल जनपद के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) सहित बीएचयू मेडिकल कॉलेज, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय एवं मण्डलीय चिकित्सालय कबीरचौरा में किया गया। इस क्रम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा लखनऊ की ओर से नामित संयुक्त निदेशक डॉ एमपी सिंह ने चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरके सिंह की उपस्थिति में मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया। मॉकड्रिल में कोविड-19 प्रबंधन की तैयारियों, चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों की तैयारियों, दवाओं एवं उपकरणों की क्रियाशीलता को परखा गया। जनपद की कोविड-19 केयर चिकित्सा इकाईयों में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों व अन्य किए जाने वाले सुधारात्मक कार्यों को चिन्हित किया गया। इस मॉकड्रिल से प्रशिक्षित किए गए चिकित्साकर्मी  तैयारियों के बारे में गहनता से जान सके। इस माँकड्रिल के दौरान अन्य बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा सहयोग किया गया एवं मौके पर ही कमियों को दूर किया गया।  

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रसन्न कुमार ने कहा कि एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय में एक डमी कोविड संक्रमित व्यक्ति को एम्बुलेंस से चिकित्सालय में लाया गया तथा उसके इलाज से संबन्धित समस्त प्रक्रियायें  पूर्ण करने में मात्र चार मिनट का समय लगा। इस दौरान समस्त सबंधित चिकित्सक एवं पैरामेडिकल कर्मियों ने अपने कार्यों को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया।   

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि जनपद के छह  सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों क्रमशः  सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर पिंडरा सीएचसी हाथी बाज़ार, सीएचसी मिसिरपुर  पर आक्सीजन युक्त 30-30 बेड एवं दो-दो आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं। इसी प्रकार दीनदयाल में पीडियाट्रिक के आक्सीजन युक्त 64 बेड तैयार किए गए हैं जिसमें 20 आईसीयू के बेड तैयार हैं। इसी प्रकार बीएचयू मेडिकल कालेज में कोविड के आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक व आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं। 

डॉ चौधरी ने बताया कि सीएचसी चोलापुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया, सीएचसी अराजीलाइन में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके मौर्य, सीएचसी नरपतपुर में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश सिंह   एवं सीएचसी गंगापुर में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके गुप्ता, सीएचसी मिसिरपुर एवं हाथी बाज़ार में संबन्धित अधीक्षक ने मॉकड्रिल का निरीक्षण किया है। बीएचयू मेडिकल कालेज में एसएमओ डबल्यूएचओ डॉ जयशीलन  की देखरेख में मॉकड्रिल का कार्य सम्पन्न किया गया तथा  अन्य बालरोग विशेषज्ञों ने सहयोग किया। डॉ अतुल सिंह ने बताया कि जनपद में कुल 23 पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं, जोकि माकड्रिल के दौरान क्रियाशील रहे।  

मॉकड्रिल के दौरान एक डमी कोविड संक्रमित बच्चे/व्यक्ति को एंबुलेंस से उसके अभिभावक के जरिए डॉक्टर के पास लाया गया। कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सा कर्मियों के द्वारा उस बच्चे की जांच कर आईसीयू बेड तक ले जाया गया। इस दौरान चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों द्वारा इलाज के समस्त मानकों का अनुपालन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मॉकड्रिल के सफलतापूर्वक संचालन के लिए सभी चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों की प्रसंशा की।

शनिवार, 18 दिसंबर 2021

धार्मिक सत्ता स्थापित करने का प्रयास लोकत्रांतिक मूल्यों के खिलाफ :. प्रो. राम पुनियानी

नवसाधना कला केंद्र में तीन दिवसीय शांति शिविर

राष्ट्रीय एकता, शांति और न्याय पर बोले बुद्धिजीवी




वाराणसी 18 दिसंबर ()।धार्मिक सत्ता स्थापित करने का प्रयास लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है.देश में पिछले कुछ सालों से ऐसे ही प्रयास किये जा रहे हैं। जिससे मुल्क की साझी विरासत पर खतरा मंडरा रहा है।

ये बातें सामाजिक चिंतक और मुम्बई आई आई टी के पूर्व प्रोफेसर राम पुनियानी ने तरना स्थित नव साधना कला केंद्र में 'राइज एंड एक्ट' की तरफ से आयोजित तीन दिवसीय 'राष्ट्रीय एकता, शांति और न्याय' विषयक प्रशिक्षण शिविर में प्रथम दिन बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारत की साझी विरासत पर हर दिन खतरा बढ़ता जा रहा है। हमें इन खतरों से न सिर्फ़ सावधान रहना होगा बल्कि समझना भी होगा। आजादी की लड़ाई सभी धर्म जाति के लोगों ने मिलजुल कर लड़ी थी। आज उन्हें विभाजित किया जा रहा है। एक धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। प्रो.पुनियानी ने कहा कि समतावादी समाज के निर्माण के लिए संवैधानिक संस्थाओं और मूल्यों की रक्षा करने की जरूरत है जिन पर आज सर्वाधिक खतरा है। आज दलित, आदिवासी, महिला और अल्पसंख्यक निशाने पर हैं. उनकी दशा दिनों दिन खराब होती जा रही है। इतिहास को तोड़ मरोड़ कर गलत प्रचार किया जा रहा है. भारतीय सभ्यता और संस्कृति मिली-जुली रही है जिन्हें आज तोड़ने का हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है. हमारी कोशिश समता और समानता आधारित समाज के निर्माण की होनी चाहिए।

'मौजूदा दौर में मीडिया की भूमिका' विषय पर बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार एके लारी ने कहा मीडिया अपनी भूमिका से विरत हो चुका है. पूर्व की सरकारों के दौर में भी मीडिया की भूमिका पर सवाल उठते थे पर वह अपवाद स्वरूप होते थे आज हालत इससे उलट है. मीडिया ने जनसरोकार से किनारा कर के सत्ता सरोकार से रिश्ता बना लिया है. जिससे लोकतंत्र के चौथे खम्भे से आम जन का भरोसा उठता जा रहा है।

विशिष्ट वक्ता दीपक भट्ट ने लोकतन्त्र की चुनौतियों पर बातचीत करते हुए कहा कि इस समय सबसे बड़ी जरूरत युवाओं के साथ काम करने की है जिससे वे एक विश्लेषण की समझ बना सकें। वह मौजूदा दौर में लोकतंत्र में अपनी प्रभावी भूमिका निभा सकें। उनमें अपनी बात कहने और विरोध दर्ज करने का जज्बा बनाना जरूरी है। 


इसके पूर्व शिविर का उद्घाटन डायसेस आफ वाराणसी के बिशप यूजिन जोसेफ़ ने किया। उन्होंने शिविर में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें समाज निर्माण के लिए हर स्तर पर प्रयास करना चाहिए। जब तक इस प्रयास में हर तरह के फूलों को एक साथ बांधकर गुलदस्ता तैयार नहीं करेंगे तबतक एक बेहतर समाज नहीं बनाया जा सकता। प्रशिक्षण में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के  सामाजिक कार्यकर्ता,अध्यापक,शोध छात्र और पत्रकारों की भागीदारी महत्वपूर्ण रही। शिविर के आयोजन का संचालन डा.मोहम्मदआरिफ ने किया।

झूमो नाचो ख़ुशी से आज यीशु पेैदा हुआ...




वाराणसी 18 दिसंबर (dil india live)। क्रिसमस फेस्टिवल यूं तो 25 दिसंबर को अपने शबाब पर होता है मगर दिसंबर में हर दिन प्रभु यीशु के जन्म से जुड़ी कहानियों का मंचन चर्चेज़ में किया जाता है। इस दौरान दुनिया के सभी चर्च रंग-बिरंगी रोशनी के साथ सजाएं जाते हैं। बच्चों के लिए सेंटा क्लाज का इंतजार देखने लायक रहता है। इन सबके बीच एक चीज जो सभी को आकर्षित करती है वो है क्रिसमस फेस्टिवल पर मनाया जाने वाला क्रिसमस ट्री। 

क्रिसमस ट्री का आयोजन शनिवार को चर्च ऑफ बनारस में पास्टर बेनजॉन की अगुवाई व सूजॉन के संयोजन में धूमधाम से किया गया। इस दौरान गायन मंडली ने गीत पेश किया, झूमो नाचों ख़ुशी से आज यीशु पैदा हुआ...। इस मौके पर पास्टर बेन जॉन ने क्रिसमस और प्रभु यीशु के जन्म पर रौशनी डाली। आलोक, हेमंत,अभिषेक मसीह आदि ते कोरोना काल में किये गये सेवा कार्य पर  सेवाकार्य का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। गीत, संगीत, ड्रामे के साथ ही सभी ने क्रिसमस की एक दूसरे को बधाई दी। इस मौके पर खूबसूरत ट्री पर कई तरह के गिफ्ट लटकाए गए थे। जो देखने में काफी खूबसूरत लग रहे थे।

मझवा से पहले SP मुखिया अखिलेश यादव का बनारस में जोरदार स्वागत

Varanasi (dil India live). सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को बनारस पहुंचे। बनारस के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट ...